UPTET, NTT : टीईटी शिक्षकों की नियुक्ति में हाशिये पर एनटीटी
इलाहाबाद : दो साल की नर्सरी टीचर ट्रेनिंग (एनटीटी) पूरी की। वह टीईटी 2011 की परीक्षा में बैठी तो 543वीं रैंक हासिल की। दोनों में शानदार प्रदर्शन करने के बाद भी उसे नौकरी मिलना तो दूर टीईटी की काउंसिलिंग तक में बुलाया नहीं गया। इस पर न्यायालय में गुहार लगाई तो नियुक्ति का आदेश हुआ फिर भी एनटीटी को भर्ती में शामिल होने के काबिल ही नहीं माना जा रहा है। अब एनटीटी अभ्यर्थी और उनके अभिभावक न्याय मांग रहे हैं।
एनटीटी यानी नर्सरी टीचर्स ट्रेनिंग कोर्स को एनसीटीई (राष्ट्रीय शिक्षा परिषद) से मान्यता मिली है और प्रदेश का इकलौता दाऊ दयाल महिला पीजी कालेज फिरोजाबाद उत्तर प्रदेश सरकार से संबद्ध है। वहां पर बीटीसी की तरह अभ्यर्थियों को काउंसिलिंग के बाद प्रवेश मिलता है। इलाहाबाद शहर के राजरूपपुर निवासी आरबी गौतम की बेटी रुचि गौतम ने दाऊ दयाल कालेज से ही एनटीटी का कोर्स प्रथम श्रेणी में पास किया। वर्ष 2011 में हुई टीईटी प्रवेश परीक्षा रुचि ने 543वीं रैंक हासिल करके अच्छे अंकों के साथ पास की। इसके बाद भी अभ्यर्थी को काउंसिलिंग में शामिल होने का मौका नहीं दिया जा रहा है, क्योंकि उस समय बेसिक शिक्षा अधिकारी इलाहाबाद की विज्ञप्ति में इस वर्ग का जिक्र ही नहीं था।
अभ्यर्थी ने जुलाई 2013 में भी प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा से इस संबंध में अनुरोध किया। अनसुनी होने पर उसने न्यायालय की शरण ली। इसमें 16 अप्रैल 2014 को कोर्ट ने आदेश दिया कि नियमों का अनुपालन करते हुए डेढ़ महीने में इसे नियुक्ति दी जाए, लेकिन अभी तक इसका संज्ञान तक नहीं लिया गया है। हाल में ही टीईटी उत्तीर्ण प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती में भी एनटीटी की अनदेखी हुई है। सोमवार को जिला परियोजना कार्यालय सर्व शिक्षा अभियान मम्फोर्डगंज में रुचि के पिता ने शिकायत प्रकोष्ठ में अपना पक्ष रखा, लेकिन उसका संज्ञान नहीं लिया गया। जबकि शासनादेश है कि उच्च प्राथमिक स्कूलों में विज्ञान एवं गणित शिक्षक के लिए बेसिक अध्यापक प्रमाणपत्र, अध्यापन प्रमाणपत्र या सरकार द्वारा उसके समकक्ष मान्यता प्राप्त कोई अन्य प्रशिक्षण कार्यक्रम प्राप्त होना चाहिए
News Source Sabhaar : Jagran News Paper (Publish Date:Monday,Jul 07,2014 07:32:30 PM | Updated Date:Monday,Jul 07,2014 07:32:23 PM)