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Sunday, May 11, 2014

UPTET 2014 RESULT : टीईटी का रिजल्ट तैयार जल्द होगा घोषित / UPTET Results 2014 on OFFICIAL WEBSITE upbasiceduboard.gov.in

UPTET 2014 RESULT : टीईटी का रिजल्ट तैयार जल्द होगा घोषित

इलाहाबाद  : उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी-2014) के तैयार रिजल्ट को घोषित करने के लिए प्रभारी सचिव श्रीमती नीना श्रीवास्तव ने शासन को पत्र लिख दिया है। पत्र में लिखा है कि अगले माह से कई प्रदेशों में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। इसमें बड़ी संख्या में अभ्यर्थी शामिल होंगे। ऐसे में अभ्यर्थियों को भारी परेशानी होगी इसलिए टीईटी का रिजल्ट शीघ्र घोषित किया जाय जिससे कि वह भर्ती प्रक्रिया में समय से शामिल हो सके। उधर, रिजल्ट घोषित न होने से साढ़े आठ लाख अभ्यर्थी परेशान है। वह जिलों के डायट और सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय का चक्कर महीनों से लगा रहे है लेकिन उनको बताया जाता है कि रिजल्ट आज या कल में घोषित हो जायेगा। टीईटी की परीक्षा 22 और 23 फरवरी को हुई थी। इसमें करीब 10 लाख अभ्यर्थियों ने आन लाइन आवेदन किया था। इसमें से डेढ़ लाख अभ्यर्थियों के आवेदन पत्रों में गंभीर खामियां थी जिसे सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने निरस्त कर दिया था। इस प्रकार से करीब साढ़े आठ लाख अभ्यर्थी टीईटी की परीक्षा में शामिल हुए थे। परीक्षा के बाद सचिव ने अभ्यर्थियों से गलत प्रश्न व उनके उत्तरों को लेकर रिजल्ट तैयार किया है लेकिन सबसे बड़ी परेशानी हो गयी है कि जिस समय रिजल्ट तैयार हुआ। उसी दौरान लोक सभा का चुनाव शुरू हो गया था। इससे टीईटी का रिजल्ट रुक गया। उधर, टीईटी के रिजल्ट के लिए परेशान करीब साढ़े आठ लाख अभ्यर्थी सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय और प्रदेश के सभी डायट का चक्कर लगा रहे है। अभ्यर्थियों का कहना है कि अगले माह से शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया अलग-अलग प्रदेशों में शुरू होने जा रही है। ऐसे में अगर टीईटी का रिजल्ट शीघ्र घोषित नहीं होगा तो लाखों अभ्यर्थियों को नौकरी के लिए इंतजार करना पड़ेगा। प्रभारी सचिव परीक्षा नियामक श्रीमती नीना श्रीवास्तव का कहना है कि रिजल्ट तैयार है। साढ़े आठ लाख अभ्यर्थी परेशान लगा रहे कार्यालयों का चक्कर प्रभारी सचिव ने शासन को रिजल्ट जारी करने की अनुमति को लिखा पत्र कहा, शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू होने से अभ्यर्थियों को होगी परेशानी


News Source / Sabhaar : rashtriyasahara.com / Sahara News (एसएनबी) (11.05.2014)
****************
UPTET Results 2014 will be available on OFFICIAL WEBSITE upbasiceduboard.gov.in 
Keep update your self with latest news reg UPTET 2014 in news papers also.



*********************
HIGH CHANCES ARE THAT RESULT WILL BE DECLARED AFTER ELECTION
HOWEVER WE WILL TRY TO GIVE INFO AS SOON AS POSSIBLE, IF ANY UPDATE COMES IN THIS REGARD
*************

The candidates have to visit official site regularly and when it will come out on official website , they have to just click on the link for UPTET 2014 Results on official site and then enter the required details and have their result.

Uttar Pradesh Teachers Eligibility Test was conducted on 22nd and 23rd February for Primary Teacher ( PRT ) and Upper Primary Teacher vacancies. Test was organized to be held in two papers : Paper I ( Level I ) and Paper 2 ( Level II ).

How to check UPTET 2014 result?

    Go to the official upbasiceduboard.gov.in
    select result link
    Enter roll no and date of birth and submit
    Check UPTET Results and take print out



Uttar Pradesh Teachers Eligibility Test Result would be based on already determined cut off. Means the cut off is already fixed for most of the TET exams. General Category candidates need to score 90 Marks out of 150 ( Total 60% ) while candidates who belongs to SC / ST category have to secure minimum of 82 Marks ( 55% ) to get the eligibility certificate. Last year pass percentage was around 15% only, lets see what percentage UPTET 2014 Result brings with it. You can check UPTET Result 2014 at http://upbasiceduboard.gov.in .
Earlier UPTET pass marks for SC/STs was 83, But recently it changed to 82 as per NCTE rule.
************************



UPTET, 72825 Teacher Recruitment, Counseling of 72825 Teacher as per Supreme Court Order
UPTET PASS GIRL CANDIDATE can JOIN THIS GROUP : https://www.facebook.com/groups/uptetgirlsgroup/

UPTET PASS CANDIDATE can JOIN this GROUP :https://www.facebook.com/groups/uptetteachersgroup


24 comments:

  1. अभी
    हम
    शाम
    तक
    आप
    लोगों
    को
    .
    .
    टीईटी के ‘भूत’ से यूपी बोर्ड हुआ हलकान
    .
    .
    वाली
    खबर
    पर
    ही
    मिलेंगे !
    और वहाँ पर केवल पढ़ने वाले ही आएँ
    बाकी सभी लिखने वाले यहीं पर रहें !

    ReplyDelete

  2. .
    .
    बे
    .
    बी
    .
    .
    उनका हुस्न तो बयाँ ना हो सका..........
    हम भी अब थक गए, शायरी कर करके . . . !!

    ReplyDelete
  3. 1
    1
    1
    मेरे लफ्जों से न करो मेरे किरदार का फैसला..
    ऐसे तो सदियां गुजर आएंगी मेरी हकीक़त जानने में ..

    ReplyDelete
  4. 1
    1
    1
    हम पल पल तरसते थे,
    जिस पल के लिए ,
    वो पल भी आया ,
    कुछ पल के लिए ,
    सोचा उस पल को रोक ले, ,
    हर पल के लिए ,
    पर वो पल न रुका ,
    एक पल के लिए.............

    ReplyDelete
  5. 1
    1
    1
    बडी खामोशी से भेजा था गुलाब उसको...
    पर उसकी महक ने शहर भर में तमाशा ही कर दिया.

    ReplyDelete
  6. Is pyar me bewafai ka jharokha nahi hota.
    Fanaa kardo jindagi Maa-Baap k kadmo pe
    Q k yahi wo pyar hai jisme dhokha nahi hota.

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  7. क्या आपको सही-सही पता है कि 30/11/11विज्ञापन में कुल कितने अभ्यर्थी सामिल है...????
    ●उन अभ्यर्थियों में कितनी महिला और कितने पुरुष है...?????
    ●महिला और पुरुष में कितने आर्ट और कितने साइंस ग्रुप से है...?????
    ●और प्रत्येक वर्ग में से ऐसे कितने अभ्यर्थी है जो अन्य जगह अच्छी जॉब पा चुके है...???
    ●जो अभ्यर्थी आज सामिल है उनका अभ्यर्थन कितनी डाइट पर है...????
    यदि आपके पास इन सभी प्रश्नों के उत्तर नही है तो मेरिट का अंदाजा लगाना बंध करे।
    और आप सभी से निवेदन है कि इन ख़याली मेरिट से सावधान रहे। जब आप इतने लम्बे समय से एक उम्मीद के साथ भर्ती पूरी होने की प्रतीक्षा कर चुके है तो कुछ दिन का धैर्य ऒर धारण कर लीजिये। तथा अपने ईष्ट देव पर भरोषा रखिये, वो आपके साथ अन्याय नही होने देंगे।
    याद रखिये "समय से पहले और भाग्य से ज्यादा किसी को कुछ नही मिलता है। आपका धर्म है कर्म करना, बस उसे करते रहिये।"
    मेरे प्रभु सभी का कल्याण करेंगे।
    जय हिन्द जय टेट जय भारत

    ReplyDelete
  8. Aaj ek msg
    Mummy k naam...
    Beautiful line for Mom...
    Aziz bhi wo hai,
    Nasib bhi wo hai,
    Duniya ki bheed mein karib bhi wo hai,
    Unki dua se chalti hai zindagi kyun ki khuda bhi wo hai,
    aur takdir bhi wo hai..
    M=(Mom)
    U=(U Live)
    M=(Many)
    M=(More)
    Y=(Years)
    Maa ki lambi umar k liye logo ko send kro
    .....

    ReplyDelete
  9. Ek Aisi Hasti Hai*
    *SAMANDAR NE KAHA*
    MAA
    Ek Aisi Hasti Hain
    Jo Aulad Ke Lakho Raaz.
    Apne Seene Mein.
    Chhupa Leti Hain.
    _________________________
    *Dua NE KAHAN*
    MAA
    Wo Shaksiyat Hain
    Jo Har Waqt
    Aulad Ke Liye Dua
    Mangti Rehti Hain
    _________________________
    *JANNAT NE KAHAN*
    MAA
    Wo Hasti Hain
    Jo Main Bhi Uske
    Qadmon Tale Hoon
    _________________________
    *GHAR NE KAHAN*
    MAA
    Wo Hasti Hain
    Jiske Bagair Main.
    Kabristaan Hoon
    _________________________
    *KHUSHBU NE KAHAN*
    MAA
    Wo Hasti Hain
    Jiske Khushbu
    Se Sara Jahan
    Mahek Uthta Hain
    _________________________
    *Allah Tala Ne Farmaya*
    MAA
    Wo Shaksiyat Hain
    Jo Meri Taraf Se
    Nayab Tohfa Hain
    _________________________
    VALUE & RESPECT UR
    M O T H E R
    A. L. W. A. Y. S
    Agar internet free ho
    to iss msg ko itna
    felao Jitna aap
    apni Maa se pyar
    Karte ho..ek Msg
    Maa k Nam..

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  10. चम्बल की सहायक नदीयाँ
    TRICKS -
    " चम्बल की काली बामनी कूप मे मेज बना "
    * काली = कालीसिन्ध नदी
    * बामनी = बामनी नदी
    * कु = कुराल नदी
    * प = पश्चिम बनास नदी
    * मे = मेनाल नदी
    * मेज = मेज नदी
    * बना =बनास नदी

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  11. माँ के लिए स्पेशल __/\__
    ......................"माँ"...................
    माँ- दुःख में सुख का एहसास है,
    माँ - हरपल मेरे आस पास है ।
    माँ- घर की आत्मा है,
    माँ- साक्षात् परमात्मा है ।
    माँ- आरती, अज़ान है,
    माँ- गीता और कुरआन है ।
    माँ- ठण्ड में गुनगुनी धूप है,
    माँ- उस रब का ही एक रूप है ।
    माँ- तपती धूप में साया है,
    माँ- आदि शक्ति महामाया है ।
    माँ- जीवन में प्रकाश है,
    माँ- निराशा में आस है ।
    माँ- महीनों में सावन है,
    माँ- गंगा सी पावन है ।
    माँ- वृक्षों में पीपल है,
    माँ- फलों में श्रीफल है ।
    माँ- देवियों में गायत्री है,
    माँ- मनुज देह में सावित्री है ।
    माँ- ईश् वंदना का गायन है,
    माँ- चलती फिरती रामायन है ।
    माँ- रत्नों की माला है,
    माँ- अँधेरे में उजाला है,
    माँ- बंदन और रोली है,
    माँ- रक्षासूत्र की मौली है ।
    माँ- ममता का प्याला है,
    माँ- शीत में दुशाला है ।
    माँ- गुड सी मीठी बोली है,
    माँ- ईद, दिवाली, होली है ।
    माँ- इस जहाँ में हमें लाई है,
    माँ- की याद हमें अति की आई है ।
    माँ- मैरी, फातिमा और दुर्गा माई है,
    माँ- ब्रह्माण्ड के कण कण में समाई है ।
    माँ- ब्रह्माण्ड के कण कण में समाई है ।h
    "अंत में मैं बस ये इक पुण्य का काम करता हूँ
    दुनिया की सभी माँओं को दंडवत प्रणाम करता हूँ ।

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  12. सु
    !
    नो
    !
    बे
    !
    बी
    !
    ऊपर जिसका अंत नही,उसे आसमां कहते है....||
    जहाँ मे जिसका अंत नही,उसे माँ कहते है...||

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  13. 1
    1
    1
    सोच रहा हुँ आज Mother's Day पर
    माँ को क्या Gift दूँ
    .
    .
    .
    .
    .
    .
    Got An IdeA . . . !
    .
    .
    .
    1 Bahoo Kaisi Rahegi...??

    ReplyDelete
  14. bhai tmtnbb or koi aur bhai plz tell me kya junior tet 2011 ka record bhi gov ke pass nahi hai kyoki mujhe usme correction karana tha plz reply

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  15. कब्र के आगोश मेँ जब सो जाती है माँ,
    तब कहीँ ज़रा सा..सुकूँ है पाती माँ ।
    वह जगह दे हमको ममता के छाँव तले,
    घर है यारो अपना ममता के पाँव तले...
    चोट लगे जब हमको,
    तब रो देती है माँ....
    खुद भूखी रहकर,
    हमको खिलाती माँ....
    .
    .
    मात्रित्व दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएँ ।

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  16. उत्तर प्रदेश सरकार और समाजवादी पार्टी में फर्क समझो सपाई चमचों ।
    सपा का वर्तमान समय से अधिक स्वर्णिम दौर नहीं हो सकता है।
    मुझे उत्तर प्रदेश सरकार और बेसिक शिक्षा परिषद् के अधीन नौकरी करने की इच्छा है
    सपाई चमचा बनकर अथवा सपा के रहमोकरम पर मुझे नौकरी मिलनी है तो मुझे ऐसी नौकरी नहीं चाहिए।
    सुप्रीम कोर्ट से हम मुकदमा जीते हैं और उसी के आदेशों के अवलोक में मिली नौकरी पूरी ईमानदारी के साथ निष्ठा और लगन से करेंगे।
    जिनको किसी
    राजनैतिक पार्टी की चमचागिरी का भूत सवार हो वे खुद करें किसी को उपदेशित न करें।
    कार्यपालिका सदैव न्यायपालिका और विधायिका के प्रति समान रूप से उत्तरदायी है तथा न्यायपालिका भी सरकार का हिस्सा है अतः एक बार लोक प्रशासन अवश्य पढ़ें ।
    लोकतंत्र जनता का शासन है परन्तु कुछ पढ़े लिखे मूर्ख इसे भीड़तंत्र साबित करने को बेताब रहते हैं क्योंकि इसमें उनका स्वार्थ किसी न किसी रूप में निहित होता है।
    मुलायम सिंह जी ने शिक्षामित्रों को धमकी दी परन्तु सुप्रीम कोर्ट के विजेताओं को नहीं दी क्योंकि सही गलत क्या है इसका आभास उनको भी है।
    जिनको मेरी बात पसंद न आये मुझसे बहस की बजाय मुझसे छुटकारा पाने को तरजीह दें तो बेहतर होगा ।
    मेरी बात से किसी को कष्ट पहुंचे तो मुझे क्षमा करें।
    आपका शुभचिन्तक
    Mr.
    T.
    M.
    N.
    T.
    B.
    N.

    ReplyDelete
  17. आजम खाँ के बेतुके बयानोँ मेँ एक और इजाफा-
    कहा,"बनारस हिन्दू
    विश्वविद्यालय बनाने में मालवीय
    जी का कोई योगदान
    नही था बल्कि इसे तो अंग्रेजो ने
    बनवाया था ।"
    जबकि खाँ साहब को पता होना चाहिए, मालवीय जी ने इस विश्वविद्यालय के लिए भीख तक माँगा था ।
    यार खाँ साहब कभी तो होश मेँ रहकर बोला करो....

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  18. मां कभी गलत नहीं कहती|
    .
    दोपहर की चिलचिलाती हुई धूप और
    बच्चा बाहर खेलने की जिद करे। लेकिन
    ऐसी कोई मां नहीं होगी जो बच्चे
    को धूप में
    खेलने की इजाजत देगी।
    मां कभी नहीं कहती कि पहली बारिश
    में
    नहा लो क्योंकि वह
    नहीं चाहती कि उसका बच्चा दिन भर
    बिस्तर
    पर पड़ा दवाइयां खाता रहे। मां जब
    कहती है
    बेटा सो जा, नहीं तो भूत आ जाएगा,
    तो इसमें
    भी शब्द से परे का सत्य
    भी कहीं अधिक सत्य
    होता है। हांलाकि समय के साथ बहुत
    कुछ बदल
    रहा है। लेकिन जो नहीं बदला है वह
    मां और
    बच्चे का रिश्ता है। इस मदर्स डे पर हम
    बात
    करेगें कि किस तरह से मां ने
    हमारी जिन्दगी को बदला और हमें आगे
    बढ़ने
    की राह दिखाई। हमें
    कभी नहीं भूलना चाहिये
    कि आज जो कुछ भी हम
    अपनी जिन्दगी में कर
    रहे हैं, वह केवल
    हमारी प्यारी मां की बदौलत
    है।
    एक सच्ची मार्गदर्शक
    मां शब्द सुनते ही हमारे हृदय में भावनाएं
    उमड़
    पड़ती हैं। मां एक ऐसा शाश्वत शब्द है
    जिस पर
    बच्चा बिना सोचे समझे आंख मूंद कर
    विश्वास
    करता है क्योंकि उसे पता है
    कि मां उसकी सच्ची मार्गदर्शक
    होती है।
    संस्कारों का पल्लवन
    यदि बच्चे का आचरण संस्कार युक्त
    होगा तो वह
    आने वाले समय में हमारे अस्तित्व पर
    प्रशन
    चिन्ह नहीं लगने देगा। बच्चा आगे चल कर
    क्रूक,
    निर्दयी और आलसी न बने इसके लिये
    मां मंत्र
    और कहानियां सुना कर
    बच्चों को प्रेम का पाठ
    पढ़ाती है। कुछ बच्चे बड़ों के प्रति अभद्र
    व्यवहार करते हैं तो मां स्वयं अपने
    व्यवहार से
    बच्चों को प्रेरित करती है
    क्योंकि बच्चे जो कुछ
    देखते हैं वही सीखते हैं।
    बुरी आदतें
    वर्तमान में वीडियो चैटिंग, फेसबुक के
    बेतहाशा और बेखौफ इस्तेमाल ने बच्चे
    को एकाकी और कमरों में कैद सा कर
    दिया है।
    कोई
    भी मां नहीं चाहेगी कि उसका बच्चा फेसबुक
    पर
    वीडियो चैटिंग करे। इसके अलावा आज
    कल हर
    बच्चे में जंक फूड खाने का चस्खा कुछ
    ज्यादा ही बढ़ गया है, लिहाजा हर
    मां की यही ख्वाहिश होती है
    कि वह अपने
    बच्चे को उससे दूर रखे और उसे पौष्टिक
    खाना खिलाए।
    प्रेरणा स्त्रोत
    मां हमेशा बच्चों को समय पर स्कूल
    का काम
    करने और नियमित अध्ययन के लिये
    प्रेरित
    करती है और वक्त आने पर डांटती भी है।
    एक
    मां अपने बच्चे को पढ़ाई का महत्व
    बताती है

    ReplyDelete
  19. और एक अच्छा इंसान बनने
    की प्रेरणा देती है।
    चुनौतियों के लिये तैयार करना
    एक मां अपने बच्चे के जीवन के हर मोड़ पर
    मुश्किल
    का सामना करना सिखाती है और
    अपनी जिन्दगी से डर को भगाते हुए हर
    चुनौती का सामना करने को तैयार
    करती है।
    युवाओं की दिशा सूचक
    बड़ा होने पर भी कई बार
    मां बच्चों को सही समय पर खाने और
    समय पर
    घर आने के लिये कहती रहती हैं।
    मां कभी नहीं कहती कि तुम तेज
    गाड़ी चलाओ
    या तुम क्लब या बार जाओ। हर
    मां चाहती है
    कि उसका बच्चा वह मुकाम हाहिल करे
    जिससे
    वह दूसरों के सामने गौरव महसूस कर सके।

    ReplyDelete
  20. !
    सुन
    !
    रे
    !
    बेबी
    !
    अगर मिलती मुझे सिर्फ एक दिन की बादशाही,
    "तो ए सनम ...."
    तेरी रियासत में मेरी तस्वीर के आज भी सिक्के चलते ..

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  21. टेट मेरिट के लिए किसी टेटियन की लालयत वे क्या समझेंगे जो ०४/०१/२०१२ के स्टे के बाद रुक गए थे |
    मेरा पहला आवेदन ०३/०१/२०१२ को फिर अगले दिन स्टे लगने के बाद ०४/०१/२०१२ को फिर ०६/०१/२०१२ को........... तो कैसे में टेट मेरिट को छोड़ सकत था |
    जबकि नई ऐड के आवेदन लास्ट डेट पे किये थे टेट मोर्चे के बीच मतभेद के कारण |
    आज बहुत ख़ुशी होती है देखके |
    कई लोग तो ९/१/२०१२ को भी आवेदन किये थे सोचिये अब आप ????

    ReplyDelete
  22. kal raat meray bister pe mujhy Ik Aahat ne chonka dia
    phir ek naram hawa ka jhonka
    Meri peshani ko chho gaya
    Aankh khuli to MAA ko dekha
    kuch hiltay lub kuch perthay lub
    Main dHEERAY SE mUSKRA DIA
    Hαρργ ΜΘΤΗΕζ Dαγ

    ReplyDelete
  23. !
    !
    !
    !
    !
    !
    सु
    !
    नो
    !
    !
    !
    बे
    !
    बी
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    चलती फिरती हुई आँखोँ से अजाँ देखी है।
    मैँने जन्नत तो नहीँ देखी है माँ देखी है।।

    ReplyDelete
  24. Dedicated To All Mother's
    On Mother's Day ....
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    !
    बाहर बारिश हो रही थी और अन्दर क्लास चल
    रही थी , तभी टीचर ने बच्चों से पूछा कि अगर तुम
    सभी को 100-100 रुपये दिए जाए तो तुम सब
    क्या क्या खरीदोगे ?
    किसी ने कहा कि मैं वीडियो गेम खरीदुंगा,
    किसी ने कहा मैं क्रिकेट का बेट खरीदुंगा ,
    किसी ने कहा कि मैं अपने लिए
    प्यारी सी गुड़िया खरीदुंगी, तो किसी ने
    कहा मैं बहुत सी चॉकलेट्स खरीदुंगी |
    एक बच्चा कुछ सोचने में डुबा हुआ था, टीचर ने उससे
    पुछा कि तुम क्या सोच रहे हो ? तुम
    क्या खरीदोगे ?
    बच्चा बोला कि टीचर जी,
    मेरी माँ को थोड़ा कम दिखाई देता है तो मैं
    अपनी माँ के लिए एक चश्मा खरीदूंगा ‌।
    टीचर ने पूछाः तुम्हारी माँ के लिए
    चश्मा तो तुम्हारे पापा भी खरीद सकते है, तुम्हें अपने
    लिए कुछ नहीं खरीदना ?
    बच्चे ने जो जवाब दिया उससे टीचर
    का भी गला भर आया |
    बच्चे ने कहा कि मेरे पापा अब इस दुनिया में नहीं है |
    मेरी माँ लोगों के कपड़े सिलकर मुझे पढ़ाती है और कम
    दिखाई देने की वजह से वो ठीक से कपड़े नहीं सिल
    पाती है इसीलिए मैं
    मेरी माँ को चश्मा देना चाहता हुँ ताकि मैं अच्छे से
    पढ़ सकूँ, बड़ा आदमी बन सकूँ और माँ को सारे सुख दे
    सकूँ !!!....

    ReplyDelete

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