29334 Junior High School Science Math Teacher Recruitment, Upper Primary Teacher Recruitment UP , 29334 junior teacher vacancy in up latest news, , UPTET, SARKARI NAUKRI NEWS , SARKARI NAUKRI
सरकारी नौकरी शिक्षक भर्ती/नियुक्ति परिणाम / टीईटी Sarkari Naukri Recruitment/Appointment Result. Latest/Updated News - UPTET, CTET, BETET, RTET, APTET, TET (Teacher Eligibility Test) Merit/Counselling for Primary Teacher(PRT) of various state government including UP, Bihar
Tuesday, September 16, 2014
29334 Junior High School Science Math Teacher Recruitment, Upper Primary Teacher Recruitment UP , 29334 junior teacher vacancy in up latest news, , UPTET, SARKARI NAUKRI NEWS , SARKARI NAUKRI
164 comments:
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आज का सुविचार
ReplyDelete___________________________________
स्मृति तुम्हें दुखी या प्रबुद्ध बनाती है। परिवर्तनशील जगत की स्मृति - अच्छी हो या बुरी - बंधन में डालेगी। दूसरी ओर, आत्म की स्मृति तुम्हें मुक्त करेगी। जब तुम्हें स्मरण होता है कि "मैं कौन हूँ", तो तुम्हारा सारा भय मिट जाता है। तुम एक नयी शक्ति के साथ चलते हो। यह संपूर्ण जगत तुम्हारे लिए है। तुम्हें किसी प्रकार का अभाव नहीं होगा। तुममें विशुद्ध वीरता का उदय होगा।
___________________________श्री श्री रविशंकर
सुप्रभातम🌞
ReplyDeleteसितम्बर १६
मंगल
आश्विन कृष्ण अस्टमी
२०:१५ तक
संवत २०७१
अष्टमी का श्राद्ध
श्री महालक्ष्मी प्रकत्यों दिवस
जीवत पुत्रिका व्रत
आज का विचार
It’s fine to celebrate success but it is more important to heed the lessons of failure.
सफलता की ख़ुशी मानना अच्छा है पर उससे ज़रूरी है अपनी असफलता से सीख लेना .
वो तो आँखे थी जो सब सच बयाँ कर गयी।
ReplyDeleteवरना लफ़्ज होते तो कब के मुकर गये होते।"
जूनियर और प्राइमरी काउंसलिंग के लिए
ReplyDelete●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●
१) हाई स्कूल अंकपत्र /प्रमाणपत्र की दो प्रतियां
२)इण्टर अंकपत्र/प्रमाणपत्र की दो प्रतियां
३) स्नातक तीनों वर्षों के अंकपत्र/डिग्री/प्रोविजनल की दो प्रतियां
४) बी एड अंकपत्र/डिग्री/प्रोविजनल की दो प्रतियां
५) टी ई टी (१-५) (६-८)प्रमाणपत्र की दो प्रतियां
६) जाति प्रमाण पत्र की दो प्रतियां (यदि लागू हो )
७) निवास प्रमाण पत्र की दो प्रतियां
८) विशेष आरक्षण की दो प्रतियां (यदि लागू हो)
९) चरित्र प्रमाणपत्र की दो प्रतियां (कुछ डायटों में ले रहे है )
१०) १० रूपए का स्टाम्प पर शपथ पत्र नोटरी सहित
११)मूल आवेदन की प्रति/ड्राफ्ट प्रति/डाँक रशीद प्रति (कुछ डायटों में मांग रहे है)
१२) काउंसलिंग लेटर (नेट से प्राप्त)
१३)नवीनतम फोटो (कम से कम ६)
१४) दो लिफ़ाफ़े रजिस्टर्ड डांक टिकट लगे हुए (कुछ डायटों में मांग रहे हैं)
१५)अनुबंध पत्र (डायट से मिलेगा )
१६)जांच पत्र (डायट से मिलेगा)
१७) दो फाइल टैग सहित/एक फाइल ज़िप लगी हुई मजबूत वाली (क्रमशः रिकार्ड और आपके ओरिजनल पेपर रखने हेतु )
१८)A -4 साइज़ के सादे कागज़ ६ (किसी भी समय जरुरत हो सकती है )/आल पिन/गोंद/स्टेपलर
१९)आई डी कार्ड की ओरिजनल प्रति व
सभी दस्तावेजों की प्रतियां भी अपने पास रखे
1) jaisa ki hamari bharti ki 2nd counseling 22 se 26 ke bich honi hai par n.i.c ki taraf se data sahi krne ke liye sachiv H.L.gupta se 10 din ka wakt maga magar sachiv ne n.i.c ke adhikariyo ko do took kah diya rat din kam kro lekin bharti ki 2nd counseling 22 se hi start honi chahiye..hamare upar bachcho ka bhari dabav hai ham bharti jald se jald purn krana chahte hai..n.i.c is wakt din rat kam kar raha hai..
ReplyDelete2) dosto nontet matter me ramprakash sharma ne congress neta aur suprime court ke jane mane wakil abhishek manu singhavi ko hire kiya hai unke prati uttar me tet morcha ko wakil khada krna pdega ..
ReplyDeletehalaki jyadatar vidhik log ye kah rahe hai ki tet ko sayad koi isase nukshan na ho par ku6 log ye kah rahe hai ki wakil khada krna jaruri hai kyuki hame risk nai lena chahiye..
3) contempt ki date avi nahi leni chahiye aisa jyadatar h.c ke wakil kah rahe hai ..kyuki sarkar ab 2 month ke andar bharti purn kar niyukti patra de degi..isase fijul kharch se v bachat hogi..filhal agar sarkar late latifi kregi to contempt ka application number mil hi gya hai bas ab date ki bari hai jise kabhi v mention kar liya ja skta hai..
ReplyDelete4) dosto scert 2nd counseling ke bad niyukti patra batna chalu kr degi..aisi suchna mil rahi hai..
ReplyDelete5) dosto acd wale kapil and shadhna avi tak h.c me writ nai dale hai..tet morcha dwara caviet dala ja chuka hai par ye log sayad apni har man chuke hai..tbi ab acd group par nayi bharti ki mag jor pakad rahi hai..bhagwan kre kapil & co. Ko sadbuddhi aaye aur wo old add ka peecha krna band kr de..
ReplyDelete7) dosto ku6 dist 15 ya 16 pratyawedan ki feeding ke bad mul aawedan se feeding nai kiye jisase waha ku6 sikayat aa rahi hai par jald use sudharkar diet wale bhej dege aur 2nd counseling tay smay hogi..
ReplyDeletethanx
बेचारा बेरोज़गार कपिल देव यादव से पूछना चाहता है कि
ReplyDeleteक्या एकेड्मिक मेरिट से उनका हो जाता जो कम मेरिट वाले है??
क्या जूनियर भर्ती मे अकेदमिक़ मेरिट कम हुई??
क्या जो लोग जूनियर भर्ती मे शामिल हुए है क्या वो प्राथमिक शिक्षक भर्ती मे शामिल नही हुए है??
जब जूनियर की मेरिट किसी भी जिले मे 65% से नीचे नही आई
तो क्या अगर प्राथमिक भर्ती अकेदमिक मेरिट से होती तो क्या मेरिट 60% से नीचे आ जाती??
नही ......कभी भी नही
क्योकि एक ही केंडिडेट ने दोनो मे ही फॉर्म डाला हुया है
अरे कपिल महाराज अब बंद करो अकेदमिक मेरिट का रोना
क्योकि अकेदमिक मेरिट का असर जूनियर मे आराम से दिख रहा है
अकेदमिक बंधुओ से निवेदन है कि अपने विवेक का प्रयोग करे
कपिल देव यादव हर जगह से....हर बार ..हारा है और हारता ही रहेगा
टेट मेरिट हमेशा ही विजेता रही है
सोचो क़ि हारने वालो के साथ रहना है
कि उनके साथ जिनको जीतने की आदत हो गयी है
कोई कहता है कि इस बार लगभग सारी सीट
ReplyDeleteभर जाएगी तो कोई कहता है कि कुछ
ज्यादा नही बचेगी।
मेरे अनुसार कुल 28 हजार पदों से
ज्यादा नहीं भरेगी, मतलब तीसरी के बाद
चौथी काउंसलिंग भी होगी।
कुल 72825 पदों में से मैंने लगभग 4500
की पहली काउंसलिंग में मानकर
घटा दिया तो बचें 68325 पद इसके दस
गुना का मतलब 683250 आवेदन
को दुसरी काउंसलिंग के लिए बुलाया जाएगा,
एक उम्मीदवार 10 से 70 जगह फार्म
डाला है कोई 10 तो कोई 20 तो कोई
40-50-60 जगह इस प्रकार से अगर औसतन
एक आदमी पर 25 फार्म कर दिया जाए
जो कि मैं सबसे कम मानकर चल रहा हूँ तब
भी इन बुलाये गए आवेदन को 25 से भाग देने
पर 27330 ही लोग हो रहे हैं यह मैं
अधिकतम मानकर चल रहा हूँ वैसे यह
आकड़ा 25000 से ज्यादा का नहीं होने
वाला फिर भी अगर 25 फार्म का औसत मानकर
चलने पर भी 27330 लोग ही काउंसलिंग के
लिए बुलाये जा रहे हैं मोटा मोटी 28000
भी मान लेते हैं तो इससे ज्यादा सीट
तो भरी नहीं जाएगी।
यह मैंने अधिकतम सीमा मानकर
ReplyDeleteगणना किया है जब भी काउंसलिंग कराने
वालों की संख्या आयेगी वो 28000 से कम
ही होगी और दोनों काउंसलिंग की भरी हुई
सीट को जोड़ दिया जाए तो अधिकतम
32500 ही हो रही है मतलब आधा से
भी कम।
अगर आधी सीट भरने तक सामान्य की मेरिट
ReplyDelete114-115 जाती हैं तो बाकी की आधी भरने पर
आप लोग खुद अनुमान लगा सकते हैं
कि कितना जाएगी।
और एक दुसरा अनुमान कि कुल 11 गुना बुलाने
पर अगर आधी सीट भी नहीं भरती है
तो पूरी सीट भरने के लिए कम से कम 22
गुना तो बुलाना ही पड़ेगा अब फिर से आप खुद
को 22 गुना में रखकर देख लीजिये, यह
भी मान लेते हैं कि जैसे जैसे अंक घटते जाएंगे
वैसे वैसे
लोगों की संख्या बढ़ती जाएगी तो चलिए
खुद को 20 गुना में ही रखकर देख लीजिये।
वैसे एक बात का भी ध्यान रखियेगा कि 11
गुना में सीट अभी आधी भी भरी नहीं है तब
भी मैं 22 की जगह 20 गुना ही मानकर चल
रहा हूँ पूरी सीट भरने के लिए।
अब आप खुद का रैंक देखिए और खुद तय
कीजिए कि आप की नौकरी पक्की है कि नहीं।
अंत में एक बात और कहूंगा इसको अपने मन
में बैठा लीजिये जबतक 72825वाँ पद भर न
जाए तबतक निराश हताश उदास मत
होइयेगा। हो सकता हो वो अंतिम
वाला पद आपके ही लिए हो और आप फालतू
का इतना परेशान हो रहे थे।
मुझे बड़े भाई नवीन श्रीवास्तव , अखिलेश त्रिपाठी समेत तमाम भाई-बहनों के मौजूदा काउंसिलिंग प्रक्रिया से बाहर होने का दुःख है।
ReplyDeleteवस्तुतः अनिल संत के शासनादेश को इनके द्वारा चुनौती दी जायेगी परन्तु सुप्रीम कोर्ट के अंतरिम आदेश पर चल रही भर्ती इनके बिना ही संपन्न होने की संभावना अधिक है।
ललित मोहन जी को मिले RTI के माध्यम से NCTE के जवाब से स्पष्ट है कि ये भी भर्ती में शामिल हो सकते हैं परन्तु उस स्पष्टीकरण में मुझे कुछ बातों में खोट दिखी है जिसका NCTE ने गोल-मटोल जवाब दिया है जो कि विधि की कसौटी पर खरा नहीं दिखता।
अतः इनको अपनी याचिका को सुप्रीम कोर्ट में भी मौजूदा सरकारी SLP के साथ टैग कराना चाहिए जिससे निर्णायक आदेश में इनका हित प्रभावित न होने पाये।
अभी आप सिर्फ उन्ही मुद्दों पर उच्च न्यायालय से डायरेक्शन प्राप्त कर सकते हैं जिसका कि शासनादेश में जिक्र न हो।
अब आप निम्न विषय पर याचना करने को स्वतंत्र हैं।
ReplyDelete1. अनारक्षित रिक्ति की अधिकतम उम्र 40 वर्ष है अतः 40 वर्ष से अधिक उम्र का आवेदक अनारक्षित रिक्ति में अतिक्रमण न करे।
2. टीईटी में जिसका साठ फीसदी अंक हो वही सामान्य की रिक्ति में चयनित हो सके।
3. वर्ष 2010 तक बीएड की डिग्री प्राप्त करने वालों में जिसका स्नातक में 45 फीसदी अंक हो तथा वर्ष 2011 में बीएड करने वालों में स्नातक में जिसका पचास फीसदी अंक हो वही सामान्य की रिक्ति पर चयनित किया जा सके।
तीनों पॉइंट मैंने स्पष्ट कर दिया है इसका लाभ उठाने को आप स्वतंत्र हैं।
आरक्षित वर्ग के लोगों के लिए भी मेरा सुझाव है
जिसे इलाहाबाद उच्च न्यायालय की वृहद्पीठ ने दिनांक 31/05/2013 को स्पष्ट किया।
नोट: सोच-विचार कर टिप्पणी करें वरना अभद्र टिप्पणी मै बर्दास्त नहीं करता हूँ।
आपके उज्जवल भविष्य की शुभकामना।
आज का सबसे बड़ा सवाल...............
ReplyDeleteटी ई टी देने के लिए न्यूनतम अर्हता स्नातक मे 50% या 45% होने चाहिए या बी एड होने चाहिए??
जब हकीकत हैकी हर जर्रे मेँ तू रहता है....
ReplyDeleteफिर जमी पर कहीँ मस्जिद कहीँ मंदिर क्यूँ है
अरुणाचल प्रदेश में चीन के साथ लगती सीमा वाले इलाके में 6000 किलोमीटर
ReplyDeleteसड़कों का जाल बिछाने के लिए Narendra Modi govt ने ग्रीन सिग्नल दे दिया है ...!!
हिमालय के बॉर्डर एरिया में आर्मी स्टेशन, हथियार डिपो, स्कूल और हॉस्पिटल बनाया जायेगा
1) अगर लगातार दौडने से लक्ष्मी मिलती तो,
ReplyDeleteआज कुत्ता लक्ष्मीपति होता.....
2) मौत रिश्वत नही लेती लेकिन,
रिश्वत मौत ले लेती है.....
3)काम मेँ ईश्वर का साथ मांगो लेकिन,
ईश्वर काम कर दे ऐसा मत मांगो......
4) कडवा सत्य एक गरीब पेट के लिए सुबह
जल्दी उठकर दोडता है और एक अमीर पेट
कम करने के लिए सुबह जल्दी उठकर
दौडता है..
5) 50 रुपे मेँ 1 लीटर कोल्डंड्रीक आती है..
जिसमे स्वाद और पोषण जीरो.. और
कमाता कौन? मल्टीनेशनल कम्पनिया और
उसके सामने 50 रुपे मे 1 किलो फल आते
है स्वाद भरपुर और पोषण लाजवाब और
कमाता कौन? धुप मेँ,सर्दी मेँ,बरसात मेँ
लारी लेकर घुमता अपना एक गरीब
भारतवासी..
6) सबंध भले थोडा रखो लेकिन,एसा रखो
कि शरम किसी की झेलनी ना पडे मौत
के मुह से जिदंगी बरस पडे और मरने
के बाद शमशान की राख भी रो पडे..
7) जब तालाब भरता है तब,मछलीया
चीटीँयो को खाती है और जब तालाब
खाली होता है तब चीटींया मछलियो
को खाती है, मौका सबको मिलता है
बस अपनी बारी का इन्तजार करो..
8)दुनिया मेँ दो तरह के लोग होते है.. एक
जो दुसरो का नाम याद रखते है और
दुसरा जिसका नाम दुसरे याद रखते है..
9) सुख मेँ सुखी हो तो दु:ख भोगना सिखो
जिसको खबर नही दु:ख की तो सुख
का क्या मजा.?
10) जीवन मेँ कुछ बडा मिल जाए तो छोटे
को मत भुलना.. क्योकिँ जहा सुई काम
हो वहा तलवार काम नही आती..
11) माँ-बाप का दिल दुखाकर आजतक
दुनिया मेँ कोई सुखी नही हुआ..
12) भगवान का उपकार है कि आँसुऔ को रंग
नही दिया वरना रात को भींगा तकिया सवेरे
कुछ ना कुछ भैद खोल देता..
13) जो इंसान प्रेम मेँ निष्फल होता है
वो जिदगी मे सफल होता है..
14) आज करे कल कर कल करे
सो परसो ईतनी भी क्या जल्दी है जब
जीना है बरसो..
15) दुनिया का सबसे कीमती प्रवाही
कौनसा है? आँसु जिसमेँ 1%पानी
और 99% भावनाए होती है..
16) दुनिया का सबसे अमीर आदमी भी
माँ के. बिना गरीब है..
17) गुस्से मे आदमी कभी कभी व्यर्थ बाते
करता है, तो कभी मन की बात भी
बोल देता है..
18) भगवान खडा है तुझे सब कुछ देने के
लिए लेकिन तु चम्मच लेकर खडा है
पुरा सागर माँगने के लिए..
19) आप यह पोस्ट पढ रहे
हो ईसका असतित्व
आप के माँ बाप है...
मुश्किलें केवल बेहतरीन लोगों के हिस्से में ही आती हैं .!!!!
ReplyDeleteक्यूंकि वो लोग ही उसे बेहतरीन तरीके से अंजाम देने की ताकत रखते हैं !!
-वीर सावरकर के प्रथम कीर्तिमान-
ReplyDelete*******************************************
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1. वीर सावरकर पहले क्रांतिकारी देशभक्त थे जिन्होंने 1901 में ब्रिटेन की रानी विक्टोरिया की मृत्यु पर नासिक में शोक सभा का विरोध किया और कहा कि वो हमारे शत्रु देश की रानी थी, हम शोक क्यूँ करें? क्या किसी भारतीय महापुरुष के निधन पर ब्रिटेन में शोक सभा हुई है.?
:
2. वीर सावरकर पहले देशभक्त थे जिन्होंने एडवर्ड सप्तम के राज्याभिषेक समारोह का उत्सव मनाने वालों को त्र्यम्बकेश्वर में बड़े बड़े पोस्टर लगाकर कहा था कि गुलामी का उत्सव मत मनाओ...
:
3. विदेशी वस्त्रों की पहली होली पूना में 7 अक्तूबर 1905 को वीर सावरकर ने जलाई थी...
:
4. वीर सावरकर पहले ऐसे क्रांतिकारी थे जिन्होंने विदेशी वस्त्रों का दहन किया, तब बाल गंगाधर तिलक ने अपने पत्र केसरी में उनको शिवाजी के समान बताकर उनकी प्रशंसा की थी जबकि इस घटना की दक्षिण अफ्रीका के अपने पत्र 'इन्डियन ओपीनियन' में गाँधी ने निंदा की थी...
:
5. सावरकर द्वारा विदेशी वस्त्र दहन की इस प्रथम घटना के 16 वर्ष बाद गाँधी उनके मार्ग पर चले और 11 जुलाई 1921 को मुंबई के परेल में विदेशी वस्त्रों का बहिष्कार किया...
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6. सावरकर पहले भारतीय थे जिनको 1905 में विदेशी वस्त्र दहन के कारण पुणे के फर्म्युसन कॉलेज से निकाल दिया गया और दस रूपये जुरमाना किया... इसके विरोध में हड़ताल हुई... स्वयं तिलक जी ने 'केसरी' पत्र में सावरकर के पक्ष में सम्पादकीय लिखा...
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7. वीर सावरकर ऐसे पहले बैरिस्टर थे जिन्होंने 1909 में ब्रिटेन में ग्रेज-इन परीक्षा पास करने के बाद ब्रिटेन के राजा के प्रति वफादार होने की शपथ नही ली... इस कारण उन्हें बैरिस्टर होने की उपाधि का पत्र कभी नही दिया गया...
:
8. वीर सावरकर पहले ऐसे लेखक थे जिन्होंने अंग्रेजों द्वारा ग़दर कहे जाने वाले संघर्ष को '1857 का स्वातंत्र्य समर' नामक ग्रन्थ लिखकर सिद्ध कर दिया...
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9. सावरकर पहले ऐसे क्रांतिकारी लेखक थे जिनके लिखे '1857 का स्वातंत्र्य समर' पुस्तक पर ब्रिटिश संसद ने प्रकाशित होने से पहले प्रतिबन्ध लगाया था...
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10. '1857 का स्वातंत्र्य समर' विदेशों में छापा गया और भारत में भगत सिंह ने इसे छपवाया था जिसकी एक एक प्रति तीन-तीन सौ रूपये में बिकी थी... भारतीय क्रांतिकारियों के लिए यह पवित्र गीता थी... पुलिस छापों में देशभक्तों के घरों में यही पुस्तक मिलती थी...
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11. वीर सावरकर पहले क्रान्तिकारी थे जो समुद्री जहाज में बंदी बनाकर ब्रिटेन से भारत लाते समय आठ जुलाई 1910 को समुद्र में कूद पड़े थे और तैरकर फ्रांस पहुँच गए थे...
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12. सावरकर पहले क्रान्तिकारी थे जिनका मुकद्दमा अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय हेग में चला, मगर ब्रिटेन और फ्रांस की मिलीभगत के कारण उनको न्याय नही मिला और बंदी बनाकर भारत लाया गया...
:
13. वीर सावरकर विश्व के पहले क्रांतिकारी और भारत के पहले राष्ट्रभक्त थे जिन्हें अंग्रेजी सरकार ने दो आजन्म कारावास की सजा सुनाई थी...
:
14. सावरकर पहले ऐसे देशभक्त थे जो दो जन्म कारावास की सजा सुनते ही हंसकर बोले- "चलो, ईसाई सत्ता ने हिन्दू धर्म के पुनर्जन्म सिद्धांत को मान लिया."
:
15. वीर सावरकर पहले राजनैतिक बंदी थे जिन्होंने काला पानी की सजा के समय 10 साल से भी अधिक समय तक आजादी के लिए कोल्हू चलाकर 30 पोंड तेल प्रतिदिन निकाला...
:
16. वीर सावरकर काला पानी में पहले ऐसे कैदी थे जिन्होंने काल कोठरी की दीवारों पर कंकर कोयले से कवितायें लिखी और 6000 पंक्तियाँ याद रखी...
:
17. वीर सावरकर पहले देशभक्त लेखक थे, जिनकी लिखी हुई पुस्तकों पर आजादी के बाद कई वर्षों तक प्रतिबन्ध लगा रहा...
ReplyDelete:
18. वीर सावरकर पहले विद्वान लेखक थे जिन्होंने हिन्दू को परिभाषित करते हुए लिखा कि-
:
'आसिन्धु सिन्धुपर्यन्ता यस्य भारत भूमिका.
पितृभू: पुण्यभूश्चैव स वै हिन्दुरितीस्मृतः.'
:
अर्थात - समुद्र से हिमालय तक भारत भूमि जिसकी पितृभू है जिसके पूर्वज यहीं पैदा हुए हैं व यही पुण्य भू है, जिसके तीर्थ भारत भूमि में ही हैं, वही हिन्दू है...
:
19. वीर सावरकर प्रथम राष्ट्रभक्त थे जिन्हें अंग्रेजी सत्ता ने 30 वर्षों तक जेलों में रखा तथा आजादी के बाद 1948 में नेहरु सरकार ने गाँधी हत्या की आड़ में लाल किले में बंद रखा पर न्यायालय द्वारा आरोप झूठे पाए जाने के बाद ससम्मान रिहा कर दिया... देशी-विदेशी दोनों सरकारों को उनके राष्ट्रवादी विचारों से डर लगता था...
:
20. वीर सावरकर पहले क्रांतिकारी थे जब उनका 26 फरवरी 1966 को उनका स्वर्गारोहण हुआ तब भारतीय संसद में कुछ सांसदों ने शोक प्रस्ताव रखा तो यह कहकर रोक दिया गया कि वे संसद सदस्य नही थे जबकि चर्चिल की मौत पर शोक मनाया गया था...
:
21.वीर सावरकर पहले क्रांतिकारी राष्ट्रभक्त स्वातंत्र्य वीर थे जिनके मरणोपरांत 26 फरवरी 2003 को उसी संसद में मूर्ति लगी जिसमे कभी उनके निधन पर शोक प्रस्ताव भी रोका गया था....
:
22. वीर सावरकर माँ भारती के पहले सपूत थे जिन्हें जीते जी और मरने के बाद भी आगे बढ़ने से रोका गया... पर आश्चर्य की बात यह है कि इन सभी विरोधियों के घोर अँधेरे को चीरकर आज वीर सावरकर के राष्ट्रवादी विचारों का सूर्य उदय हो रहा है...!
Veer savarkar ko koti koti naman
Deleteआजीवन स्वस्थ रहने के खास नुस्सके -----
ReplyDelete(१)खड़े -खड़े पानी पीने से घुटनों में दर्द की बीमारी होती है
इसलिए खाना पीना बैठ कर करना चाहिए .
(२)नक्क्सीर आने पर तुरंत नाक में
देशी घी लगाना चाहिए ,नाक से खून आना तुरंत बंद
हो जाता है
(३)बच्चों को पेशाब ना उतारे तो स्नान घर में ले जाकर
टूटी खोल दें पानी गिराने की आवाज़ सुनकर
बच्चे का पेशाब उतर जायेगा
(४)बस में उलटी आती हो तो सीट पर अखबार रखकर बैठने
से ,उलटी नहीं आती
(५)कद बढ़ाने के लिए अश्वगंधा व मिश्री बराबर मात्र में
चूरन बना कर १ चम्मच भोजन के बाद लें
(६)बाल गिरने लगें हों तो १००ग्राम नारियल तेल में १०ग्राम
देशी कपूर मिलाकर जड़ों में लगायें
(७)सर में खोरा हो ,शरीर पर सूखी खुजली हो तो भी इसी तेल
को लगाने से लाभ मिलता है
(८)दिन में दो बार खाना ,तो दो बार शौच
भी जाना चाहिए ,क्योंकि "रुकावट" ही रोग होता है
(९)आधा सर दर्द होने पर,दर्द होने वाली साईड की नाक में
२-३ बूँद सरसों का तेल जोर से सूंघ लें
(१०)जुकाम होने पर सुहागे का फूला १ चम्मच ,गर्म पानी में
घोल कर पी लें १५ मिनट में जुकाम गायब
(११)चहरे को सुन्दर बनाने के लिए १चम्म्च दही में २ बूंद
शहद मिला कर लगायें १० मिनट बाद धो लें
(१२)इसी नुसखे को पैरो की बिवाईयों में भी प्रयोग कर
सकतें हैं ,लाभ होगा
(१३)हाई बी.पी. ठीक करने के लिए १ चम्मच प्याज़ का रस
में १ चम्मच शहद मिलाकर चाटें (सुगर के रोगी भी
ले सकतें हैं)
(१४)लो बी.पी.ठीक करने के लिए ३२ दाने किसमिस के रात
को कांच के गिलास में भिगो दें सुबह १-१ दाना चबा-चबा कर
खाएं (रोज़ ३२ दाने खाने हैं ३२ दिनों तक)
(१५)कब्ज़ ठीक करने के लिए अमलताश की फली (२
इंच)का काढ़ा बनाकर शाम को भोजन के बाद पियें
(१६)कमर में दर्द होने पर १०० ग्राम खसखस में १०० ग्राम
मिश्री मिला कर चूर्ण बनायें,भोजन के बाद १ चम्मच गर्म
दूध से लें
(१७)सर चक्कर आने पर १ चम्मच धनियाँ चूर्ण में १ चम्मच
आंवला चूर्ण मिलाकर ठन्डे पानी से लें
(१८)दांतों में दर्द होने पर १ चुटकी हल्दी ,१
चुटकी काला नमक ,५ बूंद सरसों तेल मिलाकर लगायें
(१९)टौंसिल होने पर अमलताश की फली के काढ़े से गरारे
करें ,ठीक हो जायेगें
(२०)ऍम.सी.के दिनों में १चम्मच अजवायन का काढ़ा ३-४
दिन पीयें ,इससे सम्बंधित सभी तकलीफों से रहत मिलेगी
************चँदा रे !
ReplyDeleteगुस्सा मत होना**********
चँदा रे ! गुस्सा मत होना !
ज़ालिम था वो घना अँधेरा , जिस ने मेरा आँगन घेरा !
बनते-बनते फिर से बिखरा , तेरे द्वारे का पगफेरा !
शायद कोई फेंक रहा है , तुझ पर मुझ पर जादू-टोना !
चँदा रे ! गुस्सा मत होना !
अब तुझ से क्या राज़ छिपाऊँ , तुझ से ही चाँदनी कहाऊँ !
सूरज बुझता हो बुझ जाये , तेरे छिपने से घबराऊँ !
तुझ से , मुझ से ही रोशन है , धरा-सेज़ का कोना-कोना !
चँदा रे ! गुस्सा मत होना !
काउंसलिंग में जाने से पहले रिसीविंग लेना न भूलें, रिसीविंग की तीन कापी रहेगी, कहीं कहीं वे दो अपने पास रख रहे हैं कहीं एक, इसलिए आप तीन कापी तैयार रखियेगा दो उनके पास और एक आपके पास। किसी किसी डायट पर रिसीविंग देने पर बहुत आनाकानी करेंगे लेकिन आप किसी भी बात में न आइयेगा, उनसे स्पष्ट बोलिए कि मैं आपना मूल प्रमाणपत्र दे रहा हूँ तो आपको रिसीविंग देने में क्या तकलीफ है।
ReplyDeleteरिसीविंग लेटर का प्रारूप -
सेवा में,
प्राचार्य,
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान,
जिला_______, उत्तर प्रदेश।
विषय - काउंसलिंग में मूल अभिलेखों की पावती के सम्बन्ध में।
महोदय,
मैं _________, प्रशिक्षु शिक्षक चयन - 2011 हेतु जनपद ________ में आवेदन किया हूँ, जिसके अंतर्गत दिनांक 22.09.2014 को मैं अपनी काउंसलिंग हेतु जनपद ________ में सम्मिलित हुआ हूँ एवं अपने समस्त वांछित, शैक्षणिक एवं सहशैक्षणिक मूल अभिलेख जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान जनपद _______में अपने संज्ञानार्थ जमा करवा रहा हूँ।
कृपया मेरे मूल अभिलेखों की पावती प्रदान करने की कृपा करें।
मूल अभिलेखों का विवरण इस प्रकार है:-
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दिनांक: 22.09.2014
अभ्यर्थी का नाम-
पिता का नाम-
टी• ई• टी• 2011 रोल नंबर -
वर्ग -
कन्ट्रोल आई डी -
कम्प्यूटर आई डी -
जिस शहर में अपनी स्तिथि देखना चाहते है उनमे उपलब्ध सीटो में 10 प्रतिशत शिक्षामित्र हटाकर आधा रिजर्वेशन हटकर, फिर आधा बॉयज गर्ल्स का कोटा हटाकर, फिर उसको साइंस-आर्ट में बांटे, फिर 10 गुना कर-कर देखे| सही औकाद सामने आ जाती है जैसे 1000 सीटें जहा है वह 10 प्रतिशत मतलब 100 सीट्स शिक्षामित्रों के लिए| बची 900 में 450 कोटे की फिर बची 450 में 225 बॉयज 225 गर्ल्स फिर उसमे से 112 साइंस 112 आर्ट, अब यदि आप साइंस जनरल मेल आर्ट या साइंस है तो 10 गुने में आपकी रैंक 1120 है न की आप 1000 के सापेक्छ 10,000 में अपने आपको आंके ऊपर से रेसफलिंग में हमारी सीटें अन्य कोटा के लोग 10 से 20 पर्सेंट तक ले जाते है
ReplyDeleteDosto-
ReplyDeleteSM case take up.......
शाख़ से तोड़े गए "फूल" ने हँस कर ये कहा_______
ReplyDelete"अच्छा" होना भी बुरी बात है इस दुनिया में।
सब को अपनी अपनी पडी है
ReplyDeleteनियम क्या हॅ
कानून क्या कहता है
इससे कोई मतलब नही
मेरे गाँव मे एक लडका है
जिसने बी.एड. नही किया परन्तु टीईटी की परीक्षा देकर 110 अंक पाया था
कह रहा है मुझे भी शामिल करो मै भी कोर्ट जाऊँगा
.
.
.
अजीब तमाशा है
कह रहा था पाठक से मिलवा दो?
ये भर्ती तीन साल लटक चुकी है
इसे देखकर यही लगता है कि ये भती अगले तीन साल क्या तीस साल तक नहीँ हो पायेगी
True Lines..!!
ReplyDelete.
.
Jab Aap Kisi Se Rooth Kar Nafrat Se
Baat Karo...
.
.
Aur fir bhi Wo Uska Jawab Mohabbat
Se de,
.
.
To Samajh Jaana Ki Wo Aapko Khud
Se Zyada Pyar Karta Hai...
शिवलिंग का असली अर्थ जानिए ...
ReplyDeleteलिंग के नाम पर अनेख भ्रांतियों को तोड़ता ये लेख ,
लिंग के सही अर्थ को समझाता ये लेख जरुर पढ़े अपने मित्रो को भी बतलाए।।
लोग शिवलिंग की पूजा की आलोचना करते है..
छोटे छोटे बच्चो को बताते है कि हिन्दू लोग लिंग और योनी की पूजा करते है..
बेवकुफो को संस्कृत का ज्ञान नहीं होता है..
और छोटे छोटे बच्चो को हिन्दुओ के प्रति नफ़रत पैदा करके उनको आतंकी बना देते है…
इसका अर्थ इस प्रकार है..
पहले भाषा का ज्ञान ले......
लिंग>>>
लिंग का संस्कृत भाषा में चिन्ह ,प्रतीक अर्थ होता है…
जबकी जनर्नेद्रीय (मानव अंग ) को संस्कृत भाषा मे (शिशिन) कहा जाता है..
शिवलिंग >>>
शिवलिंग का अर्थ शिव का प्रतीक….
" शिवलिंग " शब्द में ' लिंग ' शब्द दो शब्दों से बना है, " लीन + गा (गति) " अर्थात, शिव में लीन होकर ही मनुष्य को गति प्राप्त होता है;
यानी, शिव के निराकार स्वरूप में ध्यान-मग्न आत्मा सद्गति को प्राप्त होती है, उसे परब्रह्म की प्राप्ति होती है।
तात्पर्य यह है कि हमारी आत्मा का मिलन परमात्मा के साथ कराने का माध्यम-स्वरूप है, शिवलिंग!
शिवलिंग साकार एवं निराकार ईश्वर का 'प्रतीक' मात्र है, जो परमात्मा - आत्म-लिंग का द्योतक है।
शिवलिंग शाश्वत-आत्मा का स्वरूप है, जो न जल से प्रभावित होता है, न अग्नि से, न पृथ्वी से, न किसी अस्त्र-शस्त्र से... जो अजित है, अजेय है!
शिव और शक्ति का पूर्ण स्वरूप है, शिवलिंग।
>>पुरुषलिंग का अर्थ पुरुष का प्रतीक
इसी प्रकार स्त्रीलिंग का अर्थ स्त्री का प्रतीक और
नपुंसकलिंग का अर्थ है ..नपुंसक का प्रतीक —-
अब यदि जो लोग पुरुष लिंग को मनुष्य के जनेन्द्रिय समझ कर आलोचना करते है..तो वे बताये ”स्त्री लिंग ”’के अर्थ के अनुसार स्त्री का लिंग होना चाहिए…
और खुद अपनी औरतो के लिंग को बताये फिर आलोचना करे—-
”शिवलिंग”’क्या है >>>>>
शून्य, आकाश, अनन्त, ब्रह्माण्ड और निराकार परमपुरुष का प्रतीक होने से इसे लिंग कहा गया है।
स्कन्दपुराण में कहा है कि आकाश स्वयं लिंग है।
शिवलिंग वातावरण सहित घूमती धरती तथा सारे अनन्त ब्रह्माण्ड ( क्योंकि, ब्रह्माण्ड गतिमान है ) का अक्स/धुरी (axis) ही लिंग है।
शिव लिंग का अर्थ अनन्त भी होता है अर्थात जिसका कोई अन्त नहीं है नाही शुरुवात |
—-
शिवलिंग का अर्थ लिंग या योनी नहीं होता ..
दरअसल ये गलतफहमी भाषा के रूपांतरण और मलेच्छों द्वारा हमारे पुरातन धर्म ग्रंथों को नष्ट कर दिए जाने तथा अंग्रेजों द्वारा इसकी व्याख्या से उत्पन्न हुआ हो सकता है|
खैर…..
जैसा कि हम सभी जानते है कि एक ही शब्द के विभिन्न भाषाओँ में अलग-अलग अर्थ निकलते हैं|
उदाहरण के लिए………
यदि हम हिंदी के एक शब्द “सूत्र” को ही ले लें तो…….
सूत्र मतलब डोरी/धागा गणितीय सूत्र कोई भाष्य अथवा लेखन भी हो सकता है| जैसे कि नासदीय सूत्र ब्रह्म सूत्र इत्यादि |
उसी प्रकार “अर्थ” शब्द का भावार्थ : सम्पति भी हो सकता है और मतलब (मीनिंग) भी |
ठीक बिल्कुल उसी प्रकार शिवलिंग के सन्दर्भ में लिंग शब्द से अभिप्राय चिह्न, निशानी, गुण, व्यवहार या प्रतीक है।
धरती उसका पीठ या आधार है और सब अनन्त शून्य से पैदा हो उसी में लय होने के कारण इसे लिंग कहा है तथा कई अन्य नामो से भी संबोधित किया गया है जैसे : प्रकाश स्तंभ/लिंग, अग्नि स्तंभ/लिंग, उर्जा स्तंभ/लिंग, ब्रह्माण्डीय स्तंभ/लिंग (cosmic pillar/lingam)
ब्रह्माण्ड में दो ही चीजे है : ऊर्जा और प्रदार्थ |
हमारा शरीर प्रदार्थ से निर्मित है और आत्मा ऊर्जा है|
इसी प्रकार शिव पदार्थ और शक्ति ऊर्जा का प्रतीक बन कर शिवलिंग कहलाते है |
ब्रह्मांड में उपस्थित समस्त ठोस तथा उर्जा शिवलिंग में निहित है. वास्तव में शिवलिंग हमारे ब्रह्मांड की आकृति है. (The universe is a sign of Shiva Lingam.)
शिवलिंग भगवान शिव और देवी शक्ति (पार्वती) का आदि-आनादी एकल रूप है तथा पुरुष और प्रकृति की समानता का प्रतिक भी अर्थात इस संसार में न केवल पुरुष का और न केवल प्रकृति (स्त्री) का वर्चस्व है अर्थात दोनों सामान है
अब बात करते है योनि शब्द पर —-
ReplyDeleteमनुष्ययोनि ”पशुयोनी”पेड़-पौधों की योनि”’पत्थरयोनि”’ >>>>
योनि का संस्कृत में प्रादुर्भाव ,प्रकटीकरण अर्थ होता है..
जीव अपने कर्म के अनुसार विभिन्न योनियों में जन्म लेता है..
कुछ धर्म में पुर्जन्म की मान्यता नहीं है ..इसीलिए योनि शब्द के संस्कृत अर्थ को नहीं जानते है
जबकी हिंदू धर्म मे ८४ लाख योनी यानी ८४ लाख प्रकार के जन्म है
अब तो वैज्ञानिको ने भी मान लिया है कि धरती मे ८४ लाख प्रकार के जीव (पेड, कीट,जानवर,मनुष्य आदि) है….
मनुष्य योनी >>>>पुरुष और स्त्री दोनों को मिलाकर मनुष्य योनि होता है..अकेले स्त्री या अकेले पुरुष के लिए मनुष्य योनि शब्द का प्रयोग संस्कृत में नहीं होता है…
दोस्तों
ReplyDeleteआप सभी के लिए दिल से दुआ ...
आप खुश और स्वस्थ रहे...मस्त रहे ,काम में व्यस्त रहे...
गम की घटा छाए न कभी ..
खुशियाँ आपके द्वार से जाए न कभी....
बहुत साल बाद दो दोस्त रास्ते में मिले .
ReplyDeleteधनवान दोस्त ने उसकी आलिशान गाड़ी पार्क की और
गरीब मित्र से बोला चल इस गार्डन में बेठकर बात करते है .
चलते चलते अमीर दोस्त ने गरीब दोस्त से कहा
तेरे में और मेरे में बहुत फर्क है
हम दोनों साथ में पढ़े साथ में बड़े हु
मै कहा पहुच गया और तू कहा रह गया
चलते चलते गरीब दोस्त अचानक रुक गया .
अमीर दोस्त ने पूछा क्या हुआ ?
गरीब दोस्त ने कहा तुझे कुछ आवाज सुनाई दी?
अमीर दोस्त पीछे मुड़ा और पांच का सिक्का उठाकर बोला
ये तो मेरी जेब से गिरा पांच के सिक्के की आवाज़ थी
गरीब दोस्त एक कांटे के छोटे से पोधे की तरफ गया
जिसमे एक तितली पंख फडफडा रही थी .
गरीब दोस्त ने उस तितली को धीरे से बाहर निकला और
आकाश में आज़ाद कर दिया .
अमीर दोस्त ने आतुरता से पुछा
तुझे तितली की आवाज़ केसे सुनाई दी?
गरीब दोस्त ने नम्रता से कहा
" तेरे में और मुझ में यही फर्क ह
तुझे "धन" की सुनाई दी और मुझे "मन" की आवाज़ सुनाई दी .
"यही सच है "
MORAL::
.इतनी ऊँचाई न देना प्रभु कि,
धरती पराई लगने लगे l
इनती खुशियाँ भी न देना कि,
दुःख पर किसी के हंसी आने लगे ।
नहीं चाहिए ऐसी शक्ति जिसका,
निर्बल पर प्रयोग करूँ l
नहीं चाहिए ऐसा भाव कि,
किसी को देख जल-जल मरूँ
ऐसा ज्ञान मुझे न देना,
अभिमान जिसका होने लगे
ऐसी चतुराई भी न देना जो,
लोगों को छलने लगे ।
MORAL -2::
: खवाहिश नही मुझे
मशहुर होने की।
आप मुझे पहचानते हो
बस इतना ही काफी है।
3
अच्छे ने अच्छा और
बुरे ने बुरा जाना मुझे।
क्यों की जीसकी जीतनी
जरुरत थी उसने उतना ही
पहचाना मुझे।
4
ज़िन्दगी का फ़लसफ़ा
भी कितना अजीब है,
शामें कटती नहीं, और साल
गुज़रते चले जा रहे हैं....!
5
एक अजीब सी
दौड़ है ये ज़िन्दगी,
जीत जाओ तो कई
अपने पीछे छूट जाते हैं,
और हार जाओ तो अपने
ही पीछे छोड़ जाते हैं।.....
टेट मेरिट की लाज बचाने वाले एवं 3 सालो से संघर्ष करने वाले अग्रणी साथियों को तहे दिल से सलाम।
ReplyDeleteलेकिन भर्ती नियमों से कराइए,
अगर कपिला नियमों के अनुसार अंदर है तो उसे बाहर मत निकालो, और अगर कोई टेट मेरिट सपोर्टर नियमों के अनुसार बाहर है, तो उसे अंदर मत घुसाओ।
धन्यवाद
वक़्त और प्यार ज़िंदगी में बहुत ख़ास होते हैं।
ReplyDeleteलेकिन
वक़्त किसी का नहीं होता;
और
प्यार हर किसी से नहीं होता..!!
ऐडेड जूनियर हाईस्कूल में भर्ती पर संशय-पड़ेगी रिट ?
ReplyDeleteजूनियर हाई स्कूल में पैसा न दे कोई इस पर भर्ती को शासन से मंजूरी मिली है न कि कोर्ट से जल्द ही ये मामला कोर्ट पहुचेगा ।
राजस्व की कमी के कारण ये सब ड्रामा हो रहा है
माननीय अरुण टंडनजी ने नवम्बर 2012 में एक आदेश दिया था जिसके कारण इनको भी टेट की बाध्यता में फंसना पड़ा।
अब चुकि इनको वेतन सरकार से मिलेगा तो नियुक्ति प्रबन्धक क्यों करेगा ?
इसको भी चैलेंज किया जाएगा ।
इसमें भी रिट पड़नेवाली है ।
वैसे भी टेट वीरो का तो चयन प्राइमरी में ही हो जाएगा फिर उनको क्या जरूरत पड़ेगी इसके चक्कर में पड़ने की ।
ReplyDeleteकपिला को एक सलाह मुफ्त में दूंगा की चंदे का पैसा किसी प्रबन्धक को देकर अपने और अपने भाई के भाई के भविष्य को सुरक्षित कर सकता है ।
लेकिन टेट वीरो के न्यायिक लड़ाई का समना उसको वहा भी करना पड़ेगा ।
द्वितीय काऊंसलिंग मे
ReplyDeleteजिनका जिस भी जिले मे
चयन हो रहा है, वह मौका न
छोड़े,
क्योंकि द्वितीय
काऊंसलिंग के बाद एक बैच
प्रशिक्षण के लिए
बुला लिया जाएगा।
जो मौके को बर्बाद
करता है,
बाद मे मौका उन्हें बर्बाद
कर देता है।
बड़ी खबरः 4100 स्कूलों में भर्ती पर
ReplyDeleteलगी रोक हटी
_________________________________
राज्य सरकार ने सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों में
करीब ढाई साल से भर्ती पर लगी रोक हटा दी है।
स्कूल प्रबंधन अब अपने यहां प्रधानाध्यापक, सहायक
अध्यापक और लिपिक के खाली पदों पर भर्तियां कर
सकेगा।
प्रधानाध्यापक और सहायक अध्यापक की भर्ती के
लिए टीईटी पास बीएड डिग्रीधारी ही पात्र होंगे।
सचिव बेसिक शिक्षा एचएल गुप्ता ने सोमवार
को शासनादेश जारी कर दिया है।
इन स्कूलों में प्रधानाध्यापक के 800, सहायक
अध्यापक के 1444 तथा लिपिक के करीब 350 पद
खाली हैं। 25 मार्च 2012 से रुकी हुई हैं भर्तियां
बेसिक शिक्षा विभाग वित्तविहीन स्कूलों को समय-
समय पर अनुदान पर लेता है। प्रदेश में मौजूदा समय
करीब 4100 सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूल हैं। इन
स्कूलों में प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक और
लिपिक संवर्ग की भर्तियां 25 मार्च 2012 से रुकी हुई
थीं।
ऐसे में कई स्कूल शिक्षक विहीन हो गए थे। स्कूल
प्रबंधकों ने जल्द ही भर्तियां खोलने की मांग की थी।
बेसिक शिक्षा विभाग ने कार्मिक और वित्त विभाग से
अनुमति लेने के बाद भर्तियां खोल दी हैं।
प्रधानाध्यापक और सहायक अध्यापक के लिए 21 से
40 वर्ष की आयु वाले पात्र होंगे।
आरक्षित वर्ग को आयु सीमा में पांच साल की छूट
मिलेगी। इसके लिए बीएड के साथ टीईटी पास
होना अनिवार्य होग। लिपिकों की भर्ती के लिए
भी 21 से 40 वर्ष की आयु वाले पात्र होंगे।
भर्तियां बेसिक शिक्षा विभाग के नियमों की अधीन
की जा सकेंगी।
संभवतः या तो अब ये फांसी खाएंगे मतलब पहले टेट देंगे फिर नौकरी करेंगे और ये वाली नियमावली उल्ट्री वायरस होगी या इनका नामो निशान मिट जायेगा |
ReplyDeleteपर एक चीज़ साफ़ है की अब न तो ये अपने पुराने पदों पर रहे और न ही अपने नए पे रहने वाले हैं |
Dosto-
ReplyDeleteSM matter par NCTE ko jawab dene ke liye 2 weeks ka time diya gaya hai . NEXT DATE -9 October ko SM case par final judgement aane ki purn sambhavana hai .
JAI TET ,,,,,,,,
SABKE LIYE TET
एक महिला / लड़की अपनी सुरक्षा के लिए बहुत
ReplyDeleteकुछ कर सकती है –ध्यान से पढ़ें और शेयर करें --
1 - अगर आप रात ऑटो या टैक्सी ले रही हैं तो ऑटो में
बैठने से पहले उसका नंबर नोट
कर लें ,और अपने किसी परिवार के सदस्य या मित्र
को कॉल करें और बताएं (ऐसे
की ड्राईवर सुने ) कि आप किस नंबर की ऑटो में , किस
स्थान पर कितने समय बैठी हैं
और अनुमानित कितने समय परपहुँच जायेंगी , अगर कॉल
नहीं भी लगती या कोइ
नहीं उठाता फिर भी ऐसा दिखाएँ की आप वास्तव में
ये डिटेल्स बता रही हैं किसी को !
अब वो आपको सुरक्षित एवं सावधानी पूर्वक घर
छोड़ने पर विवश होगा (A potential
attacker is now your de facto protector!)
2-अगर ड्राईवर किसी अनजान जगह ऑटो ले
जाता प्रतीत हो ,( you feel you are
entering a danger zone)> अपने पर्स
का हत्था या अपना दुपट्टा लीजिये और
पीछे से उसके गले में फंसा की जोर से खींचिए वो थोड़े
ही देर में ही वो असहाय
हो जायेगा , फिर उतर के भाग लीजिये ....या अगर
दुपट्टा नहीं है तो उसकी कॉलर ही खूब जोर से पकड़ के
खींच लीजिये !!
3-अगर रात में आपका कोई पीछा कर रहा है ---
=>तो पास के किसी घर या दूकान में घुस जाइए
औरस्थिति बताइए ,अगर रात ज्यादा हो गयी हो और
पास कोई एटीएम
बॉक्स हो तो वहां चले जाइये..अक्सर शहरों में
वहां गार्ड्स होते हैं या फिर
कैमरा तो होता ही है,और पहचाने जाने की डरसे कोई
भी अटैक करने
की नहीं सोचेगा !!
4-जब कोई अपरिचित आदमी आप पर हमला करने
की कोशिश करे,और आप घर में
अकेली हो -- => बाथरूम /बेडरूम /ड्राइंगरूम में घुसने के
बजाय किचेन के तरफ भागिए
क्यूंकि आपको पता हैकी चाक़ू कहाँ है
या पिसा मिर्चा या बेलन ,कुकरकहाँ रखा है
जिससे आप भी उस पर अच्छा खासा हमला कर सकती हैं
या कम से कम बर्तन ही फेंक के मार सकती हैं ! और
चिल्लाइये तो ज़रूर ,एक ऐसे हमलावर की सबसे
बड़ी दुश्मन आपकी चीख होतीहै ,
क्यूंकि वो भी नहीं चाहेगा की वो पकड़ा जाए !
5-अगर लिफ्ट में आप अजीब महसूस करें
किसी आदमी की उपस्थिति तो ---=> लिफ्ट
में घुसने के बाद अगर आपको 13वि मंजिल पर जाना है
तो सारे बटन दबा दीजिये 13 तक
के ,इस तरीके से लिफ्ट हर फ्लोर पर खुलेगी और कोई
हमला करने की सोचेगा भी नहीं ! अगर आप
भी महिलाओं की इज्ज़त करते हैं तो मित्रों इसे
जितना शेयर कर सकें करें !!
मुश्किल के क्षणों में किसी भी लड़की या महिलाके लिए
ये बहुत ही कारगर साबित हो सकता है !!!
#महिला_हित में
पिज्जा... 🍕
ReplyDeleteपत्नी ने कहा - आज धोने के लिए ज्यादा कपड़े मत निकालना…
- क्यों?? उसने कहा..
- अपनी काम वाली बाई दो दिन नहीं आएगी…
- क्यों??
- गणपति के लिए अपने नाती से मिलने बेटी के यहाँ जा रही है, बोली थी…
- ठीक है, अधिक कपड़े नहीं निकालता…
- और हाँ!!! गणपति के लिए पाँच सौ रूपए दे दूँ उसे? त्यौहार का बोनस..
- क्यों? अभी दिवाली आ ही रही है, तब दे देंगे…
- अरे नहीं बाबा!! गरीब है बेचारी, बेटी-नाती के यहाँ जा रही है, तो उसे भी अच्छा लगेगा… और इस महँगाई के दौर में उसकी पगार से त्यौहार कैसे मनाएगी बेचारी!!
- तुम भी ना… जरूरत से ज्यादा ही भावुक हो जाती हो…
- अरे नहीं… चिंता मत करो… मैं आज का पिज्जा खाने का कार्यक्रम रद्द कर देती हूँ… खामख्वाह पाँच सौ रूपए उड़ जाएँगे, बासी पाव के उन आठ टुकड़ों के पीछे…
- वा, वा… क्या कहने!! हमारे मुँह से पिज्जा छीनकर बाई की थाली में??
तीन दिन बाद
… पोंछा लगाती हुई कामवाली बाई से पति ने पूछा...
- क्या बाई?, कैसी रही छुट्टी?
- बहुत बढ़िया हुई साहब… दीदी ने पाँच सौ रूपए दिए थे ना.. त्यौहार का बोनस..
- तो जा आई बेटी के यहाँ…मिल ली अपने नाती से…?
- हाँ साब… मजा आया, दो दिन में ५०० रूपए खर्च कर दिए…
- अच्छा!! मतलब क्या किया ५०० रूपए का??
- नाती के लिए १५० रूपए का शर्ट, ४० रूपए की गुड़िया, बेटी को ५० रूपए के पेढे लिए, ५० रूपए के पेढे मंदिर में प्रसाद चढ़ाया, ६० रूपए किराए के लग गए.. २५ रूपए की चूड़ियाँ बेटी के लिए और जमाई के लिए ५० रूपए का बेल्ट लिया अच्छा सा… बचे हुए ७५ रूपए नाती को दे दिए कॉपी-पेन्सिल खरीदने के लिए… झाड़ू-पोंछा करते हुए पूरा हिसाब उसकी ज़बान पर रटा हुआ था…
- ५०० रूपए में इतना कुछ??? वह आश्चर्य से मन ही मन विचार करने लगा...
उसकी आँखों के सामने आठ टुकड़े किया हुआ बड़ा सा पिज्ज़ा घूमने लगा, एक-एक टुकड़ा उसके दिमाग में हथौड़ा मारने लगा… अपने एक पिज्जा के खर्च की तुलना वह कामवाली बाई के त्यौहारी खर्च से करने लगा… पहला टुकड़ा बच्चे की ड्रेस का, दूसरा टुकड़ा पेढे का, तीसरा टुकड़ा मंदिर का प्रसाद, चौथा किराए का, पाँचवाँ गुड़िया का, छठवां टुकड़ा चूडियों का, सातवाँ जमाई के बेल्ट का और आठवाँ टुकड़ा बच्चे की कॉपी-पेन्सिल का..
आज तक उसने हमेशा पिज्जा की एक ही बाजू देखी थी, कभी पलटाकर नहीं देखा था कि पिज्जा पीछे से कैसा दिखता है… लेकिन आज कामवाली बाई ने उसे पिज्जा की दूसरी बाजू दिखा दी थी… पिज्जा के आठ टुकड़े उसे जीवन का अर्थ समझा गए थे…
MORAL:: “जीवन के लिए खर्च” या “खर्च के लिए जीवन” का नवीन अर्थ एक झटके में उसे समझ आ गया…
शिक्षामित्र नेक्स्ट डेट 9 अक्टूबर 2014 फॉर फाइनल आर्डर।
ReplyDeleteKya first counselling ka candidate second me participate kar sakta hai
ReplyDeleteI think .. if you have not attended the first one then only.. otherwise you will not be able to attend the iind one.
ReplyDeleteटेट मेरिट से काउंसिलिंग शुरू कराने के बाद हुए उपचुनावों में समाजवादी पार्टी को उम्मीद से ज्यादा सफलता हासिल हुयी है ,,, यदि सरकार के रणनीतिकारों के पास थोडा बहुत भी दिमाग होगा तो वो मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को सलाह देंगे कि वो सार्वजनिक रूप से अपनी गलती स्वीकार करते हुए टेट मेरिट समर्थकों से क्षमा मांगें और कुछ ऐसा प्रबंध करें कि टेट संघर्ष मोर्चे का हर योद्धा परिषदीय स्कूलों के सहायक अध्यापक के रूप में कार्य करते हुए प्रदेश के गरीब बालकों को गुणवत्तापरक शिक्षा प्रदान करने के अपने कर्तव्य का निर्वहन कर सके .....
ReplyDeleteDosto-Good After noon ............Bhai SM matter aaj sm ke advocates ne counter ke liye time maaga jiska ki Khare ji ne jamkar virodh kiya. Iske baad CJ sir ne anya sabhi writs ko is writ ke saath contect kar 9 Oct ko FINAL DISPOSAL ke liye AS A FRESH CASE lagane ke liye bola hai. Bhai Bakare Ki Amma kab tak khair manayegi , ek na ek din to halal hona hi hai. Bhai various parties ke counters ke adhar par ab hame ye kahne me bilkul gurej nahi ki,
ReplyDelete"19TH AMMENDMENT WILL BE DECLEARED AS A ULTRA VIRES AND WILL BE STRUCK DOWN ".
Jai tet
and
Sabke liye tet.
"फिर तू कहेगा डालियां इसलिये तोड़ी गई, कि मैं साटा जाऊं। भला, वे तो अविश्वास के कारण तोड़ी गई, परन्तु तू विश्वास से बना रहता है इसलिये अभिमानी न हो, परन्तु भय कर। क्योंकि जब परमेश्वर ने स्वाभाविक डालियां न छोड़ीं, तो तुझे भी न छोड़ेगा। इसलिये परमेश्वर की कृपा और कड़ाई को देख! जो गिर गए, उन पर कड़ाई, परन्तु तुझ पर कृपा, यदि तू उस में बना रहे, नहीं तो, तू भी काट डाला जाएगा।''
ReplyDelete______________________ रोमियो 11:19-22
मैँ उन तमाम सामान्य वर्ग के लोगोँ से कहना चाहता हूँ कि जिस जिले मेँ नं0 आ जाये दूसरी काउन्सलिँग मेँ वहाँ तुरन्त ले लेँ अन्यथा रिशफलिँग खा जायेगी । जितनी सीँटे भरेँगी वो सब सामान्य मेँ ही गिनी जायेँगी ।
ReplyDeleteआज जूनियर की कट आफ मेँ देख लो ज्यादातर जिलोँ मेँ सामान्य खत्म ।
मेरा विरोध करना आसान है पर मेरा विरोधी बनना संभव नही, क्यूंकि जब जब मैं बिखरा हूँ दुगनी रफ़्तार से निखरा हूँ।।।
ReplyDeleteआज एक ईमानदार आदमी को, अपनी ईमानदारी पर मलाल क्यूँ है। जिसनें कह दिया सच, उसका बुरा हाल क्यूँ है।
ReplyDeleteनर्म लफ़्ज़ों से भी लग जाती है चोटें अक्सर, रिश्ते निभाना बड़ा नाज़ुक सा हुनर होता है..! मुझे जिंदगी का इतना तजुर्बा तो नहीं, पर सुना है सादगी मे लोग जीने नहीं देते....!!
ReplyDeleteसंस्कृत के चोर अंग्रेज -
ReplyDeleteमनु = मैन
पितर = फादर
मातर = मदर
भ्रातर =ब्रदर
स्वसा = सिस्टर
दुहितर = डाटर
सुनु = सन
विधवा = विडव्
अहम् = आई एम
मूष = माउस
ऋत =राइट
स्वेद = स्वेट (पसीना )
अंतर =अंडर (नीचे ,भीतर )
द्यौपितर = जुपिटर (आकाश , बृहष्पति)
पशुचर =पाश्चर (चरवाहा )
दशमलव =डेसिमल
ज्यामिति = ज्योमेट्री
पथ =पाथ (रास्ता )
नाम =नेम
वमन=vomity=उल्टी करना
द्वार > डोर (door)
हृत > हार्ट (heart)
द्वि > two
त्रि > three
पञ्च > penta > five
सप्त > hept > seven
अष्ट > oct > eight
नव > non > nine
दश > deca > ten
दन्त > dent
उष्ट्र > ostrich
गौ > cow
गम् > go
स्था > stay
.............आदि-आदि ।
संस्कृत ही मूल भाषा है ,
अन्य सभी उसके अपभ्रंश एवं विकृत
रूप हैं।
Are wah!! Itni information ap Kaha se late ho Mr.tmn...
DeleteA short and cute story. Once there was a 13 year boy ,very careless and naughty. He was shy also. He did not talk to any girl of his class. Girls did not like that boy. He was very weak at his studies. There was a cute and intelligent girl in class. She saw that boy ....alone and unhappy. She felt sorry for that poor boy. She wanted to talk to him and made an effort to talk to him. After a few effort she was friend with him. Now they both were happy. She helped him in his studies. The boy could pass only because of that girl. Both used to share everything . They were best friends now. The boy got care and love in her friendship. But unfortunate was the boy . Soon he began to quarrel at small things . The girl said "i will leave u sometime, and you will miss me ." But he never understood. One day he was left alone and unhappy again. The girl left him . He realised her importance when there was no one to care for him. Now he missed her very much. After a long time he met her and said sorry for everything . She was kind hearted girl and excused him. But now she was changed . Time was changed..... There were so many people in her life who respect her ,cares for her and who understand her value. The girl whom that boy know was now only in his memories...
ReplyDeleteMORAL::
Friends it was a story which teaches us a good lesson - "Never ignore or never letgo that person from your life who cares for you. Maybe someday you realize that you have lost a diamond while you were busy in collecting the stone .
" TIME NEVER COME BACK
हालाँकि लोकतंत्र मेँ अपना मत
ReplyDeleteकिसी को भी देना मतदाता का अपना विशेष
अधिकार होता है लेकिन फिर भी मतदान का कोई
ना कोई तो आधार होता है जिस तरह उत्तर प्रदेश
की जनता ने भ्रष्ट , घोर सांम्प्रदायिक ,
शिक्षा की गुणवत्ता को समाप्त करने वाली ,
वास्तविक विकास विरोधी और फूट डालो राज्य
करो की नीति मेँ विश्वास करने बाली सपा पार्टी के पक्ष मेँ भारी मतदान किया है । और
मुख्यमंत्री इसे देखकर अपनी पीठ थपथपा रहा है ।
देखकर आश्चर्य होता है कि अब इस प्रदेश और देश
को अब कौन बचा सकता है
जहाँ की जनता इतनी मूर्ख और ना समझ हो । इस
१. शतरंज के खेल की खोज भारत मे हुई थी।
ReplyDelete२. भारत ने अपने इतिहास में किसी भी देश पर कब्जा नहीं किया।
३. अमरिका के जेमोलोजिकल संस्थान के अनुसार1896 तक भारत ही केवल हीरो का स्त्रोत था।
४. भारत 17वीं सदी तक धरती पर सबसे अमीर देश था इसलिए यह सोने की चीड़िया कहलाता था।
५.भारत में हीं संख्या पद्धति का आविष्कार हुआ और आर्यभट्ट ने शून्य की कल्पना की।
६.नाविक विद्दा की खोज 6000 पूर्व भारत में सिन्ध नदी में हुई थी।
७.विश्व का पहला विश्वविद्दालय तक्षशिला700 बीसी में भारत में स्थापित किया गया था।
८.संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है।
९.भास्कराचार्य ने पृथ्वी द्वारा सूर्य का ग्रह पथ का समय ३६५.२५८७५६४८४ दिन पांचवी शताब्दी में हि दिया था यानी न्यूटन के दादा के जन्म से पहले।
१०.आयुर्वेद का जन्म भारत में हुआ।
११.अर्थशास्त्र का जन्म भारत में चाण्क्य के द्वारा।
१२. विश्व का सबसे पुराना पुस्तक "वेद" भारत मे।
१३.मानव जाती का विकाश भारत में।
१४. सभ्यता संस्कृति का विकाश भारत में।
१५.विज्ञान का विकाश भारत में।
१६.वायुयान का आविष्कार शिवकरवापूजी तलपड़े ने 1895 में किया था।
१७. पायथागोरस परिमेय का सुत्र उपनिषदों में पाया गया है।
१८.बैटरी निर्माण बिधि का आविष्का रसर्वप्रथम महर्षि अगस्त्य ने किया था (अगस्त्य संहिता ) बेंजामिन फ्रेंक्लिनके जन्म से पहले
१९.सबसे पहले व्याकरण की रचना भारत में महर्षि पाणिनी द्वारा
२०.लोकतंत्र का जन्म भारत मे...
२१.सबसे पुराना शहर काशी (भारत)
२२.प्लास्टिक सर्जरी का आविष्कारकऋषि सुश्रुत भारत में
२३. सबसे पुराना धर्म सनातन धर्म भारत में
ज़लील कर के जिस फ़कीर को किया तूने रुखसत...
ReplyDeleteवो भीख लेनें नहीं....
तुझे रोज़ दुआएँ देने आता था.......
जब पहले ही डाटा ठीक से नही भेजा था तो पहली काउंसेलिंग में गड़बड़ी तो होनी ही थी। ऐसी गड़बड़ी कि पता नही किन कारणों से जिसे अभी तक भी सुधारा नही जा सका है जिसके चलते दूसरी काउंसेलिंग शुरू होने में देर हो रही है।
ReplyDelete.
ये वो डायट्स हैं जिनका डाटाज़ में गड़बड़ी पाई गई है,,
.
1. औरैया
2. बदायूँ
3. एटा
4. फर्रूखाबाद
5. कुशीनगर
6. महराजगंज
7. मैनपुरी
8. संतकबीर नगर
9. शाहजहाँपुर
.
यहाँ के साथी इन डायट्स पर पहुँचकर जल्द से जल्द डाटा ठीक कराकर एस. सी.ई.आर.टी. भिजवाने का प्रयास करें। नही तो इन हालातों में दूसरी काउंसेलिंग का 22 सितम्बर से शुरू होना मुश्किल में पड़ जायेगा।
.
.
वैसे तो मैं मेरिट के बारे में चुप ही रहना पसंद करता हूँ क्योंकि इसका कोई भी अंदाज़ा नही लगाया जा सकता। फिर भी बहुत से साथियों द्वारा कई प्रकार से मेरिट के बारे में पूछने पर ये बातें अपने स्रोतों से प्राप्त जानकारी के आधार पर लिख रहा हूँ,,,,
.
आप भी इनकी सत्यता अपने स्तर से, किसी भी प्रकार के सभी स्रोतों से जाँच लें। मेरे द्वारा लिखी गई बात पर आँख मूंदकर ही विश्वास न कर लेना,,,,
.
.
आप सब जानते ही हैं और ख़बरों में भी आ चुका है कि टेट पास अभ्यर्थियों की संख्या 2,70,000 हैं। इनमें से 60,000 बी.पी.एड़., सी.पी.एड़, डी.पी.एड़ +25,000 टेट-2012 वाले +20,000 बी.टी.सी. = 1,05,000 पहले ही बाहर हो चुके हैं जिनमें high और low मेरिट वाले दोनों ही तरह के हैं।
.
अब बचे,
.
1,65,000 में 1 लाख से भी ज़्यादा अभ्यर्थी 83 और 89 के बीच के हैं।
.
कहा जा सकता है कि,
.
1 सीट के लिए 2 अभ्यर्थी भी दौड़ में नही हैं। 90 से ऊपर के अभ्यर्थियों की संख्या 72,825 से भी कम है। मतलब, 90+ वाले भी दौड़ में हैं लेकिन,
.
इस दौड़ का यह मतलब बिल्कुल नही कि मेरिट के नीचे गिरने का इंतज़ार करते रहें। पता चला कि आपके उस चहेते जिले की सारी सीटें ही भर गई।
.
इसीलिए जहाँ भी नं पड़े, लपकने में देरी न करें। खासतौर से ज़्यादा सीटों वाली जगह। पता चला, किसी जिले में सम्बंधित वर्ग की सीटें 50 ही हैं और पहुँच गये 60 । इंकार नही किया जा सकता कि कहीं-कहीं यह संख्या 100 से भी ऊपर हो सकती है क्योंकि 50 का 10 गुना पूरे 500 तो मुश्किल हैं कि पहुँच जाएं।
.
तो ऐसे में अब तीसरी काउंसेलिंग का कटऑफ़ कितना गिरेगा, स्वयम् अंदाज़ा लगा सकते हैं।
.
.
लेकिन यह तभी सम्भव है जब फर्जीवाड़े पर लगाम लगाई जाये। इसके लिए हम सबको तैयार रहना होगा। कोई भी फर्जी दिखाई पड़े, ठुकाई-पिटाई करके, अच्छे से बैंड़ बजाकर ही उसकी असली जगह पहुँचाने में पूरा सहयोग करना मत भूलना। यह भी हमारी काउंसेलिंग का ही एक महत्वपूर्ण भाग है।
प्रोफेशनल केस अपडेट ......!!!!!
ReplyDeleteसरकार के जबाब से माननीय जज महोदय नाराज ""कहा जब भर्ती विषय विशेष की है तो इनवेलिड को क्यो भरा जा रहा है ."" और सरकार की रिपोर्ट से सहमत नही दिखे ।
अंन्तिम चयन सूची निकालने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है ।
अगली डेट 25 सितम्बर दी है ।
Love is preserved by wisdom, destroyed by demand,
ReplyDeletetested by doubt,
nourished by longing.
It blossoms with faith and grows with gratitude.
Love is the essence of the universe. Love in action is service.
You are Love!
______________________श्री श्री रविशंकर
God gives Miracles to those who "Believe"
ReplyDeleteCourage to those with "Faith"
Hope to those who "Dream"
Love to those who "Accept"
And forgiveness to those who "Ask"
एटा जिले के शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान में टीईटी आधारित शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया की काउंसलिंग में हुए फर्जीवाड़ा के विरोध में विद्यार्थी परिषद भी कूद पड़ी। सोमवार को हुई बैठक में कार्यकर्ताओं ने टैट संघर्ष मोर्चा को समर्थन देते हुए डायट प्राचार्य का घेराव करने की रूपरेखा बनाई।
ReplyDeleteपरिषद के जिला संयोजक युवराज सिंह ने कहा कि डायट में फर्जी लोगों की काउंसलिंग होने से यह स्पष्ट हो चुका है कि इस फर्जीवाडे़ की जड़ काफी गहरी है। जिससे समूची प्रक्रिया पर ही सवालिया निशान लग चुका है। शिक्षक भर्ती में होने वाली इन घटनाओं की वजह से ही प्राइमरी शिक्षा की स्थिति दयनीय बनी हुई है। जिसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सदस्यता प्रमुख कुशल खितौलिया ने कहा कि फर्जी लोगों के नाम उजागर होने के बावजूद डायट प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की है। जिससे योग्य अभ्यर्थियों के जीवन के साथ खिलवाड़ हो रहा है।
बैठक में कार्यकर्ताओं ने टैट संघर्ष मोर्चा को समर्थन देने का निर्णय लिया तथा मुन्ना भाईयों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर डायट प्राचार्य को घेराव करने की रूपरेखा बनाई। बैठक में पूर्व संयोजक अर्पित उपाध्याय, हर्ष चौहान, केशव माहेश्वरी, प्रभात मिश्रा, अनिरूद्व जैन, सत्यम, अमन, अनंत, प्रत्यूष पुंडीर, राहुल सोलंकी, प्रियांक, अमित, राहुल यादव, नितिन, सिद्धांत जैन आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।
लखीमपुर में रिक्त सीट है 5756 का 10% घटाने पर बची सीट 5181
ReplyDeleteसामान्य की सीट है 2564 का 10 गुना 25640 रैंक जिसमे से 50 %महिलाये 12820 रैंक और उतने ही पुरुष
25640 में 14871 (58%) रैंक पुरुष है और 10768 महिलाये 42% है
पुरुषो में 8179 sci और 6692 आर्ट है
महिलाये 6999 आर्ट और 3769 sci की है
तो काफी कशमकश के बाद मेरिट इस प्रकार हो सकती है सामान्य पुरु sci 116 आर्ट 114
महिला sci 104 आर्ट 107
(1-2 अंक उपर निचे संभव है)
ओबीसी की कुल सीट है 1398 का 10 गुना 13980 में पुरुष 7934 (4363 sci आर्ट 3571) महिलाये 6046 (3929 sci आर्ट 2117)
तो मेरिट एस प्रकार हो सकती है
पुरु sci 110 आर्ट 107 महिलाये sci 100 आर्ट 102
यहा ओबीसी को फायदा मिलेगा रिस्फलिंग का और सामान्य में 35% भी जायेंगे
तो ओबीसी 107 + वाले तयारी रखे कम से कम 7 जगह की
ये मेरे व्यक्तिगत जुटाए आंकड़ो पर आधारित आकलन है गलती हो सकती है और यह कोई अंतिम मेरिट न्ही है इसमे नही हुवा तो तीसरी में तो श्योर है
अंत में 72825 की आखिरी सीट भरते समय obc 98 सामान्य 103 पक्का
किसी की भावना को ठेस लगी हो या किसी को गलत प्रयास लगा हो तो क्षमा प्राथी हु
प्राथमिक की काउन्सिलिंग मे लगने वाले प्रमाण पत्रो की सूची _________
ReplyDelete1- हाईस्कूल अंक पत्र व प्रमाणपत्र
2- इण्टरमीडिएट अंकपत्र व प्रमाणपत्र
3- स्नातक के तीनो वर्ष के अंकपत्र व प्रमाणपत्र / प्रोविजनल डिग्री
4- बी.एड. का अंकपत्र व प्रमाणपत्र / प्रोविजनल डिग्री
5- टी.ई.टी. अंकपत्र
6- जाति प्रमाणपत्र
7- मूलनिवासप्रमाण पत्र
8- संबन्धित बी.एड. कालेज का एन.सी.टी.ई. पत्र ( यदि हो तो, आवश्यकता नही)
9- अंतिम संस्थागत संस्था का 6 माह के अंदर बना हुआ चरित्र प्रमाण पत्र ( यदि हो तो, आवश्यकता नही)
10- दो लिफाफे, जिस पर 25-25 के डाक टिकट लगे हो ।
11- सभी अंकपत्रो व प्रमाणपत्रो की 2-2 सेट मे स्वप्रमाणित छायाप्रतियॉ
12- 4-5 स्वयं के नवीनतम फोटो
13- ओरिजिनल डाक्यूमेंट रखने के लिए एक अच्छी फाइल तथा छायाप्रतियो को रखने के लिए 2 सस्ती फाइल
14- 2011 मे भेजे गये आवेदन की छायाप्रति तथा ड्राफ्ट की छायाप्रति ( यदि हो तो, आवश्यकता नही)
15- एक आई.डी.प्रूफ
डाक्यूमेंट जमा करने के बाद रिसीविंग अवश्य ले
मित्रो, कुछ छूट गया हो, तो जरूर बताये, जिससे किसी भी मेम्बर को काउन्सिलिंग स्थल पर कोई परेशानी न हो ।
जय हिन्द, जय टी. ई.टी.
एक बार संता अमेरिका गया,
ReplyDeleteवहाँ उसकी मुलाकात बराक ओबामा से हुई,,
ओबामा ने संता से कहा, "चलो तुम्हे
अमेरिका की तरक्की दिखाता हुँ"
ओबामा संता को एक जंगल में ले गया, ओर
संता को एक फावङा देकर जमीन खोदने के
लिए कहा...
संता ने खोदना शुरू किया जमीन के 100
मीटर नीचे एक तार निकला,,
ओबामा ने संता से कहा देखा हमारे
अमेरिका में 100 साल पहले भी टेलिफ़ोन
चलते थे..
संता को इस बात पर गुस्सा आया और उसने
ओबामा को साथ में लिया और अपने साथ
भारत में एक जंगल में ले गया और जमीन
खोदने के लिए कहा, ओबामा ने 100 मीटर
जमीन खोदी कुछ नही मिला तो संता से
बोला, "यहाँ पर तो कुछ भी नही मिला"
संता ने कहा और खोदो ऐसे करके संता नै
500 मीटर जमीन खुदवा दी फिर भी कुछ
नही मिला तब ओबामा परेशान होकर बोला,
"भाई अब भी कुछ नही मिला"
संता(मुस्कुरातेहुए) :- "देखा हमारे भारत
मे 500 साल पहले भी वायरलैस कनेक्शन थे"
एक बहुत बड़ा सरोवर था। उसके तट पर मोर
ReplyDeleteरहता था, और वहीं पास एक
मोरनी भी रहती थी।
एक दिन मोर
ने मोरनी से प्रस्ताव रखा कि- "हम
तुम विवाह कर लें,
तो कैसा अच्छा रहे?"
मोरनी ने पूछा- "तुम्हारे मित्र
कितने है ?"
मोर ने कहा उसका कोई मित्र
नहीं है।
तो मोरनी ने विवाह से इनकार कर
दिया।
मोर सोचने लगा सुखपूर्वक रहने के
लिए मित्र बनाना भी आवश्यक है।
उसने एक सिंह से.., एक कछुए से.., और
सिंह के लिए शिकार का पता लगाने
वाली टिटहरी से..,
दोस्ती कर
लीं।
जब उसने यह समाचार
मोरनी को सुनाया, तो वह तुरंत
विवाह के लिए तैयार हो गई। पेड़ पर
घोंसला बनाया और उसमें अंडे दिए, और
भी कितने ही पक्षी उस
पेड़ पर
रहते
थे।
एक दिन शिकारी आए। दिन भर
कहीं शिकार न मिला तो वे उसी पेड़
की छाया में ठहर गए और सोचने लगे,
पेड़ पर चढ़कर अंडे- बच्चों से भूख बुझाई
जाए।
मोर दंपत्ति को भारी चिंता हुई,
मोर मित्रों के पास सहायता के लिए
दौड़ा। बस फिर क्या था..,
टिटहरी ने जोर- जोर से
चिल्लाना शुरू किया। सिंह समझ गया,
कोई शिकार है। वह उसी पेड़ के नीचे
चला.., जहाँ शिकारी बैठे थे। इतने में
कछुआ भी पानी से निकलकर बाहर आ
गया।
सिंह से डरकर भागते हुए
शिकारियों ने कछुए को ले चलने
की बात सोची। जैसे
ही हाथ
बढ़ाया कछुआ पानी में खिसक गया।
शिकारियों के पैर दलदल में फँस गए।
इतने में सिंह आ पहुँचा और उन्हें ठिकाने
लगा दिया।
मोरनी ने कहा- "मैंने विवाह से पूर्व
मित्रों की संख्या पूछी थी,
सो बात
काम की निकली न, यदि मित्र न
होते, तो आज हम सबकी खैर न थी।”
अगर मित्रता सोच-समझ कर की जाय
तो मित्रता सभी रिश्तों में
अनोखा और आदर्श रिश्ता होता है।
और मित्र
किसी भी व्यक्ति की अनमोल
पूँजी होते है..!
ज़मीन (U.P. & H.C.) वालो की कोई वकालत
ReplyDeleteनहीँ चलती.........
जब कोई फ़ैसला( H.C.) आसमान से उतरता है।
उपचुनावों के परिणामों पर
ReplyDeleteन तो खुश होने की जरूरत है और
ना ही दुखी होने की...
सामान्यतः राज्यों अथवा लोकसभा के उपचुनावों में
वही पार्टी जीतती है
जो राजधानी में सत्ता में हो......
ऊपर से
ना तो नरेंद्र मोदी ने और ना ही राहुल
गाँधी ने यूपी में कोई सभा ली...
इसलिए यूपी और इससे पहले बिहार के
नतीजों से
मुझे कोई खास आशा-निराशा नहीं हुई है...
ये "लोकल" चुनाव थे.......
मोदी-शाह जोड़ी और सरकार के
कामों की असली परीक्षा तो महाराष्ट्र-
हरियाणा-
झारखंड विधानसभा चुनावों में होगी ......
जहाँ लोग
"सत्ता बदलने" के लिए वोट देंगे...
इसलिए अभी टेंशन लेने का नेई बाबा...
सेकुलरों को उछलने-कूदने दो.
"मुफ्तिया खुशी" मनाने
का हक उन्हें भी है...
हाँ ........
लेकिन अगर महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा, बिहार,
झारखंड, जम्मू-कश्मीर.......
इन छः में से कम से कम तीन-चार
राज्यों में भाजपा सरकार नहीं बनी .......
तब जाकर मैं इसे गंभीर मसला मानूँगा.......
सो इन नतीजों पर खुश
या दुखी होना बेकार है .......
tmntbn sir ji pranaam sir 113 male sci gen kis coun..me hoga..mai bhee docu...ready kar saku pls sir help me
ReplyDeletetmntbn sir ji pranaam sir 113 male sci gen kis coun..me hoga..mai bhee docu...ready kar saku pls sir help me
ReplyDeleteइतने खुद्दार थे हम कि कभी स्कूल तक ना जाते ऐ ग़ालिब,वो तो लड़कियों के शौक-ऐ-दीदार ने हमें ग्रेजुएट बना दिया
ReplyDeleteमूर्ख हैं वो लोग जो 'ताज महल' को प्रेम की सबसे
ReplyDeleteबड़ी निशानी बताते हैं.......
प्रेम की सबसे
बड़ी निशानी है ''राम सेतु'' जो प्रभु
श्री राम ने
सीता माता से मिलने के लिए उफनते समुन्दर पर
बनवाया था ।
" मयखाने में आऊंगा मगर पिऊंगा नही 'दोस्तों'.... ,
ReplyDeleteये 'शराब' मेरा गम मिटाने की ओकात नही रखती "...
उसने महबूब ही तो बदला है फिर ताज्जुब कैसा
ReplyDeleteदुआ कबूल न हो तो लोग खुदा तक बदल लेते है
Mr. BHOLE.................G
ReplyDeletemain chance nahi batata hun oopar post padh lo aur khud andaaza laga lo ki aap kahaan par khade ho....
THANKS.....
सब बीजेपी के हारने की वजह बता रहे ,
ReplyDeleteचलो वो छोड़ो ,
ये बताओ कि सपा कैसे जीत गई ऐसा कौन सा तीर मार दिया उसने !!
कोई एक वजह बता दो ! मान जाऊँगा !!
Mubarak sapa ki jeet ho sabko
ReplyDeleteMaine humesha is blog pe dekha h ki aaplog election me sp ke khilaf ye kar denge wo kar denge
In sab bato se hume abhi koi fayda ni hone wala h
Is liye mai kahta hu kbhi inki praise karke bhi dekh le kya benifit hume milta h
Taki sarkar ko lge ki tet morcha bhi humara sath de sakta h
To bolo sapa zindabad
tmntbbn sir ji etni help kar de jia...ki hoga ki nahi..113 gen sci male per..pls bahut dar lag raha hai...last chance hai mera...
ReplyDeletetmntbbn sir ji etni help kar de jia...ki hoga ki nahi..113 gen sci male per..pls bahut dar lag raha hai...last chance hai mera...
ReplyDeleteWhen you think you are too good, you blame the world; then you become sad. The purpose of sorrow is to bring you back to the self. And self is all Joy. But this is possible only through Knowledge and awareness.
ReplyDelete__________________________श्री श्री रविशंकर
भाई लोग मुझे अंग्रेजी नहीं आती या कम आती है कृपया
ReplyDeleteअंग्रेजी में अनुवाद करें -
"भगवान ने मुझे भेजा पर मेरे भेजे में भेजा नहीं भेजा।"
अगर एक प्रोफेशनल वाले को इण्टर के आधार पर प्राइमरी मे विज्ञान माना जा सकता है तो एक बी ए वाले को इण्टर के आधार पर विज्ञान क्योँ नही माना जा रहा है सटीक तर्को द्वारा उत्तर देँ गलत शब्दोँ का प्रयोग न करें ! ! ! !
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteमेरे विचार से उत्तर प्रदेश सरकार की "सेवा चयन सम्बन्धी" समस्त अधिकार
ReplyDeleteमा उच्च न्यायालय इलाहबाद को दे देना चाहिये॥
क्योकि वैसे भी बिना न्यायालय के दखल के उत्तर प्रदेश मेँ कोई भर्ती नही है।
हांलाकि पद स्रजन और चयन संबन्धी समस्त अधिकार कार्यपालिका मे निहित है
संविधान के अनुसार
जलेबी(72825) की तरह जब उलझ (berozgaar) ही गयी है ज़िन्दगी
ReplyDeleteतो क्यों न चलकर कहीं चाशनी (counselling) में डूबा जाए..
किसी को तकलीफ देना
ReplyDeleteमेरी आदत नही--
बिन बुलाया मेहमान बनना
मेरी आदत नही---
मैं अपने गम में रहता हूँ
नबाबों की तरह---
परायी ख़ुशी के पास जाना
मेरी आदत नही---
सबको हँसता ही
देखना चाहता हूँ मै----
किसी को धोखे से भी
रुलाना मेरी आदत नही---
बांटना चाहता हूँ तो बस
प्यार और मोहब्बत----
यूँ नफरत फैलाना
मेरी आदत नही----
ज़िदगी मिट जाये
किसी की खातिर गम नही----
कोई बद्दुआ दे मरने की
यूँ जीना मेरी आदत नही----
सबसे दोस्त की हैसियत से
बोल लेता हूँ-----
किसी का दिल दुखा दूँ
मेरी आदत नही----
दोस्ती होती है
दिलों के चाहने पर----
जबरदस्ती दोस्ती करना
मेरी आदत नही--
मेरी आदत नही--
मेरी आदत नही--
# From :: AVI
ReplyDeleteI am NOT a big person / expert, And what I think and found , I wrote.
Mr. тεт мεяιт ηαнι тσ внαятι внι ηαнι
!
ReplyDelete!
मुझे
!
तुम
!
मिल
!
गये
!
हमदम
!
सहारा
!
हो तो
!
ऐसा हो . . . . . . . . . . . !
!
!
!
जिधर
!
देखूं
!
उधर
!
तुम हो
!
नजारा
!
हो तो
!
ऐसा हो. . . . . . . . . . . . . !!
!
!
हमने कहा कब तुम्हे ....
हमारे घर भी आया करो
सामने से निकलती हो
बस दो पल को रुक जाया करो !!
अनुभव वो कंघी है जो ज़िन्दगी आपको तब देती है जब आप गंजे हो जाते हैं...!!!"
ReplyDelete!
ReplyDelete!
मुझे
!
तुम
!
मिल
!
गये
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हमदम
!
सहारा
!
हो तो
!
ऐसा हो . . . . . . . . . . . !
!
!
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जिधर
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देखूं
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उधर
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तुम हो
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नजारा
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हो तो
!
ऐसा हो. . . . . . . . . . . . . !!
!
!
Qasam le lo
Tumare bad
Kisi ka khwab dekha ho,
Kisi ko ham ne chaha ho,
Kisi ko ham ne socha ho,
Kisi ki Aarzu ki ho,
Kisi ki justujo ki ho,
Kisi ki rah dekhi ho,
Kisi ka hath maanga ho,
Kisi ko sath rakha ho,
Kisi se aas rakhi ho,
Koi umeed baandhi ho,
Koi dil me utara ho,
Koi tum se pyara ho
Koi dil me basaya ho
Koi apna banaya ho
Koi rootha ho to ham ne
Usay ro k manaya ho,
December ki haseen rut me
Kisi ka hijar jheela ho
Kisi ki yad ka mosam
Meray aangan me khila ho,
Kisi se baat karny ko
Kabi ye hont tarsy hon,
Kisi ki bewafai per
Kabi ye nain barsay hon,
.
Qasam Ly lo...
जूनियर भर्ती में नियुक्ति पर एक ओर .....
ReplyDelete** एक और स्थगन आदेश**,,
प्रोफेशनल कोर्स लगभग भर्ती से बाहर, 25 को अगली सुनवाई,,
आज जूनियर भर्ती में प्रोफेशनल डिग्री धारको के मामले में सुनवाई करते हुए, इलाहाबाद हाई कोर्ट में जोरदार बहस के दौरान जूनियर भर्ती पर एक ओर स्थगन आदेश पारित हुआ, चौथी काउंसेलिंग अपनी निर्धारित तिथि के कार्यक्रम के अनुसार होगी, क्योंकि स्टे नियुक्ति पर ही लगा है,, न्यायमूर्ति द्वारा प्रतिवादी पक्ष को कहा कि """विज्ञान तो पूरा ब्रहमांड है''''''' "यदि ये पूरा ब्रहमांड विज्ञान पढता है, तो क्या सभी उच्च प्राथमिक विद्यालयो में अध्यापक बनने की योग्यता रखते है ? एक प्रश्न-पत्र पढ़ने को पढ़ने वाला.... पुरे विषय के गहन अध्ययन करने वाले से कैसे मुकाबला कर सकता है ? अत: अंतिम फैसले तक किसी कोई नियुक्ति पत्र नहीं दिया जाये,,
मतलब जूनियर पर अब तक तीन स्थगन आदेश दिए जा चुके है, जिसके चलते प्राइमरी में उच्च मेरिट वालो का अपने गृह जनपद या आस-पास जनपद मिलने की स्थिति में जूनियर से मोह भंग होता जा रहा है, साथ ही इस तरह के आदेशो से भर्ती प्रक्रिया का लंबा चलना भी तय है, क्योंकि मामला अभी तो हाई कोर्ट में है,, आगे आप जानते है ही, इसलिए हर कदम पर विवेक से काम ले, प्राइमरी हो या जूनियर जहां दिल और दिमाग दोनों साथ दे उधर जाये, क्योंकि हम लोग बहुत दिनों से परेशान है, ईश्वर से प्रार्थना कि जो भी हो अच्छा हो,,
शिक्षामित्र मामले पर अगली सुनवाई की तारीख 09 अक्टूबर निर्धारित शिक्षामित्र का भविष्य भी अभी टेट भरोसे ही है,
जय हो,,
बस...कंठ ! ही हमारा नीला नही है,
ReplyDeleteवरना...
जहर तो हमने भी कम नही पिया है
gιяℓ: ι'м נєαℓσυѕ...ωнєη σтнєя gιяℓѕ я ℓσσкιηg αтуσυ.
ReplyDeleteвσу : ∂ση'т вє נєαℓσυѕ, вαву..
.gιяℓ : ωну؟
вσу : cαυѕє уσυ нανєѕσмєтнιηg тнαттнєу ∂ση'т .gιяℓ : ωнαт
؟вσу : му нєαят ♥♥
Aapko miss karna roz ki bat ho gai,
ReplyDeleteYaad karna aadat ki bat ho gai,
Apase dur rahena kismat ki bat ho gai,
Magar aapko bhulna apane bas ke bahar ki baat ho gai.
#From :: AVI
!
ReplyDelete!
मुझे
!
तुम
!
मिल
!
गये
!
हमदम
!
सहारा
!
हो तो
!
ऐसा हो . . . . . . . . . . . !
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!
जिधर
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देखूं
!
उधर
!
तुम हो
!
नजारा
!
हो तो
!
ऐसा हो. . . . . . . . . . . . . !!
!
!
Na woh farishta ho Na farishte Jaisi ho..
Mujhe Talaash hai uss ki jo mere Jaisi Ho..
Mere Khaloos ko Pehnchanta ho Bas Kaafi hai..
Woh Koi bhi ho Kahin bhi Ho Kaisi Ho..
Agar kabhi Rooth jaaun main uss se Toh,Muskura ke Manaaye Woh aisi ho..
Dukhon mein Hasne ka Hunar Jaanti ho..
Ek aisa Humsafar Jo Samander ki tarah Gehri ho..
Umar Bhar Saath chale Woh Aisi ho..
Mujhe talaash hai us ki Jo mere Jaisi ho...
Na woh farishta ho Na farishte Jaisi ho..
Mujhe Talaash hai uss ki jo mere Jaisi Ho..
G
O
O
D
.
.
N
I
G
H
T
......ALL U.P. & NINETY EIGHT..
ये तो राखी सावंत की विचारधारा से प्रेरित लगती हैं -
ReplyDeleteबदनाम हुए तो क्या "नाम" तो हुआ । आज तक शांत थी ।
और अब CJI बनते देखा तो मीडिया में खबर उछाल दी ।
क्या २०११ में मीडिया नहीं थी । न्याय सबको मिलना चाहिए पर ऐसे मौकापरस्त लोगो को सीख भी मिलनी चाहिए ।
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Alleging sexual harassment by HL Dattu, former RAW officer moves HC against his appointment as CJI
IANS New Delhi, September 16, 2014 | UPDATED 21:21 IST
An advocate and a former RAW woman officer Tuesday moved the Delhi High Court against the appointment of Justice H.L. Dattu as the next Chief Justice of India (CJI) alleging sexual harassment by him.
Alleging sexual harassment, 51-year-old Nisha Priya Bhatia sought quashing of the recommendation of the government to the president to appoint Justice Dattu as the CJI.
The matter would come up for hearing Wednesday before a division bench of Chief Justice G. Rohini and Justice R.S. Endlaw.
"Quash recommendations reported to have been made by government - as council of ministers - to the president to appoint Justice H.L. Dattu as the Chief Justice of India," the plea said.
Bhatia in the plea alleged that she was a law student in 2011 when Justice Dattu began hearing all her court cases in the Supreme Court, her work place.
"He (Dattu) has since then contributed to her acute and intense sexual harassment even though - under the Vishakha guidelines of the apex court itself - he was obliged to protect her against it, even from the third party," the plea said.
The plea further said Justice Dattu dismissed all her cases and she had also filed complaints against him with police, the National Commission for Women and the Delhi Commission for Women.
Bhatia, a 1987 batch class 1 executive cadre officer in the Research and Analysis Wing (RAW) got compulsory retirement from the service in 2009.
"आहा! परमेश्वर का धन और बुद्धि और ज्ञान क्या ही गंभीर है! उसके विचार कैसे अथाह, और उसके मार्ग कैसे अगम हैं! प्रभु कि बुद्धि को किस ने जाना या उसका मंत्री कौन हुआ? या किस ने पहिले उसे कुछ दिया है जिस का बदला उसे दिया जाए। क्योंकि उस की ओर से, और उसी के द्वारा, और उसी के लिये सब कुछ है: उस की महिमा युगानुयुग होती रहे:
ReplyDelete_________________ रोमियो 11:33-36
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आमीन॥''
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteसमूह के सम्मानित सदस्यों एवं प्रिय समूह प्रशासकों के साथ आपको भी श्री विश्वकर्मा पूजा की हार्दिक शुभकामनाएँ.....
ReplyDelete!
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हमारे धर्मशास्त्रो और ग्रथों में विश्वकर्मा के पाँच स्वरुपों और अवतारों का वर्णन प्राप्त होता है ।
विराट विश्वकर्मा - सृष्टि के रचेता
धर्मवंशी विश्वकर्मा - महान शिल्प विज्ञान विधाता प्रभात पुत्र
अंगिरावंशी विश्वकर्मा - आदि विज्ञान विधाता वसु पुत्र
सुधन्वा विश्वकर्म - महान शिल्पाचार्य विज्ञान जन्मदाता ऋशि अथवी के पात्र
भृंगुवंशी विश्वकर्मा - उत्कृष्ट शिल्प विज्ञानाचार्य (शुक्राचार्य के पौत्र )
देवगुरु बृहस्पति की भगिनी भुवना के पुत्र भौवन विश्वकर्मा की वंश परम्परा अत्यंत वृध्द है।सृष्टि के वृध्दि करने हेतु भगवान पंचमुख विष्वकर्मा के सघोजात नामवाले पूर्व मुख से सामना दूसरे वामदेव नामक दक्षिण मुख से सनातन, अघोर नामक पश्चिम मुख से अहिंमून, चौथे तत्पुरुष नामवाले उत्तर मुख से प्रत्न और पाँचवे ईशान नामक मध्य भागवाले मुख से सुपर्णा की उत्पत्ति शास्त्रो में वर्णित है। इन्ही सानग, सनातन, अहमन, प्रत्न और सुपर्ण नामक पाँच गोत्र प्रवर्तक ऋषियों से प्रत्येक के पच्चीस-पच्चीस सन्ताने उत्पन्न हुई जिससे विशाल विश्वकर्मा समाज का विस्तार हुआ है ।
शिल्पशास्त्रो के प्रणेता बने स्वंय भगवान विश्वकर्मा जो ऋषशि रुप में उपरोक्त सभी ज्ञानों का भण्डार है, शिल्पो कें आचार्य शिल्पी प्रजापति ने पदार्थ के आधार पर शिल्प विज्ञान को पाँच प्रमुख धाराओं में विभाजित करते हुए तथा मानव समाज को इनके ज्ञान से लाभान्वित करने के निर्मित पाणच प्रमुख शिल्पायार्च पुत्र को उत्पन्न किया जो अयस ,काष्ट, ताम्र, शिला एंव हिरण्य शिल्प के अधिषश्ठाता मनु, मय, त्वष्ठा, शिल्पी एंव दैवज्ञा के रुप में जाने गये । ये सभी ऋषि वेंदो में पारंगत थे ।
भारत बना दुनिया का सबसे ज्यादा कपास बोने वाला देश! भारत ने कपास उत्पादन में बरसों से चली आ रही चीन की बादशाहत खत्म कर दी है।
ReplyDeleteसुर्खियां न फैलाये .......!!!!!
ReplyDelete"" केवल शैक्षिक प्रमाण पत्र ""
आवेदन से पहले के आवश्यकता है ।
और जाति-निवास प्रमाण पत्र ""शैक्षिक प्रमाण पत्र "" नही होते है ।
कुछ मिर्त्रों के
ReplyDeleteकाफी दिनों से सबाल आ
रहे हैं जूनियर में काउंसलिंग
कराएँ या प्राइमरी में
इसका सही जबाब अभी तक
नहीं मिल पाया है पर आप
इस युक्ति पर भी अमल कर
सकते हैं ..........
Alok K singh
शुभ संध्या , मित्रों !!उम्मीद
है की आप सब ने काउंसलिंग
के लिए अपने अपने डाक्यूमेंट्स
रेडी कर लिए होंगे। मुझे
भी बस
फोटो खिचवाना है।
क्या है की वो ५० रुपये में ६०
फोटो खिचवा कर रखे थे ,
अभी तक उसी से काम चल
रहा था , लेकिन भाई
लोगो का कहना है की एक
दम हाल का ही फोटो हो।
खैर , अब कुछ मजेदार बात करते
है। आप सब ने प्रेमियों को एक
खेल खेलते देखा होगा-- " he/
she loves me or loves me not
" . इसमें एक गुलाब का फूल ले
लेते है , और उसकी हर
पंखुड़ी को एक एक करके
तोड़ते है ,
पहली पंखुड़ी को तोड़ने के
साथ कहते है की - he /she
loves me , फिर
दूसरी पंखुड़ी तोड़ते समय कहते
है --he/she loves me not . और
इस प्रकार
जो आखिरी पंखुड़ी आती है
- उसी का रिजल्ट
सही माना जाता है
की की आपका प्रेमी /
प्रेमिका आपसे प्रेम करता है
अथवा नहीं। आप सोच रहे
होंगे की मैं ये
क्यों सीखा रहा हूँ। आज इस
खेल की जरुरत प्रेम करने के
लिए तो नहीं लेकिन हमारे
विज्ञानं वर्ग के
दोस्तों को निर्णय लेने के
लिए खेलना बहुत
जरुरी हो गया है
की वो प्राइमरी में जाये
या फिर जूनियर में।
क्योकि एक तरफ जूनियर में
ज्यादा तनख्वाह , प्रमोशन
है लेकिन साथ में डिले और
भर्ती के साथ
क्या होगा इसका संदेह ।
तो वही दूसरी ओर
प्राइमरी में तुरंत
नौकरी ,लेकिन कम
तनख्वाह , लम्बी ट्रेनिंग।
निर्णय लेना काफी कठिन
हो चूका है। निर्णय लेने के
सारे पैमाने ध्वस्त हो चुके
है।..... मेरे विज्ञानं वर्ग के
दोस्तों !! आप वही गुलाब के
उस फूल वाला खेल खेलिए और
जो अंतिम रिजल्ट
आये ,वही सेलेक्ट कर लीजिये।
…… और अगर तब भी कन्फूजन
हो तो बताईयेगा , फिर
कोई उपाय
सोचा जायेगा। ....
यहाँ के साथी इन डायट्स पर आज ही पहुँचकर, डाटा ठीक कराकर एस. सी.ई.आर.टी. भिजवाने का प्रयास करें। नही तो इन हालातों में दूसरी काउंसेलिंग का 22 सितम्बर से शुरू होना मुश्किल में पड़ जायेगा,,,,
ReplyDelete.
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1. औरैया
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2. बदायूँ
.
3. एटा
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4. फर्रूखाबाद
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5. कुशीनगर
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6. महराजगंज
.
7. मैनपुरी
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8. संतकबीर नगर
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9. शाहजहाँपुर
हार जीत तो लगा रहता है फिर ये नाराजगी क्यों बीजेपी के लिए
ReplyDeleteहार का मुख्य कारण मायावती का चुनाव ना लड़ना है ।।
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ReplyDelete!
मुझे
!
तुम
!
मिल
!
गये
!
हमदम
!
सहारा
!
हो तो
!
ऐसा हो . . . . . . . . . . . !
!
!
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जिधर
!
देखूं
!
उधर
!
तुम हो
!
नजारा
!
हो तो
!
ऐसा हो. . . . . . . . . . . . . !!
!
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Jab dil tumara apna Ho,
par batein sari uski Ho,
Jab sansein tmhari apni Ho
Or khushbo ati uski Ho,
Jab har tarf wo nazar aaye,
...
Or uski Yaad satati Ho ,
Jab ankhain neend se ojhal Ho
Or us k khwaab satatay Ho,
Phir khud ko dhoka mat dena,
Or us se ja k keh dena
Is Dil Ko Mohabt Hai tum se
is dil ko mohabt ha tum
se..!!
"Watch therefore: for ye know not what hour your Lord doth come. But know this, that if the goodman of the house had known in what watch the thief would come, he would have watched, and would not have suffered his house to be broken up. Therefore be ye also ready: for in such an hour as ye think not the Son of man cometh."
ReplyDelete_______________Matt. 24:42-44
आज एक सुन्दर कविता पढ़ने को मिली,
ReplyDeleteआप भी इसका आनन्द लें !
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चाँद को भगवान् राम से यह शिकायत है की दीपवली का त्यौहार अमावस की रात में मनाया जाता है और क्योंकि अमावस की रात में चाँद निकलता ही नहीं है इसलिए वह कभी भी दीपावली मना नहीं सकता। यह एक मधुर कल्पना है की चाँद किस प्रकार खुद को राम के हर कार्य से जोड़ लेता है और फिर राम से शिकायत करता है और राम भी उस की बात से सहमत हो कर उसे वरदान दे बैठते हैं आइये देखते हैं ।
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जब चाँद का धीरज छूट गया ।
वह रघुनन्दन से रूठ गया ।
बोला रात को आलोकित हम ही ने करा है ।
स्वयं शिव ने हमें अपने सिर पे धरा है ।
तुमने भी तो उपयोग किया हमारा है ।
हमारी ही चांदनी में सिया को निहारा है ।
सीता के रूप को हम ही ने सँभारा है ।
चाँद के तुल्य उनका मुखड़ा निखारा है ।
जिस वक़्त याद में सीता की ,
तुम चुपके - चुपके रोते थे ।
उस वक़्त तुम्हारे संग में बस ,
हम ही जागते होते थे ।
संजीवनी लाऊंगा ,
लखन को बचाऊंगा ,.
हनुमान ने तुम्हे कर तो दिया आश्वश्त
मगर अपनी चांदनी बिखरा कर,
मार्ग मैंने ही किया था प्रशस्त ।
तुमने हनुमान को गले से लगाया ।
मगर हमारा कहीं नाम भी न आया ।
रावण की मृत्यु से मैं भी प्रसन्न था ।
तुम्हारी विजय से प्रफुल्लित मन था ।
मैंने भी आकाश से था पृथ्वी पर झाँका ।
गगन के सितारों को करीने से टांका ।
सभी ने तुम्हारा विजयोत्सव मनाया।
सारे नगर को दुल्हन सा सजाया ।
इस अवसर पर तुमने सभी को बुलाया ।
बताओ मुझे फिर क्यों तुमने भुलाया ।
क्यों तुमने अपना विजयोत्सव
अमावस्या की रात को मनाया ?
अगर तुम अपना उत्सव किसी और दिन मानते ।
आधे अधूरे ही सही हम भी शामिल हो जाते ।
मुझे सताते हैं , चिड़ाते हैं लोग ।
आज भी दिवाली अमावस में ही मनाते हैं लोग ।
तो राम ने कहा, क्यों व्यर्थ में घबराता है ?
जो कुछ खोता है वही तो पाता है ।
जा तुझे अब लोग न सतायेंगे ।
आज से सब तेरा मान ही बढाएंगे ।
जो मुझे राम कहते थे वही ,
आज से "रामचंद्र" कह कर बुलायेंगे ।
!!!........जय श्री रामचंद्र......!!!
!!!........जय श्री रामचंद्र......!!!
!!!........जय श्री रामचंद्र......!!!
क्या होती हे सच्ची दोस्ती बहुत अच्छी पोस्ट सिर्फ दोस्तों के लिए
ReplyDelete_________________________________
_________________________________
वह शाम को ऑफिस से घर लौटा, तो पत्नी ने कहा कि आज तुम्हारे बचपन के दोस्त आए थे, उन्हें दस हजार रुपए की तुरंत आवश्यकता थी, मैंने तुम्हारी आलमारी से रुपए निकालकर उन्हें दे दिए। कहीं लिखना हो, तो लिख लेना ।
इस बातको सुनकर उसका चेहरा हतप्रभ हो गया, आंखें गीली हो गईं, वह अनमना-सा हो गया।
पत्नी ने देखा-अरे! क्या बात हो गई। मैंने कुछ गलत कर दिया क्या? उनके सामने तुमसे फोन पर पूछने पर उन्हें अच्छा नहीं लगता। तुम सोचोगे कि इतना सारा धन मैंने तुमसे पूछे बिना कैसे दे दिया। पर मैं तो यही जानती थी कि वह तुम्हारा बचपन का दोस्त है। तुम दोनों अच्छे दोस्त हो, इसलिए मैंने यह हिम्मत कर ली। कोई गलती हो, तो माफ कर दो।
मुझे दु:ख इस बात का नहीं है कि तुमने मेरे दोस्त को रुपए दे दिए। तुमने बिलकुल सही काम किया है। तुमने अपना कर्तव्य निभाना, मुझे इसकी खुशी है। मुझे दु:ख इस बात का है कि मेरा दोस्त तंगी में है, यह मैं कैसे समझ नहीं पाया। उस दस हजार रुपए की आवश्यकता आन पड़ी। इतने समय में मैंने उसका हाल-चाल भी नहीं पूछा। मैंने कभी यह सोचा भी नहीं कि वह मुश्किल में होगा। मैं भी कितना स्वार्थी हूँ कि अपने दोस्त की मजबूरी नहीं समझ पाया। जिस दोस्ती में लेने-देने का गणित होता है, वह केवल नाम की दोस्ती होती है। उसमें अपनत्व नहीं होता। हमने किसी का एक काम किया है, तो सामने वाला भी हमारा काम करेगा, ऐसी अपेक्षा रखना ये दोस्ती नहीं है।
दोस्ती को दिल के दरवाजे की खामोश घंटी है, साइलेंट बेल है, जो बजे या न बजे, हमें भीतर से ही इसकी आवाज सुन लेनी चाहिए।
यही होती है सच्ची दोस्ती।
"तब वह भीड़ को छोड़ कर घर में आया, और उसके चेलों ने उसके पास आकर कहा, खेत के जंगली दाने का दृष्टान्त हमें समझा दे। उस ने उन को उत्तर दिया, कि अच्छे बीज का बोने वाला मनुष्य का पुत्र है। खेत संसार है, अच्छा बीज राज्य के सन्तान, और जंगली बीज दुष्ट के सन्तान हैं। जिस बैरी ने उन को बोया वह शैतान है; कटनी जगत का अन्त है: और काटने वाले स्वर्गदूत हैं। सो जैसे जंगली दाने बटोरे जाते और जलाए जाते हैं वैसा ही जगत के अन्त में होगा। मनुष्य का पुत्र अपने स्वर्गदूतों को भेजेगा, और वे उसके राज्य में से सब ठोकर के कारणों को और कुकर्म करने वालों को इकट्ठा करेंगे। और उन्हें आग के कुंड में डालेंगे, वहां रोना और दांत पीसना होगा। उस समय धर्मी अपने पिता के राज्य में सूर्य की नाईं चमकेंगे; जिस के कान हों वह सुन ले॥''
ReplyDelete_____________________ मत्ती 13:36-43
***चाँद के बारे मेँ रोचक जानकारी****
ReplyDelete1. अब तक सिर्फ 12 मनुष्य चाँद पर गए है.
2. चांद धरती के आकार का सिर्फ 27 प्रतीशत
हिस्सा ही है.
3. चाँद का वजन लगभग 81,00,00,00,000(81 अरब)
टन है.
4. पूरा चाँद आधे चाँद से 9 गुना ज्यादा चमकदार
होता है.
5. नील आर्मस्ट्रोग ने चाँद पर जब
अपना पहला कदम रखा तो
उससे जो निशान
चाँद की जमीन पर बनावह अब तक है और अगले कुछ
लाखों सालो
तक ऐसा ही
रहेगा. क्योंकि चांद पर हवा तो है
ही नही जो इसे मिटा दे.
6. जब अंतरिक्ष यात्री एलन सैपर्ड चाँद पर थे तब
उन्होंने एक golf
ball को hit
मारा जो कि तकरीबन 800 मीटर दूर तक गई.
7. अगर आप का वजन धरती पर 60 किलो है
तो चाँद की low
gravity की
वजह से चाँद पर आपका वजन 10
किलो ही होगा .
8. चाँद पर पड़े काले धब्बों को चीन में चाँद पर
मेढ़क कहा जाता है.
9. जब सारे अपोलो
अंतरिक्ष यान चाँद से वापिस आए तब वह कुल
मिलाकर
296 चट्टानों के टुकड़े लेकर आए जिनका द्रव्यमान
( वजन )
382 किलो था .
10. चाँद का सिर्फ 59 प्रतीशत
हिस्सा ही धरती से दिखता है.
11. चाँद धरती के ईर्ध -गिर्द घूमते समय
अपना सिर्फ एक हिस्सा ही
धरती की
तरह रखता है इसलिए चाँद का दूसरा पासा आज
तक धरती से किसी
मनुष्य ने
नही देखा .
12. चाँद का व्यास धरती के व्यास का सिर्फ
चौथा हिस्सा
है और लगभग 49
चाँद धरती में समा सकते हैं .
13 सौर मंडल के 63 उपग्रहो में चाँद का आकार 5 वे
नंम्बर पर है.
अनुबंध पत्र का प्रारूप...
ReplyDeleteएतदद्वारा यह घोषणा करता / करती हूँ कि मैं .................................
पुत्र/पुत्री श्री ...........................वास्तव में उ.प्र. के ............जनपद का मूल निवासी हूँ | मेरे द्वारा आवेदन पत्र / प्रत्यावेदन में भरा गया विवरण सत्य है | चयन / प्रशिक्षण /किसी भी स्तर पर कोई सूचना /अभिलेख गलत / फर्जी पाए जाने की दशा में मेरा अभ्यर्थन स्वत निरस्त माना जाएगा |
काउन्सलिंग के आधार पर अह्र एवं उपयुक्त पाए जाने पर प्रशिक्षु शिक्षक हेतु जनपदीय चयन समिति द्वारा किया गया मेरा औपबंधिक चयन मेरे द्वारा प्रस्तुत अभिलेखों के सत्यापन के अधीन होगा तथा मा. उच्च न्यायालय / मा. सर्वोच्च न्यायालय के किन्ही आदेशो / किसी लिपिकीय त्रुटि के संधान /आरक्षण नियमो के अंतर्गत रिसफलिंग के भी अधीन होगा | मेरे द्वारा प्रस्तुत सूचना /अभिलेखों के फर्जी/त्रुटिपूर्ण पाए जाने /छदम तरीके या कूट रचना के द्वारा चयन प्रक्रिया में आने की पुष्टि होने पर मेरा अभ्यर्थन स्वत समाप्त कर दिया जाए तथा मेरे विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही भी की जाए |
दिनांक - अभ्यर्थी का हस्ताक्षर -
अभ्यर्थी का नाम -
पिता का नाम -
पता -
मोबाइल न.
थाने का नाम –
मित्रों,
ReplyDeleteइस भर्ती में नियति ने जिसके हक़ में जो लिख दिया उसे बदला नहीं जा सकता और इसलिए शांत होकर इस भर्ती को उसकी मंज़िल हासिल हो जाने दें |
शिक्षामित्र के लिये सूचना
ReplyDeleteशिक्षा मित्रों के केस में फाइनल
आर्डर ९ तारीख को फ्रेश केस न. १ पर
आजायेगा |
२८००४/२०११ का जिक्र दिलीप
गुप्ता जी ने किया अपने केस में और
सारे काउंटर रेजोइन्देर देखने के बाद
एक दम फाइनल डिस्पोजल के लिए ९
तारीख अगले माह को बुलाया |
संभवतः या तो ये फांसी खाएंगे
मतलब पहले टेट देंगे फिर नौकरी करेंगे
और ये
वाली नियमावली उल्ट्री वायरस
होगी या इनका नामो निशान
मिट जायेगा जिसके चांस बहुत
ही काम हैं |
पर एक चीज़ साफ़ है की अब न तो ये
अपने पुराने पदों पर रहे और न ही अपने
नए पे रहने वाले है ।
*****जनता मुलायम, नेता लोहा हैं******
ReplyDelete.
मैंने और आपने अपने आस पास , अपने रिश्तेदारी में , अपने नातेदारियों में देखा हैं पति लाख जुआरी हो शराबी हो,सौतन पर अपना घर बार बाल बच्चे भूल कर अपना सब कुछ लुटा रहा हो ,तमाम अवगुण कूट-कूट कर भरे हो लेकिन ये पतिव्रता बनी रहेंगी| चाहे जिंदगी में कितनी भी दुशवारिया आये ये महिलाये हमेशा अपने पति के पीछे खड़ी मिलेंगी| ऐसी महिलावो की सहने की इच्छाशक्ति को मेरा सलाम| साथ ही इस औरत की तरह इच्छाशक्ति से परिपूर्ण उत्तरप्रदेश की जनता की भी मेरा सलाम लाख दुश्वारियां आये, बिजली आये चाहे ना आये कोई बात नहीं|एक घंटा सुबह और एक घंटा शाम को दवा की तरह आ तो जाती हैं| सड़क पर तो चलना ही नहीं हैं| अस्पताल में दवा नहीं हैं , बाहर से खरीद लेंगे किस बात की टेंशन हैं| लैपटॉप और बेरोजगारी भत्ता का वादा करके बाद में मुकर जाना सब कुछ सह लेती हैं यह पतिव्रता जनता| कितनी सहनशील और जागरूक(?) और मुलायम जनता हैं| एक सैल्यूट तो बनता ही हैं|.
सवाल मोदी या बीजेपी का नहीं है और नाही मोदी लहर का| मोदी लहर का असली एसिड टेस्ट हरियाणा और महारास्ट्र के चुनाव में होगा| सवाल ये हैं की हर मोर्चे पर बिखरी नाकाम सरकार ने जनता को रिझा कर साम दाम दंड जो भी कारण रहा हो मुलायम ने अमित शाह को जता दिया की वो चुनावी रामायण के बालकाल मे ही हैं| मुलायम ने देश को दिखा दिया की पिछले बीस सालो से उत्तरप्रदेश के सबसे बड़े चुनावी पहलवान हैं| इन बीस सालो में मुलायम और मायावती ने बारी-बारी से सत्ता संभाल कर उत्तरप्रदेश की बोटी-बोटी नोच ली| मुलायम ने जता दिया की एंटी-इन्काम्बेंसी और विकाश कोई मुद्दा नहीं हैं| बस राजनीति के दाव आने चाहिए|
ReplyDeleteइन सब के बावजूद भी जनता मेहरबान तो मुलायम पहलवान|
साथियो मै अभी डायट पर हूँ और कुछ लोग निवास प्रमाण पत्र को लेकर भ्रमित है तो मै बता दूँ कि निवास प्रमाण पत्र चाहे नया हो या पुराना हो दोनो मान्य होगा इसकी वजह से अभ्यर्थन निरस्त नही होगा ....
ReplyDeleteसधन्यबाद
दोस्तों नमस्कार !
ReplyDeleteजैसा कि कल के किसी न्यूज़ पेपर में ये निकला था कि निवास प्रमाण पत्र एवं जाति प्रमाण पत्र आवेदन से पूर्व का होना चाहिए।
ऐसा शिक्षक भर्ती में हमेशा निकला है मगर कभी भी कोई भी अभ्यर्थी इन प्रपत्रों की वजह से काउन्सलिंग या नियुक्ति से बंचित नहीं किया गया है और अगर कही भी किसी की काउन्सलिंग नहीं करायी गयी है तो वो अभ्यर्थी न्यायलय के माध्यम से अपनी नियुक्ति पाया है।
अतः आप लोगो को परेशान होने की जरुरत नहीं है।
फिर भी हम उन टेटियन की तरफ से जिनके ये सभी प्रपत्र आवेदन के बाद के है, मोर्चे के अग्रणी बन्धुयो से मांग करते हैं कि जिस तरह उन लोगो ने बाकी मुद्दों को सुलझाया उसी तरह इसे भी सुलझाये और टेटियन के हक में सुलझाये।
धन्यवाद।
एक बार यु.पी. के रहने वाले एक बाप ने जेल में बंद अपने बेटे को पत्र लिखा... " बेटा मुझे खेतो में आलू बोने है लेकिन में बुड्डा हो गया हूँ इसलिए खेतो में खुदाई नहीं करपा रहा हूँ..काश की तू यहाँ होता तो हम मिलकर आलू बो देते...अब मुझे अकेले ही पूरा खेत खोदना पड़ेगा.." बेटे ने वापस पत्र लिखा -बापू तू पागल हो गया है क्या? तू खेत मत खोदना वहा मेने हथियार छुपा रखे हैं...अगर तूने खेत खोद दिए तो में बर्बाद हो जाऊंगा...लैटर भेजते ही दुसरे दिन कई पुलिस वाले उस किसान के खेत पर गए और हथियार ढूंढ़ने के लिए पूरा खेत खोद डाला..लेकिन वहा उन्हें एक भी हथियार नहीं मिला..बेटे ने वापस पत्र लिखा - बापू अब तू खेत में आलू बो देना..मैं जेल से तेरी इतनी ही मदद करसकता हूँ..."भाई उत्तर प्रदेश का हूँ सेवा बाप की नही करूंगा तो कैसे चलेगा"
ReplyDeleteइलाका किसी का भी हो !! पर धमाका हमारा ही होगा !!!
हम आज भी अपने हुनर मे दम रखते है,
उपचुनाव के पहले बीजेपी ने लव जिहाद का दबा मुद्दा अपने मंच से उठा कर गलती की जिसका दुष्परिणाम उसे उत्तरप्रदेश के उप चुनावो में हार के रूप में सामने आया|
ReplyDeleteबिजली, सड़क , पानी, कानून व्यवस्था की बात जनता से न कर उन मुद्दों को तरहीज दी गयी जिनका सीधे कोई सरोकार नहीं था| बार बार बचकानी राजनीति की गयी|
योगी आदित्यनाथ को बगाव राजनीति करने के लिए आगे लाया गया| सपा सरकार ने आजम खान को पीछे कर और तमाम थानों मुस्लिम SO को बदलकर इस असर को कम कर दिया| इस सांप्रदायिक खेल में सपा सरकार अपनी कमी छुपा ली और परिणाम जीत के रूप में आया|
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फिलहाल बीजेपी और अमित शाह का ब्रम्हाश्त्र फुस्स हो गया हैं| मगर राजनीति संभावनावों और पारिस्थितिक समझ और समझौतों पर आगे बढती हैं|अभी भी कुछ बिगड़ा नहीं है बीजेपी के लिए| इन चुनावो की हार से निकले लेशन को आत्मसात करे और जमीनी राजनीती करे| साथ ही उन नेतावो को भी आगे किया जाये जो जनता के लिए कुछ कर गुजरने का माद्दा रखते हो| अप मिडी लहर के आसरे पर रहना उचित नहीं होगा| मोदी लहर को जो काम करना था कर दिया |
अब बारी है सड़क पर संघर्ष करने की|
एक तो नेट पैक मंहगा हो गया है
ReplyDeleteउपर से व्हाट्स एप पर कमीने चार दोस्त एक ही विडीयो frwrd कर के सारी MB खा जाते है
ReplyDeleteFor you are a people holy to the LORD your God. The LORD your God has chosen you out of all the peoples on the face of the earth to be his people, his treasured possession.
________________________Deuteronomy 7:6 ►
** जूनियर भर्ती में नियुक्ति पर एक ओर ** स्थगन आदेश**,,
ReplyDeleteप्रोफेशनल कोर्स लगभग भर्ती से बाहर, 25 को अगली सुनवाई,,
आज जूनियर भर्ती में प्रोफेशनल डिग्री धारको के मामले में सुनवाई करते हुए, इलाहाबाद हाई कोर्ट में जोरदार बहस के दौरान जूनियर भर्ती पर एक ओर स्थगन आदेश पारित हुआ, चौथी काउंसेलिंग अपनी निर्धारित तिथि के कार्यक्रम के अनुसार होगी, क्योंकि स्टे नियुक्ति पर ही लगा है,, न्यायमूर्ति द्वारा प्रतिवादी पक्ष को कहा कि """विज्ञान तो पूरा ब्रहमांड है''''''' "यदि ये पूरा ब्रहमांड विज्ञान पढता है, तो क्या सभी उच्च प्राथमिक विद्यालयो में अध्यापक बनने की योग्यता रखते है ? एक प्रश्न-पत्र पढ़ने को पढ़ने वाला.... पुरे विषय के गहन अध्ययन करने वाले से कैसे मुकाबला कर सकता है ? अत: अंतिम फैसले तक किसी कोई नियुक्ति पत्र नहीं दिया जाये,,
मतलब जूनियर पर अब तक तीन स्थगन आदेश दिए जा चुके है, जिसके चलते प्राइमरी में उच्च मेरिट वालो का अपने गृह जनपद या आस-पास जनपद मिलने की स्थिति में जूनियर से मोह भंग होता जा रहा है, साथ ही इस तरह के आदेशो से भर्ती प्रक्रिया का लंबा चलना भी तय है, क्योंकि मामला अभी तो हाई कोर्ट में है,, आगे आप जानते है ही, इसलिए हर कदम पर विवेक से काम ले, प्राइमरी हो या जूनियर जहां दिल और दिमाग दोनों साथ दे उधर जाये, क्योंकि हम लोग बहुत दिनों से परेशान है, ईश्वर से प्रार्थना कि जो भी हो अच्छा हो,,
शिक्षामित्र मामले पर अगली सुनवाई की तारीख 09 अक्टूबर निर्धारित शिक्षामित्र का भविष्य भी अभी टेट भरोसे ही है,
एक छोटा सा अनुरोध है कि सिर्फ काउंसलिंग से संबंधित सवाल करें,
ReplyDeleteकट ऑफ और मेरिट कितनी जाएगी इसका जवाब मैं नहीं दे पाऊंगा।
धन्यवाद।
अपना असर,,,,
ReplyDelete.
.
कुशीनगर से 13 फर्जी अभ्यर्थी अपना अभ्यर्थन निरस्त कराके भाग गए हैं।
उन्हे भगाकर वहाँ के अधिकारियोँ ने अपना भाँडा फुटने से बचाया होगा । मामला आगे बढ़ता तो वे फसते
ReplyDeleteकाउंसलिंग की तारीख आगे बढ़ने की कोई आधिकारिक सूचना नहीं है।
ReplyDeleteतारीख आगे बढ़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता लेकिन अभी तक इस प्रकार की कोई खबर नहीं है। फिलहाल 22 सितंबर से ही काउंसलिंग करवाने की तैयारी की जा रही है।
कट ऑफ 19 या 20 को जारी किये जाने की तैयारी की जा रही है।
[1] एक राज़ बताना है आपको 5 देखो.
ReplyDelete[2] उत्तर 11 है.
[3] गुस्सा मत हो 15 को देखो.
[4] शांत हो जाओ और 13 को देखो
[5] अरे पहले 2 को तो देखो।
[6] फिर गुस्सा हो रहे हो।12 को देखो यार
[7] बस यही कहना चाहता था कि काऊंसलिंग की तैयारी पूरी रखे।
[8] जवाब 14 पर है
[9] सब्र रखो और देखो 4.
[10] इस बार पक्के से 7.
[11] आशा है की 6 देख रहे होगे।
[12] माफ़ करना।। ज़रा 8 देखना
[13] तूफ़ान थम के रखो10 देखो
[14] हम्म मुझे लगता है की 3.
[15] आपको 9 देखना चाहिए
साथियों बिना किसी कारण परेशान न हो
ReplyDelete२०११ के शासनादेश के अध्ययन से लगता है कि
१) शैक्षणिक प्रमाणपत्र ०९-०१-२०१२ के पूर्व के होने चाहिए
२)विशेष आरक्षण तथा जाति प्रमाण पत्र (कुछ संदेह है) भी ०९-०१-२०१२ के पूर्व के होने चाहिए
३)निवास प्रमाणपत्र काउंसलिंग के समय माँगा जाने को कहा है यानि ये ०९-०१-२०१२ के पूर्व का हो या इसके बाद का मान्य होगा
४)व्यक्ति की जाति नहीं बदलती अतः उपरोक्त क्रम (२) में मेरी राय ये है कि जाति प्रमाणपत्र अगर ०९-०१-२०१२ के बाद का भी बना है तो कोई समस्या नहीं होगी
ये देखें शासनादेश............
"उस ने उन्हें एक और दृष्टान्त दिया; कि स्वर्ग का राज्य राई के एक दाने के समान है, जिसे किसी मनुष्य ने लेकर अपने खेत में बो दिया। वह सब बीजों से छोटा तो है पर जब बढ़ जाता है तब सब साग पात से बड़ा होता है; और ऐसा पेड़ हो जाता है, कि आकाश के पक्षी आकर उस की डालियों पर बसेरा करते हैं॥ उस ने एक और दृष्टान्त उन्हें सुनाया; कि स्वर्ग का राज्य खमीर के समान है जिस को किसी स्त्री ने लेकर तीन पसेरी आटे में मिला दिया और होते होते वह सब खमीर हो गया॥''
ReplyDelete__________________________ मत्ती 13:31-33 )
विदित हो कि याची मनीष कुमार सिंह और उनके काउंसिल डीके तिवारी जी ने स्नातक 45 फीसद से कम अंक पाने वाले 2010 तक के सामान्य वर्ग के बीएड योग्यता धारियों का गला रेत दिया है।
ReplyDeleteदूरस्थ शिक्षा वालों ने
ReplyDeleteUPTET 2011 में बैठने की याचिका दाखिल की थी जिनपर उन्हें कंडीशनल इजाजत मिली थी तथा उनके पक्ष में आर्डर आते ही वे शिक्षक भर्ती 72825 के लिए पात्र हो गये परन्तु
परास्नातक के आधार पर पात्रता मांगने वाले मनीष सिंह ने परास्नातक की बात न होने पर UPTET 2011 को रद्द करने की मांग की थी जिसे जस्टिस दिलीप गुप्ता की बेंच ने ख़ारिज कर दिया था।
यदि कंडीशनल इजाजत मांगी होती तो पा जाते ।
इस प्रकार पीजी वालों ने UPTET 2011 में बैठकर कोर्ट की अवमानना की है।
ReplyDeleteजस्टिस हरकौली की कोर्ट के चर्चित नायक रहे नवीन श्रीवास्तव भी उस वक़्त कोई सक्रियता नहीं दिखायी थी।
अब बहुत देर हो चुकी है।
सुप्रीम कोर्ट भी इस मामले पर बेहद सख्त है।
पीजी वाले जो सुप्रीम कोर्ट गये हैं उन्हें ज्ञात होना चाहिए कि स्नातक को ही सुप्रीम कोर्ट ने योग्यता मानी है तथा स्नातक में 50 फीसद से कम अंक पाने वाले को अयोग्य ठहराया है जो कि मद्रास सरकार की SLP पर फैसला आया था।
ReplyDeleteजबकि बसपा सरकार ने समय के लिहाज से पांच फीसद छूट दे दी थी।
यदि सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट में जाने की इजाजत दी तो ठीक है अन्यथा परिणाम बड़ा अजीब है।
पीजी वाले बड़ी देर से नीद से जगे हैं अब ईश्वर उनका क्या फैसला करें ईश्वर भी विचार कर रहे होंगे।
नोट: समस्त चर्चाओं में आरक्षित वर्ग को पांच फीसद छूट अनुमन्य है।
जीतिए सैमसंग गैलेक्सी S4,
ReplyDeleteएयर कंडीशनर,
और
आलीशान घर दुबई में......।
कोई भी नुकीली चीज़ से यहाँ स्क्रेच करेे
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True faith is never measured within our worship it is measured through hardship and trials in life.
ReplyDelete!!!! 15वीं राष्ट्रीय जनगणना वर्ष 2011 - के आंकड़े !!!!!
ReplyDelete____________________________________________________________
• भारत की कुल जनसंख्या - 1,21,07, 26,932
• कुल शहरी जनसंख्या - 37.7 करोड़ (31.2 प्रतिशत)
• कुल ग्रामीण जनसंख्या - 83.3 करोड़ (68.8 प्रतिशत)
• लिंगानुपात - 940
• जनसंख्या घनत्व - 384 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी0
• साक्षरता प्रतिशत - 74.04 प्रतिशत
• पु0 साक्षरता प्रतिशत - 80.9 प्रतिशत
• महिला साक्षरता प्रतिशत - 64.6 प्रतिशत
• पुरुष एवं महिला साक्षरता प्रतिशत में सर्वाधिक अन्तर दर्ज करने वाला राज्य - राजस्थान
• सर्वाधिक लिंगानुपात वाला राज्य/संघीय क्षेत्र – केरल (1084)
• न्यूनतम लिंगानुपात वाला राज्य/संघीय क्षेत्र - हरियाणा (879)
• सर्वाधिक साक्षर प्रथम तीन राज्य/संघीय क्षेत्र- केरल (94%), लक्षद्वीप(91.8%), मिजोरम(91.3%)
• न्यूनतम साक्षर प्रथम तीन राज्य/संघीय क्षेत्र-बिहार (61.8%), अरुणाचल(65.4%), राजस्था(66.1%)
• सर्वाधिक जनसंख्या घनत्व वाला राज्य/संघीय क्षेत्र - दिल्ली (11320)
• न्यूनतम जनसंख्या घनत्व वाला राज्य/संघीय क्षेत्र – अरुणाचल प्रदेश (17)
• सर्वाधिक जनसंख्या वाले प्रथम तीन राज्य/संघीय क्षेत्र - उ0प्र0, महाराष्ट्र, बिहार
• सर्वाधिक शहरी जनसंख्या प्रतिशत वाला संघीय क्षेत्र - दिल्ली (97.5%)
• सर्वाधिक शहरी जनसंख्या प्रतिशत वाला राज्य - गोवा (62.2%)
• 2001-2011 के दशक में साक्षरता में सर्वाधिक वृद्धि करने वाला राज्य/संघीय क्षेत्र - दादरा एवं नगर हवेली (18.6%)
• न्यूनतम जनसंख्या वाला राज्य/संघीय क्षेत्र - सिक्किम
• अनुसूचित जातियों की कुल जनसंख्या - 20.14 करोड़
• अनुसूचित जनजातियों की कुल जनसंख्या - 10.43 करोड़
• क्षेत्रफल के अनुसार सबसे बड़ा जिला - लद्दाख ( )
• जनसंख्या के अनुसार सबसे बड़ा जिला - थाणे (महाराष्ट्र)
• नकारात्मक जनसंख्या वृद्धि दर दर्ज करने वाला एकमात्र राज्य – नागालैण
जब शेर कोई बड़ा शिकार कर अपना पेट भर के चला जाता है,
ReplyDeleteतो पीछे से बचे खुचे टुकड़ों पर सियारों और लक्डबग्घो की दावत हो जाती है,
और वो इसी में अपनी जीत समझते हैं ..
उपचुनावो में यही हाल है ...
जहाँ टी.ई.टी नेताओ को बार-बार टी.ई.टी के साथियो में फूट पड़ने का डर सता रहा है और बार-बार वो ये कह रहे है, कि कुछ लोग भ्रांतियां फैला रहे है,
ReplyDeleteवही दोस्त में आपसे कहना चाहूँगा एक एक टी.ई.टी वाला सरकार के एक-एक विधायक पर भारी है। जब चंद लोग एस.सी.ई आर टी जैसी प्रदेश की इतनी बड़ी संस्था को मुख्यमंत्री के गढ़ में अधिकारियो को बंधक बना ले तो इनकी ताकत का अंदाज़ा बड़े आराम से लगाया जा सकता है, जब विधान सभा को घेर ले तो प्रदेश हिल जाता है, हमारे आंदोलन की धमकी से और कंटेम्प्ट की बात करते ही आनन-फानन में गलत आंकड़े के साथ पूर्ण बहुमत की सरकार को कॉन्सिलिंग मज़बूरी में करनी पड़ती है, ऐसी दबंगई होने के बाद भी आपको आखिर क्यों डर सता रहा है, क्यों डर रहे है आप, में तो कहता हूँ कि ये आपके बीच ही के है, जो आपको समय-समय पर आइना दिखाते है। यदि ये न होते तो आपका विरोध न होता, आप नेता न होते और एक बात की गारंटी भी लेता हूँ कि हम लोगो को दो फाड़ करना भी आप नेताओ ने सिखाया है अलग-अलग ग्रुप बनाकर। अब एक प्रार्थना है आपसे एकता भी सिखा दीजिये एक मंच पर आकर लखनऊ वाले और गंगा किनारे वाले गले लग जाये फिर देखिये सब टुचपुजिये अपने-अपने बिलो में खुस जायेंगे।
बुलंदियो को पाने की ख्वाहिशे तो बहुत थी लेकिन ....
ReplyDeleteदूसरो को रौंदने का हुनर कहां से लाता ......
इन उपचुनावों से किसी को सबक मिले या न मिले न्यूज़ चैनल वालो की तो मिल ही गया है जो पानी पी पी कर समाजवादी सरकार को गरियाते थे और हमें बताते थे की इस सरकार से जनता त्रस्त हो गयी हैं| रही बात बिजली पानी सड़क गुंडागर्दी और दंगो की इसकी तो हमें आदत पड गयी हैं|
ReplyDelete"सफलता के 20 मँत्र "
ReplyDelete==================
1.खुद की कमाई से कम खर्च हो ऐसी जिन्दगी बनाओ..!
2. दिन मेँ कम से कम 3 लोगो की प्रशंशा करो..!
3. खुद की भुल स्वीकार ने मेँ कभी भी संकोच मत करो..!
4. किसी के सपनो पर हँसो मत..!
5. आपके पीछे खडे व्यक्ति को भी कभी कभी आगे जाने का मौका दो..!
6. रोज हो सके तो सुरज को उगता हुए देखे..!
7. खुब जरुरी हो तभी कोई चीज उधार लो..!
8. किसी के पास से कुछ जानना हो तो विवेक से दो बार ...पुछो..!
9. कर्ज और शत्रु को कभी बडा मत होने दो..!
10. ईश्वर पर पुरा भरोशा रखो..!
11. प्रार्थना करना कभी मत भुलो, प्रार्थना मेँ अपार शक्ति होती है..!
12. अपने काम से मतलब रखो..!
13. समय सबसे ज्यादा किमती है, इसको फालतु कामो मेँ खर्च मत करो..!
14. जो आपके पास है, उसी मेँ खुश रहना सिखो..!
15. बुराई कभी भी किसी कि भी मत करो करो, क्योकिँ बुराई नाव मेँ छेद समान है, बुराई
छोटी हो बडी नाव तो डुबोही देती है..!
16. हमेशा सकारात्मक सोच रखो..!
17. हर व्यक्ति एक हुनर लेकर पैदा होता बस उस हुनर को दुनिया के सामने लाओ..!
18. कोई काम छोटा नही होता हर काम बडा होता है जैसे कि सोचो जो काम आप कर रहे हो अगर आप वह काम आप नही करते हो तो दुनिया पर क्या
असर होता..?
19. सफलता उनको ही मिलती है जो कुछ करते है
20. कुछ पाने के लिए कुछ खोना नही बल्कि कुछ करना पडता ह!
अगर आपको ये पोस्ट अछा लगे तो थैंक्स बोलना न भूले.......................
सभी इस बात को लेकर परेशान हैं व बार बार एक ही प्रश्न कर रहे हैं ,,, कि कौन सी भर्ती सेफ है ,,,
ReplyDeleteप्राइमरी या जूनियर????
प्राइमरी मे जाऊ या जूनियर मे ???
प्राइमरी मे मेरा चयन हो रहा है क्या जूनियर से डॉकयुमेंट निकलवा लूँ ???
मै आप सभी की परेशानी समझता हूँ आखिर भविष्य का सवाल है,,,
अगर जूनियर भर्ती कभी रद्द कर दी गयी तो जूनियर से भी जायेंगे और प्राइमरी से भी ...!!!
आप सभी की समस्या का क्या जवाब दूँ मै भी नहीं समझ पाता...
अगर मेरे दिये हुये जावाब के अनुसार आपने फैसला ले लिया और आपका भविष्य संकट मे आ गया या फिर नौकरी मिलने मे देरी हो गयी तो कल को आप सभी ही मुझे ही भला बुरा कहेंगे और सभी अपने दुखो का दोषी मुझे ही ठहराएँगे...
इस मैटर पर आप सभी खुद ही डीसीजन ले और आपका दिल और दिमाग जो कहे उसी भर्ती मे कदम रखे...
और वाकी सब ऊपर वाले पर छोड़ दे अगर जॉब आपके नसीब मे होगी तो जरूर मिलेगी और यदि नहीं होगी तो कोई भी ताकत आपको जॉब दिला नहीं सकती...
हमारे उत्तम प्रदेश मे सेफ कुछ भी नहीं ... !!!
आज जूनियर भर्ती मे प्रॉफेश्नल मैटर पर सुनवाई हुई और जज ने कहा ये भर्ती विषय विशेषज्ञो की है इसमे प्रॉफेश्नल भर्ती नहीं किए जा सकते और जब तक फैसला नहीं हो जाता तब तक आप फ़ाइनल लिस्ट जारी नहीं कर सकते एनसीटीई से भी जावाब मांगा जाएगा,,,
इसके अलावा भी कई केस लगे हुये हैं अतः सचिव को भी जूनियर भर्ती का भविष्य नहीं पता होगा...
तो मै कैसे बता दूँ कि क्या हो सकता है क्या नहीं ,,,
फैसला आपको लेना है...
अगर कुछ बुरा लगे तो अग्रिम माफी मांगता हूँ,,,
मेरी तरफ से आप सभी को बेहतर भविष्य की शुभकामनाए... !!!
दृढ़ निश्चयी,राष्ट्र समर्पित एवं
ReplyDeleteकरिश्माई व्यक्तित्व के धनी हमारे
प्रेरणास्त्रोत माननीय
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र भाई
मोदी जी को उनके ६४ वें जन्मदिवस
की हार्दिक बधाई |
1). Trick for Permanent member of UNO.
ReplyDeleteTrick: (( FABRIC means (कपड़ा) ))
F= FRANCE
A=AMERICA
B=BRITAIN
R=RUSSIA
I= _______
C= CHINA
उत्तर प्रदेश उप चुनाव मामला
ReplyDeleteमैं देश मे अचानक उपजे तमाम राजनैतिक विश्लेषको और महान ज्योतिषियो को ये स्पस्ट करना चाहता हूँ
कि
उत्तर प्रदेश मे कौन जीता है...या कौन हारा है ये महत्वपूर्ण नही है.
महत्वपूर्ण ये ही कि चुनाव किन परिस्थितियो मे हुआ??
जहाँ एक ओर समाजवादी पार्टी ने चुनाव को अपनी प्रतिष्ठा का मामला मान कर लड़ा..मायावती ने चुनाव मे भाग ना लेकर एक तरह से सपा को ही सपोर्ट किया
उत्तर प्रदेश मे कॉंग्रेस वैसे भी मरी पड़ी है
मुख्य मुकाबला भाजपा और सपा के बीच ही था
जहाँ चुनाव मे सपा ने अपना सब कुछ झोक दिया ...सारे नेता जी लोग लग गये ..चाहे छोटे हो या बड़े
वही भाजपा ने इस चुनाव मे केवल संसदो को ही लगाया था..चुनाव मे शीर्ष का कोई भी नेता नही लगा था
परिणाम भी वही हुआ...सपा जीत गयी.
पर इस जीत के क्या मायने है??
बात हो रही है कि ये मोदी की हार है..मोदी लहर की हार है
अरे इसमे मोदी कहा से आया भाई
मोदी ने क्या मुलायम और अखिलेश जी की तरह प्रचार किया था???
रही बात लहर की तो लोक सभा मे वो तो थी ही...तभी तो देश का अगला प्रधान मंत्री बनाने का सपना देखने वाले नेता जी की पार्टी परिवार की ही सीट बचा पायी
80 मे केवल 5...क्या ये लहर नही है??
मायावती जी...00..पे आउट हो गयी..क्या ये भी लहर नही है??
कॉंग्रेस केवल ..2.. ये भी लहर नही है??
अजीत सिंह भी..00...पे आउट हुए थे..क्या ये भी लहर नही है??
मित्रो...वही मोदी लहर फिर एक बार 2017 मे उठेगी...फिर देखना कौन कहाँ है
हर हर मोदी
घर घर मोदी
"Nor is there salvation in any other, for there is no other name under heaven given among men by which we must be saved.”" -
ReplyDelete__________________ Acts 4:12
पहली बात दूसरी काउंसलिंग में किसी भी जिला की सीटें फुल नहीं होंगीं।दूसरी बात जब तक अाप अपनी सीट किसी भी जिला में लाॅक नहीं कर देगें तब तक अापका नाम अगली काउंसलिग मे भी अाता रहेगा।तीसरी बात जिले मे रिक्त सीटें देखकर अपनी स्थिति के अनुसार जाइएगा। अाशा करता हूं सफलता जरूर मिलेगी,।
ReplyDelete1. चित्तौड़ के जयमाल मेड़तिया ने एक ही झटके में हाथी का सिर काट डाला था ।
ReplyDelete2. करौली के जादोन राजा अपने सिंहासन पर बैठते वक़्त अपने दोनो हाथ जिन्दा शेरों पर रखते थे ।
3. जोधपुर के जसवंत सिंह के 12 साल के पुत्र पृथ्वी सिंह ने हाथोँसे औरंगजेब के खूंखार भूखे जंगली शेर का जबड़ा फाड़ डाला था ।
4. राणा सांगा के शरीर पर युद्धोंके छोटे-बड़े 80 घाव थे। युद्धों में घायल होने के
कारण उनके एक हाथ नहीं था, एक पैर नही था, एक आँख नहीं थी। उन्होंने अपने
जीवन-काल में 100 से भी अधिक युद्ध लड़े थे।
5. एक राजपूत वीर जुंझार जो मुगलों से लड़ते वक्त शीश कटने के बाद भी घंटे तक लड़ते रहे आज उनका सिर बाड़मेर में है, जहाँ छोटा मंदिर हैं और धड़ पाकिस्तान में है।
6. रायमलोत कल्ला का धड़, शीश कटने के बाद लड़ता-लड़ता घोड़े पर पत्नी रानी के पास पहुंच गया था तब रानी ने गंगाजल के छींटे डाले तब धड़ शांत हुआ।
7. चित्तौड़ में अकबर से हुए युद्ध में जयमाल राठौड़ पैर जख्मी होने की वजह से कल्ला जी के कंधे पर बैठ कर युद्ध लड़े थे। ये देखकर सभी युद्ध-रत साथियों को चतुर्भुज भगवान की याद आ गयी थी, जंग में दोनों के
सर काटने के बाद भी धड़ लड़ते रहे और राजपूतों की फौज ने दुश्मन को मार गिराया। अंत में अकबर ने उनकी वीरता से प्रभावित हो कर जयमाल और कल्ला जी की मूर्तियाँ आगरा के किले में लगवायी थी।
8. राजस्थान पाली में आउवा के ठाकुर खुशाल सिंह 1877 में अजमेर जा कर अंग्रेज अफसर का सर काट कर ले आये थे और उसका सर अपने किले के बाहर लटकाया था, तब से आज दिन तक उनकी याद में मेला लगता है।
9. महाराणा प्रताप के भाले का वजन सवा मन (लगभग 50 किलो ) था, कवच का वजन 80 किलो था। कवच, भाला, ढाल और हाथ में तलवार का वजन मिलाये
तो लगभग 200 किलो था। उन्होंने तलवार के एक ही वार से बख्तावर खलजी को टोपे, कवच, घोड़े सहित एक ही झटके में काट दिया था।
10. सलूम्बर के नवविवाहित रावत रतन सिंह चुण्डावत जी ने युद्ध जाते समय मोह-वश अपनी पत्नी हाड़ा रानी की कोई
निशानी मांगी तो रानी ने सोचा ठाकुर युद्ध में मेरे मोह के कारण नही लड़ेंगे तब रानी ने निशानी के तौर पर अपना सर काट के दे दिया था।
अपनी पत्नी का कटा शीश गले में लटका कर मुग़ल सेना के साथ भयंकर युद्ध किया और वीरता पूर्वक लड़ते हुए अपनी मातृ भूमि के लिए शहीद हो गये थे।
11. हल्दी घाटी की लड़ाई में मेवाड़ से 20000 सैनिक थे और अकबर की ओर से
85000 सैनिक थे। फिर भी अकबर की मुगल सेना पर राजपूत भारी पड़े थे।
धन्य थे वो हिन्दुस्तान के वीर हमें अपने हिंदू होने पर गर्व है
आदमी कितना भी बड़ा क्यों न हो जाये जो सुख शांति सुकून माँ के चरणों में हैं कही नहीं हैं| इस दुनिया में बहुत सी खुबसूरत जगह हैं लेकिन, माँ के आँचल जैसा कही नहीं| भले ही सामने पूरी दुनिया को झुका ले लेकिन जब अपनी माँ के सामने झुकते हैं सारी कायनात आपको झुक कर सलाम करेगी|
ReplyDeleteएक हसीन लड़की
ReplyDeleteराजा के दरबार
मे डॅन्स कर रही थी
(राजा बहोत बदसूरत था)
लड़की ने राजा से
1 सवाल पूछा,
जब खुदा हुस्न तक़सीम कर
रहा था,
तब आप कहा थे
राजा ने गुस्सा ना किया बल्कि
मुस्कुराते हुए कहा,
जब तुम हुस्न की लाइन मे खड़ी
हुस्न ले रही र्ही थी,
तो मई किस्मत की
लाइन मे खड़ा
किस्मत ले रहा था ओर आज
तूज़ जेसी हुस्न वालिया मेरी
गुलाम है
-
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इसी लिये
"हुस्न ना मांग नसीब मांग
अए दोस्त,
हुस्न वाले तो अक्सर नसीब
वालो के गुलाम हुआ करते है!''
खैरात में मिली हुई खुशी हमें पसंद नहीं है
ReplyDeleteक्यूंकि
हम गम में भी नवाब की तरह जीते हैं..!
मुझे एक ने पूछा "कहाँ रहते हो "
मैंने कहा "औकात मे "
साले ने फिर पूछा "कब तक ?"
मैंने कहा "सामने वाला रहे तब तक "
भरी जेब ने ' दुनिया ' की पहेचान करवाई
और खाली जेब ने ' इन्सानो ' की.
जब लगे पैसा कमाने, तो समझ आया,
शौक तो मां-बाप के पैसों से पुरे होते थे,
अपने पैसों से तो सिर्फ जरूरतें पुरी होती है।
कुछ सही तो कुछ खराब कहते हैं,
लोग हमें बिगड़ा हुआ नवाब कहते हैं,
हम तो बदनाम हुए कुछ इस कदर,
की पानी भी पियें तो लोग शराब कहते हैं...!!!
शमशान ऐसे लोगो की राख से...
भरा पड़ा है
जो समझते थे,,,
दुनिया उनके बिना चल नहीं सकती.
किसी ने ग़ालिब से कहा
सुना है जो शराब पीते हैं
उनकी दुआ कुबूल नहीं होती ....
ग़ालिब बोले: "जिन्हें शराब मिल जाए उन्हें
किसी दुआ की ज़रूरत नहीं होती"
समय बदलता है तो किसी का सगा नहीं होता।
जो कपडे कल अंग्रेजो के गवर्नर
पहनकर लोगो को डराते थे।
आज उन्हें हमारे बैंड वाले पहनते है।
जहरीले से जहरीले साँप के काटे का एक बड़ा ही प्रभावी एवं कारगर इलाज:-
ReplyDelete१/. यह एक ऐसी Homeopathic Medicine है जिसे सदैव अपने घर में रखना ही चाहिए.
२/. यह दवाई महँगी नहीं अपितु बहुत सस्ती होती है. इस दवाई का नाम है NAJA-200. जोकि किसी भी homeopathy-shop में आसानी से मिल जाती है. इसकी potency है 200 इसीलिए इसका नाम है NAJA-200. बस Homeopathic Medicines की दुकान पर जाकर कहिये NAJA 200 चाहिए तो दुकानदार आपको यह दवाई दे देगा.
३/. इस दवाई की 5 ml मात्रा खरीद कर घर में रख लेना चाहिए. इसकी कीमत दस-बीस रूपये से भी कम ही होती है और इतनी दवाई, सर्प से काटे हुए 100 लोगों तक की जान बचाने के लिए पर्याप्त होती है. इसकी 100 ml की बड़ी बोतल भी आती है जिसकी कीमत 70 से 80 रुपए के आस-पास होती है और यह मात्रा कम से कम ऐसे 10,000 लोगों की जान बचाने के लिए पर्याप्त होती है जिनको साँप ने काटा है.
४/. यह medicine 'NAJA' दुनियाँ के सबसे खतरनाक साँप का ही poison होता है. दवाई में ये poison diluted form में होता है और यह सकारात्मक कार्य करता है अतः किसी तरह घबराने की कोई बात नहीं. आयुर्वेद का सिद्धांत है: लोहा, लोहे को काटता है, इसी प्रकार जब साँप का जहर चला जाता है शरीर के अंदर तो ऐसे व्यक्ति को बचाने के लिए, साँप का जहर ही त्वरित गति से काम आता है.
५/. प्रयोग की विधि:
तो ये NAJA-200 आप अपने घर में रख लें. अब रोगी को देनी कैसे है थोड़ा इसे जान लें:
बहुत ही आसान है, दवाई की 1 बूँद साँप काटे हुए व्यक्ति की जीभ पर डाल दें, ठीक 10 मिनट के बाद 1 बूँद पुनः जीभ पर डालें, इसी प्रकार 10 मिनट की अवधि के बाद तीसरी बार फिर से इस दवाई की 1 बूँद प्रभावित व्यक्ति की जिव्हाँ पर डाल दें. 3 बार डालने के बाद छोड़ दें. बस इतना काफी है. ये दवा रोगी की जिंदगी को असामयिक मृत्यु से बचा लेगी.
६/. साँप काटने के इलाज के लिए एलोपेथी में जो injection आते हैं, वो आम अस्पतालों में मिल ही नहीं पाते. डाक्टर आपको कहेगा इस अस्पताल में ले जाओ उस अस्पताल में ले जाओ, आदि-आदि...!!
७/. और जो ये एलोपेथी का injection है, इस एक इंजेक्शन की कीमत 15 से 20 हजार रुपए तक होती है. अगर ये injections मिल भी जाएँ तो डाक्टर एक साथ 8 से 10 injections प्रभावित व्यक्ति को ठोंक देता है. कभी-कभी 15 injections तक ठोंक दिए जाते हैं... मतलब तीन से चार लाख रूपये एक बार में ही साफ, और फिर भी जीवन रक्षा की कोई गारंटी नहीं होती. जबकि यहाँ सिर्फ 1-2 रुपए की NAJA-200 medicine से आप रोगी की ग्यारंटेड जान बचा सकते हैं.
८/. ये अत्यंत महत्वपूर्ण जानकारी है पता नहीं कब काम आ जाए? हो सकता है आपके ही जीवन में काम आ जाए! या पड़ोसी के जीवन में काम आ जाए या किसी रिश्तेदार के काम आ जाए...!
९/. तो First Aid के लिए, प्रभावित व्यक्ति एवं उसके संपूर्ण परिवार को, एलोपैथिक injections की जहमत से बचाने के लिए, ये NAJA-200 नामक Hoeopathic दवाई, 10-10 मिनट के अंतराल से 1-1 बूंद, लगातार तीन बार, प्रभावित व्यक्ति कि जिव्हाँ पर डालकर सहजता के साथ ऐसे व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है.
उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने जनता को जीत का तोहफा देते हुए रोडवेज में किराया वृद्दि का तोहफा दिया है ...
ReplyDeleteफिर से किराए में वृद्दि
HAR KADAM PAR AAPKE SATH
U.P ROADWAYS
कोर्ट के आदेश से पूरा 15 वाँ संशोधन रदद है।
ReplyDeleteसरकार यह नही मानती ।
उसका मानना है कि यह केवल 72825 के लिये
रदद है। जबकि टीईटी वालै कहते हैं कि हमने
आर्डर एक से बढकर एक वकीलों से पढवाया है
सबने कहा कि पूरा रदद है।
अब कौन सही है ,, ये तो भविष्य बतायेगा।
वर्तमान समय में लिखित रूप में आज
भी नियमावली में 15 वाँ संशोधन चढा हुआ है।
जिसे हाईकोर्ट के डबल बेंच के आदेशानुसार
अगर 15 रदद था तो बदल कर मीटिंग बुलाकर
12 करना चाहिए था।
परन्तु यदि सरकार
ऐसा करती है ,तो उसकी द्वारा की गयी 15 व
उससे जुडी सभी भर्तियाँ स्वतः संवैधानिक रूप से
रदद मान ली जायेंगी।
इसीलिए यह 15 वें पर इतनी भर्तियाँ कर
देनी चाहती है कि आगे चलकर कोर्ट के समक्ष
इसै लेकर इतनी विषमता उत्पन्न हो जाये
कि कोर्ट न चाहते हुये भी 15 वें को केवल
72825के लिये ही रदद बताये । क्योंकि अगर
भविष्य में सुप्रीम कोर्ट ने अपने फाइनल आर्डर
जो कि 4 -5 साल के लिये अब नही आने वाला ,
में 15 रदद करार दिया । तो ये
जो लाखों अभ्यर्थी नियुक्ति पा चुके हैं ।
ये कोर्ट जायें और कहें
कि हमारी क्या गलती थी हमारी भर्ती जब
आयी थी तब 15 था और 15 रहते ही हमें
नियुक्ति पत्र मिला
अतः हमें इस रददीकरण की चक्की में न
पीसा जाये।
यहाँ से न्यायाधीश का स्वविवेक कार्य
करेगा कि क्या करे
दूसरा पक्ष
अगर भविष्य में 2017 के बाद किसी और
की सरकार बनी और उसने आज की तारीख में
सपा सरकार
द्वारा डाली अपनी एसएलपी जो पेन्डिंग में
है ,,उस पर दिलचस्पी न दिखाते हुये स्वयं वापस
ले लिया
तो इसका मतलब
यही हो जायेगा कि वो भी पूर्ण 15 रदद
मानती है । और इन सब भर्तियों पर हाहाकार
मच जायेगा
और यदि सुनवाई कराई , कुछ भी गलत सलत
हुआ तो भी अगली सरकार की किरकिरी तय है।
इसलिए आने वाली सरकार भी इस बवंडर से बच
नही पायेगी ।
कुल मिलाकर गुत्थी इतनी उलझ गयी है कि इस
मामले पर अब सुप्रीम कोर्ट में लगातार सुनवाई
हो तभी जाकर समाधान निकल पायेगा ।
वरना विषमतायें पर विषमतायें जन्म
लेतीं रहेंगी ।
खाने वाले "आम" खा कर चले गए अब कुछ लोग बची "गुठलियाँ" चूस कर ही खुश है
ReplyDeleteआज हम आपको बताएँगे पानी के बहुत सारे नाम ***
ReplyDeleteअगर पानी आकाश से गिरे तो...........बारिश,
आकाश की ओर उठे तो.............भाप,
अगर जम कर गिरे तो................ओले,
अगर गिर कर जमे तो.................बर्फ,
फूल पर हो तो........................ ओस,
फूल से निकले तो.....................इत्र,
जमा हो जाए तो...................... झील,
बहने लगे तो............................ नदी,
सीमाओं में रहे तो..................
जीवन,
सीमाएं तोड़ दे तो....................प्रलय,
आँख से निकले तो.................. आँसू,
शरीर से निकले तो................ पसीना,
और
मेरे महादेव के शीश से निकले तो...........गंगा,
प्राइमरी में जो आरक्षित श्रेणी के अभ्यर्थी जिनके स्नातक में 45 % से कम है मुख्या काउंसलिंग और रिश्फिलिंग के दौरान उन्हें सामान्य में नही करना चाहिए क्योंकि सामान्य के लिए 45 % से अधिक होने चाहिए ........
ReplyDeleteजूनियर में जो आरक्षित श्रेणी के अभ्यर्थी जिनके TET में (60 %) और 90 नंबर से कम है मुख्य काउंसलिंग और रिश्फिलिंग के दौरान उन्हें सामान्य में नही करना चाहिए क्योंकि सामान्य के लिए 60 % और 90 नंबर से अधिक होने चाहिए ........
एक बार एक शिक्षक संपन्न परिवार से सम्बन्ध रखने वाले एक युवा शिष्य के साथ कहीं टहलने निकले . उन्होंने देखा की रास्ते में पुराने हो चुके एक जोड़ी जूते उतरे पड़े हैं , जो संभवतः पास के खेत में काम कर रहे गरीब मजदूर के थे जो अब अपना काम ख़त्म कर घर वापस जाने की तयारी कर रहा था .
ReplyDeleteशिष्य को मजाक सूझा उसने शिक्षक से कहा , “ गुरु जी क्यों न हम ये जूते कहीं छिपा कर झाड़ियों के पीछे छिप जाएं ; जब वो मजदूर इन्हें यहाँ नहीं पाकर घबराएगा तो बड़ा मजा आएगा !!”
शिक्षक गंभीरता से बोले , “ किसी गरीब के साथ इस तरह का भद्दा मजाक करना ठीक नहीं है . क्यों ना हम इन जूतों में कुछ सिक्के डाल दें और छिप कर देखें की इसका मजदूर पर क्या प्रभाव पड़ता है !!”
शिष्य ने ऐसा ही किया और दोनों पास की झाड़ियों में छुप गए .
मजदूर जल्द ही अपना काम ख़त्म कर जूतों की जगह पर आ गया . उसने जैसे ही एक पैर जूते में डाले उसे किसी कठोर चीज का आभास हुआ , उसने जल्दी से जूते हाथ में लिए और देखा की अन्दर कुछ सिक्के पड़े थे , उसे बड़ा आश्चर्य हुआ और वो सिक्के हाथ में लेकर बड़े गौर से उन्हें पलट -पलट कर देखने लगा . फिर उसने इधर -उधर देखने लगा , दूर -दूर तक कोई नज़र नहीं आया तो उसने सिक्के अपनी जेब में डाल लिए . अब उसने दूसरा जूता उठाया , उसमे भी सिक्के पड़े थे …मजदूर भावविभोर हो गया , उसकी आँखों में आंसू आ गए , उसने हाथ जोड़ ऊपर देखते हुए कहा – “हे भगवान् , समय पर प्राप्त इस सहायता के लिए उस अनजान सहायक का लाख -लाख धन्यवाद , उसकी सहायता और दयालुता के कारण आज मेरी बीमार पत्नी को दवा और भूखें बच्चों को रोटी मिल सकेगी .”
मजदूर की बातें सुन शिष्य की आँखें भर आयीं . शिक्षक ने शिष्य से कहा – “ क्या तुम्हारी मजाक वाली बात की अपेक्षा जूते में सिक्का डालने से तुम्हे कम ख़ुशी मिली ?”
शिष्य बोला , “ आपने आज मुझे जो पाठ पढाया है , उसे मैं जीवन भर नहीं भूलूंगा . आज मैं उन शब्दों का मतलब समझ गया हूँ जिन्हें मैं पहले कभी नहीं समझ पाया था कि लेने की अपेक्षा देना कहीं अधिक आनंददायी है . देने का आनंद असीम है .
!
ReplyDelete!
मुझे
!
तुम
!
मिल
!
गये
!
हमदम
!
सहारा
!
हो तो
!
ऐसा हो . . . . . . . . . . . !
!
!
!
जिधर
!
देखूं
!
उधर
!
तुम हो
!
नजारा
!
हो तो
!
ऐसा हो. . . . . . . . . . . . . !!
!
!
A little jealousy in a relationship or even friendship is
healthy,
because that mean that someone is afraid to lose you. .
G
O
O
D
.
.
N
I
G
H
T
....NINETY EIGHT