लखनऊ : भविष्य में राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में एलटी ग्रेड शिक्षकों की भर्ती में परास्नातक (पीजी) को बोनस अंक दिये जाने की व्यवस्था खत्म होगी। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उप्र अधीनस्थ शिक्षा (प्रशिक्षित स्नातक श्रेणी) सेवा नियमावली में संशोधन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अब कैबिनेट से इस प्रस्ताव को मंजूरी दिलाने की कवायद की जा रही है।
नियमावली में राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती के लिए अनिवार्य शैक्षिक योग्यता स्नातक है। नियमावली में प्रावधान है कि यदि कोई अभ्यर्थी स्नातक के साथ परास्नातक प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण है तो उसे 15, द्वितीय श्रेणी में 10 और तृतीय श्रेणी में पांच बोनस अंक दिये जाएंगे। राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत जूनियर हाईस्कूलों से उच्चीकृत किये गए राजकीय हाईस्कूलों में एलटी ग्रेड के पुरुष संवर्ग के 1425 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पिछले साल अगस्त में शुरू हुई थी। इस भर्ती प्रक्रिया के दौरान स्नातक स्तर पर लिये गए विषयों से अलग विषय में परास्नातक करने वाले अभ्यर्थियों को भी बोनस अंक दिये गए। इस प्रावधान को लेकर कुछ अभ्यर्थियों ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
अभ्यर्थियों का तर्क था कि यदि भौतिकी विषय के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थी ने स्नातक स्तर पर बीएससी करने के बाद अंग्रेजी में परास्नातक किया हो तो उसे बोनस अंक देने का क्या औचित्य है। अदालत ने शासन को इस मामले में हस्तक्षेप करने को कहा था। इस पर मंडल स्तर पर होने वाली यह भर्तियां रोक दी गई थीं। सचिव माध्यमिक शिक्षा जितेंद्र कुमार ने बताया कि नियमावली के तहत एलटी ग्रेड शिक्षकों की नियुक्ति के लिए अनिवार्य शैक्षिक योग्यता स्नातक है। नियमावली बनाते समय यह सोचा गया होगा कि जो लोग स्नातक के विषय से ही परास्नातक हैं, वे उस विषय में ज्यादा दक्ष होंगे। इसलिए परास्नातक को बोनस अंक दिये जाने की व्यवस्था की गई थी लेकिन एलटी ग्रेड के पुरुष शिक्षकों की भर्ती के दौरान यह पता चला कि इस प्रावधान का दुरुपयोग किया जा रहा है। लिहाजा शासन ने एलटी ग्रेड शिक्षकों की भर्ती में बोनस अंक देने की व्यवस्था को खत्म करने का फैसला किया है
News Sabhaar : Jagran (5.12.13)
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Agar Bhrtee ke Pravdhaan Ka Durupyog Kiyaa Jaa Raha Thaa, To Us Durupyog ko Roknaa Chahaiye Thaa.
Aur Usmen Sudhaar Kiyaa Jaata Ki - Sambandhit Visay Se Para Snatak Ko Hee Bonus Ank Milenge
Kher Ye Vibag Ko Sochnaa Hai Ki Kaise Hal Nikaale
ReplyDeleteमेरे सभी टेट मित्रों को शुभ प्रभात!
मेरे अधिकांश साथी एक बार फिर विचलित हो उठे
हैं, मेरे मोबाइल पर उनकी अधीर आवाज इस बात
का सूचक है कि वह एक बार फिर
अपनी नियुक्ति को लेकर सशंकित हैं । सरकार
का सुप्रीम कोर्ट जाना मेरे कई साथियों के समझ से
परे है । उनके अनुसार आखिर कब सुधरेंगे साले ये !! जब
वहाँ से भी हारना ही है तो क्या करने जा रहे हैं ???
आज के कबड़ू काला(अमर उजाला) अखबार ने
तो सारी हदें पार दीं । गधा लिखता है कि टेट से
मेरिट बनेगी तो केवल अधिकतम 7200
लोगों को ही फायदा होगा । इस चूतिये पत्रकार
की समझदानी कितनी अच्छी है ....इसका अंदाजा आप
सहज ही लगा लीजिये ।जब पद 72825 हैं
तो क्या 7200 लोग ही इन सारे पदों पर
नौकरी करेंगे । क्या करें इन गदहों का ??? चाहे
इनको समझा लो या लात मार लो,,,,,झाड़पोछ कर फिर
वही करेंगे ,,,,,,,रही बात सरकार
की तो जितनी टेंशन हमने इनको दे दी है यह
बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं । माननीय उच्च
न्यायालय द्वारा इनके 15वें संशोधन को अवैध घोषित
करने से इनके सारे पर कुतर गये हैं ,,,,इसी संशोधन के
आधार पर विशिष्ट बीटीसी लिया गया फिर
मुअल्लिम वाले चाचा लोग लिये गये ,,,उसके बाद
29000 जूनियर भर्ती का विज्ञापन ,,,,,,,हाय ! ये सब खत्म ,,,,,,अब क्या हो ???? जाहिर
सी बात है इलाहाबाद डबल बेंच का रूख एक बार बन
चुका है और एन सी टी ई के 9बी नियम
का हवाला देते हुये इनका संशोधन शून्य घोषित कर
दिया गया है,,,,वहाँ जाने से कोई
फायदा नहीं ,,,,,तो बचा क्या सुप्रीम कोर्ट????
सुप्रीम कोर्ट यह हमको बाहर करने
नहीं अपनी इज्जत आबरू बचाने जा रहे हैं ,,यह
वहाँ भीख माँगने जा रहे हैं कि हमारा 15वाँ संशोधन
हमको वापस कर दो 12वाँ हम करने को तैयार हैं । वैसे
15वाँ बचेगा वहाँ से भी नहीं और यह सब बाहर
हो जायेंगे । सरकार के ऊपर इतना बड़ा संकट आ गया है
कि यह कुछ दिन में त्राहिमाम त्राहिमाम करते
हुये नजर आयेंगे । वैसे भी यह इसी के हकदार भी हैं !!
अब फँसे हैं चंगुल में न मर सकते हैं न मार सकते
हैं,,,ऐसी स्थिति बड़ी भयावह होती है ॥
ReplyDeleteखैर इनके
साथ जो भी होगा हमारा फायदा ही होगा । सरकार
अगर सर्वोच्च न्यायालय नही जायेगी तो इनको अपने
हाथों से उनको हटाना होगा जिनको इन्होने स्वयं पूर्ण
बहुमत सत्ता का हवाला देकर नियुक्ति पत्र
दिया था । यह सब बातें तो ठीक हैं लेकिन जो सबसे
आवश्यक है मेरे मित्रों वह यह है कि आप सभी 10
तारीख को लखनऊ आना न भूलें । लखनऊ में
आपकी अधिकतम उपस्थिति ही आपके लिये
नियुक्ति की राह बहुत जल्दी तय
करेगी क्योंकि यह मात्र 15वें संशोधन को ही बचाने
जा रहे हैं तो मेरी समझ से हमारी नियुक्ति करने में
इनको कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिये,,,,और
यही दबाव हमको बनाना है । 5 राज्यों के एक्जिट पोल
आ गये हैं जिसमें बीजेपी ही दाव मार रही है
तो अगर हम अधिकतम संख्या में विधान सभा पहुँच
गये तो इनको यहाँ भी अपना तखता पलट
ही दिखायी देगा ,,,,,,जिसका फायदा हमको तुरंत
मिल सकता है लेकिन यहाँ इंटरनेट पर बैठकर सूचना प्राप्त
करने से ही काम नही चलेगा । आप अपने जिले में
बैनर लगायें ,,पोस्टर लगायें ,,, आंदोलन को एक
दिशा प्रदान करें ,,,,,कसम खा लें कि रोज कम से
कम 10 लोगों को अपने साथ अपने हित को बचाने के लिये
संघर्ष में जोड़ेंगे तो मैं यह निश्चित तौर पर कहता हूँ
कि हमारी संख्या इतनी हो जायेगी कि इनकी चूलें
जड़ से हिल जायेंगी । मैनें 3 तारीख से ही अपना यह
अभियान प्रारम्भ कर दिया है ,,,आशा करता हूँ
कि आप सब भी अपने परिवार के लिये ,,, अपने
भविष्य के लिये,,,अपने आत्मसम्मान के लिये,,,अपने
हक के लिये,,,,अपनी संतुष्टि तथा अपना अधिकार
प्राप्त करने के लिये 10 तारीख को अधिक से
अधिक संख्या में लखनऊ पहुँच कर क्रमिक अनशन
का हिस्सा बने और सरकार को यह दर्शा दें
कि हमको कुछ सैकड़ा न समझो हम भी हजारों में है ।
अगर न दिया हमको हमारा अधिकार
तो हमारी सिंह गर्जना सरकार को धूलधूसरित करने
में कोई कसर नहीं छोड़ेगी । नौकरी तो हम छीन
कर भी ले लेंगे लेकिन सत्ता को यह छीन कर
नहीं पा सकते ।इसलिये उठो जागो और बढ़ चलो और
तबतक डटे रहो जबतक यह स्वयं हमारे सामने नतमस्तक
न हो जायें ॥
समस्त शुभ कामनाओं सहित ॥
आपका साथी ॥ मोहम्मद शकील ॥ धन्यवाद ॥
81 82 80 33 09
96 48 20 73 47
ReplyDeleteSupreme Court me top shiksha mamlo ke lawyer ki fauj khada kar do.
Paise ka bharpoor sahyog
kiya jayega.
Aakhir berojgaari Bhatta kb kaam aayega...
ReplyDeletejaldi kare....
gov. sc jaye.....
apni mitti paleed karwaye..
ab
hoga
nakalmafiyawon ka
khaatma....
ha
ha
ha
jaldi jawo
jaldi ....
jaldi...
hum tetian taiyar hai...
batting ke liye.....
ReplyDeleteKam shabdo me poori baat----
1. jis din new ad aaya tha usi din tay ho gaya tha k ye bharti SC me jarur jayegi.
2. SC jana gov ki majburi hai sankalp nahi.
3. SP gov tet virodhi nahi balki maya bharti ki virodhi hai.
4. SP gov ko acd merit se pyar nahi bali new ad se mile 3.5 arab rupayo se hai.
5. ab ye bharti koi taal hi nahi sakta balki ab SC ka rukh tay karega prt ka future.
6. gov k ek taraf khhai hai to doosri or aag ka dariya matlab kisi ek ki nafrat to bhugatni hogi, sc agr tet ko suport karti hai to 5 lakh pariwaro ki nafrat b kyonki tet ne to apna haq khud chhina hai...
gov k liye to bus itna hi k...
vinashkaale vipreet buddhi
ReplyDeleteKam shabdo me poori baat----
1. jis din new ad aaya tha usi din tay ho gaya tha k ye bharti SC me jarur jayegi.
2. SC jana gov ki majburi hai sankalp nahi.
3. SP gov tet virodhi nahi balki maya bharti ki virodhi hai.
4. SP gov ko acd merit se pyar nahi bali new ad se mile 3.5 arab rupayo se hai.
5. ab ye bharti koi taal hi nahi sakta balki ab SC ka rukh tay karega prt ka future.
6. gov k ek taraf khhai hai to doosri or aag ka dariya matlab kisi ek ki nafrat to bhugatni hogi, sc agr tet ko suport karti hai to 5 lakh pariwaro ki nafrat b kyonki tet ne to apna haq khud chhina hai...
gov k liye to bus itna hi k...
vinashkaale vipreet buddhi
Ali bhai aap bilkul sahi kah rahe h. Ab chain se baitana nahi h jab tak ye haramkhor tet merit se bharti suru na kar de. 10 December ko to sadako utarna hi h.mai bhi sabhi bharti samrthak bhaiyo se ye apil karta hu ki abhi new year ki nahi new sangharsh ki tiyari kijiye .ab hume apni ekta dikhani h. Jey tet
ReplyDelete
ReplyDeleteदोस्तो हमारी जीत होगी लेकिन कब ये अलग बात
है ,ओखली मेँ सिर दिया तो मूसलोँ से
डरना क्या! ,इलाहाबाद समर के बाद
दिल्ली महासमर के लिए कमर कस लो।
पूरी दुनिया देखेगी अब नकल समर्थक
सरकार का नंगा नाच।अब
तेरा क्या होगा अकल लेस?
ReplyDeleteSupreme Court me top shiksha mamlo
ke lawyer ki fauj khada kar do.
Paise ka bharpoor sahyog
kiya jayega.
Aakhir berojgaari Bhatta kb kaam
aayega...
ReplyDeleteGanesh Dixit----
friends- As per schedule our movement will be
happened on 10 December, there is no change. if
government move to supreme court then there
they will also get shameful defeat and we do not
have to worry of supreme court because our
caveats have already filled, now we have to show
our strength on 10 december if our number will
crossed 20,000 then government will start our
recruitment process without going anywhere and
without any delay now it is up to us that we must
achieve this target.
ReplyDeleteShashwat Pathak---
सभी भर्ती सपोर्टर साथियो दैनिक जागरण की न्यूज
और मुख्यमंत्री जी व शिक्षामंत्री जी के बयान
से लगता है कि सरकार डबल बेँच मे रिवीजन या sc
मे विशेष अनुमति याचिका डालकर
संभवतः विभिन्न बी टी सी व जूनियर
की भर्ती बचाने का असफल प्रयास करेगी ।
जहाँ तक मुझे लगता है प्राथमिक की भर्ती शुरू
करने मे ही उसकी भलाई है क्योंकि उसमे उसे
किसी प्रकार की राहत मिलने की उम्मीद
नही है ऐसा विभिन्न बयानों से भी झलकता है ।
वास्तविक स्थिति एक दो दिन मे या रिट फाइल
होने पर स्पष्ट हो जाएगी । प्राथमिक
की भर्ती शुरू करने के लिए सरकार पर दबाव
बनाने के लिए अधिक से अधिक संख्या मे 10
दिसंबर को लखनऊ पहुँचे । अगर हर जिले से एक
हजार लोग लखनऊ पहुँच जाएँ
तो भर्ती समर्थको की संख्या 70 हजार
हो जाएगी जो कुल पदों से कम ही है । इसके लिए
महिलाओं को भी आगे आना होगा । इंटरनेट या फ़ोन पर
न्यूज लेने की आदत अब छोड़ने मे ही हम
सबकी भलाई है । अगर 10 दिसंबर को लखनऊ मे
आंदोलन करने वालों की संख्या 50 हजार से अधिक
हो जाती है तो सरकार काउंसलिँग की तारीख
अवश्य घोषित कर देगी।
I whemently oppose this step, taken by up gov. because SP is supposed to be the most fatal party to the quality education, it has always marred the value of edu. it is really regretable that more tha91% of the youth in UP have well decorated marksheets but 96% of them , worthless. I want to state that in one of the institutes of technology I glanced a marksheet of intermediate with 92%PCM but the holder of such a % age did not know the (a+b)2 .....
ReplyDelete........the big question is not of the qualification, but of depletion of society.
Means the democracy is th govt. of the fools, for the fools and by the fools.........hence prooved
ReplyDeleteMayank Tiwari > Uptet Sangharsh Morcha
विश्व मानव अधिकार दिवस पर
टेट संघर्ष मोर्चा उत्तर प्रदेश का
"अधिकार आंदोलन"
१० दिसंबर २०१३
स्थान-लखनऊ झूलेलाल पार्क
72,825शिक्षक भर्ती न्यायलय के आदेशानुसार
अतिशीध्र पूरी हो
अपने अधिकार के लिए अवश्य आये
-मयंक तिवारी,एटा
ReplyDeleteमित्रों जैसा कि आप जानते हैं टी ई टी मेरिट से पंगा लेकर
ये सरकार बुरी तरह फंस गई है टी ई टी वालों ने
सरकार को मनाने की बहुत कोशिश की पर बहुमत
के अहंकार में डूबी इस सरकार ने एक न
मानी हारकर टी ई टी वालों ने सरकार पर
कानूनी वार किया दो झटकों में सरकार को उस
स्थिति में पहुँचा दिया कि इसके द्वारा की गई
बी टी सी और मुअल्लिम की भर्तियां अवैध
हो गई हैं अब सरकार बी टी सी और मुअल्लिम
वाली नियुक्तियों को बचाने सुप्रीम कोर्ट
जा रही है जहां हमारी कैवियेट पहले से
ही पड़ी है हमें कोई डर नहीं जहां इतने दिन संघर्ष
किया है कुछ दिन और सही पर इस सरकार
का वहां क्या हस्र होगा पहले ही बताये देता हूँ आर
टी ई रोड़ा अटकाने के जुर्म में इसको फटकार
मिलेगी पूरा देश इस पर हँसेगा |
एकैडमिक पर
भर्तियों का पूरे देश से सदा के लिये अंत हो जायेगा
ReplyDeleteयह सरकार सिर्फ मेरी जिंदगी के साथ
नहीं बल्कि मेरे पूरे परिवार की खुशियों के साथ
खेल रही है।मैं बहुत मोटी चमड़ी का बना हूँ
इतनी आसानी से नहीं मरने वाला। सपा सरकार
को इसकी औकात दिखाना होगा दोस्तों। इन्होंने हम
लोगों को हल्के में ले कर बहुत बड़ी भूल किया है।
सबसे पहले हमें पूरी तरह से संगठित होना होगा।
हमारा मजबूत संगठन ही इनको मजबूर करेगा।
अगर किसी को यह लगता है कि मैं इस सरकार के
प्रति एक सेकेंड के लिए भी नरम हो गया था तो यह
उसकी भूल होगी। भर्ती हो जाती तो सिर्फ मैं इस
सरकार के खिलाफ वोट डालता लेकिन अब अपने साथ
कई लोगों को मिला कर इस सरकार के खिलाफ युद्ध
स्तर पर प्रचार करूँगा।
ReplyDeleteआज की ताजा खबर ! शैक्षिक मैरिट के आधार पर
होगी 72825 शिक्षको की भर्ती ! अगले सप्ताह
काउंसलिँग अमर उजाला के सभी कार्यालयो मे ?
पढ़कर ऐसा लगा जैसे उत्तर प्रदेश मे संविधान
का नही मीडिया का शासन हो । मेरी राय मे हाई
कोर्ट की डबल बेँच के आदेश के अनुपालन मे पुराने
विज्ञापन व टेट मैरिट के आधार पर काउंसलिँग
की तिथि घोषित करने के लिए सरकार पर दबाव
बनाने के लिए टेट मैरिट समर्थको को अधिक से
अधिक संख्या मे 10 दिसंबर को लखनऊ
पहुँचना चाहिए वहीं शैक्षिक मैरिट के आधार पर
चयन के इच्छुक लोगों को काउंसलिँग कराने अमर
उजाला के कार्यालय मे अपने सभी मूल प्रपत्रोँ सहित
अपनी आमद दर्ज कराना चाहिए । भारत के
सीनियर वकीलो को हायर करने से पुराने विज्ञापन
की बहाली के पीछे के तथ्य ...
1. rule of game can
not be changed if it once played.
2. prospective
amendment का प्रभाव retrospective
नही हो सकता
नही बदल सकते ।अगर सरकार sc
गई तो पूरे देश मे अकेडमिक मैरिट पर कोई
भर्ती भविष्य मे नही होगी ।
आगे आप लोग खुद समझदार है ।
विनाश काले विपरीत बुद्धि !
ReplyDeleteसरकार और सरकार के दो कौड़ी के अफसर साथ में
बिना दिमाग के गुणांक समर्थक ये कैसा भ्रम पाल
बैठे हैं कि सुप्रीम कोर्ट में हाई कोर्ट का निर्णय
पलट जायेगा।
सरकार अगर एकल पीठ में ही हमारी बात मान
गई होती तो आज उसका 15वाँ संशोधन
बचा रहता लेकिन उसकी जिद्द और घमंड
का नतीजा यह निकला कि हम जितना मांग रहे थे
उससे कहीं ज्यादा हमें मिल गया अब सुप्रीम कोर्ट
में हमें इससे भी ज्यादा मिलेगा और सरकार को पहले
से भी ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।
ReplyDeleteमेरे भी सीने में दिल है,
मैं भी जार जार रोता हूँ|
मुझको भी पीड़ा होती है.
मैं भी शैया पर सोता हूँ||
किन्तु अपरिचित भावों
को उठने से पहले|
निष्ठुर, अनपेक्षित अरि
के जगने से पहले||
अपने घर की रखवाली भी तो करनी है|
प्रिये! प्रेम की बातों का क्या?
कल कर लेंगे|
Dosto...hame 10 dec ke andolan ko vishal banana hoga aur sarkar ko apni takat dikhani hogi....sarkar ko supreme court me muhtod jawab milega....ek achcha vakil hire karo bahiyon....bas chinta ye hai ki sarkar kab jayegi supreme court...jyada delay na kare ye kamini sarkar......
ReplyDeletelekin hame abhi andolan par dhyan dena hai....ise vishal aur safal banana hoga.....aur ho sake to media coverage ke liye apne sathi media karmiyon se bhi baat kare..
Jay TET merit,.....Jai Hind
Dosto...hame 10 dec ke andolan ko vishal banana hoga aur sarkar ko apni takat dikhani hogi....sarkar ko supreme court me muhtod jawab milega....ek achcha vakil hire karo bahiyon....bas chinta ye hai ki sarkar kab jayegi supreme court...jyada delay na kare ye kamini sarkar......
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Jay TET merit,.....Jai Hind
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Jay TET merit,.....Jai Hind
Dosto...hame 10 dec ke andolan ko vishal banana hoga aur sarkar ko apni takat dikhani hogi....sarkar ko supreme court me muhtod jawab milega....ek achcha vakil hire karo bahiyon....bas chinta ye hai ki sarkar kab jayegi supreme court...jyada delay na kare ye kamini sarkar......
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Jay TET merit,.....Jai Hind
Dosto...hame 10 dec ke andolan ko vishal banana hoga aur sarkar ko apni takat dikhani hogi....sarkar ko supreme court me muhtod jawab milega....ek achcha vakil hire karo bahiyon....bas chinta ye hai ki sarkar kab jayegi supreme court...jyada delay na kare ye kamini sarkar......
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Dosto...hame 10 dec ke andolan ko vishal banana hoga aur sarkar ko apni takat dikhani hogi....sarkar ko supreme court me muhtod jawab milega....ek achcha vakil hire karo bahiyon....bas chinta ye hai ki sarkar kab jayegi supreme court...jyada delay na kare ye kamini sarkar......
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Jay TET merit,.....Jai Hind
Dosto...hame 10 dec ke andolan ko vishal banana hoga aur sarkar ko apni takat dikhani hogi....sarkar ko supreme court me muhtod jawab milega....ek achcha vakil hire karo bahiyon....bas chinta ye hai ki sarkar kab jayegi supreme court...jyada delay na kare ye kamini sarkar......
ReplyDeletelekin hame abhi andolan par dhyan dena hai....ise vishal aur safal banana hoga.....aur ho sake to media coverage ke liye apne sathi media karmiyon se bhi baat kare..
Jay TET merit,.....Jai Hind
Dosto...hame 10 dec ke andolan ko vishal banana hoga aur sarkar ko apni takat dikhani hogi....sarkar ko supreme court me muhtod jawab milega....ek achcha vakil hire karo bahiyon....bas chinta ye hai ki sarkar kab jayegi supreme court...jyada delay na kare ye kamini sarkar......
ReplyDeletelekin hame abhi andolan par dhyan dena hai....ise vishal aur safal banana hoga.....aur ho sake to media coverage ke liye apne sathi media karmiyon se bhi baat kare..
Jay TET merit,.....Jai Hind
LT grade (male)bharti prakriya ki koi jankari ho to krapaya detail me batayen....kya yeh prakriya dobara shuru hogi??
ReplyDeleteaap sabhi ko mera namashkar. ye to pakka hai k sarkar me b haregi per main aap sabhi se ye puchna chahta hu k jin logo ne apne paise wapsi k liye awedan kiya tha unka kya hoga?
ReplyDeleteUsey govt solve karegi kyo paisa banta jab court me case chal raja tha to kyo ESA kaam kiya usne to court ke aadesh keep baad hi check bantey hain
ReplyDeleteसर्वप्रथम GAZIPUR की एक शेरनी को मेरा
ReplyDeleteS
O
R
R
Y
अगर उनको मेरी कोई बात बुरी लगी हो, लेकिन सही मायने मेँ सब एक जैसे नहीँ होते हैँ ।
मैँ ऐसे लोगोँ का तहेदिल से स्वागत करता हूँ ।
वास्तव मेँ आप इस पद के योग्य हैँ ।
आपको आपकी जीत की अग्रिम बधाई ! !
_____ आपका एक भाई
Mr.
T
M
N
T
B (b)
N
सर्वप्रथम GAZIPUR की एक शेरनी को मेरा
ReplyDeleteS
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अगर उनको मेरी कोई बात बुरी लगी हो, लेकिन सही मायने मेँ सब एक जैसे नहीँ होते हैँ ।
मैँ ऐसे लोगोँ का तहेदिल से स्वागत करता हूँ ।
वास्तव मेँ आप इस पद के योग्य हैँ ।
आपको आपकी जीत की अग्रिम बधाई ! !
_____ आपका एक भाई
Mr.
T
M
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T
B (b)
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samajwadi parti muslim samarthak nahi hai.isne pradesh me muslim netritwa ko ubharne nahi diya.peace parti jo ki muslimo dwara banayi gayi thi usake netao ko isne dabaya aur pareshan kiya.logon ko peace parti ka support karna chahiya taki mushalman in gaddaro ke changul se mukt ho sake;tabhi inka beda gark hoga so vote for peace and take revenge from s.p government.
ReplyDeleteसरकार का अब सुप्रीम कोर्ट जाने की खबरों के बीच में ये समझना आसान है कि सरकार हाईकोर्ट को फैसले को चैलेंज करना चाहती है और दो साल से लंबित पड़ी आरटीई एक्ट से मजाक कर रही है। नौनिहालों को टीईटी मेरिट से चयनित अच्छे योग्य टीचर नहीं देने के मूड में है। इस तरह 10 तारीख को प्रदेश में टीईटी मेरिट की ओर से एक आंदोलन तो बनता है। सरकार दो पैर में नाव रख नहीं सकती है। जबकि जरूरत इसी की टीईटी पास प्राथमिक टीचर बना दे और वोट की राजनीति खेले लेकिन ये खेल भी नहीं खेल सकती है। शिक्षा मित्र को पाल रहे ट्रेनिंग दे रहे है। उन्हें इन पदों पर भर के समानता के नियम का उल्लघंन करेगी और कर रही है। जब पूरे प्रदेश में प्राइमरी लेवल के टीईटी पास योग्य बीएड प्रशिक्षित हैं तो सरकार शिक्षा मित्रों की तुष्टिकरण क्यों कर रही है। हाईकोर्ट के फैसला जाकि दो साल से अपने हक के लिए लड़ रहे टीईट मेरिट के हक से अखिलेश सरकार से नियुक्ति मांग रही है। इधर इसके ही खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी वहां क्या कहेगी। एकेडमिक मेरिट से नया विज्ञापन सरकार ने समस्या के रूप में पैदा किया। सुप्रीम कोर्ट में समानता के नियम की क्या परिभाषा देंगे वहां से तो लगता आरटीइ एक्ट की अनदेखी करने के जूर्म में सरकार की खिंचाई होना तय है।
ReplyDeleteटीईटी मेरिट से चयन इनका लीगल आधार है। और सुप्रीम कोर्ट हाईकोर्ट के फैसले पर मुहर लगाएगी और सरकार को फटकार लगाएगी। 10 दिसंबर का आदोलन में हमें लाठी मारने का अधिकार भी सरकार से छिन गया। इस बार सरकार की नादानी अपने वोट बैंक खोकर चुकानी पड़ेगी। जय टीईटी मेरिट
samajwadi parti muslim samarthak nahi hai.isne pradesh me muslim netritwa ko ubharne nahi diya.peace parti jo ki muslimo dwara banayi gayi thi usake netao ko isne dabaya aur pareshan kiya.logon ko peace parti ka support karna chahiya taki mushalman in gaddaro ke changul se mukt ho sake;tabhi inka beda gark hoga so vote for peace and take revenge from s.p government.
ReplyDeletesamajwadi parti muslim samarthak nahi hai.isne pradesh me muslim netritwa ko ubharne nahi diya.peace parti jo ki muslimo dwara banayi gayi thi usake netao ko isne dabaya aur pareshan kiya.logon ko peace parti ka support karna chahiya taki mushalman in gaddaro ke changul se mukt ho sake;tabhi inka beda gark hoga so vote for peace and take revenge from s.p government.
ReplyDeleteRajiv e gov namak haram h.pet per laat mari h.ham ise kabhi maf nahi karenge. Ham khoon k ansu ro rahe hain.inklab jindabad jay tet merit.. 10 disember..
ReplyDeleteआशा करता हूँ आप सब भी अपने परिवार के लिये ,,, अपने भविष्य के लिये,,,अपने आत्मसम्मान के लिये,,,अपने हक के लिये,,,,अपनी संतुष्टि तथा अपना अधिकार प्राप्त करने के लिये 10 तारीख को अधिक से अधिक संख्या में लखनऊ पहुँच कर क्रमिक अनशन का हिस्सा बने और सरकार को यह दर्शा दें कि हमको कुछ सैकड़ा न समझो हम भी हजारों में है । अगर न दिया हमको हमारा अधिकार तो हमारी सिंह गर्जना सरकार को धूलधूसरित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी । नौकरी तो हम छीन कर भी ले लेंगे लेकिन सत्ता को यह छीन कर नहीं पा सकते ।इसलिये उठो जागो और बढ़ चलो और तबतक डटे रहो जबतक यह स्वयं हमारे सामने नतमस्तक न हो जायें ॥
ReplyDeleteसमस्त शुभ कामनाओं सहित ॥
आपका साथी ॥
समाजवादी पार्टी मुस्लिम समर्थक नहीं है .इसने प्रदेश में मुस्लिम नेतृत्व को उभरने नहीं दिया .पीस पार्टी जो कि मुस्लिमो द्वारा बनायीं गयी पार्टी थी उसके नेताओ को इन्होने दबाया और परेशान किया .लोगों को पीस पार्टी का सपोर्ट करना चाहिए ताकि मुशलमान इन गद्दारों के चंगुल से मुक्त हो सकें .अतः पीस पार्टी को वोट दीजिये और समाजवादी पार्टी को ख़त्म कीजिये.
ReplyDeleteउत्तरप्रदेश सरकार द्वारा भेजे गये नामी वकील तलाशी दल को अभिषेक मनु सिँघवी, कपिल सिब्बल और रामजेठ मलानी सहित इनके जैसे और भी कई बड़े वकीलोँ के पैनल ने सुप्रीमकोर्ट के हाथौड़े से अपने आप को बचाते हुए हमारे खिलाफ आरटीई एक्ट के विरूद्ध कोई भी मुकदमा लड़ने से साफ इन्कार कर दिया है !
ReplyDeleteकल शाम को मैंने सोचा था की एक पोस्ट डाल दूँ की कल अमर खुजाला की खुजली का नजारा देखने के लिए तैयार रहना लेकिन फिर सोचा की ऐसा करने से तो मैं टेट 2011 अभ्यर्थी और टेट मेरिट समर्थक की हैसियत से हासिल आपके डरने के मूल अधिकारों के हनन का दोषी बन जाऊँगा.....
ReplyDeleteअब जरा कल की जागरण और आज की अमर उजाला की खबरेँ एक साथ रखकर पढिये.....
जागरण कह रहा है कि सरकार ने बी.टी.सी और वि.बी.टी.सी की हो चुकी भर्तियों का भुर्ता होने से बचाने के लिए SC जाने का निर्णय लिया है जबकि अमर उजाला के अनुसार सरकार एकेडमिक मेरिट से ही नियुक्ति करेगी......पहलेये दोनों हरामखोर अखबार आपस में डिसाइड कर लें कि इनमें से कौन बड़ा वाला है.
कुछ साथी तो कल से ही असमंजस में हैं की दस के आन्दोलन का औचित्य अब रहा भी या नहीं..... बुद्दि का थोड़ा सा अतिरिक्त इस्तेमाल करने से किसी का कुछ बिगड़ नहीं जाता,,लेकिन आवश्यकता से ज्यादा कभी-कभी घातक सिद्द हो जाता है.... ज्यादा सवाल-जवाब मत करो..... अगर ये नौकरी चाहिए तो दस को कम से कम पंद्रह-बीस हजार लोग लखनऊ में होने चाहिए..... वो भी पूर्णतः अनुशासित....सरकार SC जाना नहीं चाहती लेकिन आपकी उदासीनता उसे दिल्ली की सर्दी झेलने को बाध्य कर सकती है.....अगर दस दिसंबर का आन्दोलन बीस मार्च 2012 वाले आन्दोलन से हल्का हुआ तो फिर इस नौकरी को करने का ख़्वाब देखना तक भूल जाना... सरकार के sc जाने का मतलब होगा की वो अपने अहित के बावजूद हमारा अहित करने की जिद पर अड़ गई है....और ये हमारे लिए बहुत घातक सिद्द होगा..... अभी समय है उसे अपनी जिद त्यागने के लिए मजबूर किया जा सकता है......
ReplyDeleteइसलिए दस दिसंबर को लखनऊ आयें,,,जितनी राजनीति मैं जानता हूँ उसके आधार पर कह सकता हूँ कि सरकार चाहती है कि टेट 2011 पास सभी लोग एक झंडे के नीचे आकर टेट मेरिट से चयन की मांग करें(क्योंकि अब एकेडमिक से चयन तो किसी भी हालत में संभव नहीं रहा) और थोड़ी ना नुकुर के बाद वो माया सरकार के पदों के साथ अपने पद जोड़कर अपने विज्ञापन से नियुक्ति दे देकर टेट के इस जानलेवा झंझट से मुक्त हो जाए अगर ऐसा ना होता तो इतनी आसानी से आन्दोलन की अनुमति ना मिल जाती....
ReplyDeleteएक बार एक नवयुवक किसी संत के पास पहुंचा .और बोला
ReplyDelete“ महात्मा जी , मैं अपनी ज़िन्दगी से बहुत परेशान हूँ , कृपया इस परेशानी से निकलने का उपाय बताएं संत बोले , “ पानी के ग्लास में एक मुट्ठी नमक डालो और उसे पीयो .”
युवक ने ऐसा ही किया .
“ इसका स्वाद कैसा लगा ?”, संत ने पुछा।
“ बहुत ही खराब … एकदम खारा .” – युवक थूकते हुए बोला .
संत मुस्कुराते हुए बोले , “एक बार फिर अपने हाथ में एक मुट्ठी नमक लेलो और मेरे पीछे -पीछे आओ . “
दोनों धीरे -धीरे आगे बढ़ने लगे और थोड़ी दूर जाकर स्वच्छ पानी से बनी एक झील के सामने रुक गए .
“ चलो , अब इस नमक को पानी में दाल दो .” ,संत ने निर्देश दिया।
युवक ने ऐसा ही किया .
“ अब इस झील का पानी पियो .” , संत बोले .
युवक पानी पीने लगा …,
एक बार फिर संत ने पूछा ,: “ बताओ इसका स्वाद कैसा है , क्या अभी भी तुम्हे ये खारा लग रहा है ?”
“नहीं , ये तो मीठा है , बहुत अच्छा है ”, युवक बोला .
संत युवक के बगल में बैठ गए और उसका हाथ थामते हुए बोले , “ जीवन के दुःख बिलकुल नमक की तरह हैं ; न इससे कम ना ज्यादा . जीवन में दुःख की मात्र वही रहती है , बिलकुल वही . लेकिन हम कितने दुःख का स्वाद लेते हैं ये इस पर निर्भर करता है कि हम उसे किस पात्र में डाल रहे हैं . इसलिए जब तुम दुखी हो तो सिर्फ इतना कर सकते हो कि खुद को बड़ा कर लो …ग़्लास मत बने रहो झील बन जाओ .”॥
लडको व लड़कियों कान खोल के सुन लो ,अगर १०
ReplyDeleteको लखनऊ में १५००० -२०००० की भीड़
नहीं जुटि तो नौकरी से हाथ धोना पडेगा । उसके
बाद जब तुम्हारे बच्चे तुम से कोइ चीज़ मागेगे
तो १० दिसम्बर २०१३ ध्यान आयेगा इसलिए
अगर जिन्दगी भर की मेहनत का कुछ फल चाहते
हो तो लखनऊ जरूर आओ ज्यादा से
ज्यादा लोगों के साथ । नहीं तो बाद मे
जिन्दगी वो दिखलायेगि कि ठीक से
रो भी नहीं पाओगे हसना तो दूर की बात
(DANKE KI CHOT PAR.)
ReplyDeleteMERE TET SUPPORTER SATHIYO...
1) jaisa ki sarkar avi v suprime court me apni slp file nahi ki hai..aur slp agar 20 december tak file nahi ki to suprime court ka winter holiday (21 december se 1 january) tak start ho jayega aur is tarah wo january me hi slp file kar payegi..aur slp ko process me aate aate january last ya february lag jayegi..dosto sarkar avi v s.c jane aur na jane ko lekar ku6 thos decezen nai le payi hai..wo sayad suprime court kavi na jati par uske liye urdu sikshak kafi mayne rakhte hai..jinhe teacher bnane ke liye ye gov. Bhasha sikshak ka alag se paper karaya aur aage ye paper nahi karayegi..s.p gov. Ek dharm vishesh ke liye na sirf pradesh ke naunihalo ke maulik adhikar ka hanan kar rahi hai apitu ye 15va sansodhan radd hone ke bahane ek teer se kai nishane marne ki firak me hai..
Ab kya hoga
ReplyDelete2) dosto 15 va sansodhan par ho chuki niyuktiyo (10800+ 9700 b.t.c aur 4200 urdu sikshak)aur pending 29334 junior bharti par sankat ke badal chha jane ke karan sarkar yu to rahat ke liye suprime court jane ki bat kar rahi hai magar danke ki chot par ye dawa hai gov. Ko koi rahat nahi milegi..pahle ho chuki niyukti par ho sakta hai rahat mil jaye par iski sambhavna v kam hai.
ReplyDelete3) sarkar tet merit par bharti chahe to kar sakti hai kyuki 12va sansodhan uske liye pareshani nahi par 15va sansodhan radd hona uske liye pareshani hai..agar sarkar chahe to 15va sansodhan par hui niyuktiyo par rahat ke liye high court me hi punar vichar yachika dal sakti hai..par wo s.c jakar na sirf samay barbad karegi balki sikshak bharti ki deadline 31 march 2014 ko v beeta dena chahti hai.
ReplyDelete4) dosto 10 december ko vishw manvadhikar diwas ke din lucknow me har tetian pahuche taki gov. Hamare takat ka andaza laga sake aur hamare tet pratinidhi mandal ko jb varta ko bulaye to ham apni bat jordar tarike se rakh sake..ye nikammi government jb tak hamari ekta nahi dekhegi tab tak wo hamari takat ka andaza nahi laga sakegi.
ReplyDelete5) dosto ab aap soye to kavi nahi uth paoge..ye nyay aur saty ki ladai hai jisme sbhi ka sahyog apexit hai..hamare sath agar nyay na huwa to is desh ki loktantrik vyawashta par prasn chinh lag jayega..par hame pura vishwash hai ki hamare loktantrik desh me koi v sarkar manmani nahi kar payegi..
ReplyDelete6) suprime court ke ek wakil jinka name nahi batana chahte ke chamber ke sutro ke anusar..government bharat ke jane mane wakil ram jeth malani aur ramesh trivedi se sampark kiya par case me goverment ki kamjor pax ke karan unhone is case me koi dilchaspi na dikhayi...
TET EKTA ZINDABAD
5) dosto ab aap soye to kavi nahi uth paoge..ye nyay aur saty ki ladai hai jisme sbhi ka sahyog apexit hai..hamare sath agar nyay na huwa to is desh ki loktantrik vyawashta par prasn chinh lag jayega..par hame pura vishwash hai ki hamare loktantrik desh me koi v sarkar manmani nahi kar payegi..
ReplyDelete6) suprime court ke ek wakil jinka name nahi batana chahte ke chamber ke sutro ke anusar..government bharat ke jane mane wakil ram jeth malani aur ramesh trivedi se sampark kiya par case me goverment ki kamjor pax ke karan unhone is case me koi dilchaspi na dikhayi...
TET EKTA ZINDABAD
सरकार और सरकार के दो कौड़ी के अफसर साथ में बिना दिमाग के गुणांक समर्थक ये कैसा भ्रम पाल बैठे हैं कि सुप्रीम कोर्ट में हाई कोर्ट का निर्णय पलट जायेगा।
ReplyDeleteसरकार अगर एकल पीठ में ही हमारी बात मान गई होती तो आज उसका 15वाँ संशोधन बचा रहता लेकिन उसकी जिद्द और घमंड का नतीजा यह निकला कि हम जितना मांग रहे थे उससे कहीं ज्यादा हमें मिल गया अब सुप्रीम कोर्ट में हमें इससे भी ज्यादा मिलेगा और सरकार को पहले से भी ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।
GOOD
ReplyDeleteN
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