फर्रुखाबाद: बेसिक शिक्षा में फर्जी शैक्षिक एवं प्रशिक्षण अंक पत्रों एवं प्रमाण पत्रों से नौकरी करने का गोरखधंधा जनपद फर्रुखाबाद में फलफूल रहा है| फर्रुखाबाद के बेसिक शिक्षा विभाग में लगभग एक सैकडा से अधिक फर्जी अंकपत्रों से शिक्षक नियुक्त हैं एवं फर्जी सत्यापन से प्रतिमाह हजारों रुपये मोटा वेतन लेकर शासन एवं राज कोष का नुक्सान कर रहे हैं| थाना मोहम्दाबाद के मतापुर निवासी राज नरायन शाक्य पुत्र मोहन लाल शाक्य के फर्जी हाई स्कूल अंकपत्र से ६ वर्ष से नौकरी करने के बाद हुयी शिकायत पर सत्यापन में नियुक्ति के समय लगाया गया अंक पत्र फर्जी पाए जाने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी फर्रुखाबाद डॉ कौशल किशोर ने सेवा समाप्ति कर दी है| खंड शिक्षा अधिकारी मोहम्दाबाद वेद प्रकाश यादव को राज नरायन शाक्य के विरुद्ध मोहम्दाबाद थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने एवं नियुक्ति से लेकर अब तक भुगतान किये गए वेतन एवं एरियर की बसूली के आदेश दिए हैं|
फर्जी एवं कूट रचित शैक्षिक एवं प्रशिक्षण अंक पत्रों एवं प्रमाण पत्रों से कार्यरत कई मुन्नाभाई शिक्षकों के विरुद्ध जनपद एवं शासन स्तर पर हुयी शिकायतों पर भी कोई कार्रवाई न कर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ कौशल किशोर उनको वेतन भुगतान करते रहे|
ऐसे ही एक मुन्नाभाई शिक्षक बनने के लिये थाना मोहम्दाबाद के ग्राम मतापुर( पिपरगाँव ) निवासी राज नरायन शाक्य पुत्र मोहन लाल शाक्य ने नियुक्ति के समय वर्ष १९८४ में हाई स्कूल अनुक्रमांक 328993 की प्राप्तांक / पूर्णांक 445 /600 प्रथम श्रेणी उत्तीर्ण की फर्जी एवं कूट रचित अंक तालिका लगाकर नौकरी विशिष्ट बीटीसी के अंतर्गत वर्ष २००४ में पायी थी| राज नरायन शाक्य के विरुद्ध कई शिकायत कर्ताओं ने नियुक्ति के समय वर्ष १९८४ के लगाए गए हाई स्कूल अंकपत्र 445 प्रथम श्रेणी को फर्जी बताकर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड इलाहाबाद से जांच कराने की मांग कर जिला अधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई के संबंध में सूचना चाही थी|
विदित हो कि राज नरायन शाक्य के संबंध में बीएसए फर्रुखाबाद द्वारा कार्रवाई न करने पर राज्य सूचना आयोग ने एडीएम श्री राजकेश्वर सिंह पर २५ हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया था|
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी फर्रुखाबाद डॉ कौशल किशोर ने राज नरायन शाक्य के अंकपत्र का माध्यमिक शिक्षा बोर्ड इलाहाबाद से सत्यापन कराया तो हकीकत सामने आ गयी| इलाहाबाद बोर्ड से प्राप्त आख्या में राज नरायन शाक्य के हाई स्कूल अंक पत्र वर्ष 1984 अनुक्रमांक 328993 में सम्पूर्ण योग प्राप्तांक/पूर्णांक- 225/600 फेल तथा सप्लीमेंटरी परीक्षा देने का उत्तराधिकारी घोषित किया है|
इस प्रकार हाई स्कूल फेल की अंकतालिका में हेरफेर कर राज नरायन शाक्य ने विभाग को धोखा देकर कूट रचित ढंग से प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के रूप में अनियमित रूप से नियुक्ति प्राप्ति कर ली गयी| जो एक संगीन अपराध है|
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी फर्रुखाबाद डॉ कौशल किशोर ने राज नरायन शाक्य पुत्र मोहन लाल शाक्य स० अ० प्राथमिक विद्यालय अलीदादपुर विकास क्षेत्र मोहम्दाबाद निवासी ग्राम मतापुर ( पिपरगाँव ) थाना मोहम्दाबाद की सहायक अध्यापक पद से सेवा समाप्ति कर दी है| खंड शिक्षा अधिकारी मोहम्दाबाद वेद प्रकाश यादव को राज नरायन शाक्य के विरुद्ध फर्जी शैक्षिक अंकपत्रों से नौकरी पाने के आरोप में मोहम्दाबाद थाने में प्राथमिकी दर्ज कराते हुए वेतन के रूप में अब तक भुगतान की गयी समस्त धनराशि की बसूली के निर्देश दिए हैं|
In Uttar Pradesh BSP and Congress alliance sound......
ReplyDeleteउत्तर प्रदेश में बसपा-कांग्रेस के गठजोड़ की आहट
यूपी महासमर का आखिरी वोट पड़ते ही एनआरएचएम घोटाले के खलनायक बाबूसिंह कुशवाहा की गिरफ्तारी महज जांच-प्रक्रिया का हिस्सा है|
राहुल कुछ कहें मगर बसपा से गठजोड़ चाहते हैं||
=> अमर उजाला
tumne bilkul theek kaha ye bhatta nahi bhikh hai aur beggers ki line abhi se lagni suru ho gayi hai agar jayada rupees chahiye to bhikhario bhikh maangna suru kar do bhatte se jyada bhikh mil jayegi...
Deletecongress aur bjp hi king maker banege.
ReplyDeleteBahumat kisi ko nahi milega
jyade tukka bhidane ki zaroorat nahi hai kyo ki 2 din k baad pata chal hi jayega ais liye faltoo ki dimag kharch mat kare
ReplyDeleteoye barute
Deletedimag kharch karne se badhta hai
@congress ki nazar 2014 ke election ke liye Mayavati par.
ReplyDeletebilkul sahi
Deleteaur vo kuch b kar sakti hai
Vipin ji,
ReplyDeleteEarlier you said you have NOT received reply of RTI application.
FYI, It is not easier for Public authority to refuse your application.
Our blog publish a good info in some time.
For RTI application , PIO must give some reply - that is refusing to provide information (hypothetical etc.) OR
ReplyDeleteto provide relevant information.
RTI Ke madhyam se koi bhe person information le sakta hai but RTI se information puri tarah se nahi mil pati hai it is very bad. Har candidate ko har naye topick per 10/- ka postal order laga kar only 1 question puche.
ReplyDeleteNahin Rajesh ji,
ReplyDeleteYou can ask many questions/multiple information in one application of RTI with Rs. 10,
(I felt upto last 20 years).
And any Indian citizen can obtain any public information even you can ask Question/Answer booklet of other candidate.
OR can ask details of any government officer / public servent's personal file/service record.
I felt it is in written in Memorandum -
ReplyDeleteCIC also takes details every year from varios depts. of India -
How many RTI Application received,
Repies etc.
If PIO not gave reply OR gives false reply etc. then can ask disciplinary action by dept. has taken OR not against PIO.
@BLOG EDITOR JI RTI ko itna sashakt kyon nahi banaya ja raha ki aam admi Reminder etc ke chakkar me na padte huye jaankari prapt kar sake .in sabke babjud use galat savit kar diya jata hai.jahir hai sansthaye financially aam admi se majboot hoti hai unhe nyayik vyavastha dwara parajit karna saral nahi hota hai.UPMSSCB me tgt me interview hai 50 marks ka .48 marks lene hai to gen.kharch 250000b.c200000 s.c.150000 nahi to 17 marks.GOVT.interview lena hi chahti hai to interview 10 marks ka kare .EK candidate jiske written me 100 ques. Sahi hai vo rah jata hai jiske 95 ques sahi vala safal ho jata hai.
ReplyDeleteVipin ji,
ReplyDeleteInterview = Corruption
We humans are biased itself adn no person can deny it easily, I felt.
Some prefer something, For eg. 400-500 years back high caste people not takes lower caste people in their service etc easily.
In Maharshtra, marathi manus concept comes etc.
language, reginalism, castism,bribes etc. makes we human biased.
For normal civil services upto under secreatary level, Interview shoud have very less weightage(10% etc , however they (Interview Board) should have enough power to disqualify a candidate to stop ill-intention person but when they do that they should made in writing and give reason to candidate also).
......
For some important services for nations security - Interview etc. required a must case.
If somebody doing ill-activities after selection then such persons can be handled after selections also.
ReplyDelete(But procedure should be impartial)
@BLOG EDITOR JI we have heard this year there will be a huge retirement of PRT in u.p. What will be the condition of primary schools where 2or3average teachers with shikshamtr for 5 classes are available .IS SARVA SHIKSHA ABHIYAN IS GOING IN RIGHT DIRECTION
ReplyDeletenaukri
ReplyDeletechahiye bhatta bheek
hai aur
bhatta lene wale bhikari
bhatta bheek hai aur
bhatta lene wale bhikari
bhatta bheek hai aur
bhatta lene wale bhikari
bhatta bheek hai aur
bhatta lene wale bhikari
tumne bilkul theek kaha ye bhatta nahi bhikh hai aur beggers ki line abhi se lagni suru ho gayi hai agar jayada rupees chahiye to bhikhario bhikh maangna suru kar do bhatte se jyada bhikh mil jayegi...
ReplyDeleteBlog Editor @ Muskan Ji- RTI ke madhyam se Rs.10/- ke postal order se aap 1 hi application se bahut sare question to pooch sakte hai and information should be given within 30 days by the information officer if information of the concerned office does not give the aforesaid information within 30 days them the applicant has right to go in Appeal against information officer before the prescribed authority in the concerned department. and if the applicant succeed in Appeal then the Information would be liable to be pay the compensation as a cost to the applicant. All In-formations may be given by authority concerned except Section-VIII of the RTI Act 2005
ReplyDeleteयूपी बोर्ड : हर जिले-मंडल में बनेंगे कंट्रोल रूम
ReplyDeleteवरिष्ठ संवाददाता, इलाहाबाद : शिक्षक पात्रता परीक्षा में फजीहत झेलने के बाद माध्यमिक शिक्षा परिषद ने बोर्ड परीक्षा तैयारियों व नकल पर नकेल कसने की मुकम्मल व्यवस्था होने का दावा किया है। बोर्ड परीक्षा में किसी भी स्तर पर जरा सी भी चूक न हो, इसके लिए सचिव ने सभी संयुक्त शिक्षा निदेशकों के साथ शनिवार को समीक्षा बैठक कर तैयारियों का स्तर परखा। बैठक में सचिव ने प्रदेश के सभी जिलों व मंडलों में एक-एक कंट्रोल रूप बनाने के निर्देश दिए हैं। कंट्रोल रूम में परीक्षा संबंधी पल-पल की जानकारी देनी होगी। संवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर पर्यवेक्षक तैनात करने की भी योजना है। माध्यमिक शिक्षा परिषद मुख्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक में प्रदेश के लगभग सभी मंडलीय संयुक्त निदेशकों ने भाग लिया। बैठक में प्रदेश के सभी शासकीय, अशासकीय व वित्तविहीन विद्यालयों में परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्रों की उपलब्धता, पेपर-कॉपी, परीक्षा केंद्रों आदि के बारे में सचिव माध्यमिक शिक्षा ने संयुक्त शिक्षा निदेशकों से पूछताछ की। बैठक के बाद माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव वासुदेव यादव ने बताया कि परीक्षा की तैयारियां 80 प्रतिशत पूरी हो गई हैं। सभी विद्यालयों को प्रवेश पत्र उपलब्ध करा दिए गए हैं। एक दो जिलों को छोड़कर बाकी जिलों में कॉपी-पेपर भी पहुंच गए हैं। सेक्टर मजिस्ट्रटों व जोनल मजिस्ट्रेटों की तैनाती मतगणना के बाद होगी। सभी जिलों में जिलाधिकारी 12 से 14 मार्च के बीच मजिस्ट्रेटों की तैनाती व परीक्षा को नकलविहीन संपन्न कराने के लिए शिक्षाधिकारियों के साथ बैठक लेंगे। इस संबंध में सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देश दे दिए गए हैं। संवेदनशील केंद्रों पर तैनात होंगे पर्यवेक्षक माध्यमिक शिक्षा परिषद ने सभी संवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर पर्यवेक्षक तैनात करने की बात कही है। उन्होंने बताया कि परीक्षा नकलविहीन कराई जाएगी। केंद्र व्यवस्थापक व कक्ष निरीक्षकों को जिला विद्यालय निरीक्षक फोटोआइडी युक्त प्रमाण पत्र देंगे। छह से सात परीक्षा केंद्रों पर सेक्टर मजिस्ट्रेटों की तैनाती होगी। इन्हीं मजिस्ट्रेटों की जिम्मेदारी नकलविहीन परीक्षा संपन्न कराने की होगी। संवेदनशील जिलों में विशेष उड़नदस्ते बनाए जाएंगे। इंटरमीडिएट में सभी कॉपियां कोडेड नकल माफिया इस बार बोर्ड परीक्षा में कॉपियों में कोई फेरबदल नहीं कर पाएंगे। बोर्ड ने इंटरमीडिएट की सभी कॉपियों की कोडिंग कराई है। हाईस्कूल में यह व्यवस्था केवल 10 जिलों में की गई है। इससे किस नंबर की कॉपी किस परीक्षा केंद्र पर है, इसका पता लगाना बेहद आसान होगा। एक भी कॉपी इधर से उधर नहीं की जा सकेगी। नहीं बदले गए एक भी परीक्षा केंद्र इस बार नकल माफिया परीक्षा केंद्रों के साथ भी नहीं खेल सके। बिल्कुल अंत में कई परीक्षा केंद्र नकल माफिया बदलवा लेने में कामयाब हो जाते थे। परिषद के सचिव ने बताया कि परीक्षा केंद्रों की सूची फाइनल करने के बाद इस बार एक भी परीक्षा केंद्र नहीं बदले गए। दूर होगी प्रवेश पत्र की गड़बड़ी बोर्ड परीक्षार्थियों को गलत नाम, पता, फोटो लग जाने के कारण परीक्षा से नहीं वंचित होना पड़ेगा। बोर्ड ने प्रधानाचार्य को यह अधिकार दे दिया है कि यदि किसी बालक के प्रवेश पत्र पर किसी लड़की की फोटो लग गई है, या लड़की के प्रवेश पत्र पर बालक की फोटो लग गई है तो घबराने की जरूरत नहीं है। प्रधानाचार्य अपने स्कॉलर रजिस्टर को देखकर परीक्षार्थी की डिटेल सही करेंगे। इसके बाद संशोधन की जानकारी संबंधित डीआइओएस को देना होगा।
India sada huya nahi hai isko tum jaise haramkhor type ke netayon ne apang bana rakha hai...
ReplyDeleteSharam aani chahiye tmko apne desh ke liye aisa kehte huye...
Mehnat ati nahi aur free me kuch bhi pana chahte ho mere pass aao free me jehar milega wo bhi khalo...shame on you