हमारे देश में कुछ महिलाओं ने यदि रणभूमि में कमान संभाली हैं तो कई ऐसी भी हैं, जिन्होंने घर पर रहकर ही अपनी शक्ति और हिम्मत का अनोखा परिचय दुनिया को दे दिया है। उन्हीं में से एक राजस्थान के इतिहास की वह घटना है, जब एक रानी ने विवाह के सिर्फ 7 दिन बाद ही अपना शीश अपने हाथों से काटकर युद्ध के लिए तैयार अपने पति की भिजवा दी, ताकि उनका पति अपनी नई नवेली पत्नी की खूबसूरती में उलझकर अपना कर्तव्य भूल न जाए। कहते हैं एक पत्नी द्वारा अपने पति को उसका फर्ज याद दिलाने के लिए किया गया इतिहास में सबसे बड़ा बलिदान है।
यह रानी कोई और नहीं, बल्कि बूंदी के हाड़ा शासक की बेटी थी और उदयपुर (मेवाड़) के सलुम्बर ठिकाने के
रावत चूड़ावत की रानी थी। इतिहास में यह हाड़ी रानी की नाम से प्रसिद्ध है। आइए अब हम आपको हाड़ी रानी की विवाह से लेकर उनके आत्म बलिदान तक की कहानी विस्तार पूर्वक बताते है
हाड़ी रानी का सरदार चूड़ावत से विवाह :
अभी रानी के हाथों की मेंहदी भी नहीं छूटी थी । सुबह का वक्त था। रानी सज-धजकर राजा को जगाने आई। उनकी आखों में नींद की खुमारी साफ झलक रही थी। रानी ने हंसी ठिठोली से उन्हें जगाना चाहा। इसी बीच दरबान वहां आकर खड़ा हो गया। राजा का ध्यान न जाने पर रानी ने कहा, महाराणा का दूत काफी देर से खड़ा है। वह ठाकुर से तुरंत मिलना चाहते हैं। आपके लिए कोई आवश्यक पत्र लाया है उसे अभी देना जरूरी है। असमय दूत के आगमन पर ठाकुर हक्का बक्का रह गए। वह सोचने लगे कि अवश्य कोई विशेष बात होगी। राणा को पता है कि वह अभी ही ब्याह कर के लौटे हैं। आपात की घड़ी ही हो सकती है।
सहसा बैठक में बैठे राणा के दूत पर ठाकुर की निगाह जा पड़ी। औपचारिकता के बाद ठाकुर ने दूत से कहा, अरे शार्दूल तू। इतनी सुबह कैसे? क्या भाभी ने घर से खदेड़ दिया है? सारा मजा फिर किरकिरा कर दिया। सरदार ने फिर दूत से कहा, तेरी नई भाभी अवश्य तुम पर नाराज होकर अंदर गई होगी। नई नई है न। इसलिए बेचारी कुछ नहीं बोली। शार्दूल खुद भी बड़ा हंसोड़ था। वह हंसी मजाक के बिना एक क्षण को भी नहीं रह सकता था, लेकिन वह बड़ा गंभीर था। दोस्त हंसी छोड़ो। सचमुच बड़ी संकट की घड़ी आ गई है। मुझे भी तुरंत वापस लौटना है। यह कहकर सहसा वह चुप हो गया। अपने इस मित्र के विवाह में बाराती बनकर गया था। उसके चेहरे पर छाई गंभीरता की रेखाओं को देखकर हाड़ा सरदार का मन आशंकित हो उठा। सचमुच कुछ अनहोनी तो नहीं हो गई है! दूत संकोच रहा था कि इस समय राणा की चिट्ठी वह मित्र को दे या नहीं। हाड़ी सरदार को तुरंत युद्ध के लिए प्रस्थान करने का निर्देश लेकर वह लाया था। उसे मित्र के शब्द स्मरण हो रहे थे। हाड़ी के पैरों के नाखूनों में लगे महावर की लाली के निशान अभी भी वैसे के वैसे ही उभरे हुए थे। नव विवाहित हाड़ी रानी के हाथों की मेंहदी भी तो अभी सूखी न होगी। पति पत्नी ने एक-दूसरे को ठीक से देखा पहचाना नहीं होगा। कितना दुखदायी होगा उनका बिछोह! यह स्मरण करते ही वह सिहर उठा। पता नहीं युद्ध में क्या हो? वैसे तो राजपूत मृत्यु को खिलौना ही समझता है। अंत में जी कड़ा करके उसने हाड़ी सरदार के हाथों में राणा राजसिंह का पत्र थमा दिया। राणा का उसके लिए संदेश था।
क्या लिखा था पत्र में :
वीरवर। अविलंब अपनी सैन्य टुकड़ी को लेकर औरंगजेब की सेना को रोको। मुसलमान सेना उसकी सहायता को आगे बढ़ रही है। इस समय औरंगजेब को मैं घेरे हुए हूं। उसकी सहायता को बढ़ रही फौज को कुछ समय के लिए उलझाकर रखना है, ताकि वह शीघ्र ही आगे न बढ़ सके तब तक मैं पूरा काम निपटा लेता हूं। तुम इस कार्य को बड़ी कुशलता से कर सकते हो। यद्यपि यह बड़ा खतरनाक है। जान की बाजी भी लगानी पड़ सकती है। मुझे तुम पर भरोसा है। हाड़ी सरदार के लिए यह परीक्षा की घड़ी थी। एक ओर मुगलों की विपुल सेना और उसकी सैनिक टुकड़ी अति अल्प है। राणा राजसिंह ने मेवाड़ के छीने हुए क्षेत्रों को मुगलों के चंगुल से मुक्त करा लिया था। औरंगजेब के पिता शाहजहां ने अपनी पूरी ताकत लगा दी थी। वह चुप होकर बैठ गया था। अब शासन की बागडोर औरंगजेब के हाथों में आई थी।
इसी बीच एक बात और हो गई थी जिसने राजसिंह और औरंगजेब को आमने-सामने लाकर खड़ा कर दिया था। यह संपूर्ण हिन्दू जाति का अपमान था। इस्लाम को कुबूल करो या हिन्दू बने रहने का दंड भरो। यही कहकर हिन्दुओं पर उसने जजिया कर लगाया था। राणा राजसिंह ने इसका विरोध किया था। उनका मन भी इसे सहन नहीं कर रहा था। इसका परिणाम यह हुआ कई अन्य हिन्दू राजाओं ने उसे अपने यहां लागू करने में आनाकानी की। उनका साहस बढ़ गया था। गुलामी की जंजीरों को तोड़ फेंकने की अग्नि जो मंद पड़ गई थी फिर से प्रज्ज्वलित हो गई थी। दक्षिण में शिवाजी, बुंदेलखंड में छत्रसाल, पंजाब में गुरु गोविंद सिंह, मारवाड़ में राठौड़ वीर दुर्गादास मुगल सल्तनत के विरुद्ध उठ खड़े हुए थे। यहां तक कि आमेर के मिर्जा राजा जयसिंह और मारवाड़ के जसवंत सिंह जो मुगल सल्तनत के दो प्रमुख स्तंभ थे। उनमें भी स्वतंत्रता प्रेमियों के प्रति सहानुभूति उत्पन्न हो गई थी। मुगल बादशाह ने एक बड़ी सेना लेकर मेवाड़ पर आक्रमण कर दिया था। राणा राजसिंह ने सेना के तीन भाग किए थे। मुगल सेना के अरावली में न घुसने देने का दायित्व अपने बेटे जयसिंह को सौपा था। अजमेर की ओर से बादशाह को मिलने वाली सहायता को रोकने का काम दूसरे बेटे भीम सिंह का था। वे स्वयं अकबर और दुर्गादास राठौड़ के साथ औरंगजेब की सेना पर टूट पड़े थे। सभी मोर्चों पर उन्हें विजय प्राप्त हुई थी। बादशाह औरंगजेब की बड़ी प्रिय बेगम बंदी बना ली गईं थी। बड़ी कठिनाई से किसी प्रकार औरंगजेब प्राण बचाकर निकल सका था । मेवाड़ के महाराणा की यह जीत ऐसी थी कि उनके जीवन काल में फिर कभी औरंगजेब उनके विरुद्ध सिर न उठा सका था। अब उन्होंने मुगल सेना के मार्ग में अवरोध उत्पन्न करन के लिए हाड़ी सरदार को पत्र लिखा था। वही संदेश लेकर शार्दूल सिंह मित्र के पास पहुंचा था। एक क्षण का भी विलंब न करते हुए हाड़ा सरदार ने अपने सैनिकों को कूच करने का आदेश दे दिया था। अब वह पत्नी से अंतिम विदाई लेने के लिए उसके पास पहुंचा था
केसरिया बाना पहने युद्ध वेष में सजे पति को देखकर हाड़ी रानी चौंक पड़ीं। उसने पूछा, कहां चले स्वामी? इतनी जल्दी। अभी तो आप कह रहे थे कि चार छह महीनों के लिए युद्ध से फुरसत मिली है, आराम से कटेगी। लेकिन, यह क्या? आश्चर्य मिश्रित शब्दों में हाड़ी रानी पति से बोली। प्रिय, पति के शौर्य और पराक्रम को परखने के लिए लिए ही तो क्षत्राणियां इसी दिन की प्रतीक्षा करती हैं। वह शुभ घड़ी अभी ही आ गई। देश के शत्रुओं से दो-दो हाथ होने का अवसर मिला है। मुझे यहां से अविलंब निकलना है। हंसते-हंसते विदा दो। पता नहीं फिर कभी भेंट हो या न हो, हाड़ी सरदार ने मुस्करा कर पत्नी से कहा। हाड़ी सरदार का मन आशंकित था। सचमुच ही यदि न लौटा तो। मेरी इस अर्धांगिनी का क्या होगा? एक ओर कर्तव्य और दूसरी ओर था पत्नी का मोह। इसी अन्तर्द्वंद में उसका मन फंसा था। उसने पत्नी को राणा राजसिंह के पत्र के संबंध में पूरी बात विस्तार से बता दी थी। विदाई मांगते समय पति का गला भर आया है यह हाड़ी राना की तेज आंखों से छिपा न रह सका।
यद्यपि हाड़ा सरदार ने उन आंसुओं को छिपाने की कोशिश की। हताश मन व्यक्ति को विजय से दूर ले जाता है। उस वीर बाला को यह समझते देर न लगी कि पति रणभूमि में तो जा रहा है पर मोहग्रस्त होकर। पति विजयश्री प्राप्त करें इसके लिए उसने कर्तव्य की वेदी पर अपने मोह की बलि दे दी। वह पति से बोली स्वामी जरा ठहरिए। मैं अभी आई। वह दौड़ी-दौड़ी अंदर गई और आरती का थाल सजाया। पति के मस्तक पर टीका लगाया, उसकी आरती उतारी। वह पति से बोली। मैं धन्य हो गई, ऐसा वीर पति पाकर। हमारा आपका तो जन्म जन्मांतर का साथ है। राजपूत रमणियां इसी दिन के लिए तो पुत्र को जन्म देती हैं, आप जाएं स्वामी। मैं विजय माला लिए द्वार पर आपकी प्रतीक्षा करूंगी
उसने अपने नेत्रों में उमड़ते हुए आंसुओं को पी लिया था। पति को दुर्बल नहीं करना चाहती थी। चलते-चलते पति ने कहा, मैं तुमको कोई सुख न दे सका, बस इसका ही दुख है मुझे। भूल तो नहीं जाओगी ? यदि मैं न रहा तो! उसके वाक्य पूरे भी न हो पाए थे कि हाड़ी रानी ने उसके मुख पर हथेली रख दी। न न स्वामी। ऐसी अशुभ बातें न बोलें। मैं वीर राजपूतनी हूं, फिर वीर की पत्नी भी हूं।
अपना अंतिम धर्म अच्छी तरह जानती हूं आप निश्चित होकर प्रस्थान करें। देश के शत्रुओं के दांत खट्टे करें। यही मेरी प्रार्थना है। इसके बाद रानी उसे एकटक निहारती रहीं जब तक वह आंखे से ओझल न हो गया। उसके मन में दुर्बलता का जो तूफान छिपा था जिसे अभी तक उसने बरबस रोक रखा था वह आंखों से बह निकला। हाड़ी सरदार अपनी सेना के साथ हवा से बातें करता उड़ा जा रहा था, किन्तु उसके मन में रह रहकर आ रहा था कि कहीं सचमुच मेरी पत्नी मुझे भुला न दें? वह मन को समझाता, पर उसक ध्यान उधर ही चला जाता। अंत में उससे रहा न गया। उसने आधे मार्ग से अपने विश्वस्त सैनिकों के रानी के पास भेजा। उसको फिर से स्मरण कराया था कि मुझे भूलना मत। मैं जरूर लौटूंगा। संदेश वाहक को आश्वस्त कर रानी ने लौटाया। दूसर दिन एक और वाहक आया। फिर वही बात। तीसरे दिन फिर एक आया। इस बार वह पत्नी के नाम सरदार का पत्र लाया था। प्रिय मैं यहां शत्रुओं से लोहा ले रहा हूं। अंगद के समान पैर जमारक उनको रोक दिया है। मजाल है कि वे जरा भी आगे बढ़ जाएं। यह तो तुम्हारे रक्षा कवच का प्रताप है। पर तुम्हारे बड़ी याद आ रही है। पत्र वाहक द्वारा कोई अपनी प्रिय निशानी अवश्य भेज देना। उसे ही देखकर मैं मन को हल्का कर लिया करुंगा। हाड़ी रानी पत्र को पढ़कर सोच में पड़ गईं
हाड़ी सरदार के मोह के सारे बंधन टूट चुके थे। वह शत्रु पर टूट पड़ा। इतना अप्रतिम शौर्य दिखाया था कि उसकी मिसाल मिलना बड़ा कठिन है। जीवन की आखिरी सांस तक वह लंड़ता रहा। औरंगजेब की सहायक सेना को उसने आगे नहीं बढऩे दिया, जब तक मुगल बादशाह मैदान छोड़कर भाग नहीं गया था। इस विजय का श्रेय आप किसे देना चाहेंगे? राणा राजसिंह को या हाड़ी सरदार को? हाड़ी रानी को अथवा उसकी इस अनोखी निशानी को
(courtesy: wikipedia)
(तस्वीरें google search से)
वैसे नियम से देखा जाये तै अब कपिल देव यादव के लिये हाईकोर्ट के रास्ते भी बन्द हो चुके हैं । क्योंकि हाईकोर्ट में जब केस चल रहा था तब वह थर्ड पार्टी नही थे।
ReplyDeleteतो किस मुँह से ये जनाब हाईकोर्ट जायेंगे ।
ये कोर्ट अब तभी जा सकते हैं जब किसी पेटिशनर या रेस्पोन्डेन्ट का सहारा मिल जाये
और यह सहारा केवल सरकार दे सकती है।
और यदि ऐसा हुआ तो आप समझ जाइयेगा कि 72825 भरती पर सरकार क्या चाहती है।
फिर भी चिन्ता की कोई बात नही , हाईकोर्ट पहले ही मामले को अपने आर्डर में पानी की तरह साफ कर चुका है। इसलिए इस सबसे घबडाने की कदापि जरूरत नही।
ये जरूर होगा कि एकेडमिक समर्थकों की बडी डरावनी पोस्ट आया करेंगी ताकि चन्दा का धन्धा फिर चमक सके । पर इससे केवल वो डरे , जिन्हें हरकौली जी का आर्डर पढना न आता हो।
अब सरकार के हाथ पांव और ढीले पडे होंगे क्योंकि भरती शताब्दी बनती जा रही है और सरकार चेन पुलिंग करने के बाबजूद नही रोंक पा रही है ।
समय और भी कम रह गया है, अगस्त में भरती करनी पड जायेगी अगर सुप्रीम कोर्ट में खडे होना चाहते हैं तो
वरना कानटेम्ट तो फिर वंशी बजाता हुआ आयेगा और मानसिक शक्ति के जबर्दस्त धनी दत्तू जी का कितना गहरा मानसिक प्रहार सरकार पर हो जाये और सरकार का बैल बैठ जाये ।
फिर तो अल्लाह मालिक
'दर्द’ सभी इंसानो मे है मगर ..
ReplyDeleteकोई दिखाता है तो, कोई छुपाता है.
‘हमसफर’ सभी है मगर ..
कोई साथ देता है तो, कोई छोड देता है.
‘प्यार’ सभी करते है मगर ..
कोई दिल से करता है तो,कोई दिमाग सें करता है.
‘दोस्ती’ सभी करते है मगर ..
कुछ लोग निभाते है,कुछ लोग आजमाते है..
‘रिश्ता’ कई लोगों से होता है मगर ..
कोई प्यार से निभाता है तो,कोई नफरत से निभाता है.
‘अहसास’ सबको होता है मगर ..
कोई महसूस करता है तो,कोई समझ नही पाता.
‘जिंदगी’ सभी जीते है मगर …
कोई सबकुछ आने के बाद भी दुखी रहते है,तो,कोई लुटा के खुश रहते है....
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ReplyDelete!
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HUM AAPKO YAHAAN BHI MILENGE!
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KAL RAAT TAK KI NEWS KE LIYE CHALE AAYEN
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72825 भर्ती में होने वाली रूकावट हटी और सुप्रीम कोर्ट में स्टे नहीं लगा
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जिस उम्र में हमारे दांत टुटा करते थे,
ReplyDeleteउस उम्र में आज बच्चो के दिल टूट जाते है ।
मित्रो,,,
ReplyDeleteप्रदेश की सभी डायटो पर 72825 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती से सम्बन्धित डाटा को ONLINE करने का कार्य संतोषजनक नही है ।
मेरा सभी जिलो के टी.ई.टी. संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्षो से निवेदन है कि आप लोग अपने -अपने जिलो की डायट्स पर सक्रिय कार्यकर्ताओ के साथ जाये व नियत तिथि 12 अगस्त तक सम्पूर्ण कार्य सम्पादित कराने का प्रयास करे । यदि संभव हो सके तो पास -पङोस के जिलो के कार्यकर्ताओ से भी मदद ले .....
मित्रो, भर्ती मे समय अवश्य लग रहा है, ,,परन्तु भर्ती अवश्य होगी, कोई भी मित्र ऐसा कदम न उठाये और न ही ऐसे विचार मन मे लाये । अपना नही तो अपने परिवार के बारे मे जरूर सोचे .......
ReplyDeleteधन्यवाद
जय टी.ई.टी....
आदरणीय श्री अखिलेश यादव जी आपने तो अपनी समझ में उत्तर प्रदेश के शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक बना दिया परन्तु उत्तर प्रदेश की जनता अब आपको अगली बार मुख्यमंत्री नहीं बनायेगी।
ReplyDeleteआपने प्राथमिक विद्यालय को अराजकताओं का स्थाई अड्डा बना दिया है।
पूर्व शिक्षामित्रों का नेता काजी हमाम काला खुलेआम धमकी दे रहा है कि प्राइमरी में आने वाले संभावित तीन महीने के प्रशिक्षितों को बर्बाद कर दूंगा।
क्या यही शिक्षकों की पहचान है ?
RTE लागू था बिना टीईटी के इन सबको नियुक्त करके उत्तर प्रदेश में शिक्षा का माखौल उड़ाया जा रहा है।
यह मामला तो सुप्रीम कोर्ट से ही निर्णित होगा।
ReplyDeleteअखिलेश भाई शिक्षा में सुधार का प्रयास कीजिये।
काजी हमाम काला तुम्हारा दिल कितना काला है यह स्पष्ट हो गया ,
सुनवाई न होना तुम अपने संगठन की कामयाबी बता रहे हो तो सुनवाई तो होगी ही परन्तु ऐसा कहकर किसी न्यायमूर्ति के दामन को कलंकित न करो।
बाकी मुझे भी पता है कि उत्तर प्रदेश में कानून की क्या दशा है!
इसी के साथ जो तुम धमकी दे रहे हो कि तुम हमारे भाईयों व बहनों को प्रशिक्षण नहीं लेने दोगे तो तुम्हारी भूल है।
हमारे भाई-बहन नियुक्ति प्राप्त करके प्रशिक्षण लेने जायेंगे तथा कुकुरमुत्ते की औलाद उस दिन तुम्हे एहसास होगा कि तुम्हारे वल्द ने खतने के साथ तुम्हारी नशबंदी भी क्यों नहीं करवा दी ।
किसी के प्रशिक्षण में बाधा पहुँचाने के पूर्व तुम अपने बच्चों की वल्द पता करने में व्यस्त हो जाओगे।
घर की रखवाली तो कुत्ता भी करता है लेकिन घर के मालिक के लौटने पर यह नहीं पूछता कि आप अब क्यों आये मैंने तो घर की रखवाली की ।
ReplyDeleteशिक्षक भर्ती में बीएड 2012 की बात दूर है
ReplyDeleteपात्र तो वो भी नहीं हैं जिनका बीएड आजादी के दौर से लेकर 2011 तक का है परन्तु उन्होंने 30 नवम्बर 2011 से 9 जनवरी 2012 के बीच आवेदन नहीं भेजा या भेजा भी तो किसी कारण से लौट आया ।
यदि बीएड 12 वालों ने फॉर्म भेज दिया था और बीएड का अनुमानित अंक डाल दिया था तो प्रत्यावेदन में बीएड के अंक में सुधार का विकल्प नहीं था तथा किसी का अनुमान सही भी निकल गया तो बीएड का अंक पत्र व प्रमाण पत्र 9 जनवरी 2012 के बाद जारी होने के कारण बाहर होना पड़ेगा क्योंकि
ReplyDeleteउस विज्ञापन में स्पष्ट लिखा था कि आपके समस्त शैक्षिक दस्तावेज आवेदन भेजने के पूर्व के होने चाहिए जिसे कि आप काउंसिलिंग में प्रस्तुत करेंगे।
खरी खरी इसलिए कहता हूँ कि आज तक किसी के एक पैसे का गुनहगार नहीं
ReplyDeleteबहुत से लोगों को मुझ से शिकायत है कि मेरी इन बातों से संग़ठन को नुकसान होता है , मैं उन लोगों से कहता हूँ कि मुझे से नुकसान संग़ठन को नहीं होता केवल आपके नेताओ को होता है ,मेरी पोस्ट से और मेरे कार्यों से केवल संग़ठन को लाभ ही होता है ,ये मैं ही हूँ जो वक़्त से पहले खतरे को भांप कर आपके सोये हुए नेताओ को जगाता है ,ये मैं ही हूँ जो जानता हैं कि नेताओ से काम कैसे करवाया जाता है
आप भले ही मेरे योगदान की कद्र न करें ,मुझे फर्क नहीं पड़ता क्योंकि इसकी उम्मीद न मैंने कभी की और न करूँगा
!!!!!बस ये भर्ती हो जाए !!!!!!!
1- 2012 वालों को अपनी टेट 2011 की वैधता को लेकर ज्यादा परेशान होने की आवश्यकता नही है क्योंकि 2016 के बाद उनका प्रमाण पत्र केवल आचार लगा के मूँगफली खाने के काम आयेगा | प्राइमरी से तो गोल ही हैं और जूनियर अंततः निरस्त होना है |
ReplyDelete2-अब जिंदगी भर ढेंचू-ढेंचू ही करेंगे कयोंकि आज जो कपिल ने गुड और बैड पार्ट के अधार पर याचिका डाल के आकेडेमिक वालो का सरेंडेर करवा दिया है उसके बाद मुकाबले मे केवल सरकार और टेट योधा बचे हैं |
3- ग़ाज़ी ने कहा है की वो याचिका का नंबर सुनवाई के लिये आने ही नही देगा | उसने ए कहकर खुद स्वीकार कर लिया है की उसके कोर्ट मे जीतने की कोई संभावना ही नही है अतः वा सुनवाई ना होने की भरपूर कोसिस कर रहा है अतः भिक्षा मित्र रोज सुबह सुबह बिना नहाये और धोये शमशान वाले प्रेत बाबा से चीफ जस्टीस के उपर चढ़ने की आराधना करें |
एक हवा जोर-शोर से उड़ाई जा रही है
ReplyDeleteकि वर्ष 2011 मेँ टेट उत्तीर्ण अभ्यर्थी जिनके
बी.एड. का परिणाम 2012 मेँ आया, वैध है ।
हाँ बिल्कुल वैध है, बशर्ते कोई भी विज्ञापन
उनके द्वारा प्राप्त उपाधि के उपरान्त निर्गत
किया गया हो ।
यदि वर्ष 2011 के अभ्यर्थियोँ के प्रशिक्षण
योग्यता का परिणाम 30 नवम्बर 2011 के
पूर्व का है तो निश्चित रुप से उन्हे उक्त
प्रकृया मेँ सम्मिलित किया जाएगा, इसके इतर
कोई भी अभ्यर्थी विचारणीय नहीँ है ।
आर.टी.आई. उन्ही प्रश्नो का उत्तर देता है,
जो पूछा गया हो।
अत: यहाँ जवाब 2011 की टीईटी की वैधता से
सम्बन्धित है न कि 2011 मेँ निर्गत विज्ञापन
से,
इसलिये चिन्तामुक्त रहेँ ।।
मित्रो आज कि न्यूज से परेशान न हो२०१२ बालो का टेट भले वैध हो गया हो, परन्तु जब वह २०११ भर्ती प्रक्रिया मे सम्मलित ही नही थे तो डर किस बात का ।
ReplyDeleteअपने आज को जी भर के जिये कल कि चिन्ता न करे जो होगा अच्छा ही होगा । ऎसा ह्रदय में विश्वास रखें।
बाकि सब भोले नाथ पे छोड़दे।
टेट वैध है ये ठीक है पर 11 के prt में वो अवैध हैं और रहेंगे। 9 जनवरी तक अगर उनका रिजल्ट आया है तो वो in हैं अगर नही ,,,, तो फिर वो बाहर ही हैं।
ReplyDeleteअब कोई भी चर्चा निरर्थक है इस विषय पर।
मर कर चली गयी वो
ReplyDeleteथक कर चली गयी वो
और कितना सहती बेचारी
टूट कर चली गयी वो
न जाने कितना रोई होगी
जल कर चली गयी वो
उन लपटों ने इतना न जलाया होगा
जो बिना जले झुलस कर गयी वो
अंगारे भी ठंडे मालुम पडे उसको
इस भर्ती से इतना झुलस गयी वो
सह सह कर कलेजा टुकड़े टुकड़े हो गया
इस कदर तडप गयी वो
और क्या करती बेचारी
पूर्ण स्वाहा हो गयी वो
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मर कर चली गयी वो
थक कर चली गयी वो
प्रत्यावेदन की फीडिंग सभी डायटों पर विधिवत जारी है और उम्मीद की जाती है की 12 अगस्त तक सभी डायट अपना काम पूरा कर लेंगी,,,
ReplyDeleteजिन डायटों पर क्षमता से अधिक वर्क लोड था वहाँ के डायट प्राचार्यों ने सिविल टेक्निशियनों की मदद लेनी शुरू कर दी है जिससे स्थिति काफी सकारात्मक बन पड़ी है।
प्राइमरी भर्ती अब विवादों से दूर होती जा रही है।
ReplyDeleteकोर्ट कोर्ट करने वालों के मुंह पर एक और करारा तमाचा
इसका सीधा मतलब यही है।
अब यह भर्ती होनी ही है तो मतलब होनी ही है।
रिट लगाने वाले धुंये की तरह उड रहे है।
कल कपिल देव की याचिका भी खारिज हुई यह कहकर कि इसके लिये हाईकोर्ट आर्डर पर्याप्त है। वहीं जाकर अपील करें ।
वहाँ भी होना कुछ नही है। क्योंकि धांधली मामले पर डबल बेंच जावेद उस्मानी रिपोर्ट पर यही कही थी
हरकौली जी के शब्द
(कहाँ है इसमें धांधली)
Is zameen(H.C.) par karobar e aasman (S.C.)chalta rahega,
ReplyDeleteTum (KAPIL)chalo ya na chalo ye karvan(72825) chalta rahega....
जैसा की हम सभी जानते है की अगर किसी पेड़ की जड़ न निकाली जाये तो उसे काटने पर वो दोबारा निकल आता है ।
ReplyDeleteप्रोफेसनल वाले शिक्षक भर्ती में इसलिए मौका पाते थे क्योकि शिक्षक भर्ती की योग्यता btc है और btc करने की योग्यता स्नातक है । ये ncte और राज्य सरकार दोनों की नियमावली में है । ncte ने पहले 23 अगस्त 2010 को अध्यापक बनने के लिए योग्यता बी ए ,बीएससी और बी कॉम रखी थी लेकिन उसे बाद फरवरी 2011 में संसोधित करके स्नातक करना पड़ा । इसके 2 कारण थे -
1- ncte पूरे देश के लिए रूल बनाती है जिसके कारन डिग्री लिखने से बहुत समस्या हो रही थी और हर प्रदेश में नियमावली में योग्यता की डिग्री अलग अलग है ।
2- प्रोफेसनल कोर्स वालो ने केस कर दिया की जब हम btc कर सकते है तो टीचर के लिए कैसे अपात्र हो गये । और वो केस जीत गये ।
इन दोनों कारणों से ncte को अपनी अधिसूचना में टीचर बनने की डिग्री को संसोधित करना पड़ा ।
मित्रो अब सरकार ने दुसरे पॉइंट का इलाज करने का मन बना लिया है और इनको btc से ही बाहर करने की योजना बनाई है । मतलब न रहेगा बॉस और न बजेगी बासुरी ।
ReplyDeleteअब कुछ लोग पूछेंगे जब ncte ने स्नातक कर रखा है अपनी नियमावली में तो सरकार कैसे बदल सकती है ?? आप लोग जानते है की ncte मिनिमम योग्यता तय करती है मतलब उसने स्नातक कर दिया तो राज्य सरकार को स्नातक ही रखना होगा लेकिन कौन से स्नातक ये राज्य सरकार तय कर सकती है क्योकि ncte ने इसकी छूट दे रखी है । फ़िलहाल इसका असर शिक्षक भर्ती पर काफी दिन बाद पड़ेगा क्योकि जो प्रोफ़ेस्नल्स btc में एंट्री पा गये है वो तो टीचर बनेंगे ही लेकिन btc में नयी एंट्री बंद हो जाएगी जिससे btc में सामान्य डिग्री वालो का फायदा होगा । फ़िलहाल इसमें हमारा कोई फायदा नहीं होगा क्योकि इसका असर भविष्य की शिक्षक भर्तियो पर पड़ेगा ।
jrt में भी प्रोफेस्नाल्स इसी कारण से अपना दावा ठोक रहे है की जब वो btc के लिए पात्र है तो 1-8 तक होने वाली सभी भर्तियो के लिए पात्र है ।
ReplyDeleteअब बात तो prt भर्ती पर लागू होती है लेकिन jrt भर्ती की नियमावली ने एक पेंच फसा दिया है । और इसी ने इनका खेल बिगाड़ रखा है की क्या ये मैथ और साइंस में से किसी का एक विषय के रूप में अध्ययन करते है या नहीं । आज अगर बहस हुई तो सारा निर्णय इन्ही 2 बातो पर निर्भर करेगा । आज बीएससी वालो की तरफ से वकील शैलेन्द्र जी खड़े होंगे तो प्रोफ़ेस्नल्स ने अपनी पूरी ताकत झोकते हुए अशोक खरे और सायद एक दो और वकील खड़ा करके मामला अपने पक्ष में करने की कोसिस कर रहे है । अब देखना है कोर्ट को किसका पक्ष भारी लगता है ????
अपडेट के लिए ग्रुप पर बने रहे ..........
चूँकि SC ने HC के आर्डर को ,ज्यो का त्यो लागू किया था ।
ReplyDeleteऔर उसमे हस्ताक्षेप करने से मना किया था ।
दत्तू सर ने हाईकोर्ट के आर्डर को सही माना था ।
कपिल को आज इसिलिये आज HC जाने की छूट दे दी है
कि अगर इस बिन्दु पर ( गुड पार्ट से बैड पार्ट निकालना)
ध्यान न दिया गया हो तो एक कोर्ट इस पर पुन: बिचार कर ले ।
पर हरकौली सर तो उस्मानी रिपोर्ट पर सरकार को
पहले ही लतिया चुके है ।
किसी भी समस्या का समाधान आत्म हत्या नहीँ
मेरे टेट मेरिट के भाई बहन अब मंजिल दूर नहीँ हैँ
नौकरी आप का कदम चूमेगी अब
अब बात करते हैं थोड़ी हटके २०१३-१४ की जो टेट मार्कशीट हैं वो मानकों को देखकर ही सरकार मुहैय्या करा रही है तो एक संतोष वाली बात है जिसके २०११ के ऐड के मानक पूरे होंगे वही नौकरी में काबिल रहेगा |
ReplyDeleteमित्रो,,,,,,कल मान. सर्वोच्च न्या. मे यादव कपिलदेव लाल बहादुर के इम्प्लीमेन्ट प्रार्थना पत्र को दत्तू सर ने सिरे से खारिज कर दिया । ....इस प्रार्थना पत्र पर सरकार की अन्दरखाने स्वीकृति थी । अब सरकार चारो खाने चित्त है, केवल भर्ती करना ही एकमात्र रास्ता है .....अगर 12 अगस्त तक सब डायटो का ONLINE वाला काम पूर्ण हो जाता है तो 20 अगस्त से काउन्सिलिंग भी प्रारम्भ हो जायेगी,
ReplyDeleteपरन्तु यह तभी सम्भव है जब हम और आप डायट्स पर निगरानी रखकर काम समय से पूर्ण करायेगे । क्योकि इन लोगो को हराम की दाढ लग चुकी है और 72825 से इनको कुछ भी नही मिल पा रहा है ....
ReplyDeleteObviously rig
Deleteअत: सभी जिलाध्यक्ष आज प्रात: 11 बजे अपने साथ टीटियन्स को लेकर डायट जायेगे व कार्य की प्रगति को परखेगे । तदनुसार अग्रिम कार्यवाही की जायेगी ......
ReplyDeleteयाद रहे प्रदेश के सभी जिलाध्यक्षो को कल यह कार्य करना है ।
धन्यवाद
जय टी.ई.टी.
एक बात गौए करिये :
ReplyDeleteलाल बहादुर यादव कपिल देव तो डबल बेंच में पार्टी ही नहीं है तो फिर ये कैसे इम्पलीडमेंट के लिए रिट डाल सकता है उच्च न्यायलय में |
तो अब ये नेता जवाब दें की उच्च न्यायलय में क्या होगा ?
नेता कह रहे हैं की उच्च न्यायलय आएगा परन्तु आएगा कैसे वो तो पार्टी ही नहीं है डी.बी. में |
जागो अभ्यर्थियों जागो
क्या अब दोबारा खौफ दिखाया जायेगा कपिल का ?
क्या दोबारा उच्च न्यायलय कपिल से पहले नेता जायेंगे ?
क्या और क्या और क्या ?????? इन सभी क्या का जवाब दें मुझे नेता लोग |
नोट: राहुल अगरवाल ने जब कपिल को पार्टी बनाने के लिए रिट डाली थी तब जज ने उसे पार्टी बनाने को मना भी कर दिया था |
मैं एक बात एकेडमिक भाईयों से पूछना चाहता हूँ कि यदि हाईकोर्ट बेड पार्ट और गुड पार्ट को अलग करने का आदेश दे भी दे और सरकार अलग करने की कोशिश भी करे तो भी एकेडमिक वालों को क्या फायदा होगा फायदा तो फिर भी टेट मेरिट वालों को ही फायदा होगा हाँ थोडा लेट और हो सकता है ये काम तो कपिल 3 साल से कर ही रहा है मगर एकेडमिक वालों से चंदा लेना छोड दो क्योंकि अब उनका तो कुछ हो नही सकता फिर उनके साथ छल क्यो
ReplyDeleteBilkul. Shi.
Deleteवर्तमान में जनपदों में टी0ई0टी0 रोल नम्बर फीड करने की कार्यवाही गतिमान है, जिसे 12 अगस्त तक पूर्ण करने के निर्देश जारी किये गये है। टी0ई0टी0 रोल नम्बर के आधार पर एन0आई0सी0 लखनऊ में टी0ई0टी0 2011 परीक्षा परिणाम की उपलब्ध सी0डी0/ऑकड़े पर मर्ज करा दिया जायेगा, जिससे नाम, पिता का नाम, जन्मतिथि, महिला/पुरूष, विज्ञान/कला, जाति/ विशेष आरक्षण आदि समस्त कॉलम अपडेट हो जाये, इसके आधार पर टी0ई0टी0 नम्बरों का सत्यापन भी हो जायेगा। देर से ही सही पर कुछ कुछ अच्छा करने की मंशा है |
ReplyDeleteसर्वप्रथम आप सभी को बधाई और कुंडू जी और वर्मा जी को दिल से आभार |
ReplyDeleteसाथियों बहादुर लाल यादव कपिल देव की मंशा जो की मैंने पहले भी बताया था की सरकार के साथ मिलीभगत है उसपे पानी फेर दिया है न्यायमूर्ति दत्तू साहब ने और इन्हे वापस इलाहाबाद उच्च न्यायलय का रास्ता दिखा दिया है परन्तु अपने अकादमिक भाईओं का एक चीज़ पर ध्यान आकृष्ट करना चाहता हूँ ,
ध्यान दीजिये :
कपिल अपनी हर पोस्ट में चिल्ला रहा है की डेट लगवाई है दोस्तों के कहने पर अब साथ नहीं दे रहे हैं तो गधांकधारियों एक बात तो समझ जाओ की इस केस में डेट नहीं लगनी है अब जबतक ये भर्ती न हो जाये और केस का नंबर न आजाये और अभी २००८ के सिविल सर्विस मुद्दे चल रहे हैं |
अब आते हैं आगे क्या होगा ?
ReplyDeleteपहली बात तो कपिल जी उच्च न्यायलय से स्टे नहीं ले सकते हैं क्यूंकि स्टे देना होता तो दत्तू जी आज ही देते अगर मुद्दा इतना संवेदनशील होता तो |
इस मुद्दे पे सरकार को पहले ही डायरेक्शन मिल चुकी हैं की आप गुड और बाद पार्ट अलग करिये अब इसमें क्या होगा कपिल counter - rejoinder खेलेगा और तब तक भर्ती अपनी चरम सीमा पर पहुँच जाएगी और शायद हम उसमे पार्टी भी न बने परन्तु अपना वकील हमें खड़ा करना ही होगा |
अब मुद्दा आता है रमाबाई नगर का उसमे भी काम अंक वाले ही व्यक्ति पाये गए थे और शायद २ व्यक्ति ही थे जिनके १०० या उससे ज्यादा अंक थे तो मामला बेकार है ज्यादा से ज्यादा उन व्यक्तियों से अफ्फिडफिट ले लिया जाएगा की जाँच करने पर अगर कोई गलत पाया गया तो करवाई होगी और अभ्यर्थन निरस्त कर दिया जायेगा
ReplyDeleteखैर अतिश्योक्ति वाली बातें हैं ये सरकार का रचा हुआ खेल था ये और कुछ नहीं |
ReplyDeleteये पेड़ ये पत्ते ये शाखें भी परेशान हो जाएं,
ReplyDeleteअगर परिंदे भी हिन्दू और मुस्लमान हो जाएं.
सूखे मेवे भी ये देख कर हैरान हो गए,
न जाने कब नारियल हिन्दू और खजूर मुसलमान हो गए.
न मस्जिद को जानते हैं , न शिवालों को जानते हैं,
जो भूखे पेट होते हैं,वो सिर्फ निवालों को जानते हैं.
में अमन पसंद हूँ ,मेरे शहर में दंगा रहने दो,
लाल और हरे में मत बांटो ,मेरी छत पर तिरंगा रहने दो
रोचक बातें शायद ही आपने कहीपढ़ा हो !!
ReplyDelete_______________________________
1. चीनी को जब चोट पर लगाया जाता हैतो दर्द
तुरंत कम हो जाता है.
2. जरूरत से ज्यादा टेंशन आपके दिमागको कुछ समय के
लिए बंद कर सकती है.
3. 92% लोग सिर्फ हस देते हैं जब उन्हेसामने वाले
की बात समझ नही आती.
4. बतक अपने आधे दिमाग
को सुला सकती हैंजबकि उनका आधा दिमाग
जगा रहता है.
5. कोई भी अपने आप को सांस
रोककरनही मार सकता.
6. स्टडी के अनुसार : होशियारलोगज्यादा तर
अपने आप से बातें करते हैं.
7. सुबह एक कप चाय की बजाए एक
गिलासठंडा पानी आपकी नींद जल्दी खोल देता है.
8. जुराब पहन कर सोने वाले लोग रातको बहुत कम
बार जागते हैं या बिल्कुलनही जागते.
9. फेसबुक बनाने वाले मार्क जुकरबर्ग केपास कोई
कालेज डिर्गी नही है
.10. आपका दिमाग एक भी चेहरा अपने
आपनही बना सकता आप जो भी चेहरे सपनों मेंदेखते हैं
वो जिदंगी में कभीना कभी आपकेद्वारा देखे जा चुके
होतेहैं.______________________
शिक्षक भर्ती में बीएड 2012 की बात दूर है
ReplyDeleteपात्र तो वो भी नहीं हैं जिनका बीएड आजादी के
दौर से लेकर 2011 तक का है परन्तु उन्होंने 30
नवम्बर 2011 से 9 जनवरी 2012 के बीच
आवेदन नहीं भेजा या भेजा भी तो किसी कारण से
लौट आया ।
यदि बीएड 12 वालों ने फॉर्म भेज दिया था और
बीएड का अनुमानित अंक डाल
दिया था तो प्रत्यावेदन में बीएड के अंक में
सुधार का विकल्प नहीं था तथा किसी का अनुमान
सही भी निकल गया तो बीएड का अंक पत्र व
प्रमाण पत्र 9 जनवरी 2012 के बाद जारी होने
के कारण बाहर होना पड़ेगा क्योंकि
उस विज्ञापन में स्पष्ट लिखा था कि आपके
समस्त शैक्षिक दस्तावेज आवेदन भेजने के पूर्व
के होने चाहिए जिसे कि आप काउंसिलिंग में
प्रस्तुत करेंगे।
उस्मानी रिपोर्ट, धांधली आदि के बीच उलझी भर्ती प्रक्रिया का सुखद समापन ।
ReplyDeleteनिष्कर्ष:
आलेख-
कल कपिल देव की प्रेयर को जस्टिस श्री एच. एल. दत्तू , जस्टिस पिनाकी घोष एवं जस्टिस अरुण मिश्र की बेंच ने सुनने से इंकार कर दिया।
प्रेयर ख़ारिज करते उसके पूर्व ही अधिवक्ता राकेश द्विवेदी ने प्रार्थना वापस ले ली तथा टीईटी में धांधली के मुद्दे को हाई कोर्ट में उठाने की इजाजत मांगी जिसे माननीय सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार कर लिया।
विदित हो कि उक्त मुद्दे पर हाईकोर्ट में जिरह हो चुकी है
जिसमें एकल बेंच ने
ख़राब हिस्से से अच्छा हिस्सा निकालकर उसी अच्छे हिस्से से भर्ती करने की सलाह दी थी।
डिवीज़न बेंच में जस्टिस सुशील हरकौली ने धांधली की बात ख़ारिज करते हुए उस्मानी कमेटी की रिपोर्ट की धज्जी उड़ा दी थी।
ReplyDeleteनिर्णायक बहस में इस मुद्दे पर चर्चा नहीं हुयी तो मैंने चिंता जताई थी जिसके परिणाम स्वरुप श्री सुजीत सिंह ने सबमिशन के जरिये
उस्मानी रिपोर्ट में प्रस्तुत
धांधलीबाजों की सूची में उत्तीर्ण लोगों की गणना आदि शामिल करवाई थी।
जस्टिस अशोक भूषण ने कही भी जस्टिस सुशील हरकौली के अंतरिम आदेश को पलटा नहीं इसलिए उस्मानी रिपोर्ट विधिक रूप से निरस्त मानी जायेगी।
ReplyDeleteइस प्रकार यदि कपिल देव हाईकोर्ट आते हैं तथा सरकार कपट रखती है तो हम लोग अर्गुमेंट करके कपिल देव की मांग ख़ारिज करवा देंगे तथा यदि सरकार कोई जायज एक्शन लेती है तो हम उसका समर्थन करेंगे।
ReplyDeleteनियुक्ति/ट्रेनिंग आदि प्रक्रिया में कुछ विवाद है परन्तु इसे निपटाना सरकार का कार्य है अतः किसी प्रकार की चिंता की बात नहीं है ,
ReplyDeleteअतिशीघ्र हमारी भर्ती प्रक्रिया सुखद रूप से संपन्न होगी।
Dosto- सुप्रभात........
ReplyDeleteBhai kal se aap sabhi ki bahut calls and message aa rahe hai ki Sir Kapil ko HC bheja gaya hai isase apni bharti par to fark nahi padega?
To bhai ham aapse clear karna chahte hai ki-
@Bhai jab tak apna SC ka order follow nahi ho jata SC me is matter par koi alag aadesh nahi aayega ya to writ connect hogi ya khariz
@ Bhai apna antrim order SC se aaya hai to HC ki koi bench bharti ke against koi faisala nahi de payegi.
@ Bhai aap ab Kapil Vapil ka chakkar chodkar do teen din DIET ke chakkar lagakar software par feeding karya 12 August se pahale pura kara le taki ham jald hi shedule jari karwa le
@Vaise morche me ab is Kapil ke parmanant ilaz ki taiyari ki ja rahi hai @Bhai is bharti se BEd 2012 wale puri tarah out hai
@25 August ke baad ham COTEMPT OF COURT ke liye taiyar hai
@ Bhai jaha aap jaise tet Sher ho vaha shirf safalta milegi @Bhai ye aapka Pyar , Sahyog , Samarpan, Ekjutata aur Viswas ka parinam hai ki hamne is Krur aur Ahankari govnt ko dhul chata di.
JAI TET LIONS with TET MERIT
72825 मामले पर आनलाईन काउसिंलिंग की संभावनाएँ प्रबल होती जा रहीं हैं ।
ReplyDeleteयदि आनलाईन काउसिंलिंग होती है। तो इससे 72825 भरती को जल्दी पूरा किया जा सकता है।
सुना तो यह भी जा रहा है कि साफ्टवेयर भी ऐसा बनाया जा रहा है जो आनलाईन काउसिंलिंग के ही ढंग से कार्य सुचारू रूप से कर सके।
यदि 12 अगस्त तक वास्तव में सभी डाईट अपना कार्य निपटा लेतीं हैं । तो यह बहुत बडा आश्चर्य होने के साथ साथ हमारी भरती के लिये मील का पत्थर वाला काम होगा ।
ReplyDeleteथोड़ा सा कार्यक्रम यदि लेट हो जाये तो कोई परवाह नही , बस कार्य ढंग से हो
आप लोग आज फिर निकलिये अपने जनपद की डाईट की ओर , और उन्हें अवगत करा दो कि टीईटीयन्स अब चुप बैठने वालों में से नही
वहाँ की पूरी जानकारी उपलब्ध करायें , तस्वीरें भी निकालें , और अपने जनपद के अखबार कार्यालय में तो जरूर अपनी डाईट की खबर छपवायें ।
ReplyDeleteताकि मामला उजागर होने पर और तेजी पकडे
किसी भी बाबू या प्राचार्य से डरना मत, पूरे लाव लश्कर के साथ जाइये , और जांबाजी के साथ हर चीज पूछिये कि आप क्या और कैसे कर रहे हैं ।
मोर्चे के सदस्य लगातार आनलाईन रहते हैं। जो भी घटनाक्रम हो बतायें , यदि कोई गड़बड़ी दिखे तो हमें सूचित करे , मोर्चा तत्काल प्रभावी कदम उठायेगा।
ReplyDeleteहम विजय के बहुत निकट हैं
हम विजयी होकर ही रहेंगे ।
बहुत लहू बहाया हमने इस समर में
हम पासा पलटकर ही रहेंगे ।
जिधर चल पडेगा हमारा कारवाँ
उधर फूल खिल उठेंगे।
हम जीतने के लिये पैदा हुये हैं
हम जीत कर ही रहेंगे ।
जय हिन्द जय भारत
एक सलाम तिरंगे के नाम
मै कपिलयादव के खिलाफ 200 लोगों के साथ मिल कर याचिका डालने जा रहा हूँ कि यह नकारात्मक सोच का व्यक्ति कोर्ट के नाम पर लोगो को गुमराह करके चंदे के नाम पर लाखो रुपये वसूली कर चुका और इस तरह ये हमारा मानसिक और आर्थिक दोनो तरह से शोषण किया है हमारी आह से इसका सर्वनाश हो जाएगा
ReplyDeleteसीधी बात नो बकवास |
ReplyDeleteहम जब तक सरकार को समय देते रहेंगे ए हरामखोर कपिलांडु जैसों के माध्यम से कोई ना कोई कुचक्र रचते रहेंगे अतः 12 अगस्त के बाद अब तो सरकार के दया का इन्तेजार तो ना करो
जब अभी तक कपिला का सहयोग करते थे तो आगे भी करते रहो । जमीन बेचो घर बेचो सबकुछ बेच-बाच के उसे पैसा दो वो तुम लोगों को नौकरी जरुर दिलवाएगा । अगर कपिल को चंदा देते-देते थक चुके हो तो उस से अपना हिसाब मागो अगर आनाकानी करे तो उसका अच्छे से इलाज़ करो ।
ReplyDeleteबेबकूफ आदमी कोर्ट का आदेश आ गया है पढ लें। कपिल ने दत्तू सर की आपत्ति के बाद अपनी रिट वापस ले ली और तुम अपनी आल्हा गुणांक की गा रहे हो ।
ReplyDeleteरिट वापस लेने का मतलब होता है कि आप इस विषय को लेकर दोबारा कोर्ट नही आयेगे ।
कोर्ट ऩे हाईकोर्ट मे प्रार्थनापञ देने की छूट अवश्य दी है लेकिन वहा पर ये पहले ही खारिज हो चुकी है ।
प्यारे दोस्तों
ReplyDeleteजीवन का सुखद सवेरा आने वाला है......
दोस्तों कल के दिन की शुरुआत बड़ी शानदार हुई जब सुबह 11 बजे हिमांशु राना के ग्रुप पर खबर आई कि सुप्रीम कोर्ट में कपिल यादव को भगा दिया ! भाई मज़ा आ गया भर्ती पर आया संकट संकटमोचक भगवान कि कृपा से बिना किसी संकट के समाप्त हो गया.
फिर हम सब टीईटी सिपाही तैयार हुए अपनी डाइट कि खोज-खबर लेने के लिए .....
ReplyDeleteचूँकि पिछली मीटिंग में डाइट प्राचार्या मीरा पाल ने हरदोई जिलाध्यक्ष अवनीश यादव के साथ हम सबको 8 अगस्त को डाइट आकर मिलने और कार्य कि प्रगति देखने के लिए आमंत्रित किया था
फिर आज हम सब अवनीश यादव जी , अभय सिंह यादव , अमित अग्निहोत्री ,हम आशुतोष शुक्ल ,अनूप त्रिपाठी,सूरज त्रिपाठी , सुयश ,रमाकांत ,विद्याराम , बृजेश ,आदि अनेक सक्रिय साथी हरदोई डाइट पहुंचे .
अवनीश जी प्राचार्या के रूम तक गए तो मालूम हुआ कि वह जरूरी मीटिंग में गई हैं 12 बजे तक आ जाएँगी .इतना सुनते ही हमारी टीईटी सेना के सेनापति अभय भैया बोले कि तो क्या हुआ 12 बजे तक रुके रहेंगे फिर हम सब डाइट में ही पर बैठ गए .
ReplyDeleteतभी अमित अग्निहोत्री भैया ने इच्छा व्यक्त की कि जब तक मैडम आती हैं तब तक खुद ही डाइट को चेक कर लिया जाये कि अपना काम कहाँ तक हुआ है.फिर अवनीश जी कि साथ हम सब उन कमरों में गए जहाँ हम सब का काम चल रहा था.वहां जाकर जो जानकारी प्राप्त हुई वोह आनंद देने वाली थी. वहां जो सर निरिक्षण कर रहे थे उन्होंने बताया कि हरदोई डाइट पर लगभग 200 छात्रों ने मिलकर प्रत्यवेदनो की रजिस्टर पर इंट्री करने का काम पूरा कर लिया है.
सर ने बताया की हरदोई में प्रत्यावेदन लगभग 145000 आये हैं शेष कुछ अन्य जनपदों के भी फॉर्म आ गए थे उन्हें सम्बंधित डायटों में भेजा जा रहा था.
सर ने यह भी बताया की हमारे सरे फॉर्म्स की स्कैनिंग कम्पलीट हो गई है और उसे पेनड्राइव में सेव करके सेंड कर दिया गया है विभाग को और मैन्युअल पेनड्राइव को कल लखनऊ भेज दिया जायेगा.
नए सॉफ्टवेयर पर आज सुबह तक लगभग 200000 फॉर्म्स पर इंट्री पूर्ण हो गई थी और आज देर रात से कल सुबह तक वह सारा कार्य निपट जायेगा.
फिर अवनीश जी ने डाइट प्रभारी जी से मुलाक़ात की और प्रभारी जी से भी काफी संतोषजनक जबाब मिले.उन्होंने हरदोई डाइट का कार्य लगभग पूर्ण ही बताया और कहा की सोमबार तक सारा डेटा और सॉफ्टवेयर सम्बंधित विभाग को सौंप दिया जायेगा हरदोई डाइट अब अगले आदेश की प्रतीक्षा में है.
जय जय टीईटी मेरिट
आप सब भी अपनी अपनी डाइट में कार्य की प्रगति को देखिये और स्वयं सक्रिय होइए क्योंकि यह आपकी जॉब का सवाल है.सबको कदम आगे बढ़ाना चाहिए.गुटबाजी और राजनीति के लिए ज़िंदगी पड़ी है.अभी सारा ध्यान अपनी जॉब की तरफ क्योंकि हम अध्यापक बनने जा रहे हैं और बैर भाव को अपनी लाइफ में शामिल न करियेगा यह खुद को जला देता है.हम सब मित्र हैं क्योंकि एक ही पथ के राही हैं.मित्रता का भाव रखो और मिलजुल कर चलो मंज़िल बहुत निकट है
ReplyDeleteजय जय टेट मेरिट
जय जय हरदोई
टीईटी मेरिट दीवानो की.
चलिए देखिये कपिल की वो रिट जब उसने ३१/०८/२०१२ के नोटिफिकेशन के आते ही अपनी रिट को वापस ले लिया था क्यूंकि उसकी डिमांड ही विज्ञापन को निरस्त करने की थी सबसे पहली रिट में भी |
ReplyDeleteपहले ये देखिये आप कहाँ है ?
ये कपिल की सच्चाई को ब्यान करता है की २०१३ , २० नवंबर तक वो बस पागल बना रहा था अकादमिक समर्थकों का क्यूंकि इसकी रिट वापस होने के बाद थर्ड पार्टी हम थे और ये रिट वापस या यूँ कहें की नोटिफिकेशन आते ही कपिल की रिट स्वतः ख़त्म हो गयी थी क्यूंकि उसकी डिमांड ही पूरी हो गयी थी विज्ञापन को बदलने की |
पर सरकार और कपिल ये भूल गए थे जो सुधीर अग्रवाल ने कहा था ," किसी भी अब अभ्यर्थी का हित प्रभावित न हो"|
पढ़ लीजिये आर्डर भी :
ReplyDelete?Court No. - 53Case :- WRIT - A No. - 76039 of 2011
Petitioner :- Yadav Kapildev Lal BahadurRespondent :- State Of U.P. & Others
Petitioner Counsel :- Alok Kumar Yadav,Rajesh YadavRespondent Counsel :- C.S.C.,K.S. Kushwaha
Hon'ble Arun Tandon,J.Petitioner before this Court seeks quashing of the advertisement dated 30th November, 2011.Learned counsel for the petitioner submits that advertisement itself has been withdrawn by the State Government under� the subsequent notification published in newspaper on 2nd September, 2012.In view of the aforesaid, the present writ petition has become infructuous.It is, accordingly, dismissed as having become infructuous.Interim order, if any, stands discharged.(Arun Tandon, J.)Order Date :- 3.9.2012
चलिए कोर्ट की बात करते हैं :
ReplyDeleteकल से गधे बहुत खुश है और कपिलवा की जय जय कार हो रही है और हमारे कुछ टेट वीर अब उसके खांसी में आने को तैयार हैं |
दोस्तों कल सुप्रीम कोर्ट ने उसे एक प्रकार से साफ़ निर्देश दिया है की आप दोबारा कोर्ट न आएं आप दोबारा कोर्ट में रेंकने नहीं आएंगे |
आप हाई कोर्ट जाएं परन्तु मैं आपको उसके पार्टी न होने की बात से अवगत करा चूका हूँ |
सरकार तो पहले ही अपनी हाई पावर कमिटी का गठन करके मुंह की खा चुकी है और वाकई जैसी नेगेटिविटी आप सोच रहे हैं तो आप तैयार रहे प्रतियोगिता से बहार होने के लिए |
ReplyDeleteमान भी लिया की रिट डाल भी दी तो वो रिट ११०% डिस्पोस होगी क्यूंकि भूषन साहब का एक स्टेटमेंट याद है मुझे की आपको ये परीक्षा ही रद्द कर देनी चाहिए थी आपने बी.टी.सी वालों को नियुक्ति क्यों दी तो आप ये बात अब नहीं करेंगे |
बात रही good और bad पार्ट की तो सुनिए मेरे २० अंक बड़े हैं अब कराएं मुझे इस प्रतियोगिता से बहार |
मुझसे हलफनामा लिया जाएगा की अगर आप किसी भी प्रकार की अनियमितता में पाये गए तो आपका अभ्यर्थन निरस्त कर दिया जाएगा और वो हलफनामा १४३ वाले से लेकर ८३ वाले जो भी चयनित होंगे सबको देना होगा |
ReplyDeleteक्या फालतू की आप लोग इसे हीरो बना रहे हैं साथियों हद है |
ध्यान दीजिये पर उतना जितना हो सके क्यूंकि न्यायमूर्ति हरकौली जी इनका जुगाड़ कर दिए हैं वो भी कैदी वाला |
सवाल ए नही है की वो पार्टी बन सकता है या नही सवाल ए है को वो याचिका डालेगा और अगर टेट वालो ने जरा सी भी कोताही की तो सरकार के साथ मिलकर वह कोई जांच वांच का खेल रच डालेगा
ReplyDeletezaraa aap log isse (MR.ARUN PRATAP) ye kah do ki apni jaankari apne paas rakhe qki me kabhi kisi ka koi virodh nahi karta hun to mujhe pasand bhi nahi hai.
ReplyDeleteagar ye inta himmat wala hai yahan pahle to apna humesha on rahne wala mobile no. flash kare fir sab ko blog par jaankari de
2 din hote nahi hain blog par aaye aur jo 30 month se lagatar blog karne wale ko sikhana shuru kar diya
arey.......feeding jb wo time se nahi karenge to kya ye jaake saari dieton par akele hi computer chalayega???????
zaraa puchho to isse.......
कपिल- झपिल का चक्कर छोडो और एक
ReplyDeleteदो दिन
डायट के चक्कर लगाओ ताकि फीडिंग
जल्दी हो और
काउसलिग शुरू है सके ।
अंबेडकरनगर :
ReplyDeleteअविलंब भर्ती प्रक्रिया शुरू किए जाने की मांग को लेकर आक्रोशित टीईटी संघर्ष मोर्चा ने मंगलवार को आलापुर तहसील क्षेत्र स्थित डायट पर जोरदार प्रदर्शन करने के बाद धरना दिया।
डायट प्राचार्य को ज्ञापन सौंपकर आगामी 12 अगस्त से पहले फीडिंग तथा 31 अगस्त तक भर्ती प्रक्रिया पूरी किए जाने की मांग की।
किछौछा संवादसूत्र, के मुताबिक मोर्चो के जिलाध्यक्ष अनिल कुमार वर्मा ने धरने की अध्यक्षता करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी प्रदेश सरकार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में अनावश्यक देरी कर रही है।
टीईटी मेरिट के आधार पर 72 हजार 825 शिक्षकों की भर्ती सरकार के आंख में शुरुआती दौर से ही किरकिरी बनी है। आरोप लगाया कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय और राष्ट्रीय भारतीय शिक्षा परिषद के आदेशों की अवहेलना करते हुए मनमाने तरीके से इंटरमीडिएट पास शिक्षामित्रों को बगैर टीईटी के शिक्षक बनाने में जुटी है।
जबकि शासनादेश के सभी मानकों को पूरा करने वाले टीईटी अभ्यार्थियों की तैनाती के लिए सुप्रीम कोर्ट से दिए गए आदेश का भी सरकार अनुपालन नहीं कर रही है। भर्ती में रोड़ा अटका कर सरकार अभ्यर्थियों का उत्पीड़न कर रही है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
संगठन 31 अगस्त तक भर्ती प्रक्रिया पूरी किए जाने तथा इससे पहले चार अगस्त को भर्ती का शेडयूल जारी करने की मांग की है। प्राचार्य द्वारा बताया गया कि डायट स्टाफ के 10 कर्मचारी तथा बेसिक शिक्षा विभाग के 15 अध्यापक फार्म की छंटाई में लगाए गए है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा 15 और अध्यापकों को इस कार्य में सहायता के लिए खंड शिक्षाधिकारी बसखारी को आदेशित किया गया है। खंड शिक्षा अधिकारी बसखारी ने संपर्क करने पर बताया कि बुधवार से डायट में कार्य करने के लिए 11 अध्यापकों को कार्यमुक्त किया जाएगा। मोर्चा प्रतिनिधियों से वार्ता में प्राचार्य ने फीडिंग कार्य 12 अगस्त से पहले पूरा कराने का आश्वासन दिया।
मोर्चा अध्यक्ष ने कहा कि डायट के कार्य की प्रगति के लिए अभ्यर्थी निगरानी करेंगे। आगामी 12 अगस्त से पहले कार्य संपन्न होने में संशय की दशा में नौ अगस्त से डायट पर अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा। प्रदर्शनकारियों में आलोक पांडेय, शशांक, राजेंद्र, विवेक, अली आजम, अनूप, रामशकल, रामअशीष वर्मा, शैलेंद्र, देवेंद्र, धीरेंद्र पांडेय, जितेंद्र पवन, शिवेंद्र विक्रम सिंह, अनोखे राम वर्मा, विवेक, आशीष, विक्रमजीत, इरशाद, तसदीक, अली आजम, विनोद, राजनाथ मिश्र, चंद्र भूषण, संतोष प्रजापति, वीरेंद्र, शिवनायक, प्रमोद, उमाशंकर, जयकरन वर्मा, राकेश यादव, अनिल, दुर्गा गुप्त, अशोक यादव, आनंद रमन, अजय तिवारी, अवधेश पाल व अजय गुप्त आदि शामिल रहे।
टीईटी 2011 प्रकरण
ReplyDeleteअब भी सही ‘परिणाम’ का इंतजार
हाईकोर्ट ने अकबरपुर पुलिस से सिर्फ अंकपत्र देने को कहा
शासन ने कार्यवृत्ति में रिकॉर्ड उपलब्ध कराने का दिया निर्देश
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : टीईटी 2011 के परीक्षा परिणाम मामले में माध्यमिक शिक्षा परिषद की सारी कवायद बेकार चली गई है। उल्टे बेबाकी दिखाने में शासन ने भी छात्रों को परिणाम उपलब्ध कराने का निर्देश परिषद को दे दिया है। अब परिषद शासन को सफाई भेजने जा रहा है और कानपुर देहात (अकबरपुर) पुलिस से अनुरोध करेगा कि उसे परिणाम की सीडी उपलब्ध करा दी जाए, ताकि जिन अभ्यर्थियों ने आवेदन कर रखा है, उन्हें जवाब दिया जा सके।
प्रदेश में पहली बार शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) वर्ष 2011 में हुई थी। परीक्षा कराने का जिम्मा माध्यमिक शिक्षा परिषद को सौंपा गया था। 2012 में परिषद ने सूबे के सभी मंडल मुख्यालयों पर अंक पत्र भिजवाये थे, उनका वितरण वहीं से हुआ था। फिर भी कई अभ्यर्थी अंक पत्र हासिल नहीं कर पाए थे और जिन्हें मिला भी था उनमें कई के अंक पत्र में कैटेगरी, पिता का नाम, जन्मतिथि और अंक का बदलाव आदि प्रमुख था। अभ्यर्थियों ने परिषद मुख्यालय पर सुधार के लिए तमाम आवेदन दिए हैं। उनकी संख्या लगभग दस हजार से ऊपर है। टीईटी परीक्षा में धांधली के सबूत मिलने पर कानपुर देहात पुलिस ने परिषद से अंक पत्र की पूरी सीडी ही जब्त कर ली थी। ऐसे में परिषद के पास देने के लिए कुछ था ही नहीं। अभ्यर्थियों के आवेदन रिसीव किए जाते रहे, लेकिन उनमें सुधार करने व डुप्लीकेट कॉपी देने से साफ मना कर दिया गया। कई अभ्यर्थी इस मामले को लेकर कोर्ट भी गए। इधर, 72825 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू होने के बाद शिकायतों और अभ्यर्थियों की गतिविधि तेज हुईं। शासन ने भी इस संबंध में अफसरों की बैठक बुलाई और अंक पत्र बांटने की संभावनाओं पर मंथन किया।
इसी बीच महराज सिंह नामक अभ्यर्थी ने परिषद मुख्यालय पर आवेदन देकर अंक पत्र की त्रुटि ठीक कराने के लिए आवेदन किया। परिषद के ना करने पर वह कोर्ट गया और न्यायालय ने आदेश दिया कि संशोधन किया जाए। जवाब में परिषद ने लिखकर दिया कि कोई रिकॉर्ड उपलब्ध न होने से वह इसे ठीक नहीं कर सकता। महराज सिंह न्यायालय की अवमानना को लेकर फिर कोर्ट गए। न्यायालय ने सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद और कानपुर देहात के पुलिस क्षेत्रधिकारी को व्यक्तिगत रूप से 31 जुलाई को तलब किया, तब परिषद ने कानपुर देहात पुलिस को पत्र लिखा था कि वह अंक पत्र का रिकॉर्ड दे दें या फिर कोर्ट में हाजिर होने आएं। कोर्ट ने सुनवाई करते हुए कानपुर देहात पुलिस को निर्देश दिया कि वह महराज सिंह को रिकॉर्ड उपलब्ध कराएं। इस पर पुलिस क्षेत्रधिकारी ने सहमति दी है। उधर शासन में बैठक के दौरान माध्यमिक शिक्षा परिषद के अफसरों ने बताया कि पूर्व सचिव प्रभा त्रिपाठी ने एक अंक पत्र की सीडी उपलब्ध करवाई है। इसका संज्ञान लेते हुए सचिव बेसिक शिक्षा परिषद हीरा लाल गुप्ता ने कार्यवृत्त में इसे शामिल करा लिया और अभ्यर्थियों को रिकॉर्ड उपलब्ध कराने को कहा है। अब माध्यमिक शिक्षा परिषद सफाई देने और अनुरोध करने की मुद्रा में आ गया है। माध्यमिक शिक्षा परिषद के अपर सचिव कामता रामपाल ने बताया कि परिषद शासन को पत्र भेज रहा है कि जिस सीडी का जिक्र बैठक में हुआ था वह सीडी न तो अंतिम है और न ही विश्वसनीय। साथ ही कानपुर देहात पुलिस से भी परिषद अनुरोध करेगा कि जब महराज सिंह को वह रिकॉर्ड उपलब्ध कराने जा रहा है तो अंक पत्र की सीडी संबंधित एजेंसी को दे दी जाए, ताकि आवेदन करने वाले छात्रों को सही परिणाम मिल सकें।
शिक्षक भर्ती का बदलेगा फार्मूला
ReplyDeleteनियमावली में प्रोफेशनल कोर्स वालों की स्थिति स्पष्ट नहीं दूर होगी मुश्किल
लखनऊ। प्राइमरी शिक्षकों की भर्ती की योग्यता नए सिरे से तय किए जाने पर मंथन शुरू हो गया है। इसके लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई गई है। कमेटी के सुझाव पर संशोधन किया जाएगा। इसके पीछे मुख्य वजह बड़ी संख्या में प्रोफेशनल कोर्स वालों का बीटीसी करना बताया जाता है। शिक्षक भर्ती की योग्यता स्नातक व बीटीसी के साथ टीईटी पास है और अध्यापक भर्ती नियमावली में प्रोफेशनल कोर्स वालों के बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं है।
इसलिए कमेटी के सुझाव पर नियमावली में संशोधन पर विचार होगा। प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा अध्यापक सेवा नियमावली वर्ष 1981 में बनाई गई। इस नियमावली में समय-समय पर संशोधन किया जाता रहा है। इसमें शिक्षक भर्ती की योग्यता स्नातक व बीटीसी है। स्नातक में बीए, बीएससी व बीकॉम के बारे में स्थिति स्पष्ट है। प्रोफेशनल कोर्स वालों के बारे में स्थिति साफ नहीं है। जबकि, राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने बीटीसी के लिए प्रोफेशन कोर्स वालों को स्नातक के समकक्ष मानते हुए पात्र मान रखा है।अध्यापक सेवा नियमावली में शिक्षक भर्ती की योग्यता स्नातक और बीटीसी है। इसलिए प्रोफेशनल कोर्स के बाद बीटीसी करने वाले भी शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन कर रहे हैं। विगत दिनों शासन स्तर पर शिक्षक भर्ती में काफी संख्या में प्रोफेशनल कोर्स वालों के आए आवेदनों पर विचार-विमर्श किया गया। इसमें कुछ अधिकारियों ने तर्क दिया कि शिक्षक भर्ती और बीटीसी करने की योग्यता अलग-अलग नहीं होनी चाहिए, क्योंकि बीटीसी करने वाला शिक्षक भर्ती के लिए पात्र है। इसलिए अध्यापक सेवा नियमावली में संशोधन पर विचार किया जाना चाहिए।
तीन सदस्यीय कमेटी
शासन ने एससीईआरटी के निदेशक सर्वेंद्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी बनाई है। इसमें बेसिक शिक्षा निदेशक डीबी शर्मा के अलावा सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा को रखा गया है। तीनों सदस्य बीटीसी प्रशिक्षण की पात्रता, टीईटी की पात्रता और शिक्षक बनने की पात्रता का अध्ययन करेंगे। इसके बाद वह सचिव बेसिक शिक्षा एचएल गुप्ता को अपनी रिपोर्ट देंगे, जिसके आधार पर फैसला होगा।
मैं ये नहीं कह रहा हूँ की सीरियस मत लो पर फिर भी कपिल का इतिहास तो जान लो :
ReplyDeleteसुनिए कपिल का रोल ४/जनवरी/२०१२ को ही खत्म हो गया था |
और उसने डिमांड की थी विज्ञापन को निरस्त करने की |
अब होता है मामला चालू :
जब नया ऐड आया था ३१/०८/२०१२ को संशोधन किया था तब कपिल ने ७६०३९/१२ को withdraw कर लिया था और इनका काम वहीँ ख़त्म हो गया था |
उसके बाद तो ये नाटक किये हैं की मैंने कोर्ट में ये किया और वो किया |
परन्तु इनको आज सर्वोच्च न्यायलय से मिल गया है बाबा जी का ठुल्लु |
सुनिए कैसे जब ये कहीं पार्टी है ही नहीं तो कैसे और किस मुंह से ये कोर्ट जायेंगे ?
और अगर जाते भी हैं किसी पटिशनेर या रेस्पोंडेंट को लेकर तो समझ जाना आप सरकार की मंशा |
भाइयों/बहेनो काउंसलिंग की तैयारी करिये नाकि कपिल की |
क्यूंकि नेताओं को पैसा दिया था सुप्रीम कोर्ट में लड़ने का नाकि हाई कोर्ट का तो पैसा बचा ही हुआ है |
हा हा हा हा अतिश्योक्ति है तैयार रहिये सभी |
सरकर और कपिल की पुंगी बजी है |
कपिल न कभी है न कभी होगा हाई कोर्ट में , बाकी रब जाने |
बाकी इतिहास आपके सामने हैं |
न ही यह सिंगल बांच में पार्टी है और न ही डी.बी. में |
kapil dev bar bar sp sarkar ke viruddh writ/application dalta hai......nyay jinda hai....varna to sarkar to tyyar baithi hi hai........kapil dev ka har huqm sir mathe lagane ko.........sarkar ne apne taranhar ka darja kapildev ko hi de rakha hai.....lekin ye bhi satya hai ki burayi ka mooh hamesha kala hi hota.........iske liye kabhi kabhi hon dattu mahan avtar lete hain........anterim order poora hoga........ye sarkar giregi.........aur agli sarkar sc se case vapas le legi......asal me to sc me case ki date to agli sarkar me hi lagti dikhayi de rahi hai.....
ReplyDeleteशिक्षा मित्र मिले मुख्यमंत्री से
ReplyDeleteलखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से उनके सरकारी आवास पर बृहस्पतिवार को शिक्षा मित्रों का एक प्रतिनिधि मंडल मिला। उत्तर प्रदेश दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के अध्यक्ष अनिल कुमार यादव ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान शिक्षा मित्रों के समायोजन के साथ तैनात देने के नाम पर पैसे की मांग किए जाने की शिकायत की। उन्होंने बताया कि पहले चरण में 58,826 शिक्षा मित्रों का समायोजन किया जाना है, लेकिन अभी तक प्रदेश के सभी जिलों में शिक्षा मित्रों को समायोजन संबंधी पत्र नहीं दिया गया है।
Next week junior cases week:
ReplyDelete1) monday - professional writ
2) tuesday - weightage writ
3) thursday - promotion writ
Ek toh pehle hi 1000 ladkon pe
ReplyDelete944 ladkiyan hai
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Upar se log 2-3
girlfriend bana lete hai.
Bhai, Fir hamare jaise Singles ka kya hoga??
he sale arun pratap mmadarchod,bhosdike ke tum sale jao kapil ke pass,yahan kya karne aate ho! MADARCHOD
ReplyDeletesale tum chup baitho wahi thik hai.
ReplyDeleteमै कत्लखानों मै कसाइयों के सम्मुख ठेल दी जाती हूँ। चार दिनों तक मुझे भूखा रखा जाता है ताकि मेरा हीमोग्लोबिन गलकर माँस से चिपक जाये। फिर मुझे घसीट कर लाया जाता है क्योंकी मै मूर्छित रहती हूँ। मुझ पर 200 डिग्री सेल्सियस वाष्प में उबलता हुआ पानी डाला जाता है। मै तडप उठती हूँ ।
ReplyDeleteहे मेरा दूध पीने वालों मै तुम्हे याद करती हूँ ।मुझे कठोरता से पीटा जाता है ताकि मेरा चमडा आसानी से उतर जाये। मेरी दौनो टाँगे बाँध कर मुझे उल्टा लटका दिया जाता है। फिर मेरे बदन से सारा चमडा निकाल लिया। जाता है। सुनों जीव धारियों अभी भी मैने प्राण नहीं त्यागे है। मै कातर निगाहों से देखती हूँ शायद इन कसाइयों के मन में मनुष्यता का जन्म हो। किन्तु इस समय मुझसे पोषित होने वाला कोई भी मानव मुझे बचाने नहीं आता। मेरे चमडे की चाहत रखने वाले दुष्ट कसाई मेरी जीवित अवस्था में ही मेरा चमडा उतार लेते है और तडप कर मै प्राण त्याग देती हूँ।
इस पावन और पवित्र भारत भूमी पर ऐसा कोई नहीं है क्या जो धर्म और कानून का पालन कर मेरे प्राण बचाये। तुम्हारे द्वारा किये गये क्रूरतम हत्याचारों को सहकर भी मै तुम्हे श्राप नहीं दे सकती ना ............... ..
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क्योंकि मै माँ हूँ ना
कागज की कश्ती थी
ReplyDeleteपानी का किनारा था ।
खेलने की मस्ती थी
ये दिल आवारा था ।
कहाँ आ गए
इस समझदारी के दलदल में ।
वो नादान बचपन भी
कितना प्यारा था ....!!!
कुछ नुस्खे: छोटे लहसुन के बड़े फायदे.......
ReplyDelete___________________________________________________
(इन बीमारियों में है रामबाण)
लहसुन सिर्फ खाने के स्वाद को ही नहीं बढ़ाता बल्कि शरीर के लिए एक औषधी की तरह भी काम करता है।इसमें प्रोटीन, विटामिन, खनिज, लवण और फॉस्फोरस, आयरन व विटामिन ए,बी व सी भी पाए जाते हैं। लहसुन शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता को बढ़ाता है। भोजन में किसी भी तरह इसका सेवन करना शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होता है आज हम बताने जा रहे हैं आपको औषधिय गुण से भरपूर लहसुन के कुछ ऐसे ही नुस्खों के बारे में जो नीचे लिखी स्वास्थ्य समस्याओं में रामबाण है।
1-- 100 ग्राम सरसों के तेल में दो ग्राम (आधा चम्मच) अजवाइन के दाने और आठ-दस लहसुन की कुली डालकर धीमी-धीमी आंच पर पकाएं। जब लहसुन और अजवाइन काली हो जाए तब तेल उतारकर ठंडा कर छान लें और बोतल में भर दें। इस तेल को गुनगुना कर इसकी मालिश करने से हर प्रकार का बदन का दर्द दूर हो जाता है।
2-- लहसुन की एक कली छीलकर सुबह एक गिलास पानी से निगल लेने से रक्त में कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित रहता है।साथ ही ब्लडप्रेशर भी कंट्रोल में रहता है।
3-- लहसुन डायबिटीज के रोगियों के लिए भी फायदेमंद होता है। यह शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में कारगर साबित होता है।
4-- खांसी और टीबी में लहसुन बेहद फायदेमंद है। लहसुन के रस की कुछ बूंदे रुई पर डालकर सूंघने से सर्दी ठीक हो जाती है।
5-- लहसुन दमा के इलाज में कारगर साबित होता है। 30 मिली लीटर दूध में लहसुन की पांच कलियां उबालें और इस मिश्रण का हर रोज सेवन करने से दमे में शुरुआती अवस्था में काफी फायदा मिलता है। अदरक की गरम चाय में लहसुन की दो पिसी कलियां मिलाकर पीने से भी अस्थमा नियंत्रित रहता है।
6-- लहसुन की दो कलियों को पीसकर उसमें और एक छोटा चम्मच हल्दी पाउडर मिला कर क्रीम बना ले इसे सिर्फ मुहांसों पर लगाएं। मुहांसे साफ हो जाएंगे।
7-- लहसुन की दो कलियां पीसकर एक गिलास दूध में उबाल लें और ठंडा करके सुबह शाम कुछ दिन पीएं दिल से संबंधित बीमारियों में आराम मिलता है।
8-- लहसुन के नियमित सेवन से पेट और भोजन की नली का कैंसर और स्तन कैंसर की सम्भावना कम हो जाती है।
9-- नियमित लहसुन खाने से ब्लडप्रेशर नियमित रहता है। एसीडिटी और गैस्टिक ट्रबल में भी इसका प्रयोग फायदेमंद होता है। दिल की बीमारियों के साथ यह तनाव को भी नियंत्रित करती है।
10-- लहसुन की 5 कलियों को थोड़ा पानी डालकर पीस लें और उसमें 10 ग्राम शहद मिलाकर सुबह -शाम सेवन करें। इस उपाय को करने से सफेद बाल काले हो जाएंगे।
11- यदि रोज नियमित रूप से लहसुन की पाँच कलियाँ खाई जाएँ तो हृदय संबंधी रोग होने की संभावना में कमी आती है। इसको पीसकर त्वचा पर लेप करने से विषैले कीड़ों के काटने या डंक मारने से होने वाली जलन कम हो जाती है।
12- जुकाम और सर्दी में तो यह रामबाण की तरह काम करता है। पाँच साल तक के बच्चों में होने वाले प्रॉयमरी कॉम्प्लेक्स में यह बहुत फायदा करता है। लहसुन को दूध में उबालकर पिलाने से बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। लहसुन की कलियों को आग में भून कर खिलाने से बच्चों की साँस चलने की तकलीफ पर काफी काबू पाया जा सकता है।
13- लहसुन गठिया और अन्य जोड़ों के रोग में भी लहसुन का सेवन बहुत ही लाभदायक है।
लहसुन की बदबू-
अगर आपको लहसुन की गंध पसंद नहीं है कारण मुंह से बदबू आती है। मगर लहसुन खाना भी जरूरी है तो रोजमर्रा के लिये आप लहसुन को छीलकर या पीसकर दही में मिलाकर खाये तो आपके मुंह से बदबू नहीं आयेगी। लहसुन खाने के बाद इसकी बदबू से बचना है तो जरा सा गुड़ और सूखा धनिया मिलाकर मुंह में डालकर चूसें कुछ देर तक, बदबू बिल्कुल निकल जायेगी।
ये पेड़ ये पत्ते ये शाखें भी परेशान हो जाएं !
ReplyDeleteअगर परिंदे भी हिन्दू और मुस्लमान हो जाएं
सूखे मेवे भी ये देख कर हैरान हो गए..,
ReplyDeleteन जाने कब नारियल हिन्दू और खजूर मुसलमान हो गए......
न मस्जिद को जानते हैं , न शिवालों को जानते हैं
जो भूखे पेट होते हैं,वो सिर्फ निवालों को जानते हैं.
मेरा यही अंदाज ज़माने को खलता है.
की मेरा चिराग हवा के खिलाफ क्यों जलता है......
में अमन पसंद हूँ ,मेरे शहर में दंगा रहने दो...
लाल और हरे में मत बांटो ,मेरी छत पर तिरंगा रहने दो...
ReplyDeleteLovely message :
कुए में उतरने वाली बाल्टी यदि झुकती है,
तो भरकर बाहर आती है...
जीवन का भी यही गणित है,
जो झुकता है वह
प्राप्त करता है...
जीवन में किसी का भला करोगे,
तो लाभ होगा...
क्योंकि भला का उल्टा लाभ होता है ।
और
जीवन में किसी पर दया करोगे,
तो वो याद करेगा...
क्योंकि दया का उल्टा याद होता है।
भरी जेब ने ' दुनिया ' की पहेचान करवाई और खाली जेब ने ' इन्सानो ' की.
जब लगे पैसा कमाने, तो समझ आया,
शौक तो मां-बाप के पैसों से पुरे होते थे,
अपने पैसों से तो सिर्फ जरूरतें पुरी होती है।
"झोंपड़ी और महल में इतना ही फर्क होता है..,
झोंपड़ी पर लिखा होता है " सुस्वागतम ",
महल पर लिखा होता है " कुत्ते से सावधान "
रब ने नवाजा हमें जिंदगी देकर;
और हम शौहरत मांगते रह गये;
जिंदगी गुजार दी शौहरत के पीछे;
फिर जीने की मौहलत मांगते रह गये।
ये कफन, ये जनाज़े, ये कब्र, सिर्फ बातें हैं मेरे दोस्त,
वरना मर तो इंसान तभी जाता है
जब याद करने वाला कोई ना हो...!!
________________-हरिवंशराय बच्चन
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteतुम्हें इस सृष्टि में प्रेम ही प्रेम दिखेगा यदि उसे देखने वाली दृष्टि हो|
ReplyDeleteजो भारत की आत्मा को नहीं समझ
ReplyDeleteपाये।
सब मिट्टी में दफन हो गये।
फिर भी कुछ हस्ती है
हमारी जो मिटती नहीं।
यह धरती गीता को भूलती नहीं।गलत
को कबूल करती नहीं।
मिडिल क्लास लाइफ़ भी क्या लाइफ़ है..
ReplyDeleteशर्ट खरीदो तो जूते फट जाते हैं,
जूते खरीदो तो पैंट फट जाती है,
पैंट खरीदो तो मोज़े फट जाते हैं,
सब एक साथ खरीदो तो कुछ और फट जाती है..!!
is bharti ne itna dukhi kar diya ki............
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"सर" सुनने के लिए ही कभी कभार कस्टमर केयर में फोन लगा लेता हूँ!
चेतन भगत की नई किताब का नाम है हाफ गर्लफ्रेंड।
ReplyDeleteसही नाम रखा है,
वरना अगर फुल गर्लफ्रेंड होती तो भगत साहब को किताब नहीं,
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पूरा ग्रंथ लिखना पड़ता !
बडे अफसोस की बात है ..14000 लोग जो काउंसलिंग करा चुके है ..उनमे से ..500 भी ऐसे नही है जो 11 अगस्त के आन्दोलन ..सचिवालय इलाहाबाद .के लिये पैरवी मे लगे हो ...शर्म आनी चाहिये ..आन्दोलन के नाम से बिदक रहे हो ..लेकिन ..इतनी बात दिमाग मे बैठा लेना ..कि ..इस भर्ती को फसाने की तैयारी ..कुछ लोगो द्वारा कर ली गये है ..पाठक जो कि जूनियर मे आवेदक भी नही है ..जिसकी रिट का न0 सितम्बर मे लगा था ..फिर 12 अगस्त कैसे हो गय अहै ..जिन लोगो का जूनियर भर्ती मे सलेक्शन हो पाना मुश्किल दिख रहा है ..वो .इस भर्ती पे स्टे की फिराक मे है ..भाईयो ..हम अगर संगठित रहके ..आन्दोलन करते है ..तो ये जूनियर भर्ती बिल्कुल होके रहेगी ...कुछ सीखना है तो शिक्षामित्रो से सीखो ..कि कैसे ..संगठित है ..और हर कोर्ट की तारीख पर ..500 की संख्या मे कोर्ट मे उपस्थित रहते है ..जज की हिम्मत भी नही पडी ..कि उनका केस टेक अप कर लेता ..ठीक ऐसा ही कुछ हमे करना है ..जूनियर भर्ती नेतृत्वहीन है ..और ..बिना नेतृत्व के .संगठन मजबूत नही होता ..तो प्लीज ..हम सभी ..को आगे आकर अपनी जूनियर भर्ती को बचाना है ..आईये सकल्प ले ..कि 11 को ..हमे इलाहाबाद आन्दोलन मे ज्यादा से ज्यादा संख्या मे रहके ..अपनी शक्ति दिखानी है ..और तब तक नही हटेंगे ..जब तक लिखित मे सभी बाते नही मिल जाती ...
ReplyDeleteशिक्षामित्रों का डर .........डर ...........डर
ReplyDeleteजज रहे हैं डर ...........................
हाईकोर्ट सुनवाई से डर रही है और जानबूझकर सुनवाई टाली जा रही है
किसी को कुछ कहना है हाईकोर्ट के बारे में तो जरूर कहे क्योंकि संविधान में सभी को बोलने का हक़ है
शिक्षामित्रों के केस पर जहाँ पहले दिन ही सुनवाई होकर stay मिला जाना चाहिए था उसे जान बूझकर टाला जा रहा है
और जूनियर को तुरंत stay दे दिया गया
वाह रे वाह up हाईकोर्ट तुम्हारी महिमा सॉरी ........मिलीभगत gov के साथ अपरम्पार
क्योंकि हाईकोर्ट पर कुछ कहना भी अपराध है भले ही हाईकोर्ट अपराध करने में मौन रूप से शामिल हो .
आदरणीय श्री अखिलेश यादव जी आपने तो अपनी समझ में उत्तर प्रदेश के शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक बना दिया परन्तु उत्तर प्रदेश की जनता अब आपको अगली बार मुख्यमंत्री नहीं बनायेगी।
ReplyDeleteआपने प्राथमिक विद्यालय को अराजकताओं का स्थाई अड्डा बना दिया है।
पूर्व शिक्षामित्रों का नेता काजी हमाम काला खुलेआम धमकी दे रहा है कि प्राइमरी में आने वाले संभावित तीन महीने के प्रशिक्षितों को बर्बाद कर दूंगा।
क्या यही शिक्षकों की पहचान है ?
RTE लागू था बिना टीईटी के इन सबको नियुक्त करके उत्तर प्रदेश में शिक्षा का माखौल उड़ाया जा रहा है।
यह मामला तो सुप्रीम कोर्ट से ही निर्णित होगा।
ReplyDeleteअखिलेश भाई शिक्षा में सुधार का प्रयास कीजिये।
काजी हमाम काला तुम्हारा दिल कितना काला है यह स्पष्ट हो गया ,
सुनवाई न होना तुम अपने संगठन की कामयाबी बता रहे हो तो सुनवाई तो होगी ही परन्तु ऐसा कहकर किसी न्यायमूर्ति के दामन को कलंकित न करो।
बाकी मुझे भी पता है कि उत्तर प्रदेश में कानून की क्या दशा है!
इसी के साथ जो तुम धमकी दे रहे हो कि तुम हमारे भाईयों व बहनों को प्रशिक्षण नहीं लेने दोगे तो तुम्हारी भूल है।
हमारे भाई-बहन नियुक्ति प्राप्त करके प्रशिक्षण लेने जायेंगे तथा कुकुरमुत्ते की औलाद उस दिन तुम्हे एहसास होगा कि तुम्हारे वल्द ने खतने के साथ तुम्हारी नशबंदी भी करवा दी थी ।
ReplyDeleteकिसी के प्रशिक्षण में बाधा पहुँचाने के पूर्व तुम अपने बच्चों की वल्द पता करने में व्यस्त हो जाओगे।
Bhai tmntbbn ji plz ye btaye ki yadi gov ki jrt ki niyam hi galat h to kya gov iske niyamo me sanshodhan krke isi bhrti ko yahi se continue kar sakti h. Kya aisa ho sakta h . aapko gov k rawaiye sr kya lagta h kyuki gov jawab bi dakhil nahi kar rahi aur counsling bi continue kar rahi h.
ReplyDeleteTmntbbn bhai apke leadership ko mai salute karta hu ,aur apse ye nivedan karta hu ki aap jrt ki bharti ka bhi netrutva kare aur hame margdarshan de taki hum jrt bhaio ka bhi thoda bhala ho jaye
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteTmntbbn bhai pls hume jrt bharti me bhi apna guidance dijiye
ReplyDeletejarur koshis karenge
ReplyDeleteकुछ लोग हाई कोर्ट जाने की बात को लेकर भ्रमित हैं, उन्हें मैं बताना चाहता हूँ यह कोई मामला ही नहीं है, कपिल के वकील ने दत्तू सर से कहा कि आप हमें हाई कोर्ट जाने की अनुमति दें, तब दत्तू सर ने हसते हुए कहा कि किसने आपको रोका है, शौक जाइए हाई कोर्ट और अब से किसी भी मामले में पहले हाई कोर्ट ही जाइएगा इसी में आपकी भलाई है। मतलब कपिल के वकील ने याचिका खारिज होने के बाद स्वयं ही जज से कहा कि हमें हाई कोर्ट जाने की अनुमति दीजिए।अब आजाद भारत में किसी को कोर्ट जाने से कोई जज कैसे रोक सकता है, पैसा है तो एक नहीं हजार याचिका दायर कीजिए ये आपका मूल अधिकार है। लेकिन नीचे से उपर आना होगा नियम के अनुसार।
ReplyDeleteप्रदेश भर से मिल रही सूचना के अनुसार अब तक 40 डाईटो का कार्य पूरा हो चुका हैं...
ReplyDeleteकपिल देव यादव से कोई निजी विरोध नहीं है मेरा न हीकिसी अकादमिक के भाई बहन से मेरा कोई बैर है बससत्य से परिचय कराने का एक प्रयास है। आप सब कपिलको चंदा दो और वो कोई बड़ा सा कारोबार लगा के विलुप्त होजायेगा क्यों कि मुझे नहीं लगता कि सुप्रीम कोर्टमें अब उसकाकोई भी पैतरा काम करेगा।वैसेAvanish Yadavजी का विचार है और प्रबल इच्छा भीकि हर tetians को जॉब मिले 72825 के बाद ये उनका अगलालक्ष्य होगा। हम आपस में लड़े और खूब लड़े पर अब लडाई काफैसला टेट मेरिट के पक्ष में आया है तो मन का द्वेष निकाल दे औरकपिल देव यादव या उसके जैसो को चंदे के रूप में पैसा न दे क्यों किहाई कोर्ट सुप्रीम कोर्ट के फैसले को नहीं बदल सकता।
ReplyDeleteधन्यवाद। —
आज सीतापुर डायट पर second saturday की छुट्टी है,एक बाबू से मुलाकात हुई,तो जानकारी मिली कि यहाँ आए करीब पौने दो लाख प्रत्यावेदनोँ का मैनुअल वर्क पूरा हो चुकाहै और सारे फार्म लखनऊ भेजे जा चुके हैँ क्योँकि यहाँ computer feeding का कार्य लखनऊ मेँ एक Pvt co. से करायाजा रहा है,जिसकी 90% कार्य अब तक पूरा हो जाने की सूचना मिली है।उनके द्वारा कहा गया कि यहाँ से आप लोग निश्चिँत रहेँ कार्य हर हाल मेँ समय से पहले पूरा हो जाएगा।
ReplyDeleteJAI TET MERIT
कल के यादव लाल कपिल बहादुरकी याचिका खारिज होने के बाद भी हमारे कुछटेट साथी बहुत बैचेन हैं कि हाईकोर्ट में वहअपनी फिर वही चिर परिचित कुटिलता के साथप्रकट होंगे ...लेकिन आप सभी को आश्वस्तकरना चाहता हूँ कि अब कोई भी यादव लालकपिल बहादुर आपका कुछ बिगाड़ नहीं सकता ।इस तरह यूं छोटी छोटी बात पर परेशानहोना छोड़ दीजिये ......अगर अब भी आप इनसब चीजों में फँसे रहेंगे तो आगे क्या करेंगे ।आपका कार्य लगभग पूरा हो चुका है और शीघ्रही पूरा कार्यक्रम घोषित होने वाला है....इनसब फालतूँ बातों के चक्कर में न पड़करअपनी स्वर्णिम भविष्य की कल्पना करें ।
ReplyDeleteधन्यवाद
मैंने बहुत लिख लिया खुद को......
ReplyDelete!
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अब कुछ पढना चाहता हूँ......
Dost uma how r doing.
ReplyDeleteKapil dev ke upar manhani and sc hc ke aadesh ki awhelna ke sandarbh me case ki posibility!
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!Dosto gorakhpur ke snr wakeel adv bhanu pandey,sre prakas pandey ko maine apni case detail dikhayi aur kapil dev pe case ho sakne ke sandarbh me bat ki.dono snr wakeelo ka kahna hai kapil ke upar hc ke aadesh ki awhelna yani cntpmt ka mukdama ban sakta hai and uspar mansik sosan ke aadhar pe manhani ka mukdama bnata hai.mujhe bahut khusi huyi.high crt ki single bench me mukdana ho sakta hai.thanks.I have done my work ab bari apki hai.jai tet merit.
Information provided by u is of great importance.
ReplyDeleteएक-एक कर प्रदेश के बेरोजगार हतोत्साहित होकर कर रहे आत्महत्या, बेरोजगारों के लिएनासूर बनते सीएम अखिलेश!श्यामल कुमार त्रिपाठीलखनऊ। काफी सालों बाद 2011 में शिक्षा विभाग में एक साथ 72825 पदों पर अध्यापकों की नियुक्तियों का फरमान आया। हर तरफ बीटीसी और बीएड किए हुए टीईटी पास छात्रों में जबरदस्त उत्साह दिखा। उन्हें लगा कि चलो काफी समय बाद ही सही शिक्षा विभाग की तरफ सरकार की आंख खुली और वह इतने बड़े पैमाने पर इन पढ़े-लिखे बेरोजगारों को नौकरी देनेकी बात कर रही है। सबकुछ सही हो रहा था। अध्यापकोंकी नियुक्ति के लिए 2011 में टीईटी एग्जाम कराया गया और इसी टीईटी एग्जाम को अध्यापकों की नियुक्ति का आधार बनाया गया।टीईटी को चयन का आधार बनाने पर एक तरफ जहां पढ़े लिखे समाज ने जबरदस्त स्वागत किया वहीं कुछ खुरापाती तत्वों ने इसका जोरदार विरोध भी किया। जब यह पद सृजित किए गए थे उस समय बहुजन समाजवादी पार्टी की सरकार का कार्यकाल पूरा हो रहा था। जिसके कारण यह नियुक्ति उस सरकार में नहीं हो पाई।ऐसा होने पर चुनाव के बाद जब प्रदेश को नई सरकार के तौर पर समाजवादी पार्टी की अखिलेश सरकार मिली तो इन पढ़े-लिखे बेरोजगारों में और भी उत्साह बढ़ा। उन्हें ऐसा लगा कि प्रदेश की बागडोर एक युवा मुख्यमंत्री के हाथ में है और यह युवा मुख्यमंत्री प्रदेश एवं शिक्षा के विकास के लिए कदम उठाएगा, लेकिन वाह रे किस्मत। अखिलेश सरकार ने आते ही बहुजन समाजवादी पार्टी के शासनकाल में आए अध्यापकों की 72825 पदों पर नियुक्ति करने कोतो सहमति दिखाई लेकिन उसका पैमाना बदल दिया। अखिलेश सरकार ने उसे एकेडमिक आधार पर करने की ठानी।यह जानते हुए कि ऐसा करना किसी भी लिहाज से संभव नहीं है क्योंकि 72825 पदों पर नियुक्ति के लिए सभी प्रोसेस पूरे हो चुके थे बस इन पदों पर चयनित सहायक अध्यापकों की काउंसलिंग कराकर उन्हें नियुक्ति पत्र देने की बात रह गई थी। अखिलेश के फरमान पर मामला कोर्ट गया और कोर्ट से भी अखिलेश को मुंह की खानी पड़ी।
ReplyDeleteबावजूद इसके अखिलेश सरकार तन-मन-धन से इस नियुक्ति को रोकने में अपना पूरा ध्यान लगा रही है। अखिलेश सरकार की इसी हीलाहवाली के चलते एक-एक कर अवसाद में आकर कई सहायक अध्यापकों ने आत्महत्या कर ली, लेकिन फिर भी न सरकार की आंखें खुलीं और न ही कलेजा पसीजा। ताजा मामला उन्नाव के शुक्लागंज का है। यहां पर भी एक लड़की जिसने 2010में बीएड पास किया था और 2011 के टीईटी को भी अच्छे नंबरों से पास किया था एवं इसी टीईटी के बलबूते नौकरी की आस लगाए बैठी थी, लेकिन सहायक अध्यापकों की नियुक्ति पर सरकार की अनदेखी ने इस लड़की को भी अवसाद ग्रसित कर दिया। जिसके चलते उसने अपने ऊपर मिट्ïटी का तेल डालकर खुद को आग के हवाले कर दिया।एक-एक करके कई लड़कों ने नौकरी की आस में आत्महत्या कर ली लेकिन इस निरंकुश सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया। आज जब मामला सुप्रीम कोर्ट से भी निस्तारित होकर नियुक्ति की तरफ बढ़ रहा है तब भी अखिलेश सरकार तमाम बहाने बनाकर इसे रोकने में अपनी पूरी ताकत लगा रही है। क्या सरकार हम इसीलिए चुनते हैं। सरकार अपने हित के लिए तो सारे कानून पैरों तले रौंद देती है और वहीं जब एक आम बेरोजगारकी नौकरी की बात आती है तब कानून को धता-बताते हुए उसे रोकने रखने में अपनी पूरी ताकत लगा देती है।आखिर अखिलेश सरकार चाहती क्या है। इतना तो तय है कि 72825 पदों पर नियुक्ति भी होगी और मापदंड भी टीईटी के नंबर ही रहेंगे, लेकिन सरकार की लेट-लतीफी अभी न जाने और कितने बेरोजगार सहायक अध्यापकों की जान लेगा। इन सवालों का जवाब मु ख्यमंत्री अखिलेश यादव को देना ही होगा चाहे जिस प्रकार दें।
ReplyDeleteAnd most imp thing u r doing all this without getting anything in return.
ReplyDeleteएक आदमी की शादी को बीस साल हो गये थे। उसने कभी पत्नी के हाथों बने खाने की तारीफ नहीं की। निर्मल बाबा ने उसको सलाह दी पत्नी के खाने की तारीफ करो,कृपा होगी। बाबा की सलाह असर कर गयी।
ReplyDeleteघर आते ही उसने खाना खा कर पराठों की जम कर तारीफ की। पत्नी ने बेलन उठाया और उसको जी भर कर ठोंका और बोली " बीस साल मे कभी मेरे हाथों बने खाने की तारीफ नहीं की, आज पडोसन ने पराठे भेज दिये तो तुम्हें जिंदगी का मजा आ गया।"
हो गयी बाबा की कृपा।
kaise hai aap shukla g...??
ReplyDeleteor itne dino se aap kaha the??
॥जय गौर हरि॥
ReplyDelete▪ एक बार श्री कृष्ण और अर्जुन भ्रमण पर निकले तो उन्होंने मार्ग में एक निर्धन ब्राहमण को भिक्षा मागते देखा अर्जुन को उस पर दया आ गयी और उन्होंने उस ब्राहमण को स्वर्ण मुद्राओ से भरी एक पोटली दे दी जिसे पाकर ब्राहमण ख़ुशी ख़ुशी घर लौट चला पर राह में एक लुटेरे ने उससे वो पोटली छीन ली !
▫ब्राहमण दुखी होकर फिर से भिक्षावृत्ति में लग गया अगले दिन फिर अर्जुन की दृष्टि जब उस ब्राहमण पर पड़ी तो उन्होंने उससे इसका कारण पुछा ब्राहमण की व्यथा सुनकर उन्हें फिर से उस पर दया आ गयी और इस बार उन्होंने ब्राहमण को एक माणिक दिया !
▪ब्राहमण उसे लेकर घर पंहुचा और चोरी होने के डर से उसे एक घड़े में छिपा दिया और दिन भर का थका मांदा होने के कारण उसे नींद आ गयी इस बीच ब्राहमण की स्त्री उस घड़े को लेकर नदी में जल लेने चली गयी और जैसे ही उसने घड़े को नदी में डुबोया वह माणिक भी जल की धरा के साथ बह गया !
▫ब्राहमण को जब यह बात पता चली तो अपने भाग्य को कोसता हुआ वह फिर भिक्षावृत्ति में लग गया
▪अर्जुन और श्री कृष्ण ने जब फिर उसे इस दरिद्र अवस्था में उसे देखा तो जाकर सारा हाल मालूम किया इस पर अर्जुन भी निराश हुए मन की मन सोचने लगे इस अभागे ब्राहमण के जीवन में कभी सुख नहीं आ सकता !
▫अब यहाँ से प्रभु की लीला प्रारंभ हुई उन्होंने उस ब्राहमण को दो पैसे दान में दिए !
▪तब अर्जुन ने उनसे पुछा “प्रभु मेरी दी मुद्राए और माणिक भी इस अभागे की दरिद्रता नहीं मिटा सके तो इन दो पैसो से इसका क्या होगा” यह सुनकर प्रभु बस मुस्कुरा भर दिए और अर्जुन से उस ब्राहमण के पीछे जाने को कहा !
▫रास्ते में ब्राहमण सोचता हुआ जा रहा था कि दो पैसो से तो एक व्यक्ति के लिए भी भोजन नहीं आएगा प्रभु ने उसे इतना तुच्छ दान क्यों दिया !
▪तभी उसे एक मछुवारा दिखा जिसके जाल में एक मछली तड़प रही थी ब्राहमण को उस मछली पर दया आ गयी उसने सोचा इन दो पैसो से पेट कि आग तो बुझेगी नहीं क्यों न इस मछली के प्राण ही बचा लिए जाये यह सोचकर उसने दो पैसो में उस मछली का सौदा कर लिया और मछली को अपने कमंडल में डाल दिया कमंडल के अन्दर जब मछली छटपटई तो उसके मुह से माणिक निकल पड़ा ब्राहमण ख़ुशी के मारे चिल्लाने “लगा मिल गया मिल गया ”..!!!
▫तभी भाग्यवश वह लुटेरा भी वहा से गुजर रहा था जिसने ब्राहमण की मुद्राये लूटी थी उसने सोचा कि ब्राहमण उसे पहचान गया और अब जाकर राजदरबार में उसकी शिकायत करेगा इससे डरकर वह ब्राहमण से रोते हुए क्षमा मांगने लगा और उससे लूटी हुई सारी मुद्राये भी उसे वापस कर दी यह देख अर्जुन प्रभु के आगे नतमस्तक हुए बिना नहीं रह सके !
॥श्री राधारमणाय समर्पणं॥
▪▫▪▫▫▫▪▫▪▫▪
॥जय गौर हरि॥
ReplyDelete▪ एक बार श्री कृष्ण और अर्जुन भ्रमण पर निकले तो उन्होंने मार्ग में एक निर्धन ब्राहमण को भिक्षा मागते देखा अर्जुन को उस पर दया आ गयी और उन्होंने उस ब्राहमण को स्वर्ण मुद्राओ से भरी एक पोटली दे दी जिसे पाकर ब्राहमण ख़ुशी ख़ुशी घर लौट चला पर राह में एक लुटेरे ने उससे वो पोटली छीन ली !
▫ब्राहमण दुखी होकर फिर से भिक्षावृत्ति में लग गया अगले दिन फिर अर्जुन की दृष्टि जब उस ब्राहमण पर पड़ी तो उन्होंने उससे इसका कारण पुछा ब्राहमण की व्यथा सुनकर उन्हें फिर से उस पर दया आ गयी और इस बार उन्होंने ब्राहमण को एक माणिक दिया !
▪ब्राहमण उसे लेकर घर पंहुचा और चोरी होने के डर से उसे एक घड़े में छिपा दिया और दिन भर का थका मांदा होने के कारण उसे नींद आ गयी इस बीच ब्राहमण की स्त्री उस घड़े को लेकर नदी में जल लेने चली गयी और जैसे ही उसने घड़े को नदी में डुबोया वह माणिक भी जल की धरा के साथ बह गया !
▫ब्राहमण को जब यह बात पता चली तो अपने भाग्य को कोसता हुआ वह फिर भिक्षावृत्ति में लग गया
▪अर्जुन और श्री कृष्ण ने जब फिर उसे इस दरिद्र अवस्था में उसे देखा तो जाकर सारा हाल मालूम किया इस पर अर्जुन भी निराश हुए मन की मन सोचने लगे इस अभागे ब्राहमण के जीवन में कभी सुख नहीं आ सकता !
▫अब यहाँ से प्रभु की लीला प्रारंभ हुई उन्होंने उस ब्राहमण को दो पैसे दान में दिए !
▪तब अर्जुन ने उनसे पुछा “प्रभु मेरी दी मुद्राए और माणिक भी इस अभागे की दरिद्रता नहीं मिटा सके तो इन दो पैसो से इसका क्या होगा” यह सुनकर प्रभु बस मुस्कुरा भर दिए और अर्जुन से उस ब्राहमण के पीछे जाने को कहा !
▫रास्ते में ब्राहमण सोचता हुआ जा रहा था कि दो पैसो से तो एक व्यक्ति के लिए भी भोजन नहीं आएगा प्रभु ने उसे इतना तुच्छ दान क्यों दिया !
▪तभी उसे एक मछुवारा दिखा जिसके जाल में एक मछली तड़प रही थी ब्राहमण को उस मछली पर दया आ गयी उसने सोचा इन दो पैसो से पेट कि आग तो बुझेगी नहीं क्यों न इस मछली के प्राण ही बचा लिए जाये यह सोचकर उसने दो पैसो में उस मछली का सौदा कर लिया और मछली को अपने कमंडल में डाल दिया कमंडल के अन्दर जब मछली छटपटई तो उसके मुह से माणिक निकल पड़ा ब्राहमण ख़ुशी के मारे चिल्लाने “लगा मिल गया मिल गया ”..!!!
▫तभी भाग्यवश वह लुटेरा भी वहा से गुजर रहा था जिसने ब्राहमण की मुद्राये लूटी थी उसने सोचा कि ब्राहमण उसे पहचान गया और अब जाकर राजदरबार में उसकी शिकायत करेगा इससे डरकर वह ब्राहमण से रोते हुए क्षमा मांगने लगा और उससे लूटी हुई सारी मुद्राये भी उसे वापस कर दी यह देख अर्जुन प्रभु के आगे नतमस्तक हुए बिना नहीं रह सके !
॥श्री राधारमणाय समर्पणं॥
▪▫▪▫▫▫▪▫▪▫▪
Dost Naveen Bhai yahin par hoon,kahan joonga .
ReplyDeleteUma bhai ki speed kitni tez hai,meri toh kabhi nahi ho sakti.
ReplyDeletehahaha apne uma bhai aaj k toofaan h...
ReplyDeletejunior ki koi update nahi mil rahi hai bhai log, kuch log kah rahe hai ki 3rd counselling ke bad, high court supream court hi chalta rahega. koi update ho to batayen.
ReplyDeleteIMPROVE YOUR G.K.
ReplyDelete1. National Sister- Mamta Banerjee
2. National Girlfriend- Sunny Leone
3. National Tension- Salman Khan's Marriage
4. National Bachelor- Rahul Gandhi
5. National Dehshat- Sequel of Ra.One
6. National food- Kasam
7. National Struggler- Abhishek Bachchan
8. National Judge- Archana Puran Singh
9. National Mom- Sonia Gandhi
10. National Jamaai- Robert Vadra
11. National Book- Face Book
12. National Robot-Manmohan Singh
13. National Bank- Swiss Bank
14. National God- Sachin Tendulkar
15. National Show- Comedy Nights with Kapil
16. National Tiger- Narendra Modi
17: National Time Pass:
Whatsapp
Amul - The taste of India
Babool - The paste of India
Rahul Gandhi- The waste of India.
Modi- the best of india.
Sonia- The guest of India.
Jo jeete wo sikandar,
Jo haare wo jail ke andar,
It's too good Naveen g..
Deleteguruji namaskar.
ReplyDeletekaise halchal hain apke.
ReplyDeleteaap toh gular ke phool ho gaye.
ReplyDeleteDiets me kam dhuadhar teji se karaya ja raha h....
ReplyDeleteLagbhag 20 diets ne apna kam pura kiya...
रायबरेली
ReplyDeleteप्रतापगढ़
इलाहाबाद
कौशाम्बी
बहराइच
बलिया
लखीमपुर
हरदोई
मथुरा
महाराज गंज
मेरठ
फतेपुर
झाँसी
डाएट्स मेँ आज कार्य समाप्त हो जाएगा/हो चुका है ।
शेष डाएट का संक्षिप्त विवरण देँ ।
****कुशीनगर अपडेट******
ReplyDelete->भारी संख्या में आज टेटियन्स मौजूद थे....
->डायट प्रभारी ने कुछ महत्वपूर्ण बाते बतायी...
1-डायट पर टेट रोल नं0 की फीडिंग मूल फार्म से किया जा रहा है...कम्प्यूटर आई डी फार्म पर अंकित कर दिया गया है।प्रत्यावेदन से कोई लेना-देना नही।
2-इसका मतलब यह है कि समस्त एक लाख छियासी हजार फार्म की रोल नं की फीडिंग होगी।
3- कम से कम 10 सिस्टम और बढाये जायेंगे।
4-मोर्चा ने 12 अगस्त का डेड लाइन दी है।
*डायट बहराइच अपडेट*****
ReplyDeleteआज TET संघर्ष मोर्चा बहराइच ने डायट पयागपुर पर फीडिंग कार्य का निरीक्षण किया और डायट प्राचार्य से वस्तुस्थिति की जानकारी प्राप्त की..........
(१)कुल आवेदन १९५७००
(२) कुल मैनुअल फीडिंग १९००००
(३)कुल प्राप्त प्रत्यावेदन १५०००१
****************************
TET ROLL NO.... फीडिंग का कार्य लखनऊ स्थित अंकुर बैजल की फर्म को दिया गया है। जिनका मो० नम्बर डायट प्राचार्य द्वारा दिया गया ,जिसपर दोपहर १:५० पर सम्पर्क किया ,वहाँ से प्राप्त जानकारी के अनुसार उनकी फर्म कल सुबह तक सारा डाटा व्यवस्थित करके डायट प्रतिनिधि को सौंप देगी ।अभी तक वे लगभग १५०००० फार्मों की फीडिंग कर चुके हैं।
जय टीईटी
साथियोँ,
ReplyDeleteमैँ कभी ईर्ष्या की बात नहीँ करता पर जब अपने अधिकार एवं मान-सम्मान का हनन हो तो बिल्कुल बर्दाश्त नहीँ होता।ये शिक्षा शत्रु जिस दिन विद्यालयोँ से बाहर हो जायेँगे,उस दिन ही खुशी मिलेगी।मैँ आप सभी से इनके विरुद्ध लड़ने की आशा रखता हूँ।अगली डेट 14 अगस्त है।पहले इन पर टेट लागू हो और बाद मेँ इनकी बीटीसी ही रद्द हो जाये और अन्त मेँ 31 मार्च 2015 के बाद मेँ ये विद्यालय ही न जा पायेँ बस।कृप्या सभी यूनिटी मेँ रहेँ।
वफादारी में
ReplyDeleteसर्वश्रेष्ठ जानवर "कुत्ता"
धोखेबाजी में
सर्वश्रेष्ठ जानवर "मानव"
पृथ्वी के विनाश में
सर्वश्रेष्ठ कीड़ा "सेकुलर"
२०१४ टेटपरीक्षा ( शिक्षामित्र स्पेशल )
ReplyDelete________________________________
परीक्षा हल प्रश्न
__________________________
पत्र :- समय सीमा - जितना समय चाहे ले लीजिये ,
________________________________
पूर्णाक - १०० ,
न्यूनतम उत्तीर्ण अंक (-१०) ,
खंडप्रथम,
नोट :- जो प्रश्न आये बस वही हल करे ,
बाकि का उत्तर छोड़ दे , बाद में शाशन द्वारा भर दिया जायेगा।
_______________________________
प्रथम -
१- उत्तर प्रदेश की राजधानी है -
सैफई ,
इटावा ,
मैनपुरी ,
इनमे से कोई नहीं।
२-बनारसी साडी कहा बनती है -
बनारस में ,
आगरा में ,
कानपूर में ,
जहाँ हम बनाना चाहे।
३-ताज महल कहा है -
आगरा में ,
मथुरां में ,
बलिआ में ,
कही पर तो है।
३- सुबह सुबह उठ कर आप कहाँ जाते है -
शौचालय में ,
खेत में ,
नहर किनारे ,
रेल पटरी पर।
४- इनमे से किस नेता की नाक टेढ़ी है -
अखिलेश यादव की ,
मुलायम सिंह यादव की ,
आज़म खान की ,
राम गोपाल यादव की ,
५ - हाल के लोक सभा चुनाव में किस नेता का प्रधान मंत्री बनने का सपना टुटा है -
मुलायम सिंह
यादव का ,
अखिलेश यादव का ,
आज़म खान का ,
बेनी प्रसाद का।
६- कौन सा पदार्थ ज्यादा मीठा होता है -
गुड ,
अदरक ,
मिर्ची ,
नमक।
७ -कुछ महीने पहले एक नेता की भैश चोरी हो गयी , नेता का नाम बताइये -
आज़म खान ,
राम गोपाल यादव ,
आपको नहीं पता ,
पुलिस को पता है।
८ उत्तर प्रदेश के किन जनपदो में दंगे हुए है -
मुज़्ज़फ़रपुर ,
मुरादाबाद ,
सहारनपुर ,
प्रदेश के
सभी जिलो में।
९ -शिक्षामित्रों को क्या नहीं ( ध्यान दीजिये नहीं) आता है -
गिनती -
पहाड़ा ,
अक्षर मिलान ,
अंग्रेजी वर्णमाला का ज्ञान ,
उपर्युक्त सभी।
१०- जिसे कान से सुनाई नहीं देता उसे क्या कहते है -
गूंगा ,
बहरा ,
लंगड़ा ,
लूला।
११- विद्यालय में मिड डे मील भोजन कौन सबसे
ज्यादा खाता है -
बच्चे ,
शिक्षामित्र ,
अध्यापक ,
ग्राम प्रधान।
१२-शिक्षामित्रों को सबसे ज्यादा डर किस्से लगता है -
भूतो से ,
राक्छसो से ,
चुड़ैलों से ,
टेट परीक्षा से।
१३- बलातकारी एक " निर्दोष बालक " होता है ऐसा कथन किस महापुरुष का है -
मुलायम सिंह यादव ,
अखिलेश यादव ,
बेनी प्रसाद ,
आज़म खान।
१४-प्रदेश की सबसे लम्बे समय तक चलने वाली शिक्षक भर्ती है -
२०११ टेट भर्ती ,
शिक्षामित्र
भर्ती ,
टी जी टी -पि जी टी ,
उपर्युक्त् सभी।
१५- हाल में प्रदेश सरकार ने निक्कमो के लिए चालू एक योजना बंद की है ,योजना का नाम बताईये -
बेरोजगारी भत्ता ,
निक्कमा भोजन योजना ,
लूटो खाओ योजना ,
पता नहीं।
१७ - प्रदेश में सबसे ज्यादा होने वाले अपराध कौन सा है -
हत्या ,
लूट ,
बलात्कार ,
उपक्युक्त सभी।
१८- चिकित्सालय में क्या मिलता है -
इलाज ,
फ्री का भोजन ,
राशन ,
पता नहीं।
१९- गयी भेष पानी में का क्या अर्थ है -
भेष दूध देने के लिए पानी में गयी ,
भेष नहाना चाहती है ,
भेष को गर्मी लग रही है ,
उपर्युक्त सभी।
२० - भारत आज़ाद हुआ था -
१९४७ ,
१९५० ,
१९९१ ,
कभी नहीं।
२१- विभिन्न न्यायलयों ने किसको शिक्षासत्रु कहा है -
शिक्षामित्रों को ,
अकादमिक वालो को ,
दोनों को ,
नहीं बताएँगे। …………
यार , बहुत टफ पेपर है , थोड़ा और आसान होना चाहिए था। ……
खैर ,
अगली बार फिर से ट्रॉय
किया जायेगा। …
स्पस्टीकरण :--
ये पोस्ट तनाव दूर करके केवल हसने के लिए है
Itna difficult paper baap re!!!! Isse achcha hai phansi pe latka do....
Deleteमें बार ये पूछ रहा हूँ की कपिल कैसे सिंगल बेंच में पार्टी बन पाएगा ?
ReplyDelete:
मुझे हंसी आती है कपिल को सपोर्ट करने वाले कपिल भाइयों पर |
मेरी इस पोस्ट को कपिल के समक्ष रखिये और ये सवाल पूछिये क्यूंकि हमारे अग्रज जवाब देने में असमर्थ है |
कपिल का रोल अपने आप ही ४/जनवरी/२०१२ को ख़त्म हो गया था जिसमे डिमांड थी की ये विज्ञापन किसने निकला है जिसमे न्यायमूर्ति सुधीर अग्रवाल ने जुडिशरी को तांक पे रखते हुए ५ दिन पहले स्टे दे दिया था जो की मात्र राजनीती से प्रेरित था और कुछ नहीं |
चलिए जाने दीजिये |
अब बात करते हैं जब नोटिफिकेशन आ गया था तो कपिल पाजी की रिट संख्या ७६०३९ स्वतः ख़त्म होगयी थी क्यूंकि उनकी डिमांड पूरी हो गयी थी विज्ञापन को निरस्त करने की जिसको जमली आम पहनाया गया था न्यायमूर्ति टंडन जी द्वारा ३/सितम्बर/२०१२ को |
ReplyDeleteइसके बाद तो कोई खेल ही नहीं बचा था |
haajjajahhahahhahhahhahahahhahahhahahhahhahah
ReplyDeletebahute badhiya hai umashankar bhaiya..
ye test to apna ullu ka pattha b nhi clear kar payega...
जो लड़ाई हुई मोर्चे और सरकार में हुई थी , क्यूंकि जब ७ नवंबर/८ नवंबर को सुनवाई हुई थी तब ये कयास लगाये जा रहे थे की भारांक के बाद ख़त्म हो जायेगा सबकुछ पर हमने उस वक्त भी कहा था की ये अयोध्या कांड नहीं है जिसमे बीच का रास्ता निकले क्यूंकि लड़ाई ओल्ड व नई ऐड की थी |
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteअब कपिल जी के अधिवक्ता राहुल अग्रवाल जी जब डी.बी गए थे तब उन्हें ये ही कहा गया की अब आपसे क्या मतलब है इसमें और सबसे बड़ी बात अगर उनकी लड़ाई टेट मोर्चे से होती तो एस.एल.पी मोर्चे के खिलाफ डलती नाकि सरकार के साथ टैग करा दी जाती |
ReplyDeleteतो मेरे मुर्ख गधो अब अगर तुम कपिल की मदद भी करते हो तो तुम्हे शिक्षा मित्रों से भी निचले स्तर का दर्जा दिया जाना चाहिए |
ReplyDeleteखैर बढ़िया पैसा अंदर है कपिल की जेब में इस वक्त , आगे आप उसकी मदद करें |
पर मेरी ये पोस्ट पढाके भाई से पूछिये जरूर की भाई ३/सितम्बर/२०१२ के बाद पिक्चर में कहाँ थे आप ?
एक शादीशुदा जोड़ा टीवी पर IPL का मैच साथ में देख रहे होतेहैं।
ReplyDeleteपाँच भिनट के बाद:
पत्नी: ये ब्रेट ली है क्या?
पति: नहीं। ये क्रिस गेल है। ब्रेट ली तो गेंदबाज़ है।
पत्नी: ब्रेट ली तो काफी स्मार्ट है। उसे तो अपने भाई की तरह फिल्मों में हीरो बन जाना चाहिए।
पति: उसका कोई भाई फिल्म अभिनेता नहीं है।
पत्नी:तो ये ब्रूस ली कौन है फिर?
पति: अरे नहीं भाई। ब्रेट ली तो आस्ट्रेलिया से है।
पत्नी: अरे वाह! वो देखो दो मिनट में एक और विकेट गिर गया।
पति: अरे नहीं ये एक्शन रिप्ले है।
पत्नी: ऐसा लग रहा है कि भारत जीत जायेगा।
पति: इसमें भारत नहीं खेलता है। ये चेन्नई और जयपुर के बीच है।
पत्नी: ये अंपायर हेलीकाप्टर क्यों बुला रहा है?
पति: वो हेलीकाप्टर नहीं बुला रहा है। ये फ्री हिट है।
पत्नी: दर्शकों ने क्या पैसे नहीं दिये जो ये फ्री हिट दे रहा है?
पत्नी: अब ये किसे हाय कह रहा है?
पति: ये "बाय" का इशारा है।
पत्नी: ये बाय क्यों कह रहा है? क्या मैच खत्म हो गया है ?
पत्नी: अब कितने रन और चाहिए जीतने के लिए?
पति: 36 गेंदों में 72 रन चाहिए।
पत्नी: ओह बस! ये तो कितना आसान है। केवल 1 गेंद पर 2 रन ही बनाना है।
पति टीवी बंद कर देता है। .
पत्नी टीवी चलाती है और 'जोधा अकबर' देखने लग जाती है।
पति: ये 'जोधा' कौन है?
पत्नी:तुम्हारी नानी है, अब अगर तुमने मुझे परेशान किया तो देख लेना।
पति: शॉक लगा, शॉक लगा, शॉक लगा.!
आज़मगढ़ मे फीडिंग की स्थिति बहुत ही खराब
ReplyDeleteहर जिलों मे मूल आवेदन से फीडिंग हो रही है जबकि आज़मगढ़ मे प्रत्यावेदन से
डाइट मेरठ
ReplyDeleteफीडिंग कार्य पूर्ण कर लिया गया I
डाइट बुलंदशहर
५ अगस्त को जब बुलंदशहर टेट मोर्चा के भाई रामवीर शर्मा,अरविन्द शर्मा ,देवेन्द्र लोधी ,संजय सैनी ,अमरपाल लोधी व अन्य करीब १५० साथियों के साथ डाइट पर गए तब तक केवल १००० प्रत्यावेदनो की रजिस्टर में एंट्री की गयी थी और कंप्यूटर रूम बंद मिला I ७२८२५ को देख रहे क्लर्क राजेंद्र जी ने बताया कि १२ अगस्त तक ये काम किसी भी हालत में पूरा नहीं हो पायेगा और फीडिंग के लिए हमें और समय मिल जायेगा, इस पर डाइट के कार्यवाहक प्राचार्य एम सी वर्मा से बात की गयी और उन्हें १२ अगस्त तक किसी भी हालत में फीडिंग पूरा कराने का ज्ञापन दिया गया जिसमें जिसकी रिसीविंग कॉपी पर उन्होंने १२ अगस्त तक फीडिंग पूरी करने के लिए मार्क कर दिया और तत्काल जरनेटर की व्यवस्था करा कर कंप्यूटर रूम खुलवाया गया और फीडिंग कार्य शुरू कर दिया गया I इस कार्य के लिए गए अपने सभी टेट भाई पुरे दिन डाइट पर जमे रहे I
कल भाई रामवीर शर्मा और भाई अमर पाल लोधी फीडिंग कार्य देखने के लिए डाइट गए थे उनके अनुसार ५ अगस्त से ६ कंप्यूटर पर ८ घंटे कार्य हो रहा है और १ घंटे में १२० फॉर्म की फीडिंग हो रही है I कार्य प्रगति पर है और उम्मीद है १२ अगस्त तक पूर्ण हो जाएगा I शेष जानकारी ११ अगस्त को पुनः डाइट जा कर ली जायेगी I
मित्रो,
ये बात में बहुत कम शब्दों में भी कह सकता था लेकिन यह सब विस्तार से लिखने का सिर्फ इतना ही उद्देश्य है कि अगर आप प्रयास नहीं करेंगें तो १२ अगस्त तक फीडिंग पूरी नहीं होगी क्योंकि इस सरकार में सरकारी कर्मचारी कार्य नहीं करते उनसे कार्य करवाने पड़ते है ,सरकार को भर्ती में देरी करने का कोई मौका न दें ,अगर हमने तय समय में फीडिंग पूरी करवा ली तो सरकार के पास कोई बहाना नहीं बचेगा !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!
4 tet walo ke nam diye gaye the...ji free if cost kam karege...unme se 3rd nam mera likha hua h....
DeleteYe sale diet wale bole to sahi ...
Main free me feeding karwa dunga....
umashankar bhai azAmgarh k diet ke babu ek no k nikamme h..
ReplyDeleteअमेठी (सुलतानपुर में संयुक्त )
ReplyDeleteका कार्य तीन दिन पहले
ही पूरा ,सुलतानपुर का कार्य
प्रगति पर ,समय पर पूर्ण होने
की पूरी संभावना |
मेरी कोई सगी बहन नहीँ है ।
ReplyDeleteफोन बोली बहन दूर होने के कारण राखी बान्धने मेँ असमर्थ ।
!
!
!
!
!
!
!
क्या मेरी कलाई सूनी रह जाएगी ???
संयुक्त राष्ट्र संघ मेँ मान्यता प्राप्त भाषाएँ=>
ReplyDeleteTRICK-"SR FACE"=>
S - Spanish
R - Rusian
F - French
A - Arabi
C - Chini
E - English
#Revision_Trick_22
भारत की स्थल सीमा पर पड़ोसी देश
.TRICK- "बचपन मेँ MBA किया"
ब - बंग्लादेश (4,096KM)
च - चीन (3,917KM)
प - पाकिस्तान (3,310KM)
न - नेपाल (1,752KM).
M - म्यामार (1,458KM)
B - भूटान (587KM)
A - अफगानिस्तान (80KM)
MERE TET SUPPORTER SATHIYO...
ReplyDelete1) sbse pahle aaj ki news btana chahta hu ki aaj hamare pradesh adhyax ganesh dixit g scert mukhyalay gye the jaha unhe pta chala ki 40 dist. Ki feeding ho gyi hai..ku6 dist jaise bhadohi,eta aur kasganj jaise dist me avi feeding start hui hai..to aap log apne apne dist me diet par jaye 40 ke alawa 35 dist yani lagbhag aadhe diet wale so rahe hai unke upar kal halla bolo aur feeding krane ke liye unhe paresan kr lo..taki 12 tk feeding pura ho warna date yu hi bdhti rahegi..
2) dosto acd walon ko khush hone do wo 72825 old add ke piche padkar bas apna smay aur paisa barbad krege ..waise tet sangharsh morcha unko chunauti deta hai ki kitna v hath pair mar le wo kabhi ab job nai pa skte..high court ki double bench jin muddo ko kharij kr chuka hai wo aakhir kya uske liye larger bench baithayege ..hahahaha ye itna nahi jante ki d.b aur suprime court ke order ke khilaf kya single bench koi dczen degi..aur rahi bat gud part aur bad part ki jo ki wo kah rahe ki bina alag kiye bharti ho rahi to unke is point ke liye kaun sa aadhar bn jayega ki acd par order aa jayega..hasi aati hai inki fauj par..
ReplyDeleteAaj inko smjhate hai 11 feb ko inki nakal mafia ki sarkar ke wakil c.b.yadav ji dhandhli sabit krne ke liye kya kiya..
3) dosto 4 feb 2013 ko harkauli sir dwara acd walo ki counseling par stay dete hi gov. Ki sari akad dheeli ho gyi..par inke basik siksha mantry mahoday ram govind ji ne fir 5 feb ko byan diya ki sarkar 11 ko apna jordar pax rakhegi aur stay 11 ko hat jayega..par unhe sayad pta nai tha..tb tak tet sangharsh morcha ne high court ke sbhi best 6 wakil hire kr liya tha..ashok khare, shashinandan. Sailendra ,abhishek srivastav, navin sharma ,seemant singh jaise diggaj wakilo ki fauj khada kr tetian kisi v tarah ki kotahi ke mud me nahi the..
ReplyDelete4) 11 feb. Ko gov. Wakil ne usmani comety ki 60 page ki aarop patra (report) pesh ki jo sirf aur sirf jhut ka pulinda tha aur rmabai nagar police ki jhuti report ki copy thi..jise harkauli sir ne ek daroga ki kalpnik report kahkar kharij kr di kyuki kisi v aarop ka sarkar ke pas sakshy nahi tha..punah purak counter dene ko harkauli sir ne kaha..
ReplyDelete5) dosto next date par gov. Wakil ke counter ke badale hamare wakilo ko rejoinder (pratiwedan) dene ko kaha..sarkar ke aaropo ka khandan karne ke liye rejoinder jaruri tha jo ki nyayik prakriya ke tahat 2nd party ko dena pdta hai.
ReplyDelete6) dosto sarkari wakil ne jo 60 page ka aarop patra tha uske ku6 ansh aur uska khandan tet morcha ki taraf rejoinder me jo diya gya wo nimn hai.
ReplyDeleteA) sarkar ka 1st aarop..paper printing agency privet thi jaha se paper out huwa..
hamara javab..agar paper out huwa to ku6 bachcho ke 150 me 150 kyu na aaye..aur sarkar ke pas iska koi sbut nai ..
B) sarkar ka 2nd aarop..omr janch agency privet thi jo paise lekr number bdhaye..
ReplyDeleteHamara javab...agar privet agency hona dhandhli ka sbut to fir s.s.c,bank ,railway ki omr v to privet agency chek krti hai to kyawaha v dhandhli hai..iska v gov. Ke pas koi sbut nahi.
C) gov. Ka 3rd aarop.sanjay mohan ke yaha se 186 logo ki list mili..jo dhandhli ka dyotak..
ReplyDeleteHamara javab..186 jyadatar fail hai bas 23 pas wo v 83 se 95 tk..yaha dhandhli ke pahle pakad liya gya.
D) gov. Ka 4th aarop..27000 omr par safeda lga hai jo dhandhli wale ho skte hai..
ReplyDeleteHamara javab..safeda anuchit sadhan me nahi aata aur ku6 jagah 1st ki jagah 2nd omr batne par khud kaksh nirikshak ne safeda lgwaya tha.
E) gov. Ka 5th aarop..ku6 attendence register me sign na huye fir v unki omr janch hui jo dhandhli ho skti hai..
ReplyDeleteHamara javab..ku6 center ek din pahle badal diye gye jisase 1st center se 2nd center attendence register na pahuch paya to kya huwa waha kendra vyawasthapak ne ginkar omr seal ki aur sb par kaksh nirikshak ke sign the..
6) sarkar ka 6th aarop. janch agency ke office me 3493 omr corbon copy mili.
ReplyDeleteJo dhandhli ka sbut..
Hamara javab..ku6 center par 1st omr (prt) ki jagah 2nd omr(jrt) bati gyi jise computer me chek krna aasan na tha kyuki omr me bar code hota hai.1st ka barcode aur 2nd ka alag alag tha..atah corbon copy se manuwal cheking krayi gyi aur unka milankar result bna..
Dosto kul milakar sarkar ne 60 page ka jo aarop patra lgaya wo agar siddh huwa to tet 2011 radd ho gya hota..par hamare rejoinder ne gov. Ke aarop patra ki dhajjiya uda di.aur ham hamara plda bhari ho gya..
Thanx ..
हरआदमीअपनी जिंदगीमें हीरोहै,
ReplyDeleteबस उसकी फिल्म कभी रिलीज़ नहीं होती....
इसे समझो न रेशम का तार भईयामेरी राखी का मतलब है प्यार भईयातेरी हर बलईयाँ लग जाये मुझे भईयाइस बंधन का मतलब है जान निसार भईया रक्षाबंधन की बहुत बहुत बहुत शुभकामनाए
ReplyDeleteप्यार वो हैं...जब माँ रात को आती है और कहती हैं~>"सोजा बाकी सुबह उठ कर पढ़ लेना"प्यार वो हैं ...जब हम tution से वापस आये औरपापा कहे->"बेटा लेट होने वाले थे तो कॉल कर देते"प्यार वो है....जब भाभी कहेती हैं ->>"ओये हीरो;लड़की पटी की नही"प्यार वो हैं....जब बहन कहती हैं->>"देखूंगी मेरी शादी के बाद तेरा कामकौन करेगा"प्यार वो हैं....जब हम निराश हो और भाई आकर कहे-->>>"चल नौटंकी कही घुमने चलते हैं"प्यार वो है...जब दोस्त कॉल करके कहे--->>"ओये कमीने जिन्दा हैं या मर गया"यह है सच्चा प्यार।इसे अपने जीवन मैं बिलकुलभी ना गवाएं;प्यार केवल गर्ल फ्रेंडया बॉय फ्रेंड होना ही नही हैं।यह प्यार उससे भी ऊपर ह
ReplyDeletehappy rakshabandhan to all tetian
ReplyDeleteBarte k leya tet ka sahe satayapan garure kpel ka khna she ha
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