Good News for All B. Ed Candidates, B. Ed candidates are eligible to apply after 1st Jan 2012. And No Time Limit
Rajasthan High Court gave a decision - that due to only a date criteria, it is WRONG to say somebody is NOT eligible after that.
It can be a good news for Candidates of Uttrakhand , Uttar Pradesh and other states as well.
जोधपुर.आरटेट के फर्स्ट लेवल में पास बीएड डिग्रीधारक अब तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। राजस्थान हाईकोर्ट ने शनिवार को इस संबंध में आदेश जारी किए। न्यायाधीश गोपालकृष्ण व्यास ने कहा कि योग्यता के बावजूद केवल एक तारीख के बाद किसी योग्य व्यक्ति को अयोग्य घोषित करना उचित नहीं है। इस मामले में 17 मई को बहस पूरी हो गई थी, लेकिन कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। बहस में कोर्ट ने एनसीटीई, राज्य सरकार तथा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की दलीलें खारिज कर दी थीं।
मामले को लेकर वीराराम व अन्य ने याचिकाएं दायर की थीं। इन्होंने न्यायालय को बताया था कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 तथा एनसीटीई के नियमों के अनुसार टेट के फस्र्ट लेवल में उत्तीर्ण बीएड डिग्रीधारी तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा- 2012 में कक्षा 1 से 5 तक अध्यापन कराने के योग्य हैं, जबकि राज्य सरकार ने 1 जनवरी 2012 तक ही इन अभ्यर्थियों को इस भर्ती परीक्षा के योग्य माना है।
चूंकि, शिक्षक भर्ती परीक्षा के आवेदन इस साल फरवरी के अंत में मांगे गए थे, ऐसे में टेट के प्रथम स्तर में पास बीएड डिग्रीधारक अभ्यर्थी अयोग्य घोषित हो गए। राज्य सरकार की ओर से अतिरिक्त महाधिवक्ता जीआर पूनिया, एनसीटीई के अधिवक्ता कुलदीप माथुर व बोर्ड के अधिवक्ता राकेश अरोड़ा ने सरकार के आदेश को नियमों के तहत बताते हुए कोर्ट से
याचिकाएं खारिज करने को कहा था।
2010 में तय किए थे योग्यता के मानक :
3 अगस्त, 2010 को एनसीटीई ने नोटिफिकेशन जारी कर शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के सेक्शन 23 के सब सेक्शन 1 के तहत शिक्षकों के लिए योग्यता के मानक तय किए।
30 मार्च 2011 :
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने आरटेट-2011 के आयोजन के लिए विज्ञापन के साथ ही गाइड लाइन जारी की।
>11.02.2011: आरटेट की शर्त संख्या 3 के तहत बीएड डिग्रीधारक अभ्यर्थियों को परीक्षा में शामिल करने की स्वीकृति।
>24.02.2012: राज्य सरकार ने प्रदेश की समस्त जिला परिषदों के माध्यम से तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा आयोजित करने की विज्ञप्ति जारी की। इसमें उल्लेख था कि टेट प्रथम स्तर में उत्तीर्ण बीएड डिग्रीधारक इस भर्ती परीक्षा में शामिल नहीं हो सकते, जबकि टेट के द्वितीय स्तर में उत्तीर्ण अभ्यर्थी इसके लिए योग्य माने गए। ये नियम आरटेट के नियमों तथा उसके लिए जारी विज्ञप्ति में नहीं दर्शाए गए थे।
>06.03.2012: सैकड़ों अभ्यर्थियों ने नए नियम के ख्रिलाफ राज्य सरकार व बोर्ड को ज्ञापन दिए।
>मार्च 2012 में राजस्थान उच्च न्यायालय, जोधपुर व इसकी जयपुर पीठ में आरटेट के प्रथम लेवल में उत्तीर्ण बीएड डिग्रीधारियों ने याचिकाएं दायर कीं।
>17 मई 2012 : राज्य सरकार, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड व एनसीटीई के अधिवक्ताओं की लंबी बहस के बाद कोर्ट ने निर्णय सुरक्षित रखा।
News : Bhaskar.com (20.5.12)
Ye bed- tet passout ke liye badi achchi khabar hai. Ab hum certificate me diye gaye samay tak eligible hai....
ReplyDeleteBahut achchhi khabar hai bed berojgar ke liye.Agar sarkar bed kara rahi hai to btc aur d.Ed ki tarah naukri ka bandobast karna chahiye
ReplyDeleteWow! Ye to bahut achchhi khabar hai ab bas stay hat jay or bharti shuru ho jaye jaldi se.
ReplyDeleteAnytha aise course band kar dena chahiye jinse koi rojgar na mile.21 may ko azamgarh kunwar uddan me kali patti bandh kar barelly me hue lathi charge ka virodh kiya jayega.Sabh tetean se nivedan hai ki 10 baje pahuch kar virodh aur dharna me shamil ho.
ReplyDeletePritam azamgarh
सर्व शिक्षा अभियान में यूपी को मिले
ReplyDelete10600 करोड़
•अमर उजाला ब्यूरो
लखनऊ। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सर्व शिक्षा अभियान में यूपी के लिए 10600 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। केंद्र ने 1271 नए स्कूल खोलने और भर्ती से पहले शिक्षकोंका वेतन देने से मना कर दिया है। यूपी के अधिकारियों से कहा गया है कि पहले शिक्षकों की भर्ती की जाए, इसके बाद उनके वेतन की मांग की जाए। राज्य सरकार ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय को 15 हजार 705 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा था।
राज्य सरकार ने सर्व शिक्षा अभियान के तहत मानव संसाधन विकासमंत्रालय को वित्तीय वर्ष 2012-13 के लिए प्रस्ताव भेजा था। नई दिल्ली में प्रोजेक्ट एप्रूवल बोर्ड (पीएबी) की बैठक शुक्रवार को हुई। इसमें यूपी से सचिव बेसिक शिक्षा सुनील कुमार, सर्व शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक अतुल कुमार समेत अन्य अधिकारी गए थे। राज्य सरकार ने 1155 नए प्राइमरी और 116 उच्च प्राइमरी स्कूल तथा गरीब व बेसहारा बच्चों के लिए 70नए आवासीय स्कूल खोलने का प्रस्ताव था।
इसके अलावा शिक्षक व शिक्षा मित्र मानदेय 11409.18 करोड़, निर्माण कार्य 1455.60 करोड़, नि:शुल्क यूनिफार्म 720.41 करोड़, प्रबंधन एवं गुणवत्ता 291.71 करोड़, ब्लाक संसाधन केंद्र 285.83 करोड़, मुफ्त पाठ्य पुस्तक 136.55 करोड़, मेंटीनेंस ग्रांट 112.11 करोड़ का प्रस्ताव था। स्कूल ग्रांट 94.44 करोड़, समेकित शिक्षा 391.72 करोड़, शिक्षक व शिक्षा मित्र प्रशिक्षण 190.62 करोड़, इनोवेटिव एक्टिविटीज 18.14 करोड़, न्याय पंचायत संसाधन केंद्र 22.27 करोड़, शिक्षक ग्रांट 24.67 करोड़, आउट ऑफ स्कूल बच्चों को प्रशिक्षण 44.19 करोड़, शोध अनुश्रवण एवं मूल्यांकन 16.78 करोड़, सामुदायिक सहभागिता 23.69 करोड़, बच्चों के लिए ट्रांसपोर्ट की सुविधा 5.48 करोड़, कंप्यूटर लर्निंग 37.50 करोड़, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के लिए 235.10 करोड़ रुपये का प्रस्ताव था। मानव संसाधन विकास मंत्रालय इसमें से 10600 करोड़ रुपये का प्रस्ताव पास किया है।
•केंद्र का भर्ती से पहले शिक्षकों का वेतन देने से इनकार
•नए 1271 प्राथमिक स्कूलों को नहीं मिली मंजूरी
Hum honge kamyab ek din
ReplyDeleteyeh tet par faisala ka intizaar bahut lamba hota ja raha hai.
ReplyDeletegood news, aisa sabhi state me hona chahiye
ReplyDeleteYe to bht hi good news h, sarkar ko chahiye ki jitne b tet pas candidate h sabhi ko pahale job de de. Uske bad me next tet exam ho.jaisa ki hr state me ho raha h.
ReplyDeleteGd mr
ReplyDeleteYe to really ek gd news hai.ab hamein sirf court k decision ka intejar hai
ReplyDeleteYe to really ek gd news hai.ab hamein sirf court k decision ka intejar hai
ReplyDeleteAb to U.P main bhi iski sambhawana hai.
ReplyDeleteD.K
ReplyDeleteKafi din ke bad Raj high court ne tet pass ke liye ek achhi khabar di hai
d.k. bhai ye batao ki aaj high court ne tet k liye kon si achchi khabar di hai ?
ReplyDeleteफिर जगी टीईटी पास युवाओं की आशा
ReplyDelete•अमर उजाला ब्यूरो
नोएडा। टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) पास कर चुके युवाओं की बेसिक स्कूलों में नियुक्ति पर सरकार के सकारात्मक रवैये ने एक बार फिर आशा की किरण जगा दी है। जिले के टीईटी उत्तीर्ण युवाओं की आंखों में एक बार फिर सरकारी स्कूलों में शिक्षक बनने का सपना जाग उठा है।
टीईटी परीक्षा गत वर्ष आयोजित की गई थी। जिसमें देश भर के लाखों युवाओं ने हिस्सा लिया था। जनपद से भी करीब 18 हजार लोग परीक्षा का हिस्सा बने थे, जिनमें 90 फीसदी लोगों ने सफलता हासिल की थी। टैट परीक्षा में बड़ी संख्या में प्राइवेट स्कूल में कार्यरत शिक्षक शामिल हुए थे।
परीक्षा का रिजल्ट घोषित होने के बाद से ही यह परीक्षा विवादों के घेरे में आ गई, जिसका खामियाजा पास हो चुके अभ्यर्थियों को झेलना पड़ा। लेकिन अब नई सरकार ने एक बार फिर टीईटी परीक्षार्थियों को सरकारी स्कूलों में नियुक्ति देने पर विचार किया है।
प्राइवेट स्कूल में कार्यरत टैट पास कर चुकी एक शिक्षिका का कहना है सरकार शीघ्र पॉजिटिव रिजल्ट दे तो चिंता खत्म हो, नहीं तो सरकारी प्रक्रि या से लोगों का भरोसा उठ जाएगा।ss
I have pass BETET exam in both papers with approx 58%. I am untrained.i want to know about my chance in recruitment. Please guide me.
ReplyDeleteDear Friends, Please do not take it otherwise as in my opinnion, only the views expressed by paries are highlighted and these are not part of judgement. We should wait till the final order and hope that the Hon'ble HC declares the Time-limit on B.Ed. Cadidates for teaching in Primary (1-5 classes)imposed by NCTE as "UNCONSTITUTIONAL". That will be the time of celebration.
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