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UPTET / टीईटी / TET - Teacher Eligibility Test Updates /
Teacher Recruitment News
Aaj TET Candidates ne Samachar Plus Chanel Par Huee Debate Mein Apna Paksha Badee Majbootee Se Rakha,
Social Media / Facebook par iskee charcha Joron par Hai.
समाचार प्लस और अमिताभ
अग्निहोत्री जी को धन्यवाद।
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Wahin Dusree Taraf FB se pata chala hai ki TET candidates ke Vaarta UP ke CM se Huee, Aur Baatcheet Sakratmak Rahee.
Lekin bhrtee par Nirnay ke Baare mein Koee Spashteekaran / Khabar Abhee bhee nahin hai
हाय !
ReplyDeletehi
ReplyDeleteअब अखिलेश पूरे देश मे टीइटी मेरिट लगवा कर ही छोड़ेगा ।
ReplyDeleteक्योँकि इतना बड़ा मूर्ख मँत्री तो पूरी दुनिया मे भी नही है ।
ReplyDeleteसही मायने मे खेल का मजा तो अब आएगा ।
ReplyDeletesaaf kaha GAJIPUR seGHAZIABAAD tak chle jayiye school me adhyapako ki kami h 3lakh shikshko k padd khali h aur aap abhi tak koi nirnay nahi le pa rahe ,kitna bada mudda h jo itna samay lag rahah.
ReplyDeleteSUPREME COURT OF INDIA
ReplyDeleteCOURTNIC UNDER SCRUTINY
Status of : Diary Number 40659 OF 2013
Date of Filing : 18/12/2013
STATE OF U.P & ORS .Vs. SHIV KUMAR PATHAK & ORS
Filed By : MR. SATYA MITRA GARG
State : Uttar Pradesh Section : XI
Agency : HIGH COURT OF JUDICATURE AT ALLAHABAD
supreme court me agar SLP dali gayi hai to wo 17 dec. tak hi dal sakti thi,, aaj 18 dec. se 01 jan 2014 tak supreme court band hai,, to fir kasie SLP daal di gayi hai,, ye thoda samaj se bahaar hai,, baki jo bhi ho,, lekin gov. har kadam par haregi,, ye ek satya hai,, jai ho,, photo me court calender hai jisme court leave List hai,, check it,,,
ReplyDeletehttp://supremecourtofindia.nic.in/calendars/cal.htm
शुभ संध्या..
ReplyDeleteसमाचार प्लस पर अमिताभ अग्निहोत्री द्वारा शानदार,,,, कार्यक्रम...
सपा सरकार का दिमाग हिला दिया,,
धन्यवाद समाचार प्लस,,,,
थोड़ी वीडियो भी डालने कि कोशिश करता हू,,
जय हो,,,
आपका ललित शर्मा..
https://www.facebook.com/Samacharplus?ref=br_tf
debate video mail me grajput3891@gmail.com
ReplyDeleteSP nikammi gov hai,hum TET Public k sath politics khel rahi hai.
ReplyDeleteIndia news, Aaj tak, IBP news, News 24 ....etc channel par bhi dikhao bhai
ReplyDeleteagar PRT & JRT dono bharti nahi hui to iska result kya hoga,ye public batayegi.
ReplyDeleteअखिलेश सरकार का हाल ''एक ज़िद्दी बच्चे'' के समान है।
ReplyDeleteएक बालक जिद पर अड़ गया .... बोला की छिपकली खाऊंगा.
घरवालों ने बहुत समझाया पर नहीं माना।
हार कर उसके गुरु जी को बुलाया गया। वे जिद तुड़वाने में महारथी थे.
गुरु के आदेश पर एक छिपकली पकड़वाई गई. उसे प्लेट में परोस बालक के सामने रख गुरु
बोले, ले खा... बालक मचल गया.
बोला, तली हुई खाऊंगा.
गुरु ने छिपकली तलवाई और दहाड़े, ले अब चुपचाप खा. बालक फिर गुलाटी मार
गया और बोला, आधी खाऊंगा.
छिपकली के दो टुकड़े किये गये. बालक गुरु से बोला, पहले आप खाओ. गुरु ने आंख नाक
और भी ना जाने क्या क्या भींच किसी तरह आधी छिपकली निगली... गुरु के
छिपकली निगलते ही बालक दहाड़ मार कर रोने लगा की आप
तो वो टुकड़ा खा गये जो मैंने खाना था. गुरु ने धोती सम्भाली और वहां से भाग
निकले की अब जरा भी यहां रुका तो ये दुष्ट दूसरा टुकड़ा भी खिला कर
मानेगा...
करना-धरना कुछ नहीं,नौटंकी दुनिया भर की....
टीईटी मामले में एसपी यादव को लज्जित होते आज आपने देख ही लिया है जो कि सरकार के मंत्री हैं। अमिताभ जी और हमारे साथी एसके पाठक के सामने निरुत्तर थे ।
ReplyDeleteअमिताभ जी ने कहा कि आप (सरकार) बेरोजगारों का उत्पीड़न करके गोहत्या के समान पाप कर रहे हैं ।
जिसका परिणाम भी आ गया है
सरकार ने हमारे खिलाफ मुकदमा फाइल कर दिया है ।
क्या हम उत्तर प्रदेश के निवासी नहीं हैं?
आओ हम पुनः इसको पूरे देश के सामने शर्मसार करें यदि इसने हमें चुनौती दी है तो हम स्वीकार करें।
शिक्षक भर्ती पर सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी
ReplyDeleteराज्य सरकार ने परिषदीय स्कूलों में 72,825 शिक्षकों की भर्ती टीईटी मेरिट के आधार पर करने संबंधी हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में विशेष अनुज्ञा याचिका (एसएलपी) बुधवार को दाखिल कर दी है। एसएलपी पर निर्णय आने के बाद ही अब शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू हो पाएगी।
NAHI MANI GOV DAYAR KI SPL
ReplyDeleteशिक्षक भर्ती पर सुप्रीम कोर्ट में
एसएलपी
लखनऊ (ब्यूरो)। राज्य सरकार ने परिषदीय
स्कूलों में 72,825
शिक्षकों की भर्ती टीईटी मेरिट
के आधार पर करने संबंधी हाईकोर्ट के आदेश के
खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में विशेष
अनुज्ञा याचिका (एसएलपी) बुधवार
को दाखिल कर
दी है। एसएलपी पर निर्णय आने के बाद
ही अब
शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू
हो पाएगी।
•अखिलेश ने पहले अनशन खत्म करने को कहा
•नहीं माने अभ्यर्थी, कहा- ठोस आश्वासन
मिलने
पर ही टूटेगा अनशन
लक्ष्मण मेला मैदान में अनशन पर बैठे
अवनीश व
अन्य टीईटी अभ्यर्थियों का कहना है
कि तिल-तिल
कर मरने से अच्छा है कि राष्ट्रपति उन्हें
व
साथियों को इच्छा मृत्यु की अनुमति दे दें।
उन्होंने
कहा, हाईकोर्ट के आदेशानुसार अगर 72,825
टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए
शिक्षक
भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं हुई तो वे और
उनके
साथी आत्मदाह करेंगे।
• अब्दुल गफ्फार खान- 'फ्रंटियर गाँधीÓ के नाम से प्रसिद्ध; स्वतंत्रता संग्राम के दौरान 'नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर प्रॉविंसÓ के प्रमुख नेता। 'खुदाई खिदमतगारÓ नामक संगठन के संस्थापक।
ReplyDelete• अब्दुल रहीम खान-ए-खानं- अकबर के सेनापति व नव रत्नों में से एक। प्रमुख मध्यकालीन भक्ति कवि।
• अबुल फजल (1551-1602 ई.)- अकबर के प्रमुख सलाहकार व सरकारी इतिहासकार। उन्होंने 'आइने अकबरीÓ व 'अकबरनामाÓ लिखा।
• अहिल्या बाई- इंदौर के महाराजा मल्हार राव होल्कर की विधवा बहू जिन्होंने 1764-1765 तक राज्य पर शासन किया।
• अहमद शाह अब्दाली- अफगानिस्तान का शासक जिसने भारत पर सात बार आक्रमण किया, जिसमें 1761 में पानीपत के युद्ध में मराठों की पराजय प्रमुख है।
• अजातशत्रु- विंबसार का पुत्र और मगध के हरयंका वंश का द्वितीय शासक।
• अकबर (1542-1605 ई.)- मुगल साम्राज्य का महानतम शासक। उसने मुगल साम्राज्य का विस्तार किया और उसे मुख्य रूप से धार्मिक सहिष्णुता और राजपूतों के साथ मित्रतापूर्ण सम्बंधों के लिए जाना जाता है। उसने एक नए धार्मिक पंथ 'दीन-ए-इलाहीÓ की स्थापना की।
• अल बरूनी (970-1039 ई.)- प्रसिद्ध लेखक जो महमूद गजनवी के साथ भारत आया और भारत पर विश्व प्रसिद्ध किताब 'किताब-उल-हिंदÓलिखी।
• अलाउद्दीन बहमन शाह- बहमनी राज्य के संस्थापक।
• अलाउद्दीन खिलजी- दिल्ली सल्तनत का सबसे सक्षम शासक जिसने मूल्य नियंत्रण प्रणाली लागू की। इसके शासनकाल के दौरान दिल्ली सल्तनत का सबसे ज्यादा विस्तार हुआ।
• अलबुकर्क (1453-1515 ई.)- भारत में पुर्तगाली वायसराय। 1510 ई. में उसने गोवा व दीव पर अधिकार जमाया।
• अल्बर्ट आइंस्टीन (1879-1955 ई.)- न्यूटन के बाद महानतम् वैज्ञानिक। 1905 में 'क्वांटम सिद्धांतÓ का प्रयोग करके 'फोटो विद्युत प्रभावÓ की व्याख्या की। द्रव्यमान व ऊर्जा के मध्य सम्बंध स्थापित करने के लिए श्व=द्वष्२ समीकरण का प्रतिपादन किया। ब्राऊनियन गति की व्याख्या करके परमाणु सिद्धांत की पुष्टिï की। सापेक्षता के विशिष्टï सिद्धांत (Special Theory of relativity) का प्रतिपादन किया। 1916 में सापेक्षता के सामान्य सिद्धांत (General theory of relativity) का प्रकाशन। 1921 में नोबेल पुरस्कार।
• एलेन ऑक्टोवियन ह्यूम (1829-1912 ई.)- ब्रिटिश सरकार में सिविल सर्र्वेंट जिन्होंने भारतीय राष्टरीय कांग्रेस की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
• अमीर खुसरो (1255-1325 ई.)- इनको 'पैरेट ऑफ इंडियाÓ कहा जाता है। वे प्रसिद्ध साहित्यकार, इतिहासकार व संगीतज्ञ थे। सूफी संत हजरत निजामुद्दीन औलिया के शिष्य के रूप में प्रसिद्ध।
• अर्दशीर- 226 ई. में ईरान में सस्सानिद वंश के संस्थापक।
• अलेक्जेंडर ग्राहम बेल (1847-1922 ई.)- स्कॉटिश अमेरिकी, जिसने टेलीफोन का आविष्कार किया।
• अरस्तू (384-322 ई. पू.)- ग्रीक दार्शनिक, साहित्यकार व वैज्ञानिक। सिकंदर महान के शिक्षक व प्लेटो के शिष्य। उन्होंने तर्कशास्त्र (Logic) की स्थापना की।
• आर्यभट्ट (476-520 ई.)- भारतीय खगोलशास्त्री व गणितज्ञ जो चंद्रगुप्त विक्रमादित्य के नौ रत्नों में से एक थे। उन्हें बीजगणित (algebra) के आविष्कार का श्रेय है। वे पहले खगोलशास्त्री थे जिन्होंने बताया कि पृथ्वी अपने अक्ष पर घूमती है।
• अशोक महान (शासन 269-232 ई. पू.)- प्राचीन भारत का महानतम शासक। 261 ई. पू. में कलिंग युद्ध के पश्चात् उसने हिंसा का मार्ग छोड़कर बौद्ध धर्म अपना लिया।
• अश्वघोष- कुषाण सम्राट कनिष्क के अध्यात्मिक गुरू, जिन्होंने प्रसिद्ध बौद्ध ग्रंथ 'बुद्धचरितम्' की रचना की।
• अतातुर्क कमाल (1881-1938 ई.)- तुर्की जनरल व राजनीतिज्ञ। उन्होंने तुर्की में खिलाफत का अंत करके वहाँ गणतंत्र की स्थापना की और तुर्की को एक आधुनिक धर्मनिरपेक्ष देश के रूप में स्थापित किया।
• आंद्रे मेरी एम्पियर (1775-1836 ई.)- फ्रांसीसी वैज्ञानिक जिसने एम्पियर के नियमों का प्रतिपादन किया। विद्युत धारा की इकाई का नामकरण इन्हीं पर किया गया है।
• अलेक्जेंडर फ्लेमिंग (1881-1955 ई.)- स्कॉटिश वैज्ञानिक जिन्होंने प्रथम एंटीबायोटिक
पेनीसिलिन' की खोज 1928 में की।
ReplyDelete• ऑर्थर कॉम्पटन (1892-1962 ई.)- अमेरिकी भौतिकविद् जिन्हें 1927 में 'कॉम्पटन प्रभाव' (Compton Effect) की खोज के लिए नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया। 'कॉम्पटन प्रभाव' से ही प्रकाश के द्विस्वभाव(Dualnature) की जानकारी हुई।
• अर्नेस्ट रदरफोर्ड (1871-1937)- प्रसिद्ध भौतिकविद जिन्होंने परमाणु की संरचना की खोज की जिससे नाभिकीय युग (Nuclear Age) की शुरुआत हुई।
• अल्फ्रेड नोबेल (1833-1896 ई.)- स्वीडिश रसायनविद व आविष्कारक। इन्होंने डाइनामाइट का आविष्कार किया और इन्हीं के नाम से चिकित्सा, साहित्य, अर्थशास्त्र, भौतिकी, रसायनशास्त्र और शांति के लिए प्रत्येक वर्ष नोबेल पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
• ऑगस्टस (63 ई. पू. - 14 ई.)- प्रथम रोमन सम्राट। उन्होंने मिस्र पर विजय प्राप्त की और रोम में नैतिक धार्मिक सुधारों को लागू किया।
• आर्कमिडीज़ (287-212 ई. पू.)- ग्रीक के प्रसिद्ध गणितज्ञ जिनको 'उत्प्लावन के सिद्धांतों (Principle of buoyancy) के प्रतिपादन का श्रेय है।
HC का यूपी सरकार को एक और झटका
ReplyDeleteइलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ
खंडपीठ ने यूपी सरकार
को झटका देते हुए बुधवार को राज्य के
सभी राज्यमंत्रियों की गाड़ियों से लाल बत्ती हटाने के
निर्देश दे दिए हैं।
खंडपीठ का कहना है कि सरकार 10
दिसंबर को दिए गए
निर्देश के अनुपालन
को सुनिश्चित करे। गौरतलब है कि प्रदेश में 100 से
भी ज्यादा राज्यमंत्री है
जो अलग-अलग विभागों में
सलाहकार के तौर पर नियुक्त हैं।
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने 10
दिसंबर को हुक्म दिया था कि लाल
बत्ती की गाड़ियों का इस्तेमाल
केवल
संवैधानिक पदों पर बैठे और
अतिविशिष्ट शख्स ही कर सकते
हैं। इसी तरह नीली बत्ती के लिए
कोर्ट ने कहा था कि पुलिस,
एंबुलेंस और आपातकालीन सेवाओं के
वाहनों को ही नीली बत्ती लगाने
का हक है।
कोर्ट में लाल व नीली बत्ती का मामला पिछले कई
साल से
चल रहा था। याचिका में
कहा गया था कि राजनीति से जुड़े
लोग रसूख दिखाने के लिए
गाड़ियों पर लालबत्ती लगाकर घूमते हैं। इससे आम
जनता को परेशानियों का सामना करन
सुप्रीम कोर्ट ने तीन महीने में देश के
सभी राज्यों से एक नई
सूची निकालने का कहा था, जिसके
तहत संवैधानिक पद को परिभाषित किया जाना था।
हालांकि, उससे पहले ही इलाहाबाद
हाई कोर्ट की लखनऊ
बेंच ने यह फैसला सुना दिया है।
hi
ReplyDeleteइस वशंवाद और जातिवाद की राजनीति करने वाली पार्टी को समूल नष्ट करना हैँ एवं दूसरी बात इस दो मुँहे साँप को सर्वोच्च न्यायालय मेँ ऐसे कुचलना है जिससे भविष्य मेँ ऐसी दोगली सरकार सर्वोच्च न्यायालय जाने से पहले अपने अतीत का संस्मरण करे ।
ReplyDeleteहर अभ्यर्थी इस समर मेँ कूदने को तैयार हैँ, बस एक बार बिगुल बज जाए....
FRINDS AB ANYA CHANEL PAR BHE DEBATE KA PARYAS KARNA CHAYEA,KAL AMITAB AGNIHOTRI JI NE JO DEBATE KARI USSE YE PROVE HO GYA KI HMARE SATH KITNE GANDI RAJNITI HO RAHI HE,
ReplyDeleteदोस्तोँ,
ReplyDeleteआप चिन्ता ना करेँ क्योँ इस अकललैस सरकार को पटखनी देने के लिये पश्चिमी उ.प्र. के 2 ही जिले काफी है और सारे मिलकर इसे हजार बार हरायेँगे।हम विजेता थे,हैँ और रहेँगे।इस निकम्मी सरकार पर जुर्माना भी लग सकता है।यह भर्ती 31 मार्च 2014 तक टेट मेरिट पर होगी।
साथियोँ,
ReplyDeleteहमारे कुछ साथी कह रहे है कि सरकार ने अपना 15वाँ संशोधन बचाने के लिये SLP डाली है तो दोस्तोँ मैँ स्पष्ट कर देना चाहता हूँ कि यह निकम्मी सरकार हमारे खिलाफ हर बिन्दु पर लड़ेगी।
लेकिन हमारी तैयारी भी कम नही है ।
ab jabki ye sapayi government ne supreme court of India me SLP daal hi diya hai to apne sabhi sathiyo se gujarish hai ki isaka muhtod jabab dene k liye tatpar aur taiyyar rahe .hum is besharm sarkar ko court me harastar pr dhool chatane k liye kritsanklpit hai.
ReplyDelete" SUPREME COURT OF INDIA
COURTNIC UNDER SCRUTINY
Status of : Diary Number 40659 OF
2013
Date of Filing : 18/12/2013
STATE OF U.P & ORS .Vs. SHIV
KUMAR PATHAK & ORS
Filed By : MR. SATYA MITRA GARG
State : Uttar Pradesh Section : XI
Agency : HIGH COURT OF
JUDICATURE AT ALLAHABAD"
sabhi ko
Jay TET
mujhe to pata tha ye nikammi govt election tak is bharti ko ni karegi, aur last me vahi hua akhirkar wo apne masube me kamyam ho gai, ab hume bi uske masubo pe electon me pane pherna h, taki wo 10 seets se jyada na jeet sake....
ReplyDeleteGood Morning TET saathiyo, ab wo samay aa gaya hai jab ab S.C. me bhi vijay pataka fehraane wale hain... bas thoda samay lag sakta hai,, magar pareshaan hone ki jarurat nahi! Patience rakhiye aur upar wale par bharosha rakhiye..... S.K. Pathak ji se mili soochna ke anusaar ab hamari or S.C. ke top 5 ya 6 vakeelo ko khada karne ki planning hai jisse apne matter par jald se jald koi decision aa sake..... Saathiyon ek aur baat...... jiske liya jald hi S.K.Pathak ji ki or se jald hi ek a/c no. public kar diya jayega..... jiske liye aap sabhi se nivedan hai ki aap sabhi TET saathi badh chadh kar aarthik sahyog dene ke liye kamar kas ke taiyaar rahiyega.... aur sab se sahyog k liye appeal kariye... Bhagwan ji se dua kariye aur jald se jald decision aa jaye.... aur HAMARE S.K.PATHAK BHAI AUR SUJEET BHAI ki MEHNAT rang laaye...... TAKE CARE..... BE POSITIVE.... SAATHIYON AFWAAHO SE BACH KE RAHE.... APKO AUTHENTIC NEWS HAM UPDATE KARTE RAHENGE.....
ReplyDeleteAakhir paltuaa ne apni aukat dikha hi di. Saala roj kahata tha ki HIgh Court k order ka palan karenge lekin aapni bat par kaha tikana hai isako. Abhi aaj sam tak kahte rahe ki manthan chal raha hai lekin dekho chupke se jakar SLP dal di. Inme itna bhi dam nahi tha ki ek bar saamne aa kar kah sake ki ha ham Supreme Court ja rahe hai. jaise inko dar tha ki ham jabran inko SLP dalane se rok lenge. Is Praddesh ki janata ne ab tak ki sabse nikammi sarkar ko chuna hai aur DHARTIPUTRA ne pata nahi kis manhus time me DHARTIBOJH paida kar diya.
ReplyDeleteसुप्रभात दोस्तोँ!
ReplyDelete"जिन्दगी जिसकी अँधकारमय हो,
उसे उजाले से नफरत हुआ करती है....."
साथियोँ,आप सभी जानते हैँ सत्य परेशान हो सकता है लेकिन कभी पराजित नहीँ होता।आप सभी बेफिक्र रहेँ जब हम सिँगल,डबल और लारजर बैँच हाईकोर्ट से जीते हैँ तो सु.कोर्ट से भी जीतेँगे।
एक आदमी ठंड के मारे एक कॉफी शॉप पर कांप रहा था
ReplyDelete.
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एक खूबसूरत औरत आई और बोली
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लीजिए, मेरी तरफ से गरमा-गरम कॉफी पीजिए...
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आदमी-नहीं, बहन आप पी लीजिए
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मोरल-मोरल-वोरल गया तेल लेने, बगल में उसकी बीवी खड़ी थी.....!