इलाहाबाद : अदालती विवादों में उलझी प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति शायद अब सही पटरी पर आ जाए। अभ्यर्थियों की उम्मीदें 13 सितंबर पर टिकी हैं। इस दिन अदालत इस मामले में यह फैसला सुनाएगी कि भर्ती के लिए चयन का आधार क्या हो। विवाद इस बात पर है कि टीईटी की मेरिट के आधार पर चयन किया जाए या फिर शैक्षिक अर्हता को भी चयन के मानकों में शामिल किया जाए।
सूबे में 72825 शिक्षकों की भर्ती शुरू से ही विवादों में फंसी रही है। बसपा शासन में निकाले गए इस विज्ञापन में कभी टीईटी परीक्षा को लेकर मामला उलझा रहा तो बाद में चयन के मानकों का पेंच फंस गया।
यहां तक कि मामला पूर्ण पीठ तक गया और वहां से कुछ शंकाओं पर निर्देश हासिल करने के बाद अब न्यायमूर्ति लक्ष्मीकांत महापात्र और अमित बी स्थालेकर की खंडपीठ इस पर फैसला सुनाएगी।
चूंकि मूल विवाद चयन के लिए निर्धारित होने वाले मानकों को लेकर है, इसलिए अभ्यर्थी बेचैन हैं। विशेष रूप से वे अभ्यर्थी जिन्होंने टीईटी को मेरिट का आधार बनाए जाने के बाद अपनी नियुक्ति को निश्चित सा मान लिया था। इसके लिए बसपा सरकार में नियमों में फेरबदल भी किए गए थे। हालांकि अभ्यर्थियों का एक और समूह टीईटी के अंकों के साथ ही शैक्षिक अर्हता के अंकों को भी शामिल किए जाने का पक्षधर है। हालांकि हाईकोर्ट के फैसले के आधार पर बहुत कुछ सरकार के रुख पर भी निर्भर करेगा कि वह भर्ती को लेकर कितनी सक्रियता दिखाती है।
एक विवाद आयुसीमा को लेकर भी खड़ा होने की संभावना है। अभ्यर्थियों में कई उर्दू शिक्षकों और मोअल्लिम वालों को आयुसीमा में मिली छूट के आधार पर इस भर्ती के लिए भी आयुसीमा बढ़ाने की वकालत कर रहे हैं। उनके अनुसार सरकार बदलने के बाद इन नियुक्तियों के लिए फिर से विज्ञापन लिए गए थे। ऐसी स्थिति में लगभग बीस हजार अभ्यर्थी ऐसे थे जो आयुसीमा से बाहर हो गए थे। उन्हें अवसर नहीं मिल पाएगा
News Sabhaar : Jagran (11.9.13)
@Sachchidanand Chaturvedi
ReplyDeleteShailabh ji aur vijay tomar ji aplog plz ak dusre pr arop prtayarop bndkre ye sabh bate ap jb pradesh stariy meeting me rakhe yha rakhkar kya karenge yha to hmarrekuch dusmn hai jo keval maza lenge hme pata hai ap dono logo ka lakshy ak bt kuch digbharmit bato se ap dono log bhramit so plz fb pr aisa kuch n kre jisse hmara sanghthan kmjor dikhe...
TET MORCHA HUA VIGHATIT ,VIKHANDIT, ISAKI VAIDHATA PAR LAGA PRASHN CHINH
ReplyDeleteAB JAB YE LOG AAPAS ME HI LADANE LAGE
TO TET MERIT JO KABHI SAPANE ME BHI NAHI SOCHI JKA SAKTI HAI..
USAKE SAPANE DIKHANE WALE CHANDA CHORO KO LAGA GAHARA JHATAKA..
AAJ SHAYAD CASE TAKE UP NA HO LEKIN YAH TO TAY HI LAG RAHA HAI KI OCT. MONTH KE FIRST WEEK TAK KOI NA KOI BHARTI SHURU KARANE YA FIR STAY HATANE KA FAISALA AA SAKATA HAI BASE OF SELECTION PER TO KORT KA YAHI FAISALA HO GA KI YAH FAISALA SARAKAR KA NIJIO NITIGAT FAISALA HAI SAMBHAV HAI KI 10 SE 30% TAK TET WATAGE MIL JAYE PARANTU POORNATAH 100% TET MERIT TO ASAMBHAV HI HAI SARAKAR KISI KI BHI NARAJAGI MOL NAHI LEGI PARANTU PURI TARAH SE TET MERIT BANEGI IS BAAT KA FAISALA MAI AAP SAB BED+TET HOLDER BUDHDHJIVI VARG PE CHHODATA HU..DTHANDE DIMAG SE SOCHE AUR FIR ANDAJA LAGAYE HAR MORCHE PAR VIFAL HONE WALI SARAKAR KYA IS MAMALE PE BHI POORVWARTI SARKAR KE FAISALE KO MAN LEGI JAB MAYAWATI NE SAPA GVT . KI BHARTIYA NIRST KAR DI THI...
Ramesh Yadav
ReplyDeleteAcademic Supporter Dosto, Jaisa Ki Aap Sabhi Log Jante Hai Ki Dainik Jagran Alahabad Ki Khabar Hai ki Aaj Decizen Aayega, Aaj Nahi Aaya To Next 2 Date Me Pakka Aa Sakta Hai… Decision 100% Hamare Paksh Me Hi aa raha hai Yani Ki Bharti Sirf Aur Sirf Academic Merit Se Hi Hongi So Enjoy & Look Today Court Update-
Jai academic Merit !
Lik
Shubham Yadav
ReplyDeleteDharne ka kya fayda hua fir se ek naya ashwasan. Court me fir milegi nayi date.hame samajh me nhi ata hai ki sarkar bnakr baithe anpad gawar log ham jaise educated logo ko lagatar vevkuf banaye ja rhe hai. Dosto yahi samay hai ekjut hone ka. Sabse pahle to hame apne apas ke problem solve karne hoge tet aur gudank dono marit vale apne sare masle solve karke eksath aa jao kyo ki abhi kuch log milkar kuch nhi kr skte. Socho agar tet pas 3 lakh student jb lucknow me dharna dege to leval up government hi nhi kendra sarkar bhi hil jayega. Isliye bharti ke liye ekjut ho jao aur dikha do kya hai student power. Jai Hind
सचिव-सर प्रिंस बोरवेल में गिर गया है
ReplyDeleteमंत्रीजी-सेना को बुला लो.
सचिव-हिमाचल में भूकंप आया है
मंत्रीजी-सेना को बुला लो
सचिव-सर असम में बाढ़ आई है
मंत्रीजी-सेना को बुला लो
सचिव-सर लातूर में भूकंप आया है
मंत्रीजी-सेना को बुला लो
सचिव-मुंबई पे आतंकवादी हमला हुआ है
मंत्रीजी-सेना को बुला लो
सचिव-उतराखंड में लाखों लोग फंसे हुए हैं
मंत्रीजी-सेना को बुला लो
सचिव-आपकी बीवी को बच्चा नहीं हो रहा है.
मंत्रीजी-सेना को....... !!!
नारद वचन :-
ReplyDeleteअगर आपका प्रेमी आपको रोमांटिक मेसेज भेजे, तो बेशक खुश हों,
लेकिन... . .
.
.
फिर यह भी जरूर सोचें कि आपके प्रेमी को ऐसे मेसेज कौन भेजता है!
मेरा काम खत्म हुआ!
नारायण नारायण
एक बार बंता अखरोट बेच रहा था।
ReplyDeleteसंता ने पूछा ये खाने से क्या होता है?
बंता: दिमाग तेज़ होता है।
संता: कैसे?
बंता: अच्छा ये बताओ एक किलो चावल में कितने दाने होते हैं?
संता: पता नहीं।
बंता ने उसको अखरोट खिलाया और बोला,"बताओ एक दर्जन में कितने केले होते हैं?
संता: 12।
बंता: देखा दिमाग तेज़ हुआ ना?
संता: एक किलो दे दो।
अफ्रीकी सफारी में एक शेर संता की बीवी के ऊपर कूद पड़ा...
ReplyDeleteसंता की बीवी: शूट करो, शूट करो इसे!
संता: हां हां, मैं कैमरे की बैटरी बदल रहा हूं...
जब कोई लड़का अपनी गर्लफ्रेंड को पहली बार डर्टी SMS भेजता है...
ReplyDelete.
.
.
पहले तो लड़की 10 मिनट तक हंसती रहती है और फिर उस SMS को अपनी सहेलियों को फॉरवर्ड करती है।
उसके बाद...
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.
बॉयफ्रेंड को रिप्लाई करती है: Ewww!!! मुझे ऐसी चीज़ें पसंद नहीं! मैं उस टाइप की लड़की नहीं हूं।
bhikhri santa se- bhagwan k naam pe kuch dede.
ReplyDeletesanta- mere pass to kuch nahi h dene ko tu meri b.ed ki degree lele.
bhikhari - mujhe nhi leni b.ed ki degree. tujhe chahiye to meri m.ed ki degree lele.
राहुल कुमार जी मेरी चाची के लड़के का गुणांक 53 बन रहा है। जूनियर की भर्ती में उसका क्या चांस है। वह तीस जगहों से फार्म भरने के लिए कह रहा था। प्लीज जबाव जरूर दें।
ReplyDeletemain jhoot NAHI BOLUNGA MA KASAM MAIN JUNIAR TET PAAS HI NAHI HU TO MAIN AAPAKO KYA SALAH DUNGAMAAF KARANA BHAI PAR ISHWAR KARE USAKA JUNIAR ME SELECTION HO JAYE..
ReplyDeleteKOI HE IS SANNTE ME
ReplyDeleteRahu aap nischit bhagawan ho i am sure ...... Jai ho
ReplyDelete
ReplyDeletestudents ka sabra aub khatam hota ja raha...i think ye bus date k alawa kuch nahi denge
Like · · 4 minutes ago
Rahul Sharma
sb in tet merit balo ne kiya h ab kuch ni hoga or pkauda kr bhi ni payega
Like · · 11 minutes ago
Rahul Sharma
ye judge to pkauda h ye kuch kr bhi ni payega pkauda sala
Like · · 13 minutes ago
Vinay Verma
Ab 19 ko bhi kuchh nahi hoga kyonki patraji is case ke liye patra nahi hain
Like · · 15 minutes ago
Rahul Sharma
jb se mhapatra ji aye h tb se ek bar bhi sunwai ni ho pai h ye is patra ne 2 month se adhik ho gye h ek bhi date pr sunwai ni hui h bs date or date de rha h ye pkauda
Like · · 20 minutes ago
Rahul Verma bhai ye bada wala pakauda hai ha ha ha ha ha
18 minutes ago via mobile · Like
Rahul Sharma hi hi hi pkauda
16 m
Hanuman ab jaldi se jaldi lanka dahan ki taiyari karo
Deletekyo ki rawno ki tadat jyada ho gayi h.
Sab bhrasht hain is country me or khas kr u.p.me ,,,,,,,,wakil or judges pr se to ab wishwas hi uth chuka hai,,,mazak bana k rakha hai in sabon ne,,,,,,in sabhi ko main dil se baddua de rahi hun jo bhi jaanbujh k hmlogo k job ko roke hain sab k sab isi janam me yhin bhog k marenge
ReplyDeleteIska pet kharab rahata h pakki khabar h .case per tabhi dhyan nahi de pata
ReplyDeleteaaj sunwaayi ho payi ki nhi ?
ReplyDeletenext date 19 setember
ReplyDeleteLanka pahunche ki nahi.
Deleteaccha hai.....bas u p m yahi to hota hai.........
ReplyDeleteपकड़ो लण्ड बजाओ ताशा ।
ReplyDeleteअब न करो नौकरी कै आशा ।-जय टेट (टेट मोर्चा जिगना बाजार गोण्डा)
JAIL WAALI KE LIYE
ReplyDeleteजब हम मिले थे पहली बार ।।
न कोई बात न कोई तकरार,
बस नयनो ही नयनो मेँ होती रही बात ।
जी यही करता कि तुम्हे बस देखा करूँ ।
है तुम्हारे दिल मेँ क्या ,
इसे जानने की कोशिश करता रहूँ ।।
तुम्हारे जाने से ही ये दिल उदास हो जाता है ।
पर तन्हाईयोँ मेँ भी ये दिल,
तुम्हे अपने पास पाता है ।।
भरी महफिल मेँ खुद को अकेला पाता हूँ ।
फिर तेरी याद को ही ,
अपना साथी बना लेता हूँ ।।
जब से है देखा तुम्हे नित तुम्हारा ख्याल आता है ।
और चकोरी की याद मेँ चन्द्र देख ,
ये चकोर रात बिताता है ।।
तुम्हे भूल जाऊँगा मै ये सोचना तुम्हारी नादानी होगी ।
क्योँकि उस चंचल चंद्र की चाँदनी सी ,
एक हमारी भी कहानी होगी
उसके साथ रहते रहते हमें चाहत सी हो गई,
ReplyDeleteउससे बात करते करते हमें आदत सी हो गई,
एक पल भी ना मिले तो नज़रे बेचैन सी रहती है,
दोस्ती निभाते निभाते हमें महोब्बत सी हो गई.. ...
Wo Muhabbat Bhi Aap ki Thi...!!!
ReplyDeleteWo Shararat Bhi Aap ki Thi.
Agar Kuch Bewafai Thi...!!!
To Wo Bewafai Bhi Aap ki Thi.
Hum Chhod Gaye Aap Ka Shehar...!!!
To Wo Hidayat Bhi Aap ki Thi.
Akhir Karte To Kis Se Karte...!!!
Hum Aap Ki Shikayat.
Wo Shehar Bhi Aap ka Tha...!!!
Aur Wo Adaalat Bhi Aap Ki Thi...!
यदि अधिकतम शिद्दत से चाहने के बावजूद
ReplyDeleteआपकी कोई चाहत इस वजह से
ना पूरी हो पा रही हो कि कोई और भी अपनी दुआओं
में वही मांग रहा है जिसे आप चाहते हैं, तो समझ लें
कि यह ईश्वरीय इच्छा है कि आप अपनी चाहत
को विस्तार दें,,,,अपने लिए तो सब मांगते हैं लेकिन
जो दूसरों के लिए मांगता है उसके हितों का ध्यान
रखने के लिए विधाता भी बाध्य है तो एक अदना से
मुख्यमंत्री की क्या बिसात है.....
यू.पी. टेट 2011 पास साथियों में से अधिकाँश
ReplyDeleteको लगता था कि सरकार जो चाहती है
वही होता है,,,कुछ लोगों को लगता था कि कोर्ट
जो चाहता है वही होता है,,,,, लेकिन नहीं...... आप
जो चाहेंगे वही होगा बशर्ते कि आपकी चाहत
किसी के सपनो को ना तोडती हो,,,,,
हमारे मामले में पिछले दो महीनों से सुनवाई ना होने से
ReplyDeleteसिर्फ टेट मेरिट चाहने वाले परेशान नहीं है
बल्कि यू.पी. टेट 2011 पास हर शख्स परेशान
है,,,,दुखी है,,,,,,,अब जाकर साकार हुआ है उत्तर
प्रदेश टेट संघर्ष मोर्चा....जिनके सुख-दुःख
की वजहें एक हो जाती हैं वो एक समुदाय का रूप ले
लेते हैं,,,,,सवा दो लाख लोगों के संगठित समुदाय
की मांगों की अनदेखी करना किसी लोकतंत्र में
तो संभव है नहीं.....
हम टेट विवाद के समाधान के बहुत निकट हैं,,,,
ReplyDeleteप्राथमिक के नए टेट में बी.एड वाले शामिल
नहीं किये गये,,जूनियर का पेपर इतना कठिन
आया कि उसे देखकर अच्छे-अच्छों के रोंगटे खड़े
हो गये,,,, सरकार ने टेट में धांधली पर एक
हलफनामा लगाया और उसी हलफनामें में
प्रभा त्रिपाठी द्वारा उस हलफनामे का खंडन
कराया,,, दो दिन बाद प्रभा त्रिपाठी के ऊपर जांच
बैठा दी गई जिसमें परसों उन्हें क्लीन चिट दे
दी गई,,,उससे पूर्व संजय मोहन की पत्नी को सपा में
शामिल कर लिया,,,,इससे भी पूर्व सिंगिल बेंच में
retrospective effect से amendment के बारे में दिए
अपने हलफनामे से मुकर ही चुकी थी,,,,इस
सबका सीधा सा मतलब है कि सरकार ने मजूरी में
ही सही लेकिन अपनी गलती स्वीकार कर
ली है....इस गलती की एक ही सजा है
कि वो दुगने पदों पर नियुक्ति करे,,,, मुझे
नहीं लगता कि सरकार को ऐसा करने में कोई खास
एतराज होगा,,जूनियर में एकैडमिक से 29334
पदों पर चयन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है,,,,उसको अब
सिर्फ प्राथमिक के 43,000 ऐसे पदों का सृजन मात्र
करना है जिनकी 65%तनख्वाह केन्द्र सरकार
देती है,,,,,ये सब पहले ही हो सकता था लेकिन
एकैडमिक वाले तो अमर उजाला के मालिकों के भरोसे
थे,,,,,, सरकार चलाने वाले इतने भी बेवकूफ नहीं हैं
कि एकैडमिक वालों को बिना मांगे ही सब कुछ दे
दें..... अगर सरकार 1,50,000 पदों पर
नियुक्ति करेगी तो भला कोर्ट को उसका श्रेय
क्यों देना चाहेगी????? वो चाहेगी कि लखनऊ
की सड़कों पर दस हजार अध्यापक उतर कर
राजधानी को धन्य करें,,,,,, नियुक्ति पत्र
मिलना तो बस एक औपचारिकता है
कश्ती भी नहीं बदली, दरिया भी नहीं बदला,
ReplyDeleteहम डूबने वालों का जज्बा भी नहीं बदला,
है शौक-ए-सफर ऐसा, इक उम्र हुई हम ने,
मंजिल भी नहीं पाई और रास्ता भी नहीं बदला..!!
आज नहीं तो कल हम नौकरी तो ले ही लेंगे प्यार से दी तो ठीक है वरना सरकार की हलक में हाथ डालकर ले लेंगे,,,,दस के आंदोलन से काम ना चला तो लोक सभा चुनावों के बाद बालकों के शिक्षा के मूल अधिकार का हनन करने के इल्जाम में इस सरकार को बर्खास्त करवाकर और टेट मेरिट वालों के आन-लाइन फार्मों में जमा धन से सपा विधायकों को खरीदकर किसी और पार्टी की सरकार बनवाकर उससे अपना हक ले लेंगे,,,लेकिन ये एकैडमिक वाले क्या करेंगे??????? मुझे तो कभी-कभी इनपर तरस आता है,,,,, कानूनन हमारे लिए समयसीमा का कोई बंधन नहीं है लेकिन 31 2014 के बाद इन कालियों का क्या होगा???? नमक खायेंगे या गोली??
ReplyDeleteएकैडमिक से भर्ती चाहने वालों ने अब तक अपनी नौकरी के लिए क्या किया है,,सिवाय अमर खुजाला और दैनिक जागरण जैसे घटिया अखबार पढ़ने के,,,,,,रो-धोकर आन्दोलन किया भी तो मात्र सौ लोग आये,,,, थर्ड पार्टी बनने की फीस ना जुटा पाने के कारण अदालत जाकर यह सच्चाई भी नहीं जान पाए की जब तक टेट मेरिट वालों को उनका अधिकार नहीं मिल जाता तब तक उनको भीख भी नहीं मिल पाएगी,,,, एकैडमिक वाले बैठे रहें घर में और 31 मार्च 2014 की समय सीमा को अपनी आँखों के सामने से गुजरता देखें,,,
ReplyDelete"प्रमुख किले"
ReplyDeleteचितौड का किला = चितौड़गढ़= चित्रागंद मौर्य
जैसलमेर का किला = जैसलमेर= जैसलदेव
कुम्भलगढ़ का किला = उदयपुर = कुम्भा
आमेर का किला = जयपुर = घोलाराय जी
तारागढ़ का किला = अजमेर = अजयपाल
सिंघाना का किला = जोधपुर= वीर नारायण
जालौर का किला = जालौर = परमार वंश
नाहरगढ़ का किला = जयपुर = कछवाहा वंश
डीग का किला = भरतपुर = राजा सूरजमल
भटनेर का किला = हनुमानगढ़= भूप भाटी
बयाना का किला = भरतपुर = विजयपाल
रणथंभौर का किला = सवाई माधोपुर
मेहरानगढ़ का किला = जोधपुर = राव जोधा
जूनागढ़ का किला = बीकानेर= रायसिंह
अचलगढ़ का दुर्ग = आबू = कुम्भा
अकबर का किला = अजमेर = अकबर
सिवाना का दुर्ग = सिवाना बाड़मेर = वीरनारायण
पवार
लोहागढ़ का दुर्ग = भरतपुर- सूरजमल जाट
तिमंगढ़ का किला = भरतपुर -तीमन पाल
सोजत का दुर्ग = पाली = रावमालदेव
अजय मेरु = अजमेर = अजयराज
माधो राजपुरा = जयपुर = माधो सिंह
कोटा गढ़ = कोटा = जैत्र सिंह
दौसा का दुर्ग = दौसा = बडगूजर
राजगढ़ = राजगढ़ = प्रताप सिंह
मांडल गढ़ = चानणा गुर्जर
सोनार का किला = जैसलमेर = जैसल भाटी
किलोण = बाड़मेर = राव भोमोजी
गागरोन = झालावाड़ = परमारराजपूत
नाहरगढ़ = जयपुर = जय सिंह
जयगढ़ = जयपुर = जय सिंह
बड़ा भोला बड़ा सादा बड़ा सच्चा है तेरे
ReplyDeleteशहर से तो मेरा गाँव
अच्छा है॥
वहां मैं मेरे बाप के नाम से
जाना जाता हूँ।
और यहाँ मकान नंबर से
पहचाना जाता हूँ॥
वहां फटे कपड़ो में भी तन
को ढापा जाता है।
यहाँ खुले बदन पे टैटू
छापा जाता है॥
यहाँ कोठी है बंगले है और कार है।
वहां परिवार है और संस्कार है॥
यहाँ चीखो की आवाजे दीवारों से
टकराती है।
वहां दुसरो की सिसकिया भी सुन
यहाँ शोर शराबे में मैं कही खो जाता हूँ।
वहां टूटी खटिया पर भी आराम से
सो जाता हूँ॥
यहाँ रात को बहार निकलने में
दहशत है...
मत समझो कम हमें की हम गाँवसे आये
है।
तेरे शहर के बाज़ार मेरे गाँव ने
ही सजाये है॥
वह इज्जत में सर सूरज की तरह
ढलते है।
चल आज हम उसी गाँव में चलते है.....
............. उसी गाँव में चलते है
कोर्ट की अपनी सीमाएं हैं इसलिए उससे उतनी ही उम्मीद करें जितने उसके पास अधिकार हैं,,,,, वर्तमान परिस्थितियों में महापात्रा साहब अधिक से अधिक हमारे लिए एक काम कर सकते हैं की वो सीधे-सीधे सी.बी यादव से कहें की आपकी सरकार भर्ती प्रक्रिया बदलकर एकैडमिक से करना चाहती है जो संभव नहीं है,,, यदि आपको एकैडमिक से भर्ती करनी है तो पहले पूर्व विज्ञापन के अभ्यर्थियों के हितों के अनुरूप विज्ञापन लाकर उनकी भर्ती पूरी करें और उसके बाद एकैडमिक से भर्ती के लिए नवीन पदों का सृजन करके NCTE से अनुमति लेकर उनपर भर्ती करें ,,,,अब आप सरकार से निर्देश लेकर आयें की वो इन हालत में क्या करना चाहती है,,,,, उसके बाद कोहराम मच जाएगा,,,एकैडमिक वालों की जिंदगी में भी और सरकार में भी,,,,,,,
ReplyDeleteलेकिन सवाल यह है की क्या हमें घर में बैठकर 31 मार्च 2014 तक उस शुभ दिन के आने का इन्तजार करना चाहिए????
एक अहम ुसूच ना जन हित मैं जारी -------
ReplyDeleteमोबाइल से जुडी कई ऐसी बातें हैं, जिनके
बारे में हमें जानकारी नहीं होती..लेकिन
मुसीबत के वक्त यह मददगार साबित
होती है ।
इमरजेंसी नंबर - दुनिया भर में मोबाइल
का इमरजेंसी नंबर 112 है ।
अगर आप मोबाइल की कवरेज एरिया से
बाहर हैं,तो 112 नंबर द्वारा आप उस
क्षेत्र के नेटवर्क को सर्च कर लें..
ख़ास बात यह है कि यह नंबर तब भी काम
करता है जब आपका कीपैड लौक हो !
मोबाइल जब बैटरी लो दिखाए और उस
दौरान जरूरी कॉल करनी हो, ऐसे में आप
*3370# डायल करें
आपका मोबाइल फिर से चालू
हो जायेगा और आपका सेलफोन बैटरी में 50
प्रतिशत का इजाफा दिखायेगा !
मोबाइल का यह रिजर्व दोबारा चार्ज
हो जायेगा जब आप अगली बार मोबाइल
को हमेशा की तरह चार्ज करेंगे !
मोबाइल चोरी होने पर-मोबाइल फोन
चोरी होने की स्थिति में सबसे पहले
जरूरत होती है ,
फोन को निष्क्रिय करने की ताकि चोर
उसका दुरुपयोग न कर सके।
अपने फोन के सीरियल नंबर को चेक करने के
लिए *#06# दबाएँ. इसे दबाते
हीं आपकी स्क्रीन पर 15 डिजिट का कोड
नंबर आयेगा. इसे नोट कर लें और
किसी सुरक्षित स्थान पर रखें.
जब आपका फोन खो जाए उस दौरान अपने
सर्विस प्रोवाइडर को ये कोड देंगे
तो वह आपके हैण्ड सेट को ब्लोक कर देगा !
कार की चाभी खोने पर -अगर आपकी कार
की रिमोट केलेस इंट्री है और गलती से
आपकी चाभी कार में बंद रह गयी है और
दूसरी चाभी घर पर है
तो आपका मोबाइल काम आ सकता है !
घर में किसी व्यक्ति के मोबाइल फोन पर
कॉल करें !
घर में बैठे व्यक्ति से कहें कि वह अपने
मोबाइल को होल्ड रखकर कार
की चाभी के पास ले जाएँ और चाभी के
अनलॉक बटन को दबाये साथ ही आप अपने
मोबाइल फोन को कार के दरवाजे के पास
रखें, दरवाजा खुल जायेगा !
है न विचित्र किन्तु सत्य
मुझे तो एक बात समझ में नहीं आती कि हमारी नियुक्ति तो टेट से होगी ये तो मैं जानता हूँ फिर वो चाहे आज हो, कल हो या मायावती आयें तब करें लेकिन ये एकेडमिक वाले किस का इंतजार कर रहे हैं । कोर्ट जब स्पष्ट रूप से कह चुका है कि नियमावली में संशोधन असंवैधानिक है तो 31 मार्च 2014 के बाद ये किस मन्दिर का घण्टा घनघनायेंगे । कालिया नाग की तरह शीतकालीन ऊँघाई किसके दम पर ले रहे हैं । इसके दो ही अर्थ हो सकते हैं या तो यह समझ गये हैं कि यह हमारे पद हैं ही नहीं या तो ये वास्तव में विशुद्ध अकेडमिक अर्थात गधे हैं जिनको इसका अंदाजा ही नहीं कि सबसे बड़ा खेल इन्ही के साथ खेला गया है । इनको तो सबसे ज्यादा बौराना चाहिये था लेकिन..............खैर गधों का क्या ,,,,??? कहीं भी किसी भी खूंटे से बान्ध दो..???
ReplyDelete
ReplyDeletejail wali
उन्हें चाहना हमारी कमजोरी है,
उनसे कह नही पाना हमारी मजबूरी है,
वो क्यूँ नही समझते हमारी खामोशी को,
क्या प्यार का इज़हार करना जरूरी है.
मुझसे मेरे ही खयालों में बात करती हो
ReplyDeleteबंद रखता हूं तेरे खातिर अपने दोनों पलके
सुनवाई नही होने की चिंता करना ठीक है मगर इतनी चिंता मत कीजिए कि चिता बन जाए । सुनवाई न होने की चिंता अकेडमिक भर्ती वाले करे क्योंकि स्टे उनकी भर्ती पर लगा है सरकार ने उन्हे हम टेट वालों से 10 गुना अधिक लुटा है । हा हा कार मचाने वाले भी अधिकांश वही लोग है । दोनोँ कोर्ट ने हमारे हितो की सुरक्षा के लिए स्टे लगाया था। और जब तक सरकार हमारे हित सुरक्षित करने का हलफनामा कोर्ट मे नही देती कोर्ट यूँ ही टालमटोल करती रहेगा । इसलिए खुद का खून जलाने से बेहतर है अपने विरोधियों का खून जलाया जाए ।
ReplyDeleteयह कोर्ट के अधिकार क्षेत्र के बाहर का विषय है । कोर्ट हो या सरकार सीमा लाँघकर किया गया कार्य भारतीय संविधान की कसौटी पर खरा नही कहा जाता । भर्ती जिस तरह हो सकती है सरकार करना नही चाहती और जिस तरह सरकार चाहती है उस तरह कोर्ट उसे करने नही देगा । दूसरे शब्दो मे कहें तो वैधानिक तरीके से सरकार नही करना चाहती और अवैधानिक तरीके से उसे कोर्ट करने नही दे रहा ।
ReplyDeleteसरकार द्वारा किया गया संशोधन और इसके आधार पर पूर्व विज्ञापन का निरस्त किया जाना कोर्ट illegal लिखित मे बता चुका है । टेट मैरिट से भर्ती को legal और सर्वोत्तम तरीका भी घोषित कर चुका है तो समस्या क्या है ? और क्या घोषणा करे कोर्ट ? हम सब क्या चाहते है कोर्ट से ? अगर भर्ती भर्ती चिल्लाने वाले 50% के भी 10 को लखनऊ की धरती पर चरण पड़े होते तो आज की स्थिति कुछ और होती । टेट मैरिट वाले तो स्टे enjoy कर ही रहे है अकेडमिक वाले अपनी जमा राशि पर ब्याज की गणना कर अपना वक्त काट सकते है ।
ReplyDeleteभर्ती तभी होगी जब 72825 पर टेट मैरिट से भर्ती होगी अन्यथा यह भर्ती नही होगी या फिर अब अगली सरकार आने पर ही कोई भर्ती होगी तब तक हर भर्ती पर स्टे लगता रहेगा ।
ReplyDeleteTET
MERIT
NAHI
TO
BHARTI
BHI
NAHI
72825 पदों पर नियुक्ति के लिए बेसिक
ReplyDeleteशिक्षा विभाग मेँ हलचल,
.
.
कानूनविदों द्वारा यह राय व्यक्त
की जा रही है कि न्यायालय द्वारा पूर्व
विज्ञापन के माध्यम से टीईटी मेरिट पर
भर्ती का आदेश
ही किया जायेगा क्योँकि नियमावली संशोधन
का पूर्व विज्ञापन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने
बताया कि पुराने आवेदनों से जुड़े कागजात
एकत्र किये जा रहे हैँ आदेश प्राप्त होते
ही युद्ध स्तर पर भर्ती प्रारंभ
की जायेगी ताकि शिक्षा के अधिकार
को अमली जामा पहनाया जा सके।
Ajeeb Shaqs Tha Kaisa Mizaj Rakhta
ReplyDeleteTha,
Saath Rehkar Bhi Ikhtlaaf Rakhta Tha.
Mein Kyun Na Daand Doon Uss Ke Fun
Ki,
Mere Har Sawal Ke Pehle Hi Jawab
Rakhta Tha.
Woh Toh Roshniyoon Ka Baazigar Tha
Magar,
Mere Andheroon Ka Bada Khayal
Rakhta Tha.
Mohabbat Toh Thi Usse Kisi Aur Se
Shayad,
Mujhse Toh Yunhi Hansi Mazak Rakhta
Tha
Janay lagay us k sheher sa tu usay Alvida bi na keh sakay
ReplyDeleteUski sadgi itni haseen thi k usay Bewafa bi na keh sakay
Khushi mili hans na sakay
Gham mila Ro na sakay
Ek usay hi Dil dia kisi ko bata na sakay
Zindagi ka yehi Dastor hay
Jisay chaha usay paa na sakay
Jisay paya usay Chah na sakay
Tet morcha ke vidhik salahkar adwocate navin sharma monday ko chief justice ko ek application dege ,jisme teacher bharti ko siksha ka adhikar se juda hone avam importent batakar unse jald se jald day by day sunwai ka anurodh kiya jayega..aaj tet fi8ter aur ku6 wakil c.j se milne gaye magar unke p.a ne milne se rok diya..aur kaha ye unse milne ka time nahi hai..c.j sir any judgo ke sath meeting me hai..
ReplyDelete
ReplyDeleteअब के सावन में शरारत ये मेरे साथ हुई
मेरा घर छोड़ के सारे शहर में बरसात हुई
आप मत पूछिए क्या हम पे सफ़र में गुजरी
था लुटेरों का जहाँ गाँव , वहीँ रात हुई
ज़िन्दगी भर तो हुई गुफ्तगू गैरों से मगर
आज तक हमसे हमारी न मुलाकात हुई
हर गलत मोड़ पे टोका है किसी ने मुझको
एक आवाज़ तेरी जब से मेरे साथ हुई
लगातार सुनवाई न हो पाने के कारन परेशान टेट मेरिट साथियों ,,,१ बात तो स्पस्ट हो गयी है ,,की अब फैसला सर्कार के पक्ष में नहीं आने वाला ,,,क्योकि अगर हमारी सुनवाई न हो पाने का कारण ,सर्कार और कोर्ट की मिली भगत है, तो सोचो की क्या , सर्कार अपने पक्ष में निर्णय नहीं ले सकती थी दवाब के कारण ,, मै ये नहीं कह रहा की सर्कार कोर्ट में अपनी चल नहीं चल रही है बल्की ,,, मै ये कहना चाह रहा हु क,, अब सर्कार सर्फ और सर्फ इतना ही कर पा रही है की हमारे मामले में आने वाला फैसला ,,टला जा रहा है,,, क्योकि पूर्ण बहुमत की सर्कार का विज्ञापन अगर उसके रहते कोर्ट में फस है तो, ये सर्कार के लिए सबसे बड़ा कलंक है,,और उसे ये ज्ञात हो गया है की ,, अब इस मामले में हार से बचा नहीं जा सकता है ,,बस अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल कर इसे लटकाया जा सकता है....जो वो कर रही है..
ReplyDeleteलेकिन कब तक होगा ऐसा ...१ दिन तो आयेगा जब इनको जवाब मिलेगा..
तब तक ..हमारे पास धैर्य बनाये रखने के अलावा और कोई चारा नहीं बचा है,,
और मै तो सच्चे दिल से यही चाहता हु की ,,ये भर्ती चाहे जब हो मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं ,,,लेकिन जब भी हो ,,,टेट मेरिट से ही हो,, और ऐसा ही होगा भी.
जब टेट मेरिट से निकले विज्ञापन पर १ साल अकादमिक वालो ने स्टे लगवाया और हमे इस हालत में पंहुचा दिया जहा आज हमें ,,विद्यालय में होना था,,,वह आज हम अपना टाइम पास कैसे करे ये सोचते है? तो फिर अकादमिक से निकले विग्यपयं पर तो कम से खां२ साल तक स्टे रहना ही चाहिए ,,,
ReplyDeleteरही बात उनकी जो अच्छे टेट और अच्छे अकादमिक वाले है ,,,उनके लिए जूनियर की भारती खुली ही है,, जाये फॉर्म भरे और अपनी जॉब करे ,,,, सरे अकादमिक भाई आप लोगो के लिए सर्कार ने भर्ती निकल दी है.. अब आप लोग समाजवादी पार्टी को धन्यवाद कहने lkw नहीं जायेंगे क्या?
आपका रिश्ता मेरे सुरों का साज़ है ,
ReplyDeleteआप जैसे अपनों पर हमें नाज़ है ,
चाहे कुछ भी हो जाए ज़िन्दगी में ,
ये रिश्ता कल भी वैसा रहेगा जैसा आज है ..
चेहरे की हंसी से हर गम छुपाओ ,
बहुत कुछ बोलो पर कुछ न बताओ ,
खुद न रूठो कभी, पर सबको मनाओ ,
राज़ है ये जिंदगी का बस जीते चले जाओ ..
bach ke kaha jayega
ReplyDeleteAAJ NAHI KAREGA TO
KAL KAREGA
tandan ko bhi
KAR-NA PADA THA
TUJHE BHI KAR-NA HOGA
BAHUT NACH NACHAYA
AB TERI BARI
TET MERIT KI BARI
JALDI LAGOO KARO
VARANA
DHAIRYA JABAB DE JAYEGA
KUCHH NAHI BACHEGA
मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने से विश्व में बहुत सारे दुष्परिणाम होंगे .
ReplyDelete1. अमेरिका की अर्थव्यवस्था डूब जायेगी और अमेरिका बर्बाद हो जाएगा क्योंकि भारत तब न तो अमेरिका से हथियार खरीदेगा और न ही उसकी बहुराष्ट्रीय कम्पनियों का सामन भारत में बिक सकेगा इसका सबसे बड़ा कारण यह होगा की मोदी जी स्वदेसी को आगे लायेंगे !
2 . चीन -- जो विश्व की वर्तमान में सबसे उभरती ताकत और अर्थव्यस्था है, वह भी बर्बादी के मुहाने पर आ खड़ा होगा ! उसका 40 % व्यापार ( जो की भारत में चोरी - छिपे डंप होता है ) खत्म हो जाएगा इससे चीन को बहुत बड़ा धक्का लगेगा , जिसकी कारण होगा मोदी जी का भारतीय व्यापारिक तंत्र को आगे लाना यानी स्वदेसी को आगे लाना !
ReplyDelete3 . अरब देश, जो की मरुस्थल में है वहां पर भी सुखा पड़ने की सम्भावना है, क्योंकि भारत अपना आयत न्यूनतम स्तर पर इन देशो से कर देगा, क्योंकि मोदी जी भारत में सौर उर्जा और प्रकृतिक गैसों के प्रयोग को प्रमुखता देने वाले है! जो की पर्यावरण हितैषी उर्जा होगी इसीलिए अरब देशी में भी कुबुलाहट शुरू हो गयी है !
ReplyDelete4 . पकिस्तान -- जो कि आतंक के बलबूते पर जीता है और आतंकवाद का सबसे बड़ा उत्पादक देश है ! उसकी दुकानदारी बंद हो जाएगी क्योंकि मोदी जी के प्रधानमंत्री बन जाने के बाद उसकी एक गलती उसको बर्बाद कर देगी और यह भी हो सकता है की भारत का मानचित्र दुबारा 1947 से पहले वाली स्तिथी में आ जाए !
ReplyDelete5. कोंग्रेस के बारे में भविष्यवाणी है की वह 137 साल की उम्र में मर जायेगी ! कोंग्रेस का जन्म 1885 में एक गोरे अंग्रेज के हाथो हुआ था , 137 साल बाद अर्थात 2022 में एक गोरे अंग्रेज के हाथो द्वारा ही समाप्त हो जाएगी किसका कारण बनेगा एक सनातनी पुरुष जो की अविवाहित होगा अर्थात नरेंदर मोदी जी के कारण ही कोंग्रेस की अर्थी का सामन बनेगा
ReplyDeleteयह इस बार की और भी इंगित करता है की जब किसी देश के आंतरिक मामले अन्य देशो पर प्रभाव डालते है, तो वह देश निश्चय ही सारे विश्व को अपने प्रभाव में ले आता है ! शायद मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से भारत के विश्वगुरु बनने की शुरुआत हो जाए और २०२२ में राष्ट्रघाती कोंग्रेस के सम्पूर्ण नष्ट होने के बाद भारत विश्वगुरु का स्थान प्राप्त कर ले तब भारत का एक रुपैया पचास अमेरिकी डालर के बराबर होगा !
ReplyDelete
ReplyDeleteइसीलिए अमेरिका नरेंदर मोदी जी को वीजा नहीं देता! वह नहीं चाहता की मोदी जी प्रधानमंत्री बने , पाकिस्तान भी नहीं चाहता , कोंग्रेस भी नहीं चाहती ! इसीलिए सब विघटनकारी शक्तिया एकजुट हो रही है !
यह एक महापुरुष के आगमन का संकेत है
मोदी जी प्रधानमंत्री तो भारत के बनेगे पर परिणाम सारा विश्व भुगतेगा!
तो मित्रो आपने देखा की मोदी जी के प्रधानमंत्री बनते ही भारत में ही नहीं दुनिया में कितने बड़े बदलाव होंगे !!
दिल्ली के साकेत कोर्ट ने गैंगरेप के
ReplyDeleteचारो दोषियों को फांसी की सजा सुनाई है. पूरे देश में
इस फैसले का स्वागत किया जाने लगा है. अदालत ने
इस फैसले को रेयरेस्ट ऑफ द् रेयर करार देते हुए
कहा कि इन दोषियों के साथ किसी प्रकार की रियायत
नहीं बरती जा सकती है.
16 दिसंबर को घटे उस दरिंदगी ने
आधी आबादी को ही नहीं पूरे मानवता को झकझोर
दिया था. आज सुनाए गए इस फैसले पर पूरे देश और
दुनिया की निगाहें लगी हुई थीं. आम से खास तक
सबका कहना है कि अदालत का यह फैसला एक नजीर
साबित होगा.
फास्ट टै्रक कोर्ट के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश
योगेश खन्ना दोपहर ढाई बजे अपना फैसला सुनाया.
अभियोजन पक्ष इस मामले को दुर्लभ अपराध बताते
हुए सजा-ए-मौत की मांग कर रहा था, जबकि बचाव
पक्ष ने दोषियों को सुधार का एक मौका देने की अपील
की थी.
चिडियाघर से दो शेर भाग निकले... एक
ReplyDeleteजंगली था और वह जंगल की तरफ़ भाग गया...
दूसरा चिडियाघर में
ही पैदा हुआ था और वह जाकर शहर में कहीं छुप
गया...
अधिकारी तलाश में निकले और कुछ दिन बाद,
जंगली शेर पकडा गया और उसे वापस चिडियाघर
लाया गया... लेकिन शहर में छिपे शेर को ढूँढने और
पकडने में कई सप्ताह लग गये पर आखिर वह
भी पकडा गया और वापस
चिडियाघर में बन्द कर दिया गया...
जंगली शेर ने पूछा "क्यों भाई इतने दिन आजाद
रहने में कैसे सफ़ल रहे? मुझे पकडने में समय
लगा ही नहीं"
पालतू शेर ने उत्तर दिया: "अरे बडा आसान था। मैं
किसी सर्कारी दफ़्तर में जाकर छिप गया।
वहाँ इतनी सारी फ़ाईलें थी, के उन फ़ाइलों के बीच
छिपना बडा आसान था....
जंगली शेर ने पूछा : "पर इतने दिन, तुमने
खाया क्या?"
पालतू शेर ने कहा: "इतने सारे
सर्कारी कर्मचारी इधर उधर घूम रहे थे.... जब भूख
लगी, किसी एक को पकड कर
खा लिया करता था.... एक कर्मचारी की जगह पाँच
और कर्मचारियों की नियुक्ति होत खाने के लिए
कोई प्रोब्लम नहीं था....
जंगली शेर: "तो आखिर कैसे पकडे गए?"
पालतू शेर: "अरे यार, एक दिन मैंने बहुत
बडी गलती कर दी.... एक दिन दफ़्तर के चाय वाले
को खा गया.... चाय वाले की गैरहाजिरी तो एक दम
सबको महसूस हुई.... उसे ढूँढने सब निकले और मैं
बेचारा पकडा गया.
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ReplyDeleteब्रेकिंग न्यूज़- दिल्ली गैंग रेप के चारों आरोपियों को दिल्ली के साकेत कोर्ट ने फाँसी की सजा सुनाई है
1. पवन
2. विनय
3. मुकेश
4. अक्षय
चारों को फाँसी की सजा का ऐलान ।
Sathiyo, lagatar kisi na kisi bahane ko lekar hamari sunwayi na hona mahej sanyog nahi ho sakta hai. Ye ab bilkul saaf hai ki hamara mamla janboojh kar latkaya ja raha hai. Ummeed hai unlisted hone ka turra bhi ab sabhi ko samajh me aa gaya hoga...
ReplyDeleteएक दिन उन्नीस दोस्त वयस्क फिल्म देखने गए ।
ReplyDeleteटिकट लेकर वे सिनेमा हाल में घुसने के लिए लाइन में लग
गए।
टिकट जांचने वाला गिनते हुए एक-एक कर उन्हें प्रवेश देने
लगा- 'एक.... दो.... तीन.... दस.... अठारह !
.
उन्नीसवें दोस्त से उसने आश्चर्य से पूछा- 'क्यों जी, आज
उन्नीस के उन्नीस, सबको एकाएक पिक्चर देखने
की क्या सूझी ?
.
दोस्त ने बडे ही भोलेपन से जवाब दिया- ' ओ जी बात ये है
कि आपने ही तो पोस्टर पर लिखा हुआ है कि '18 से नीचे
को प्रवेश नहीं मिलेगा!
इसलिए हम पूरे उन्नीस आए हैं।
एक दिन पप्पू को अनजान नंबर से फोन आया | फोन पर लड़की थी, जो बोली - हेलो आप कुंवारे हैं ?
ReplyDeleteपप्पू - हां, लेकिन आप कौन बोल रही हैं ?
लड़की - मैं तुम्हारी बीवी बोल रही हूं | आज घर आना तो बताऊंगी |
थोड़ी देर बाद पप्पू को फिर एक अनजाने नंबर से फोन आया | फिर से एक लड़की ही थी, जो बोली - क्या आप शादीशुदा हैं ?
पप्पू - हां, लेकिन तुम कौन ?
लड़की - तुम्हारी गर्लफ्रेंड, धोकेबाज !
पप्पू - सॉरी बेबी, मुझे लगा मेरी बीवी हैं |
लड़की - बीवी ही हूं | आज बस तुम घर आओ, फिर बताती हूं |
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टीईटी पर सुनवाई एक हफ्ते बाद1जाब्यू,
ReplyDeleteइलाहाबाद: इलाहाबाद उच्च न्यायालय में टीईटी मामले में शुक्रवार को सुनवाई नहीं हो सकी। अब इसके एक हफ्ते बाद सूची बद्ध होने की संभावना है। न्यायमूर्ति लक्ष्मीकांत महापात्र और न्यायमूर्ति अमित बी स्थालेकर की खंडपीठ इस मामले की सुनवाई कर रही है। 1गौरतलब है कि अदालत के समक्ष यह प्रकरण विचाराधीन है कि प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती में मेरिट के मानक क्या रखे जाएं। सिर्फ टीईटी की मेरिट को ही आधार माना जाए या फिर इसमें शैक्षिक अर्हता के अंकों को भी शामिल किया जाए।
मोदी के PM प्रत्याशी घोषित होने के साथ
ReplyDeleteही मनाई जा रही दिवाली का शोर शराबा सुनकर
मनमोहन सिंह जी ने सोनिया जी को फोन लगाकर
पूछा ...... मैडम में अभी भी प्रधानमन्त्री हूँ न ??
ताजा सर्वैक्षण में अकेले गुगल पर आज मोदी को 1 अरब से
ReplyDeleteज्यादा लोगों ने सर्च किया । ये अपने आप में एक ही ब्यक्ति का एक
दिन का अनोखा रिकार्ड है । जो कि ओबामा के गिनीज बुक रिकार्ड
9877532 को तोड़ कर 1000077332 के रिकार्ड को छुवा है । पूरे विश्व की निगाहें आज भारत की ओर है लोगों का मानना है कि भारत एक महाशक्ति के रूप में जल्द ही उभरेगा ।
ताजा सर्वैक्षण में अकेले गुगल पर आज मोदी को 1 अरब से
ReplyDeleteज्यादा लोगों ने सर्च किया । ये अपने आप में एक ही ब्यक्ति का एक
दिन का अनोखा रिकार्ड है । जो कि ओबामा के गिनीज बुक रिकार्ड
9877532 को तोड़ कर 1000077332 के रिकार्ड को छुवा है । पूरे विश्व की निगाहें आज भारत की ओर है लोगों का मानना है कि भारत एक महाशक्ति के रूप में जल्द ही उभरेगा ।
मित्रो, अब सबसे जरूरी काम है अपना और अपने मित्रो, रिश्तेदारों का वोटर आईडी कार्ड बनवाना .. क्योकि मित्रो भले ही हम मोदी के समर्थक क्यों न हो लेकिन यदि हम वोट नही दे पाते या देने नही जाते तो फिर समर्थन बेकार होगा |
ReplyDeleteइसलिए मित्रो, सबसे पहले लोगो को वोटर आईडी कार्ड बनवाने के लिए प्रेरित कीजिए ..भले ही एक दिन लाइन क्यों न लगनी पड़े
सुनवाई नही होने के कारण चिंतित होना उचित है मगर इतनी चिंता मत कीजिए कि चिंता चिता बन जाए । सुनवाई न होने की चिंता अकेडमिक भर्ती वाले करे। चिंता करके अपनी चिता वह जलाएँ स्टे उनकी भर्ती पर लगा है सरकार ने उन्हे हम टेट वालों से 10 गुना अधिक लुटा है हमारी भर्ती तो यह सरकार करना ही नही चाहती है । हा हा कार मचाने वाले भी अधिकांश वही लोग है । दोनोँ कोर्ट ने हमारे हितो की सुरक्षा के लिए स्टे लगाया है और जब तक सरकार हमारे हित सुरक्षित करने का हलफनामा कोर्ट मे नही देती कोर्ट आदेश का क्या औचित्य ? अगर टेट मैरिट से भर्ती का आदेश आने के बाद भी सरकार भर्ती शुरू नही करती तो क्या करेगे ? जीते हुए sc जाएँगे ? इसलिए टेट मैरिट सपोर्टर enjoy the stay ! ! सदा नंद भाई के यह शब्द याद रखिए कि जब तक हमारी भर्ती सरकार नही करेगी तब तक हम किसी की भर्ती नही होने देंगे ।
ReplyDeleteमित्रों सुप्रभात !!!
ReplyDeleteअभी कुछ दिनों से मैं देख रहा हूँ की कुछ बुद्धिमान लोग जूनियर की भर्ती में रिट डालने की बात कर रहे हैं, उन्हें ऐसा करने से कोई भी नहीं रोक सकता है,
मैं आप लोगों से बस इतना कहना चाहता हूँ की यहाँ पर जो लोग हैं वो कम से कम स्नातक तो हैं ही और अपना भला - बुरा अच्छी तरह से जानते हैं, आपसे बस इतनी ही गुजारिश है की आप लोग इन रिट करने वाले लोगों का किसी भी प्रकार का सहयोग (तन, मन ,धन) कदापि ना करें, आप सब से प्राइमरी भर्ती का हाल छुपा नहीं है, हमारी एकता ही हमारी ताकत है और वो हमें बनाये रखनी है,
ReplyDeleteमेरा सभी से हाथ जोड़कर निवेदन है की वो रिट से सम्बंधित किसी भी पोस्ट को ना आने दें, अगर वो ऐसा करने में असमर्थ हैं तो वो मुझे यह अधिकार दें और फिर देखें
ReplyDeleteधनयवाद...
Tu sale haram khor teri nihura ke liya jayrga.
ReplyDeleteoh tet merit ale pakandi ak simple test pas kark apna proud dika raha h. sale tum jese hi logo k karad kuch tet candidates ki jan gayi h.tumhe iska phal jarur milega.yadi kuch punn kamana chahte ho to apni rit bapis le lo.varna age bura hoga.
ReplyDeleteARE YAAR MUJHE YE BATAO BHARTI SUPPORTER AAKHIR KYA KAR RAHE HAI.UNHE APNE LIYE LADAI NAHI LADNI HAI KYA? UNKI LADAI KAUN LADEGA? DUSARO KO DOSH KYO? AGAR KOI APNE HIT K LIYE KU6 BHI KAR RAHA HAI TO WO BHARTI SUPPORTERO SE TO KAI GUNA ACHHA HAI. BHARTI SUPPORTERO KO KYA GHAR BAITHE NAUKARI MILEGI. UNKI SANKHYA 50 % SE JYADA HAI AUR WO GHAR SE BAHAR NIKALNA HI NAHI CHAHTE. UNHE LAGTA HAI HAMARA KAAM KISI NA KISI GROUP K AANDOLAN SE HO JAYEGA. WE APNE KARM PE NAHI DUSARO K KARM PE DEPEND HAI. AGAR BHARTI SUPPORTER CHAH DE TO ONLY 3 DAYS ME MATTER SOLVE HO JAYEGA PAR UNSE AISA HOGA NAHI FIR DUSARO KO DOSH KYU? KAM SE KAM WO APNE HIT K LIYE TO KU6 KAR BHI RAHE HAI,AUR HAM KYA KAR RAHE HAI? SABKO BULAO TO KITNE AATE HAI AUR AAYENGE YE KISI SE CHHUPA NAHI HAI. APNE LIYE KARM KARNE,SANGHARSH KARNE KO BHARTI SUPPORTER TAIYAR HI NAHI HAI.
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