-कई विभागों की मोहरे, प्रमाण पत्र और मार्कशीट हुई बरामद
-फर्जी वोटर पहचान पत्र भी बनाता था गिरोह
बरेली, जागरण संवाददाता : शातिर जालसाजों ने मोटी कमाई के लिए कई सरकारी विभागों के फर्जी प्रमाण पत्र तैयार कर बेच दिए। हाईस्कूल और इंटर की मार्कशीट भी बनाई, जिन्हें डेढ़ हजार रुपये तक में बेचा जाता था। एसओजी ने गैंग का खुलासा कर शिक्षामित्र समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जबकि तीसरा फरार है। गिरफ्तार हुए दोनों युवकों के पास से नकली मोहरें, मार्कशीट समेत कई प्रमाण पत्र बरामद हुए हैं।
शहर में फर्जी प्रमाण पत्र बनाए जाने की सूचना पर एसओजी प्रभारी विकास सक्सेना की टीम ने मिनी बाईपास पर दो युवकों को गिरफ्तार किया। इनमें लालाराम तिवारी इज्जतनगर की बसंत विहार कालोनी और भोजीपुरा के पिपरिया गांव में रहने वाला हाकिम अली है। लालाराम भोजीपुरा ब्लाक के करमपुर प्राथमिक विद्यालय में शिक्षामित्र है। पुलिस को उनके पास से हाईस्कूल की 15 मार्कशीट, 26 प्रमाणपत्र, इंटरमीडिएट की सात मार्कशीट, 12 प्रमाणपत्र, विभिन्न सरकारी विभागों की 45 मोहरें, शिक्षा विभाग के कोरे कागजात, सरकारी फार्म और भारत निर्वाचन आयोग के चार पहचान पत्र बरामद हुए।
बल्लिया से मिलता है कोरा कागज
पकड़े गए अभियुक्तों ने पुलिस को बताया कि सीबीगंज के गांव बिबियापुर में रहने वाला तीसरा साथी सत्य प्रकाश शर्मा की बल्लिया में किसी सरकारी महकमे में सांठगांठ है। वही बल्लिया से जाली कागजात के कोरे कागज और फार्म लेकर आता है। इसके बाद तीनों मिलकर मोहरों के जरिए फर्जी कागजात तैयार कर जरूरतमंदों को बेचते थे। हाईस्कूल और इंटर की मार्कशीट डेढ़ हजार में बेची जाती थी। दोनों से बरामद मार्कशीट बल्लिया में ही तैयार की गई हैं।
लोन दिलाना और कर्ज माफ भी कराते थे आरोपी
शिक्षामित्र लाला राम ग्रेजुएशन और हाकिम अली बारहवीं पास है। मगर हर विभाग के जटिल काम चुटकियों में करना उनके बाएं हाथ का खेल है। शिक्षा, स्वास्थ्य, प्रशासन और बैंकों में सक्रिए रहने वाले गिरोह के सदस्य फर्जी कागजों के जरिए लोन पास कराते थे। फर्जी कागजों के जरिए किसानों को मिलने वाली अन्य सुविधाएं दिलवाने की जिम्मेदारी भी लेते। जिसके बदले मोटी रकम वसूलते थे।
फर्जी आईडी बन सकती सुरक्षा को खतरा
आरोपियों के पास से चार फर्जी पहचान पत्र भी बरामद हुए हैं।
फर्जी पहचान पत्र बनाया जाता गंभीर मामला है। यह देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ भी है। पिछले दिनों कोतवाली पुलिस ने बांग्लादेशी नागरिक को पकड़ा भी था, जिसके पास से यहां का बना फर्जी पहचान पत्र भी बरामद हुआ है। अ
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फर्जी प्रमाणपत्र बनाने वालों के खिलाफ गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। उनके तीसरे साथी की तलाश पुलिस कर रही है। इसके साथ ही अन्य विभागों में भी उनके कनेक्शन तलाशे जा रहे हैं।
शिव सागर सिंह, एसपी सिटी
News : Jagran (23.5.12)
चयनित अभ्यर्थियों के प्रशिक्षण में हीलाहवाली
ReplyDeleteजौनपुर: विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण-2008 के प्रशिक्षण हेतु चयनित अभ्यर्थियों ने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) पर प्रशिक्षण कार्य शुरू करने में अनावश्यक हीलाहवाली का आरोप लगाया है।
इन अभ्यर्थियों ने बुधवार को जिलाधिकारी डा.बलकार सिंह को सौंपे ज्ञापन में कहा है कि प्रशिक्षण हेतु गत 25 जनवरी को मूल प्रमाण पत्र तो जमा करा लिया गया लेकिन कोई न कोई बहाना बनाकर प्रशिक्षण कार्य शुरू नहीं किया गया।
चयनित अभ्यर्थियों ने डायट की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए जिलाधिकारी से हस्तक्षेप कर प्रशिक्षण कार्य अविलम्ब शुरू कराए जाने की मांग की है।
ज्ञापन देने वालों में सर्वेश कुमार, आनन्द प्रकाश सिंह, आलोक कुमार, मनोज कुमार, बृजेश, धर्मेन्द्र कुमार आदि अभ्यर्थी शामिल रहे।
jagaran yahoo(23 may)
WE WILL WIN
ReplyDeleteMuskan ji! Uptet prt ka facbook page kya hua? Mere frnd list me se achanak gayab ho gaya .kya apne mujhe unfriend kar diya hai?
ReplyDeletesame problem mere sath bhi h
Deleteसोनभद्र : बीएड, बीपीएड बेरोजगार संघर्ष समिति के बैनर तले बुधवार को टीईटी पास अभ्यर्थियों ने जिलाधिकारी से मिलकर प्राथमिक विद्यालयों में तैनाती की मांग की है।
ReplyDeleteसंघर्ष समिति के जिलाध्यक्ष संतोष कुमार वर्मा ने कहा कि टीईटी का परीक्षा परिणाम आए नौ माह बीत गए हैं। बावजूद अभ्यर्थियों की तैनाती प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक के पद पर नहीं हुई। सूबे में बसपा सरकार हटने के बावजूद टीईटी पास अभ्यर्थियों को सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है। वक्ताओं ने कहा कि उनका सब्र टूट गया है। बोले यदि बीते चुनाव में यह अभ्यर्थी शिक्षक बनने के आस में सपा को मत दे सकते हैं तो मांग पूरी न होने पर पांच साल कार्यकाल के बाद होने वाले विधान सभा चुनाव में सपा के विरोध में मतदान भी कर सकते हैं। इस मामले में वर्तमान सरकार की चुप्पी से अभ्यर्थियों में रोष है। बताया कि जिले में 72825 प्राथमिक विद्यालय में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में देरी की जा रही है। भर्ती न होने से कई अभ्यर्थी अवसाद से ग्रस्त हो गए हैं। शिक्षकों की तैनाती न होने से शिक्षा का अधिकार अधिनियम भी परवान नहीं चढ़ पा रहा है। मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी सुहास एलवाई को सौंपा गया है। इस मौके पर संतोष यादव, विनय, सदाब आलम, सुरेश शर्मा, जनेश्वर पाठक, रमेश मौर्य, बलवंत सिंह, बाबू लाल व मनोज कुमार आदि उपस्थित थे।
T.E.T. CANCEL HOGA.
ReplyDeleteT.E.T. CANCEL HOGA.
T.E.T. CANCEL HOGA.
जनपद में बहेगी बेहतर माध्यमिक शिक्षा की बयार
ReplyDeleteStory Update : Sunday, May 20, 2012 12:01 AM
अमरोहा। राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत जनपद में शिक्षा की दशा सुधार के लिए 25 करोड़ का बजट खर्च किया जाएगा। वहीं, जनपद के 12 राजकीय जूनियर विद्यालय अपग्रेड होंगे।
राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत वर्ष 2012-13 की 25 करोड़, 11 लाख, 34 हजार रुपये की वार्षिक कार्य योजना तैयार की गई है। प्रस्ताव को पास होने केलिए शासन में रखा दिया गया है। जिसमें 11 करोड़ के बजट से 12 नवीन राजकीय हाईस्कूलों की स्थापना कराई जाएगी। एक करोड़ 76 लाख से राजकीय विद्यालयों में 26 अतिरिक्त कक्षों का निर्माण कराया जाएगा। इसके अलावा 18 कालेजों में विज्ञान प्रयोगशाला की स्थापना कराई जाएगी। इसके निर्माण पर प्रत्येक कालेज को 5.63 लाख का बजट भेजा जाएगा। दस लाख की लागत से दो कालेजों में कंप्यूटर रूम का निर्माण होगा। वहीं, विद्यालयों में आर्ट एंड रूम का निर्माण होगा। इसके निर्माण के लिए प्रत्येक विद्यालय को पांच लाख की धनराशि जारी की जाएगी। 18 कालेजों में यूनिक टायलेट स्थापित होंगे। तीन राजकीय कालेज और 33 अनुदानित कालेजों में पेयजल व्यवस्था को दुरुस्त करने लिए पचास-पचास हजार रुपये की धनराशि भेजी जाएगी। सभी कालेजों में लैब उपकरण मुहैया कराए जाएंगे। 4 करोड़ 52 लाख वेतन पर खर्च होगा। 76 लाख शिक्षकों की ट्रेनिंग पर खर्च होगा। मैनेजमेंट मॉनिटरिंग रिसर्च और ड्रेस और पाठ्य पुस्तकों के वितरण पर 3.30 करोड़ रुपये का बजट खर्च किया जाएगा। वार्षिक कार्य योजना बनाकर शासन को भेजी गई। शासन से प्रस्ताव को हरी झंडी मिलना शेष रहा है।
वार्षिक कार्य योजना तैयार कर प्रस्ताव सीमैट इलाहाबाद में जमा कर दिया है। विशेषज्ञों द्वारा जांच उपरांत कार्य योजना में संशोधन कर अंतिम रूप से 25 करोड़ की कार्य योजना को शामिल किया है।
मरगूब हुसैन डीसी
जिले में पर्याप्त स्कूलों की मांग एवं विभिन्न मदों में अधिकतम धनराशि की मांग शासन से की गई है। ताकि राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान को अधिक संसाधन युक्त एवं गुणवत्ता प्राप्त बनाने में मदद मिल सकें।
प्रवीण कुमार उपाध्याय, जिला विद्यालय निरीक्षक
Age limit for primary school teachers recruitment extended to 40 years in Uttar Pradesh
ReplyDeletePublication: Jagran Post
Date: Fri, 2011-10-28
Lucknow: Here’s a piece of good news for the candidates applying for the post of primary school teachers in Uttar Pradesh. The state government has now extended the age limit till 40 years for recruitment of teachers in primary government schools.
Giving approval to the proposal by Basic Education Department, the state government has issued an order to raise the age limit from 35 years to 40 years to fill around 70,000 posts of primary school teachers lying vacant.
Source: http://post.jagran.com/age-limit-for-primary-school-teachers-recruitment-extended-to-40-years-in-uttar-pradesh-1319017254-1
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rti india
ye kis bharati ke liye hai
ReplyDeleteLo bhaiyya jod lo
ReplyDeleteHS & INTER KO merit me
1500 rs do or 80-90 persent ki marksheet le lo
ho jayega sarv shiksha abhiyaan safal
court me kal bhi next date milegi
ReplyDeleteSonu jee aap waha ke judge ho jo roz date date kiye rahte ho.........ab bas karo yaar itni date bahut mil chuki hai.....ab pet bhar chuka hai.
ReplyDeleteDate mil mil kar pagal hogaye hai. aur saayad kal b............
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeletesuno gaur se acd valo
ReplyDeleteburi najar n tet par dalo
chahe jitana jor lagalo
sabse age prt banege tet vale
maine kaha hai jo ab tum bhi kaho
tet is best
निकाय चुनाव : आदर्श आचार संहिता जारी Updated on: Thu, 24 May 2012 12:53 AM (IST)
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- चुनाव की अधिसूचना की तिथि से होगी लागू
लखनऊ, जाब्यू : भले ही अभी नगरीय निकाय चुनाव की तारीखें तय नहीं है लेकिन राज्य निर्वाचन आयोग ने आदर्श आचार संहिता संबंधी आदेश बुधवार को जारी कर दिया। चुनाव की अधिसूचना जारी होने की तिथि से आचार संहिता प्रभावी होगी। अधिसूचना जल्द ही जारी होने की उम्मीद है।
राज्य निर्वाचन आयुक्त एसके अग्रवालका कहना है कि स्वतंत्र, निष्पक्ष व पारदर्शी निकाय चुनाव कराने के लिए नियमानुसार आदर्श आचार संहिता को लागू किया जाएगा। इस संबंध में बुधवार को आयोग के संयुक्त आयुक्त जयप्रकाश सिंह की ओर से सात पेज का आदेशजारी कर दिया गया। आदेश के मुताबिक निकाय चुनाव के दौरान राजनीतिक दलों,उम्मीदवारों, मतदाताओं, शासकीय व अर्द्धशासकीय विभागों व निर्वाचन प्रक्रिया से संबद्ध अधिकारियों व कर्मचारियों पर इस बार भी उसी तरह की आदर्श आचार संहिता लागू रहेगी जैसी पूर्व के निकाय चुनाव में लागू रहती थी। वैसे तो चुनाव के दौरान निर्वाचनसे जुड़े अफसरों-कर्मचारियों के स्थानांतरण, नियुक्ति, प्रोन्नति पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा लेकिन अपरिहार्य परिस्थिति में आयोग की अनुमति लेकर उक्त को किया जा सकेगा। आयुक्त ने बताया कि आचार संहिता का आदेश, निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी होने की तिथि से चुनाव की प्रक्रिया समाप्त होने तक प्रभावी रहेगी। विदित हो कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत सूबे के निकाय चुनाव की प्रक्रिया 15 जुलाई से पहले पूरी होनी है। ऐसे में चुनाव की अधिसूचना एक-दो दिन बाद कभी भी जारी होने की उम्मीद है।
abhi tak to CM ne bhi decision nhi diya hain aj 24 date hain 10 day pure ho gye.
ReplyDelete10 जून तक आयेगी आकाश2 की पहली खेप अमर उजाला ब्यूरो
ReplyDeleteStory Update : Thursday, May 24,2012 1:15 AM
मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल द्वारा मई में आकाश टैबलेट छात्रों को हर हाल में उपलब्ध कराने का दावा फिलहाल हवाई साबित होता नजर आरहा है। मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार अब दस जून तक आकाश टैबलेट की आपूर्ति होने की उम्मीद है। इसके बाद ही यह छात्रों को वितरित किया जा सकेगा।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सस्तीकीमत वाले आकाश टैबलेट की लांचिंग बड़े जोर शोर से की थी। लेकिन कई बार वादों के बावजूद अभी तक इसकी आपूर्ति सुनिश्चित नहीं हो सकी है। उल्लेखनीयहै कि कनाडा की एक कंपनी डेटाविंड को एक लाख टैबलेट आपूर्ति का ठेका लगभग एक साल पहले दिया गया था। लेकिन विभिन्न विवादों व प्रथम खेप में प्राप्त टैबलेट की खराब गुणवत्ता आदिके कारण यह मामला अधर में लटक गया।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने वर्ष 2012-13 में 50 लाख टैबलेट खरीदने का लक्ष्य रखा है लेकिन पिछले वित्त वर्ष के एक लाख टैबलेट की आपूर्ति को लेकर जिस तरह के विवाद व लेटलतीफी चल रही है उससे आगे इस लक्ष्य के किसी भी हाल में पूरा होने की उम्मीद नजर नहींआ रही है।
इस टैबलेट का छात्रों को बेसब्री से इंतजार है। इस बीच मंत्रालय ने दस लाखटैबलेट के लिए एक और टेंडर जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी
यूपी बोर्ड के कई अधिकारी-कर्मचारी होंगे स्थानांतरित Updated on: Wed, 23 May 2012 06:20 PM (IST)
ReplyDeleteShare:
--कार्रवाई--
-व्यवस्था दुरुस्त करने में जुटा महकमा
-मुख्यालय में जमे अधिकारियों में हड़कंप
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद :
यूपी बोर्ड के कई अधिकारी, कर्मचारी आगामी कुछ दिनों में इलाहाबाद मुख्यालय से बाहर भेजे जा सकते हैं। इसके लिए बोर्ड द्वारा ऐसे अधिकारियों और कर्मचारियों की सूची तैयार करने पर विचार किया जा रहा है, जो कई साल से मुख्यालय में जमे हैं। बीते माह भी बोर्ड ने करीब 30 अधिकारियों और कर्मचारियों का स्थानांतरण किया था। इनमें से तीन अधिकारी और तीन कर्मचारी को दूसरे मंडलों में भेजा गया था।
विभागीय सूत्रों की मानें तो यूपी बोर्ड नए शिक्षण सत्र से पहले शैक्षणिक और विभाग की आंतरिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए तबादले पर जोर दे रहा है। विभाग की इसमंशा से जहां कई अधिकारी परेशान हैं, वहीं कर्मचारी भी उहापोह में हैं। हालांकि इस मसले पर अभी कुछ निर्णय नहीं लिया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि जल्द ही तबादला करने का फैसला लिया जा सकता है।
सूत्रों का कहना है कि मुख्यालय में करीब आधा दर्जन से अधिक अधिकारी और एक दर्जन के लगभग कर्मचारी पिछले कई साल से मुख्यालय में पदस्थ हैं। इसकेअलावा कुछ अन्य कर्मचारियों को मुख्यालय से क्षेत्रीय कार्यालय भी भेजा जा सकता है। हालांकि बोर्ड के अधिकारी इसे नियमित कार्रवाई मान रहे हैं।
yadav ji kuch tet ke baare me bhi bta do?
ReplyDeletedosto! ydi bharti jald shuru krana chahte ho to hc p dabao banana hi hoga n tbhi hm gov pe bhi dabao bna sakte hi nhi to gov mamla hc me hone ka bhana bnakr jhelati rhegi. so I request to all tetians to reach hc on 25 to make them feel our problems. thanks
ReplyDeletegood morning my dear tetians.
ReplyDeleteAnand-g ab kya karna hai kal to meeting me kuch bhi bat tet pe nhi hui. Agr kuch postive hota to kuch na kuch bat tet pe hoti iska malab ki sarkar ko or wqt chahiye. To cholo de do thoda or wqt ha ha hah ... Sarkar chahti hai court billi k gale me ghanti badhe or court chahata hai ki sarkar ghanti badhe to tet wale intazar karo ... B-happy with postive
ReplyDeletesonu ji tet ki koi news nahi hai aur aap ab 1% aasha bhi mat kijiye ki court se pahle cm bolenge.mujhe to aasha thi ki shayad 25 tak kuchh statement bharti ke baare me n sahi tet ke baare me jarur cm ka aayega lekin ab mujhe tanik bhi ummeed court ke decision se pahle nahi dikhai de rahi hai.
ReplyDeleteलो भाई एकेडमिक पर चयन का एक नया खुलासा
ReplyDelete22 शिक्षकों के सार्टिफिकेट मिले फर्जी Updated on: Thu, 24 May 2012 01:46 AM (IST)
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वाराणसी : जौनपुर डायट से जुड़े प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्त 22 और शिक्षकों के पूर्व मध्यमा के सार्टिफिकेट फर्जी मिले है। सभी संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालयके नाम की फर्जी अंकपत्र पर चयनित हुए थे। इसका खुलासा जनसूचना के अधिकार के तहत मांगी गई सूचना में हुआ है।
जौनपुर निवासी वीरेंद्र सिंह ने विश्वविद्यालय के जनसूचना अधिकारी से प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्त23 शिक्षकों के पूर्व मध्यमा के अंकपत्रों की वैधता के बारे में जानकारी मांगी थी। सहायक जनसूचना अधिकारी शशींद्र मिश्र ने बताया कि सभी अंकपत्रों का सत्यापन कर लिया गया है। इसमें पूर्व मध्यमा के 22 अंकपत्र फर्जी निकले। ज्यादातर वर्ष1998 के अंकपत्र शामिल है। उन्होंने बताया कि अभिलेखानुसार रमेश कुमार मिश्र, गुरु प्रसाद, कुंवरसेन, रजनीश कुमार मिश्र, अर्जुनकुमार, अनिल कुमार सिंह राठौर, युगल किशोर, अंजू वर्मा, ओमवीर, राजकुमार वर्मा, सुनील कुमार सिंह, राजेश कुमार सिंह, अनीता मिश्रा, ओम प्रकाश दुबे, जितेंद्र कुमार, गुलफान सिंह, समीर कुमार पाठक सहित 22 शिक्षकों की पूर्व मध्यमा का सार्टिफिकेट जाली मिला। इन शिक्षकों के अंकपत्रों में अंकित अनुक्रमांक परीक्षा विभाग के अभिलेख में दर्ज हीनहीं है। ऐसे में सभी फर्जी है। बताया कि जनसूचना अधिकार के तहत सभी अंकपत्रों का सत्यापन कर रिपोर्ट वीरेंद्र सिंह को रजिस्टर्ड डाक से प्रेषित कर कर दी गई है।
News-dainik jagran
Rajesh ji kya gov. ne apna affidavite btc/sbtc ke vigyapan ke sandarbh me counter file kiya hai???
ReplyDeleteSarkar ki nirnay lene ki shamta smapat ho gye hai, sayad TET me kuch bolne k liye 10 din aur chahiye!
ReplyDeletewah ri sarkar mangi naukari mili lathi
ReplyDeletemuche to lagta hai ye sarkar tet merit ke favour mai nahi hai
ReplyDelete@V.K.Yadav Ji
ReplyDeleteacd. base selection ki ye quality hai ki chahe jo bhi fake marksheet par select hoga wo nischit hi pakad me aa jata hai lekin tet exm. me jiske sthan par solver baitha ho or jisaki omr change kiya gaya ho etc. kisi bhi kimat pe pakade nahi ja sakata.Aap log jise acd. chayan ka -ve point batate ho wo wastaw me +ve point hai. isleye aage se ye baat yaad rakhiyega ki sabhi system me kuchh na kuchh kamiya hoti hai e.g. ki yadi tet ko hi yadi selection base bana de to paise len den ki pratha(bhrastachar ki samasya)bada jayegi
Unknown ji mai kab kaha ki acd ke aadhar par chayan galat hai aur tet par sahi???maine to kewal yahi kaha hai ki "academic ke aadhar par chayan ka naya mamla" to esme kahan maine kaha hai ki acd ke aadhar par chayan galat hai.sir ji kabhi kabhi +ve bhi soch lijiye.
DeleteCm sala australlia me pad k india ki ginti bhool gaya hai.sale ko ye nahe malum ke 10kitna hota hai ek saptah me kitne din hote hai.
ReplyDeleteYe up hai yaha jab tak gandhi bane rahoge lathe he molege.
yaha to bhagat he banana padega.
Bahro ko jagana hai to dhamaka jaroori hai
25 ko hc chalo kapil ko peet do sale ko ise ne vaccancy latkse hai.
Hc me jam hona chahiye.
Akhilesh m decision making capicity develop nhi ho payee wo av v mulayam tau ki anguli pkd k chl rhe
ReplyDeleteउत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा उत्तर प्रदेश में प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों का संचालन एवं प्रबन्धन परिषद के गठन वर्ष 1972 से किया जा रहा है। इसके माध्यम से
ReplyDelete1. विद्यालयों की स्थापना
2. विद्यालयों को मान्यता प्रदान करना
3. शिक्षकों की भर्ती
4. कर्मचारियों के सेवा सम्बन्धी समस्त कार्य का सम्पादन किया जा रहा है
प्रदेश के अर्तगत वर्तमान में एक लाख से अधिक परिषदीय प्राथमिक विद्यालय तथा लगभग 35000 से अधिक उच्च प्राथमिक विद्यालय उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित किये जा रहे है, जिसमें प्रति वर्ष बढोत्तरी हो रही है। लगभग तीन लाख शिक्षक विद्यालयों में कार्यरत् है। विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती एवं पदोन्नति की प्रक्रिया निरंतर जनपदों में चलती रहती है। अध्यापकों के अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण एवं नव प्रशिक्षित अध्यापकों की नियुक्ति की कार्यवाही भी परिषद अथवा जनपद स्तर पर गतिमान रहती है।
Yes unknown ji theek kaha aapne
ReplyDeleteacc pe chayan sabhi department me hona chahiye
IAS PCS MBBS etc
taki desh itna nichle istar par chala jaye jisse ubarna namumkin ho jaye
dyaan dijie
tet merit chayan 1 side corrupt.
Acc chayan 5 side corrupt.
Agar aapko bure or bahut bure me se kisi ek ko chunna ho tau kise chunoge
i am sure u will select bura
kyon sach se darke bhagte ho yaar ?