अरविन्द केजरीवाल ने अपनी पुस्तक स्वराज में लिखा है (कुछ अंश , समय समय पर लिखेंगें ):-
जैसे लोहे की खदानें लेने वाली कम्पनियां सरकार को महज 27 रूपए प्रति टन रॉयल्टी देतीं हैँ
उसी लोहे को ये कम्पनीयां अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में 6000 रूपए प्रति टन के हिसाब से बेचती हैं जबकि खदान से लोहा निकाल कर उसकी सफाई इत्यादि करने मैं लगभग 300 रूपए प्रति टन खर्च होता है ,
क्या यह सीधे सीधे देश की सम्पत्ति की लूट नहीं है
यह लोहा चीन भेजा जा रहा है जबकि चीन के पास लोहे की अपनी खदाने हैं पर वह इन्हे अभी नहीं खोद रह ।
शायद दुनिया का लोहा खत्म होने के बाद वह अपनी खदाने इस्तेमाल करेगा
हर वर्ष सरकार वनो से तेंदु पत्ते निकालने के लिये ठेके देतीं है ।
एक ठेके दार को 1500 से 5000 तक बोरे निकालने का ठेका मिलता है
ठेका तो इतने क मिलता है पर वन विभाग के अधिकरियों को रिश्वत दे कर असल में वह कितना निकालता है , ये किसी को पता नहीं चलता ।
एक छोटे से छोटा ठेकेदार भी साल में 15 लाख से ज्यादा कमा लेता है पर वो आदिवासियों को जंगल से तेंदु पत्ता निकालने का 30 पैसा प्रति बण्डल
से भी कम देता था , जो बाद में नक्सलियों के दबाब मैं एक रुपया प्रति बण्डल किया गया
प्यारे साथियोँ नमस्कार!
ReplyDeleteजीत सत्य,धैर्य,विश्वास और निरंतर प्रयास की होती है और सत्य के साथ हमेशा भगवान होते हैँ।अब बात करते हैँ टीईटी मेरिट की तो मैँ पहले भी स्पष्ट कर चुका हूँ और आज फिर स्पष्ट करने की कोशिश करुँगा कि मेरिट 100% नीची (लो) रहेगी और आपसे निवेदन है कि ठण्डे दिमाग से स्वयं भी मंथन करेँ कि वास्तविकता क्या है?25 नवम्बर 2011 के बाद हिन्दुस्तान पेपर ने 90+ कुल अभ्यर्थी 62800 बताये जो बिना किसी तथ्योँ के नहीँ बताया जा सकता और यही आँकड़ा हमारे टीईटी मोर्चा के 2 साथियोँ ने लगातार दो दिन मेहनत करके बताया।टीईटी मेरिट का विश्लेषण निम्न प्रकार कर सकते हैँ :
टीईटी '11 मेँ शामिल कुल अभ्यर्थी-600000
कुल उत्तीर्ण अभ्यर्थी-270000
83 से 89 प्राप्तांक वाले अभ्यर्थी-170000लगभग (क्योँकि हमेशा कम अंकोँ से पास करने वाले छात्र अधिक होते हैँ।जिनमेँ सभी आरक्षित श्रेणी के हैं।)
शेष 90+ अभ्यर्थी-100000लगभग (जिनमेँ सभी श्रेणी के हैँ और योग्य कोई भी हो सकता है और कोई भी हाई नंबर ला सकता है।)
अब इनमेँ से इस 72825 प्रक्रिया मेँ से बाहर होने वाले अभ्यथी निम्न प्रकार हैँ-
B.Ed'12 के अभ्यर्थी-38000 (वैसे पेपर मेँ तो 44000 बताया है।) जिनमेँ 90+ अधिकतम 20000 भी मानेँ तो भी 90+ मेँ ये निश्चित ही कम होँगे।
+10800 बीटीसी(इनमेँ भी 90+ न्यूनतम 5000)+9500 वि.बीटीसी(इनमेँभी 90+ न्यूनतम 5000 मानेँ तो) + कुछ B.Ed अभ्यर्थी जो थ्योरी मेँ फेल परन्तु प्रैक्टिकल मेँ पास + B.P.Ed+D.P.Ed+C.P.Ed+कुछ अन्य जॉब पर जाने वाले आदि।
अब 90+ अधिकतम 65000 ही अभ्यर्थी रेस मेँ हैँ और भर्ती 72825 की होनी है तो सीधी सी बात है मेरिट SC और महिला वर्ग की निश्चित ही 90 के नीचे जायेगी।90+ मेँ कला वर्ग के अभ्यर्थी 40000 और विज्ञान वर्ग 25000 हैँ जिनमेँ कला वर्ग मेँ पुरुष 24000 और महिला 16000 और इसी तरह विज्ञान वर्ग मेँ पुरुष 15000 और महिला 10000 क्योँकि महिला 40% ही उत्तीर्ण हैँ।100+ अधिकतम 30000 ही हैँ तो आप सभी अनुमान लगा लो कि Genral की 50% सीट भी 100 के ऊपर पूरी नहीँ होँगी इसलिये मेरिट निम्न प्रकार रहेगी:
कला वर्ग
सामान्य पुरुष 98
सामान्य महिला 94
ओबीसी पुरुष 94
ओबीसी महिला 91
एससी पुरुष 91
एससी महिला 89
विज्ञान वर्ग
सामान्य पुरुष 96
सामान्य महिला 92
ओबीसी पुरुष 93
ओबीसी महिला 90
एससी पुरुष 90
एससी महिला 87