मेरठ: उत्तर प्रदेश टीईटी बेरोजगार संघ ने प्रदेश में पिछले वर्ष आयोजित टीईटी की परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की भर्ती प्रक्रिया शीघ्र आरंभ करने की मांग कर रहा है। बेरोजगार संघ ने कहा कि शासन-प्रशासन उनकी मांगों को अनसुना कर रहा है इसलिए संघ ने 12 मार्च को चौ. चरण सिंह पार्क में अनशन का कार्यक्रम तय किया है। आयोजकों ने इस अनशन को सफल बनाने के लिए बड़ी संख्या में टीईटी अभ्यर्थियों को पूरे मंडल से पहुंचने की अपील की है।
News : jagran (11.3.12)
रोजगार दफ्तर पहुंच रही भत्ते की आस
ReplyDelete11 Mar 2012 12:08,
Updated on: Sat, 10 Mar 2012 11:49 PM (IST) बरेली, जागरण संवाददाता : चुनावी घोषणा में बेरोजगारों को भत्ता और समाजवादी पार्टी की पूर्ण बहुमत से सत्ता में वापसी ने बेरोजगारों को फिर से रोजगार दफ्तर की राह दिखा दी है। इसके चलते पांच साल तक लगभग सूने रहे कचहरी पर स्थित रोजगार दफ्तर में फिर से रौनक दिखने लगी है, इतनी कि माह के दूसरे शनिवार को अवकाश के बावजूद सैकड़ों बेरोजगारों का गेट पर जमावड़ा लग गया। सुबह 11 बजे तक यहां ढ़ाई-तीन सौ युवक-युवतियां जुट चुके थे। मायूस लौटीं बिहारीपुर की शिखा सक्सेना और प्रीती कक्कड़ का रजिस्ट्रेशन पहले से है, फिर भी उनको पिछली बार बेरोजगारी भत्ता नहीं मिल सका। अब वह वह दोबारा रजिस्ट्रेशन कराने पहुंची थीं। कोहाड़ापीर की शगुफ्ता अभी बीए की छात्रा हैं और पहली बार आई थी। बानखाना की अंजुम परवीन और पुराना शहर की शीरीं इस आस में आई थी कि तीन दिन के बाद शायद आज कार्यालय खुला हो। सहायक सेवायोजन अधिकारी चंद्रचूण दुबे ने बताया- रजिस्ट्रेशन के लिए सेवायोजन कार्यालय में पर्याप्त बंदोबस्त किए गए हैं। महिला-पुरुषों के लिए अलग-अलग काउंटर बनाए हैं। पांच महिलाओं के लिए और पांच पुरुषों के लिए। किसी को असुविधा न हो इसलिए प्रत्येक काउंटर पर कर्मचारियों की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। श्री दुबे ने बताया- पूर्व में रजिस्ट्रेशन करा चुके अभ्यर्थियों को दुबारा रजिस्ट्रेशन कराने की जरूरत नहीं है। हां, यदि उनके रजिस्ट्रेशन का नवीनीकरण होना है, तभी वह आएं।
तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू
ReplyDelete10 Mar 2012 09:31,
(10 Mar) उदयपुर.राजस्थान हाईकोर्ट के निर्देशानुसार तृतीय श्रेणी अध्यापक सीधी भर्ती प्रतियोगी परीक्षा-2012 के लिए ऑनलाइन आवेदन पत्र लेने की प्रक्रिया तत्काल प्रभाव से पुन: प्रारंभ कर दी गई है। यह जानकारी मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद ने दी है। उल्लेखनीय है कि पूर्व में ऑनलाइन आवेदन लेने प्रक्रिया को 13 मार्च तक स्थगित किया गया था। सामाजिक सुरक्षा पायलेट प्रोजेक्ट की बैठक 13 को : यूनिसेफ के पायलेट प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन एवं कार्ययोजना की तैयारी के संबंध में मंगलवार 13 मार्च को शाम 4.30 बजे जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में कलेक्ट्री के सभाकक्ष में बैठक आयोजित होगी। यह जानकारी जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने दी।
विधायक जी ने फर्जी मार्कशीट लगाकर कराया बेटी का दाखिला
ReplyDelete10 Mar 2012 12:07,
(10 Mar) दिल्ली (ब्यूरो)। जिस देश का कानून बनाने वाला विधायक ही फर्जी मार्कशीट के जरिए बेटी का कालेज में दाखिला कराए उसका क्या हाल होगा। बहरहाल धोखाधड़ी के मामले में फंसे जंगपुरा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक तरविंदर सिंह को मुख्यमंत्री के संसदीय सचिव पद से हटा दिया गया है। उनके खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। मामला माता सुंदरी कॉलेज फॉर वोमेन की ओर से दी गई शिकायत के बाद आईपी इस्टेट थाने में दर्ज किया गया। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि विधायक ने बेटी का फर्जी मार्कशीट देकर कॉलेज में दाखिला करवाया है। पुलिस अधिकारी ने मामला दर्ज किए जाने की पुष्टि की है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक माता सुंदरी कॉलेज की ओर से दर्ज शिकायत में कहा गया कि वर्ष 2011 में दिल्ली में फर्जी सर्टिफिकेट के मामले उजागर होने के बाद कॉलेज प्रशासन के बाद अज्ञात फोन आए। जिसमें कहा गया कि विधायक तरविंदर सिंह मारवाह ने फर्जी मार्कशीट देकर अपनी बेटी का कॉलेज में दाखिला करवाया है। दाखिले के लिए मध्य प्रदेश स्टेट ओपन स्कूल, भोपाल का मार्कशीट दिया था। कालेज प्रशासन ने उक्त स्कूल से जानकारी मांगी तो पता चला कि विधायक के बेटी के नाम से कोई सर्टिफिकेट जारी नहीं किया है। साथ ही मार्कशीट पर जो रोल नंबर लिखा गया है उसे जारी ही नहीं किया गया है। वहीं विधायक के परिजनों ने मार्क शीट को असली बताया लेकिन असली होने का कोई सबूत नहीं दिया। कॉलेज प्रशासन ने इस बाबत आईपी इस्टेट थाने में विधायक के खिलाफ फर्जीवाड़ा करने का मामला दर्ज कर इसकी जांच करने का अनुरोध किया। पुलिस ने विधायक के खिलाफ धारा 420,468 और 471 का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री के संसदीय सचिव तरविंदर मारवाह के खिलाफ धोखाधड़ी काम मामला सामने आते ही उनका संसदीय सचिव का पद छीन लिया गया है। मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने जंगपुरा से विधायक तरविंदर मारवाह से मामले में पहले सफाई मांगी। शीला ने स्वीकार किया है कि मारवाह ने फोन पर इस्तीफा भेजे जाने की जानकारी दी है। मुख्यमंत्री ने पिछले विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद मारवाह समेत तीन विधायकों को संसदीय सचिव बनाया था। तीनों को सचिवालय में दफ्तर दिए गए हैं। इन्हें विशिष्ट सुविधाएं दी जाती हैं। सरकार के सूत्र बताते हैं कि एमसीडी चुनाव को देखते हुए भ्रष्टाचार के मामले में मुख्यमंत्री कड़ा संदेश देना चाहती हैं इसलिए कार्रवाई की गई है। मीडिया में आई खबरों को देखते हुए मंगलवार सुबह शीला दीक्षित ने मारवाह से पूछा कि यह क्या छपा है। जबाव मिला कि पारिवारिक मामला था। तपाक से मुख्यमंत्री ने इस्तीफा मांग लिया। भाजपा नेताओं ने पुलिस आयुक्त से मुलाकात की। कांग्रेस विधायक एवं मुख्यमंत्री के संसदीय सचिव तरविंदर सिंह मारवाह की बेटी का माता सुंदरी कॉलेज में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर प्रवेश दिलाने के मामले ने राजनीतिक रंग लेना शुरू कर दिया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता एवं अन्य भाजपा नेताओं ने पुलिस आयुक्त को बताया कि मुख्यमंत्री एवं तरविंदर सिंह मारवाह ने आपराधिक षडयंत्र के तहत माता सुंदरी कालेज में जसमिन कौर का फर्जी दस्तावेजों, मार्कशीट आदि के आधार पर प्रवेश दिलवाया है। पुलिस आयुक्त ने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ आज ही प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करके आवश्यक कानूनी कार्यवाही शुरू की जाएगी। वहीं भाजपा नेताओं ने शीला दीक्षित एवं तरविंदर से नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए स्वयं तत्काल इस्तीफा देने की मांग की।
re yaar chahe tet marit se bharti ho ya 10+12+grd+b.ed+tet se merit ho par bharti honi chahiye.,.,.,.,.
ReplyDeleteONLY FOR MUSKAN-G
ReplyDeleteIS SARE SANGRASH ME IS BLOG KA HI SAHARA HAI OR AB WAQT HAI AP K SATH KA PER YEH COMMENT NA DISPLY HONE SE BAHUT SE SATHI IS BLOG PE AATE HI NAHI JIS SE UN SATHIYO K VIEWS NAHI MILTE IS SE HUM SAB KA NUKSAN HO TA HAI OR HO RAHA HAI..
AAP NE IS BLOG K MADHIYAM SE DISHA DI PAR
AB RASTE KI ROSHNI ANDHERE ME BANALTI JA RAHI HAI AB RAAT ME KAISE CHALA JAYE MUJHE TO DAR HAI KAHI HUM RASTA BHATAK NA JAYE
PLZ SOLVE OUR PROBLEM..