TET-2013 Environmental Education Solution
Q ANS
1.ozone day ------------------------------
2.silviculture ------------------------------
3.chandraprabha wildlife centuary----------------------
4.secondary consumer----------------------
5.jhum cutivation--------------------
6.dry ice---------------------------
7.which of the following international-----------------
8.chemical used for cloud seeding-----------------------
9.biodesel--------------------
10.most important element of weather-----------------------
11.which is the coldest layer of atmosphere--------------------
12.which of the following is greenhouse gas-------------------->methan
13.Project tiger was launched----------------------
14.the imaginary line of the earth-------------------------
15.in which of the following state gulf of mannar--------------->tamil nadu
16.according to cencus 2011 sex ratio-------------------------
17.which amimal is farmers friend------------------------
18.out of the following.............not any marine----------------->rajast
19.pollution level of river.........................
20.the disease cused by virus.........................
21.lichens are---------------------------
22. C.N.G-------------------------
23.environmental awareness---------------------
24.LPG------------------------
25.Ozone layer absorbs-----------------------
26.bat is a mammal because-----------------------
27.environment is defined as----------------------------
28.to save environment-chipko movement------------------->ut
29.study of behavior of animals-----------------------
30.sea weeds the cheif source------------------------
खुश रहना तो सीख
ReplyDeleteलिया था हमने उनके बगैर भी !!
पर बडी मुद्दत के बाद
उसने हाल पुछ कर हमेँ फिर बेहाल कर दिया !!
पेट्रोल के दाम में एक बार फिर बढ़ गए हैं. आज आधी रात से पेट्रोल के दाम में प्रति लीटर 1.82 रुपये की बढ़ोतरी की गई है. एक महीने में यह तीसरी बार बढ़ोतरी है.
ReplyDeleteनोट :--बड़ा ही साधारण सा अर्थशास्त्र है ....पहले रूपए का वैल्यू कम करवा दो फिर बोलो की अन्तराष्ट्रीय बाजार में रूपए का मूल्य कम होने के कारन तेलों के आयत पर असर पर रहा है ,फिर तेलों के दाम बढ़ा दो ,उसके बाद तो सभी वस्तुओ के दाम अपने आप बढ़ जायेंगे ----
क्या यही पढने को तुम दोनों को विदेश भेजा था मन्नू और चिद्दू बेटा ?
पुराने जमाने में एक राजा जंगल से गुजर रहा था, मार्ग में उसे अत्यन्त धीमी गति से रेंगता एक सांप दिखा । राजा ने यह सोचते हुए कि कहीं ये मेरे रथ से कुचलकर मर न जावे अपना रथ रुकवाकर अपने भाले से यथासंभव सुरक्षित तरीके से उस सांप को उठाकर वृक्ष की ओर उछाल दिया और आगे निकल गया । उस राजा को यह नहीं मालूम पडा कि वह सांप उसके उछाले गये वेग से किसी ऐसी कंटीली झाडी में जाकर फंस गया जहाँ से वह स्वयं के बूते बाहर नहीं निकल पाया और कई दिनों तक उस झाडी में ही लुहूलुहान अवस्था में फंसा रहकर भूखा-प्यासा तडप-तडपकर दर्दनाक तरीके से मृत्यु के मुख में समा गया ।
ReplyDeleteअगले जन्म में उसी राजा ने भीष्म के रुप में जन्म लिया और पूर्ण न्यायप्रिय और निष्पक्ष जीवन जीने के कारण भीष्म पितामह की पदवी प्राप्त की । किन्तु महाभारत के युद्ध में उन्हीं भीष्म पितामह को बाणों की ऐसी सेज मिली जिसमें तत्काल उनके प्राण भी नहीं निकले और कई दिनों तक बाणों की सेज पर पडे रहने के बाद उसी कंटीली चुभन को भोगते-भोगते मृत्यु के मुख में समाना पडा ।
शास्त्रोक्त मान्यता यह है कि उस सेज-शय्या पर पडे-पडे उनका ईश्वर से भी साक्षात्कार हुआ और जब उन्होंने ईश्वर से यह पूछा कि भगवन मैंने तो अपने जीवन में कोई गलत कार्य नहीं किया, न ही किसी गलत कार्य को होता देखकर अपनी ओर से उसे कोई समर्थन दिया फिर मेरा अंत इस प्रकार क्यों हो रहा है ? तब ईश्वर ने उसे याद दिलाया कि पूर्व-जन्म में अपने रथ-मार्ग में आने वाले एक सांप का जीवन बचाने की चाह में आपने उसे अपने भाले से उछालकर झाडियों की ओर फेंका था जहाँ कंटीली झाडियों में फंसकर उस सांप की ऐसी ही मृत्यु हुई थी और ये उसीका परिणाम है जो इस रुप में आपको भोगना पड रहा है ।
तो कथासार यही है कि जब भी हम कोई भला कार्य़ कर रहे हों तो वहाँ भी यह ध्यान अवश्य रखने का प्रयास करें कि नेपथ्य में इसके कारण कुछ ऐसे गलत को तो मेरे द्वारा समर्थन नहीं पहुँच रहा है जो नहीं पहुंचना चाहिये ।
ReplyDeleteटेट 2013 का पेपर पिछली बार पेपर मात्र की तुलना मे कठिन था लेकिन पिछली बार के 90 मिनट और इस बार के 150 मिनट समय देखते हुए कठिन नही कहा जा सकता ।जरा सोचो अगर पिछली बार की तरह इस बार पेपर होता तो कोई फैल ही नही होता और परीक्षा औचित्य हीन हो जाती ।टेट की तुलना PCS IAS से करना सर्वथा अनुचित और अज्ञानता का परिचायक है । PCS IAS के मानक और टेट के मानक मे जमीन आसमान का अंतर है । PCS IAS मे 40% प्रश्न ऐसे होते है जिनमे प्रश्न के सभी विकल्पों के बारे मे जानकारी अपेक्षित होती है और शेष प्रश्न संबंधित विषय के गहन अध्ययन पर आधारित होते है । जबकि टेट और CTET के सभी प्रश्न संबंधित क्षेत्र के बेसिक ज्ञान पर ही आधारित है। IAS PCS मे अगर आपको संबंधित प्रश्न के सभी विकल्पो के बारे मे जानकारी नही होती या संबंधित क्षेत्र या विषय का गहन अध्ययन नही किया होता है तो आप प्रश्न के सही उत्तर का अंदाजा भी नही लगा सकते जब कि किसी TET या CTET मे अभी तक एक भी प्रश्न ऐसा नही पूछा गया जिसके सभी विकल्पो की जानकारी या विषय का गहन अध्ययन सही उत्तर देने केलिए अपेक्षित हो । परीक्षा परीक्षा होती है और उसमे आपके ब्रहद स्तर के ज्ञान की जाँच होती है और वह ज्ञान किसी एक किताब को पढ़ने से प्राप्त नहीकिया जा सकता । किसी एक किताब पर आधारित पेपर न पिछली बार था न इस बार है और न अगली बार होगा । अच्छे अंक लाने के लिए अधिक और व्याख्यात्मक प्रक्रति की किताबो का अध्ययन करे सफलता आपके कदम अवश्य चूमेगी ।
एक शिक्षक से हिंदी अंग्रेजी या किसी भाषा के पेपर मे विलोम पर्यायवाची प्रत्यय या उपसर्ग आदि का ज्ञान मात्र अपेक्षित नही होता
ReplyDeleteमै ज्ञान नही बाँट रहा तथ्यों पर आधारित बात कह रहा हूँ । रही बात मनोविज्ञान की तो इसका स्तर स्नातक होना स्वाभाविक है और उससे इतर कोई प्रश्न नही पूछा गया
ReplyDeleteएक महान आदमी जब कोई गलत काम करता है तो उसे कोई कुछ नहीं कहता. एक नीच आदमी जब कोई अच्छा काम भी करता है तो उसका धिक्कार होता है. देखिये अमृत पीना तो अच्छा है लेकिन राहू की मौत अमृत पिने से ही हुई. विष पीना नुकसानदायी है लेकिन भगवान् शंकर ने जब विष प्राशन किया तो विष उनके गले का अलंकार हो गया.
ReplyDelete>पाँच हजार मेँ बिका टीईटी का पेपर ! >>>
ReplyDeleteआजमगढ़ । जनपद मेँ टीईटी की परीक्षा के पूर्व
प्रश्न पत्र के आउट होने की चर्चा जबरदस्त तरीके
से रही वहीँ कतिपय लोगोँ ने प्रश्न पत्र
की फोटो कापी दो हजार से पाँच हजार तक मेँ बेची ।
इन प्रश्न पत्रोँ की फोटो कापी पर डिजिटल कैमरे
से फोटो खीँचे जाने के दौरान पड़ने वाली तारीख
27.06.2013 छपी हुई थी । जो यह प्रदर्शित कर
रहा था कि प्रश्न पत्रोँ की फोटो खीँच कर उसे
मार्केट मेँ उपलब्ध कराया गया जबकि प्रशासन ने
इस तरह की किसी भी घटना से इनकार करते हुए
फोटो कापियाँ बाँटने वालोँ के कार्रवाई करने का मन
बनाया है ।
स्रोत; जनसंदेश टाइम्स वाराणसी संस्करण पृष्ठ 1
जानिए भारतीय रेल के कुछ रोचक तथ्य ।
ReplyDeleteभारतीय रेलवे न केवल दुनिया की चौथी सबसे
बड़ी रेल सेवा है बल्कि यह दुनिया में सर्वाधिक
लोगों को नौकरी प्रदान करने वाले उपक्रमों में से
एक है। आइए, कुछ तथ्यों से रू-ब-रू होते हैं :
-भारतीय रेलवे 63,974 किलोमीटर लंबे रेल मार्ग के
साथ दुनिया का चौथा सबसे विशाल रेल यातायात
नेटवर्क संचालित करने वाला उपक्रम है।
-यह अमेरिका, रूस, चीन तथा कनाडा के साथ
दुनिया के पांच सबसे लंबी रेल नेटवर्क संचालित करने
वाले उपक्रमों से एक है।
-यह एक अरब टन प्रतिवर्ष माल ढोने वाले रेल
यातायात क्लब में शामिल हो गया है।
-भारतीय रेलवे प्रतिदिन 19,000 ट्रेनों का संचालन
करता है। इनमें से 12,000 ट्रेनें यात्री ट्रेनें हैं
तथा 7,000 ट्रेनें माल ढोने के लिए हैं।
-भारतीय रेलवे के अंतर्गत 7,083 स्टेशनहैं।
-खड़गपुर स्थित 2,733 फीट लंबा रेल प्लेटफॉर्म
दुनिया का सबसे लंबा रेल प्लेटफॉर्म है।
-भारतीय रेलवे प्रतिदिन 26.5 लाख टन माल
की ढुलाई करता है।
-भारतीय रेलवे के अंतर्गत 230 लाख
यात्री प्रतिदिन यात्रा करते हैं तथा 72 करोड़
यात्री प्रतिवर्ष भारतीय रेलवे का उपयोग करते
हैं।
-भारतीय रेलवे प्रक्रम के अंतर्गत 14 लाख
कर्मचारी कार्यरत हैं।
-इकोनॉमिस्ट पत्रिका के अनुसार, भारतीय रेलवे
दुनिया की सातवीं सबसे बड़ी नियोक्ता उपक्रम
है।
-अमेरिकी रक्षा विभाग, चीनी सेना, वॉल मार्ट,
चीनी राष्ट्रीय पेट्रोलियम, स्टेट ग्रिड ऑफ चीन
तथा ब्रिटिश स्वास्थ्य सेवा के बाद भारतीय रेलवे
दुनिया की सबसे बड़ा नियोक्ता उपक्रम है।
-भारतीय रेलवे का राजस्व आधार प्रतिवर्ष 1,06,000
करोड़ रुपये है।
-भारतीय रेलवे पिछले 170 वर्षों से
अपनी सेवा प्रदान कर रहा है।
-भारतीय रेलवे के अंतर्गत पहली ट्रेन 16 अप्रैल
1853 को मुंबई से ठाणे के बीच चली थी।
पुलिस मुठभेड़ में तो राजबाला भी मारी गयी थी निहत्थी थी ओर आतंकवाद से कोई लेना देना नही था कॉंग्रेसी उसके लिये शिलाजी को घेरने का कष्ट करेंगे ? जबकि इशरत के लिये मीडिया हमेशा कहता है की घर वालो के अनुसार वो निर्दोष थी ,घरवाले तो अफजल गुरु और कसाब के भी उसको निर्दोष कहते थे फिर उसको क्यू लटका दिया ?
ReplyDeleteAcademic merit ki vakalat karne wale is des ki jad kamjor karna chahte hai.is bar up ki exam dekhkar to lagta hai ki nakal mafiya raj hai
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