Uttrakhand Kedarnath Disaster उत्तराखंड में तबाही
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हेमकुंड में 50 यात्री बह गए: हेमकुंड साहिब में तबाही का मंजर क्या था यह वहां से लौटे एक यात्री सुखप्रीत ने मीडिया को बताया। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी आंखों के सामने 200 से ज्यादा मोटरसाइकलों को नदी में समाते देखा। इसके अलावा उन्होंने बताया कि बच्चों समेत करीब 50 यात्री नदी में गिरे हैं
पति के शव के साथ गुजारे दो दिन: सबसे दर्दनाक दास्तां सहारनपुर निवासी सविता नागपाल की है। सविता अपने पति सुरेंद्र नागपाल के साथ बद्रीनाथ यात्रा पर गई थीं। सोमवार रात अचानक होटेल में पानी घुसने के बाद यह बुजुर्ग दंपती ठौर की तलाश में सड़क पर आ गया। मलबे की चपेट में आकर पति सुरेंद्र नागपाल की मौत हो गई। सविता दो दिन तक अपने पति के शव के पास रोती-बिलखती रहीं। तीसरे दिन बेटे मुकेश के पहुंचने पर पति का अंतिम सस्कार किया जा सका। मुकेश को देहरादून में ही पिता के मरने की खबर मिल गई थी। वह मीडिया के सामने बद्रीनाथ जाने की गुहार लगाते देखे गए थे। बाद में वह किसी तरह वहां पहुंचे
Some People said this story : -
Kya Aap Isko Prakritik Aapda Manenge Ya Deveey Aapda
Ham logo ko Science / Nature ki Power Samjhnee Chahiye. Positive Powers Ke Liye Bhagwaan Mein Aastha Banaye Rakhen Par nakratmak VichaarDhara na Rakhen
Vishvash Karen Ki Bhagwaan Achhe Karya Karte Hain.
I got this story from internet -
केदारनाथ में तबाही के पीछे एक सामान्य प्राकृतिक आपदा नहीं बल्कि धारी देवी का अभिशाप है -
श्री केदारनाथ में तबाही का कारण
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एक पहाड़ी बुजुर्ग से गहरी और लंबी बातचीत के आधार पर निष्कर्ष ये निकला कि ये प्रत्यक्ष देवी विपदा है.
यहाँ पर देवी विपदा से मेरा वो मतलब नहीं जैसा कि सरकार समझती है या आमतौरपर समझा जाता है.
ये प्रत्यक्ष देवी का प्रकोप है. यो लोग पहाड के निवासी है वो ये बात जानते है कि पहाड के देवी देवता कितने जल्दी रुष्ट होते है.
जिस दिन ये देवी आपदा हुई , मतलब शनिवार की शाम को, उसी दिन शाम को "धारी देवी" के मंदिर को विस्तापित किया गया था. लगभग शाम को ६ बजे और केदारनाथ में जो भरी तबाही हुई वो भी लगभग ८ बजे शुरू हुई. मौसम विभाग के अनुसार जहा जून के मानसून में 70mm बारिश का अनुमान होता है परन्तु वहा 300mm बारिश हुई. वो भी सिर्फ ३० घंटो में.
माँ धारी देवी बड़ी प्रत्यक्ष शक्ति हैउस क्षेत्र की. वो दिन में 3 बार अपना रूप बदलती है. वहां के निवासी ये सब जानते है. किन्तु कांग्रेस सरकार वह पर एक बाँध बना रही है जिससे मंदिर को uplift करने की जरुरत थी. स्थानीय लोग दो गुटो में बाते हुए थे. एक मंदिर को हटाना चाहता था और एक गुट नहीं.
पर सरकार ने मंदिर की मूर्ति को विस्थापित कर ही दिया. जिसका परिणाम आपके सामने है.
मेरा मानना है कि यदि ऐसी स्थिति किसीमस्जिद या माजर को लेकर होती टो सारकार कोई दूसरा रास्ता खोजती.
जैसा दिल्ली में सुभाष मेट्रो station के पास किया.
मित्रों हम माँ धारी देवी से क्षमाप्रार्थना करते है कि वो हम सबकोक्षमा करे व सरकार को अकल दे.
जय माता जी
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@ admin ji
ReplyDeleteye ajeeb logic hai murti visthapit kare congress gov. aur devi ji ka prakop aye darshan karne wale aur waha ke nirdosh niwasiyo par.
yaha tak ki bechare shiv ji bhi nirdosh hote huye lapete me aa gaye.
wah bhai wah.
aap budhdhiman aur well educated person hai aap se aise murkhtapurna commet ki aasha nahi thi.
kripya logical comment de.
dhanyawad.
agar kuchh galat ho to use spasht kare.
TET Merit Will Win Surely.
Mr. Ali Khan ji... ap kahana kya chahte hain ?
ReplyDelete@ mr rohit mera kahna hai ki jo baat kahi jaye wo logical ho.
ReplyDeleteaur waise bhi mera comment admin ke liye hai aap k liye nahi.
thanks.
Shakul Gupta (posted on facebook)
ReplyDeleteIs news ko padhkar main spast keh sakta hu ki
naa to desh ke mandiro me bhagwaan reh gaya
hai aur naa insaan me insaaniyat
अनर्थ: केदारनाथ से आ रहीं बलात्कार और लूट
की खबरें!
21 Jun 2013 05:21,
(21 Jun) देहरादून: उत्तराखंड में आई अभूतपूर्व
तबाही से जहां पूरा देश परेशान है, वहीं कुछ बदमाश
कहर के बीच भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे।
उत्तर प्रदेश के एक प्रतिष्ठित हिंदी समाचार
पत्र में प्रतापगढ़ से प्रकाशित समाचार के
मुताबिक केदारनाथ में फंसे श्रद्धालुओं पर बदमाशों ने
हमला करना शुरू कर दिया है। समाचार में
बताया गया है कि पीड़ित श्रद्धालुओं ने फोन पर
बताया कि कुछ बदमाशों ने केदारनाथ धाम परिसर में
फंसे श्रद्धालुओं पर हमला बोल दिया। वे उनके सामान
और पैसे लूट ले गए और महिलाओं की आबरू पर
भी हमला बोला। वहां फंसे लोग अपने परिजनों से यह बात
बताते समय रो पड़े। समाचार पत्र ने बताया है
कि श्रद्धालुओं से फोन पर हुई वार्ता के अनुसार धाम
के पीछे और आसपास पहाड़ी व जंगली इलाका है।
यहां पर अक्सर कुछ बदमाश आ जाते हैं। आपदा से बचने
को पहाड़ी जंगलों में छिपे बदमाशों ने उनपर हमला कर
दिया। नुकीले औजारों से लैस उन
बदमाशों की संख्या 50 में थी। श्रद्धालुओं ने
बताया कि वहां बदमाशों ने कई महिलाओं और
लड़कियों के जेवरात लूट लिए। आधा दर्जन महिलाओं
को बदमाश जंगल में खींच ले गए और उनकी आबरू पर
हमला किया। इनमें से कुछ का तो पता ही नहीं चला।
nature ke saath khilwad karna behad khatarnak ho sakta hai.
ReplyDeleteALI KHAN NO COMMENTS FOR ANY RELIGION. BHAGWAN. ALLAH, ISHA AND GURUS K LIYE KOI LOGIC NAHI. YE SHRADDHA KI BAAT HAI LOGIC KI NAHI. LOGIC SIRF VISIBLE K LIYE HOTA HAI INVISIBLE K LIYE NAHI. WAISE TO TUM APNE PAIDA HONE KA BHI LOGIC TUM NAHI DE SAKTE. TUMHARE YAHA PAIDA HONE KA KYA AUCHITYA HAI? THINK IT.
ReplyDeleteThanks to ignore me Mr. Ali khan...
ReplyDeleteBut jo bhi news ap share karen specially 2 admin wo source wali hi karen qk ye online blog hai.. Yahan par afwahen na failayen. Ok. Aur reqest hai k ho sake to kisi religion se related yahan baat na karen.. Ali khan ji
Ye mat bhulo ki prakritik aapda kisi dharm, majahab, political party, hindu ,muslim., sikkha, male, female dekh k nahi aati.
@ mr. alok ji.
ReplyDeletedusaro ko salaah dene se pahle apne aap ko dekho.
jub mr. tmntbbn baat baat par dharm vishesh ko target karta hai tab aap ki bolti kyu band rahti hai.
aisi salah dene se pahle aap ye soche ki aap salah dene me bhedbhav to nahi kar rahe.
aur aap apne paida hone ka auchitya apne parent se puchhe. I am sure ki unhe jarur pata hoga.
thanks for advised me.
@ mr. rohit ji
ReplyDeleteaapne sayad mera comment dhyan se nahi padha yahi to mai kahna chahta hu ki ye daiviy aapda nahi varan prakritik aapda hai jo aap ne khud apne comment me kaha hai.
see-
Ye mat bhulo ki prakritik aapda kisi
dharm, majahab, political party,
hindu ,muslim., sikkha, male, female
dekh k nahi aati.
thanks
mai aap logo ka dushman nahi.
Thanks a lot bhai, Mr. ali khan
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