Postal Department Recruitment Fraud in UP डाक विभाग में फर्जी भर्ती!
लखनऊ । ग्रामीण डाक सेवक के पद पर भर्ती के लिए विज्ञापन निकला। भर्ती हुई और नियुक्ति भी मिल गई। अब जांच में कई दस्तावेज फर्जी पाए गए हैं। एक डाक सेवक ने नौवीं और साहित्य सम्मेलन के शैक्षिक दस्तावेज फर्जी लगा दिए जांच के बाद मामला डाक निदेशालय पहुंच गया है। इसी तरह प्रवर डाक अधीक्षक लखनऊ मंडल कार्यालय के अंतर्गत डाक सहायक के पदों पर 2011 से 2013 तक हुई कई लोगों की भर्ती हुई। बाद में साहित्य सम्मेलन और दिल्ली बोर्ड की अंक तालिका के फर्जी होने की शिकायत भी डाक निदेशालय से हुई है।
पिछले दो साल में डाक विभाग में हुई भर्तियाें के दौरान फर्जी शैक्षिक दस्तावेजों के लगाए जाने के कई मामले सामने आए हैं। अब तक मिल रहे मामलों पर डाक विभाग ने जांच भी बैठा दी है। डाक विभाग के लखनऊ मंडल में 2011 से अब तक ग्रामीण डाक सेवक, डाक वितरक, पैकर व अन्य पदों के लिए 100 से अधिक भर्तियां हुई हैं। भर्ती होने के लिए कई आवेदकों ने हिंदी साहित्य सम्मेलन की प्रथमा परीक्षा, दिल्ली बोर्ड और मध्य प्रदेश बोर्ड व माध्यमिक शिक्षा परिषद संस्कृत के दस्तावेज लगाए। इनके शैक्षिक दस्तावेजों की जांच बिना ही उन्हें नियुक्ति पत्र सौंप दिए गए। अब मामला खुलने पर डाक विभाग में हड़कंप मच हुआ है। डाक विभाग के गोपनीय विभाग से जुड़े कर्मचारियों ने इसकी शिकायत उच्च स्तर पर की थी। कार्रवाई न होने पर पुलिस को भी इसकी शिकायत भेजी गई है। इधर डाक निदेशालय ने वर्ष 2011 से अब तक हुई भर्तियों के शैक्षिक दस्तावेजों की जांच के लिए कार्मिक अनुभाग से उनके दस्तावेज मंगाए हैं
News Source / Sabhaar : अमर उजाला (31.12.2013)
लखनऊ । ग्रामीण डाक सेवक के पद पर भर्ती के लिए विज्ञापन निकला। भर्ती हुई और नियुक्ति भी मिल गई। अब जांच में कई दस्तावेज फर्जी पाए गए हैं। एक डाक सेवक ने नौवीं और साहित्य सम्मेलन के शैक्षिक दस्तावेज फर्जी लगा दिए जांच के बाद मामला डाक निदेशालय पहुंच गया है। इसी तरह प्रवर डाक अधीक्षक लखनऊ मंडल कार्यालय के अंतर्गत डाक सहायक के पदों पर 2011 से 2013 तक हुई कई लोगों की भर्ती हुई। बाद में साहित्य सम्मेलन और दिल्ली बोर्ड की अंक तालिका के फर्जी होने की शिकायत भी डाक निदेशालय से हुई है।
पिछले दो साल में डाक विभाग में हुई भर्तियाें के दौरान फर्जी शैक्षिक दस्तावेजों के लगाए जाने के कई मामले सामने आए हैं। अब तक मिल रहे मामलों पर डाक विभाग ने जांच भी बैठा दी है। डाक विभाग के लखनऊ मंडल में 2011 से अब तक ग्रामीण डाक सेवक, डाक वितरक, पैकर व अन्य पदों के लिए 100 से अधिक भर्तियां हुई हैं। भर्ती होने के लिए कई आवेदकों ने हिंदी साहित्य सम्मेलन की प्रथमा परीक्षा, दिल्ली बोर्ड और मध्य प्रदेश बोर्ड व माध्यमिक शिक्षा परिषद संस्कृत के दस्तावेज लगाए। इनके शैक्षिक दस्तावेजों की जांच बिना ही उन्हें नियुक्ति पत्र सौंप दिए गए। अब मामला खुलने पर डाक विभाग में हड़कंप मच हुआ है। डाक विभाग के गोपनीय विभाग से जुड़े कर्मचारियों ने इसकी शिकायत उच्च स्तर पर की थी। कार्रवाई न होने पर पुलिस को भी इसकी शिकायत भेजी गई है। इधर डाक निदेशालय ने वर्ष 2011 से अब तक हुई भर्तियों के शैक्षिक दस्तावेजों की जांच के लिए कार्मिक अनुभाग से उनके दस्तावेज मंगाए हैं
News Source / Sabhaar : अमर उजाला (31.12.2013)