फतेहपुर, कार्यालय संवाददाता : बीटीसी की मेरिट सूची में नाम आ गया, इसके बाद भी काउंसिलिंग में न आने वाले अभ्यर्थियों की संख्या 150 रही। यही चर्चा होती रही कि टीईटी की अनिवार्यता से बीटीसी का ग्लैमर कम हो गया है। यदि पहले की तरह सीधे नियुक्ति मिलती तो शायद एक भी अभ्यर्थी नदारद न होता।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में बुधवार को बीटीसी के दो सौ पदों के लिए काउंसिलिंग शुरू की गई। चार सौ अभ्यर्थियों को बुलाया गया था, जिसमें 257 ही उपस्थित हुए। नई व्यवस्था के तहत अब बीटीसी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को भी टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) उत्तीर्ण करना अनिवार्य हो गया है। काउंसलिंग में आए अभ्यर्थियों के चेहरे यह बता रहे थे कि बीटीसी में नाम आने के बाद भी उन्हे टीईटी की चिंता साल रही थी। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी तथा राजकीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य की बनी समिति के समक्ष अभ्यर्थी पेश हुए। एक अभ्यर्थी के साथ कई परिजन आए। जिन्होंने भाग दौड़कर लग रहे लिफाफे, फोटो और छोटे लिफाफे तथा फाइलों को जुटाने में गर्मी के चलते लोगों को पसीना छूट गया।
प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान राजेंद्र प्रताप ने बताया कि चार कॉलेजों के लिए कट आफ मेरिट के आधार पर 400 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था। जिसमें महिला वर्ग में 124 तथा पुरुष वर्ग में 133 अभ्यर्थियों ने भाग लिया। कुल मिलाकर 257 अभ्यर्थियों ने भाग लिया।
इनसेट..
आंतरिक साक्षात्कार से गुजरे बीटीसी प्रशिक्षु
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में वर्ष 2010 के प्रशिक्षु बीटीसी का आंतरिक मूल्यांकन हुआ। संस्थान के प्राचार्य ने प्रशिक्षुओं से बुधवार को उनकी बुद्धि और कौशल की परीक्षा ली। बुधवार को आयोजित आंतरिक मूल्यांकन प्रक्रिया में 16 बच्चों को गुजारा गया
News Source/ Sabhaae : Jagran (Updated on: Thu, 02 May 2013 01:36 AM (IST))
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TET exam causes low profile & decreasing craze for BTC selection.
Earlier BTC Selection is Job Gurantee Program But TET exam made low charm for it.
ghanta HALANE KA TEM AA GAYA HE YARO
ReplyDeleteJHANT AB KUCH NAHI HOGA
ReplyDeleteHIGH COURT NE 1 HAFTE ME FAISALA DENE KI BAAT KI THI
ReplyDeleteSAB KAHATE YE BADA SULAGATA MUDDA HE
PAR YE JHATU LOGO KI SONCH HE
HAM SAB CHUTYE HE
ReplyDeleteAUR HC GVT AUR
TET MERIT NAHI TO BHARTI NAHI
SAB CHUTYAPA DIKHA RAHE HE
MAIRATHAN KI DAUD ME DARA SING BHI DAUDA THA
ReplyDeleteAIK HAANTH ME TEL KI SHISHI
AIK HAANTH ME LODA THA
BAS MAL KISI KO NAHI
TENTION SAB KO
MUBARAK HO
KAISI HE YE BHARTI
ReplyDeleteKOI NA JANE
JHANTU SAMAZ KI JAI
ReplyDeleteJAI HO GANDOOO BABA
JAB TAK HE DAM GAND MARAOGE TUM
JAI HO GANDU BABA
Tet ki dar se btc walon ki fat rahi hai.jai ho tet gunank merit ki.
ReplyDeleteTet ki dar se btc walon ki fat rahi hai.jai ho tet gunank merit ki.
ReplyDeleteJai shree Ram.tet merit kaha ho ye blog apko bula raha h.ye gandi rajneeti karnewale nark m jakar nark ko kb kritarth karege.jai hind.
ReplyDeleteapani gand ki khujali mita raha he
ReplyDeletejaldi hi sab ki mitane ayega
jyada mach rahi he kya
ReplyDeletecontect kare
ReplyDelete9336225520
jai Hanuman. Jo aag lagi h dil m sari duniya m laga dunga jo bsp ar sp nark chale gaye to bhagwan ko prasad chada dunga.na jane up kb pragti k marg pr agrasar hoga.sale in netao ne iska bera garg lr diya h.
ReplyDeleteVero ki dharti jawano ka desh baagi ballia up.
ReplyDeleteJai bhrigu baba.
7786014555
AMAR UJALA
ReplyDelete25/04/13,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,dr.amit agrahari
इलाहाबाद;
उच्चन्यायालय इलाहाबाद मेँ
लम्बित 72825 बेसिक
शिक्षकोँ के मामले मे
हुयीसुनवायी के लिये गठित
सँविधान पीठ के
न्यायाधीषोँ मा. एपी शाही,
मा. सुनील अम्बवानी एवं मा.
बघेल जी ने दिनाँक 17/04/13
को हुयी सुनवायी का आदेश
सुरक्षित रख लिया था,
जिसका लिखित आदेश मा. मुख्य
न्यायाधीष के सत्यापनोपरान्त
अगले हफ्ते मेँ आने की उम्मीद
जतायी जा रही है,
वहीँ सूत्रोँ का मानना है
कि भर्ती प्रक्रिया जुलाई तक
पूर्ण हो जाएगी ।
वहीँ दूसरी तरफ़ न्यायालय मेँ
लम्बित चयन के आधार के मामले
की सुनवायी के परिणाम के बारे
मेँ विधिक
जानकारोँ का मानना है
कि सरकारी हलफनामेँ के अनुसार
शैक्षणिक मेरिट का आधार
हो सकता है ।
to,
ReplyDeleterespected
tet merit nahi to bharti nahi
jan hit me adhik se adhik logo ko jankari pradan kare
हायड्रोसिल क्या है ?
• हायड्रोसिल, एक तरल पदार्थ है जो अंडकोश की थैली (scrotum) के भीतर स्पर्मटिक कॉर्ड (spermatic cord) के साथ पाया जाता है |
• तरल पदार्थ का एक छोटा सा राशि आमतौर पर चारों ओर टेस्टिस (testes) के मौजूद रहता है | हायड्रोसिल...See More
Photo: हायड्रोसिल क्या है ? • हायड्रोसिल, एक तरल पदार्थ है जो अंडकोश की थैली (scrotum) के भीतर स्पर्मटिक कॉर्ड (spermatic cord) के साथ पाया जाता है | • तरल पदार्थ का एक छोटा सा राशि आमतौर पर चारों ओर टेस्टिस (testes) के मौजूद रहता है | हायड्रोसिल, एक दर्दरहित तरल पदार्थ से निर्माण है जो सामान्य स्तर से एक या दोनों अंडकोष में पाया जाता है | • हायड्रोसिल, जन्मजात हो सकता है या उसका अधिग्रहण जन्म के बाद हो सकता है | • जन्मजात हायड्रोसिल पुरुष शिशु में हो सकता है और अक्सर जीवन के पहले वर्ष के दौरान गायब हो जाता है | • वयस्कों में अधिग्रहीत हायड्रोसिल, ऊसन्धि क्षेत्र में चोट लगने के कारण या फिर संक्रमण या कई मामलों में एक अज्ञात कारण से हो सकता है | • यह किसी भी उम्र में हो सकता है, लेकिन अधिकांश पुरुषों में ४० उम्र से यह अधिक पाया जाता है | हायड्रोसिल के कारण से अंडकोश की थैली या ऊसन्धि क्षेत्र को सूजन आती है | • जभी सूजन हद से अधिक मात्रा में बढ जाती जाती है, तभी इस द्रव को निकालने से उसका उपचार हो सकता है | • इसको प्रोसस्सस वजिनलिस (Processus Vaginalis), पेटेंट प्रोसस्सस वजिनलिस (Patent Processus Vaginalis) भी कहा जाता है | हायड्रोसिल क्यों होता है ? • हायड्रोसिल होना नवजात शिशुओं में आम हैं | • सामान्य विकास के दौरान, अंडकोष पेट से एक ट्यूब के सहारे नीचे अंडकोश की थैली में उतरता है | • जब यह ट्यूब किसी कारण बंद नही होती तभी परिणाम में हायड्रोसिल होता है | तरल पदार्थ खुली ट्यूब से हमेशा बहता रहता है | • यह द्रव अंडकोश की थैली में जमा होता है | इसी कारण अंडकोश की थैली को सूजन आती है | • हायड्रोसिल सामान्य रूप में जन्म के बाद कुछ ही महिनों में दूर हो जाता है, लेकिन उसकी उपस्थिति नए माता पिता में चिंता पैदा कर देती है | कभी कभी, हायड्रोसिल वंक्षण हर्निया (inguinal hernia) के साथ जुड़ा हो सकता है | • हायड्रोसिल, सूजन या स्पर्माटिक कॉर्ड के भीतर तरल पदार्थ या खून के रुकावट द्वारा या अधिवृशन (epididymis) को चोट लगने के कारण से भी हो सकता है | इस प्रकार का हायड्रोसिल वृद्ध लोगों में ज्यादा पाया जाता है | हायड्रोसिल के क्या लक्षण पाए जाते हैं ? • हायड्रोसिल दर्दरहित रहता है, लेकिन सूजन होने से और खींचने की संवेदना से आमतौर पर असुविधा होती है | • सूजा हुआ अंडकोष एक पानी के गुब्बारे की तरह महसूस होता है | और इस सूजन की स्थिति शरीर परिवर्तन के नही है | • हायड्रोसिल एक या दोनों पक्षों को हो सकता है | भोजन तथा परहेज : इस रोग में अधिक खाना खाना, अधिक परिश्रम, मल-मूत्र और शुक्र का वेग रोकना, गरिष्ठ यानी भारी खाना, दही, उड़द, मिठाई, बासी अन्न, मैथुन, साइकिल की सवारी सभी हानिकारक है। इस रोग में वमन, पाचक पदार्थ सेवन, ज्वार, स्वेद, विरेचन (दस्त लाने वाली वस्तुएं), ब्रह्मचर्य-पालन (संयासी जीवन), गेहूं, शालिधान्य, पुराना चावल, ताजा मठ्ठा, गाय का दूध और हरे शाक सभी अण्डवृद्धि में फायदेमन्द है। उपचार अण्डकोष की सूजन पर भांगरा के पंचांग (जड़, तना, पत्ती, फूल और फल) को पीसकर टिकिया बनाकर अण्डकोषों पर बांधने से अण्डकोष की वृद्धि रुक जाती है और अण्डकोष सामान्य हो जाता है। कुन्दरू, मस्तंगी, सोंठ, तम्बाकू, आंवा हल्दी, वत्सनाग, पोस्त डोडा, वच, सभी को बराबर मात्रा में लेकर इसको कूट-पीसकर बारीक चूर्ण बनाकर मकोय के रस के साथ आधे-आधे ग्राम की गोलियां बना लें। इस गोली को पानी के साथ घिसकर अण्डकोष पर लगाने, और इसी चूर्ण की पोटली से थोड़ा गर्म सेंक करें। इससे अण्डकोष के बढ़े हिस्से को रोकने में लाभ होता है। कच्चे पपीते को लेकर ऊपर का छिलका तथा अन्दर के बीज निकाल दें। बढे़ हुए अण्डकोष इस पपीते में करके, ऊपर से लंगोट बांधे। इस प्रयोग से अण्डवृद्धि और उससे होने वाले सूजन, दर्द में लाभ होता है। 25 ग्राम आम के पत्ते, 10 ग्राम सेंधा नमक, दोनों को पीसकर हल्का-सा गर्म करके लेप करने से अण्डकोष की वृद्धि सही हो जाती है। यदि बच्चे की अण्डवृद्धि (फोता लटक जाए) तो अरहर की दाल भिगोकर तथा उसी पानी में पीसकर गर्म करके लेप करना लाभकारी है। बिरोजा, लोध, गन्धा, फिटकरी, कुन्दरू, गुग्गल को बराबर मात्रा में पानी के साथ पीसकर लेप करने से सभी प्रकार के अण्डकोष की वृद्धि रुक जाती है।
mr
ReplyDeletesunil tiwari G
hum to tet ke liye lad rahe hain to kah rahe hain ki bharti ................
lekin ye log log kauN si ladaayi lad rahe hain aur kis munh se kah rahe hain bharti acd merit se hogi
yahan par 1 baat clear karte huwe chalte hain ki acd merit ko merit nahi KAHA JA SAKTA HAI balki record HOTA kyon ki usse compti. nahi fight kiya ja sakta hai compti. to compti. exam se aata hai jaise UPTET 2011
सरबजीत सिँह के दुखद मृत्यु ने एक बार फिर भारत की पाक नीति पर सवाल खड़े कर दिए है,
ReplyDeleteसवाल ये है कि वास्तव मे भारत सरकार ने सरबजीत सिँह के मामले किया क्या? पाकिस्तान ने जो नीचता दिखाई है उसमे कुछ नया नही है वो ऐसी नीच हरकत कई बार कर चुका है,कैप्टन सौरभ कालिया,शहीद हेमराज व सुधारक सिँह से लेकर ताजातरीन सरबजीत सिँह के मामले मे हम देख सकते है कि किस तरह पाकिस्तान ने हमारे सैनिको व नागरिको के साथ अमानवीय व्यवाहार किया है और भारत हर बार उसके सामने असहाय नजर आया है, आखिर क्यो? क्योकि हमारे नीति नियंता हमारी सरकार नंपुसकता से ग्रस्त है वरन् चार बार सीधे युद्धो मे धूल चाटने वाले उस फर्जी देश मे इतनी हिम्मत ना होती कि वे भारत माँ के शेरदिल बेटो से नजर भी मिला सके,
आखिर हमारी सरकार अपने देश की प्रतिष्ठा को कब तक तार तार करती रहेगी,
ReplyDeleteजब भारत की जेल मे बन्द पाकिस्तानी कैदी खलील चिश्ती,जिस पर माननीय सर्वोच्च न्यायालय मे गम्भीर आरोप सिद्ध थे,को उम्र का हवाला देकर पाक प्रधानमंत्री ने उसे रिहा करने की मांग की तो भारत ने बिना देर किये उसके आग्रह को स्वीकार कर लिया और उसे जमानत पर छोड़ दिया,क्या उस समय चिश्ती की रिहाई के बदले सरबजीत सिँह की रिहाई की मांग नही किया जा सकता था? जरुर किया जा सकता था लेकिन जब इस खूनपीये सरकार ने चाहा होता तब, इन्हे तो बस वोटो और नोटो से मतलब हैँ देश की जनता की कोई परवाह नही हैँ इन्हे
समझ मेँ नही आता आखिर कौन सा मुँह लेकर राहुल गाँधी सरबजीत की मौत पर उनके परिजनो से मिलने गये एक बार भी उन्हे शर्म नही आयी आयेगी भी कहाँ से इन माँ बेटे ने बेहयाई का ताज जो पहना रखा हैँ,
मत भूलो इस राष्ट्र से गद्दारी करने वाले को भारी कीमत चुकाना पड़ा हैँ इन्हे भी चुकाना होगा।
जब कल हमारे कांग्रेसी गिरे मंत्री चुचिल टिंडे से पूछा गया की क्या वो सरबजीत सिंह को शहीद का दर्ज़ा देंगे तो उन्होंने इस बात को टाल दिया और कहा की उनका ऐसा कोई इरादा नहीं है .....
ReplyDeleteमित्रो इस निकम्मी कांग्रेसी सरकार ने सबरजीत सिंह को बचाने का कोई उपाय नहीं किया और अब जब उनकी मृत्यु हो गयी है तो वोट की चिंता में सारे कांग्रेसी नेता इस परिवार के आगे -पीछे घूम रहे हैं .
मित्रो कांग्रेस ने सरबजीत के परिवार के लिए सिर्फ 25 लाख रूपए देने की घोषणा की है ,ना शहीद का दर्ज़ा और ना ही उनके हत्यारे पाकिस्तान के खिलाफ कार्यवाही का कोई आश्वाशन .....और 25 लाख भी इसलिए दिए हैं ताकि सरबजीत का परिवार कांग्रेस की निकम्मी सरकार पर कोई आरोप नहीं लगाये .....
लेकिन मित्रो पंजाब सरकार की बीजेपी -अकाली दल गठबंधन ने सबरजीत सिंह को शहीद का दर्ज़ा दिया है ,पुरे पंजाब में राष्ट्रीय ध्वज 3 दिनों तक झुका रहेगा ......और उनके परिवार को 1 करोड़ रूपए की सहायता राशि दिया .
ये फर्क है बीजेपी और कांग्रेस में ...........
------------ हटाओ ,देश बचाओ
---------------------------थोडा सच थोडा आईडिया-------------------------------------
ReplyDelete१.प्रथम सप्ताह मे डीसीजन आने के चांस बहुत कम हैं,जज साहब छुट्टी पर चल रहे हैं उम्मीद की जा सकती है अगले सप्ताह डीसीजन आ सकता है .
२.जो डीसीजन हुआ है वि सिर्फ तीनो जज को पता है ,और ये बहुत ही सीक्रेट होता है चाहे कोई कितना ही बड़ा एक्सपर्ट हो या जज साहब का बेटा उससे भी शेयर नहीं किया जाता जाता ,अफवाहों पर ध्यान ना दें ,और आईडिया मे मिर्च-मसाला लगा कर लोगों द्वारा फाइनल डीसीजन का नाम दीय जा रहा है .
३.कोई जरूरी नहीं है ट्रिपल बेंच का डीसीजन ७ दिन के अंदर आ जाये,रिजर्व डीसीजन काफी लंबे समय के बाद भी दीये जा चुके हैं पर हमें उम्मीद है की हमारा डीसजन १५ मई तक आ जायेगा .
४.ट्रिपल बेंच का डीसीजन आने के बाद ही केस की प्रकिर्या आये बढेगी और उम्मीद है हरकौली जी डबल बेंच मे केस की सुनबाई करेंगे .
५.फाइनल डीसीजन कब तक आएगा -----कोई कुछ नहीं बता सकता सिर्फ आईडिया लगाया जा सकता है ,कोर्ट मई तक ओपन होगा और हम उम्मीद कर सकते है की हमारी जोइनिंग जुलाई मे पूरी हो जायेगी.
इसी बीच कुछ मुल्ले सरबजीत की तुलना बार बार आतंकी अफजल से कर रहे हैँ,अफजल जिसके ऊपर सारे आरोप सिद्ध थे जिसे हमारे देश की सर्वोच्च न्यायालय नेँ सजा सुनायी थी, और दूसरी तरफ सरबजीत जिनके ऊपर न तो कोई आरोप कभी सिद्ध हो सका था और न ही उन्होने ऐसी किसी वारदात को अंजाम दिया था जैसे उन पर आरोप थे फिर किस आधार पे ये मुल्ले सरबजीत की तुलना अफजल से कर रहे हैँ, ये तो हमारे देश की माननीय सर्वोच्च न्यायालय का अपमान कर रहे हैँ, उसके फैसले पर प्रश्नचिन्ह लगा रहे हैं?
ReplyDeleteकुछ साथी हरकौली साहब की बेंच
ReplyDeleteबदलने की सूचना दे रहे हैं ,,,वैसे
अभी तक पुष्टि तो नहीं हुयी है
लेकिन उनके साथ अब मनोज
मिश्रा जी के स्थान पर
किसी महिला जज के बैठने
की जानकारी मिली है 4
महिला judges हैं alhbd HC
me,,, seniority के हिसाब से
26( Ms jst Bharti sapru), 36(Ms
jst Naheed Ara Moonis),37 (Ms
jst Jayashree Tiwari), 52 (Ms jst
sunita agrwal),,,,, इनमें से
ही कोई खुशकिस्मत महिला न्याय
का साथ देते हुए हमारे पक्ष में
दिए फैसले पर अपने हस्ताक्षर
करने का सौभाग्य प्राप्त
करेंगी ,,,संभवतः इनमें सबसे
जूनियर जज सुनीता अग्रवाल
जी सुधीर अग्रवाल जी के
पापों को धोने के लिए
भेजी जा रही हों,,, जूनियर जज के
बदलने को लेकर भ्रम
ना फैलाएं,,डबल बेंच में जूनियर जज
का काम सिर्फ सीनियर जज
का सहयोग करना और अनुभव
प्राप्त करना होता है ,,,,,अगर
हरकौली साहब भी बदल जाते
तो हमारे ऊपर कोई फर्क
नहीं पडने वाला,,, हम
ना तो कभी टण्डन साहब पर
निर्भर थे,,ना हरकौली साहब पर
और ना ही सुनील
अम्बवानी जी और शाही जी पर
निर्भर थे,,,हमारे पास
विधिशास्त्र के उस सिद्दांत
का बल है जिसके अनुसार
किसी व्यक्ति को इस आधार पर
दण्डित नहीं किया जा सकता है
कि उसने कोई कसूर
ही ना किया हो ,,,,,, बेफिक्र
रहिये ,,मस्त रहिये ,,,,, और
मेरी तरह संविधान पीठ के फैसले में
हो रही देरी के फलस्वरूप करने
वाले इन्तजार
का मजा लीजिए,,,,,,
अमित राय ने अभी-अभी सुजीत
भाई के के हवाले से संविधान पीठ
के फैसले में संभावित देरी के
कारणों का जिक्र किया है,,,,
मेरा आप सभी के लिए यही सुझाव
है कि जो चीज अपने हाथों में
ना हो उसपर व्यर्थ चिंतन करने से
कुछ हासिल होने
वाला नहीं है ,,,,संविधान पीठ
का फैसला हमारे पक्ष में होगा यह
तो निश्चित है,,,,, हो सकता है
उसमें कुछ ऐसा धमाकेदार
लिखा हो कि उसके बाद डबल बेंच
जाने की हिम्मत ही ना बचे
सरकार में ,,,,,,इस मामले में अब तक
जो भी हुआ है हमरे हित में ही हुआ
है,,,अगर आप एक जनवरी 2012
को ही नियुक्त हो गये होते
तो लाखों प्राथमिक
अध्यापकों की भांति एक सामान्य
शिक्षक ही रह जाते,,,,, अब आप
उस समुदाय के सम्मानित सदस्य हैं
जिसे देखकर लोग
ईर्ष्या करेंगे ,,एक महान युद्ध के
विजेता बनने जा रहे हैं आप,,,,,कई
वर्षों तक जज-जब निरंकुश सरकारें
न्याय की ह्त्या का प्रयास
करेंगी तो लोग हमारी इस जंग और
उसके परिणाम
का हवाला दिया करेंगे ,,हमारे
संघर्ष से प्रेरणा लेते हुए यकीन
किया करेंगे कि सत्य को परेशान
तो किया जा सकता है लेकिन
पराजित नहीं,,,,,,
प्रेरणा लिया करेंगे ,,,,,टेट
की सूचना प्राप्त करने के सिवाय
भी दुनिया में और भी काम
हैं,,,,,ऐसे काम
जो आपको अपेक्षाकृत अधिक
खुशी दे सकते हैं,,,,,,, नौकरी करते
हुए समय ना मिले शायद ,,तब तक
उनको कीजिए ,,,,
सरबजीत.... काश तुम अमेरिकन होते... पाकिस्तान आपका एक बाल भी नहीं काट पाता. लेकिन तुम बदनसीब हिन्दुस्तानी हो, जहाँ सिर्फ चौबीस घंटे शोक मनाया जाएगा...
ReplyDeleteफेसबुक पे स्टेटस अपडेट होंगे, candle march होगा और फिर कल कोई 'अमन की आशा' चालू कर देगा, फिर कोई पाकिस्तानी गायक आ जाएगा.... हम लोग आईपीएल में पाकिस्तानी क्रिकेटर का समर्थनकरने लगेंगे और फिर तुम्हे भूल जायेंगे...
आज तुम Twitter पे Trend कर रहे हो, BREAKING NEWS हो, YOUTUBE के most watched Video हो... कल Chris Gayle शतकमारेगा और हम तुम्हे भुला देंगे...
आज लगता है की साला काश तुम Italian होते, कम से कम होली, दिवाली तो घर आते...
ऊपर जाओगे तो वहां भगत सिंह भी कहेगा, "मेरे से ही सीख लेते, किन बेवकूफों के लिए जान दे दी जो क़द्र भी नहीं करते!"
सरबजीत भाई माफ़ करना, लेकिन आप हिंदुस्तान पीड़ित हो!
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteवो तो भला है की भारत की भौगोलिक स्थिति ऐसी है की तीन तरफ समुद्र है .......
ReplyDeleteवर्ना अगर चारो तरफ से दुसरे देशो से घिरे होते तो अब तक सिर्फ
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मध्यप्रदेश
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ही भारत कहलाता
Jagna ho to jag jao!
ReplyDeleteMitro mai aap logo se kahna chahta hun abhi bhi mauka hai nahi to 72825 ki sankya ek itihas bankar rah jayegi.
C. J. S.C. Aur H.C. Ko adhik se adhik letter n postcard, email post karo.
Apni problam ko likho itne mail post karo ki court majboor ho jae
gov pe dabav banne ke liye andolan ki jarurat hai.
Agar aap ye sab nahi kar sakte hai to fb pe kabhi mat kahna mai gunak mai tet mai tegu samarthak hun.
पाक की 1 और नापाक हरकत..
ReplyDeleteपाकिस्तान से आए सरबजीत के शव मेंकिडनी और दिल
नहीं था।
सरबजीत के शव पाकिस्तान में पोस्टमार्टम के बाद
भारत लाया गया था।
... जब भारत में सरबीजत का पोस्टमार्टम
किया गया तो सच सामने आया।
राहुल गाँधी ने कहा है
ReplyDeleteकी अब वे सरबजीत के
परिवार की पूरी मदद
करेंगे .....
अरे बेवकूफ यही मदद जब
उसका परिवार रिहाई
की गुहार
लगा रहा था तब
दी होती तो शायद
सरबजीत
जिन्दा होते ....इससे कोई
पूछे की अब मदद के लिए
बचा ही क्या है !
Jagna ho to jag jao!
ReplyDeleteMitro mai aap logo se kahna chahta hun abhi bhi mauka hai nahi to 72825 ek itihas bankar rah jayegi.
C. J. S.C. Aur H.C. Ko adhik se adhik letter n postcard, email post karo.
Apni problem ko likho itne mail post karo ki court majboor ho jaye
gov pe dabav banne ke liye andolan ki jarurat na pade.
Agar aap ye sab nahi kar sakte hai to fir kabhi ye mat kahna ki
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main gunak samarthak hun
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.main tet sa samarthak hun.
पाकिस्तानी आतंकवादी आराम की रोटी तोड़ रहे हैं भारतीय जेल में.
ReplyDeleteसुबह करीब 5.30 बजे जगते ही नमाज अदा करने के बाद करीब सात बजे तक चाय व दो ब्रेड नास्ते में मिल जाता है। सुबह 11 बजे दाल, रोटी, सब्जी व चावल की थाली खाने को मिलती है। इन्हें खाना लेने भी जाना नहीं पड़ता। खाना वार्ड में पहुंचाया जाता है। दोपहर में तीन बजे चाय व शाम 6.30 बजे फिर खाना मिल जाता है। सब कुछ टाइम पर होता है। इसके अलावा वे जिस जेल में बंद होते हैं, उस जेल में दूसरे पाकिस्तानी कैदियों से मिलने भी दिया जाता है। यह दिनचर्या किसी रईस की नहीं। बल्कि तिहाड़ जेल में बंद 11 आतंकवादियों की है। पाकिस्तान की लखपत जेल में भले ही सरबजीत की पीट -पीटकर हत्या कर दी गई। लेकिन ये पाकिस्तानी आतंकवादी आराम की रोटी तोड़ रहे हैं।
कभी -कभी ऐसा भी हो जाता है कि हम किसी चीज को इतना सुरक्षित रख देते हैं कि जरूरत पडने पर हमें ही नहीं मिलती ,,,,, लेकिन यह भी उतना ही सत्य है कि एक ना एक दिन वो सामने आ ही जाती है ,,,,,, इसीलिए तीन जजों से फैसला लिखवाया था कि अगर उनमें से एक या दो भूल जाएँ तो तीसरा उन्हें याद दिला सके ,,,,,, टेट मेरिट की फुल प्रूफ सुरक्षा की जा रही है,,,,, Z+ श्रेणी की ,,,,, हमारी जीत का दिन पहले से निश्चित किया जा चुका है,,,, ना तो उससे पहले मिलेगी,,और ना ही उसके बाद ,,,, फिलहाल संविधान पीठ के फैसले पर ध्यान केंद्रित करने के स्थान पर जुलाई में ज्वाइनिंग की कल्पना करके सुखद एहसासों से सराबोर होइए ..... कल्पनाएँ अगर दिल से की जाएँ तो एक दिन वास्तविकता बन जाती हैं ,,,,,
ReplyDeleteनाग को जितना मर्जी दूध
ReplyDeleteपीला लो मगर एक
ना दिन
वो आपको डसेगा जरुर, हमारी सेना ने
98 हजार
पाकिस्तानी सेना को बंदी बनाया था,
और
यदि हमारी सेना चाहती तो उन
सबको खत्म करके
दुनिया का सबसे बड़ा कब्रिस्तान
बना सकती थी,
मगर फिर भी हमारी भारतीय सेना ने
उदारता दिखाते हुए या कहें उन
सैनिकों के
परिवार
वालों के बारे में सोचते हुए उन
सभी बंदी सैनिकों को अतिथि भाव से
सरहद के
पार जाने
दिया था...
मगर वही पाकिस्तान बर्बतापूर्ण
हमारे
दो सैनिकों के
गले काट कर ले गया, उससे पहले
हमारी सेना के
दूसरे
सैनिक कालिया को हिरासत में रखकर
बुरी तरह से
पीटा तथा उनके कई अंग भी निकाल
लिए और बाद
में
उनकी हत्या कर दी, और हमारे एक
आम चरवाहे
सरबजीत को जासूस बना कर २२
सालों तक जेल में
सडाया और अंत में आकार
उनकी भी हत्या करवा दी....
यदि एक लाइन में कहा जाए
तो गाँधी इस
पाकिस्तान
रूपी नाग के आगे दूध की कटोरी रख
कर और
दुनिया छोड कर चले गए, मगर
गाँधी का वो दूध
पिलाना आजतक हमें बड़ा महँगा पड़
रहा है, उसके
बाद
गाँधी अपनी वो ''अहिंसा की पीपनी''
और हमारे
हाथों में थमा गए जिसे हम आजतक
बजा रहे हैं, और
खुद
अपने देश को खत्म होता देख रहे हैं...
...
.
.......
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....
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...
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#सरबजीत अमर रहें.
ये कैसी सरकार है ?
ReplyDeleteकभी पाकिस्तान भारत में
आतंकवादी भेज देता है,
कभी पाकिस्तान भारतीय सैनिकों के
सिर कलम कर ले जाता है, कभी चीन
भारत के सीमा में कई किलो मीटर
भीतर घुस कर तम्बू गाड कर
दादागिरी दिखाता है.
इतना ही नहीं जो भारत सरकार दूसरें
देश के आतंकियों की सुरक्षा में
करोड़ों लुटा देता, वही पाकिस्तान
भारत के निर्दोष सपूत को जेल के
कस्टडी में ह्त्या कर देता है और
भारत सरकार दलील पर दलील
देता जाता है. क्या यही किसी देश
की सरकार का आवाम के
प्रति जिम्मेवारी है, जो शपथ सरकार
सत्ता पर काबिज होने के वक्त
जनता की सुरक्षा और
उसकी खुशहाली के लिए खाती है.
जो कुछ भी इस सरकार के होते हुए
हो रहा है वो अमानवीय और
कायरतापूर्ण है. ... आखिर ये सरकार
कब तक देश और अवाम की भावनाओं
के साथ से खेलती रहेगी ???
KANHA GAYE VO SARE MUSLIM JO AFJAL GURU KI FANSI PR ETNA SHOR MACHA RAHE THE USE TO NYAY KE TAHAT FANSI DI GAI THI AUR USE BEGUNAHI SABIT KRNE KA PURA MAUKA DIYA GAYA THA PR SABARJEET KO TO PAKISTAN DOSI SABIT NA KR PAYA TO APNE JAIL KARMIYO SE MARWA DIYA SARM KRO ESLAM KO MANNE WALO KYA ENSANIYAT NAHI HAI KI USKA ACHHA ELAJ TO KRA DETE.KANHA GAYA MANWA ADHIKAR SB KE SB MAR GAYE HAI SARM AANI CHAHIYE AAJ PURE DESH KO KAHTE HAI HUM VISVA KE SABSE MAJBUT DESO ME SE EK HAI KYA MAJBUT HAI PAKISTAN KHULE AAM CHUNAUTI DE RAHA CHINA GHAR ME GHUS AAYA NEPAL AANKHE DIKHA RAHA HAI LANKA SUN NAHI RAHA HAI AB BACHA KYA HAD HO GAI KAYRTA KI.KIS KAM KI SARKAR KIS KAM KA VIPAKCHHA AISE TO BAHUT CHILLATA HAI SB MAR GAYE SAYAD
ReplyDeletetum pahle inshan ho jo desh ke bare me soch rahe aur ye sale acd. Aur tet merit ko lekar apas me ek dusre ke gadh marne ko tule hai mutlabi sale aise logo ka yehi hal hota aur salo sp ko bote do
ReplyDelete@ rahul savita
ReplyDeletetumhare comments ka reply to nahin dena chahiye but diye deta hun.
jo karta ho bewkoofi bhari kavita
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uska nam hai rahul kumar savita.