News :जीतन राम मांझी होंगे बिहार के नए सीएम
महादलित समुदाय से आने वाले मांझी के मुख्यमंत्री बनने से पार्टी को इस समुदाय का फिर से समर्थन मिलेगा।
मांझी
ने बचपन में बाल मजदूरी की, फिर कई दफ्तरों में क्लर्की करने के बाद
राजनीति में आए और मंत्री बने। वह गया से लोकसभा चुनाव भी लड़े थे, मगर
तीसरे स्थान पर रहे। नए मुख्यमंत्री के रूप में मांझी के नाम का ऐलान करने
के बाद नीतीश कुमार ने अपने इस्तीफे पर एक बार फिर सफाई देते हुए कहा ति
मैंने नैतिक मूल्यों के आधार पर इस्तीफा दिया है। मैंने अपने अंतर्मन की
आवाज सुनी। यह बात समझी जानी चाहिए।
कौन हैं जीतन राम?
जीतन राम अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री हैं और महादलित मुसाहर वर्ग से आते हैं। जीतन राम बिहार के गया जिले के हैं। लो प्रोफाइल रहते हैं और नीतीश के करीबी और भरोसेमंद हैं। जीतन राम ने लोकसभा चुनाव भी लड़ा था लेकिन हार गए थे।
इससे पहले आज नीतीश कुमार ने साफ कर दिया कि वो बिहार सीएम पद से अपना इस्तीफा वापस नहीं लेंगे। विधायकों से बैठक के बाद नीतीश ने अपने समर्थकों को अपने फैसले के बारे में बताया। नीतीश ने कहा कि मैंने भावनाओं में आकर ये फैसला नहीं लिया है। मैंने पार्टी में दूसरे नेताओं से इस बारे में बात की है।
नीतीश ने समर्थकों से कहा कि मैंने अपने फैसले के बारे में विधायकों से बात की, लेकिन वो राजी नहीं हुए। मैं लोकसभा चुनाव में हुई हार की जिम्मेजारी लेता हूं। इस्तीफा देना साधारण बात नहीं है।
लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दिया था। विधायक दल का दोबारा नेता चुने जाने के बावजूद वो फिर से मुख्यमंत्री बनने को तैयार नहीं हुए। इसके बाद विधायकों ने नीतीश कुमार को ही अपना उत्तराधिकारी चुनने का अधिकार दिया है।