Shiksha Mitra News UP : शिक्षा मित्रों ने विधान भवन घेरा, हंगामा, लाठीचार्ज
स्थायी नौकरी और समान वेतन की मांग को लेकर तीन घ्ांटे किया प्रदर्शन
लखनऊ। स्थायी नौकरी व विशिष्ट बीटीसी शिक्षकों के समान वेतन की मांग को लेकर आंदोलनरत शिक्षा मित्र मंगलवार को राजधानी की सड़कों पर उतर आए। प्रदेश भर से जुटे शिक्षा मित्रों ने विधानभवन का घेराव किया। प्रदर्शन करीब तीन घंटे तक चला। इस बीच पुलिसकर्मियों और आंदोलनकारियों की बीच झड़प भी हुई। गिरफ्तारी का विरोध कर रहे शिक्षा मित्रों ने पथराव की कोशिश की, जिस पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इस दौरान भगदड़ मचने से करीब दो दर्जन प्रदर्शनकारियों को चोटें आईं। उधर, पुलिस ने करीब 50 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया, जिन्हें देर शाम पुलिस लाइन से रिहा कर दिया गया।आदर्श शिक्षा मित्र वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र शाही के नेतृत्व में प्रदेश भर के शिक्षा मित्रों की साइकिल यात्रा मंगलवार को राजधानी पहुंची। सुबह 11 बजे सैकड़ों शिक्षामित्र विधान भवन के मुख्य द्वार के सामने सड़क पर ही बैठ गए, जिससे यातायात प्रभावित होने लगा। दोपहर 12 बजे तक चारबाग-हजरतगंज मार्ग पूरी तरह बाधित हो गया। सड़क जाम की सूचना प्रशासन के आला अधिकारियों को मिली तो वे सकते में आ गए। आनन-फानन में एसपी पूर्वी राजेश कुमार के नेतृत्व में अधिकारियों का दस्ता शिक्षामित्रों से वार्ता करने पहुंचा। वार्ता के दौरान अधिकारियों की तल्ख टिप्पणी से शिक्षामित्र भड़क गए। इस बीच तपती धूप में अध्यक्ष जितेंद्र शाही की हालत बिगड़ गई, जिन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। अध्यक्ष के धरना स्थल से हटने के बाद पुलिस ने प्रदर्शन समाप्त करने को कहा, लेकिन आंदोलनकारी तैयार नहीं हुए। इस पर पुलिस ने उन्हें हटाने के लिए बल प्रयोग करना शुरू किया।
वहीं सीओ दिनेश यादव का कहना है कि पुलिसकर्मी प्रदर्शनकारियों को वैन में ले जा रहे थे। कैपिटल चौराहे पर पहुंचते ही प्रदर्शनकारियों ने वैन से कूदकर पुलिस प्रशासन पर पथराव कर दिया। इस पर पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया। कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया था, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया। सीओ के मुताबिक संगठन के पदाधिकारियों व सीसीटीवी फुटेज में सामने आए लोगों पर पथराव व बलवा की धाराओं का मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
छह प्रदर्शनकारी शिक्षामित्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
पुलिस ने छह शिक्षा मित्र प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इन पर सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने, शांति भंग करने, बवाल करने और जनता को परेशान करने के आरोप हैं। इनमें महेन्द्र प्रताप पुत्र राम तीर्थ मिर्जापुर, अवनीश पाठक पुत्र बीरेन्द्र पाठक बहराइच, रमेश कुमार पुत्र जगन्नाथ प्रसाद मिर्जापुर, बिमलेश पुत्र सीतला प्रसाद मिर्जापुर, ब्राह्मदेव त्रिपाठी पुत्र रमापति त्रिपाठी मिर्जापुर और अविनाश सिंह पुत्र शिव प्रताप सिंह मिर्जापुर शामिल हैं।
News Source / Sabhaar : अमर उजाला (26.6.13)
sahi kiya police valo ne ,in shiksha mitroa ko jo ki untrend hai ye pradhan ke piche - piche chamcha giri karte hai jinko bolne bhi nahi aata hai to vo bhi permanent job ki mang kar rahe hai dam hai to tet pas karke naukari lo
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