प्रशिक्षु शिक्षकों की दूसरी मेरिट कल तक संभव
लखनऊ (ब्यूरो)। प्राइमरी स्कूलों में 72,825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती के लिए दूसरी मेरिट शनिवार की रात तक आने की संभावना है। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने बृहस्पतिवार को जिलों से रिक्त पदों के लिए मिले ब्यौरे को एनआईसी को सौंप दिया है। एनआईसी अधिकारियों ने एससीईआरटी को आश्वासन दिया है कि जल्द ही वह मिले ब्यौरे के आधार पर मेरिट का निर्धारित करते हुए उसे सौंप देंगे।
प्राइमरी स्कूलों में प्रशिक्षु शिक्षकों की दूसरी काउंसलिंग 22 से शुरू होकर 26 सितंबर तक चलेगा। एससीईआरटी को इसके पहले मेरिट जारी करना है। एससीईआरटी ने यदि 20 तक मेरिट जारी न की तो अभ्यर्थियों को काउंसलिंग कराने के लिए डायटों में पहुंचने में परेशानी होगी। इसलिए एससीईआरटी ने एनआईसी के अधिकारियों से कहा है कि जल्द ही मेरिट निर्धारण का काम पूरा कर लिया जाए, जिससे इसे ऑनलाइन करते हुए जिलों को भेजा जा सके। जानकारों की माने तो एनआईसी ने शुक्रवार की शाम तक मेरिट निर्धारण की प्रक्रिया पूरी कर लेने का आश्वासन दिया है
News Sabhar : Amar Ujala (19.9.14)
सुप्रभात मित्रों
ReplyDeleteआपका दिन मंगलमय हो।
क्या आपने समस्त दस्तावेज तैयार कर लिए है द्वितीय काऊंसलिंग के लिए?
अगर नही तो तैयार कर लीजिए
"क्योंकि जैसे हमारी एक देह में बहुत से अंग हैं, और सब अंगों का एक ही सा काम नहीं। वैसा ही हम जो बहुत हैं, मसीह में एक देह होकर आपस में एक दूसरे के अंग हैं। और जब कि उस अनुग्रह के अनुसार जो हमें दिया गया है, हमें भिन्न भिन्न वरदान मिले हैं, तो जिस को भविष्यद्वाणी का दान मिला हो, वह विश्वास के परिमाण के अनुसार भविष्यद्वाणी करे। यदि सेवा करने का दान मिला हो, तो सेवा में लगा रहे, यदि कोई सिखाने वाला हो, तो सिखाने में लगा रहे। जो उपदेशक हो, वह उपदेश देने में लगा रहे; दान देनेवाला उदारता से दे, जो अगुआई करे, वह उत्साह से करे, जो दया करे, वह हर्ष से करे।''
ReplyDelete____________________________________ रोमियो 12:4-8
मित्रों
ReplyDeleteद्वितीय काउंसलिंग एवं मेरिट कट ऑफ के सम्बन्ध में कुछ महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर जानकारी प्राप्त करने के लिए कल टेट मोर्चे का एक प्रतिनिधि मण्डल, जिसमें राकेश यादव, गणेश दीक्षित, चंद्रशेखर, मुअज्जम भाई, राजेश शर्मा, ऋषि देव यादव एवं अन्य टेट बन्धु
शामिल थे,,SCERT निदेशक श्री सर्वेन्द्र विक्रम से मिला। मुलाक़ात के पश्चात जो प्रमुख तथ्य सामने आये हैं वे इस प्रकार हैं -
1) सभी जिलों का डाटा SCERT पहुँच गया है लेकिन कुछ जिलों के डाटा में तकनीकी खामियों के कारण उनका डाटा शो नहीं हो पा रहा है जिसके कारण कट ऑफ फाइनल करने में दिक्कत आ
रही है,,तकनीकी विशेषज्ञ लगातार काम कर रहे हैं और संभवतः आज शाम तक कट ऑफ आने की संभावना जताई जा रही है,,यदि आज भी कट ऑफ नहीं आया तो कल आने की गारण्टी हमारे
प्रतिनिधि मण्डल को दी गई है।
2) कुछ विप्लवी तत्वों ने काउंसलिंग की तारीख आगे बढाए जाने की अफवाह फैलाकर कल सभी टेट भाइयों को काफी हताश किया था किन्तु निदेशक महोदय ने स्पष्ट किया कि वे किन्ही भी हालात में काउंसलिंग निर्धारित शेड्यूल
पर ही करवाने को प्रतिबद्ध हैं और
उनका पूरा स्टाफ इस बात को भली-भांति संज्ञान में लिए हुए है।
3) निवास प्रमाण-पत्र और जाति प्रमाण-पत्र के बारे में भी काफी टेट बंधुओं की शंका थीं जिनका आज निवारण करते हुए बताया गया की उपरोक्त दोनों प्रमाण-पत्र चाहे जिस तिथि के बने हों, वह मान्य होंगे किन्तु
उनका अकेडमिक रिकार्ड 09/01/2012 के बाद के नहीं होने चाहिए,,अब वे भाई चैन की साँस ले
सकते हैं जो प्रमाण-पत्रों की वैधता के सन्दर्भ में सशंकित थे।
4) श्री सर्वेन्द्र जी ने यह बताया की कुछ अज्ञात तत्व अपने SCERT से अपने निजी संबंधों का हवाला देकर कुछ संदिग्ध प्रकार की सूचनाएं जैसे डाटा ऑनलाइन/कट ऑफ मेरिट इत्यादि की घोषणाएं कर रहे हैं जो की सरासर
अफवाह मात्र है,,,
उन्होंने सपष्ट किया की कट ऑफ तैयार होने पर उसकी जानकारी मात्र निदेशक और कंप्यूटर प्रोग्रामर को ही होती है,,
सभी डायटों को मेल भेजने के बाद ही कोई डाटा सार्वजनिक हो पाता है अतः यदि कोई इस सम्बन्ध में अपना दावा प्रस्तुत करता है तो मात्र अफवाह और अनुमान पर आधारित होगा।
Normally people THINK
ReplyDeletethat
"LIFE HAD DESIGNED
A PLAN FOR THEM"
untill
They realise
that
"LIFE HAD TO BE
PLANNED BY THEM ONLY"
आवश्यक सुचना--
ReplyDeleteलड़कियो/महिलाओं के लिए ---
कुल महिला पद- 36412कुल महिला उत्तीर्ण - 74869कुल महिला 100 से उपर - 21054अतः महिलाऐं चिंतित न हों।
आपके पद आपके ही रहेंगे और उपरोक्त डाटा आपको ये जानने में सहायता भी करेगा कि आप कितना सेफ हैं।परामर्श - 95 से उपर की उपर की महिलाएं अंश मात्र भी चिंतित न हो और रही बात 100 से उपर बाली महिलाओं की तो वो सिर्फ काउंसलिंग की तैयारी पर ध्यान दें नाकि ये पुछें कि मेरा होगा या नहीं।
100 से उपर एक एक महिला 100% प्राथमिक शिक्षिका बनने के लिए तैयार रहे।
और हाँ इस पोस्ट को आप याद रखे जिससे जब मेरिट अधिकाधिक गिरे तो आपको मेरी पोस्ट पर यकीं हो।
Kya aaj cut off aayega?
ReplyDelete
ReplyDelete"Above all else, guard your heart, for it is the wellspring of life"
"Keep vigilant watch over your heart; that's where life starts.
Don't talk out of both sides of your mouth;
avoid careless banter, white lies, and gossip.
Keep your eyes straight ahead; ignore all sideshow distractions.
Watch your step, and the road will stretch out smooth before you.
Look neither right nor left; leave evil in the dust. "
_________________________Proverbs 4:23
कृपया किसी भी अफवाह पर ध्यान न दीजिए,
ReplyDeleteआपकी काऊंसलिंग 22 सितंबर से ही शुरू होगी, फिलहाल सभी जिलों का डाटा scert पहुँच चुका है, लेकिन कुछ जिलों के डाटा मे तकनीकि समस्याओं के चलते कल मेरिट जारी न हो सकी,
संभवत: आज या कल जारी होगी,
काऊंसलिंग के लिए सभी को शुभकामनाएं
प्राइमरी स्कूलों में 72,825 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती
ReplyDeleteकल तक आ सकती है दूसरी मेरिट
अमर उजाला ब्यूरो
लखनऊ । प्राइमरी स्कूलों में 72,825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती के लिए दूसरी मेरिट शनिवार रात तक आने की संभावना है। एससीईआरटी ने गुरुवार को जिलों से रिक्त पदों के लिए मिले ब्योरे को एनआईसी को सौंप दिया है। एनआईसी अधिकारियों ने एससीईआरटी को आश्वासन दिया है कि जल्द ही वह मिले ब्योरे के आधार पर मेरिट का निर्धारित करते हुए उसे सौंप देंगे।
प्राइमरी स्कूलों में प्रशिक्षु शिक्षकों की दूसरी काउंसलिंग 22 से शुरू होकर 26 सितंबर तक चलेगी। एससीईआरटी को इसके पहले मेरिट जारी करना है। एससीईआरटी ने यदि 20 तक मेरिट जारी न की तो अभ्यर्थियों को काउंसलिंग कराने के लिए डायटों में पहुंचने में परेशानी होगी। जानकारों की मानें तो एनआईसी ने शुक्रवार की शाम तक मेरिट निर्धारण की प्रक्रिया पूरी कर लेने का आश्वासन दिया है।
72,825 शिक्षक भर्ती: दूसरी मेरिट कल तक संभवशैलेंद्र श्रीवास्तव
ReplyDeleteगुरुवार, 18 सितंबर 2014अमर उजाला, लखनऊ Updated @ 9:47 PM IST22 से 26 सितंबर तक होगी काउंसलिंगप्राइमरी स्कूलों में 72,825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती के लिए दूसरी मेरिट शनिवार की रात तक आने की संभावना है। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने बृहस्पतिवार को जिलों से रिक्त पदों के लिए मिले ब्यौरे को एनआईसी को सौंप दिया है।एनआईसी अधिकारियों ने एससीईआरटी को आश्वासन दिया है कि जल्द ही वह मिले ब्यौरे के आधार पर मेरिट का निर्धारित करते हुए उसे सौंप देंगे। प्राइमरी स्कूलों में प्रशिक्षु शिक्षकों की दूसरी काउंसलिंग 22 से शुरू होकर 26 सितंबर तक चलेगा। एससीईआरटी को इसके पहले मेरिट जारी करना है।एससीईआरटी ने यदि 20 तक मेरिट जारी न की तो अभ्यर्थियों को काउंसलिंग कराने के लिए डायटों में पहुंचने में परेशानी होगी।इसलिए एससीईआरटी ने एनआईसी के अधिकारियों से कहा है कि जल्द ही मेरिट निर्धारितका काम पूरा कर लिया जाए, जिससे इसे ऑनलाइन करते हुए जिलों को भेजा जा सके।
एनआईसी ने दिया आश्वासनजानकारों की माने तो एनआईसी ने शुक्रवार की शाम तक मेरिट निर्धारण की प्रक्रियापूरी कर लेने का आश्वासन दिया है। बताया जा रहा है कि इस बार 10 गुना अधिक अभ्यर्थियों को काउंसलिंग के लिए बुलाया जाएगा।इसके पहले, प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती के मामले में बने भ्रम को सरकार ने दूर कर दिया था। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने शुक्रवार को सभी डायट प्राचार्य व बेसिक शिक्षा अधिकारियों को शासनादेश भेजकर सभी बिंदुओं पर स्थिति साफ कर दी।अनारक्षित श्रेणी के अभ्यर्थी जिनके स्नातक में 45 प्रतिशत अंक हैं, वे भी काउंसलिंग में शामिल किए जाएंगे। वहीं आरक्षित श्रेणी के 40 प्रतिशत अंक वालों को भी भर्ती प्रक्रिया में शामिल करने का निर्णय लिया गया है।इग्नू एवं राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय से दो वर्ष का पत्राचार बीएड करने वालों को भी इस भर्ती के लिए पात्र माना गया है।
एससीईआरटी करेंगे खर्च का आकलनप्राइमरी स्कूलों में भर्ती होने वाले 72,825 प्रशिक्षु शिक्षकों को छह माह का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें तीन माह का सैद्धांतिक और तीन माह का क्रियात्मक प्रशिक्षण होगा।सैद्धांतिक प्रशिक्षण डायट, सीटीई तथा आईएएसआई में तथा क्रियात्मक प्रशिक्षण स्कूलों में दिया जाएगा।सैद्धांतिक प्रशिक्षण पर आने वाले खर्च का आकलन राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद व बेसिक शिक्षा के निदेशक करेंगे। इसके आधार पर प्रशिक्षण केंद्रों को धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी।निदेशक से मिले अभ्यर्थीपहले चरण की काउंसलिंग में डायट प्राचार्यों की मनमानी से अभ्यर्थियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था।काउंसलिंग में विभाग की लापरवाही का भी खुलासा हुआ। तमाम जिलों में कम लोग पहुंचे, तो कुछ जगहों पर अभ्यर्थियों का जमावड़ा लग गया।एससीईआरटी के खुलते ही वहां अभ्यर्थियों का जमावड़ा होने लगा। देखते ही देखते वहां काफी संख्या में अभ्यर्थी जुट गए। अभ्यर्थियों ने एससीईआरटी के निदेशक से मिलकर पहले चरण की काउंसलिंग में आने वाली समस्याओं से अवगत कराया।उम्मीद की जा रही है कि दूसरे चरण की काउंसलिंग में इस तरह की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा |
महाराजगंज जैसी कुछ हरामखोर डायटों ने अपना ब्योरा आज तक भी नहीं भेजा था यही कारण रहा कि हमारी प्रतीक्षा थोड़ी लम्बी हो गयी
ReplyDeleteहालांकि शिक्षा विभाग के अधिकारी देर शाम तक एन.आई.सी में डटे रहे थे
लेकिन फिर भी हमारी प्रतीक्षा का अंत नहीं कर पाये।
परन्तु आप लोग चिंतित न हो आज नहीं तो कल मेरिट जारी होगी
बकरे की मां कब तक ख़ैर मनायेगी
कभी तो छुरे के नीचे आयेगी
और हाईकोर्ट में लगने वाली बिना सिर-पैर की याचिकाओं को लेकर चिंतित न हों
क्योंकि
सत्य का आधार लेकर
हम हिमालय से खड़े हैं
बाकी सब का कुशल मंगल हो
''फूलों की महक केवल वायु की दिशा मे फैलती है!
ReplyDeleteलेकिन एक अच्छे व्यक्ति की अच्छाई, हरेक दिशा मे फैलती है ...!!''
स्वर्ण मंदिर प्रबंधन द्वारा बाढ़ प्रभावित कश्मीर के लिए विशेष सहायता।
ReplyDeleteपहले दिन 25 हज़ार और उसके बाद 50 हज़ार पैकेट रोज...... भेजनेका भाड़ा भी 27 रु प्रतिकिलो अपनी जेब से.....
अगर इसका दस प्रतिशत काम भी किसी.......... शाहरुख़, सलमान या मुस्लिम संस्था ने किया होता....तो पूरी मीडिया उनका गुणगान करते न थकती।
और ये सेवा भी तब है जब अभी एक महीने पहले ही सहारनपुर में सिखों और गुरूद्वारे पर हमला किया गया था मुल्लाओं द्वारा सिक्खों ने सेवा की है सेना के आह्वान पर ....
मीडिया और गैर मीडिया जन विचार करें ...
बस खचाखच भरी हुई थी हट्टा कट्टा अधेड सा दिखने वाला एक आदमी कंडक्टर की सीट पर तन कर सीट पर बैठा हुआ था , बगल में कंडक्टर बैठा था , थोड़ा सा बस ने रफ़्तार पकड़ी की अचानक बस को रोकना पड़ा एक तीस बत्तीस साल की महिला / लड़की साड़ी पहने हुए बस में आयी बोली अंकल प्लीज बस बहुत भरी है थोड़ा सा प्रोब्लम है , समझिए , जेंट्स के बीच में खड़ी भी नहीं हो सकती . प्लीज अंदर भी नहीं जा सकती , बहुत भीड़ है पूरी बस भरी है प्लीज बैठ जाने दीजिए मेहरबानी होगी ,
ReplyDeleteआदमी नियम बताते हुए कड़क आवाज में बोला ,
#ऐ !!!!! मैं इस सीट पर बैठा हूँ थोड़ी देर खड़ी रहोगी तो कोई आफत नहीं आ जायेगी , लेडीज सीट है उस पर बैठो वो भी भरी हो तो खड़ी रहो , हर बात में पुरुषों की बराबरी करने की बात करती हो अब करो बराबरी खड़ी रहो ....!!!!
बस फर्राटे भरते हुए आंगे बढ़ती जा रही थी , ऐसा लग रहा था वो महिला शायद एक पैर पर खड़ी है लगभग एक घंटे बाद एक स्टॉप आया दरवाजा खुला थोड़ा सा ब्रेक का झटका लगा पता नहीं बेचारी महिला खुद को सम्हाल ना पायी और धडाम से रोड़ पर आ गिरी , गिरने के कारण उसकी #साड़ी से उसका एक #कृतिम_पैर बाहर आ गया . महिला विकलांग थी . एक पैर प्लास्टिक का नकली था , सबके सामने अपनी समस्या बता नहीं पायी . गिरने पर बेहोश हो जाने के कारण उसे अस्पताल ले जाया गया , आंगे क्या हुआ पता नहीं लेकिन ,
हमारे आपके घर की महिलायें / बहिने भी यात्रा करती है . प्रयास कीजिये यात्रा में विकलांगो , बुजुर्गों गर्भवती महिलाओं , या महिला आपसे विशेष रिकुवेस्ट करे तो उसकी बात मान ली जाए शायद मेरी ही बहिन या माँ आपको बस में मिल जाए . सब मुसाफिर है . सबके घर के लोग यात्रा करते है ,
ज्यादातर पुरुष महिलाओं के प्रति सहिष्णु होते है , कुछ कुंठित है उनको भी शर्म आएगी ही कभी ना कभी .
मुझे ना हुकुम का ईक्का बनना है
ReplyDeleteना रानी का बादशाह ।
हम जोकर ही अच्छे हे। जिस के नसीब में आऐंगे
बाज़ी पलट देंगे।
"Watch therefore: for ye know not what hour your Lord doth come. But know this, that if the goodman of the house had known in what watch the thief would come, he would have watched, and would not have suffered his house to be broken up. Therefore be ye also ready: for in such an hour as ye think not the Son of man cometh."
ReplyDelete_______________(Matt. 24:42-44 KJV)
"तब वह भीड़ को छोड़ कर घर में आया, और उसके चेलों ने उसके पास आकर कहा, खेत के जंगली दाने का दृष्टान्त हमें समझा दे। उस ने उन को उत्तर दिया, कि अच्छे बीज का बोने वाला मनुष्य का पुत्र है। खेत संसार है, अच्छा बीज राज्य के सन्तान, और जंगली बीज दुष्ट के सन्तान हैं। जिस बैरी ने उन को बोया वह शैतान है; कटनी जगत का अन्त है: और काटने वाले स्वर्गदूत हैं। सो जैसे जंगली दाने बटोरे जाते और जलाए जाते हैं वैसा ही जगत के अन्त में होगा। मनुष्य का पुत्र अपने स्वर्गदूतों को भेजेगा, और वे उसके राज्य में से सब ठोकर के कारणों को और कुकर्म करने वालों को इकट्ठा करेंगे। और उन्हें आग के कुंड में डालेंगे, वहां रोना और दांत पीसना होगा। उस समय धर्मी अपने पिता के राज्य में सूर्य की नाईं चमकेंगे; जिस के कान हों वह सुन ले॥''
ReplyDelete____________________ मत्ती 13:36-43 )
यूपी बिहार के लौंडों की हाथ की लकीरें सिर्फ दो ही वजह से गायब होती है...
ReplyDeleteएक तम्बाखू रगड़ रगड़ के , और "दूसरा" तो आप समझ ही गए होगे..!!!
=== NCTE LETTER KA LINK====
ReplyDeletenrcncte.org/RecResult.aspx?st=Uttar+Pradesh
अकबर ने बीरबल के सामने
ReplyDeleteअचानक 3 प्रश्न उछाल दिये।
प्रश्न थे- 'ईश्वर कहाँ रहता है?
वह कैसे मिलता है
और वह करता क्या है?''
बीरबल इन प्रश्नों को सुनकर
सकपका गये और बोले-
''जहाँपनाह! इन प्रश्नों के उत्तर
मैं कल आपको दूँगा।"
जब बीरबल घर पहुँचे तो वह
बहुत उदास थे। उनके पुत्र ने
जब उनसे पूछा तो उन्होंने बताया-
''बेटा! आज अकबर बादशाह ने
मुझसे एक साथ तीन प्रश्न 'ईश्वर
कहाँ रहता है? वह कैसे मिलता है?
और वह करता क्या है?' पूछे हैं।
मुझे उनके उत्तर सूझ नही रहे हैं
और कल दरबार में इनका उत्तर
देना है।''
बीरबल के पुत्र ने कहा- ''पिता जी!
कल आप मुझे दरबार में अपने साथ
ले चलना मैं बादशाह के प्रश्नों के
उत्तर दूँगा।''
पुत्र की हठ के कारण बीरबल
अगले दिन अपने पुत्र को साथ
लेकर दरबार में पहुँचे। बीरबल
को देख कर बादशाह अकबर
ने कहा- ''बीरबल मेरे प्रश्नों के
उत्तर दो। बीरबल ने कहा-
''जहाँपनाह आपके प्रश्नों के
उत्तर तो मेरा पुत्र भी दे सकता है।''
अकबर ने बीरबल के पुत्र से पहला
प्रश्न पूछा- ''बताओ! 'ईश्वर कहाँ
रहता है?'' बीरबल के पुत्र ने एक
गिलास शक्कर मिला हुआ दूध
बादशाह से मँगवाया और कहा-
जहाँपनाह दूध कैसा है? अकबर
ने दूध चखा और कहा कि ये
मीठा है। परन्तु बादशाह सलामत
या आपको इसमें शक्कर दिखाई
दे रही है। बादशाह बोले नही।
वह तो घुल गयी। जी हाँ, जहाँपनाह!
ईश्वर भी इसी प्रकार संसार की हर
वस्तु में रहता है। जैसे शक्कर दूध
में घुल गयी है परन्तु वह दिखाई
नही दे रही है।
बादशाह ने सन्तुष्ट होकर अब दूसरे
प्रश्न का उत्तर पूछा- ''बताओ! ईश्वर
मिलता केसे है?'' बालक ने कहा-
''जहाँपनाह थोड़ा दही मँगवाइए।''
बादशाह ने दही मँगवाया तो
बीरबल के पुत्र ने कहा- ''जहाँपनाह!
क्या आपको इसमं मक्खन दिखाई
दे रहा है। बादशाह ने कहा-
''मक्खन तो दही में है पर इसको
मथने पर ही दिखाई देगा।''
बालक ने कहा- ''जहाँपनाह!
मन्थन करने पर ही ईश्वर के दर्शन
हो सकते हैं।''
बादशाह ने सन्तुष्ट होकर अब
अन्तिम प्रश्न का उत्तर पूछा-
''बताओ! ईश्वर करता क्या है?''
बीरबल के पुत्र ने कहा- ''महाराज!
इसके लिए आपको मुझे अपना गुरू
स्वीकार करना पड़ेगा।''
अकबर बोले- ''ठीक है, तुम गुरू
और मैं तुम्हारा शिष्य।''
अब बालक ने कहा- ''जहाँपनाह
गुरू तो ऊँचे आसन पर बैठता है
और शिष्य नीचे।'' अकबर ने
बालक के लिए सिंहासन खाली
कर दिया और स्वयं नीचे बैठ गये।
अब बालक ने सिंहासन पर बैठ
कर कहा- ''महाराज! आपके
अन्तिम प्रश्न का उत्तर तो यही है।''
अकबर बोले- ''क्या मतलब?
मैं कुछ समझा नहीं।''
बालक ने कहा- ''जहाँपनाह!
ईश्वर यही तो करता है। "पल भर
में राजा को रंक बना देता है और
भिखारी को सम्राट बना देता है।"
हमारी भर्ती के उपर हर बार लगने वाले ग्रहण एटा कासगंज के डायट प्राचार्य को डी•एम• की गुप्त रिपोर्ट के आधार पर उनके पद से बर्खास्त कर दिया गया।
ReplyDeleteवैसे यह हम लोगों के लिए काफी सुकून भरी खबर है।
==विश्व के कुछ आश्चर्यजनक तथ्य==
ReplyDelete1. विश्व मेँ सबसे अधिक बच्चे पैदा करने वाली महिला का नाम - रूस की मारिया इसकोवा ! 42 वर्ष की उम्र मेँ 58 बच्चे (4 बच्चे 3 बार, 3 बच्चे 10 बार और 2 बच्चे 8 बार) ।
2. विश्व का सबसे अमीर देश स्विटजरलैंड है।
3. सऊदी अरब मेँ एक भी नदी नही है।
4. विश्व का सबसे दानी आदमी अमेरिका का राकफेलर है जिसने अपने जीवन मेँ सार्वजनिक हित के लिए 75 अरब रुपए दान मेँ दे दिए।
5. सबसे महँगी वस्तु यूरेनियम है।
6. दक्षिण ऑस्ट्रेलिया मेँ आयार्स नामक पहाडी प्रतिदिन अपना रंग बदलती है।
7. विश्व मेँ रविवार की छुट्टी 1843 से शुरु हुई थी।
8. सारे संसार मेँ कुल मिलाकर 2792 भाषाएँ बोली जाती है।
तू चाहे मुझे,चाहे या न चाहे,
ReplyDeleteताउम्र तुझसे चाहत का वादा है,
तुझसे मुझे मुहब्बत तो है ही,
तुझपे यकीन खुद से ज्यादा है,
बेरूखी का सबब नही जानता,
मेरा दिल भी बड़ा ही नादां है,
कोई बनावट नही मेरी बातों में,
मेरा मतलब बड़ा ही सादा है,
तुझसे कुछ नही चाहिए मुझे,
बस तुझे ही पाने का इरादा है,
जो तू न मिला मुझे तो मानो,
मेरा जीना आधा,मरना आधा है
# sathi
"क्योंकि जैसे हमारी एक देह में बहुत से अंग हैं, और सब अंगों का एक ही सा काम नहीं। वैसा ही हम जो बहुत हैं, मसीह में एक देह होकर आपस में एक दूसरे के अंग हैं। और जब कि उस अनुग्रह के अनुसार जो हमें दिया गया है, हमें भिन्न भिन्न वरदान मिले हैं, तो जिस को भविष्यद्वाणी का दान मिला हो, वह विश्वास के परिमाण के अनुसार भविष्यद्वाणी करे। यदि सेवा करने का दान मिला हो, तो सेवा में लगा रहे, यदि कोई सिखाने वाला हो, तो सिखाने में लगा रहे। जो उपदेशक हो, वह उपदेश देने में लगा रहे; दान देनेवाला उदारता से दे, जो अगुआई करे, वह उत्साह से करे, जो दया करे, वह हर्ष से करे।''
ReplyDelete________________________ रोमियो 12:4-8
तुमने अपने हाथ ज़ोर से बंद कर रखे हैं। अपने हाथ खोलो, तुम पाओगे कि पूरा आकाश तुम्हारे हाथों में है।
ReplyDelete__________________________________श्री श्री रविशंकर
A simple hug from
ReplyDeleteThe one You Love Is
The Biggest
satisfaction in
The World...
B'coz,,, You know You are In the
Right Place even When Everything Else Is
Wrong..
जब भक्ति भोजन में मिलती है
ReplyDeleteतो प्रसाद बन जाता है।
जब भक्ति भूख में मिलती है
तब उपवास बन जाता हेl
जब भक्ति पानी में मिलती है
तो चरणामृत बन जाता है।
जब भक्ति प्रवास में मिलती हे
तो तीर्थ यात्रा बन जाती हेl
जब भक्ति संगीत में मिलती हे
तो वह कीर्तन बन जाता हेl
जब भक्ति घर में मिलती है
तो वह मंदिर बन जाता है।
जब भक्ति कर्म में मिलती हे
तो वह सेवा बन जाती हेl
और
जब भक्ति व्यक्ति मे मिलती है
तो वह इनसान बन जाता है।
72,825 शिक्षक भर्ती:
ReplyDeleteदूसरी मेरिट कल तक संभव..
22 से 26 सितंबर तक होगी काउंसलिंग
प्राइमरी स्कूलों में 72,825 प्रशिक्षु
शिक्षकों की भर्ती के लिए दूसरी मेरिट शनिवार
की रात तक आने की संभावना है।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण
परिषद (एससीईआरटी) ने बृहस्पतिवार
को जिलों से रिक्त पदों के लिए मिले ब्यौरे
को एनआईसी को सौंप दिया है।
एनआईसी अधिकारियों ने
एससीईआरटी को आश्वासन दिया है
कि जल्द ही वह मिले ब्यौरे के आधार पर
मेरिट का निर्धारित करते हुए उसे सौंप देंगे।
प्राइमरी स्कूलों में प्रशिक्षु
शिक्षकों की दूसरी काउंसलिंग 22 से शुरू
होकर 26 सितंबर तक चलेगा।
एससीईआरटी को इसके पहले मेरिट
जारी करना है।एससीईआरटी ने यदि 20 तक
मेरिट जारी न
की तो अभ्यर्थियों को काउंसलिंग कराने के
लिए डायटों में पहुंचने में परेशानी होगी।
इसलिए एससीईआरटी ने एनआईसी के
अधिकारियों से कहा है कि जल्द ही मेरिट
निर्धारितका काम पूरा कर लिया जाए,
जिससे इसे ऑनलाइन करते हुए
जिलों को भेजा जा सके।
एनआईसी ने दिया आश्वासनजानकारों
की माने तो एनआईसी ने शुक्रवार की शाम
तक मेरिट निर्धारण की प्रक्रियापूरी कर
लेने का आश्वासन दिया है। बताया जा रहा है
कि इस बार 10 गुना अधिक
अभ्यर्थियों को काउंसलिंग के लिए
बुलाया जाएगा।इसके पहले, प्रशिक्षु
शिक्षकों की भर्ती के मामले में बने भ्रम
को सरकार ने दूर कर दिया था। राज्य
शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद
(एससीईआरटी) ने शुक्रवार को सभी डायट
प्राचार्य व बेसिक
शिक्षा अधिकारियों को शासनादेश भेजकर
सभी बिंदुओं पर स्थिति साफ कर दी।
अनारक्षित श्रेणी के अभ्यर्थी जिनके
स्नातक में 45 प्रतिशत अंक हैं, वे
भी काउंसलिंग में शामिल किए जाएंगे।
वहीं आरक्षित श्रेणी के 40 प्रतिशत अंक
वालों को भी भर्ती प्रक्रिया में शामिल करने
का निर्णय लिया गया है।इग्नू एवं
राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय से
दो वर्ष का पत्राचार बीएड करने
वालों को भी इस भर्ती के लिए पात्र
माना गया है।
एससीईआरटी करेंगे खर्च
का आकलनप्राइमरी स्कूलों में भर्ती होने
वाले 72,825 प्रशिक्षु शिक्षकों को छह
माह का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें तीन
माह का सैद्धांतिक और तीन माह
का क्रियात्मक प्रशिक्षण होगा।
सैद्धांतिक प्रशिक्षण डायट, सीटीई
तथा आईएएसआई में तथा क्रियात्मक
प्रशिक्षण स्कूलों में दिया जाएगा।सैद्धांति
क प्रशिक्षण पर आने वाले खर्च
का आकलन राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं
प्रशिक्षण परिषद व बेसिक शिक्षा के
निदेशक करेंगे। इसके आधार पर प्रशिक्षण
केंद्रों को धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी।
निदेशक से मिले अभ्यर्थीपहले चरण
की काउंसलिंग में डायट
प्राचार्यों की मनमानी से
अभ्यर्थियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था।
काउंसलिंग में विभाग
की लापरवाही का भी खुलासा हुआ। तमाम
जिलों में कम लोग पहुंचे, तो कुछ जगहों पर
अभ्यर्थियों का जमावड़ा लग गया।
एससीईआरटी के खुलते
ही वहां अभ्यर्थियों का जमावड़ा होने लगा।
देखते ही देखते वहां काफी संख्या में
अभ्यर्थी जुट गए। अभ्यर्थियों ने
एससीईआरटी के निदेशक से मिलकर पहले
चरण की काउंसलिंग में आने
वाली समस्याओं से अवगत कराया।उम्मीद
की जा रही है कि दूसरे चरण की काउंसलिंग
में इस तरह
की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा |
ZINDAGI Me 1 Bat Humesha Yad Rakhna...
ReplyDelete:
:
Kisike Sath Pyar Se Mazak Zarur Karna Pr,,,
Kabhi Kisike Sath Mazak Se Pyar Na Karna.
निग़ाहों से भी चोट लगती है ज़नाब
ReplyDeleteज़ब कोई देखकर भी अनदेखा कर देता है।
Jo wada karta hu use nibhana bhi janta hu
seene main dhadakti har aag bhujana bhi janta
hu
meri fitrat nahi kisi ka dil dukhane ki
koi ruthe to sahi main manana bhi janta hu.
# From :: AVI
सरदार भगत सिंह के साथ बम फेंक कर
ReplyDeleteअंग्रेजी शासन
की नींव हिला देने वाले महान
क्रांतिकारी बटुकेश्वर दत्त बचपन से
ही बेहद संवेदनशील थे। जब
भी वह किसी गरीब
को असहाय हालत में देखते, तो उनका हृदय करुणा से
भर उठता। जरूरतमंद की सहायता के लिए वे
हमेशा तैयार रहते थे।
एक दिन जब वे स्कूल जा रहे थे तो रास्ते में उन्होंने
एक भिखारी को बहुत दयनीय
हालत में पड़े देखा। वह बीमार था और
भूख-प्यास से तड़प रहा था। बालक बटुकेश्वर ने फौरन
उसे पानी पिलाया और फिर एक
राहगीर की मदद से उसे उठाकर
पास के एक खाली मकान में ले गए। उस दिन से
वह उसकी देखभाल में जुट गए। रोज स्कूल
जाते समय वह उसे अपना खाना और जेबखर्च के लिए
मिले पैसे दे जाते। भिखारी तेजी से
ठीक होने लगा। वह इस बालक
को आशार्वाद देते नहीं थकता था। वह
सोचता, आज इस दुनिया में भाई-भाई की मदद
नहीं करता और एक यह छोटा सा बालक
मेरी सेवा में पूरे मन से जुटा रहता है।
एक दिन स्कूल जाते वक्त बटुकेश्वर ने
पाया कि भिखारी अपनी जगह पर
नहीं है। पड़ोसियों से
पूछा तो पता चला कि बीती रात
अचानक
भिखारी की तबीयत
बेहद खराब हो गई और उसकी मृत्यु
हो गई। सुबह पड़ोसियों ने उसका दाह संस्कार कर
दिया था। यह सुनते ही बटुकेश्वर के
हाथ से स्कूल बैग छूट गया। उन्होंने
भीगी आंखों से आसमान
की ओर देखा और फिर फूट-फूट कर रोने लगे।
लोगों ने उन्हें चुप कराने की बहुत कोशिश
की पर वह घंटों वहीं बैठकर
रोते रहे। लोग छोटे से बालक का एक भिखारी के
लिए ऐसा प्रेम देखकर दंग रह गए।
"अमेरिका की बात हैं. एक युवक को व्यापार में बहुत नुकसान उठाना पड़ा.
ReplyDeleteउसपर बहुत कर्ज चढ़ गया, तमाम जमीन जायदाद गिरवी रखना पड़ी . दोस्तों ने भी मुंह फेर लिया,
जाहिर हैं वह बहुत हताश था. कही से कोई राह नहीं सूझ रही थी.
आशा की कोई किरण दिखाई न देती थी.
एक दिन वह एक park में बैठा अपनी परिस्थितियो पर चिंता कर रहा था.
तभी एक बुजुर्ग वहां पहुंचे. कपड़ो से और चेहरे से वे काफी अमीर लग रहे थे.
बुजुर्ग ने चिंता का कारण पूछा तो उसने अपनी सारी कहानी बता दी.
बुजुर्ग बोले -” चिंता मत करो. मेरा नाम John D. Rockefeller है.
मैं तुम्हे नहीं जानता,पर तुम मुझे सच्चे और ईमानदार लग रहे हो. इसलिए मैं तुम्हे दस लाख डॉलर का कर्ज देने को तैयार हूँ.”
फिर जेब से cheque book निकाल कर उन्होंने रकम दर्ज की और उस व्यक्ति को देते हुए बोले, “नौजवान, आज से ठीक एक साल बाद हम ठीक इसी जगह मिलेंगे. तब तुम मेरा कर्ज चुका देना.”
इतना कहकर वो चले गए.
युवक shocked था. Rockefeller
तब America के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक थे.
युवक को तो भरोसा ही नहीं हो रहा था की उसकी लगभग सारी मुश्किल हल हो गयी.
उसके पैरो को पंख लग गये.
घर पहुंचकर वह अपने कर्जो का हिसाब लगाने लगा.
बीसवी सदी की शुरुआत में 10 लाख डॉलर बहुत बड़ी धनराशि होती थी और आज भी है.
अचानक उसके मन में ख्याल आया. उसने सोचा एक अपरिचित व्यक्ति ने मुझपे भरोसा किया,
पर मैं खुद पर भरोसा नहीं कर रहा हूँ.
यह ख्याल आते ही उसने चेक को संभाल कर रख लिया.
उसने निश्चय कर लिया की पहले वह अपनी तरफ से पूरी कोशिश करेगा,
पूरी मेहनत करेगा की इस मुश्किल से
निकल जाए. उसके बाद भी अगर कोई चारा न बचे तो वो cheque use करेगा.
उस दिन के बाद युवक ने खुद को झोंक दिया.
बस एक ही धुन थी,
किसी तरह सारे कर्ज चुकाकर अपनी प्रतिष्ठा को फिर से पाना हैं.
उसकी कोशिशे रंग लाने लगी. कारोबार उबरने लगा, कर्ज चुकने लगा. साल भर बाद तो वो पहले से भी अच्छी स्तिथि में था.
निर्धारित दिन ठीक समय वह बगीचे में पहुँच गया.
वह चेक लेकर Rockefeller की राह देख रहा था
की वे दूर से आते दिखे.
जब वे पास पहुंचे तो युवक ने बड़ी श्रद्धा से उनका अभिवादन किया.
उनकी ओर चेक बढाकर उसने कुछ कहने के लिए मुंह खोल ही था की एक नर्स भागते हुए आई
और
झपट्टा मारकर उसने उस वृद्ध को पकड़ लिया.
युवक हैरान रह गया.
नर्स बोली, “यह पागल बार बार पागलखाने से भाग जाता हैं
और
लोगो को जॉन डी . Rockefeller के रूप में cheque बाँटता फिरता हैं. ”
अब वह युवक पहले से भी ज्यादा हैरान रह गया.
जिस cheque के बल पर उसने अपना पूरा डूबता कारोबार फिर से खड़ा किया,वह
फर्जी था!
पर यह बात जरुर साबित हुई की वास्तविक जीत हमारे इरादे , हौंसले और प्रयास में ही होती हैं.
हम सभी यदि खुद पर विश्वास रखे तो यक़ीनन किसी भी असुविधा से, situation से निपट सकते है.
ईसीलिए दोस्तों याद रखो-
" हमेशा हँसते रहिये,
एक दिन ज़िंदगी भी
आपको परेशान
करते करते थक जाएगी "!.
Girfriend And Boyfriend On Phone
ReplyDelete.
.
Boy:- Hey Aaj kya Khana Khaya...??
.
.
.
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Girl:- Tumhe Bas Yehi Batain Karni Aati
hain....
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Boy:- Oh oh Ok
ye Batao??
How Should Central Bank fight
these Inflationary Trends with Minimum
Intervention
In The Money Markets??
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.
Girl:- Hmmmm….
Daal Chawal khaye Hai
Sir mai apnai pita kai naam mai sudhar kiya hu y kai sataan par j kikiya hu hai sir kya councling mai koi parsani to nahi aigi koi upay bataiai sir
ReplyDeletemai aapka bahut abhari rahuga sir
Meri madad kigiai mob no 7068623152 sir aapka salah ka intzer hai
जब आप लोग ये जानते है कि ये मेरिट 2011 वाली है जिसमे राजा, मुन्ना, पप्पू, बबली सारी खिचड़ी है तो चलिए आपका दर्द बाँट लू- मै 72,825 सीटो के लिए पहली कॉन्सिलिंग को कॉन्सिलिंग नहीं, बल्कि सरकार के कंटेम्प्ट से बचने का नायब-तरीका मानता हूँ, जिसमे उन्होंने आनन-फानन में दत्तू जी के भय से गलत डेटा के साथ ही सही कॉन्सिलिंग कर दी, अब थोड़ा सा अपने दिमाग को चिल्ड करे-
ReplyDelete१- 68 लाख आवेदन में केवल एक गुना में अभी यही मानकर चल रहा हूँ, कि कॉन्सिलिंग शुरू ही नहीं हुई, पहली कॉन्सिलिंग तो अब यानि 10 गुना बुलाये जाने पर स्टार्ट हुई है।
२- जब आप लोग सब जानते है कि बी.टी सी वाले हो या अन्य जो भी इन तीन सालो के सफर में इस भर्ती से दूर हुए है, उनकी तसवीर इस सरकारी पहली और मेरे हिसाब से दूसरी कॉन्सिलिंग के बाद यानि इस कॉउंसलिंग के बाद किस-किस ने सीटें छोड़ी, और कहाँ-कहाँ कितनी सीट्स बची, उन सबका नाम काटा गया या नहीं जिसमे इस कॉन्सिलिंग में हिस्सा लिया था, सब-तब सामने आएगा जब ये सरकारी दूसरी और मेरे हिसाब से पहली कॉउंसलिंग ख़त्म होकर बची सीटो का ब्यौरा सामने आएगा |
ReplyDelete३- अब इस आने वाली मेरिट को 3 साल पहले वाली मेरिट मानकर खुश हो जाये।
मित्रो,,,,,,,,,
ReplyDelete( 1) मा0 सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आज डी0एड0
विशेष शिक्षा डिप्लोमाधारी के सम्बन्ध में
सुनवाई हुई, सुनवाई के दौरान मा0उच्च
न्यायालय द्वारा पारित निर्णय को यथावत
रखा गया है, जिसमें प्राइमरी शिक्षा के लिए
डी0एड0 विशेष शिक्षा को 10000 सहायक
अध्यापकों की भर्ती में शामिल होने
का रास्ता साफ हो गया। उ0प्र0 सरकार
को बैकफुट किया।
( 2) जूनियर भर्ती मे काउन्सिलिंग करा चुके 7 अभ्यर्थी, ( जिन्होने writ फाइल किया हुआ था ) वे अब प्राथमिक की 22 सितम्बर से होने वाली द्वितीय काउन्सिलिंग मे प्रतिभाग कर सकेगे, ( सभी लोग नही) ।
अफवाहो से दूर रहे ।
मित्रो,
ReplyDeleteआप लोगो से विनम्र अनुरोध है कि मेरे INBOX मे कृपया MESSEGE न करे, क्योकि मै जब भी आनलाइन होता हूँ तो NOTIFICATION देख कर ही REPLY करता हूँ, अगर आप लोग सहयोग करेगे, तो मुझे बहुत खुशी मिलेगी ।
जय टी.ई.टी.
ReplyDeleteमित्रो, दिनॉक 20-9-14 को सभी जिलो का कट-आफ आ जायेगा, ऐसी सूचना प्राप्त हो चुकी है ।
...धन्यवाद
जय टी.ई.टी.
72,825 शिक्षक भर्ती: दूसरी मेरिट कल तक
ReplyDeleteसंभव..
22 से 26 सितंबर तक होगी काउंसलिंग
प्राइमरी स्कूलों में 72,825 प्रशिक्षु
शिक्षकों की भर्ती के लिए दूसरी मेरिट शनिवार
की रात तक आने की संभावना है।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण
परिषद (एससीईआरटी) ने बृहस्पतिवार
को जिलों से रिक्त पदों के लिए मिले ब्यौरे
को एनआईसी को सौंप दिया है।
एनआईसी अधिकारियों ने
एससीईआरटी को आश्वासन दिया है
कि जल्द ही वह मिले ब्यौरे के आधार पर
मेरिट का निर्धारित करते हुए उसे सौंप देंगे।
प्राइमरी स्कूलों में प्रशिक्षु
शिक्षकों की दूसरी काउंसलिंग 22 से शुरू
होकर 26 सितंबर तक चलेगा।
एससीईआरटी को इसके पहले मेरिट
जारी करना है।एससीईआरटी ने यदि 20 तक
मेरिट जारी न
की तो अभ्यर्थियों को काउंसलिंग कराने के
लिए डायटों में पहुंचने में परेशानी होगी।
इसलिए एससीईआरटी ने एनआईसी के
अधिकारियों से कहा है कि जल्द ही मेरिट
निर्धारितका काम पूरा कर लिया जाए,
जिससे इसे ऑनलाइन करते हुए
जिलों को भेजा जा सके।
एनआईसी ने दिया आश्वासनजानकारों
की माने तो एनआईसी ने शुक्रवार की शाम
तक मेरिट निर्धारण की प्रक्रियापूरी कर
लेने का आश्वासन दिया है। बताया जा रहा है
कि इस बार 10 गुना अधिक
अभ्यर्थियों को काउंसलिंग के लिए
बुलाया जाएगा।इसके पहले, प्रशिक्षु
शिक्षकों की भर्ती के मामले में बने भ्रम
को सरकार ने दूर कर दिया था। राज्य
शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद
(एससीईआरटी) ने शुक्रवार को सभी डायट
प्राचार्य व बेसिक
शिक्षा अधिकारियों को शासनादेश भेजकर
सभी बिंदुओं पर स्थिति साफ कर दी।
अनारक्षित श्रेणी के अभ्यर्थी जिनके
स्नातक में 45 प्रतिशत अंक हैं, वे
भी काउंसलिंग में शामिल किए जाएंगे।
वहीं आरक्षित श्रेणी के 40 प्रतिशत अंक
वालों को भी भर्ती प्रक्रिया में शामिल करने
का निर्णय लिया गया है।इग्नू एवं
राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय से
दो वर्ष का पत्राचार बीएड करने
वालों को भी इस भर्ती के लिए पात्र
माना गया है।
एससीईआरटी करेंगे खर्च
का आकलनप्राइमरी स्कूलों में भर्ती होने
वाले 72,825 प्रशिक्षु शिक्षकों को छह
माह का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें तीन
माह का सैद्धांतिक और तीन माह
का क्रियात्मक प्रशिक्षण होगा।
सैद्धांतिक प्रशिक्षण डायट, सीटीई
तथा आईएएसआई में तथा क्रियात्मक
प्रशिक्षण स्कूलों में दिया जाएगा।सैद्धांति
क प्रशिक्षण पर आने वाले खर्च
का आकलन राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं
प्रशिक्षण परिषद व बेसिक शिक्षा के
निदेशक करेंगे। इसके आधार पर प्रशिक्षण
केंद्रों को धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी।
निदेशक से मिले अभ्यर्थीपहले चरण
की काउंसलिंग में डायट
प्राचार्यों की मनमानी से
अभ्यर्थियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था।
काउंसलिंग में विभाग
की लापरवाही का भी खुलासा हुआ। तमाम
जिलों में कम लोग पहुंचे, तो कुछ जगहों पर
अभ्यर्थियों का जमावड़ा लग गया।
एससीईआरटी के खुलते
ही वहां अभ्यर्थियों का जमावड़ा होने लगा।
देखते ही देखते वहां काफी संख्या में
अभ्यर्थी जुट गए। अभ्यर्थियों ने
एससीईआरटी के निदेशक से मिलकर पहले
चरण की काउंसलिंग में आने
वाली समस्याओं से अवगत कराया।उम्मीद
की जा रही है कि दूसरे चरण की काउंसलिंग
में इस तरह
की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा |
"यीशु वहां से चलकर, गलील की झील के पास आया, और पहाड़ पर चढ़कर वहां बैठ गया। और भीड़ पर भीड़ लंगड़ों, अन्धों, गूंगों, टुंड़ों, और बहुत औरों को लेकर उसके पास आए; और उन्हें उस के पांवों पर डाल दिया, और उस ने उन्हें चंगा किया। सो जब लोगों ने देखा, कि गूंगे बोलते और टुण्डे चंगे होते और लंगड़े चलते और अन्धे देखते हैं, तो अचम्भा करके इस्राएल के परमेश्वर की बड़ाई की॥''
ReplyDelete_____________________________________________________________ मत्ती 15:29-31 )
Good Evening Friends Dono me counselling karwane ka INTERIM ORDER diya gaya hai kewal yachika karta 7 logo par hi ye order diya gaya hai ...
ReplyDeleteBaki log khush na ho aur ye order sarkar mane ya na mane koi jaruri nahi hai writ final nahi hui hai 42 days ka time diya hai h.c ne sarkar ko jawab lagane ke liye..
Kewal 7 logo ko rahat mili hai..
Order ki line pade ....
"The petitioners are seven in number, they have preferred this writ petition for a direction upon the respondents to permit them to appear in the counselling of Prashikchu Shikshak in Primary Schools, which is going to commence from 22nd September, 2014."
पति के घर में प्रवेश करते
ReplyDeleteही पत्नी का गुस्सा फूट पड़ा ‘‘ पूरे दिन
कहाँ रहे? आफिस में
पता किया वहाँ भी नहीं पहुँचे।
मामला क्या है?‘‘...
‘‘ वो-वो……….मैं……….
पति की हकलाहट पर झल्लाते हुए पत्नी फिर
बरसी‘‘ बोलते नही? कहां चले गये थे।
ये गंन्दा बक्सा और
कपड़ों की पोटली किसकी उठा लाये?‘‘
‘‘ वो मैं माँ को लाने गाँव चला गया था।‘‘
पति थोड़ी हिम्मत करके बोला।
‘‘ क्या कहा, तुम्हारी मां को यहां ले आये?
शर्म नहीं आई तुम्हें। तुम्हारे भाईयों के
पास इन्हे क्या तकलीफ है?‘‘ आग
बबूला थी पत्नी, इसलिये उसने पास
खड़ी फटी सफेद साड़ी से आँखें
पोंछती बीमार वृद्धा की तरफ देखा तक
नहीं।
‘‘इन्हें मेरे भाईयों के पास
नहीं छोड़ा जो सकता। तुम समझ
क्यों नहीं रहीं।‘‘ पति ने दबीजुबान से कहा।
‘‘क्यों, यहाँ कोई कुबेर का खजाना रखा है?
तुम्हारी सात हजार रूपल्ली की पगार में
बच्चों की पढ़ाई और घर खर्च कैसे
चला रही हूँ मैं ही जानती हूँ ‘‘ पत्नी का स्वर
उतना ही तीव्र था।
‘‘अब ये हमारे पास ही रहेगी।‘‘पति ने
कठोरता अपनाई।
‘‘ मैं कहती हूँ इन्हें इसी वक्त वापिस छोड़ कर
आओ। वरना मैं इस घर में एक पल
भी नहीं रहूंगी और इन
महारानीजी को भी यहाँ आते
जरा भी लाज नहीं आई।‘‘कह कर औरत की तरफ
देखा तो पाँव तले से जमीन सरक गयी। झेंपते हुए
पत्नी बोली।
‘‘मां तुम!???????????????‘‘
‘‘हाँ बेटा! तुम्हारे भाई और भाभी ने मुझे घर से
निकाल दिया। दामाद जी को फोन
किया तो ये मुझे यहां ले आये।‘‘ बुढ़िया ने
कहा तो पत्नी ने गदगद
नजरों से पति की तरफ देखा और मुस्कराते हुए
बोली।
‘‘ आप भी बड़े वो हो डार्लिंग, पहले
क्यों नहीं बतायाकि मेरी मां को लाने गये
थे।‘‘""
These days everybody is on Facebook. Is God too on Facebook?
ReplyDeleteEvery face is a book of God.
___________________________________श्री श्री रविशंकर
Abhi leaders logo ki mulaqaat scert k manoj sir se hui. Unhone kha ki aaj bhi cutt off nhi aa payega.lekin kal late night aane ki poori sambhavna h. Rank k bare me koi b bhavisyvaani nhi ho sakti.isliye kisi merit vale post ko gambhirta se na le.coun.ki taiyari kare.22 se hi con.honi h.....jai..tet..
ReplyDelete.
ReplyDelete.
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जब भी आता है तेरा नाम मेरे नाम के साथ,
जाने क्यों लोग मेरे नाम से जल जाते हैं।
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ReplyDelete.
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तुमको देखा तो फिर "उसको" न देखा हमने ।
चाँद कहता ही रहा...............
मै चाँद हूँ ........
मै चाँद हूँ ........
मै चाँद हूँ ........
एक बार एक लड़की कार चला रही थी और पास में उसके
ReplyDeleteपिताजी बैठे थे.
राह में एक भयंकर तूफ़ान आया और लड़की ने पिता से पूछा --
अब हम क्या करें?
पिता ने जवाब दिया -- कार चलाते रहो.
तूफ़ान में कार चलाना बहुत ही मुश्किल हो रहा था, तूफ़ान और
भयंकर होता जा रहा था. अब मैं क्या करू ? -- लड़की ने
पुनः पूछा.
कार चलाते रहो. -- पिता ने पुनः कहा.
थोड़ा आगे जाने पर लड़की ने देखा की राह में कई वाहन तूफ़ान
की वजह से रुके हुए थे......
उसने फिर अपने पिता से कहा -- मुझे कार रोक
देनी चाहिए.......मैंमुश्किल से देख पा रही हूँ.......
यह भयंकर है और प्रत्येक ने अपना वाहन रोक दिया है.......
उसके पिता ने फिर निर्देशित किया -- कार रोकना नहीं. बस
चलाते रहो....
तूफ़ान ने बहुत ही भयंकर रूप धारण कर लिया था किन्तु लड़की ने
कार चलाना नहीं छोड़ा..........
और अचानक ही उसने देखा कि कुछ साफ़ दिखने लगा है.........
कुछ किलो मीटर आगे जाने के पश्चात लड़की ने देखा कि तूफ़ान
थम गया और सूर्य निकल आया......
अब उसके पिता ने कहा -- अब तुम कार रोक सकती हो और
बाहर आ सकती हो........
लड़की ने पूछा -- पर अब क्यों?
पिता ने कहा -- जब तुम बाहर आओगी तो देखोगी कि जो राह
में रुक गए थे, वे अभी भी तूफ़ान में फंसे हुए हैं......
चूँकि तुमने कार चलाने का प्रयत्न नहीं छोड़ा, तुम तूफ़ान के
बाहर हो......
MORAL::
यह किस्सा उन लोगों के लिए एक प्रमाण है जो कठिन समय से
गुजर रहे हैं.........
मजबूत से मजबूत इंसान भी प्रयास छोड़ देते हैं........किन्तु
प्रयास कभी भी छोड़ना नहीं चाहिए.......
निश्चित ही जिन्दगी का कठिन समय गुजर जायेंगे और सुबह के
सूर्य की भांति चमक आपके जीवन में पुनः आयेगी.......!!!!!
ऐसा नहीं है की जिंदगी बहुत छोटी है। दरअसल हम
जीना ही बहुत देर से शुरू करते हैं।
Amitabh :- Mausi ........ Veeru ko to tum jaanti hi ho ...... ShikshaMitra hone se pahle wo mera Dost aur Bhai bhi hai .... Ab to Teacher bhi ban gaya hai .... Mai chahta hoon Basanti ka Byaah Tum Veeru se kar do
ReplyDelete.
Mausi :- Bura na maanna beta ....... Magar Shadi byah koi gudaa gudiya ka khel to nahi hai .......... Itna to jaanna hi padhta hai ke Ladka kaisa hai ... Uske Lachchan kaise hain ? ...
.
Amitabh :- Arre Mausi ! ...... Mera Dost to heera hai ...heera .... Aisa Ladka tumhe chiraag le ke dhoondhne par bhi nahi milega
.
Mausi :- Achchha ....... Teacher ho gaya hai ..... TET kab paas kya tha usne beta ... ?
.
Amitabh :- Arre Mausi TET bhi koi paas karne ki cheej hai ..... Wo to kahta hai "Phaansi manzoor magar TET nahi "........ Arre TET to wo nahi dega .... Bina TET ke hi teacher bana diya gaya .. wo baat alag hai ke abhi Court se faisla aana baaki hai
.
Mausi :- Hai Raaaam ............. TET paas nahi hai aur TET se itna darta bhi hai
.
Amitabh :- Arre Nahi Mausi ..... Uske jaisa Bahadur to koi nahi ... Wo kisi se nahi darta .... Ab ye Kambakht TET Exam hi aisa hai ke bade bade Qaabil Log bhi dete hai to 5-10% hi qualify kar paate hain ... Kya karen ?
.
Mausi :- Achchha ......... Itna to padhna jaanta hi hoga ..ke kal ko apne hi bachcho ko 20 tak Pahaada sikha sake
.
Amitabh :- Ab Kyaaaaa Bataaae Mausi ........... Kitaab Laakar di hai .... Pahaada bhi yaad kar lega
.
Mausi :- Hai Raaaaam ! ..... ........ 20 tak pahada bhi nahi aata
.
Amitabh :- Nahi Nahi Mausi ..... Maine aisa kab kaha .....Arre ab ye MEDIA waale kambakht hain hi aise ke achaanak kuchh bhi poochh lete hai ..to bechara ghabra gaya tha ... nahi suna paaya .... Pichhli baar school me hi apni hi student ko chherne ki khabar wo chhap hi chuke the na
.
Mausi :- Hai Raaaam ...... Ladki bhi chherta hai
.
Amitabh :- Arre Nahi Mausi ...... Wo aur Ladki Chhere ? .. Na .... Na ... Arre ab Bina TET ke hi NIYUKTI Patra mil jaae to khushi ke maare kahan achchhe bure ka hosh rahta hai ..... Pakad liya apni hi student ka haath
.
Mausi :- Theek kahte ho betaaaaaa ...... Ab jaraa apne honhaar dost ka khaandan bhi bata do ....
.
Amitabh :- Khaandan ka pata chalte hi hum aapko EK MISS CALL kar denge
............... To Mausi .... phir mai ye Rishta pakka samjhu ?
.
Mausi :- Pakka ???? .... Arre TET paas nahi wo .... 20 tak pahaada na jaane wo ....... Ladki chhere wo ......
Bhale hi Basanti saari umar kunwaari rah jaaye .... ek TET qlfd berozgar se uska byaah kar doongi magar tumhare dost se nahi ...samjhe ?
चुप रहना ही बेहतर है, जमाने के हिसाब
ReplyDeleteसे……………………
धोखा खा जाते है, अक्सर ज्यादा बोलने वाले !!
एक शवयात्रा में अर्थी के आगे एक कुत्ता 🐕चल
ReplyDeleteरहा था और उसके पीछे
सैकड़ों व्यक्तियों 😎की लम्बी लाइन चल रही थी...
एक राहगीर ने हैरान होकर पूछा, "भाईसाहब,
अर्थी के आगे चलता हुआ कुत्ता बहुत अजीब लग
रहा है, यह किसकी अर्थी है...?
व्यक्ति ने जवाब दिया, "यह
मेरी पत्नी की अर्थी है, और उसकी मौत इस कुत्ते
के काटने से हुई है...
राहगीर ने तुरन्त कहा, "क्या आप एक दिन के लिए
अपना कुत्ता मुझे उधार देंगे...?
व्यक्ति बोला, "तुम्हें क्या लगता है, अर्थी के पीछे
चल रहे ये सैकड़ों लोग मेरी पत्नी के रिश्तेदार हैं...
ये सब भी कुत्ता लेने ही आए हैं... जाओ, तुम
भी लाइन में लग जाओ...
Ek KG class ka ladka apni class me
ReplyDeletebaitha tha..
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Ek cute si ladki speech shuru
karne
jaa rahi thi ki
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usse pehle ladke ne apne dono
hatho se apne kaan
band kar diye...
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Frnd:" Tune apne haato se kaan
kyu
band kiye..???
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Ladka:" Ale jo spech dene
jaalahi aa na..
wo meli gal flend hai ..
wo spech k chulu me hi bolegi...
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..
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"my deal brothels nd shistels"
File cover ke upar lagne vala performa:
ReplyDeleteprashikshu shikshak chayan 2011
avedit janpad
avedit pad
cotrol id
computer id
category
tet marks
name
father name
dob
address
village/city
post
tehsil
thana
distt
state
pin code
mob no.
Iski photo copy kra ke sb filo par use kre.
प्राइमरी और जूनियर प्रेमिओ यदि इतना ही विश्वास है तो जूनियर या प्राइमरी में से किसी एक का चुनाव क्यों नही करते ?
ReplyDeleteजूनियर रद्द होगी ये लगभग सभी जानते है ।
इसीलिए मन में इतना भय है कि जूनियर के चक्कर में प्राइमरी भी न छिन जाय ।
जो आपके ऐब दिखाते हैं उन्हें मत खोना..
ReplyDeleteकहाँ मिलते हैं आजकल आइना दिखाने वाले....
कभी पीठ पीछे आपकी बात चले तो घबराना मत ...
ReplyDeleteबात तो "उन्हीं की होती है"..
जिनमें कोई " बात " होती है...!!
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteGod will provide for your needs. His providence may not always be in the form of material wealth, but He will provide. He may provide you with talent or with skill. He may provide you with opportunities. He may provide you with strength. He may provide you with time. He may provide you with faith. He may provide you with people who will support you and give you hope. He will never forsake you. Each moment that you are alive is a sure sign that God is already providing for you because He is right now providing you with His love
ReplyDeleteदोस्तों
ReplyDeleteजूनियर पास सभी लोगो का मैं आह्वाहन करता हु जो प्राइमरी में भी काउन्सलिंग करवाना चाहते है | आप सभी जन हित में नही देश हित रिट करो और जज साहब से कहना की हम ज्यादा काबिल है हम दोनों में नौकरी करेंगे और दोनों की पेमेंट उठाएंगे | और ये भी उनसे आग्रह करना की हम सबके दोनों में ज्यादा नंबर है तो हम लो मेरिट वाले को मार भी सकते है कभी भी क्योंकि उसका जीवन जीवन नही है वो जीने योग्य है ही नही.और ये भी कहना की दोनों जगह बच्चो को पढ़ते पडाते अगर हम पी सी एस पास कर लेते है तो भी हम तीनो में काम करेंगे |
और हमें पूरी उम्मीद है जज साहब आप सबको ना नहीं कर पाएंगे |
अब दोनों को गेम बना कर खेलो |
Sabko nhi,
ReplyDelete.
Jnr bharti me counselling kra chuke candidates me se kewal 7 ko hi 72,825 prt me counselling kraane ki chhoot mili hai,
.
.
Court No. - 1
Case :- WRIT - A No. - 48111 of 2014
Petitioner :- Mayank Yadav And 6 Ors
Respondent :- State Of U.P. And 7 Ors
Counsel for Petitioner :- D.K. Singh,V.K. Singh
Counsel for Respondent :- C.S.C.,A.K. Yadav,Awadhesh Kumar,B.P. Singh,P.D. Tripathi
Hon'ble Pradeep Kumar Singh Baghel,J.
The petitioners are seven in number, they have preferred this writ petition for a direction upon the respondents to permit them to appear in the counselling of Prashikchu Shikshak in Primary Schools, which is going to commence from 22nd September, 2014.
The grievance of the petitioners is that they had applied for the appointment as Assistant Teacher in Senior Basic Schools. They submitted their original educational testimonials and their counseling has been completed but the select list� is yet to be declared. In the meantime petitioners want to apply for appointment as Trainee Teacher in the Primary Schools but Basic Shiksha Adhikari is not returning their educational testimonials on the ground that in the advertisement at condition no.9 was the educational testimonials will not be returned until final selection is over.� For the said reasons petitioners are unable to participate in the ensuing counseling which is going to commence from 22nd September, 2014.
It is contended� by the learned counsel for the petitioner is that if they are not allowed to participate in the counseling they would suffer irreparable loss to their career.
On 8th September, 2014 learned Standing Counsel was required to seek instructions in the matter. It is stated that inspite of information to the concerned authority he has not received the instruction.
In view of the fact that the counseling is going to commence from 22nd September, 2014 in my view to meet the end of justice a direction is necessary to be issued to the concerned Basic Education Officer to allow the petitioners to participate in the counseling for trainee teachers on production of their educational testimonials duly attested.Their selection shall abide the result of the writ petition.
Learned Standing Counsel seeks six weeks time to file counter affidavit. Rejoinder, if any, within a week thereafter.
List this case in the week commencing 17th November, 2014.
Order Date :- 19.9.2014
ssm
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जहाँ याद ना आये तेरी,
ReplyDeleteवह तन्हाई किस काम की.
बिगड़े रिश्ते न बने तो खुदाई किस काम की..
बेशक अपनी मंज़िल तक
जाना है हमें लेकिन जहां से अपने न दिखें......
वह ऊंचाई किस काम की..
शुभ रात्रि 98.................
candidates nai nai writs daalkar sirf bharti fansana chahte hai jabki vigyapan ki sharten pura karne wale hi patra hain, vigyapan ki apne hit k anusaar vyakhya ki jaa rahi hai fir bhi mera maan-na hai ki councelling ki aagya sabhi tarah k cases ko kuchh sharton k saath di jaaye aur unhe unke particular court case ke antrim aadesh ki sharton k tahat unse clearly mentioned affidevit bhrwaakar hi niyukti patra jaari kiye jaayen. any suggestion?
ReplyDelete% distance education niwas manyata = In sabki yaad sarkaar ko vigyapan nikaalte samay kyon nahin aati hai aur naukari dete samay constittion se khoj khoj k sewa niyamawali k words ki vyakhya ki jaati hai. UP me aapsi jhagde use PICHHADAANCHAL banaakar hi dum lenge.
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