सरकारी नौकरी शिक्षक भर्ती/नियुक्ति परिणाम / टीईटी Sarkari Naukri Recruitment/Appointment Result. Latest/Updated News - UPTET, CTET, BETET, RTET, APTET, TET (Teacher Eligibility Test) Merit/Counselling for Primary Teacher(PRT) of various state government including UP, Bihar
Thursday, June 6, 2013
NareeLata Tree : 20 साल के अंतराल पर खिलते हैं यह फूल.......
76 comments:
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lagta to nahi ki ye sach hai.
ReplyDeletebut agar aisa hai then amazing yaar.
ReplyDeleteTet par bhrti bhi 20 sal me ek bar hoti hai.
ReplyDeleteChanda do, nhi to tet mrt par bhrti kbhi nhi hogi..
ReplyDeletedear ab kya khane k laale pad gaye aur paise khatm ho gaye. Isliye fir se chanda mangne lage. Baise aap apane ap ko kya 6th cm mante hain ??????
DeleteAj hamara tet morcha sanghtan dayney isthithi se gujr rha hai.... Sanghtan k pas pen kharidne k paise nhi hai... Isliye ap sabhi apna sahyog de... Nhi to tet morcha sanghtan diwaliya ho jayega, aur tet neta paglpn k sikar..
ReplyDeleteAj kl tet morcha sanghtan k baithko me kewal chande k paiso k charcha hoti hai, sanghtan k kai bade neta justice tandan k decision k bad ye man chuke hai k ek patrta pariksha ko chayn ka adhar banana galt hai, lekin apni jeb garm krne k liye tet mrt k nam par chanda wasulne me lage hai... Maine apko andar k bat bataie baki ap log samjhdar dar hai.
ReplyDeletenakli TMNTBBN tum isi tarah apni bachkana aur funny bato se hum sab ka manoranjan karte raho.
ReplyDeleteusi tarah jaise kisi movie me beech 2 me comedian aakar hasata hai.
it is fake news ! Uper ki pic. Me ek ped se 3 doll latki hai , 2 doll sir (head) se ped se judi hai, but 1 doll apnne hip se ped se judi hai jo ki natural law ke against hai
ReplyDeletefarji photo hai bhai...
ReplyDeleteसंविधान पीठ ने ऐसा इतिहास लिखा है जिसे हम आने वाली पीढ़ी को सुनाया करेँगे
ReplyDeleteन्यायमूर्ती भूषण द्वारा डबल बेंच में नॉन टेट वालों को प्राथमिक शिक्षक भर्ती में शामिल किये जाने वाले आदेश की मंशा अब कुछ -कुछ समझ में आ रही है ,,,,, शायद वो कहना चाहते थे कि अगर टेट के प्राप्तांकों की शिक्षकों के चयन में कोई भूमिका मात्र टेट में 60/55 प्रतिशत नंबर लाने तक ही सीमित रहनी है तो फिर टेट का कोई औचित्य ही नहीं है ,,,,,, भूषण साहब का कहना था कि अगर नकलचियों को ही उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था की धुरी बनाना है तो नकलचियों में सर्वाधिक बड़े नकलचियों को बनाना चाहिए ,,,उन्होंने एकैडमिक से नियुक्ति के सरकारी प्रयासों का मजाक उड़ाया था,,,,,,,
ReplyDeleteचूँकि संविधान पीठ ने डबल बेंच का आदेश पलट दिया है इसलिए भूषण साहब के आदेश (टेट मेरिट नहीं तो टेट भी नहीं )को पलटकर पढिये ,,,,,,,,,,,टेट रहेगा तो टेट मेरिट ही बनेगी ,,यही मतलब तो निकलता है ना?
ReplyDeleteकोई जानता हो या ना जानता हो लेकिन भूषण साहब अवश्य जानते रहे होंगे कि उनके उस आदेश का परिणाम या तो सर्वोच्च न्यायालय में सरकार द्वारा अपील किया जाना होगा या फिर उच्च न्यायालय में संविधान पीठ का गठन,,,काश सरकार ने उस आदेश के विरूद्ध सर्वोच्च न्यायालय में अपील करने की गलती की होती तो आज टेट मेरिट से भर्ती किये जाने की अनिवार्यता भारत का क़ानून बन चुकी होती
ReplyDeleteलेकिन संविधान पीठ के आदेश की गूँज भी जल्द ही सुनाई देगी,,,,, यद्यपि कानूनी रूप से हमारे मामले में पूर्व विज्ञापन या उसकी शर्तों की बहाली के लिए यह आदेश मात्र एक औपचारिकता ही है लेकिन भविष्य में इसके दूरगामी परिणाम होंगे
ReplyDelete,इस आदेश में टेट मेरिट से चयन का परोक्ष रूप से किया गया समर्थन संविधान पीठ द्वारा व्यक्त किया मत है और जब भी इस बारे में उच्च न्यायालय में कोई मुकदमा आएगा तब कोई भी जज इस मत की अनदेखी करके अपने आपको शर्मसार करना पसंद नहीं करेगा
ReplyDeleteचयन प्रक्रिया निर्धारित करने के सरकार के अधिकारों का गुणवत्तापरक शिक्षा प्राप्त करने के बच्चों के मूल अधिकारों के साथ टकराव होने की स्थिति में बच्चे ही जीतेंगे ,,
ReplyDelete,यदि नए टेट में बी.एड वाले प्राथमिक में शामिल होने की छूट ना भी पा पाए तब भी एकैडमिक से भर्ती की संभावना संविधान पीठ के इस आदेश के बाद क्षीण हो गयी है ,,,,, एकैडमिक से भर्ती का ख्वाब देखने वाले अपने लायक कोई और काम तलाश लें,,,, अब दुगने पदों पर भर्ती होने की स्थिति में भी एकैडमिक से भर्ती नहीं होगी
ReplyDeleteमुझे सेल्यूट मत करो ,
ReplyDelete,करना ही है तो उन्हें करो जो इलाहाबाद में कड़ी धुप में आपके लिए पसीना बहा रहे हैं,,,,,
आदेश की बार-बार याद आ जाती है ,,,,, उसमें लिखी बातों का कानूनी दृष्टि से भले ही हमारे मामले पर कोई अतिरिक्त सकारात्मक प्रभाव भले ही ना हो (क्योंकि शत् प्रतिशत टेट मेरिट से ज्यादा कोई हमें दे भी क्या सकता है ,,और वो तो हमें दिए बिना हरकौली साहब पेंशन लेंगे नहीं)लेकिन यह आदेश टेट मेरिट से शिक्षकों के चयन का विरोध किया जाना सामाजिक दृष्टि से अपराध घोषित कर रहा है ,,अगर किसी साथी के पास फुर्सत हो और वो उस आदेश का हिन्दी में अनुवाद करने में सक्षम हो तो वह संविधान पीठ के आदेश के उस हिस्से का अनुवाद करके सभी ग्रुपों में डाल दे जिसमें वकीलों के तर्क ना होकर जजों द्वारा शिक्षा ,शिक्षक और शिक्षण पर अपने विचार व्यक्त किये हैं ,,,,,,
ReplyDeleteअगर हो सके तो उस अनुवाद को मुख्यमंत्री महोदय के पास भी डाक द्वारा पोस्ट कर दे(वैसे उन्हें अंग्रेजी आती तो है लेकिन मात्र भाषा में जलील करना अपेक्षाकृत ज्यादा प्रभावकारी होता है) ,,उसके बाद अगर उनमें थोड़ी भी शर्म-हया बची होगी तो बिना और देर किये टेट मेरिट से चयन का आदेश जारी करेंगे और उसके साथ ही अपने किये के लिए हमसे माफी भी मांगेंगे ,,,,,,
ReplyDeleteटेट को संविधान पीठ ने overall performance test and most essencial qualification माना है इसे केवल ellegibility test मानने से इनकार किया है
ReplyDeleteऐसा कहने और सोचने वाले अखिलेश यादव जी से पूँछ ले वह बता देंगे क्या होगा । आज ऐसा केवल कुछ मंदबुद्धि अकेडमिक वाले ही सोच सकते है
ReplyDelete"The mediocre teacher tells, a Good teacher explains, a Superior teacher demonstrates but the great teacher inspires.”
ReplyDelete.................larger bench
एकैडमिक वालों के लिए मुझे बहुत अफ़सोस है ,,,, एक बार पुनः उनकी सर्वशक्तिमान सरकार एकैडमिक से चयन करवाने के लिए कुछ भी नहीं कर पाई ,,,, इस बार तो हद ही हो गई,,,, कुछ गधों को उम्मीद थी कि कोर्ट चुपचाप स्टे हटाकर नए विज्ञापन से भर्ती का आदेश दे देगा जबकि संविधान पीठ ने हमारी याचिकाओं पर बहस सुनने तक से इन्कार कर दिया था ,
ReplyDeleteग़धान्क्धारियो अब आप लोग नीचे दिये गये प्वाईन्ट्स को दुबारा मत बोल्ना वर्ना तुम्हारा सर कोइ पान वाला बाल्टी मे डुबा देगा वो भी पान्च बार (क्लोर्मिन्ट के एड की तरह)--
ReplyDelete1.टेट केवल एक पात्र्ता परीक्षा है
2. टेट मे धान्ध्ली हुई थी
3.सरकार सर्वशक्तीमान है
3. डेढ घन्टे के टेस्ट मे क्या होता है
4. महाभारत काल से भर्ती अकदेमिक पे होती चली आयी है
5.भर्ती टेट वाले नही होने दे रहे है
6.पुराना विग्यापन मर चुका है —
ग़धान्क्धारियो अब आप लोग नीचे दिये गये प्वाईन्ट्स को दुबारा मत बोल्ना वर्ना तुम्हारा सर कोइ पान वाला बाल्टी मे डुबा देगा वो भी पान्च बार (क्लोर्मिन्ट के एड की तरह)--
ReplyDelete1.टेट केवल एक पात्र्ता परीक्षा है
2. टेट मे धान्ध्ली हुई थी
3.सरकार सर्वशक्तीमान है
3. डेढ घन्टे के टेस्ट मे क्या होता है
4. महाभारत काल से भर्ती अकदेमिक पे होती चली आयी है
5.भर्ती टेट वाले नही होने दे रहे है
6.पुराना विग्यापन मर चुका है —
31 तारीख के निर्णय का हम सभी इंतजार कर रहे थे , सभी अपने अपने पक्ष में दावे कर रहे थे, मुझे भी लग रहा था कि साधारण निर्णय आयेगा और हम सभी को एक महीने इंतजार करना पड़ेगा ।
ReplyDeleteलेकिन मै सच कह रहा हूँ मुझे ऐसी उम्मीद बिलकुल नहीं थी कि ये आर्डर जुलाई आते आते कई academic समर्थको को मेंटली डिसऑर्डर कर देगा...
मै डेली किसी न किसी academic वालो की एक ऐसी पोस्ट देख रहा हूँ जिसमे वो पागलो की तरह अनाप शनाप बक रहे है
अब मेरी ऊपर वाले से यही प्रार्थना है कि जून महीने के बाकी के बचे दिन ठीक ठाक से बीत जाएं। इन बेवकूफो को सहन शक्ति और मानसिक शांति मिले।
मेरा सभी टेट मेरिट समर्थकों से अपील है कि अब किसी भी academic समर्थक के मुह न लगे और न ही इनसे किसी तरह की कोई बहस करे। इनको इनके हाल पर छोड़ दें।
क्या होने वाला है ये अब उनको भी मालूम है,वो बस अपनी खीज निकाल रहे हैं।
Resp. Sir/Madam (TMNTBBN)
ReplyDeletemain apke comments kafi dino se pad raha hun per sir mere samjh me ek bar nahi ayi, ap apne comments me bahut confidence ke sath kahte hain ki tet merit banegi sarkar kuchn nahi kar paygi phir ap hi kahto ho ki sc me bhi writ dal rakhi hai iska matlab hai ki apko dar hai ki sarkar bahut kuchh apne favour me kar sakti.
हाई कोर्ट की वृहदपीठ नें शिक्षक भर्ती को ले कर दिये फ़ैसले में की है टिप्पणी
ReplyDeleteटीईटी के अंको को वरीयता दे सकती है सरकार
इलाहाबाद वरिष्ट संवाददाता सरकारी प्राईमरी स्कूलों की प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में सरकार को टीईटी के अंको को वरीयता देनीपड सकती है । टीईटी को अनिवार्य किये जाने के 31मई के हाई कोर्ट की वृहदपीठ के फ़ैसले से ऐसे ही संकेत मिल रहे हैं । हालांकि वृहदपीठ नें इस मसले पर विस्तार से इस लिये टिप्पणी नहीं की है क्योकि यह संदर्भ बिन्दु नही था ।
शिवकुमार शर्मा व अन्य के मामले में पिछले दिनों हुये 52 पेज के आदेश में पेज संख्या 43 पर यह महत्वपूर्ण टिप्पणी देखी जा सकती है । इसमें कहा गया है कि ११ फ़रवरी 2011की गाईडलाईन में एन सी टी ई नें टी ई टी के अंको को वरीयता देने का प्रावधान किया है । कोर्ट ने कहा है कि राज्य सरकार को टीईटी के अंकोको भर्ती प्रक्रिया में वरीयता दिये जाने की बार का संज्ञान लेना चाहिये । वैसे इस मसले पर बहुत कुछ नही कहा जा सकता क्योकि टी ई टी मेरिट और एकेडमिक रिकार्ड का विवाद अभी डिवीजन बेंच में लम्बित है । याद करें शिक्षक भर्ती के लिये नवम्बर २०११ में आयोजित टी ई टी से दो दिन पहलेबसपा सरकार नें टीईटी भर्ती का शासनादेश जारी कर दिया था ।
परीक्षा में पैसे ले कर अंक बढाने के आरोपों के बाद सपा सरकार नें टीईटी मेरिट की जगहएकेडमिक रिकार्ड के आधार पर सीधी भर्ती का फ़ैसला लिया । इसी के आधार पर दिसम्बर 2012में भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई लेकिन हाईकोर्ट नें 4 फ़रवरी 2013को शुरू हुई काउंसलिग पर पहले ही दिन ही रोक लगा दी थी ।
वृहदपीठ का फ़ैसला आने के बाद फ़िर से इस मामले की सुनवाई डिवीजन बेंच में होगी । टीईटीमेरिट के आधार पर भर्ती की माँग कर रहे अभ्यर्थियों का तर्क है कि केन्द्रीय विद्यालय संगठन इसी मेरिट पर शिक्षकों की नियुक्ति करता है । गुजरात,बिहार , उत्तराखण्ड,हिमाँचलप्रदेश,हरियाणा,पंजाब ,पश्चिम बंगाल,तमिलनाडु और आंध्रप्रदेश आदि राज्य भी शिक्षक भर्ती में टीईटी के नंबरों को वरीयता देते हैं ।
"वर्तमान भर्ते प्रक्रिया में चयन का आधार क्या होगा , विधि का यह प्रश्न उच्च न्यायालय में विचाराधीन है ।इसलिये इस पर टिप्पणी उचित नही है लेकिन वृहदपीठ की टिप्पडी से वर्तमान सरकार की अब तक की सभी कार्यवाही की वैधानिकता पर प्रश्न चिन्ह लग गया है ।चाहे वह उस्मानी कमेटी की रिपोर्ट को या फ़िर15 वाँ एवं 16वाँ संशोधन"-एस.के पाठक
टंकड में हुई त्रुटि के लिये मैं क्षमा प्रार्थी हूँ
SANCHAR MADHYAMO SE TET SATHIYO AUR WAKILO SE BAT KAR HAM APKO YAHAN SE NEWS DENE KA PRAYAS KARTE HAI.. ku6 tet sathiyo ke anusar news nimn hai.
ReplyDelete1) tet morcha ke vidhik salahkar aur h.c ke wakil navin sharma g ke anusar b.ed gunank(30% practical) vivad mamla jab tak old add par faishla na ayega tab tak wo na suna jayega.matlab 1 july ki date aage jana tay hai
2.) lucknow dist tet morcha adhyax ganesh dixit g ke anusar l.b ke faishle ko dhyan se padhne par nischit rup se hamara pax aur majbut huwa hai..aur gov.ko Future me aane wali vacancy par kam se kam tet ka watage, ya base of selection bnana hi padega..
par 72825 wali is vacancy par tet merit hi bnegi.
3.) ek aur wakil jinka ham name na likhege unhone btaya ki gunank vivad (30% practical)tet morcha ki radniti ka hi hissa hai taki new add ko radd karaya ja sake so ham 1 july ko sunwai ko ku6 bahana ya wakilo ka medical lagakar next date le sakte hai..aur ye tay hai old add bahal hone par b.ed practical vivad par sunwai na hogi.
ReplyDeleteWo apne ap khatm ho jayega.
4) tet ke kattar samarthak aur active member satish shukla ke anusar ham is wakt driving seat par hai, aur ham chahe jaha chahe waha case ko ghuma sakte hai, aur acd to d.b me pax hi nahi to agar gov. S.c na gyi to unko(acd) single bench jana padega aur single d.b ke khilaf ku6 na kar sakta hai.. wahan se bhaga degi
5.) alahabad tet morcha ke active member shailendra g ke anusar ,hamari tet morcha ki delhi n.c.r team dwara dali gyi suprime court ki caveat se gov. Dar chuki hai tabhi stay order k khilaf wah s.c na gyi. Jabki stay hatane ke liye wo waha ja sakti thi. Jiska sidha matlab hai ki gov. D.b ke khilaf apni fajihat karane s.c na jayegi. Kyuki suprime court ki fatkar pure desh me s.p gov. Ki image kharab karegi.
6)admin vinay pandey g ke anusar.,junior ki vacancy me art ki v seat ayegi. Kyuki niymawali me adhe pramotion aur adhe bharti se bharne ka pravdhan hai kahi science ke liye na likha hai.aur gov. Ne agar nikala to fasna tay.
7.) tet suporter aur active member arun rai ke anusar..junior ki bharti me gov. Ne agar art ki seat na nikali to junior tet art ke liye kyu karati hai court me use javab dena padega..aur junior tet ki marksheet ki upyogita par court question uthakar science vacancy par rok laga degi. Kyuki art junior tet ke adhikar ka hanan hoga.
8)ku6 acd bhai waitage waitage chilla rahe par waitage ki koyi baat nahi hai. Sari special apeal old v/s new add hai. Bas ek overage ka matter hai jise harkoli g ne sunwai ke dauran bunch kiya tha.
9) ek news aur aa rahi hai par s.k. Pathak se bat na ho pane ke karan pushti na ho payi par mai likh raha hu,ise puri tasah athentic na smjhe par sahi v ho sakti hai.
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Slp no.237/ 2013 s.k.pathak & others ki apeal jo pahle hi radniti ke acording d.b me ja chuki thi us par date pahle lag sakti hai bad me bhale unlisted kar sabi ek me bunch ho..s.k.pathak ki apeal 2 ya 3 july tak lagne ke asar..par ye s.k.pathak se pusti ke bad hoga athentic.
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jay tet
old add bahali par 2012 out ho jayege. Do not worry
ReplyDeleteold add bahali par 2012 out ho jayege. Do not worry
ReplyDeleteResp. Sir/Madam (TMNTBBN)
ReplyDeletecopy paste mat kya karo kyonki baise hi apke comments bahut bade hote hain uper se copy paste.........
GHAR BAITHA BANIYA KYA KARE.....IS KOTHI KA DHAN US KOTHI KARE......
ReplyDeleteaalochna karne se pahle ye dekho ki copy paste krne se labh hai athva haani.
ReplyDeletekam se kam isse hame news ke liye idhar udhr bhatakna to nahi padta, TMNTBBN alag alag sources se news hum aur aap tak pahuchata to hai.
so thanks.
kaha ho bhai log.
ReplyDeleteMr. TMNTBBN where are you.
High court ke Sutro se pata chala h ki TET ki merite banane wali h...
ReplyDeleteVaktigat tor par unahone(sutro) h.c. Ke judge se baat ki h...unahone apana tark yah diya ki koi bhi sarkar vigayapti ke 3 month ke andar vigayapti me change kar sakati h, usake bad nhi, koi bhi sarkar apane nizi svarth ke liye purvat sarkar ke decision ko badal nhi sakati h...yahi niyam h...yah kah kar judge sahab chalate bane...
hello everyone.
ReplyDeleteRahul Smarty ji jo aapne news di h wo bilkul galat hai.. Qki bharti ka base change karna koi persnal reason nahi ho sakta...
ReplyDeleteYaha base nhi change kiya gaya h balki niyam ke sath khelwad kiya gaya...
Delete31 may k aadesh me aisha kuch b nahi kaha gaya h ki bharti kis aadhar par hogi. so plz afwaho par na jaye.
ReplyDeleteSathiyo ek baat aur U.P.Govt. itni aasani se haar manne wali nahi hai.
ReplyDeleteवैलेंटाइन डे की कहानी::
ReplyDeleteयूरोप (और अमेरिका) का समाज जो है वो रखैलों (Kept)
में विश्वास करता है पत्नियों में नहीं, यूरोप और
अमेरिका में आपको शायद ही ऐसा कोई पुरुष
या मिहला मिले जिसकी एक शादी हुई हो,
जिनका एक पुरुष से या एक स्त्री से सम्बन्ध
रहा हो और ये एक दो नहीं हजारों साल की परम्परा है
उनके यहाँ | आपने एक शब्द सुना होगा"Live in
Relationship"ये शब्द आज कल हमारे
देश में भी नव-अिभजात्य वगर् में चल रहा है,
इसका मतलब होता है कि"बिना शादी के पती-
पत्नी की तरह से रहना"| तो उनके यहाँ, मतलब यूरोप
और अमेरिका में ये परंपरा आज भी चलती है,खुद
प्लेटो (एक यूरोपीय दार्शनिक) का एक स्त्री से
सम्बन्ध नहीं रहा, प्लेटो ने लिखा है कि"मेरा 20-22
स्त्रीयों से सम्बन्ध रहा है"अरस्तु भी यही कहता है,
देकातेर् भी यही कहता है, और रूसो ने
तो अपनी आत्मकथा में लिखा है कि"एक स्त्री के
साथ रहना, ये तो कभी संभव ही नहीं हो सकता, It's
Highly Impossible"| तो वहां एक पत्नि जैसा कुछ
होता नहीं | और इन सभी महान
दार्शनिकों का तो कहना है कि"स्त्री में
तो आत्मा ही नहीं होती""स्त्री तो मेज और कुर्सी के
समान हैं, जब पुराने से मन भर गया तो पुराना हटा के
नया ले आये"| तो बीच-बीच में यूरोप में कुछ-कुछ ऐसे लोग
निकले जिन्होंने इन बातों का विरोध किया और इन
रहन-सहन की व्यवस्थाओं पर कड़ी टिप्पणी की
उन कुछ लोगों में से एक ऐसे ही यूरोपियन व्यक्ति थे
ReplyDeleteजो आज से लगभग 1500 साल पहले पैदा हुए, उनका नाम
था - वैलेंटाइन | और ये कहानी है 478 AD (after
death) की, यानि ईशा की मृत्यु के बाद |
स्वदेशी अपनाओ देश बचाओ
उस वैलेंटाइन नाम के महापुरुष
का कहना था कि"हम लोग (यूरोप के लोग)
जो शारीरिक सम्बन्ध रखते हैं कुत्तों की तरह से,
जानवरों की तरह से, ये अच्छा नहीं है, इससे सेक्स-
जनित रोग (veneral disease) होते हैं, इनको सुधारो,
एक पति-एक पत्नी के साथ रहो, विवाह कर के
रहो, शारीरिक संबंधो को उसके बाद ही शुरू
करो"ऐसी-ऐसी बातें वो करते थे और वो वैलेंटाइन
महाशय उन सभी लोगों को ये सब सिखाते थे, बताते थे,
जो उनके पास आते थे, रोज उनका भाषण
यही चलता था रोम में घूम-घूम कर | संयोग से वो चर्च के
पादरी हो गए तो चर्च में आने वाले हर
व्यक्ति को यही बताते थे, तो लोग उनसे पूछते थे कि ये
वायरस आप में कहाँ से घुस गया, ये तो हमारे यूरोप में
कहीं नहीं है, तो वो कहते थे कि"आजकल मैं भारतीय
सभ्यता और दशर्न का अध्ययन कर रहा हूँ, और मुझे
लगता है कि वो परफेक्ट है, और इसिलए मैं चाहता हूँ
कि आप लोग इसे मानो", तो कुछ लोग उनकी बात
को मानते थे, तो जो लोग उनकी बात को मानते थे,
उनकी शादियाँ वो चर्च में कराते थे और एक-
दो नहीं उन्होंने सैकड़ों शादियाँ करवाई थी |
जिस समय वैलेंटाइन हुए, उस समय रोम
ReplyDeleteका राजा था क्लौड़ीयस, क्लौड़ीयस ने
कहा कि"ये जो आदमी है-वैलेंटाइन, ये हमारे यूरोप
की परंपरा को बिगाड़ रहा है, हम बिना शादी के
रहने वाले लोग हैं, मौज-मजे में डूबे रहने वाले लोग हैं,
और ये शादियाँ करवाता फ़िर रहा है, ये
तो अपसंस्कृति फैला रहा है, हमारी संस्कृति को नष्ट
कर रहा है", तो क्लौड़ीयस ने आदेश दिया कि"जाओ
वैलेंटाइन को पकड़ के लाओ", तो उसके सैनिक वैलेंटाइन
को पकड़ के ले आये | क्लौड़ीयस नेवैलेंटाइन से
कहा कि"ये तुम क्या गलत काम कर रहे हो ? तुम
अधमर् फैला रहे हो, अपसंस्कृति ला रहे हो"तो वैलेंटाइन
ने कहा कि"मुझे लगता है कि ये ठीक है",
क्लौड़ीयस ने उसकी एक बात न सुनी और उसने
वैलेंटाइन को फाँसी की सजा दे दी, आरोप
क्या था कि वो बच्चों की शादियाँ कराते थे, मतलब
शादी करना जुर्म था | क्लौड़ीयस ने उन
सभी बच्चों को बुलाया, जिनकी शादी वैलेंटाइन ने
करवाई थी और उन सभी के सामने वैलेंटाइन को 14
फ़रवरी 498 ईःवी को फाँसी दे दिया गया |
पता नहीं आप में से कितने लोगों को मालूम है कि पूरे
यूरोप में 1950 ईःवी तक खुले मैदान में,
सावर्जानिक तौर पर फाँसी देने की परंपरा थी |
तो जिन बच्चों ने वैलेंटाइन के कहने पर
शादी की थी वो बहुत दुखी हुए और उन सब ने उस
वैलेंटाइन की दुखद याद में 14 फ़रवरी को वैलेंटाइन
डे मनाना शुरू किया तो उस दिन से यूरोप में वैलेंटाइन
डे
मनाया जाता है | मतलब ये हुआ कि वैलेंटाइन,
जो कि यूरोप में शादियाँ करवाते फ़िरते थे,
चूकी राजा ने उनको फाँसी की सजा दे दी,
तो उनकी याद में वैलेंटाइन डे मनाया जाता है | ये
था वैलेंटाइन डे का इतिहास और इसके पीछे
का आधार |
अब यही वैलेंटाइन डे भारत आ गया है
ReplyDeleteजहाँ शादी होना एकदम सामान्य बात है यहाँ तो कोई
बिना शादी के घूमता हो तो अद्भुत या अचरज लगे
लेकिन यूरोप में शादी होना ही सबसे असामान्य बात है
| अब ये वैलेंटाइन डे हमारे स्कूलों में कॉलजों में आ गया है
और बड़े धूम-धाम से मनाया जा रहा है और हमारे
यहाँ के लड़के-लड़िकयां बिना सोचे-समझे एक दुसरे
को वैलेंटाइन डे का कार्ड दे रहे हैं | और जो कार्ड
होता है उसमे लिखा होता है"Would You Be My
Valentine"जिसका मतलब होता है"क्या आप मुझसे
शादी करेंगे"| मतलब तो किसी को मालूम
होता नहीं है, वो समझते हैं कि जिससे हम प्यार करते
हैं उन्हें ये कार्ड देना चाहिए तो वो इसी कार्ड
को अपने मम्मी-पापा को भी दे देते हैं, दादा-
दादी को भी दे देते हैं और एक दो नहीं दस-बीस
लोगों को ये
ही कार्ड वो दे देते हैं | और इस धंधे में बड़ी-
बड़ी कंपिनयाँ लग गयी हैं जिनको कार्ड बेचना है,
जिनको गिफ्ट बेचना है, जिनको चाकलेट बेचनी हैं
और टेलीविजन चैनल वालों ने इसका धुआधार प्रचार
कर दिया | ये सब लिखने के पीछे का उद्देँशय
यही है कि नक़ल आप करें तो उसमे अकल
भी लगा लिया करें | उनके
यहाँ साधारणतया शादियाँ नहीं होती है और
जो शादी करते हैं वो वैलेंटाइन डे मनाते हैं लेकिन हम
भारत में क्यों ?????
Aabi kisi ki kuchh b nahi pta hai jiske jis m achhe marks hai vo usi ki merit bana deta hai
ReplyDeletejai ########################################################################################################################################################################### TET
ReplyDeleteNidi ji good morning kahan hai aap please publish your comment. I will miss you
ReplyDeleteJai shree Ram.jai Hanuman.
ReplyDeleteraju bhai good morning
ReplyDeleteJai shree Ram.JaiHanuman.
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteRahul bhai kaha ki news hai.
ReplyDeleteG.m.ashish bhai.
ReplyDeletePlz Sathiyo Chande ke 500 Rs./Candidate Jarur Jama Kar de... Anyatha Hum Case Aage Nahi Le ja Payege... plz.. Plz... plz...
ReplyDeleteFrnds Plz Chande ke 500 Rs./Candidate Jarur Jama Kar de... Anyatha Hum Case Aage Nahi Le ja Payege... plz.. Plz... plz...
ReplyDeletePlz Apne Jile k TET Sangharsh Morcha Se Sampark Kare.....
ReplyDeleteAgr aap logo ne sahyog nahi kiya to hum jeeta hua case haar jaynge...
ReplyDeleteChande ke 500 Rs./Candidate Jarur Jama Kar de... Anyatha Hum Case Aage Nahi Le ja Payege... plz.. Plz... plz...
ReplyDeleteहाईस्कूल में भी जमकर बरसे नंबर
ReplyDelete- ओवरआल 86.63 प्रतिशत परीक्षार्थी सफल,
बालिकाएं फिर आगे - बाराबंकी के आशुतोष मिश्र
टापर, बाराबंकी की ही आराधना शुक्ला दूसरे
स्थान पर, तीसरे स्थान पर इलाहाबाद
की श्रेया जागरण ब्यूरो, इलाहाबाद : उत्तर प्रदेश
माध्यमिक शिक्षा परिषद की सतत एवं व्यापक
मूल्यांकन प्रणाली का जादू हाईस्कूल
की परीक्षा में भी चल गया। आज हाईस्कूल
परीक्षा के घोषित परिणाम में 86.63 प्रतिशत
परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए जो रिकार्ड है।
बालिकाओं ने इसमें भी बाजी मारी है। बालिकाओं
का उत्तीर्ण 91.25 प्रतिशत है जबकि 82.87
प्रतिशत बालक उत्तीर्ण हुए हैं। प्रदेश
शिक्षा निदेशक वासुदेव यादव ने दिन में 12:30
बजे परिणाम की घोषणा की। उन्होंने
बताया बाराबंकी के एससाईं इंटर कालेज
लखपेड़ाबाग के आशुतोष मिश्र 97.33 प्रतिशत अंक
हासिल कर प्रदेश में प्रथम घोषित किए गए हैं।
यहीं के महारानी लक्ष्मीबाई इंटर कालेज
की आराधना शुक्ला 97 प्रतिशत अंक पाकर दूसरे
स्थान पर रही हैं। तीसरे स्थान पर इलाहाबाद के
एसबी सिंह हायर सेकेंड्री स्कूल, कालिंदीपुरम
की छात्रा श्रेया श्रीवास्तव है जिसे 96.17
प्रतिशत अंक मिले। ंहाईस्कूल की परीक्षा में
इस बार कुल 38,03412 परीक्षार्थियों ने
पंजीकरण कराया था। जिसमें 22 लाख 54 हजार
792 छात्र तथा 15 लाख 48 हजार 620 छात्राएं थीं।
mr.
ReplyDeleteTMNTBBN (DUPLICATE) Acd merit ko support karte huwe chanda maang raha hai
main aapko fir se clear kar dun ki D.B. ki saari fees ja chuki hai
agar govt S.C. jaayegi ya fir hum S.C. jaayenge to fees ki jarurat pad sakti hai abhi kisi ko koi fees nahi deni hai
THANKS
500 kanh jama karna h mr.tmntbn(duplicat) aapke a/c me .
ReplyDelete@(duplicate) tmntbbn
ReplyDeletelagta hai tum hamesha nakal karke hi pass hue ho isi liye yahan bhi kisi ko aisa karke badnam karna chahte ho sahi ye punya ka kan koee academic supporter hi kar sakta hai.
tumhare liye is duniya koee gali nahin bani hai tum jaise log apne aap me khud hi ek gali ho.
TET merit par bharti ho to jada achha hai kyunki future me bhi agar gunak ke adhaar par bharti hoti hai aur by chance present time ke 10th + 12th + graduation ke student jo teacher banne ki chahat rakte hai yadi unhone apply kiya to purane student to peeche hi rah jayenge, 10th aur 12th ke students ko sapa sarkar jis tarah se no. baat rahi hai ussey to purane caondidate ka peeche hona taye hai, sab dhek rahe hai 10th ke standard ko sapa sakar ne kitna neeche gira diya, isliye TET par hi saari bharti honi chahiye.
ReplyDeleteYeh tet merit nahi toh bharti nahi kitna comments likhte ho. Padh padh ke boriyat hone lagti hai.
ReplyDeleteJai tet merit
ReplyDeleteJai old adv.
Deepak tumhari age 39 sal ki hai kya allahabad????
ReplyDeleteBhrtee ab tet merit se hogeee. TB KA ORDER PADA HOTA TO SAMAJH AA JAATA
ReplyDeletemujhekhushi hai ab tetions ko tet merit ki ahmiyat aur bhi jyada achchhi tarah se samajh me aane lagi hai isi liye ab tet merit supporter 95% tetions hain.
ReplyDeleteAnwar khan kya aap apni age wale ki khoj kar rahe ho.meri age 23 h.
ReplyDeleteTet merit murdabaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaad
ReplyDeleteAnwar Khan Kya Tum TET Pass Nahi Kiye Ho.
ReplyDeleteJAI TET JAI TET JAI TET JAI TET JAI TET JAI TET JAI TET JAI TET JAI TET JAI TET JAI TET JAI TET JAI TET JAI TET JAI TET JAI TET JAI TET JAI TET JAI TET JAI TET JAI TET JAI TET JAI TET JAI TET JAI TET ...............................................................................................................................JAI TET JAI TET JAI TET JAI TET JAI TET JAI TET
aisa kuch nahi hai ye photoshop mai kiya gaya hai .
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