UPTET / BTC : शिक्षक नहीं बनाया तो करेंगे जूता पॉलिश
लखनऊ। परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक पद पर नियुक्ति की मांग को लेकर बीटीसी उत्तीर्ण टीईटी पास बेरोजगारों ने मंगलवार को जीपीओ पार्क में धरना दिया। धरने के उपरांत नारेबाजी करते जुलूस के रूप में मुख्य सचिव के आवास जा रहे अभ्यर्थियों को पुलिस ने राजभवन के सामने रोक दिया। इस पर अभ्यर्थियों और पुलिस के बीच गरमागरम बहस भी हुई।
अभ्यर्थियों ने जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को प्रेषित ज्ञापन में नियुक्ति की मांग की है। अभ्यर्थियों ने कहा है कि वे बुधवार को विधान भवन के सामने जूता पलिश कर नौकरी की मांग करेंगे।
इससे पहले बिना किसी संगठन की अगुवाई और बिना किसी राजनीतिक स्टंट के अभ्यर्थी नौकरी की मांग को लेकर एकजुट नजर आए। आर्थिक तंगी का हवाला देते हुए अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि बीएड-टीईटी उत्तीर्ण का मामला कोर्ट में होने का हवाला देकर बेसिक शिक्षा विभाग उन्हें गुमराह कर रहा है जबकि वे बीटीसी-टीईटी उत्तीर्ण हैं। उनका उस मामले से कोई लेना देना नहीं है।
धरने का नेतृत्व कर रहे आलोक कुमार वर्मा का कहना है कि मुअल्लिम-ए-उर्दू और बीटीसी-टीईटी उत्तीर्ण दोनों की भर्ती प्रक्रिया एक साथ शुरू हुई थी, लेकिन उनकी भर्ती पर कोर्ट का हवाला देकर रोक लगा दी गई जबकि मुअल्लिम-ए-उर्दू शिक्षकों की भर्ती चल रही है। आनंद मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में कुल 5860 बीटीसी उत्तीर्ण अभ्यर्थी हैं और प्रदेश में सहायक अध्यापकों के हजारों पद खाली पड़े हैं। इसके बावजूद उनकी भर्ती नहीं की जा रही है। धरने में दिलीप, भूपेंद्र, संजय व हृदयेश द्विवेदी के अलावा राजधानी समेत जौनपुर, वाराणसी, रायबरेली व सुल्तानपुर समेत कई जिलों से आए अभ्यर्थी शामिल हुए
News Source / Sabhaar : Jagran ( 17.12.13 / Tue, 17 Dec 2013 07:27 PM (IST))
लखनऊ। परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक पद पर नियुक्ति की मांग को लेकर बीटीसी उत्तीर्ण टीईटी पास बेरोजगारों ने मंगलवार को जीपीओ पार्क में धरना दिया। धरने के उपरांत नारेबाजी करते जुलूस के रूप में मुख्य सचिव के आवास जा रहे अभ्यर्थियों को पुलिस ने राजभवन के सामने रोक दिया। इस पर अभ्यर्थियों और पुलिस के बीच गरमागरम बहस भी हुई।
अभ्यर्थियों ने जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को प्रेषित ज्ञापन में नियुक्ति की मांग की है। अभ्यर्थियों ने कहा है कि वे बुधवार को विधान भवन के सामने जूता पलिश कर नौकरी की मांग करेंगे।
इससे पहले बिना किसी संगठन की अगुवाई और बिना किसी राजनीतिक स्टंट के अभ्यर्थी नौकरी की मांग को लेकर एकजुट नजर आए। आर्थिक तंगी का हवाला देते हुए अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि बीएड-टीईटी उत्तीर्ण का मामला कोर्ट में होने का हवाला देकर बेसिक शिक्षा विभाग उन्हें गुमराह कर रहा है जबकि वे बीटीसी-टीईटी उत्तीर्ण हैं। उनका उस मामले से कोई लेना देना नहीं है।
धरने का नेतृत्व कर रहे आलोक कुमार वर्मा का कहना है कि मुअल्लिम-ए-उर्दू और बीटीसी-टीईटी उत्तीर्ण दोनों की भर्ती प्रक्रिया एक साथ शुरू हुई थी, लेकिन उनकी भर्ती पर कोर्ट का हवाला देकर रोक लगा दी गई जबकि मुअल्लिम-ए-उर्दू शिक्षकों की भर्ती चल रही है। आनंद मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में कुल 5860 बीटीसी उत्तीर्ण अभ्यर्थी हैं और प्रदेश में सहायक अध्यापकों के हजारों पद खाली पड़े हैं। इसके बावजूद उनकी भर्ती नहीं की जा रही है। धरने में दिलीप, भूपेंद्र, संजय व हृदयेश द्विवेदी के अलावा राजधानी समेत जौनपुर, वाराणसी, रायबरेली व सुल्तानपुर समेत कई जिलों से आए अभ्यर्थी शामिल हुए
News Source / Sabhaar : Jagran ( 17.12.13 / Tue, 17 Dec 2013 07:27 PM (IST))