नई दिल्ली। सिविल सेवा परीक्षा के पैटर्न पर संशय बरकरार होने के बीच गुरुवार को संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने इसकी प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र जारी कर दिए। यह परीक्षा 24 अगस्त को होनी है। यूपीएससी ने अपनी वेबसाइट पर अभ्यर्थियों को एक लिंक दिया है, जहां से उम्मीदवार अपने प्रवेश पत्र डाउनलोड कर सकेंगे। हालांकि, परीक्षा के पैटर्न पर सरकार द्वारा नियुक्त की गई तीन सदस्यीय समिति विचार कर रही है। कार्मिक मंत्रालय जितेंद्र सिंह ने सोमवार को कहा था कि सरकार दो-तीन दिन में इस पर फैसला ले लेगी।
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Civil Services (Preliminary) Examination, 2014
Exam Name |
Year |
Issue Date |
End Date |
To Download e-Admit Card |
CIVIL SERVICES (PRELIMINARY) EXAMINATION, 2014 | 2014 | 24-07-2014 | 24-08-2014 | Click Here |
क्या सच में आप लोग आज अमर उजाला की खबर से शोक में डूब गये हैं?
ReplyDeleteएक तो मैं उस दो कौड़ी के अखबार को कुछ समझता नहीं, अगर थोड़ी देर के लिए उसको सही जानकारी देने वाला मान लूँ तो उसने अब तक की इस खबर पर मुहर लगा दिया कि एक ऐसा साफ्टवेयर है जिससे एक जिले में रोल नंबर डाल कर हर जिले का संशोधन किया जा सकता है।
अब तो सारी समस्याओं का समाधान हो गया अब तो 5 अगस्त या 10 अगस्त से काउंसलिंग शुरू होने की संभावना और अधिक प्रबल हो गई है।
ReplyDeleteजहाँ तक रजिस्टर पर चढ़ाने की बात है मेरी जानकारी में हर एक डायट पर पहले दिन से रजिस्टर मेन्टेन हो रहा था वो कोई बहुत बड़ी समस्या नहीं है।
आज के अमर उजाला अखबार ने तो सारी समस्याओं का समाधान बता दिया।
ReplyDelete● 1327 ई. : मुहम्मद बिन तुगलक द्वारा अपनी राजधानी देवगिरि (दौलताबाद) स्थानांतरित, कुछ समय बाद राजधानी दिल्ली वापस.
ReplyDelete● 1336 ई. : विजयनगर साम्राज्य की हरिहर और बुक्का द्वारा स्थापना.
● 1347 ई. : अलाउद्दीन बहमनी शाह द्वारा बहमनी सल्तनत की स्थापना.
● 1351 ई. : मुहम्मद तुगलक का सिंध में निधन.
● 1398 ई. : दिल्ली पर तैमूर का आक्रमण, फिरोजाबाद, हरिद्वार, मेरठ और जम्मू में भीषण तबाही व रक्तपात.
● 1414 ई. : खिज्र खाँ द्वारा सैयद वंश की स्थापना.
● 1451 ई. : पहले अफगान सुल्तान के रूप में बहलोल लोदी गद्दीनशीन.
● 1459-1511 ई. : गुजरात के महान राजा सुल्तान महमूद बेगम ने अपने शासनकाल में मिस्त्र की सेनाओं के साथ मिलकर पुर्तगाली सेनाओं को हराया पर बाद में दीव में उन्हें एक कारखाना लगाने की अनुमति दे दी.
● 1489-1510 ई. : जार्जिया के गुलाम युसुफ आदिल शाह ने बीजापुर साम्राज्य की स्थापना की, उन्हें अपने समय के अच्छे शासकों में गिना जाता है.
● 1440-1518 ई. : महान सूफी कवि दार्शनिक कबीर का समय. कबीर ने अल्लाह और भगवान को एक ही बताते हुए इन धर्मों की कुरीतियों पर कड़ा प्रहार किया.
● 1469-1539 ई. : गुरु नानक ने अपनी शिक्षाओं से लोगों को काफी प्रभावित किया और आगे चलकर सिख धर्म की स्थापना की.
● 1484 ई. : सूरदास का जन्म हुआ, सूरदास ने कृष्ण भक्ति को एक नया आयाम दिया.
● 1498 ई. : वास्को डि गामा का भारत आगमन, उसके आगमन से ही भारत में पश्चिम का प्रादुर्भाव हुआ.
● 1510 ई. : पुर्तगालियों द्वारा गोवा पर कब्जा, अल्बुकर्क गवर्नर नियुक्त किया.
● 1526 ई. : इब्राहिम लोदी और बाबर के बीच पानीपत की पहली लड़ाई, बाबर द्वारा मुगल साम्राज्य की स्थापना, आगरा राजधानी के रूप में स्थापित.
● 1527 ई. : खानवा की लड़ाई में मेवाड़ के राजा राणा सांगा बाबर से पराजित.
● 1529 ई. : बाबर द्वारा घाघरा की लड़ाई में महमूद लोदी पराजित.
● 1530 ई. : बाबर का निधन, हुमायूँ द्वारा कालिंजर का शासक प्रताप रुद्रेदव पराजित.
● 1539 ई. : चौसा की लड़ाई में हुमायूँ शेरशाह से पराजित.
● 1540 ई. : बिलग्राम (कन्नौज) की लड़ाई में हुमायूँ शेरशाह सूरी से पराजित, शेरशाह का शासन प्रारंभ.
● 1545 ई. : कालिंजर की लड़ाई में विस्फोट से घायल होने के बाद शेरशाह की मृत्यु
Mujhe bahut maza aa raha h ,, ghar bait k bharti ka intjaar karne me,,
ReplyDeleteaur pepar wale mahol bana rahe h, bharti lete karne k liye ,,a kah kar ki atyadhik pratyvedan k karn bharti me adanga ,,
!
ReplyDelete!
I
!
!
Love
!
!
You
!
!
Till
!
!
My
!
!
HEART
!
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Beats
!
!
!
Kaise Keh Du Ki Tujhse Milne Ki Ab Chahat Nahi...
Bekarar Dil Ko To Ab Raato - Raat Rahat Nahi...
Bhula To Doon Tujhe Ek Do Pal Ke Liye Mai Bhi...
Magar Sada Ke Liye Bhul Jaau Ye Mere Bas Ki Baat Nahi...!!
अगर आपकी राह में छोटे-छोटे पत्थर आयें तो समझ लेना
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रोड का काम चल रहा है ..
● 2500-1750 ई.पू. : सिंधु सभ्यता की विस्तार अवधि.
ReplyDelete● 1500-600 ई.पू. : वैदिक सभ्यता की विस्तार अवधि.
● 599 ई. पू. : महावीर स्वामी का जन्म.
● 563 ई. पू. : महात्मा बुद्ध का जन्म.
● 326 ई. पू. : सिंकदर का भारत पर आक्रमण.
● 269 ई. पू. : अशोक की ताजपोशी.
● 57 ई. पू. : विक्रमी संवत् की शुरूआत.
● 78 ई. पू. : शक संवत् की शुरूआत.
● 320 ई. : गुप्त साम्राज्य की शुरूआत.
● 622 ई. : हिजरी संवत् की शुरूआत.
● 629-645 ई. : ह्नेनसांग की भारत यात्रा.
● 712 ई. : मुहम्मद बिन कासिम का भारत पर आक्रमण.
● 1001 ई. : महमूद गजनी (गजनवी) का पहला आक्रमण.
● 1027 ई. : महमूद गजनी का अंतिम आक्रमण .
● 1178 ई. : पृथ्वीराज चौहान का दिल्ली पर शासन प्रारंभ.
● 1191 ई. : तराईन की पहली लड़ाई में पृथ्वीराज द्वारा मोहम्मद गोरी पराजित.
● 1192 ई. : तराईन की दूसरी लड़ाई में पृथ्वीराज चौहान मोहम्मद गोरी से पराजित.
● 1206 ई. : कुतुबुद्दीन ऐबक दिल्ली का पहला मुस्लिम सम्राट बना.
● 1210 ई. : कुतुबद्दीन ऐबक का पुत्र आरामशाह अपने बहनोई इल्तुतमिश द्वारा सत्ताच्युत.
● 1236 ई. : इल्तुतमिश का निधन.
● 1236-1240 ई. : रजिया बेगम का शासनकाल.
● 1246-1240 ई. : नसीरुद्दीन महमूद का शासन.
● 1266-1287 ई. : ग्यासुद्दीन बलबन का शासन.
● 1290 ई. : खिलजियों द्वारा बलबन के पोते कैकूबाद की हत्या, जलालुद्दीन खिलजी द्वारा खिलजी शासन की स्थापना.
● 1296 ई. : अलाउद्दीन खिलजी का दिल्ली के सिंहासन पर कब्जा.
● 1316 ई. : अलाउद्दीन खिलजी की मृत्यु.
● 1320 ई. : गाजी मलिक तुगलक द्वारा तुगलक वंश की स्थापना.
● 1325 ई. : मुहम्मद बिन तुगलक गद्दीनशीन.
संगठन हमेशा प्रयत्नशील है कि निम्नतम
ReplyDeleteमेरिट वाले टीईटी समर्थकों तक का चयन
हो सके इसलिए जब फर्जी टेट
अंकपत्रों का मामला संज्ञान में
आया तो संगठन के द्वारा समस्त
अधिकारियों को सूचित किया गया और
प्रभावी कदम उठाने का आग्रह
किया गया जिसके परिणामस्वरुप अब
फर्जी अंकपत्रों के सहारे नौकरी के चक्कर
मे पडे लोगों को जेल की हवा भी खानी पड
सकती है...कल की मीटिंग के बाद एक
सकरात्मक माहौल भर्ती के प्रति बना है
लेकिन समाचार पत्रों में जो न्यूज आज
आयी है वह बहुत सकरात्मक
नही कही जा सकती है...संशोधित शेड्यूल
भी अभी जारी नही हो सका है...मुलाकात के
बाद जो न्यूज मिली और समाचार पत्रों के
न्यूज मे
विरोधाभाषी खबरों का सिलसिला जारी है...
हवस ने पक्के मकान, बना लिये हैं जिस्मों में.. ।
ReplyDeleteऔर सच्ची मुहब्बत किराये की झोपड़ी में,
बीमार पड़ी है आज भी.. ।।
लड़की लड़के से आखरी बार मिलने आई है
ReplyDelete" वो लड़के से कहती है-तुम मुझे भूल जाओ
" मैं अब किसी औरकी होने जा रही हूँ
" कल मेरी शादी है..
लड़का चुपचाप है..
" लड़की फिर कहती है-कुछ
बोलोगे नहीं ?
लड़का मुस्कुराता कहता है- कोई
तुमसे मेरा नाम जो ले,कह देना पागल
लड़का था....
इस झूठी दुनिया में मुझसे,जो सच्ची मोहब्बत
करता था
मेरे रूठने पेवो रो देता,मेरी डांट पे भी खुश
हो लेता
जबसारे साथ छुड़ा लेते,चुपके से साथ
वो हो लेता
हिम्मतवाला था यूँतो पर,मुझको खोने
से डरता था !!
मुझसे मिलने की खातिर वो,बारिश
में भीगकर आता था
जिस रोज मैं खाना नखाऊं,उस दिन
उपवास मनाता था
कोई और नहीं था उसका बस,मुझसेही जीता-
मरता था !
गलती मेरी भी होनेपर,माफ़ी की गुजारिश
करता था
हर हाल में मैं हंसती जाऊं,इस कोशिश में
रहता था
मैं
कैसे उसकी हो जाऊं,हर पल ये
सोचा करता था
मेरे लाखमना करने पर भी,मेरा नाम
लेता था !
मेरी एकहंसी की खातिर
गाने भी गा देता था
मेरा हाथ पकड़ दुनिया से
वो,लड़नेकी बातें करता था
मुझसे मिलने से पहले
वो,दुनिया मेंबहुत अकेला था
जब पहली बार उसे देखा,चेहरे पे
दर्द का मेला था,, वो,हरदम
ही हँसता रहता था !
जबनींद मुझे आ जाती थी,वो डांट
के मुझे सुलाता था
अपनी बातों से,अक्सर वो मुझे
रुलाता था
उसका जीवन
बिखरा था पर,मेरा ख़याल
वो रखता था
कुछ मजबूरी के चलते जब,मैंने उससे
हाथ छुड़ाया था
उसनेन कोई शिकायत की,बस धीरे
से मुस्काया था,,मेरी यादों में
रोया करता था
वो पागल लड़का तन्हा ही,मेरी यादों से
लड़ता है
मेरेबिन जिंदा रहने की,ना काम
वो कोशिश करता है,, वो आजभी मुझपे
मरता है,वो कल
भी मुझपेमरता था
कोई तुमसे मेरा नाम
जो ले,कहदेना पागल लड़का था
अभी भी सबसे बडी समस्या 72825 के
ReplyDeleteसंबंध में क्या है?मेरे विचार से यह है कि बहुत
से लोगों को विश्वास नही होता कि यह
भर्ती अगस्त तक पूरी होगी..कुछ लोग कहते
है सितम्बर लग जायेगा....नकरात्मक
बातों को जीवन में स्थान न दे शांत भाव से
सोचे...जीवन में कुछ चीजें अपने समय से
ही मिलेगी...72825 लोगों का भाग्य एक
जैसा था और लाखों लोगों की दुआयें आपके
साथ हैं...अब किसी की ताकत नही जो इसे
रोक सके यह अपने बुरे दौर से गुजर
चुकी है...टेट मेरिट का आना एक सुखद
संयोग था यह हमारे जीवन मे हमारेए लिये
ही आया ..अब अपने डाक्यूमेंटस और काउंसिलिंग
की तैयारी पर ध्यान दें चिंता दुःख
ही देगी..जय टेट
● 1707 ई. : औरंगजेब की अहमदनगर में मृत्यु.
ReplyDelete● 1708 ई. : सिखों के धर्मगुरु गुरु गोविंद सिंह की हत्या.
● 1713-19 ई. : फर्रूखसियर का शासन.
● 1739 ई. : फारस के शासक नादिरशाह का भारत पर आक्रमण.
● 1748 ई. : प्रथम अंग्रेज-फ्रांसीसी युद्ध.
● 1757 ई. : प्लासी का युद्ध, अंग्रेजों द्वारा बंगाल का नवाब सिराजुउद्दौला पराजित.
● 1760 ई. : वांडीवाश का युद्ध, अंग्रेजों के हाथों फ्रांसीसियों की हार.
● 1761 ई. : पानीपत का तीसरी लड़ाई में अहमदशाह अब्दाली द्वारा मराठे पराजित.
● 1764 ई. : बक्सर की लड़ाई में अंग्रेजों द्वारा शाह आलम द्वितीय, शुजाउद्दौला और मीर कासिम पराजित.
● 1765 ई. : अंग्रेजों को बंगाल, बिहार और उड़ीसा की दीवानी हासिल, क्लाइव बंगाल का गवर्नर नियुक्त.
● 1766 ई. : अंग्रेजों का कर्नाटक में उत्तरी सरकार पर अधिकार.
● 1767-79 ई. : प्रथम मैसूर युद्ध, अंग्रेज मैसूर के हैदर अली के साथ अपमानजनक शर्तों पर संधि करने पर मजबूर.
● 1772 ई. : वॉरेन हेस्टिंग्स बंगाल का गवर्नर नियुक्त.
● 1773 ई. : ब्रिटिश संसद द्वारा रेग्यूलेटिंग एक्ट पास.
● 1775-82 ई. : प्रथम अंग्रेज-मराठा युद्ध, सालबाई की संधि.
● 1780-84 ई. : दूसरा मैसूर युद्ध, हैदर अली की मृत्यु.
● 1784 ई. : पिट्स का इंडिया एक्ट.
● 1790-92 ई. : अंग्रेजों और टीपू के बीच तीसरा मैसूर युद्ध, श्रीरंगपट्टम की संधि.
● 1793 ई. : बंगाल का स्थायी बंदोबस्त.
● 1798 ई. : वेलेजली भारत का गवर्नर जनरल नियुक्त.
● 1799 ई. : चौथा मैसूर युद्ध, अंग्रेजों द्वारा टीपू की हार, टीपू की मृत्यु, मैसूर का विभाजन.
जो लोग कहते हैं कि आरक्षण गरीबी के
ReplyDeleteआधार पर होना चाहिए जाति के आधार पर नहीं ।
वो ही लोग जब किसी गरीब
आदमी से मिलते हैं और उससे जाति पूछते हैं । जब
उनको पता चलता है कि सामने जो गरीब
आदमी बैठा है तथाकथित उच्च वर्ग से है तो उसके मन
में उस गरीब के प्रति दया, सहानुभूति के भाव उमड़ पड़ते
हैं लेकिन जब उसको पता चलता है कि सामने बैठा हुआ
गरीब तथाकथित निचले वर्ग से आता है तो उसके मन में
उसके प्रति घृणा का संचार हो जाता है । बस यही अंतर
है जाति और गरीबी में ।
Aapki ye bat hmesa shi nhi khi ja sakti h
Delete☆ क्या आप जानते है कि फेसबुक में नीले रंग को प्रथम
ReplyDeleteवरीयता क्यू दी गयी है लाल- हरा क्यू नही रखा गया?
☆ क्यूकि फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग एक वर्णांध व्यक्ति है।
☆ जुकरबर्ग हरे और लाल रंग में अंतर नही कर सकते ।
☆ मार्क जुकरबर्ग या कोई वर्णांध व्यक्ति नीला रंग
आसानी से पढ़ सकता है, इसलिए फेसबुक का रंग नीला रखा गया है।
☆यही फेसबुक के नीले होने का मुख्य कारण है।
☆ वर्णांधता:- एक ऐसी वीमारी है, जिसमें वर्णांध
व्यक्ति लाल और हरे रंग में विभेद करने में असमर्थ होता है।
☆ एक वर्णांध व्यक्ति कभी रेल का ड्राईवर नही बन
सकता।
☆रेल ड्राइविंग में लाल हरे रंग का बहुत महत्व होता है।
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Woh Waqt, Woh Lamhe Ajeeb Hongey,
Duniya Mein Hum Khush-Naseeb Hongey,
Door Se Jab Itna Karte Hain Yaad Aapko,
Kya Hoga Jab Aap Hamare Kareeb Hongey...!!
टेट 2011 विवाद के प्रारम्भ से ही अधिकाँश साथियों की समस्या यह रही है कि उन्हें अपने आप और अपने साथियों पर भरोसा कम और 180 ml शराब पर बिकने वाले पत्रकारों की खबरों पर तथा एकेडमिक एवं भर्ती समर्थक रुपी छद्म टेट मेरिट समर्थकों द्वारा उड़ाई अफवाहों पर ज्यादा भरोसा रहा है
ReplyDeleteयह सच है कि हमारी अपेक्षाओं के अनुरूप गति से भर्ती प्रक्रिया नही चल रही है लेकिन यह भी तो सच है कि टेट मेरिट से ही prt की प्रक्रिया चल रही है
ReplyDeleteचीजें उतनी आसान नहीं थीं जितना आज आपको लग रही हैं ,,,,, समान अभ्यर्थियों ने समान पदों के लिए दो विपरीत प्रकृति की चयन प्रक्रियाओं को मान्यता दी थी जिसने एक ऐसी जटिलता पैदा कर दी थी कि टेट मेरिट के पक्ष में फैसला देने के लिए भूषण साहब को बी टी सी ,वि बी टी सी,उर्दू और जूनियर के विज्ञापनों को शून्य करना पड़ा ....
ReplyDeleteआप भले ही डाईट प्राचार्य द्वारा काउंसिलिंग कराकर ट्रेनी टीचर के पद पर नियुक्ति लेने को तैयार हो लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने आपको सहायक अध्यापक पद पर नियुक्त किये जाने का आदेश दिया है
ReplyDeleteजिसे देखो डाईट का दौरा कर आता है लेकिन कभी अपने जिले के बी एस ए से भी मिल आया करो जिसके निर्देशन में आपकी काउंसिलिंग और नियुक्ति होनी है जिससे वो आपको बता सके कि आपकी नियुक्ति के लिए अभी क्या किया जाना शेष है,
ReplyDeleteबहुत कम शब्दों में समझ लीजिये कि जब तक जूनियर का विज्ञापन रद्द नही होगा तब तक ऐसे ही चलता रहेगा ,,, उसके बाद प्राथमिक भर्ती दौड़ना शुरू करेगी,,
ReplyDeleteप्रमुख सचिव हीरालाल गुप्ता के बस की बात नही है कि बिना बेसिक शिक्षा नियमावली में संशोधन के टेट मेरिट से काउंसिलिंग एवं नियुक्ति के लिए बीएसए को जी ओ जारी कर सकें ,,,
ReplyDeleteआपको तो यह भी नही पता होगा कि 30-11-11 का विज्ञापन जारी होने से पूर्व से आज तक 72825 के सम्बन्ध में एक भी जीओ बीएसए को नही जारी हुआ है ,
ReplyDeleteथोडा सा धैर्य रखिये क्योंकि माया मैडम तथा अखिलेश सरकार एवं हमारे और सरकारी वकीलों ने 72825 में इतने पेंच फँसाये थे कि अब उन्हें खोलने में सरकार को नानी याद आ रही है ....
ReplyDeleteमुझे पता है कि अधिकाँश लोग बिना कुछ समझने का प्रयास किये ही हाय हाय करने की आदत से बाज नही आयेंगे और मैं सच बोलना छोडूंगा नही ...... जिसे मेरी बात माननी हो वो ये यकीन करके मस्त रहे कि अब उसे 7300₹ मानदेय के स्थान पर 7300₹ अनट्रेंड स्केल के साथ 100% महंगाई भत्ता भी मिलेगा तथा जिसे अस्तित्वहीन ट्रेनी टीचर के लिए दिए प्रयावेदनों के बोरों को देखकर रोना हो उसे रोने से भगवान भी नही रोक सकता ....
ReplyDeleteLike
अभी-अभी मेरे जनपद के एक सहयोगी टेटवीर ने फर्जीवाड़े से संबंधित कुछ सूचनाएं उपलब्ध कराई हैं,,,इनकी छान-बीन की जा रही है और यदि इसमें सत्यता पाई जाती है तो जिला टेट मोर्चा इन पर F. I.R. दर्ज करके पुलिस की मदद से इनकी गिरफ्तारी करवाएगा। आप सभी टेट बंधुओं से निवेदन है की यदि आपके संज्ञान में किसी प्रकार का फर्जीवाड़ा है तो तुरंत मोर्चे को सूचित करें या इस पोस्ट के कमेन्ट बॉक्स में पूरी डिटेल दें। यदि आप दोस्ती/रिश्तेदारी अथवा अन्य निजी कारणों
ReplyDeleteसे चुप बैठ जायेंगे तो अयोग्य एवं फर्जी लोगों के द्वारा इस भर्ती में काफी पद बेकार चले जायेंगे ( हालांकि इसकी संभावना ना के बराबर है फिर भी सतर्कता बनाये रखें)।
इस समय तमाम गिरोह/दलाल सक्रिय हैं जिन्हें राजनैतिक संरक्षण भी शायद हासिल हो लेकिन हम मीडिया और न्यायालय के समक्ष प्रमाण प्रस्तुत कर इनपर नकेल कस देंगे। अतः आप सभी से निवेदन है की चुप ना बैठें अथवा समझौता ना करें।
जिस प्रकार साप के काटने का इलाज साप के जहर से होता है
ReplyDeleteठीक उसी प्रकार शिक्षामित्र का इलाज शिक्षामित्र से ही होगा
1. सूचना के अधिकार के तहत शिक्षामित्रो के चयन के लिऐ निकाले गये राजाज्ञा शासनादेश प्राप्त किया जाये
2. चयन हेतु निकाला गया विज्ञापन
3. चयन प्रक्रिया एवम चयन समिती का ब्योरा
4. चयन हेतु आये आवेदनो की सँख्या व मेरिट का ब्योरा
आगे बहुत से ब्रह्मास्त्र है यदि आप प्रयोग करे तो
इनको रखे न्यायपालिका मे तब देखो जजो के आगे वकीलो की स्थिती
तब करे फैसला समानता के अधिकार का उल्लँघन कहा हुआ कब हुआ ?
Atul Pathak's photo.
Atul Pathak's photo.
लखनऊ हाई कोर्ट की डिवीजन बेंच में आज शिक्षा मित्रों की नियुक्ति पर स्टे एप्लीकेशन पर सुनवाई में न्यायमूर्ति डी पी सिंह ने नियुक्ति को सिंगिल बेंच की रिट पेटीशन के निर्णय के अधीन कहा ,,आज की सुनवाई की सबसे महत्वपूर्ण बात यह थी कि जज साहब ने अपीलकर्ता अरशद के वकील से स्वयं ही कहा कि इस मामले पर लार्जर बेंच तो पहले से ही किसी को भी टेट से मुक्ति देने के विरुद्ध है कहो तो इस मामले पर लार्जर बेंच गठित करने की संस्तुति कर दूँ जिसपर अपीलकर्ता के वकील समेत अन्य सभी वकील चुप्पी साध गए ,,, यदि आज की सुनवाई के संकेतों समझा जाए तो इलाहाबाद हाई कोर्ट में sm मामले पर लार्जर बेंच गठित होने की संभावना से इनकार नही किया जा सकता ....
ReplyDeleteअगर उत्तर प्रदेश का नाम उल्टा प्रदेश कर दिया जाये तो कैसा रहेगा।
ReplyDeleteएक लडकी घर से भाग गई
ReplyDelete2 दिन बाद लौट आइ......
बाप(गुस्से में) : अब क्या लेने आई हो ?
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बेटी : चार्जर
कब समां देखेंगे हम ज़ख़्मों के भर जाने का
ReplyDeleteनाम लेता ही नहीं वक़्त ग़ुज़र जाने का
सोचते ही रहे पूछेंगे तेरी आँखों से
किससे सीखा है हुनर दिल में उतर जाने का !
उत्तर प्रदेश सरकार 2011 से लेकर आजतक टीईटी 2011 पास कैण्डीडेट के साथ खिलवाड करती आ रही है
ReplyDelete1:-हाईकोर्ट की सिंगल बेंच से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक की, कोर्ट में सुनवाई के दिन कितनी बार, समय माँग चुकी है,--------
कभी जबाब दाखिल करने, कभी सिर दर्द के बहाने, कभी यूँ ही,--------------
यानी केवल और केवल समय चाहिए, उत्तर प्रदेश सरकार को-------------
2:-हाईकोर्ट की ब़हद फीठ के आदेश के बाद सरकार भर्ती से बचने के लिए तुरन्त सुप्रीम कोर्ट चली गई-------
ReplyDelete3:-सुप्रीम कोर्ट के 25 मार्च 2014 के अन्तरिम आदेश (12 सप्ताह में भर्ती प्रक्रिया पूरी करने के आदेश) के बाद, एक बार फिर समय बढवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के चक्कर लगाना शुरू कर दिया-------
ReplyDelete4:-सुप्रीम कोर्ट में एक बार फिर समय बढवाने में कामयाब होने बाद,--------
ReplyDeleteउत्तर प्रदेश सरकार एससीईआरटी और एनआईसी के साथ मिलकर, खेल खेला----------
(जो कि यूपी पीसीएस ऑफीसर यानी यूपी के समस्त श्रीमान डायट प्राचार्य की देखरेख में पूरा किया गया)--------
5:-टीईटी 2011 पास और नवम्बर 2011 में आवेदकों के समस्त आवेदनों को गलत फीड किया गया और फीड कराया गया---------------
ReplyDeleteऔर ऐसी साइट का निर्माण कराया गया जो दो तीन केवल किसी तरह रेंग रही थी--------------
और अपना डाटा मिलान करके प्रत्यावेदन भेजना था----------
जबकि उत्तर प्रदेश सरकार एससीईआरटी और एनआईसी को यह पूर्व से ही यह मालुम था कि 2011 में कुल 68 लाख फार्म आए थे ---------------
6:-18-20 घंटे लगातार नेट का उपयोग कर किसी तरह प्रत्यावेदन प्रिन्ट करने के बाद (10 जुलाई 2014 तक),
ReplyDeleteप्रत्यावेदन जो प्रिन्ट हो रहा था उसमें टीईटी रोल नं0 लिखने का कहीं कोई आप्सन नहीं था,--------------
और इसी प्रत्यावेदन को कैण्डीडेट ने भेज दिया क्योकि अन्तिम तारीख 15 जुलाई 2014 थी-----------
7:-10 जुलाई 2014 को शाम से जो प्रत्यावेदन प्रिन्ट हो रहा था उसमें टीईटी रोल नं0 लिखने का आप्सन आ गया----------------
ReplyDelete14 जुलाई 2014 शाम को प्रत्यावेदन प्राप्ति की अन्तिम तारीख 21 जुलाई 2014 (उत्तर प्रदेश सरकार एससीईआरटी और एनआईसी द्वारा) कर दी गई-----------
हद तो तब हो गई जब 19 जुलाई से वेव पेज पर यह भी लिखकर आने लगा कि टीईटी का रोल नं0 लिखना अनिवार्य है-------------------
अब पूर्व में रात-रात जागकर 10जुलाई 2014 को सुबह 9:30 तक किसी तरह प्रत्यावेदन प्रिन्ट कर भेजने वालों की हर्टबीट बढी हुई है कि उनका क्या होगा उन्होने तो टीईटी रोल नं0 नही लिखा है--------------------------
8:-अब उससे भी मजेदार बात है क्योंकि उत्तर प्रदेश सरकार, एससीईआरटी और एनआईसी वाले पूर्व से ही 2011 में कुल 68 लाख आवेदन आने की बात कह रहे थे------------------
ReplyDeleteजबकि मीडिया के द्वारा यह पता लग रहा है कि 68 लाख आवेदन के सापेक्ष 80 लाख प्रत्यावेदन आ गए है--------------------------------
उत्तर प्रदेश सरकार एससीईआरटी और एनआईसी (साथ में यूपी पीसीएस ऑफीसर यानी यूपी के समस्त श्रीमान डायट प्राचार्य) का यह कार्य व्यवहार माननीय सर्वोच्च न्यायालय के 25 मार्च 2014 के अन्तरिम आदेश साथ में समय बढाने (उत्तर प्रदेश सरकार के निवेदन) के बाद की स्थिति है-------------------
ReplyDeleteयह है उत्तम प्रदेश सरकार की उत्तम व्यवस्था की बानगी भर है----------------
ReplyDeleteजो सरकार बनने के साथ से 72825 प्राइमरी शिक्षकों की भर्ती के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दर्शाती है-------------
अब मै आप लोंगों से प्रार्थना करता हूँ कि अपना अपना बिचार प्रर्दशित करने की क़पा करें--------------------------
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ReplyDeleteTu
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hi
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meri
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pahli
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khwaish
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tuhi
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aakhiri
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hai
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Pyar use karo jo tumse pyar
kare,
Khud se b jyada tum par etbaar
kare
Tum bas ek bar kaho ki ruko do
pal,
Aur wo un do palo
Ke liye puri zindagi intezar
kare…
अधेड़ होने की उम्र तक किसी बात का भय न करें............
ReplyDeleteअधेड़ होने के पश्चात किसी बात का पश्चाताप न करें,
जब भी संभव हो अपनी जिन्दगी का आनंद लें,
इतना इंतज़ार न करें कि आप चलने के काबिल भी न रहें और फिर दुखी होकर पश्चाताप करें,
तब तक शारीरिक रुप से संभव हो, उन स्थानों का भ्रमण करें जिन्हें आप देखना चाहते हैं,
ReplyDeleteजब भी संभव हो, पुराने मित्रों, साथियों और साथ पढ़ने वालों से मिलें,
बैंक में रखा धन वास्तविकता में संभव हो कि आपके जाने के बाद आपके किसी काम न आए,
जब भी समय मिलें अपने आप पर खर्च करें, स्व्यं के साथ अच्छा व्यवहार करें क्योंकि आप वृद्ध हो रहे हैं, रहने के लिए यह बहुत आवश्यक है,
ReplyDeleteभोजन जो कि स्वास्थ्य के लिए अच्छा हो, हमेशा खाये पर यह सब कुछ नहीं है,
ReplyDeleteभोजन जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा न हो, कम खाये पर बिल्कुल न छोड़ दें,
जहाँ तक संभव हो अपने सभी मुद्दे निपटा लेवें ताकि कोई पश्चाताप न रहे,
जब बीमार हो तो डरे नहीं,
ReplyDeleteडॉक्टर को आपकी बीमारी का इलाज करने दें, भगवान आपकी जिन्दगी को सम्हालता है,
अगर चिंता करने से बीमारी दूर् होती है तो अवश्य चिन्ता करें,
ReplyDeleteअगर चिंता करने से उम्र बढ़ती है चिंता अवश्य करें,
अगर चिंता करने से खुशी मिलती है तो चिंता करें,
प्रत्येक दिन मुस्कुराना और हँसना आवश्यक है,
ReplyDeleteबहता पानी वापस नहीं आता है, जिन्दगी भी, इसे खुशहाल बनाए,
जिन्दगी खत्म हो जाती है जब सपना देखना बंद कर देते हैं,
आशा खत्म हो जाती है जब आप विश्वास करना बंद कर देते हैं,
प्यार खत्म हो जाता है जब आप फिक्र करना बंद कर देते हैं,
दोस्ती खत्म हो जाती है जब आप बातें साझा करना बंद कर देते हैं
Boss apke positive comments pdh kr to apne aap smile aa jati h..Keep it up..
Deleteप्रत्येक को जन्म, बुढ़ापा, बीमारी और मृत्यु की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. इसमे कोई अपवाद नहीं है. यही जिन्दगी है.
ReplyDelete!
ReplyDeleteTu
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hi
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meri
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aakhiri
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hai
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तुझे चाहना बस गुनाह था मेरा...
बदनाम यु ही कोई बेवजह नही होता........
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ReplyDeleteTu
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बहुत खूबसूरत है ना वहम ये मेरा
कि तुम जहाँ भी हो सिर्फ मेरे हो !!
*** 72,825 शिक्षक भर्ती: इसलिए करना होगा इंतजार....................
ReplyDelete*** एससीईआरटी के निदेशक ने दी जानकारी...............................
*** माध्यमिक शिक्षा परिषद करेगा सत्यापन.................................
*** साफ्टवेयर की होगी ये खासियत...........................................
शैलेंद्र श्रीवास्तवशुक्रवार, 25 जुलाई 2014
अमर उजाला, लखनऊUpdated @ 1:33 AM IST
प्राइमरी स्कूलों में 72,825 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती में अंतिम मेरिट के लिए अभी अभ्यर्थियों को इंतजार करना पड़ेगा।
सचिव बेसिक शिक्षा एचएल गुप्ता की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को हुई बैठक में राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के निदेशक ने बताया कि प्रत्यावेदन लाखों की संख्या में आए हैं।
डायटों पर अभी इसकी गिनती नहीं हो पाई है। सचिव बेसिक शिक्षा ने निर्देश दिया है कि डायटों पर आए प्रत्यावेदन को पहले रजिस्टर पर दर्ज किया जाएगा।
इसके बाद एनआईसी से तैयार कराए गए साफ्टवेयर से संशोधन किया जाएगा। इस प्रक्रिया में काफी समय लग सकता है।
प्राइमरी स्कूलों में 72,825 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती के लिए प्रदेशभर में 68 लाख से अधिक फार्म भरे गए हैं। बेसिक शिक्षा विभाग ने इसके आधार पर अंतिम वरीयता सूची जारी करते हुए 21 जुलाई तक गल्तियां ठीक कराने के लिए प्रत्यावेदन मांगे थे।
सचिव बेसिक शिक्षा ने वस्तु स्थिति का पता लगाने के लिए बृहस्पतिवार को बैठक बुलाई थी। बैठक में एससीईआरटी के निदेशक सर्वेंद्र विक्रम ने बताया कि प्रत्यावेदनों को अभी तक गिना नहीं जा सका है।
एससीईआरटी के निदेशक ने दी जानकारी
**सचिव बेसिक शिक्षा ने इस पर निर्देश दिया कि डायट प्राचार्य प्रत्यावेदनों को एक रजिस्टर पर पहले दर्ज करवाएंगे।
ReplyDelete**रजिस्टर पर दर्ज होने के बाद एनआईसी आवेदन की गलतियों को ठीक करने के लिए एक साफ्टवेयर तैयार करेगा। इस साफ्टवेयर को एक सप्ताह बाद सभी डायटों पर भेजा जाएगा। डायट इस साफ्टवेयर के आधार पर गल्तियों को ठीक करेंगे।
** साफ्टवेयर की खास बात यह होगी कि एक जिले में जिस आवेदक के प्रत्यावेदन को निस्तारित किया जाएगा, उसके बाद उसने जहां-जहां फार्म भरे होंगे वहां-वहां गल्तियां ठीक हो जाएंगी।
** गल्तियां ठीक करने के लिए साफ्टवेयर में केवल रोल नंबर डाला जाएगा, इसके बाद अभ्यर्थी का पूरा ब्यौरा सामने आ जाएगा।
** सचिव बेसिक शिक्षा को बैठक में माध्यमिक शिक्षा परिषद ने बताया कि उसके पास टीईटी 2011 के रिजल्ट की सीडी है। बैठक में इसे खोलकर देखा भी गया।
** सचिव बेसिक शिक्षा ने निर्देश दिया कि रिजल्ट की हार्ड कापी तैयार करा ली जाए और शिक्षक भर्ती के लिए सत्यापन का काम माध्यमिक शिक्षा परिषद ही करेगा।
पति: हिप्नोटाइज़ करना क्या होता है?
ReplyDeleteपत्नी: किसी को अपने कंट्रोल में करके अपनी मर्ज़ी के काम करवाना।
पति: चल झूठी!
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उसे तो शादी कहते हैं।
● 1555 ई. : हुमायूँ का दिल्ली पर पुन: कब्जा.
ReplyDelete● 1556 ई. : सीढ़ियों से गिरने से हूमायूँ की मृत्यु, पानीपत की दूसरी लड़ाई में आदिलशाह सूरी के मंत्री हेमू की मुगल प्रधानमंत्री बैरम खाँ के हाथों पराजय.
● 1560 ई. : बैरम खां के हाथों से अकबर ने सत्ता अपने हाथों में ली.
● 1564 ई. : अकबर ने हिंदुओं के ऊपर से जजिया कर हटाया.
● 1576 ई. : हल्दी घाटी की लड़ाई.
● 1582 ई. : अकबर द्वारा दीन-ए-इलाही नामक धर्म का प्रसार.
● 1600 ई. : अंग्रेजों की ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना.
● 1605 ई. : अकबर का निधन.
● 1609 ई. : हालैंड की कंपनी द्वारा पुलीकट में फैक्ट्री स्थापित.
● 1611 ई. : अंग्रेजों की कंपनी द्वज्ञरा मसूलीपटनम् में फैक्ट्री स्थापित.
● 1613 ई. : जहांगीर द्वारा ईस्ट इंडिया कंपनी को सूरत में फैक्ट्री स्थापित करने की आज्ञा.
● 1615 ई. : सर टॉमस रो मुगल दरबार में पहले अंग्रेज राजदूत नियुक्ति.
● 1627 ई. : कश्मीर के पास जहांगीर की मृत्यु.
● 1628. : शाहजहां (खुर्रम) गद्दीनशीन.
● 1639 ई. : अंग्रेजों की कंपनी द्वारा मद्रास में फोर्ट सेंट जॉर्ज की स्थापना.
● 1646 ई. : मुगल राजधानी आगरा से दिल्ली स्थानांतरित.
● 1653 ई. : ताजमहल बनकर पूरा हुआ.
● 1668 ई. : औरंगजेब आलमगीर नया मुगल बादशाहऋ सूरत में फ्रांसीसियों की प्रथम फैक्ट्री स्थापित.
● 1659 ई. : मराठा राजा शिवाजी द्वारा बुद्धिमत्ता से अफजल खाँ की हत्या.
● 1666 ई. : शाहजहाँ की मृत्यु.
● 1677 ई. : औरंगजेब द्वारा सरकारी नौकरियों में हिंदुओं के प्रवेश पर रोक.
● 1679 ई. : हिंदुओं पर जजिया कर पुन: लागू.
● 1680 ई. : शिवाजी का निधन.
● 1690 ई. : औरंगजेब द्वारा कलकत्ता में एक व्यापारिक केंद्र की स्थापना.
मित्रो,,,आप लोगो का ध्यान आकृष्ट
ReplyDeleteकराना चाहता हूँ कि आज के news
paper मे सितम्बर मे काउन्सिलिंग
कराने वाली हेडिंग को पढकर कुछ
लोगो ने इसे इश्यू बना दिया और
जमकर अफवाह उङा रहे है, ,,जबकि वह
यह भूल गये कि मोर्चा अपनी एक
रणनीति की तहत ही काम कर
रहा है, ,,, मैने अपनी 20 जुलाई
की पोस्ट मे प्रदेश की डायट मे
हो रहे फर्जीवाङे पर अंकुश लगाने
की बात कही थी, ,,जिसे मोर्चे ने
भी गम्भीरता से लिया था, और शासन
पर दबाब
बनाया कि काउन्सिलिंग ेकेन्द्र पर
ही टी.ई.टी. के अंको का सत्यापन
कराया जाये, ,जिसे शासन ने भी एक
गंभीर विषय मानकर तत्काल
सकारात्मक कदम उठाये ,,,और
ओरिजिनल सी.डी. से केन्द्र पर
ही सत्यापन करने की बात कह
दी, ,,,इस बात को भी पेपर वालो ने
प्रमुखता से निकाला, ,,परन्तु अफवाहे
उङाने वाले शरारती तत्वो ने इस
महत्वपूर्ण बात का कही जिक्र तक
नही किया ।
....मित्रो यदि राज्य सरकार ने 31
अगस्त तक मान. सर्वोच्च न्या. के
आदेशानुसार 72825 प्रशिक्षु
भर्ती की सम्पूर्ण
प्रक्रिया पूरी नही की,,,,तो मोर्चे
के पास आगे के लिए सभी विकल्प खुले
हुए है....
....फिलहाल ऐसी कोई बात
नही है, ,,प्रक्रिया चल रही है और
हमारी टीम भी अपना कार्यकर
रही है .....पेपर वालो का तो काम
ही है कि किसी भी बात को बढा-
चढा कर लिखना ....
मैने पहले ही कहा था कि मै पेपर
वालो की हर positive और negative
न्यूज पोस्ट करता रहूगॉ....
..और समय -समय पर शासन मे भर्ती से
सम्बन्धित होने वाली हर
गतिविधि की जानकारी अपडेट
करता रहूगॉ....
..... अंत मे मोर्चे ने हमारे कम मेरिट
वाले भाइयो के हित मे जो कार्य
किया है, उसके लिए मै बधाई
देता हूँ...और आगे
भी मोर्चा अपना कार्य
पूरी ईमानदारी से करता रहेगा.....
.....अब ऐसे लोग जो भर्ती के दुश्मन है
और अफवाहे उङाने मे माहिर है वो इस
पोस्ट पर न आये, अन्यथा मेरे पास
भी सभी विकल्प खुले हुए है....
धन्यवाद
जय टी.ई.टी....
!
ReplyDelete!
I
!
!
Love
!
!
You
!
!
Till
!
!
My
!
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HEART
!
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Beats
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Bandh Gaya Hai Jo Saat Pheron Ka Rishta...
Na Chahte Hue Bhi Ise Nibhana Parega...
Toot Gaya Jo Mohabbaton Ka Bandhan...
Use Dil Se Mujhe Bhulana Parega...
Sochti Hun Kaise Sambhalega Woh Khud Ko...
Jab Yakeen Use Mujhse Bichhar Jane Ka Hoga...
Hun Majboor Jo Lautkar Uske Paas Na Ja Paungi...
Akele Baithkar Ro Raha Woh Mera Diwana Hoga...
Mein Uski Ho Na Saki Ya Rab Is Zamane Ne Humein Juda Kar Diya...
Tum Hi Rakhna Ab Khayal Uska Aaj Woh Bahut Tanha Hoga...
Dam Ghut Raha Hoga Uska Meri Judai Ke Gham Se...
Mujhse Milne Ko Uska Dil Bhi Tadap Raha Hoga...
Kaise Bhula Dun Usko Jisko Meine Tootkar Chaha Hai...
Jane Is Waqt Kya Woh Kar Raha Hoga...
Kisi Mohabbat Karne Wale Ko Aisi Saza Na Mile...
Shayad Mera Ashiq Yehi Soch Raha Hoga...
Ho Gayi Hun Gair Ki Gair Ki Hi Mujhko Rehna Parega...
Uff Yeh Dard Zindagi Bhar Ab Mujhe Sehna Hoga...
Mehak Rahi Hai Idhar Mere Hathon Ki Mehndi...
Na Jane Udhar Kya Ho Raha Hoga...
Hai Phoolon Se Meri Sej Saji...
Udhar Woh Kanton Par So Raha Hoga...
Bikharne Ko Hai Meri In Ankhon Se Kajal...
Gair Ki Bahon Mein Naya Savera Hoga...
Beet Gayi Saanjh Ki Bela Suhaag Raat Ki Ghadi Hai Ayi...
Ab Mere Dil Par Kisi Aur Ka Pehra Hoga...
Hua Savera Raat Hai Beeti Nayi Nayi Subah Hai Ayi...
Ab To Badla Hua Sa Har Nazara Hoga...
Shayad Aaj Hai Kuchh Hone Wala Aankh Pharak Rahi Hai Dayin...
Khatka Hua Darwaze Par Khat Mein Ik Paigaam Hai Aya...
Upar Naam Likha Hai Mera Niche Likha Hai Hun Ashiq Tera...
Mein Tujhko Na Bhool Paunga, Tune Mujhko Bhula Diya Hoga...
Jabse Tu Mujhko Chhorkar Ayi Har Saans Meine Apni Ganwai...
Idhar Tu Khat Parh Rahi Hogi Udhar Meri khushiyan neelaama Hoga...
Har Khushi Mil Jaye Duniya Ki Tujhko...
Hai Alvida Agle Janam Yeh Ashiq Tera Sirf Tera Hoga....
.
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GUD NIT BABY !!!!!!!!!!!
YOUR ONLY.......D & H
Bade bhai kl jis blog pe the aap vahà pr hmne kuchh jankari hetu prasn rakhe the unka jabavb hme skartmk roop me abhi nahi mil paya h plz see thear & gives me answer.
ReplyDeleteYuor anuj SIGHAM
कोई दीवाना कहता है, कोई पागल
ReplyDeleteसमझता है !
मगर धरती की बेचैनी को बस बादल
समझता है !!
मैं तुझसे दूर कैसा हूँ , तू मुझसे दूर
कैसी है !
ये तेरा दिल समझता है या मेरा दिल
समझता है !!
मोहब्बत एक अहसासों की पावन
सी कहानी है !
कभी कबिरा दीवाना था कभी मीरा दीवानी है !!
यहाँ सब लोग कहते हैं, मेरी आंखों में
आँसू हैं !
जो तू समझे तो मोती है, जो ना समझे
तो पानी है !!
समंदर पीर का अन्दर है, लेकिन
रो नही सकता !
यह आँसू प्यार का मोती है,
इसको खो नही सकता !!
मेरी चाहत को दुल्हन तू बना लेना,
मगर सुन ले !
जो मेरा हो नही पाया,
वो तेरा हो नही सकता !!
भ्रमर कोई कुमुदुनी पर मचल
बैठा तो हंगामा!
हमारे दिल में कोई ख्वाब पल
बैठा तो हंगामा!!
अभी तक डूब कर सुनते थे सब
किस्सा मोहब्बत का!
मैं किस्से को हकीक़त में बदल
बैठा तो हंगामा!!
न टूटकर मुहब्बत मिली, न शिद्दत से की किसी ने नफरत,
ReplyDeleteतन्हा ही रहा, न कभी अपनों मैं रहा, न कभी गैरों मैं शामिल हुआ मैं !!
न टूटकर मुहब्बत मिली, न शिद्दत से की किसी ने नफरत, तन्हा ही रहा, न कभी अपनों मैं रहा, न कभी गैरों मैं शामिल हुआ मैं !!
ना जाने कोई क्यूँ मिलता है
ReplyDeleteजब उसे "मिलना" ही नहीं होता।
बीटीसी टेट बनाम शिक्षा मिँत्र
ReplyDeleteपलडा शिक्षा मिँत्रौ का भारी अब तक
28 तारिख को CJ के आने के बाद अगर बैँच का गठन होगा तो
तीन जजो की कमेटी बनेगी
मित्रो आज मुझे एक खास मित्र से prt भर्ती की जो सूचना मिली है उसके अनुसार कल की मीटिंग में काउंसलिंग की तिथि को लेकर निर्णय इसलिए नहीं हो पाया क्योकि अभी डाइट्स पर आये हुए प्रत्यावेदनो की पूरी गिनती और रिजिस्टर में रिकार्ड तैयार नहीं हो पाया है । कल जो बात सामने आई थी की 31 तक फीडिंग का आदेश हुआ उसमे लोगो को समझने में कुछ confusion हो गया था । जबकि 31 अगस्त तक डाइट्स पर आये हुए सभी प्रत्यावेदनो को रजिस्टर में अंकित करने और पूरा ब्यौरा तैयार करने का ऑर्डर हुआ है । इसके साथ ही nic एक हफ्ते में अपना सॉफ्टवेर दे देगा जिससे फीडिंग आसान हो जाएगी और एक ही जगह से सभी जगह का एक candidet का फॉर्म सुधार हो जायेगा । अगर किसी कारण से ये सॉफ्टवेर व्यवहारिक रूप से फेल हो गया और कोई समस्या आई तो फिर सचिव ने मैनुअल तरीके से मेरिट तैयार करने के भी ऑर्डर किये है जिससे इस बार जारी किये गये schedule को फिर न टालना पड़े । जिसे मेरी बात का विश्वास न हो वो दैनिक जागरण की न्यूज़ देख ले । इसलिए अमर उजाला और हिंदुस्तान की न्यूज़ पर ही भरोषा न करे । ये भी सूचना मिली है की nic टेट के रिसल्ट को भी ऑनलाइन करेगी जिसे केवल डाइट वाले ही देख सकेंगे और उसी से मिलान करके मैनुअल या सोफ्टवेयर से मेरिट तैयार की जाएगी । ये हो सकता है की 5-10 अगस्त तक काउंसलिंग का schedule जारी कर दिया जाये ।
ReplyDelete● भारत की सबसे ऊँची चोटी कौन-सी है— के-2 (गॉडविन ऑस्टिन)
ReplyDelete● भारतीय उपमहाद्वीप में सबसे ऊँची चोटी कौन-सी है— माउंट
एवरेस्ट (नेपाल)
● भारत की सबसे बड़ी नदी कौन-सी है— गंगा
● भारत उपमहाद्वीप में सबसे लंबी नदी कौन-सी है— बह्मपुत्र
● सबसे ऊँचा झरना कौन-सा है— गरेसोप्पा झरना (कर्नाटक)
● भारत का सबसे लंबा सड़क पुल कौन-सा है— नेहरू सेतु (बिहार, सोन
नदी)
● सबसे लंबी सड़क सुरंग कौन-सी है— जवाहर सुरंग (जम्मू-कश्मीर)
● सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म कहाँ है और कौन-सा है— विवेक एक्सप्रेस
● भारत में सबसे तेजगति से चलने वाली रेलगाड़ी कौन-सी है—
शताब्दी एक्सप्रेस
● भारत का सबसे बड़ा म्यूजियम कौन-सा है— इंडियन म्यूजियम
(कोलकाता)
● भारत की सबसे लंबी रेल सुरंग कौन-सी है— पीर पंजाल सुरंग (जम्मू-
कश्मीर)
● भारत का सबसे बड़ा चिड़ियाघर कौन-सा है— जूलोजिकल गार्डंस,
अलीपुर (कोलकाता)
● भारत की सबसे लंबी सड़क कौन-सी है— राष्ट्रीय राजमार्ग-7
● सबसे ऊँचा बाँध कौन-सा है— टिहरी बाँध
● भारत का सबसे लंबा बाँध कौन-सा है— हीराकुड बाँध (महानदी,
ओड़िशा)
● भारत का सबसे बड़ा रेगिस्तान कौन-सा है— थार का रेगिस्तान
● भारत का सबसे बड़ा डेल्टा कौन-सा है— सुंदरवन डेल्टा (प. बंगाल)
● भारत का सबसे बड़ा गुंबद कौन-सा है— गोलगुंबद (बीजापुर)
● भारत की सबसे बड़ी मीनार कौन-सी है— कुतुबमीनार (दिल्ली)
● भारत की सबसे बड़ी प्राकृतिक झील कौन-सी है— वुलर झील
(श्रीनगर)
● सबसे बड़ी कृत्रिम झील कौन-सी है— इंदिरा सागर
● भारत की सबसे ऊँची मूर्ति कौन-सी है— हनुमान (शिमला)
● भारत का सबसे ऊँचा दरवाजा कौन-सा है— बुलंद दरवाजा (फतेहपुर
सीकरी)
● भारत में सबसे अधिक वर्षा कहाँ होती है— मसिनराम (मेघालय)
● भारत का सबसे महंगबा नगर कौन-सा है— मुंबई (महाराष्ट्र)
● भारत का सबसे बड़ा इंडोर स्टेडियम कौन-सा है—
इंदिरा गाँधी स्टेडियम (नई दिल्ली)
● सबसे अधिक वन वाला राज्य कौन-सा है— मध्य प्रदेश
● भारत का सबसे बड़ा केप्टी लीवरपुल कौन-सा है— हावड़ा ब्रिज
(कोलकाता)
● भारत का सबसे बड़ा गुफा मंदिर कौन-सा है— एलोरा (औरंगाबाद)
● भारत की सबसे लंबी पर्वत श्रृंखला कौन-सी है— हिमालय
● भारत में पशुओं का सबसे बड़ा मेला कहाँ लगता है— सोनपुर (बिहार)
● भारत का सबसे बड़ा डेल्टा कौन-सा है— सुंदरवन डेल्टा (प. बंगाल)
● सबसे बड़ा कोरीडोर कौन-सा है— रामेश्वरम् मंदिर (तमिलनाडु)
● भारत की सबसे लंबी नहर कौन-सी है— इंदिरा गाँधी नगर
● भारत का सबसे बड़ा स्टेडियम कौन-सा है—
युवा भारती (कोलकाता में)
● भारत की सबसे लंबी सहायक नदी कौन-सी है— यमुना
● भारत का सबसे बड़ा गुरुद्वारा कौन-सा है— स्वर्ण मंदिर (अमृतसर)
● भारत का सबसे ऊँचा T.V. टावर कौन-सा है— रामेश्वरम् (तमिलनाडु)
● सबसे लंबी तटीय रेखा वाला दक्षिण भारत का राज्य कौन-सा है—
आंध्र प्रदेश
● सबसे अधिक मार्ग बदलने वाली नदी कौन-सी है— कोसी नदी
● डेल्टा न बनाने वाली सबसे लंबी नदी कौन-सी हैं— नर्मदा व ताप्ती
● सबसे अधिक ऊँचाई पर स्थित युद्ध स्थल कौन-सा है— सियाचिन
(ग्लेशियर)
● सबसे बड़ा नदी द्वीप कौन-सा है— माजुली द्वीप
● भारत ऊँचा हवाई पत्तन कौन-सा है— लेह (लद्दाख)
● भारत का सबसे अधिक आबादी वाला शहर कौन-सा है— मुंबई
● भारत का सबसे बड़ा गिरजाघर कौन-सा है— सैंट-कैथेडरल (गोवा)
● क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा जिला कौन-सा है—
लद्दाख
● सबसे ऊँचा गुरुत्वीय बाँध कौन-सा है— भाखड़ा बाँध
MERE TET SUPPORTER SATHIYO..
ReplyDelete1) siksha mitro ka case 28 july ko lga hai..28 ko s.m par stay lg skta hai.
2) dosto s.p gov. Jis tarah se 72825 prt bharti par kachhuwe ki chal reg rahi hai usase nahi lgta ki 31 august tk bharti purn hogi..mujhe to shak hai ki bharti 31 august tk start ho jaye wahi kafi hai..
3) dosto merit kitni jayegi is sambandh me kisi ke pas koi aakda nahi hai kyuki jis sitapur lakimpur ki data ke adhar par sb anuman lga rahe hai usame bhi kai form farji, aur anek doshpurn hai..ab original result c.d se milan kar jb final rank jari hogi tb exact pta chal payega..
4) 31 august bitate hi tet morcha avmanna case dayar karega kyuki dattu sir hi is gov. Ko sabak sikha skte hai..aur jb time bdhane ke liye sarkar gyi thi to hamari wakil ke taraf se prashn uthaya gya tha ki agar 31 august tak fir bharti na hui to ? Fir dattu sir ne kaha tha ki fir awmanna krna ,.iska mtlb dattu sir abki bar kade faishle le sakte hai..dattu sir r.n lodha ke bad september last tk chief justice bn jayege tb hamara case any judge sunega atah hme september 1st tk avmanna ki taiyari rakhni hogi.thanx
Like
Kyo ye tet neta mere muh se bhala bura sunna chah rahe h...
DeletePahle bhi inhone avmana ka case kiya tha kya ...
Mujhe to ye sonchkar hansi ati hai ki ....agar sarkar 31 august tak bharti nahi kar pati hai to usk jimmedar kya karenge.
ReplyDeletePandey tu apne ghar baith kar pelhe has le thik se...
ReplyDeleteJo hukum sarkar.
ReplyDeleteTmntbbn ji ye blog aap ki wajah se famous hai aur last two years se is blog per mai kewal aapke comments padhne aata hu.Meri aapse request hai ki tet merit ke sambandh me aap logo se sachchai na chhupaye mujhe achchi tarah se pata hai ki aap ye jaante hai ki merit high jayegi phir bhi aap low merit ke naam per logon ko gumrah kar rahe hai.Mai bhi aap ki tarah tet merit supporter hu
ReplyDeleteRajesh bhai ap ki bat se mai bhi sahmat hun.lakin science aur adhik jagah apply karne vale low tet metrit wsle bhaiyon kio fsyda hoga.
DeleteAksr ye dekha or suna h jo log duniya ko hsate h vo akele me khud rote h..apke sandarbh me b kuch aisa to nhi..? Hopefully asa na ho..lkin mere jehan me ye achanak se click hua to pooch lia..Stay blessed.. Gud nyt Boss
ReplyDeleteGood night bhai.
DeleteAb tak in logo ne jo kam tet ko jinda karke kiya tha na....
ReplyDeleteUs athak mehnat ko ab ye log khud hi dubame me lage huye h....
Kisi cheez ki had hoti h.....salo ne bekar me partyavaden ka natak karwaya ...
Ek online form bharwa lete
..to ab tak counciling shuru ho gayi hoti
Pata nahi ...sala kaisa software h....
ReplyDeleteJo 800000 formo ka data 3....4....din me hi feed kar dega...
MUJHE TO YE LAGTA H KI YE 20 KE AAS PAAS 1ST COUNCILING KARWA PAYEGE.....
Agar sarkar sur sarkari tantra ap logo liye duniya hai to maine us par hansne ka gunah iya hai aur karta rahunga.
ReplyDeleteSamay .ek bar milta hai bar bar nahi.jab 31aug tak bharti karne ka boota nahi tha to kyon ye date mangi gove.ne.
Tet morcha data feeding ki date 31 august bolker saabit kya kerna chahata h agar morcha ab bhi counsilling ki date nahi bata sakta to hanare netqo ko doob mernq chahiye
ReplyDelete