इससे भी हैरानी वाली बात ये है कि टीईटी के तहत शिक्षक बनने का सपना अभी अधर में हैं क्योंकि परीक्षा पास करने और आवेदन करने के बावजूद नियुक्तियां होने की अभी कोई संभावना नहीं है क्योंकि मार्च तक तो विधानसभा चुनाव की ही प्रक्रिया खत्म होगी। उसके बाद ही इन नियुक्तियों पर आगे कोई कदम उठाया जा सकता है। इन हालात के बावजूद टीईटी पास करने वाले अभ्यर्थियों में टीईटी के आवेदन का जुनून कम नहीं हुआ। डायट प्राचार्य संजय उपाध्याय ने बताया कि आवेदन के लिए पांच जनपदों से फार्म जमा करने का विकल्प होने के कारण उम्मीदों से कहीं अधिक आवेदन यहां पहुंच गए हैं। उन्होंने हैरानी जताई कि नौ जनवरी को ही डायट कार्यालय पर डाक विभाग के माध्यम से आवेदन फार्मों के 80 बोरे पहुंचे। आवेदन फार्मों को यह हाल देखकर कर्मचारी भी परेशान हो गए। देर शाम तक इनमें से 30 ही बोरे खोले गए थे जबकि मंगलवार को सुबह बाकी बोरे खुलवाने के बाद उनकी गिनती का काम भी शाम तक ढंग से पूरा नहीं हो पाया। प्राचार्य का कहना है कि कार्यालय पर अब तक लगभग एक लाख आवेदन फार्म आ चुके हैं। बाकी स्थिति गिनती पूरी होने के बाद ही सामने आएगी। आवेदनों की संख्या इससे अधिक भी हो सकती है।
बीटीसी, विशिष्ट बीटीसी में भी नहीं आए इतने आवेदन फार्म पिछले कई साल से हो रहे बीटीसी और विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण के लिए आवेदकों की इतनी संख्या कभी नहीं रही। इनके चयन को डायट की सीटों पर आवेदन का अधिकतम आंकड़ा लगभग बीस हजार का रहा है। ऐसा पहली बार हो रहा है कि टीईटी के तहत डायट पर आने वाले आवेदनों की संख्या लगभग एक लाख तक जा पहुंची है।
टीईटी का परिणाम संशोधित
ReplyDeleteJan 11, 11:00 pm
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इलाहाबाद: माध्यमिक शिक्षा परिषद ने बुधवार को फिर शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) का परिणाम संशोधित कर दिया। इससे उर्दू के अभ्यर्थियों के दो अंक बढ़ गए।
उच्च न्यायालय ने 16 दिसंबर को परिषद को आदेश दिए थे कि सौ रुपये के शुल्क पर वह अभ्यर्थियों से आपत्तियां लेगा। इसके बाद उनकी शंकाओं का समाधान करेगा। इसी क्रम में 2 जनवरी तक अभ्यर्थियों से प्रत्यावेदन लिए गए और उसका निस्तारणकिया गया। बुधवार को परिषद ने फिर से परिणाम संशोधित कर दिए। इससे उर्दू अभ्यर्थियों के 2 अंक बढ़ गए।
सहायक अध्यापकों की भर्ती पर रोक बढ़ी
ReplyDeleteStory Update : Thursday, January 12, 2012 1:44 AM
इलाहाबाद। प्रदेश में 72 हजार 825 सहायक अध्यापकों की भर्ती के लिए जारी विज्ञापन पर फिलहाल रोक जारी रहेगी। हाईकोर्ट में बुधवार को राज्य सरकार की ओर से इस मामले में जवाब दाखिल किया गया। सुनवाई के दौरान बेसिक शिक्षा सचिव अनिल संत औरअन्य अधिकारी भी अदालत में मौजूद थे।याचिका पर न्यायमूर्ति सुधीर अग्रवाल सुनवाई कर रहे हैं।
पिछली सुनवाई के दौरान न्यायालय ने प्रदेश सरकार को यह बताने का निर्देशदिया था कि बेसिक शिक्षा बोर्ड को भर्ती का विज्ञापन जारी करने का अधिकार है अथवा नहीं। प्रदेश सरकार की ओर से जो जवाब दाखिल किया गया उससेअदालत संतुष्ट नहीं थी। प्रदेश सरकार को ओर से फिर से जवाब दाखिल करने की बात कही गई है। न्यायालय ने नियुक्ति के लिए जारी विज्ञापन पर लगी रोक को बढ़ाते हुए याचिका पर एक फरवरी को सुनवाई का निर्देश दिया है।
उल्लेखनीय है कि टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का सहायक अध्यापक पद पर चयन के लिए बेसिक शिक्षा बोर्ड द्वारा विज्ञापन जारी किया गया था। इसे यह कहते हुए चुनौती दी गई कि विज्ञापन बेसिक शिक्षा नियमावली के प्रावधानों के अनुसार नहीं है। नियुक्ति अधिकारी बेसिक शिक्षा अधिकारी है इसलिए विज्ञापन जारी करने का अधिकार भी उसी को है। नियम में परिवर्तन किए बिना बोर्ड द्वारा विज्ञापन जारी करने को गलत बताया गयाहै।
Bhaiyo ye up govt.hi nahi chahti ki bharti chunav ke pahle ho,isliye hi kal anil sant ne apni baat ko rakhne ke liye aur samay manga hai,na ki court ne janboojhkar stay badhaya hai ,aap meri baat par believe nai karte to upar amar ujala ki news padiye
ReplyDeleteFriends kisi tarah ke bahkawe me na aaye aur kisi bhi person ko apna personal details na de.
ReplyDeleteYahan ham berojgar logon ki majbooriyo ka fayada uthane wale kai thag bhi hai jo apse court chalne ke nam par paiso ki demand kar rahe hai,please aap savdhan rahe aur apna bank account no./credit card details aadi kisi ko na de
be strong,be careful,niras/kamjor log sabse achche sikar samje jate hai,kosis kare ki aap kisi ke sikar na bane
Muskan ji apka blog kahi thagi ka adda na ban jaye,isliye aap se anurodh hai ki aap comment section me cyber crime laws aur ipc ki dhara ke bare me bhi jarur information likh de,isse har commentator bhi soch samjhkar hi likha karega
ReplyDeleteI am also with you all my email is akanksha.rai21@gmail.com
ReplyDeleteBhaiyo agar ye bharti election ke pahle na hui to fir ye bharti 100% cancel ho jayegi,maine aaj allahabad highcourt ke varisth wakil Sri S.C.MISHRA se bat ki hai,
ReplyDeleteunhone ne bataya ki hame s/c jane se pahle h/c me stay ke against ek special appeal dalni padegi.
Unka kahna hai ki uptet me jis tarah ki dhandhali ki sikayte mili hai aur jis tarah se result sansodhan ke liye 28000 apattiya aayi hai,use dekhkar koi bhi nai govt.ise selection ka base manne se inkar kar degi,aur fir naye sire se NCTE se permission lene me samay bhi lagega,yani tab ye bharti 2013 tak tal sakti hai,atah ye niyuktiya chunav se pahle hi honi chahiye
aap logon se nivedan hai ki kuch kijiye nahi to jitna kiya hai sab par pani fir jayega