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धरने में वक्ताओं ने कहा कि चाहे जो भी पार्टी सत्ता में आए हमारी नियुक्ति टीईटी मेरिट के आधार पर होनी चाहिए। पूर्व प्रेषित नियमावली में कोई भी हस्तक्षेप होता है तो सभी टीईटी अभ्यर्थी आंदोलन को बाध्य होंगे। वक्ताओं ने आगे कहा कि योग्य बेरोजगारों को सरकार केवल फंसाने का काम करती है। जब जूनियर की वैकेंसी आनी नहीं थी तो उच्च प्राथमिक की परीक्षा हमसे क्यों ली गई। सरकारें हमें लालीपाप दिखाकर हमारा शारीरिक, मानसिक और आर्थिक शोषण कर रही है। वक्ताओं ने अभ्यर्थियों से अपील करते हुए कहा कि आप लोग संघर्ष के लिए तैयार रहें। यदि हमारी मांगें पूरी नहीं होती हैं तो सड़क से लेकर संसद तक संघर्ष किया जाएगा। धरने को आजाद यादव, उमेश वर्मा, अखिलेश भारती, सुरेश सरोज, अरविंद आदि ने संबोधित किया। धरने में सुबाष, सुरेंद्र, प्रीतम, चंद्रभान, हरिगेन, अरविंद वर्मा, राजू प्रसाद, सौरभ श्रीवास्तव, सतीश कुमार, अजीत कुमार, इंद्रजीत, राजीव कुमार, दिनेश कुमार, अभयराज, सुरेश चंद्र, रामविलास, बृजेश जैसवार, प्रशांत सागर, सुरेश सरोज, सुबाष चंद, उमेश वर्मा, संतोष कुमार मौर्य आदि उपस्थित थे।
News : Amar Ujala (11.3.12)
रोजगार दफ्तर पहुंच रही भत्ते की आस
ReplyDelete11 Mar 2012 12:08,
Updated on: Sat, 10 Mar 2012 11:49 PM (IST) बरेली, जागरण संवाददाता : चुनावी घोषणा में बेरोजगारों को भत्ता और समाजवादी पार्टी की पूर्ण बहुमत से सत्ता में वापसी ने बेरोजगारों को फिर से रोजगार दफ्तर की राह दिखा दी है। इसके चलते पांच साल तक लगभग सूने रहे कचहरी पर स्थित रोजगार दफ्तर में फिर से रौनक दिखने लगी है, इतनी कि माह के दूसरे शनिवार को अवकाश के बावजूद सैकड़ों बेरोजगारों का गेट पर जमावड़ा लग गया। सुबह 11 बजे तक यहां ढ़ाई-तीन सौ युवक-युवतियां जुट चुके थे। मायूस लौटीं बिहारीपुर की शिखा सक्सेना और प्रीती कक्कड़ का रजिस्ट्रेशन पहले से है, फिर भी उनको पिछली बार बेरोजगारी भत्ता नहीं मिल सका। अब वह वह दोबारा रजिस्ट्रेशन कराने पहुंची थीं। कोहाड़ापीर की शगुफ्ता अभी बीए की छात्रा हैं और पहली बार आई थी। बानखाना की अंजुम परवीन और पुराना शहर की शीरीं इस आस में आई थी कि तीन दिन के बाद शायद आज कार्यालय खुला हो। सहायक सेवायोजन अधिकारी चंद्रचूण दुबे ने बताया- रजिस्ट्रेशन के लिए सेवायोजन कार्यालय में पर्याप्त बंदोबस्त किए गए हैं। महिला-पुरुषों के लिए अलग-अलग काउंटर बनाए हैं। पांच महिलाओं के लिए और पांच पुरुषों के लिए। किसी को असुविधा न हो इसलिए प्रत्येक काउंटर पर कर्मचारियों की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। श्री दुबे ने बताया- पूर्व में रजिस्ट्रेशन करा चुके अभ्यर्थियों को दुबारा रजिस्ट्रेशन कराने की जरूरत नहीं है। हां, यदि उनके रजिस्ट्रेशन का नवीनीकरण होना है, तभी वह आएं।
तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू
ReplyDelete10 Mar 2012 09:31,
(10 Mar) उदयपुर.राजस्थान हाईकोर्ट के निर्देशानुसार तृतीय श्रेणी अध्यापक सीधी भर्ती प्रतियोगी परीक्षा-2012 के लिए ऑनलाइन आवेदन पत्र लेने की प्रक्रिया तत्काल प्रभाव से पुन: प्रारंभ कर दी गई है। यह जानकारी मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद ने दी है। उल्लेखनीय है कि पूर्व में ऑनलाइन आवेदन लेने प्रक्रिया को 13 मार्च तक स्थगित किया गया था। सामाजिक सुरक्षा पायलेट प्रोजेक्ट की बैठक 13 को : यूनिसेफ के पायलेट प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन एवं कार्ययोजना की तैयारी के संबंध में मंगलवार 13 मार्च को शाम 4.30 बजे जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में कलेक्ट्री के सभाकक्ष में बैठक आयोजित होगी। यह जानकारी जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने दी।
are yaar chahe tet marit se bharti ho ya 10+12+grd+b.ed+tet se merit ho par bharti honi chahiye.,.,.,.,.
ReplyDeleteविधायक जी ने फर्जी मार्कशीट लगाकर कराया बेटी का दाखिला
ReplyDelete10 Mar 2012 12:07,
(10 Mar) दिल्ली (ब्यूरो)। जिस देश का कानून बनाने वाला विधायक ही फर्जी मार्कशीट के जरिए बेटी का कालेज में दाखिला कराए उसका क्या हाल होगा। बहरहाल धोखाधड़ी के मामले में फंसे जंगपुरा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक तरविंदर सिंह को मुख्यमंत्री के संसदीय सचिव पद से हटा दिया गया है। उनके खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। मामला माता सुंदरी कॉलेज फॉर वोमेन की ओर से दी गई शिकायत के बाद आईपी इस्टेट थाने में दर्ज किया गया। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि विधायक ने बेटी का फर्जी मार्कशीट देकर कॉलेज में दाखिला करवाया है। पुलिस अधिकारी ने मामला दर्ज किए जाने की पुष्टि की है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक माता सुंदरी कॉलेज की ओर से दर्ज शिकायत में कहा गया कि वर्ष 2011 में दिल्ली में फर्जी सर्टिफिकेट के मामले उजागर होने के बाद कॉलेज प्रशासन के बाद अज्ञात फोन आए। जिसमें कहा गया कि विधायक तरविंदर सिंह मारवाह ने फर्जी मार्कशीट देकर अपनी बेटी का कॉलेज में दाखिला करवाया है। दाखिले के लिए मध्य प्रदेश स्टेट ओपन स्कूल, भोपाल का मार्कशीट दिया था। कालेज प्रशासन ने उक्त स्कूल से जानकारी मांगी तो पता चला कि विधायक के बेटी के नाम से कोई सर्टिफिकेट जारी नहीं किया है। साथ ही मार्कशीट पर जो रोल नंबर लिखा गया है उसे जारी ही नहीं किया गया है। वहीं विधायक के परिजनों ने मार्क शीट को असली बताया लेकिन असली होने का कोई सबूत नहीं दिया। कॉलेज प्रशासन ने इस बाबत आईपी इस्टेट थाने में विधायक के खिलाफ फर्जीवाड़ा करने का मामला दर्ज कर इसकी जांच करने का अनुरोध किया। पुलिस ने विधायक के खिलाफ धारा 420,468 और 471 का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री के संसदीय सचिव तरविंदर मारवाह के खिलाफ धोखाधड़ी काम मामला सामने आते ही उनका संसदीय सचिव का पद छीन लिया गया है। मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने जंगपुरा से विधायक तरविंदर मारवाह से मामले में पहले सफाई मांगी। शीला ने स्वीकार किया है कि मारवाह ने फोन पर इस्तीफा भेजे जाने की जानकारी दी है। मुख्यमंत्री ने पिछले विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद मारवाह समेत तीन विधायकों को संसदीय सचिव बनाया था। तीनों को सचिवालय में दफ्तर दिए गए हैं। इन्हें विशिष्ट सुविधाएं दी जाती हैं। सरकार के सूत्र बताते हैं कि एमसीडी चुनाव को देखते हुए भ्रष्टाचार के मामले में मुख्यमंत्री कड़ा संदेश देना चाहती हैं इसलिए कार्रवाई की गई है। मीडिया में आई खबरों को देखते हुए मंगलवार सुबह शीला दीक्षित ने मारवाह से पूछा कि यह क्या छपा है। जबाव मिला कि पारिवारिक मामला था। तपाक से मुख्यमंत्री ने इस्तीफा मांग लिया। भाजपा नेताओं ने पुलिस आयुक्त से मुलाकात की। कांग्रेस विधायक एवं मुख्यमंत्री के संसदीय सचिव तरविंदर सिंह मारवाह की बेटी का माता सुंदरी कॉलेज में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर प्रवेश दिलाने के मामले ने राजनीतिक रंग लेना शुरू कर दिया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता एवं अन्य भाजपा नेताओं ने पुलिस आयुक्त को बताया कि मुख्यमंत्री एवं तरविंदर सिंह मारवाह ने आपराधिक षडयंत्र के तहत माता सुंदरी कालेज में जसमिन कौर का फर्जी दस्तावेजों, मार्कशीट आदि के आधार पर प्रवेश दिलवाया है। पुलिस आयुक्त ने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ आज ही प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करके आवश्यक कानूनी कार्यवाही शुरू की जाएगी। वहीं भाजपा नेताओं ने शीला दीक्षित एवं तरविंदर से नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए स्वयं तत्काल इस्तीफा देने की मांग की।
re yaar chahe tet marit se bharti ho ya 10+12+grd+b.ed+tet se merit ho par bharti honi chahiye.,.,.,.,.
ReplyDeletenaye naye
ReplyDeleteNeta vidhayak mp mla mlc
Uptet
par
koyi
bolta hi
nahi
ki galti pap kiski
aur
bhugte uptet
Rs.10,000
b diya
.
court date par date
deta hai
.
Maja
mare gaji miya
dhakka khayi
uptetian
.
He ram
lahaulwalakuwat
ho gaya
hai (Mess.by Asis Misir)
पर्यावरण की पढ़ाई की है अखिलेश ने
ReplyDelete10 Mar 2012 05:02,
(10 Mar) उत्तर प्रदेश की राजनीति के युवा चेहरे के तौर पर उभरे अखिलेश यादव की मेहनत रंग लाई और 12 वर्ष पहले राजनीति में अपना पहला मजबूत कदम रखने वाले सियासत के इस माहिर खिलाड़ी ने चुनावी बिसात में अपनी सधी चालों से 'हाथी' को मात देकर आखिरकार बाजी अपने नाम कर ली. अखिलेश का जन्म एक जुलाई 1973 को इटावा में हुआ था और तब उनके पिता युवा मुलायम सिंह यादव प्रदेश की राजनीति में पैर जमा रहे थे. अनुशासन के पाबंद पिता मुलायम ने उन्हें प्रारम्भिक शिक्षा के लिए राजस्थान के धौलपुर सैनिक स्कूल भेजा, जहां पढाई पूरी करने के बाद उन्होंने मैसूर विश्वविद्यालय से पर्यावरणीय प्रौद्योगिकी में स्नातक और आस्ट्रेलिया के सिडनी विश्वविद्यालय से परास्नातक की उपाधि हासिल की. युवा अखिलेश सिडनी से पढाई पूरी करके पहुंचे तो राजनीति उनकी प्रतीक्षा कर रही थी और वर्ष 2000 में वे पहली बार कन्नौज लोकसभा सीट से उपचुनाव जीत कर सक्रिय राजनीति में कदम रखा. वह सीट पिता मुलायम सिंह यादव के इस्तीफे से खाली हुई थी, जो 1999 में हुए लोकसभा चुनाव में मैनपुरी और कन्नौज दो सीटो से चुने गये थे. तब के बाद से अखिलेश लगातार कन्नौज लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे है
यूपी बोर्ड की छात्राओं पर कुप्रबंधन की मार
ReplyDeleteवरिष्ठ संवाददाता, इलाहाबाद : बोर्ड परीक्षा और 50 किलोमीटर दूर सेंटर, वो भी बालिकाओं का। जी, हां माध्यमिक शिक्षा परिषद की 16 मार्च से शुरू हो रही बोर्ड परीक्षाओं में प्रदेश भर की बालिकाओं को कुछ ऐसी ही समस्याओं से दो-चार होना पड़ रहा है। विडंबना यह है कि माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने समय से विद्यालयों को परीक्षा केंद्रों की जानकारी भी नहीं दी। माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षाएं 16 मार्च से शुरू हो रही हैं। परीक्षा केंद्रों को एक सप्ताह पूर्व ही अंतिम रूप दिया गया। समस्या यह है कि जिन विद्यालयों को परीक्षा केंद्र नहीं बनाया गया है, उनकी बालिकाओं को दूसरे परीक्षा केंद्र पर परीक्षा देने की व्यवस्था की गई है। प्रदेश भर में हजारों विद्यालयों की बालिकाओं को 10 से 50 किलोमीटर दूर तक परीक्षा केंद्र दिया गया है। माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने इस बार परीक्षा केंद्रों की सूची को सार्वजनिक रूप से प्रकाशित भी नहीं किया। इससे विद्यालयों को परीक्षा केंद्रों की जानकारी समय रहते नहीं मिल पाई। स्थिति यह हो गई है कि 50 किलोमीटर दूर रोज परीक्षा देकर वापस लौटना और अगले दिन फिर परीक्षा देने जाना समस्या बन गई है। लिहाजा किशोरियों को नाते-रिश्तेदारी में रोककर परीक्षा देना मजबूरी हो गई है। ग्रामीण क्षेत्र की बालिकाओं को स्वकेंद्र की पहले से ही सुविधा थी। इस बार बोर्ड ने शहरी क्षेत्र की बालिकाओं को भी स्वकेंद्र की सुविधा प्रदान की है। ऐसे विद्यालय जिनको परीक्षा केंद्र नहीं बनाया गया है, उनकी बालिकाओं को नजदीक के विद्यालय में परीक्षा देने की व्यवस्था दी जाती है। इस बार मनमाने तरीके से बिना दूरी देखे तमाम परीक्षा केंद्र ऐसे दे दिए गए जो 50 किलोमीटर तक दूर हैं। इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव वासुदेव यादव का कहना है कि इस तरह के परीक्षा केंद्रों की शिकायत मिली है, पर हाईकोर्ट के आदेश के बाद किसी परीक्षा केंद्र को बदलना संभव नहीं है। लिहाजा बालिकाओं को दूर जाकर परीक्षा देनी पड़ेगी। इसमें किसी प्रकार का फेरबदल संभव नहीं है। 7 अप्रैल से होंगी परीक्षाएं उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रदेश मंत्री व प्रवक्ता अनिल कुमार यादव ने कहा कि जिन शिक्षामित्रों का प्रशिक्षण ब्लाक संसाधन केंद्र में चल रहा है उनका प्रथम सेमेस्टर की लिखित परीक्षा प्रदेश के समस्त राजकीय इंटर कालेजों में दिनांक 7 से 9 अप्रैल के बीच सुनिश्चित किया गया है।
ONLY FOR MUSKAN-G
ReplyDeleteYEH KYA MAZAK HUM AAJ KA NEWSPAPER NEXT DAY PAD RAHE HAI COMMENT DISPLY HI NAHI HOTE WAQT PE KYO?
IS SARE SANGRASH ME IS BLOG KA HI SAHARA HAI OR AB WAQT HAI AP K SATH KA PER YEH COMMENT NA DISPLY HONE SE BAHUT SE SATHI IS BLOG PE AATE HI NAHI JIS SE UN SATHIYO K VIEWS NAHI MILTE IS SE HUM SAB KA NUKSAN HO TA HAI OR HO RAHA HAI..
AAP NE IS BLOG K MADHIYAM SE DISHA DI PAR
AB RASTE KI ROSHNI ANDHERE ME BANALTI JA RAHI HAI AB RAAT ME KAISE CHALA JAYE MUJHE TO DAR HAI KAHI HUM RASTA BHATAK NA JAYE
PLZ SOLVE OUR PROBLEM..
uptet ki merit se hi bharti honi chahiye
ReplyDelete"Muskan Ji"- MOHD. RASHID AZAD ji Sahi kar rahe hai aap es problem ko solve kare kai bar comment post bhe nahi hota hai. Please take seriously
ReplyDeleteTET UPdate- on mobile without any cost SMS free
ReplyDeletejis bhe friends ke mobile me internet ki suvidha na ho please create a message
JOIN JobAajTak
Send 9219592195
some information get it.
bhati ab tet se nhi hogi, mujhe khaber mili hai..
ReplyDeleteDosto i am back..
ReplyDeleteab mai aapke sath hu ab harek update aapke paas hogi mere jariye..
kal se candidates bhookh hadtaal kar rhe hai
Rajesh ji u r right..
ReplyDeleteJo log internet se nhi jud paye hain unke lie sabse behtar vikalp hai vo group..
meri bhi aap sabhi se request hai plz group join karen harek update aapke mobile par free mai milegi join karne k lie ek sms kro-
JOIN JobAajTak
aur bhej do-
9219592195
par
plz apne sabhi dosto ko bhi join karao ab ye aandolan kisi ek ka nhi hum sabka hai
Rajesh ji ye group maine bhi join kia hai
ReplyDeleteHum honge kamyab
ReplyDelete16 march hum sabhi ko subh suchna de esi hamari subhkamnaye he.
ReplyDeleteparesan hone ki jarurat nahi na hi tet censil hogi aur na hi acedmik banegi sirf aur sire tet ki hi merit banegi kyo ki akhalesh bahut samajdar hae.
ReplyDeleteMohd. Rashid & Others,
ReplyDeleteMene bahut koshish karee kee log achhe comments den, Lekin uske baad bhee kai baar dekha kee log blog par
comments ke saath ladai ka akhada bana rahe hain.
Kuch log gande comments, marketing, personal benefit ke liye bhee use kar rahe hain.
Aap ne dekha hoga kee Bhaskar, navbharat times ke epaper website par bhee comments filter laga hua hai, matlab aapke comments kuch der
baad live hote hain.
Halanki mera pryas hai kee aaplogon ke comments bhee publish hote rahen aur mehtvpoorn jaankarian aatee jatee rahen.
Par meree gair mojudgee mein, koee gande comments, ladai jhagda na kare.
Isko dhyan mein rakhte hue - Beech beech mein comments filter hataya jaye aur kharab comments likhne valon ka manobal kamjor ho, jisse
ve achhe comments den.
.......
Saath hee mera ek sujhav bhee hai kee aap log email ID ka details(jaise abhee aap mobile nos. lete hain) len aur usko share karen,
email ID is kaee log aur jud sakte hain.
Aur aap e-discussion/e-chating kar sakte hain.
..........
Mein jantee hoon kee lakhon logon ne hazaron rupay kharch kiye / mehnat karee, aur kewal kuch galat logon kee vajhe se sabko
pareshanee ka samna karna pad raha hai.
Achhe pryason ke liye, mera blog achhe logon ke saath hai.
Dhnywad
~Blog Editor
aa
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteMuskan,
ReplyDeleteApnee Dadagiree Mat Kar
Sabak Milega
@muskanji
ReplyDeleteiam pleased with you and ur nice thoughts...
nd iam really sorry 4 my last some comments
Mera sabhee ko sujhav hai kee,
ReplyDeleteFacebook bhee hai discussion ke liye, mera facebook ID - UPTET Prt hai
Mein yaha bahut se comments ko block nahin kar saktee
Abhee Exit Poll ka comments dekho
Aur bhee kaee log hain, ek koee "Pita jee" etc. naam se comments karte hain,
ReplyDeleteKoye "Mayavati, Mulayam, Rahul Gandhi" ke nam se comment karte hain
Pata nahin kya kya likhta hain
Marketing Agents bhee bethe hain.
Kuch logon kee website popular nahin hai, kyonkee log usko dekhte nahin.
ReplyDeleteTo vo apna prahar karne mein jute rehte hain.
TO MUSKAN-G
ReplyDeletePER IS NUKSAN KA KYA KARE?
BAHUT SE SATHI TO AATE HI NAHI HAI..