Additional Cause List
06/03/2013
COURT NO.33
HON'BLE MR. JUSTICE SUSHIL HARKAULI
HON'BLE MR. JUSTICE MANOJ MISRA
SPECIAL APPEAL
5. DF 150/2013 NAVIN SRIVASTAVA AND OTHERS ABHISHEK SRIVASTAVA
SHASHI NANDAN
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
C.B.YADAV
BHANU PRATAP SINGH
WITH SPLA- 149/2013 SUJEET SINGH AND OTHERS NAVIN KUMAR SHARMA
SHAILENDRA
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
WITH SPLA- 152/2013 RAJEEV KUMAR YADAV SADANAND MISHRA
SEEMANT SINGH
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
SHYAM KRISHNA GUPTA
WITH SPLA- 159/2013 ANIL KUMAR AND OTHERS SIDDHARTH KHARE
ASHOK KHARE
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
A.K. YADAV
WITH SPLA- 161/2013 ALOK SINGH AND OTHERS ABHISHEK SRIVASTASVA
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
A.K. YADAV
R.A. AKHTAR
WITH SPLA- 205/2013 AMAR NATH YADAV AND OTHERS PANKAJ LAL
INDRA RAJ SINGH
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
MRIGRAJ SINGH
B.P. SINGH
S. NADEEM AHMAD
WITH SPLA- 206/2013 YAJUVENDRA SINGH CHANDDEL AND KSHETRESH CHANDRA SHUKLA
-ANOTHER
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
R.A. AKHTAR
WITH SPLA- 220/2013 AMITESHWARI DUBEY AND OTHERS MANOJ KUMAR DUBEY
Vs. STATE OF U.P. THRU' SECRY. C.S.C.
- BASIC EDUCATION LOK. AND ORS. A.K. YADAV
R.A. AKHTAR
WITH SPLA- 248/2013 UMA SHANKER PATEL AND OTHERS NAVIN KUMAR SHARMA
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
R.A. AKHTAR
A.K. YADAV
WITH SPLA- 249/2013 DEVESH KUMAR AND OTHERS NAVIN KUMAR SHARMA
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
MRIGRAJ SINGH
R.A. AKHTA R
WITH SPLA- 246/2013 PRIYANKA BHASKAR AND OTHERS VIJAY SHANKAR TRIPATHI
VINOD SHANKAR TRIPATHI
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
RAM CHANDRA SINGH
WITH SPLA- 261/2013 SANJAY KUMAR AND OTHERS HEMANT KUMAR RAI
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
R.B. PRADHAN
WITH SPLA- 262/2013 SANJAY KUMAR AND OTHERS HEMANT KUMAR RAI
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
WITH SPLA- 264/2013 RAMA TRIPATHI AND OTHERS HEMANT KUMAR RAI
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
WITH SPLA- 265/2013 NAGENDRA KUMAR YADAV AND OTHER NAVIN KUMAR SHARMA
-S
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
R.A. AKHTAR
SANJAY CHATURVEDI
WITH SPLA- 266/2013 HARVENDRA SINGH AND OTHERS NAVIN KUMAR SHARMA
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
R.A. AKHTAR
Y.S. BOHAR
WITH SPLA- 268/2013 RAJIV KUMAR SRIVASTAVA AND OTH NAVIN KUMAR SHARMA
-ERS
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
R.A. AKHTAR
B.P. SINGH
WITH SPLA- 244/2012 DR. PRASHANT KUMAR DUBEY ALOK MISHRA
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
WITH SPLA- 307/2013 VINEET KUMAR SINGH AND OTHERS JAGDISH PATHAK
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
A.K. YADAV
WITH SPLAD-200/2013 RAJPAL SINGH AND OTHERS MURTUZA ALI
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
AYANK MISHRA
R.A. AKHTAR
SHYAM KRISHNA GUPTA
WITH SPLA- 333/2013 SATENDRA SINGH AND OTHERS R.K. MISHRA
G.K. MISHRA
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
H.K. YADAV
ILLEGIBLE
WITH SPLAD-227/2013 PRAVEEN KUMAR IRSHAD ALI
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
SHYAM KRISHNA GUPTA
WITH SPLAD-228/2013 MAHENDRA KUMAR VERMA AND OTHER VIJAY CHAURASIA
-S
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
WITH SPLAD-237/2013 SHIV KUMAR PATHAK AND OTHERS V.K. SINGH
G.K. SINGH
Vs. STATE OF U.P. AND OTHERS C.S.C.
A.K. YADAV
from shalabh tiwari's wall
ReplyDeleteकल और आज दोनों ही दिन ज्यादातर लोग भयभीत हो गये थे कि कहीं सरकार ने किसी षड्यंत्र के तहत हरकौली साहब को केस से अलग करने की व्यवस्था तो नहीं कर दी है ,,,मुझे उनकी सोच पर हँसी आती है,,,,,,,अगर सरकार की उच्च न्यायालय में इतनी ही पहुँच होती तो वो स्टे लगने से पहले जुगाड़ भिडाती ना कि सांप निकल जाने के बाद लाठी पीटती ,,,,,,,मेरी एक बात गाँठ बाँध लो अब अगर स्वयं अखिलेश यादव भी इलाहाबाद उच्च न्यायालय के जज बना दिए जाएँ और उनको फैसला करना पड़े तो पूर्व विज्ञापन की बहाली के सिवाय कोई दूसरा फैसला नहीं दे पायेंगे ,,,,,,,,,,यकीन नहीं हो रहा ना? ठीक है,,,,, हरकौली साहब द्वारा हमारे मामले में जारी सभी अंतरिम आदेशों को लेकर किसी कुख्यात गुणांकधारी के पास जाओ और उससे गुणांक से भर्ती कराने वाले आदेश को लिखने को कहो,,,,,शर्त बस इतनी होगी,,सभी अंतरिम आदेश और अंतिम निर्णय एक दूसरे के संगत होने चाहिए ,,,,,,,,,, कुछ लोगों की आदत पड़ गई है डरने की ,,,,,डरने का कोई ना कोई बहाना खोज ही लाते हैं,,,,
9058749811
Shalabh Tiwari
ReplyDeleteआशा है आज हरकौली साहब फिर कुछ ऐसा करेंगे
जिसकी हमने और सरकार दोंनों ने उम्मीद तक
ना की हो ,,,,,हमारा केस अब ऐसे मुकाम पर
पहुँच चुका है कि किसी भी वक्त
फैसला हो सकता है ,,,हमारे पक्ष में ,,,,,,जल्द
ही आप देखेंगे कि टेट मेरिट आधारित पूर्व
विज्ञापन कोमा की स्थिति से निकलकर अंगडाई
ले रहा है ,,,,वो दिन आज
का भी हो सकता है,,,,, सोमवार या मंगल
का भी ,,हो सकता है फैसला 15 मार्च
को हो ,,,,,,न्यायालय ने नॉन टेट वालों को नई
विज्ञप्ति में शामिल ना करने के लिए प्रमुख
सचिव,बेसिक शिक्षा को 24 अप्रैल को तलब
किया है,,,,,,अगर इस वक्त सचिव महोदय के
मन में झांक कर देखा जा सके
तो वो भी यही सोच रहे होंगे कि जल्दी से पूर्व
विज्ञापन बहाल हो जाए और रोज-रोज के इस
झंझट से
मुक्ति मिले ,,,,टीचरों का मामला है,,कही कोर्ट
ने दुर्भावना से प्रेरित होकर भर्ती प्रक्रिया में
बाधा पहुंचाने के जुर्म में दो-तीन घंटों के लिए
मुर्गा बना दिया तो दिक्कत
हो जायेगी ,,,,,,,,,,,
Mayank Tiwari
ReplyDeleteNon TET ko Bharti me shamil hona chahiye lkn 07/12/2012 ko Prakashit hue Naye Vigyapan me lkn Jab Old Add(30/11/2011) hi bahal ho jayega to fir chita kis baat ki...??????
Isliye aaj ke order se kebal wo log pareshan ho jinhe Vishwas hai ki Old Add bahal nhi ho sakta baki sabhi sathi nishcint so jaye.
non tet ki chinta acd walo ko karni chahiye kyonki unhe new add me shamil karne ko kaha gaya hai
ReplyDeletehumare old add me ye kabhi nahi ho sakte kyonki old add 100%tet merit ka hai aur purane applicant ke liye hai
new add se agar stay hata hai to saare gunaank waalon ko naani.............................................
शहीद हेमराज के गांव में 'कुबेर' की धनवर्षा
ReplyDeleteमथुरा [जागरण संवाददाता]। शहीद हेमराज के गांव खैरार में एक 'कुबेर' ने जमकर नोट लुटाए। गांव की गलियों में तो नोटों की गड्डियां बिखेरी हीं, राह में जो भी मिला उसे भी पांच-पांच सौ के नोट थमाता चला गया।
पिछले दिनों सीमा पर शहीद हुए लांस नायक हेमराज के गांव में रविवार को सफेद इनोवा सवार यह धनकुबेर पहुंचा। गांव की सीमा में पैर रखते ही उसने शहीद और वहां के लोगों को नमन किया।इसके बाद शहीद की जय-जयकार करते हुए उसने गांव के रास्ते में मिलने वाले ग्रामीणों को रुपये बांटनेशुरू कर दिए। ग्रामीणों के अनुसार उसने न किसी का नाम पूछा और न ही कोई बात की। गांव के मुख्य मार्ग से गांव में प्रवेश करते हुए कार सवार दो-तीन गलियों में गया। इस दौरान बिना रुके नोटों की बारिश करता रहा या लोगों के हाथ में देता रहा।
नोट बांटने की खबर सुनते हीबच्चे एवं बड़े दौड़ते हुए उसके पास पहुंचे तो उसने मुट्ठियों में भरकर नोट फेंके। ग्रामीणों ने बतायाकि इस धन वर्षा में किसी केहाथ कई-कई नोट पड़े तो किसी को एकाध नोट पर ही संतोष करना पड़ा। नोट बांटने के बाद वह व्यक्ति सीधे लौट गया। हालांकि ग्रामीणों कोधन लुटाने वाले उस व्यक्ति ने शहीद परिवार से मुलाकात नहीं की। शहीद हेमराज के भाई जयसिंह ने बताया कि वह व्यक्ति स्वयं को दिल्ली का बता रहा था। उसने कुछ लोगों से थोड़ी बातचीत भी की थी। हालांकि उसने यह नहीं बताया कि वह पैसा क्यों लुटा रहा है और कितना पैसा उसने लुटाया। लेकिन कुछेक ग्रामीणों के हाथ अच्छे खासे नोट लग गए। गांव में इस तरह हुई धन वर्षा से लोग खुश थे तो हैरान भी। गांव वाले नोट बटोरने में इतने मगन हो गए थे कि गाड़ी का नंबर भी नोट नहीं कर सके।
Shalabh Tiwari
ReplyDeleteआखिर सरकार ने क्या सोचकर विज्ञान-कला ,पुरुष-महिला का वर्गीकरण नयी विज्ञप्ति में नहीं रखा था ,,,??
आखिर ये जानते हुए भी कि 2011-12 वालों का टेट 2011 देना प्रथम द्रष्टया ही अवैध था सरकार ने उन्हें फ़ार्म डालने की छूट क्यों दी थी ,,,,,??
टेट की अधिसूचना से पूर्व ट्रेनिंग कर चुके BTC और SBTC को टेट से मुक्ति मांगने की याचिका में NCTE का वकील कोर्ट में क्या कर रहा था ??
सरकार ने 2011-12 वालों को नयी विज्ञप्ति से बाहर करने कि याचिका पर बहस में टेट पास किये बिना ही नई विज्ञप्ति में फ़ार्म डालने के आदेश का हवाला क्यों दिया ??
आन-लाइन फ़ार्म में किसी के भी टेट के नंबर सही ना लिखने की क्या वजह रही होगी ????
आन-लाइन फार्मों का सारा डाटा उपलब्ध होने के बाद भी टेट की संभावित मेरिट का अनुमान कोई नहीं लगा सकता ,,,,,,,,,सरकार ने गुणांक आधारित विज्ञप्ति निकालने से पहले इतना गुणा -भाग किया है कि गुणांक हमेशा -हमेशा के लिए समाप्त हो जाए ,,,,,,,,आन-लाइन फ़ार्म और उसकी विज्ञप्ति अपने आपमें इतने रहस्य समेटे हुए है कि ???????????????????????????
आज कोर्ट ने प्रमुख सचिव को नान-टेट वालों को नए फ़ार्म में शामिल किये जाने वाले आदेश का अनुपालन ना करने पर 24 अप्रैल को व्यक्तिगत रूप से तलब किया है,,,,over age-under Age वाले आदेश पर भी यदि आगे कार्यवाही कि जाए तो सचिव महोदय इससे पहले भी इलाहाबाद की सैर कर सकते हैं,,,,सरकार की इन सभी समस्याओं का एक ही निदान है,,,,पूर्व विज्ञापन की बहाली ,,,,,टेट प्राप्तांकों के आधार पर चयन की हुन्कार भरने वाला हमारा प्रिय विज्ञापन तो चार फरवरी को स्टे लगने के साथ ही ही अमर हो गया था,,,,,,,,,,ये भर्ती ईश्वर ही करा सकता था,,,ईश्वर ही कराएगा ,,,,वरना इस भर्ती में इतने पेंच हैं कि इस भर्ती का होना अपने आपमें एक ऐतिहासिक घटना होगी,,,,,,,,और हम इस इतिहास का हिस्सा बनकर गौरान्वित हैं,,,,,,सपा चाहती है कि ये भर्ती कभी ना हो ,,,मायावती भी यही चाहती थीं कि ये भर्ती कभी ना हो वरना उन्हें क्या जरूरत थी कि BTC और SBTC वालों को हमारी विज्ञप्ति में शामिल करतीं,,, सचिव को सभी बी.एस.ए. की ओर से विज्ञापन निकालने की Authority आधिकारिक रूप से क्यों नहीं दी गई थी ??? तो सवाल यह है कि आखिर ये सब चाहते क्या थे,,,,अब क्या चाह रहे हैं ,,,,??????
ye sale koi nahin chahta ki ye bharti ho.sale vote chahten hain.abki bar salon ki ga..me ghusunga vot . Sale age piche kar karke mahshus karte rahen voton ko.
ReplyDeleteinhin salon kutton ki bajah se ye sala kayar harkauli bhi hc nahin araha hai. Sale andar hi andar use jan se marane ki dhamki de rahe honge
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