सरकारी नौकरी शिक्षक भर्ती/नियुक्ति परिणाम / टीईटी Sarkari Naukri Recruitment/Appointment Result. Latest/Updated News - UPTET, CTET, BETET, RTET, APTET, TET (Teacher Eligibility Test) Merit/Counselling for Primary Teacher(PRT) of various state government including UP, Bihar
Saturday, May 11, 2013
UPTET : शिक्षण कार्यों में सरकार की नीतियों की निंदा
19 comments:
Please do not use abusive/gali comment to hurt anybody OR to any authority. You can use moderated way to express your openion/anger. Express your views Intelligenly, So that Other can take it Seriously.
कृपया ध्यान रखें: अपनी राय देते समय अभद्र शब्द या भाषा का प्रयोग न करें। अभद्र शब्दों या भाषा का इस्तेमाल आपको इस साइट पर राय देने से प्रतिबंधित किए जाने का कारण बन सकता है। टिप्पणी लेखक का व्यक्तिगत विचार है और इसका संपादकीय नीति से कोई संबंध नहीं है। प्रासंगिक टिप्पणियां प्रकाशित की जाएंगी।
tet
ReplyDelete.
.
.
merit
.
.
.
nahi
.
.
.
.
to
.
.
.
bharti
.
.
.
.
bhi
.
.
.
.
nahi
.
.
7
8
6
0
8
9
3
6
1
8
Sarabjit ke liye kabhi 1 shabd na uthaye par atankiyo ko free karwayenge
ReplyDeleteअखिलेश सरकार को कोर्ट का तगड़ा झटका
------------------------------
अखिलेश सरकार ने 2007 के बम धमाके के दो आरोपियों को निर्दोष बताते हुए उन दोनों आरोपियों को रिहा करने के लिए याचिका दायर की थी, लेकिन कोर्ट ने आरोपियों को रिहा करने की याचिका को ख़ारिज कर दिया है।
ब्लास्ट के आरोपी को छोड़ने की तैयारी में यूपी सरकार
लखनऊ, फैजाबाद और बनारस की कचहरी में वर्ष 2007 में हुए सीरियल ब्लास्ट मामले के दो आरोपियों के खिलाफ यहां चल रहे अपराधिक मामले को वापस लेने संबंधी अर्जी विशेष अदालत ने शुक्रवार को खारिज कर दी।
उक्त मामले के विशेष लोक अभियोजक अपर जिला शासकीय अधिवक्ता ने शासन के निर्देश का हवाला देते हुए आरोपियों पर से मुकदमा वापस लिए जाने का अनुरोध करते हुए विशेष अदालत में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया था।
अदालत ने अर्जी खारिज करते हुए अपने आदेश में कहा कि आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त अभियुक्तों के विरुद्ध चल रहा वाद वापस लेने पर कौन सा जनहित होगा, यह न्यायालय की समझ से परे है।
मालूम हो कि प्रदेश सरकार ने कचहरी सीरियल ब्लास्ट के आरोपियों के मुकदमे वापसी के लिए प्रमुख सचिव न्याय की ओर से जिलाधिकारी को पत्र भेजा था। इसी के आधार पर बीते 3 मई को मामले की सुनवाई कर रही विशेष अदालत में विशेष लोक अभियोजक अपर जिला शासकीय अधिवक्ता विनोद कुमार द्विवेदी ने मुकदमा वापसी के लिए प्रार्थना पत्र दिया था। इसमें कहा गया था कि क्षेत्र की सुरक्षा, व्यापक जनमानस व सांप्रदायिक सौहार्द्र को दृष्टिगत रखते हुए आरोपियों पर से मुकदमा वापस लिया जाना न्यायोचित होगा।
शुक्रवार को इस मामले की सुनवाई कर रही विशेष अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (एससी एसटी एक्ट) कल्पना मिश्रा ने अभियोजन पक्ष की अर्जी खारिज करते हुए अपने आदेश में लिखा कि यह मामला आतंकवादी गतिविधियों से संबंधित है तथा अभियुक्तों के विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्य होने के उपरांतन्यायालय में आरोप पत्र प्रस्तुतकिया गया है।
अदालत ने कहा कि आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त रहने वाले अभियुक्तों के विरुद्ध चल रहा वाद वापस लेने पर कौन सा जनहित होगा, यह न्यायालय की समझ से परे है। आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त रहने वाले व्यक्ति किसी जाति संप्रदाय से जुडे़ नहीं होते, उनका एक मात्र मकसद जनमानस में आतंक पैदा करना होता है।
अदालत ने कहा कि इस मामले में समस्त अभियोजन साक्ष्य प्रस्तुत किए जा चुके हैं, अंतिम साक्षी के तौर पर विवेचक की साक्ष्य लगभग समाप्ति की ओर है जिसमें 83 पेज बयान लिखे जा चुके हैं। न्यायधीश ने आदेश में लिखा कि अभियोजन पक्षद्वारा प्रस्तुत प्रार्थना पत्र सर्वोच्च न्यायालय द्वारा प्रतिपादित सिद्धांतों के अनुरूप नहीं है, मात्र राज्य सरकार के दिए गए आदेश के अनुक्रम में मुकदमा वापसी का प्रार्थना पत्र दिया गया है।
इसमें कोई तथ्य वर्णित नहीं है जिससे जनहित, न्याय हित, सुरक्षा, सांप्रदायिक सौहार्द्र व न्याय व्यवस्था कायम करने के उद्देश्य से वाद को वापस लिया जा सके। यह कहते हुए अदालत ने अभियोजन पक्ष की मुकदमा वापसी की अर्जी खारिज कर दी।
मालूम हो कि मुकदमा वापसी के विरोध में अधिवक्ता एवं वादकारी कल्याण समिति के अध्यक्ष शिवकुमार शुक्ला की ओर से जोरदार पक्ष रखा गया जिसका हवाला भी अदालत ने अपने आदेश में दिया है।
आरोपियों पर ये संगीन मामला
बताते चलें कि लखनऊ, फैजाबाद और वाराणसी कचहरी में हुए सीरियल बम विस्फोट के आरोप में एटीएस व एसटीएफ ने 22 दिसंबर 2007 की सुबह खालिद मुजाहिद व तारिक कासमी को बाराबंकी रेलवे स्टेशन के नजदीक विश्वनाथ होटल के पास सेगिरफ्तार किया था। और इनके कब्जे से जिलेटिन की नौ राड, तीन स्टील बजर और डेटोनेटर बरामद हुए थे। बाराबंकी कोतवाली में इनके खिलाफमुकदमा दर्ज कराया गया था।
सीओ चिरंजीवी नाथ सिन्हा और राजेश कुमार श्रीवास्तव ने तीन माह में ही न्यायालय में आरोप पत्र पेश कर दिया था। तफ्तीश में तारिक कासमी को उत्तर प्रदेश का हूजी चीफ और खालिद मुजाहिद को यूपी के फौजी दस्ते का कमांडर बताया गया है। इन पर चल रहे मुकदमें की वापसी के लिए अक्टूबर 2012 में शासन ने जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी थी। इसी के तहत अब मुकदमा वापसी की कार्रवाई अदालती अंजाम तक पहुंची थी
Aaj mai un logo ko chalenge karta hu jo rejoinder pakar khus hai ,jo ki koi v ku6 paise kharch kar prapt kar sakta hai..mai un logo ko kahna chahta hu ki wo rejoinder ki analysis kyu nahi karte..agar kisi v acd suporter me dam hai to rejoinder ki analysis karke dikhaye..hamne to 60 page ki usmani report padhi hai agar vastav me ye arop siddh hote to tet radd ho jata..rejoinder ne na sirf tet ko radd hone se bachaya hai,balki usne s.p gov. Ki dwesh ki rajniti ko v ujagar kar diya hai...aaj rat 8.30 bje ham punh rejoinder ke main point btayege apko...aur 9.30 hoga hamara prime post...acd wale chahe guddu singh ho ,vikash ranjan ho ya shiv kuswaha ya koi aur rejoinder ke main point ko post kar is grup par 8 bje tak dikhaye ki kya rejoinder unhe usmani report ke mukable kamjor lagta hai warna ham dikhayege 8.30 bje hakikat ka aina...agar usmani report ke arop siddh hote to d.b tet ko hi radd kar deta .rejoinder pa gaye to jaise lagta hai job pa gaye..
ReplyDeleteमहात्मा गाँधी ...राष्ट्रपिता
ReplyDeleteजवाहरलाल नेहेरू .......राष्ट्रचाचा
सोनिया गाँधी .....राष्ट्रियअम्मा
राहुल गाँधी .....राष्ट्रीय भाई
मायावती .....राष्ट्रीय बहन
रॉबर्ट वाड्रा .....राष्ट्रीय दामाद
अब एक और जुड गया
पवन बंसल .....राष्ट्रीय मामा
विजय सिंगला .....राष्ट्रीय भांजा
मुझे तो लग रहा है कि कहीं उच्च न्यायालय जानबूझकर संविधान पीठ का फैसला देने में देरी कर रहा है,,,, चूँकि अभी तक ज्यादातर लोगों को ,जिनमें टेट मेरिट एवं गुणांक समर्थक सामान मात्रा में थे,,,कि कोर्ट सरकार के दबाव में काम करता है,,,,इसलिए उच्च न्यायालय ने पहले लोगों की इस गलतफहमी को दूर करने का निश्चय किया है,,,,, मुझे नहीं लगता कि अब उस्मानी टेट मेरिट से हमारा चयन होने तक गहरी नींद सो पायेंगे,,,,
ReplyDeleteआउल और सलमान जिस तरह शादी न करने जिद कर रहे है।
ReplyDeleteसमझ मे नही आता
कि ये परम बाल ब्रम्हचारी है. या.
फिर.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
खतना के समय कोई दुर्घटना.???????????????????????
बेवडा : मैं तीरथ यात्रा जा रहा हूँ। सोच रहा हूँ, दारु छोड़ दूँ।
ReplyDeleteपियक्कड़ : ये तो अच्छी बात है, इसमें कठिनाई क्या है?
बेवडा : पर किसके पास छोडूं? मेरे सभी दोस्त कमीने है साले, पी जायंगे।
महत्वपूर्ण प्रश्न ........
ReplyDeleteईमानदारी से बताओ की कौन कौन अकेडमिक supportr TET 2013 का form नहीं डाले ??????
पास होने के बावजूद भी .....
भाई जब टेट एक पात्रता परीक्षा है तो क्यूँ अपने अंक बढ़ाना चाहते हो ?????
अब गोल मोल जवाब मत देना और हां शर्माइये मत में नौकरी धारकों से भी पूछ रहा हूँ जो नौकरी में होते हुए भी स्कोर बढ़ाना चाहते हें ।
अब कोई कहेगा की कहीं टेट 2011 रद्द न हो जाये इसलिए ड़ाल रहे हें ।
कोई कुछ और कहेगा केवल खिचड़ी (Rag bag) पकाएंगे ।।।।।
चलो में बता दूं ये कहना अगर कोई पूछे तो भाई अब हम समाजवादी टेट देना चाहते हें ।।।।।।।।
pepsi और cocacola
ReplyDelete________________________________________________
भारत मे जो सबसे ज्यादा विदेशी कंपनिया काम कर रही हैं वो अमेरिका से आई है !
उनमे से ए नाम है pepsi cola दूसरी का नाम है cocacola ! जिसको हम coke pepsi
भी कह देते है !, भारत मे बिकने वाले सॉफ्ट ड्रिंक क्षेत्र में अमेरिका की दो
कंपनियों का एकाधिकार है,!
| 1990 -91 में दोनों कंपनियों का संयुक्त रूप से जो विदेशी पूंजी निवेश था
भारत में, उसे सुन कर आश्चर्य करेंगे आप, दोनों ने मिलकर लगभग 10 करोड़ की
पूंजी लगाई थी भारत में, कुल जमा 10 करोड़ रुपया (डौलर नहीं) | अर्थशास्त्र की
भाषा में इसको Initial Paid-up Capital कहते हैं | मतलब शुरुवाती पूंजी ! वो
केवल 10 करोड़ कि है !
इन दोनों कंपनियों के कुल मिलाकर 64 कारखाने हैं पुरे भारत में ! और मैं जब उन
कारखानों में घुमा और इनके अधिकारियों से बात कर के जानकारी लेने की कोशिश की
!, क्योंकि इनके वेबसाइट पर इनके बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं होती है,
इन कंपनियों ने भारत के शेयर बाजार में भी अपनी लिस्टिंग नहीं कराई है, इनका
रजिस्ट्रेशन नहीं है हमारे यहाँ के शेयर मार्केट में | बॉम्बे स्टोक एक्सचेंज
(BSE) या NSE में जिन कंपनियों की लिस्टिंग नहीं होती उनके बारे में पता करना
या उनके आंकड़े मिलना एकदम असंभव होता है | listing होती तो SEBI (security
exchange board of INDIA) से सारी जानकारी मिल जाती !
इन कंपनियों के एक बोतल पेय की लागत मात्र 70 पैसे होती है, आप कहेंगे कि मुझे
कैसे मालूम ? भारत सरकार का एक विभाग है जिसका नाम है BICP, ब्यूरो ऑफ़
इंडस्ट्रियल कास्ट एंड प्राईसेस, यही वो विभाग है जिसे भारत में उत्पन्न होने
वाले हर औद्योगिक उत्पादन की लागत पता होती है, वहीं से मुझे ये जानकारी मिली
थी | आप हैरान हो जायेंगे ये जानकर कि 70 पैसे का जो ये लागत है इनका वो
एक्साइज ड्यूटी देने के बाद की है, यानि एक्स-फैक्ट्री कीमत है ये | अगर एक
बोतल 10 रुपया में बिक रहा है तो लगभग 1500% का लाभ ये कंपनी एक बोतल पर कमा
रही है 1500%!
और जब पेप्सी और कोका कोला के 64 कारखानों में होने वाले एक वर्ष के कुल
उत्पादन के बारे में पता किया तो पता चला कि ये दोनों कंपनियाँ एक वर्ष में
700 करोड़ बोतल तैयार कर के भारत के बाजार में बेंच देती हैं | और कम से कम 10
रूपये में एक बोतल वो बेचती हैं तो आप जोडिये कि हमारे देश का 7000 करोड़
रुपया लूटकर वो भारत से ले जाती हैं | और इस 7000 करोड़ रूपये की लुट होती है
एक ऐसे पानी को बेच कर जिसमे जहर ही जहर है, एक पैसे की न्यूट्रीशनल वैल्यू
नहीं है इसमे |
भारत के कई वैज्ञानिकों ने पेप्सी और कोका कोला पर रिसर्च करके बताया कि इसमें
मिलाते क्या हैं | पेप्सी और कोका कोला वालों से पूछिये तो वो बताते नहीं हैं,
कहते हैं कि ये फॉर्मूला टॉप सेक्रेट है, ये बताया नहीं जा सकता | लेकिन आज के
युग में कोई भी सेक्रेट को सेक्रेट बना के नहीं रखा जा सकता | तो उन्होंने
अध्ययन कर के बताया कि इसमें मिलाते क्या हैं, तो वैज्ञानिको का कहना है इसमे
कुल 21 तरह के जहरीले कैमिकल मिलाये जाते हैं !
कुछ नाम बताता हूँ !इसमें पहला जहर जो मिला होता है - सोडियम मोनो ग्लूटामेट,
ReplyDeleteऔर वैज्ञानिक कहते हैं कि ये कैंसर करने वाला रसायन है, फिर दूसरा जहर है -
पोटैसियम सोरबेट - ये भी कैंसर करने वाला है, तीसरा जहर है - ब्रोमिनेटेड
वेजिटेबल ऑइल (BVO) - ये भी कैंसर करता है | चौथा जहर है - मिथाइल बेन्जीन -
ये किडनी को ख़राब करता है, पाँचवा जहर है - सोडियम बेन्जोईट - ये मूत्र नली
का, लीवर का कैंसर करता है, फिर इसमें सबसे ख़राब जहर है - एंडोसल्फान - ये
कीड़े मारने के लिए खेतों में डाला जाता है और ऊपर से होता है ऐसे करते करते
इस में कुल 21 तरह के जहर मिलये जाते हैं !
ये 21 तरह के जहर तो एक तरफ है और हमारे देश के पढ़े लिखे लोगो के दिमाग का
हाल देखिये -बचपन से उन्हे किताबों मे पढ़ाया जाता है ! की मनुष्य को प्राण
वायु आक्सीजन अंदर लेनी चाहिए और कार्बन डाईऑक्साइड बाहर निकलनी चाहिए ये
जानने के बावजूद भी गट गट कर उसे पे रहे हैं !और पीते ही एक दम नाक मे जलन
होती और वो सीधा दिमाग तक जाती है !और फिर दूसरा घूट भरते है गट गट गट !
और हमारा दिमाग इतना गुलाम हो गया है ! आज हम किसी बिना coke pepsi के जहर के
किसी भी शादी विवाह पार्टी के बारे मे सोचते भी नही !कार्बन डाईऑक्साइड - जो
कि बहुत जहरीली गैस है और जिसको कभी भी शरीर के अन्दर नहीं ले जाना चाहिए और
इसीलिए इन कोल्ड ड्रिंक्स को "कार्बोनेटेड वाटर" कहा जाता है | और इन्ही जहरों
से भरे पेय का प्रचार भारत के क्रिकेटर और अभिनेता/अभिनेत्री करते हैं पैसे के
लालच में, उन्हें देश और देशवाशियों से प्यार होता तो ऐसा कभी नहीं करते |
पहले अमीर खान ये जहर बिकवाता था अब उसका भांजा बिकवाता है ! अमिताभ
बच्चन,शरूखान ,रितिक रोशन लगभग सबने इस कंपनी का जहर भारत मे बिकवाया है
!क्यूंकि इनके लिए देश से बड़ा पैसा है !
पूरी क्रिकेट टीम इस दोनों कंपनियो ने खरीद रखी है ! और हमारी क्रिकेट टीम की
कप्तान धोनी जब नय नय आये थे! तब मीडिया मे ऐसे खबरे आती थी ! जो 2 लीटर दूध
पीते हैं धोनी ! ये दूध पीकर धोनी बनने वाला धोनी आज पूरे भारत को पेप्सी का
जहर बेच रहा है ! और एक बात ध्यान दे जब भी क्रिकेट मैच की दौरान water break
होती है तब इनमे से कोई खिलाड़ी pepsi coke क्यूँ नहीं पीता ??? ?? क्यूँ कि
ये सब जानते है ये जहर है ! इन्हे बस ये देश वासियो को पिलाना है !
ज्यादातर लोगों से पूछिये कि "आप ये सब क्यों पीते हैं ?" तो कहते हैं कि "ये
बहुत अच्छी क्वालिटी का है" | अब पूछिये कि "अच्छी क्वालिटी का क्यों है" तो
कहते हैं कि "अमेरिका का है" | और ये उत्तर पढ़े-लिखे लोगों के होते हैं |
तो ऐसे लोगों को ये जानकारी दे दूँ कि अमेरिका की एक संस्था है FDA (Food and
Drug Administration) और भारत में भी ऐसी ही एक संस्था है, उन दोनों के
दस्तावेजों के आधार पर मैं बता रहा हूँ कि, अमेरिका में जो पेप्सी और कोका
कोला बिकता है और भारत में जो पेप्सी-कोक बिक रहा है, तो भारत में बिकने वाला
पेप्सी-कोक, अमेरिका में बिकने वाले पेप्सी-कोक से 40 गुना ज्यादा जहरीला होता
है, सुना आपने ? 40 गुना, मैं प्रतिशत की बात नहीं कर रहा हूँ | और हमारे शरीर
की एक क्षमता होती है जहर को बाहर निकालने की, और उस क्षमता से 400 गुना
ज्यादा जहरीला है, भारत में बिकने वाला पेप्सी और कोक | तो सोचिए बेचारी आपकी
किडनी का क्या हाल होता होगा !जहर को बाहर निकालने के लिए !ये है पेप्सी-कोक
की क्वालिटी, और वैज्ञानिकों का कहना है कि जो ये पेप्सी-कोक पिएगा उनको
कैंसर, डाईबिटिज, ओस्टियोपोरोसिस, ओस्टोपिनिया, मोटापा, दाँत गलने जैसी 48
बीमारियाँ होगी |
पेप्सी-कोक के बारे में आपको एक और जानकारी देता हूँ - स्वामी रामदेव जी इसे
ReplyDeleteटॉयलेट क्लीनर कहते हैं, आपने सुना होगा (ठंडा मतलब टाइलेट कालीनर )तो वो कोई
इसको मजाक में नहीं कहते या उपहास में नहीं कहते हैं,देश के पढ़े लिखे मूर्ख
लोग समझते है कि ये बात किसी ने ऐसे ही बना दी है !
इसके पीछे तथ्य है, ध्यान से पढ़े !तथ्य ये कि टॉयलेट क्लीनर harpic और
पेप्सी-कोक की Ph value एक ही है | मैं आपको सरल भाषा में समझाने का प्रयास
करता हूँ | Ph एक इकाई होती है जो acid की मात्रा बताने का काम करती है !और
उसे मापने के लिए Ph मीटर होता है | शुद्ध पानी का Ph सामान्यतः 7 होता है !
और (7 Ph) को सारी दुनिया में सामान्य माना जाता है, और जब पानी में आप
हाईड्रोक्लोरिक एसिड या सल्फ्यूरिक एसिड या फिर नाइट्रिक एसिड या कोई भी एसिड
मिलायेंगे तो Ph का वैल्यू 6 हो जायेगा, और ज्यादा एसिड मिलायेंगे तो ये
मात्रा 5 हो जाएगी, और ज्यादा मिलायेंगे तो ये मात्रा 4 हो जाएगी, ऐसे ही
करते-करते जितना acid आप मिलाते जाएंगे ये मात्रा कम होती जाती है | जब
पेप्सी-कोक के एसिड का जाँच किया गया तो पता चला कि वो 2.4 है और जो टॉयलेट
क्लीनर होता है उसका Ph और पेप्सी-कोक का Ph एक ही है, 2.4 का मतलब इतना ख़राब
जहर कि आप टॉयलेट में डालेंगे तो ये झकाझक सफ़ेद हो जायेगा | इस्तेमाल कर के
देखिएगा |
यहाँ क्लिक कर देखे !
https://www.youtube.com/watch?v=QMhci7LXJfo
और हम लोगो का हाल ये है ! घर मे मेहमान को आती ये जहर उसके आगे करते है !
दोस्तो हमारी महान भारतीय संस्कृति मे कहा गया है ! अतिथि देवो भव ! मेहमान
भगवान का रूप है ! और आप उसे टॉइलेट साफ पीला रहे हैं !!
अंत मे राजीव भाई कहते हैं ! कि देश का युवा वर्ग सबसे ज्यादा इस जहर को पीता
! और नपुंसकता कि बीमारी सबसे ज्यादा ये जहर पीकर हो रही है ! और कहीं न कहीं
मुझे लगता है ! ये pepsi coke पूरी देश पूरी जवान पीढ़ी को खत्म कर देगा ! इस
लिए हम सबको मिलकर स्कूलों कालेजो मे जा जा कर बच्चो को समझना चाहिए ! राजीव
भाई जा कहना है ! आप बस स्कूल कालेजो मे जाते ही उनके सामने इस pepsi coke से
वहाँ का टाइलेट साफ कर के दिखा दी जीए ! एक मिनट ही वो मान जाएंगे !
और बच्चे अगर मान गये तो उनके घर वाले खुद पर खुद मान जाएंगे ! वो एक कहावत
हैं न son is a father of father ! बच्चा बाप का बाप होता है ! तो बच्चो को
समझाये ! बच्चे ये जहर छोड़े बड़े छोड़े और इस दोनों अमेरीकन कंपनियो को
अपने देश भगाये ! जैसे हमने east india company को भगाया था !!
वन्देमातरम !!!!!!!!!!
राजीव भाई कहते हैं 1997 मे जब उन्होने पेप्सी और कोक के खिलाफ अभियान शुरू
किया था तो वो अकेले थे लेकिन आज भारत में 70 संस्थाएं हैं जो पेप्सी-कोक के
खिलाफ अभियान चला रहीं हैं, हम खुश हैं कि इनके बिक्री में कमी आयी है | और
इनकी 60 % sale कम हुये है ! 1997 मे ये दोनों कंपनिया कुल 700 करोड़ बोतल
बेचती थी ! और आज 50 करोड़ के लगभग बिकती है ! लेकिन दोस्तो यह भी बहुत ज्यादा
है ! लेकिन अगर हम सब संकल्प ये जहर न खुद पीये गे न किसी को पिलएंगे ! तो ये
50 करोड़ बोतले बिकनी भी बंद हो जायगी !और ये दोनों कंपनिया अपने देश अमेरिका
भाग जाएंगी !
वन्देमातरम !
यहाँ जरूर जरूर click करे !
https://www.youtube.com/watch?v=QMhci7LXJfo
.
.
.
.
.
.
..
.
.
.
.वन्देमातरम !
मुझे आइपीएल के फाइनल का बेसब्री से
ReplyDeleteइंतज़ार है
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
..
..
.
.
क्योंकि इसके बाद आइपीएल का एक भी मैच
नहीं होगा.:
Dosto ye batao ki kya july tak TET walo ka beda par hoga ya nahi ?????
ReplyDeleteBHAI SHAAB CORT ME BHARTI K PAKS M KAM OR VIPAKS M JYADA JAATE HAI TO JAHIR HAI ABHI TO INKA JAB TAK JOS KHATM NHI HOTA TAB TAK TO MUSKIL HAI LAGBHAG 3 MANTH LAG JAYENGE
ReplyDeletelagbhag 3-4 month lag sakte hai
ReplyDeleteसरकार ने अपनी संभावित हार लगभग स्वीकार कर ली है------
ReplyDeleteअगर आपको भरोसा नहीं हो रहा है तो 2-3 दिन पहले की कैबिनेट मीटिंग को याद करिये...आपको खुद बखुद समझ में आ जायेगा की पुलिस भर्ती में पुराने आवेदकों को बिना किसी फीस के नए प्रक्रिया में शामिल कर सरकार ने टेट में की गयी गलती को ना दुहराने का फैसला किया गया है यानी पुलिस भर्ती में केवल माया के विज्ञापन की जगह नया विज्ञापन निकाल के सभी पुराने आवेदकों को बिना किसी फीस के सम्मिलित किया जायेगा और क्योंकि चयन प्रक्रिया में कोई विशेष परिवर्तन नहीं हुआ है तो पुराने आवेदकों की तरफ से किसी विरोध की संभावना भी नहीं बचेगी,यानि केवल बोतल का स्टीकर ही बदला जायेगा बाकी सब कुछ पुराना ही रहेगा ।
शिक्षक भर्ती मे सरकार ने जो गलत निर्णय लिया है, वही गलतियाँ वह पुलिस भर्ती में नहीं करना चाहती है नहीं तो उसे एक और हार और बेईज्ज़ती का सामना करना पड़ सकता है ।सरकार ने शिक्षक भर्ती में अपनी संभावित पराजय को देखते हुए ही पुलिस भर्ती में फूंक-फूंक कर कदम बढ़ाने का फैसला लिया है ।
मेरे एकेडेमिक मित्रों को सरकार का आत्मसमर्पण अच्छी प्रकार से समझ में आ रहा होगा ।
Judgement likha ja chuka hai ..ye confirm hai..par 3no judgo ke kisi niji karno se li gayi awkash ke karan nahi sunaya ja saka hai..jaisa judgement ka sambhavit date 17 yani friday pta chal raha hai..(ise ek sambhavna samjhe) .fir d.b ka date 25 may lag sakti hai.(jo ki ek sambhavna hai.) tab court band hone me matr 6 din bachege..hamare wakil harkoli sir se request karege ki lagatar date par sunwai ho ..aur hame puri ummid harkoli sir man v jayege aur 31 may ke pahle base of selection ka bhi nirnay ho jayega..fir ham gov. Par jald bharti ka dabav bnana chalu karege .gov. D.b me har ke bad suprime court nahi jayegi ye tay hai aur d.b me tet aur gov. Pax hai so acd wale s.c nahi ja sakte unhe pahle single bench jana padega..d.b se final hone ke bad acd hamesha ke liye dafan samjho..jai tet
ReplyDeletetet nahi to bharti nahi ku logo ko gumrah karte ho yaar court ka faisla na tum kar sakte ho aur na hi main tum jaise log hi students ke beech me darar dalte he bina kise baat k kya tum bina kisi padai ke yaha tak pahuche ho aur logo ko gumrah karna band karo
ReplyDelete1 june 2013 se school /collage - band
ReplyDeletenahi hone denge new uptet2013 .
bed ki new class nahi chalne denge sab ek ho jao new koi bhi education start nahi hone denge
aao sab ek ho jaye or sab ko dikha de hum 500000 uptet pass kiya kar sakte he