मंत्रिपरिषद ने इसके लिए उत्तर प्रदेश नागरिक पुलिस आरक्षी एवं मुख्य आरक्षी सेवा (चतुर्थ संशोधन) नियमावली, 2013 में प्रस्तावित संशोधन को मंजूरी दे दी है।
कैबिनेट ने पूर्ववर्ती बसपा सरकार में रद की गई सिपाही भर्ती प्रक्रिया को न केवल बहाल कर दिया है बल्कि उस समय आवेदन कर चुके सभी अभ्यर्थियों लगभग 15 लाख को बगैर फीस के दोबारा आवेदन का मौका रहेगा। यहां तक उस वक्त के जो अभ्यर्थी अब ‘ओवर ऐज’ हो चुके हैं, उन्हें भी आवेदन करने का मौका दे दिया गया है। इसके लिए मंत्रिपरिषद ने नागरिक पुलिस आरक्षी एवं मुख्य आरक्षी सेवा नियमावली, 2013 में चौथे संशोधन को मंजूरी दे दी है।
मंगलवार को कैबिनेट की हुई बैठक में आम लोगों से जुड़े कई प्रस्तावों को मंजूरी प्रदान की गई। राजनीतिक हलकों में इसे लोकसभा चुनाव की आहट की शक्ल में देखा जा रहा है। कहा जा रहा है कि समाजवादी सरकार लोकसभा चुनाव में जाने से पहले मतदाताओं को खुश करने के लिए कोई कोर कसर बाकी नहीं रखना चाहती
संशोधन के मुताबिक इस भर्ती के लिए 15 जुलाई 2011 की पूर्व विज्ञप्ति के सापेक्ष आवेदन करने वाले उन अभ्यर्थियों को जो वर्ष 2013 में आरक्षी पद के लिए निर्धारित अधिकतम आयु सीमा से अधिक आयु के हो गए हैं, उन्हें एक बार के अवसर के रूप में अधिकतम आयु सीमा में छूट प्रदान करने का फैसला किया गया है। मंत्रिपरिषद के इस फैसले से लाखों अभ्यर्थियों को राहत मिली है।
साल 2011 में लगभग 40 हजार सिपाहियों के पदों पर भर्ती के लिए तकरीबन 15 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, पर भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं की जा सकी थी।
सिपाही भर्ती को लेकर कई बार प्रस्ताव भी बने पर उन पर अमल नहीं हो सका थ। अब इस प्रक्रिया को फिर से शुरू किया जा रहा है और 30 हजार पदों पर पहले चरण में भर्ती की जा रही है।
चूंकि, जिन्होंने 2011 में आवेदन किया था, उनमें से कई परीक्षा न होने की दशा में अधिकतम आयु सीमा से आगे हो गए थे, लिहाजा उन्हें अब इस पद पर नौकरी हासिल करने के लिए कोई मौका नहीं रह गया था।
लेकिन मंत्रिपरिषद के इस फैसले के बाद अब ऐसे सभी अभ्यर्थियों, जिनकी आयु सीमा से अधिक हो गई थी, वह भी इस परीक्षा के लिए अहर्ता हो गए हैं।
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अधिकारियों के मुताबिक 30 हजार पदों के लिए सभी अभ्यर्थियों को नए सिरे से आवेदन करना होगा। इनमें वह भी शामिल हैं, जिन्होंने पूर्व में आवेदन किया था।
पुराने अभ्यर्थियों को इसका जिक्र अपने आवदेन पत्र में करना होगा। इसके अलावा पुराने अभ्यर्थियों को फिर से परीक्षा शुल्क भी नहीं देना होगा।
Larger bench ka decison ane me ho deri se tet merit suppt bandohwo ko paresan hone jarrurat nahi .jab faisla suraksit rakha jata hi to normaly 20 din se1month lagna swabhawik hi. Tet merit suppts ke paas khone ke liye kuch bhi nahi yaha se .kuch dino se mein dekh raha ho masroom ki tarah gunank merit supp ki utpati hui hi wo madari ki tarah rejoinder pesh karte .isi rejoinder ke base per gadhank merit base lagne ki baat karte hi. Gunank bhaiyo me khusi ke lehar daud jati hi. Inki khusi ka mool karan inki agyanta hi aur aaj bhi gunank bhaiyo lagta hi ki sarkar jo cahe kar sakte hi.ye to wahi baat hui 'apne gaal par tamacha maar kar laal karna aur durso ko dikhana bhai dekho mere blood mei kitna hemoglobin badh gaya hi'
ReplyDeleteagar govt. se kuchh ho sakta to wo sabse pahle STAY..............
ReplyDeleteये अविवेकशील मूर्ख मुख्यमंत्री अच्छी तरह जानता है कि ये टेट के स्वरूप और उसकी विषय वस्तु मे बदलाव का अधिकार नहीं रखता है लेकिन फिर भी निम्नतम दर्जे के राजनीतिज्ञ अपने पिता श्री के छदम सेकुलरवाद के झंडे को बुलंद करने के लिए अनपढ़ों वाली हरकतें कर रहा है,,,,,,,,, सरकार बनने से लेकर अब तक कई बार मुँह की खाकर थूंक के चाटना इस सरकार की पहिचान बन गई है,,,,,इस मुद्दे पर भी यही होगा बस फर्क इतना होगा कि अबकी बार कोर्ट मजबूर करेगा|
Tuesday, May 07
इससे चुनाव की आहट का संकेत मिलने लगा है दोस्तों, रेवड़ियाँ अभी और भी बंटनी हैं ये तो महज एक शुरुआत है।
ReplyDeleteNews mil rahi hai k bhrti radd b ho sakti hai...
ReplyDelete(tet merit nahi to bharti bhi nahi)kya baat h.tumhare coment pad kar lagta h.ye bharti tet merit se hi hogi.thanks
ReplyDeleteSunne me aa rha hai ki crt dono adv. Radd krke new add nikalne ka order dene wali hai base of selection sarkar k upar
ReplyDeleteAge relaxation ka rule 72825 k chayan me kyu nahe. Ye to annyay hai.
ReplyDeleteCm sahab ke rajneetik rotiya jo ye yuvao k bhavishya ko jala ke sekne me mast hai.Ek ek roti jalege. Parinam swaroop cm sahab 2014 ke bad fir paidal ho jaege ku k fir roti sekne ka kam inke pita mulayam singh g karege.
ReplyDeleteHgj
Deletetet nahi to bharti nahi ku ap tet qualify students ko gumrah kar rahe he ap hi kahte he ki decine nahi aya aur kud kahte he tet merit banegi
ReplyDeleteChahkar bhi bharti nahi kar sakti sakti aise hi court me hi rah jayega mamla phir clear hoga fir latkega
ReplyDeleteAbhi teen mahine aur lagenge
ReplyDeleteBharti to bharta ho hi chuki hai
ReplyDeleteAbhi to s court ka khel baki hai
ReplyDeletePar court ka order kab tk aayega....
ReplyDeleteBreaking news...............bharti bharta ho gayi
ReplyDeleteto kha lo roka kisne h.rohit.
ReplyDelete