संजय मोहन की जमानत अर्जी हुई खारिज
(Sanjay Mohan's Bail Plea Rejected )
कानपुर। टीईटी घोटाले के आरोपी माध्यमिक शिक्षा परिषद के पूर्व निदेशक संजय मोहन की जमानत अर्जी कोर्ट ने खारिज कर दी है। कहा कि जमानत देने के लिए न्याय संगत और उपयुक्त आधार नहीं है।
अकबरपुर पुलिस ने गत 7 फरवरी को लखनऊ में संजय मोहन को गिरफ्तार किया था। उनके पास से टीईटी में पास कराने के लिए परीक्षार्थियों से वसूले गए 4,86,900 रुपये और पांच पेज की 167 परीक्षार्थियों की सूची बरामद की गई थी। सोमवार को प्रभारी जिला जज/एडीजे 1 रमबाई नगर राकेश कुमार की कोर्ट में जमानत अर्जी पर सुनवाई हुई।
News : Amar Ujala (13.3.12)
टीईटी उत्तीर्ण आवेदक भी भड़के
ReplyDeleteStory Update : Tuesday, March 13, 2012 12:00 AM
हरदोई। टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण के आधार पर शिक्षक चयन प्रक्रिया शुरू कराने की मांग पर अड़े उत्तीर्ण आवेदकों के विरोध के स्वर तेज होते जा रहे हैं। रविवार को आवेदकों ने बैठक कर रणनीति तैयार की, वहीं सोमवार को कलक्ट्रेट में एकत्रित होकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। टीईटी उत्तीर्ण आवेदकों ने चयन प्रक्रिया शासनादेशों के अनुसार कराने की मांग करते हुए अन्यथा की स्थिति में आंदोलन की चेतावनी दी है।
इसके लिए राज्यपाल को संबोधित एक प्रार्थना पत्र जिलाधिकारी को सौंपा है। शासनादेश के अनुसार जारी विज्ञप्ति को लागू कराने तथा लंबित प्रशिक्षु की प्रक्रिया को पूरी कराने की मांग को लेकर टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के बैनर तले दर्जनों आवेदकों ने आवाज बुलंद की। टीईटी उत्तीर्ण आवेदकों ने नारेबाजी करते हुए कहा कि कुछ अराजकतत्वों व अनुत्तीर्ण आवेदकों की द्वेषभावना के कारण आपत्तियां लगाकर चयन प्रक्रिया को बाधित कर दिया गया और चयन प्रक्रिया को नुकसान पहुंचाया गया, जबकि शासनादेशों के अनुसार उत्तीर्ण आवेदकों का चयन किया जाना था, पर शासनादेशों की अवमानना कर दी गई।
उन्हाेंने शासनादेशों की अवमानना करने वाले लोगों को कठोर दंड देने तथा चयन प्रक्रिया निरस्त न करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि चयन प्रक्रिया निरस्त होने से दोषियों को बल मिलेगा तथा उत्तीर्ण आवेदकों को हताशा। उन्होंने शासनादेशों में किसी प्रकार का परिवर्तन न करने तथा विज्ञप्ति के अनुसार तथा एनसीटीई द्वारा दिए गए दो महीने के समय के अंतर्गत ही चयन पूरा करने की मांग की। टीईटी उत्तीर्ण आवेदकों ने राज्यपाल को संबोधित प्रार्थना पत्र डीएम को देकर चयन प्रक्रिया शुरू कराने की मांग की है। इस दौरान पिंकल यादव, बृजेश कुमार, ज्योति गुप्ता, देवेश सिंह गौर, तारिक शफी खां, जुबैर, आदित्य कुमार, अनिल पांडेय, राजेश श्रीवास्तव, अवनीश यादव व शिखा पाल आदि मौजूद थे।
Agra walo Mar gaye ho kya sab ya chudiya pehen li haatho me...zindagi bhar 1500 ki naukri karte rehna...bhikhari the bhikhari ho aur bhikari hi rahoge..
ReplyDeleteladkiyo tum to ghar me baith kar mauj karo ya apne boyfriend k saath ghum aao isse jada tum kuch kar nahi sakti..Boyfriend se milne k liye ghar se jhoot bol kar nikal sakti ho lekin apne haq ki ladai k liye yum sabke Maa-Baap nahi aane denge..besharmo kuch to sharm karo..Rozgar k office me 1000 rs. K bhatte k liye muh par lipistic laga kar tight jeans aur short kurta pehen kar kahada hona manjur hai lekin apne haq k liye humare saath kadam se kadam mila kar chalna manjur nahi..besharmo…tumhare liye bhi Mulayam ne ghosana ki hai jis “ ladki ka rape hoga use naukri milegi” jao aura b tum jakar apna rape karva lo kyuki tumhe samman ki naukri nahi faike hue tukde chaiye..tum logo ne saabit kar diya ke tum log aaj b wo hi Abla ho…Jhansi ki Rani ko dekho wo b ek aurat thi jo apne maan k liye Ladte ladte Veer gati ko prapat hui…tumhe 1000 rs. Chaiye wo b pata hai kyu jisse kit um usse se makeup ka saaman, mobile recharge, suit kharid kar taiyar ho kar apne aashiqon se milne ja pao..Kyu apne maa-baap ka naam duba rahi ho…sharam karo aur bahr kar humare kadm se kadam mila kar apne haq ki ladai lado..
Agar ye msg padne k baad b sharam na aaye to to kahin jaa kar mar jana..