/* remove this */ Blogger Widgets /* remove this */

Friday, September 20, 2013

UP Recruitment News : पीसीएसजे प्रा. परीक्षा परिणाम की चुनौती

UP Recruitment News : पीसीएसजे प्रा. परीक्षा परिणाम की चुनौती
इलाहाबाद : इलाहाबाद हाईकोर्ट में पीसीएस (जे) 2013 की प्रारंभिक परीक्षा में सात सवालों के उत्तर गलत होने के कारण परिणाम की वैधता को लेकर याचिकाएं दाखिल की गई हैं। कोर्ट ने याचिका में लगाए गए आरोपों को गंभीरता से लेते हुए लोक सेवा आयोग को विशेषज्ञों से परीक्षण कराकर कोर्ट को अवगत कराने का निर्देश दिया है। मामले की अगली सुनवाई 25 सितम्बर को नियत की है। मुख्य परीक्षा 28 सितम्बर को प्रस्तावित है।
यह आदेश न्यायमूर्ति राजेश कुमार तथा न्यायमूर्ति मनोज मिश्र की खण्डपीठ ने श्रेयश्री अग्रवाल, अनुरुद्ध कुमार सहित दर्जनों अभ्यर्थियों द्वारा दायर याचिकाओं की सुनवाई करते हुए दिया है। याचिका पर अधिवक्ता अनिल तिवारी ने कोर्ट को बताया कि प्रारंभिक परीक्षा में विधि पेपर के सात सवालों के जवाब गलत हैं। सामान्य ज्ञान के भी कुछ सवालों के उत्तर गलत हैं। इसकी वजह से सही उत्तर देने वाले सफल नहीं हुए और गलत उत्तर देने वालों को इसका लाभ मिला। इस कारण याचियों को भी मुख्य परीक्षा में बैठने दिया जाए। इन्होंने सही उत्तर दिए हैं। आयोग के अधिवक्ता का कहना था कि प्रश्नों के उत्तर विशेषज्ञों द्वारा चेक किए गए हैं। कोर्ट ने आयोग के विशेषज्ञों पर भी चुटकी ली और कहा कि प्रश्न के उत्तरों की पुन: जांच करा ली जाय। प्रथम दृष्टया कुछ प्रश्नों के उत्तर गलत लग रहे हैं। याची का कहना था कि यदि प्रश्नों के सही उत्तर के आधार पर अंक दिए जाते हैं तो परिणाम की मेरिट प्रभावित होगी। ऐसे में याचियों को मुख्य परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाय

News Sabhaar : Jagran (19.9.13)


71 comments:

  1. JAIL WALI



    ये बोल कर हमे छोड़ गयी
    दोस्तों .
    .
    .
    .
    तुम्हारे तो आर्टिकल ही
    ख़त्म नहीं होते , .
    .
    .
    .
    .
    .
    .
    .
    .
    .
    .
    .
    .
    .
    .
    .
    .
    .
    .
    .
    .
    .
    .
    .
    तुम प्यार क्या करोगे ?

    ReplyDelete
  2. Kabhi Kabhi Hume Pata Hota Hai Ki
    Samne Wala Hume Dhoka De Raha Hai
    Phir Bhi Hum Kuch Nahi Kehtey......
    Kyunki
    Hum Jante Hai Hum Unke Dhoke Ke
    Saath To Jee Sakte Hain,
    Lekin uske bagair nhi jee skte hai......

    ReplyDelete
  3. 1.ज्यादातर विज्ञापनो में घड़ी पर 10 बज कर 10 मिनट का समय दिखाया जाया जाता है.

    2.पुरूषों की shirts के बटन Right side पर जबकि औरतो left side के पर होते हैं.

    3.चमगादड गुफा से निकलते समय हमेसा बाएँ हाथ मुडते है.

    4.धरती पे जितना भारसारी चीटीयों का है उतना ही सारे मनुष्यो का है.

    5.Octopus के तीन दिल होते हैं.

    6.सिर्फ मादा मच्छर ही आपका ख़ून चूसती हैं. नर मच्छर सिर्फ आवाजे करते हैं.

    7.ब्लु वेहल एक साँस में 2000
    गुबारो जितनी हवा खिच और बाहर निकालती है.

    8:मच्छलीयो की memory सिर्फ कुछ सेकेंड की होतee है।

    9.अगर पृथ्वी को सेब के आकार का बना दे
    तो पृथ्वी के ऊपर वायुमंडल केवल उसके छिलके के बराबर है.

    10. टाइटैनिक जहाज को बनाने को लिए उस
    समय 35 करोड़ 70 लाख रूपये लगे थे जब
    कि टाइटैनिक फिलम बनाने के लिए 1000 करोड़ के लगभग लागत आई.

    11. बिल गेट्स हर सेकेण्ड में करीब 12000 रुपये कमाते हैं यानि एक दिन में करीब 102 करोड़ रूपये.

    12.मुंबई के ब्रेबार्न स्टेडियम में 1988 में खेल One day अभ्यास मैच में सचिन तेंदुलकर ने पाकिस्तान के लिए
    फ़ीलि्डिंग की थी.

    13. गुगल से 10 अरब से अधिक पेज जुडे हुए है जो हर 19 महीने में दुगने हो जाते है.

    14. Internet में 80% प्रतीशत ट्रेफिक सर्च इंजनो की वजह से आता है.

    15. हम शाम के मुकाबले सुबह लगभग 1 cm लम्बे होते हैं.

    16. सपनो में हम सिर्फ वही चीजें देख सकते हैं जो हम पहले से देख चुके हैं.

    17. अफजल खान की एक बीवी ने उसे
    शिवाजी की शरण जाने को कहा तो अफजल खान इतना भड़क गया कि उसने अपनी पूरी 63 बीवीयो को मार कर एक कुवे में फेक दिया.

    18. दुनिया का सबसे ऊंचा क्रिकेट का मैदान हिमाचल प्रदेश के चायल नामक स्थान पर है। इसे समुद्री सतह से 2444 मीटर
    की ऊंचाई पर भूमि को समतल बना कर 1893 में तैयार किया गयाथा।

    19.व्यक्ति खाना खाए बिना कई हफ्ते गुजार सकता है, लेकिन सोए बिना केवल 11 दिन रह सकता है।

    20. जिस हाथ से आप लिखते हैं, उसकी उंगलियों के नाखून ज्यादा तेजी से बढ़ते हैं।

    21. हमारे शरीर में लोहा भी होता है इतना कि एक शरीर से प्राप्त लोहे से एक इंच की कील भी तैयार की जा सकती ह।

    22. एक सामान्य मनुष्य अपने पूरे जीवन काल में भूमध्य रेखा के पाँच बार चक्कर लगाने जितना चलता है। यह लगभग 2 लाख
    किलोमीटर बनता है.

    23. भास्कराचार् य ने खगोल शास्त्र के कई सौ साल पहले पृथ्वी द्वारा सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाने में लगने वाले सही समय की गणना की थी। उनकी गणना के
    अनुसार सूर्य की परिक्रमा में पृथ्वी को 365.258756484 दिन का समय लगता है।

    24. वाराणसी, जिसे बनारस के नाम से भी जाना जाता है, एक प्राचीन शहर है जब भगवान बुद्ध ने 500 बी सी में यहां आगमन किया और यह आज विश्व का सबसे पुराना और निरंतर आगे बढ़ने वाला शहर है।

    25. भारत 17वीं शताब्दी के आरंभ तक ब्रिटिश राज्य आने से पहले सबसे सम्पन्न देश था। क्रिस्टोफर कोलम्बस भारत की सम्पन्नता से आकर्षित हो कर भारत आने का समुद्री मार्ग खोजने चला और उसने
    गलती से अमेरिका को खोज लिया।

    26. संस्कृत सभी उच्च भाषाओं की जननी माना जाता है. क्योंकि यह कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के लिए सबसे सटीक है, और इसलिए उपयुक्त भाषा है.

    27. 100 की उम्र के पार पहुँचने वालो में से 5 में से 4 औरते होती हैं.

    28. जिन लोगो कि शरीर पर तिलों की संख्या ज्यादा ह वह औसतन कम तिल वाले लोगो से ज्यादा जीते हैं.

    29. कुत्ते और बिल्लीयाँ भी मनुष्य की तरह left या right- handed होते है.

    30. इतिहासमें सबसे छोटा युद्ध 1896 में England और Zanzibar के बीच हुआ। जिसमें Zanzibar ने 38 मिन्ट बाद ही सरेंडर कर दिया था.

    31. फेसबुक पर 10 या उससे अधिक likes वाले 4 करोड़ 20 लाख पेज है।

    32. फेसबुक के 43 प्रतिशत users पुरुष है वहीं 57 फीसदी महिलाएं।

    ReplyDelete

  4. Blogger TET MERIT NAHI TO BHARTI BHI NAHI said...

    ज़िंदगी लंबी है दोस्त बनाते रहो,
    दिल मिले ना मिले हाथ मिलते रहो,
    ताज महल बनाना तो बहुत costly होगा,
    पर हर गली मैं एक मुमताज़ बनाते रहो



    इतनी पीता हू की मदहोश रहता हू.
    सब कुछ समझता हू पर खामोश रहता हू
    जो लोग करते ह मुझे गिराने की कोशिश
    मे अक्सर उन्ही के साथ रहता हू|


    वो रोए तो बहुत, पर मुझसे मूह मोड़ कर रोए
    कोई मजबूरी होगी तो दिल तोड़ कर रोए
    मेरे सामने कर दिए मेरे तस्वीर के टुकड़े
    पता चला मेरे पीछे वो उन्हे जोड़ कर रोए



    क्या हूँ मैं और क्या समझते है,
    सब राज़ नहीं होते बताने वाले,
    कभी तनहाइयों में आकर देखना,
    कैसे रोते है सबको हसाने वाले



    ग़ज़लों का हुनर आपनी आखों को सिखायेगे
    रोयेंगे बहुत लेकिन आसूं नहीं आयंगे
    कह देना समुन्दर से हम ऒस के मोती है
    दरिया की तरह तुझसे मिलने नहीं आयेगे



    दिल जित ले वो नजर हम भी रखते है,
    भीड़ में नजर आये वो असर हम भी रखते है,
    यु तो वादा किया है किसीसे मुस्कुराने का वरना आँखों में समंदर हम भी रखते है|
    ..

    हमने भी किया था बड़े शोर के साथ
    अब न करेंगे
    करेंगे भी तो बड़े गौर के साथ
    क्यों की
    कल हमने उन्हें देखा था किसी और के साथ…


    दिल की हर बात ज़माने को बता देते है
    अपने हर राज़ से परदा उठा देते है
    चाहने वाले हमे चाहे या ना चाहे
    हम जिसे चाहते है उस पर ‘जान’ लूटा देते है.



    जिनकी याद में हम दीवाने हो गए,
    वो हम ही से बेगाने हो गए,
    शायद उन्हें तालाश है अब नये प्यार की,
    क्यूंकि उनकी नज़र में हम पुराने हो गए |


    हस्ती मिट जाती है आशियाँ बनाने मे,
    बहुत मुस्किल होती है अपनो को समझाने मे,
    एक पल मे किसी को भुला ना देना,
    ज़िंदगी लग जाती है किसी को अपना बनाने मे



    तेरी ख़ामोशी हमारी कमजोरी हैं,
    कह नहीं पाना हमारी मज़बूरी हैं,
    क्यों नहीं समझते हमारी खामोशियो को,
    खामोशियो को जुबा देना बहुत जरुरी हैं



    जब कोई ख्याल दिल से टकराता है ॥
    दिल ना चाह कर भी, खामोश रह जाता है ॥
    कोई सब कुछ कहकर, प्यार जताता है॥
    कोई कुछ ना कहकर भी, सब बोल जाता है ॥

    तेरी महिफिल से जो उठ गया तो लौट कर न आउगा
    निकाला जो तुझे दिल से तो फिर न बसाऊंगा
    सीखा है अगर वफ़ा का चलन मैंने तो
    बेवफाई की हर रसम को भी मै निभाऊंगा


    कभी पहली बार स्कूल जानेमे डर लगता था…आज अकेले ही दुनिया घूम लेते हे ।।
    पहले 1st नंबर लानेके लिए पढ़ते थे, आज कमाने के लिए पढ़ते हें !!

    गरीब दूर तक चलता हे… खाना खाने के लिए…
    अमीर दूर तक चलता हे … खाना पचाने के लिए …

    कीसी के पास खाने के लिये एक वक्त की रोटी नहीं हे …..
    कीसी के पास रोटी खाने के लिए वक़्त ही नहीं हे …

    कोई लाचार हे इस लिए बीमार हे, कोई बीमार हे इस लिये लाचार हे
    कोई अपनों के लिए रोटी छोड देता हे, कोई रोटी के लिए अपनों को छोड़ देता हे

    ये दुनीया भी कितनी निराली हे .. कभी वक़्त मीले तो सोचना…

    कभी छोटी सी चोट लगनेपे रोते थे, आज दिल टूट जाने पर भी संभल जाते हें!
    पहेले हम दोस्तों के सहारे रहते थे, आज दोस्तों की यादो मे रहते है!
    पहले लड़ना मारना रोज़ का काम था, आज एक बार लड़ते हें तो रिश्ते खो जाते हे!

    सच में जिन्दगीने बहुत कुछ सिखा दिया, जाने कब हम को इतना बड़ा बना दिया

    ReplyDelete
  5. दिल की किताब में गुलाब उनका था,
    रात की नींद में ख्वाब उनका था |
    कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा,
    मर जायंगे तुम्हारे बिना ये जबाब उनका था ||

    .

    घर से बाहर वो नक़ाब मे निकली
    सारी गली उनकी फिराक मे निकली
    इनकार करते थे वो हमारी मोहब्बत से
    ओर हमारी ही तस्वीर उनकी किताब से निकली..
    .

    लोग कहते हैं किसी एक के चले जाने से जिन्दगी अधूरी नहीं होती,
    लेकिन लाखों के मिल जाने से उस एक की कमी पूरी नहीं होती है

    जिसमे याद ना आए वो तन्हाई किस काम की
    बिगड़े रिश्ते ना बने तो खुदाई किस काम की.
    बेशक इंसान को ऊंचाई तक जाना है….
    पर जहा से अपने ना दिखे वो उँचाई किस काम की….

    ReplyDelete
  6. किसी गांव में दो भाई
    रहते थे ।
    बडे की शादी हो गई थी । उसके दो बच्चे भी थे ।
    लेकिन छोटा भाई अभी कुंवारा था ।
    दोनों साझा खेती करते थे ।
    एक बार उनके खेत में गेहूं की फसल पककर तैयार
    हो गई ।
    दोनों ने मिलकर फसल काटी और गेहूं तैयार
    किया ।
    इसके बाद दोनों ने आधा-आधा गेहूं बांट लिया ।
    अब उन्हें ढोकर घर ले जाना बचा था । रात
    हो गई थी, इसलिए यह काम अगले दिन
    ही हो पाता । रात में दोनों को फसल
    की रखवाली के लिए खलिहान पर
    ही रुकना था । दोनों को भूख भी लगी थी ।
    दोनों ने बारी-बारी से खाने की सोची । पहले
    बड़ा भाई खाना खाने घर चला गया ।
    छोटा भाई खलिहान पर ही रुक गया । वह
    सोचने लगा- भैया की शादी हो गई है,
    उनका परिवार है, इसलिए उन्हें ज्यादा अनाज
    की जरूरत होगी ।
    यह सोचकर उसने अपने ढेर से कई टोकरी गेहूं
    निकालकर बड़े भाई वाले ढेर में मिला दिया ।
    बड़ा भाई थोड़ी देर में खाना खाकर लौटा ।
    उसके बाद छोटा भाई खाना खाने घरचला गया ।
    बड़ा भाई सोचने लगा - मेरा तो परिवार है,
    बच्चे हैं, वे मेरा ध्यान रख सकते हैं
    लेकिन मेरा छोटा भाई तो एकदम अकेला है, इसे
    देखने वाला कोई नहीं है ।
    इसे मुझसे ज्यादा गेहूं की जरूरत है
    । उसने अपने ढेर से उठाकर कई टोकरी गेहूं छोटे
    भाई वाले गेहूं के ढेर में मिला दिया!
    इस तरह दोनों के गेहूं की कुल मात्रा में कोई
    कमी नहीं आई। हां, दोनों के आपसी प्रेम और
    भाईचारे में थोड़ी और वृद्धि जरूर हो गई ।

    ReplyDelete
  7. Zindgi Me Khud Ko
    Kabhi Kisi Insaan Ka Aadi
    Mat Banana..!!
    .
    Kyunki Insaan
    Bohot Khudgarz Hai..!! .
    Jab Apko Pasand Krta Hai
    To Apki Burai Bhool Jata Hai..
    .
    Aur Jab Aapse Nafrat Krta Hai Toh
    Aapki Acchaai Bhool jata Hai..!!

    ReplyDelete
  8. JAIL WALI KE LIYE

    कसूर ना उनका है ना मेरा,
    हम दोनो रिश्तों की रसमें निभाते रहे,
    वो दोस्ती का ऐहसास जताते रहे,
    हम महोब्बत को दिल में छुपाते रहे..

    ReplyDelete
  9. APNA CASE AAJ V TAKE UP NA HUWA..LUNCH BAD MAHAPATRA AUR AMIT STHELKAR SINGAL BENCH ME ALAG ALAG BAITHEGE...AAJ KA V DIN BHI.................

    ReplyDelete

  10. प्यार हो या परिंदा उसको आज़ाद छोड़ दो अगर
    वो लौट कर आया तो वो तुम्हारा है
    अगर नहीं आया तो कभी तुमहारा था ही नहीं

    ReplyDelete
  11. mohhabat ho chuki puri......
    .
    .
    .
    .chalo ab jakham gintey hai......

    ReplyDelete
  12. JAIL WALI


    दोस्ती नज़रों से हो तो उसे कुदरत कहते हैं,
    सितारों से हो तो उसे जन्नत रहते है,
    हुसन से हो तो उसे महोब्बत कहते है,
    और दोस्ती आप जैसे दोस्त से हो तो उसे किस्मत कहते है, ...

    ReplyDelete
  13. फिर मिली नई डेट -----

    न्यू डेट 26 सितम्बर

    ReplyDelete
  14. " बेचारा आम आदमी "

    एक बार एक सेठ शहर से अपने गांव पैदल ही आ रहा था कि रास्ते में डाकू आ गए| डाकू ने सेठ को लट्ठ जमा दिए। सेठ ने डर के मारे अपनी जेब में जो धन था वह डाकू को दे दिया, फिर भी डाकुओं ने सेठ की कमीज उतरवा ली|
    तभी डाकुओं ने देखा की बनियान में भी एक जेब हे सो सेठ की बनियान भी उतरवा ली|
    सेठ ने कुछ धन अपनी धोती की अंटी में भी रखा था सो डाकू सरदार ने सेठ की धोती भी खुलवा ली|
    अब सेठ जी सिर्फ कच्छे में थे|
    डाकू सरदार ने सेठ का कच्छा गौर से देखा तो उसे लगा कि सेठ ने कच्छे में भी कुछ छुपा रखा है| सो डाकू सरदार ने सेठ से पुछा- “कच्छे में भी धन छुपा रखा है क्या?"
    सेठ : जी धन नहीं है! इसमें मैंने एक पिस्टल छुपा रखी है|
    डाकू सरदार : पिस्टल किस लिए? तू क्या करेगा पिस्टल का? तेरे किस काम की पिस्टल?
    सेठ : जी! समय आने पर मौके पर काम लूँगा!
    डाकू सरदार : ओ पागल, इस से बढ़िया मौका कबआयेगा? तेरी धोती, तेरा कुर्ता, तेरी बनयान तक लुट गया| तू कच्छे में नंगा खड़ा है, तेरा सारा धन लुट गया! फिर भी इस पिस्टल को इस्तेमाल करने का तुझे मौका नजर नहींआया? लगता है तू भी भारत के आम आदमी मतदाता की तरह ही पागल है|
    सेठ को कुछ समझ नहीं आया, तो उसने डाकू से निवेदन किया – "हे डाकू महाराज! कम से कम मुझे ये तो बता दीजिये कि मुझमें व भारतीय मतदाता में आपको ऐसी कौन सी समानता नजर आई जो आपने मुझे भारतीय मतदाता के समान पागल कह दिया|"

    डाकू कहने लगा : देख सेठ तू पिस्टल पास होते हुए भी पूरा लुट गया| धन के साथ तेरे कपड़े तक हमने उतार लिये| फिर भी तूने अपना धन और कपड़े बचाने को पिस्टल का उपयोग नहीं किया. यह ठीक उसी तरह है जैसे भारतीय मतदाता पुरे पांच साल तक नेताओं से लुटता हुआ डायलोग मारता रहता है कि अगले चुनाव आने दीजिये, अपने वोट से इन नेताओं को सबक सिखाऊंगा|
    अब देख भारतीय जनता को नेताओं ने इतना लुटा कि अब उसके पास कुछ नहीं बचा है जबकि उसके पास "मत" (वोट) रूपी ऐसा हथियार है जिसके इस्तेमाल से वह नेताओं द्वारा लुटे जाने से आसानी से बच सकता है| पर वह भी तेरी तरह ही सोचता रहता है कि इस चुनाव में नहीं, अगले चुनावों में इस नेता को देखूंगा! और इसी तरह देखने का इंतजार करते करते भारतीय मतदाता नेताओं के हाथों लुटता रहता है, ठीक वैसे ही जैसे तुम पिस्तौल होने के बावजूद हमसे लुट गए|

    इतने घोटालों के बाद भी सत्ता और विपक्ष दोनों मस्त हैं। सत्ता वाले तो मस्त हें ही, विपक्ष अगली बार सत्ता के सपने देखने में मस्त हे। और बेचारा लुटा पिटा आम आदमी कोने में खडा हाथ बांधे रो रहा हे।

    धरम-जाति, बाहु-बल, पर्लोभनो, पैसे से सत्ता, सत्ता से पैसा की राजनीति में बंटा हुआ आम आदमी अपने पिस्टल (मत ) का सही इस्तेमाल नहीं करता और फिर कभी एक या दूसरा दल इसे बुधू बना कर सत्ता में आ जाता है। मतदान के दिन का 'एक दिन का राजा' पांच साल के लिए भुला दिया जाता हे। एक ईमानदार भारत निर्माण में जुट जाएँ।

    जय हिन्द !

    ReplyDelete
  15. next.. 26 sept..
    ye date sirf new date dene ke liye lagai jati hai.. new date dene ke liye 26 sept ka wait.....

    ReplyDelete
  16. New date isliye lagayee jatee hai taki tum is blog per gand marwate raho.

    ReplyDelete
  17. mujhe bonus Rs.50 ka Talktime free mila hai..
    join from this link -http://u.laaptu.com/login1.action?rid=o6+17pSI34HXwfMQklQE6PfWQKiphBZg5w59jNFa7Qo= . Have fun at Laaptu

    ReplyDelete
  18. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  19. 72825 पदों पर शिक्षक भर्ती मामले मे महापात्र महोदय ने अपनी पात्रता दिखाते हुए अगली तारीख लगने की तारीख 26 सितंबर नियत की है । अब हमे सुनवाई का नही महापात्र जी की विदाई का इंतजार करना होगा । उम्मीद है कि सितंबर अंत तक विदाई हो जाएगी । तत्पश्चात नई बेँच गठित होने के उपरांत ही कुछ अच्छा सुनने को मिलेगा । तब तक इंतजार !इंतजार ! और इंतजार ! टेट वाले ENJOY THE STAY का नारा लगाकर समय व्यतीत कर सकते है और अकेडमिक और भर्ती समर्थक सरकार के खाते मे जमा किए गए धन पर ब्याज की गणना करे

    ReplyDelete
  20. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  21. Junior bhrti bhi gai court
    COURT NO. 1
    HON'BLE MR. JUSTICE V.K.
    SHUKLA Main Category : 15500
    SERVICE(WRIT PETITIONS
    RELATING TO PRIMARY
    EDUCATION (TEACHING STAFF)
    (SINGL-
    E BENCH)) Category : 15503 Selection
    15.WRIA -51773/2013 MOHAN
    GUPTA AND 4 ORS. ADITYA
    PRASAD MISHRA
    Vs. STATE OF U.P.& 6 ORS. C.S.C.
    A.K.YADAV District-ALLAHABAD D.O.F.
    18/09/2013

    ReplyDelete
  22. एक अंग्रेज भारत के एक गांव में पहुंचा....
    .
    गांव के खेत देखने के लिए वह एक सुनसान रास्ते से चला जा रहा था.....
    .
    लहराते हुए खेतों को देखने में उसे ध्यान ही नहीं रहा कि सामने से गांव की एक महिला आ रही है....
    .
    अंग्रेज उस महिला से टकारा गया.....
    .
    हड़बड़ाहट में वह महिला से माफी मांगते हुए बोला : सॉरी फॉर दे..ट।
    .
    .
    महिला ने उसे झन्नाटेदार थप्पड़ दिया और कहा:
    कुकुरवा नहीँ तो ... हरामी...
    .
    .
    एक तो हमें टक्कर मार दी और ऊपर से कह रहा है कि साड़ी फाड़ दे........

    ReplyDelete
  23. Dil Ko Ab Kisi Se Koi Gila Nahi,
    Man Se Jo Bhi Chaha Wo Mila Nahi,
    Badnasibi Kahu Ya Waqt Ki Bewafai,
    Andhere Mein 1 Diya Mila Par Wo Bhi Jala Nahi.

    ReplyDelete
  24. इंडियन मुजाहिद्दीन
    का आतंकवादी अफजल
    उस्मानी मुंबई सेशन कोर्ट से
    फरार हो गया है.
    उस्मानी 2008 में अहमदाबाद
    ब्लास्ट और सूरत ब्लास्ट
    का आरोपी है. उस्मानी के साथ
    अन्य 22 आरोपियों पर
    शुक्रवार को कोर्ट में आरोप
    तय होने थे.

    ReplyDelete
  25. शीश कटाते फौजी देखे, आंख दिखाता पाकिस्तान
    भाव गिराता रूपया देखा, जान गंवाता हुआ किसान
    बहनों की इज्जत लुटती देखी, काम खोजता नौजवान
    अन्न गोदामो में सड़ता देखा, भूख से मरता हिंदुस्तान
    घोटालों की सत्ता देखी, लुटता हुआ मेरा हिंदुस्तान
    कोई मुझको ये तो बता दे ,ये कैसा भारत निर्माण.... ???"

    ReplyDelete
  26. गुजरात दंगों की जांच करने वाले जज ने
    की मोदी की तारीफ
    ------------------------------
    ----------------------------
    वर्ष 2002 के गुजरात दंगों की जांच करने के बाद
    उनमें मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व
    वाली सरकार का हाथ होने के संकेत देने वाले
    जस्टिस वीआर कृष्णा अय्यर ने अब
    मोदी की तारीफ करते हुए उन्हें भारतीय
    जनता पार्टी (बीजेपी) की तरफ से प्रधानमंत्री पद
    का प्रत्याशी बनाए जाने का समर्थन किया है.
    गुजरात सरकार ने एक बयान जारी किया है, जिसमें
    नरेंद्र मोदी को उनके जन्मदिन (17 सितंबर) के
    मौके पर जस्टिस वीआर कृष्णा अय्यर की तरफ
    से भेजी गई चिट्ठी का जिक्र किया गया है. राज्य
    सरकार के बयान के अनुसार, चिट्ठी में जाने-माने
    न्यायविद एवं सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस
    वीआर कृष्णा अय्यर ने नरेंद्र
    मोदी को प्रधानमंत्री पद
    का अच्छा प्रत्याशी बताते हुए
    उनकी सफलता की कामना की है.
    सरकार द्वारा जारी बयान में जस्टिस अय्यर के
    हवाले से कहा गया है कि नरेंद्र मोदी समाजवाद
    और गांधीवादी मूल्यों को बढ़ावा देते हैं, इसलिए मैं
    उनका समर्थन करता हूं. जस्टिस वीआर
    कृष्णा अय्यर के मुताबिक वह महसूस करते हैं
    कि नरेंद्र मोदी में राष्ट्रवाद के सकारात्मक गुण हैं.
    उन्होंने मानवाधिकार मूल्यों, भाईचारे और न्याय
    की रक्षा के लिए भी मोदी की सराहना की.
    जस्टिस वीआर कृष्णा अय्यर ने कहा है
    कि उनका मानना है कि भारत में परमाणु
    ऊर्जा नहीं होनी चाहिए, और उनकी नीति परमाणु
    कभी नहीं, सौर ऊर्जा हमेशा वाली है. उन्होंने इस
    बात का भी जिक्र किया है कि मीडिया की खबरों के
    अनुसार जापान ने भूकंप के बाद अपना अंतिम
    परमाणु रिएक्टर बंद कर दिया है. इसके बाद
    जस्टिस अय्यर ने कहा है कि मोदी भी सौर
    ऊर्जा के समर्थक हैं और किसी भी अन्य राज्य ने
    सौर ऊर्जा का इतना विकास नहीं किया,
    जितना गुजरात ने किया है.
    उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने भी, और हमारे देश
    के संविधान में भी शराब के खिलाफ बातें कही गई हैं,
    और इसे ऐसी बुराई बताया गया है,
    जो भारतीयों को बर्बाद कर रही है. जस्टिस वीआर
    कृष्णा अय्यर ने खत में लिखा है कि केवल एक
    राज्य (गुजरात) ने शराबबंदी की बात कही है, और
    मोदी के गुजरात में इस पर अमल किया गया है.
    जस्टिस अय्यर ने कहा कि मेरी जानकारी में
    गुजरात में सार्वजनिक क्षेत्र में भ्रष्टाचार
    समाप्त करने का काम भी किया गया है. उन्होंने
    कहा, मैं उन्हें प्रधानमंत्री बनने का अवसर मिलने
    की शुभकामना देता हूं.

    ReplyDelete
  27. छुट जाये समय तो छुट जाने दो
    इस ज़माने में क़ज़ा कौन पढता है

    सारे पड़े है इस ज़माने में पैसे की दौड़ में…
    फकीरी में भी जिन्दगी का मजा कौन लेता है

    सबको भुगतना पड़ता है अपने गुनाहों का दंड
    इस ज़माने में दुसरो की सजा कौन लेता है

    सब पीते है बिसलरी की बोतलों का पानी
    खोद कर कुआ पानी पीने का मजा कौन लेता है

    सब सोते है अपने दो कमरे की छत के नीचे
    खेजड़ी की छावं में नींद का मजा कौन लेता है

    सब मरते है बस अपनी एक लैला के पीछे…
    बचाने को मोहब्बत मरने का मजा कौन लेता है

    हवेली में ठाकर बने, परेशान से रहते है…
    टूटी खाट पर भी झोपडी में शान से कौन रहता है

    खाते हो पञ्च सितारा होटलों में लजीज पकवान
    माँ के हाथ की मोटी रोटीओ का मजा कौन लेता है

    छिप छिप के घूमते हो काले कांच वाली गाडियों में…
    खेतों की मेड डगमगाते चलने का मजा कौन लेता है

    जमीर खोकर अमीरी का लबादा ओढने वालो….
    इमां की गुदड़ी पर बिछाने मजा कौन लेता है ??

    त्योहारों पर मंदिर मस्जिद अरदास को जाने वालो
    पल-पल सजदे करने का मजा कौन लेता है .


    छुप छुप के तो सब करते है प्यार का इजहार
    भरे बाजार में इकरार करे की हिम्मत कौन करता है

    दाम के लिए तो हर कोई लिख देता है गजले….
    दमन अपना जलाकर कविता कौन लिखता है…..........

    ReplyDelete
  28. फिर चुपके से याद आ गया कोई,
    मेरी आखों को फिर रुला गया कोई,
    कैसे उसका शुक्रिया अदा करें,
    मुझ नाचीज़ को शायर बना गया कोई.

    ReplyDelete
  29. lambi-lambi line lagabne walo
    35000 se 40000 Rs ke draft lagane walo
    BAHAR NIKALO GOVT SE HISAB MANGO
    ACADEMIC KA NARA LAGANE WALO
    GVNT AISH KAR RAHI HAI
    EK BAT KA JABAB DO
    KYA C.B. YADAV CASE KO JALDI SOLVE KARANE KI PAHAL NAHI KAR SAKTA..?
    KYA HAR BAT KA THEKA TET MERIT WALO KE UPPER HAI..?
    UNGALI KARO GOVT KE JAB TAK C.B. YADAV JALDI-JALDI NAHI KAREGA
    TET WALE STAY KA HI AANAND LETE RAHENGE
    TET MERIT WALO SE JO HO RAHA HAI KAR RAHE HAI PAR TUM CHUP KYO HO
    KISNE TUMHE ROKA HAI..?

    ReplyDelete
  30. जब भी लगती हैं इश्क की अदालत...!
    क्यों हम ही चुने जाते हैं सजा के लिए !!

    ReplyDelete
  31. जिन्होंने नए विज्ञापन में फ़ार्म नहीं डाला है जब तक उन सबका चयन नहीं हो जाता तब तक प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती एकैडमिक से नहीं हो सकती,,,,,,, वो सब सेफ जोन में हैं,,,, ऐसे लोगों के नाम नहीं जानना चाहेंगे ????
    शलभ तिवारी,गणेश दीक्षित,राजेश प्रताप सिंह,राकेश यादव,अरविन्द सिंह (लखनऊ रिट के मुख्य याचिकाकर्ता..

    ReplyDelete
  32. आयु-सीमा वाले तो फ़ार्म डालना भी चाहते तो भी नहीं डाल सकते थे,,,वो भी सेफ जोन में हैं ,,,,नए विज्ञापन में आयु सीमा में छूट ना देकर अखिलेश यादव ने इनपर एहसान ही किया है ...

    ReplyDelete
  33. SCERT विवरण वाला आदेश आपको समझ में नहीं आया था तो उसके जारी होने पर खुश कैसे हो गये थे? याद है ना या ...?

    ReplyDelete
  34. दस जुलाई को ही मैंने बता दिया था कि अब कोर्ट कुछ नहीं कर सकता,,,, मामले में डेड-लाक आ चुका है,,,,, केस अनलिस्टेड कराकर भी देख लिया ना,,कोई नतीजा? सुनवाई ना होने के लिए पाठक-सुजीत को दोष दिया जा रहा है,,,, सर्वोच्च न्यायालय के डायरेक्शन का अभाव भी सुनवाई की एक वजह बताई जा रही है

    ReplyDelete
  35. कम गुणांक वालों ने नए विज्ञापन में फ़ार्म डालकर उच्च न्यायालय के सामने जो धर्म संकट खड़ा कर दिया है उसे कोई समझने को कोई तैयार ही नहीं है,,,,,, जिनका टेट मेरिट से ही चयन हो सकता है उन्हें अभी एक उम्मीद है ,,जिस दिन ये फैसला आ गया कि जिन्होंने फ़ार्म नहीं डाला या डाल पाया है उनके लिए पद निकालकर शेष पर एकैडमिक से चयन किया जा सकता है..... उस दिन सैकड़ों लोग आत्म ह्त्या कर लेंगे,,कुछ लोग मरने से पहले उन्हें मारना चाहेंगे जिनका एकैडमिक से चयन हो रहा था इसलिए उन्होंने शेर की खाल पहनकर टेट मेरिट वालों को भ्रमित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया,,,ऐसे गद्दार और घुसपैठिये भूल रहे हैं कि नौकरी करने के लिए ज़िंदा रहना बहुत जरूरी है....

    ReplyDelete
  36. महात्मा गांधी के नेतृत्व में अंतिम आंदोलन भारत छोडो आंदोलन था,,एक रहस्यवादी नारे के साथ चला आंदोलन..... इसमें करो या मरो के नारे की आड़ में हिंसा का परोक्ष समर्थन किया गया था और जब अंग्रेजी सरकार ने गांधी जी से आंदोलन में हिंसा की आलोचना करने को कहा तो उन्होंने जवाब दे दिया कि आंदोलन में हुई हिंसा के लिए वो नहीं सरकार के जुल्म जिम्मेदार हैं,,,,,

    ReplyDelete
  37. चूँकि जिसने नए विज्ञापन में फ़ार्म नहीं डाला है उसके पास निष्ठा बदलने का कोई विकल्प ही नहीं है इसलिए ऐसे किसी व्यक्ति से बचकर रहना उन लोगों के लिए बहुत जरूरी हो जाता है जो दिखावे में तो जय टेट मेरिट-जय ओल्ड एड का नारा लगते हैं लेकिन भरोसा करते हैं अपने गुणांकों पर .....उन्हें ऐसा करना भी चाहिए,,इसका उन्हें विधिक अधिकार है,,, जिसने भी नए विज्ञापन में फ़ार्म डाला है उसका गुणांकों से चयन हो रहा हो या ना हो रहा हो लेकिन उसे अपने चयन का ख्वाब देखने का विधिक अधिकार है ,,,,,

    ReplyDelete
  38. हाँ...निष्ठाएं बदलने का यही विधिक अधिकार आपका एक दूसरा अधिकार छीन रहा है ,,टेट मेरिट से चयनित होने का दावा करने का अधिकार ,,,,,

    ReplyDelete
  39. सच तो यह है कि वो लोग आज बहुत बड़े संकट में हैं जिनका जूनियर को मिलाकर एक लाख पदों पर एकैडमिक से चयन होने के बाद भी चयन नहीं हो पा रहा है ,,,,, हो सकता है अभी भाषा शिक्षकों के पदों की घोषणा की जाए ,,,

    ReplyDelete
  40. लेकिन कितने भी फार्मूले क्यों ना बन जाएँ उनके साथ अन्याय तो होना ही है जिन्होंने अत्यंत कम गुणांक होने के बावजूद कोर्ट से ज्यादा फेसबुक पर भ्रमित करने वाले एक गिरोह की इस बात पर भरोसा कर लिया कि उच्च न्यायालय सरकार के दबाव में काम करता है,,,,,,, और नए विज्ञापन की शर्तों को स्वीकार कर लिया.....

    ReplyDelete
  41. इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने राज्य के राजकीय जूनियर हाईस्कूलों में सहायक अध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया में अपनायी गयी गुणांक प्रणाली की वैधता को चुनौती दी है।

    न्यायालय ने इस मामले पर अंतरिम आदेश पारित नहीं किया तथासरकार से चार सप्ताह में जवाब मांगा है। यह आदेश न्यायमूर्ति वी.के.शुकला ने आलोक कुमार यादव की याचिका पर दिया है। याची की तरफ से कहा गया था कि जूनियर हाईस्कूलों में सहायक अध्यापकों की भर्ती की जा रही है। भर्ती विज्ञान व गणित विषय के लिए की जा रही है। भर्ती नियमावली में बी.एड के प्रथम श्रेणी पर 12 अंक, द्वितीय श्रेणी पर छह अंक व तृतीय श्रेणी पर तीन अंक दिए जाने की व्यवस्था दोषपूर्ण है। याचिका पर अदालत छह सप्ताह बाद सुनवाई करेगी।

    ReplyDelete
  42. खुदा की तलाश में भटकते भटकते मंदिर पुहंचे
    तो पंडित बोले हिन्दू बन जाओ
    मस्जिद पुहंचे मुल्ला बोले मुस्लिम बन जाओ
    गिरजाघर पुहंचे तो पादरी बोले ईसाई बन
    जाओ
    दर दर भटक कर जब साईं दर पुहंचे
    तो बाबा बोले
    सबका मालिक एक है
    तुम बस इन्सान बन जाओ.

    ReplyDelete
  43. Muft Ka Ehsan Na Lena Yaro,,
    DIL Abhi Aur Bhi Saste Honge..

    ReplyDelete
  44. तुम्हारी भूल को मैं भूल समझ भूल ही जाता
    अगर तुम भूल से ही भूल को बस भूल कह देते.

    ReplyDelete
  45. टीचर : होम वर्क क्यों नहीं किया ..?
    स्टूडेंट : सर, लाइट नहीं थी ... . .
    टीचर : तो मोमबत्ती जला लेते ..
    स्टूडेंट : सर, माचिस नहीं थी .... . .
    टीचर : माचिस क्यों नहीं थी ?
    स्टूडेंट : पूजा घर में राखी हुई थी ... .
    टीचर : तो वहां से ले आते ...
    स्टूडेंट : नहाया हुआ नहीं था ... . .
    टीचर : नहाया हुआ क्यों नहीं था ..?
    स्टूडेंट : पानी नहीं था सर ... . .
    टीचर : पानी क्यों नहीं था ..?
    स्टूडेंट : सर मोटर नहीं चल रहा था ... . .
    टीचर : उल्लू के पट्ठे मोटर क्यों नहीं चल रहा था ..??
    स्टूडेंट : सर बताया तो ...लाइट नहीं थी ....!!

    ReplyDelete
  46. मेरी सारी दिक्कतों की शुरुआत यहीं से है
    मुझे जिसके पास रहना है वो दूरी चाहता है.

    ReplyDelete
  47. JAIL WALI



    अच्छे रिश्तों को वादों और शर्तों की ज़रुरत नहीं होती,
    उसके लिए दो खूबसूरत लोग चाहिए,
    जिनमे एक भरोसा कर सके
    और दूसरा उसे समझ सके..

    ReplyDelete
  48. कितनी अजीब बात है की --
    जब हम गलत होते है तो समझौता चाहते हैं,
    और दुसरे गलत होते है तो हम न्याय चाहते हैं.....

    ReplyDelete
  49. तुझे अपना समझा ... काश खता ... कोई और की होती ...

    ReplyDelete
  50. याद है मुझे ,
    मेरे सब के सब गुनाह ........,
    एक तो मुहब्बत कर ली ...!
    दूसरा तुम से कर ली ....!!
    तीसरा बे -पनाह कर ली ....!!!

    ReplyDelete
  51. अब मेरे जख्मों को तेरे झूठे मरहमों की दरकार नहीं है
    'खुदा' जानता है, या तू, ये जख्म दिए किसने हैं ????

    ReplyDelete
  52. मेरी सब कोशिशें नाकाम थी उनको मनाने कि,
    कहाँ सीखीं है ज़ालिम ने अदाएं रूठ जाने कि..

    ReplyDelete
  53. JAIL WALI



    दिल किसी और की सुनता ही कहाँ है मेरा?
    और अगर सुन भी ले तो किस का कहा मानता है?
    तू मेरा दोस्त है या प्यार है मालूम नहीं,
    मुझको मालूम है, या खुदा ही जानता है. —

    ReplyDelete
  54. लोग हल्का समझते हैं मुझे शांत देखकर,
    शायद उन्हें अंदाजा नहीं है तूफ़ान का ......

    ReplyDelete
  55. तोहमतें तो लगती रहीं रोज़ नई नई.....हम पर....
    मगर जो सब से हसीन इलज़ाम था वो .......तेरा नाम था....

    ReplyDelete
  56. PRIME POST OF UPTET APPOINTMENT
    __________________________________
    MERE TET SUPPORTER SATHIYO...JAISA KI HAMARE CASE KI NEXT DATE 26 SEPTEMBER LAG CHUKI HAI..PAR IS DATE KO V SUNWAI KI SAMBHAVNA NA KE BARABAR HAI..KYUKI MAHAPATRA G KE COURT KE FRESH CASE PURE WEEK JYADA RAHEGE..KYUKI IS WAKT LAGBHAG 250+ CASE INKE COURT ME PENDING ME HAI..KUL MILAKAR MAHAPATRA G JALD YAHA SE JANE WALE HAI ..SAYAD NEXT WEEK ME WO KAVI V NORTH EAST JA SAKTE HAI..ALLAHABAD H.C KE NEW C.J KE RUP ME MUMBAI H.C KE JUDGE CHANDRA CHURN JI AUR MAHAPATRA G KE C.J WALI FILE PAR AVI PRESIDENT PRANAV MUKHARJEE KE SIGN NA HUYE HAI PAR NEXT WEEK TAK SIGN HO JAYEGA..IS PRAKAR NAYE C.J CHANRA CHURN JI KE AANE KE BAD MAHAPATRA G CHALE JAYEGE..NAYE C.J AB HAMARE CASE KO KIS BENCH ME BHEJENGE WO BAD ME BTA DIYA JAYEGA..PAR ITNA TO TAY HAI KI SAYAD 10 SE 15 DIN HAMARA VYARTH CHALA JAYE..KYUKI MAHAPATRA KI COURT ME CASE TAKE UP HONE KI SAMBHAVNA NA KE BARABAR HAI..AGAR MAHAPATRA G CHAHE TO PAHLE V TAKE UP KAR SAKTE HAI PAR WO UNKE UPAR HAI.

    ReplyDelete
  57. 2) jo acd gadhe ye kahte hai ki jo new add me form bhare hai wo old add ke liye dawa nahi kar sakte to ham unko ye btana chahte hai mai khud l.l.b hu aur jaha tak maine law padhi hai uske anusar kisi v vigyapan me shamil vyakti writ kar sakta hai jiske adhikaro ka us add me hanan huwa ho..ha koi tet fail writ nahi kar sakta ya kisi v tet condidate ka abhivavak v nahi writ kar sakta..jo condidate add me shamil hai aur jinke adhikaro ka us add me hanan ho raha hai wo court ka darwaja khatkhata sakte hai apne adhikaro ke liye..agar gadho ko hi sab ku6 law pta ho jayega to bhar kaun dhoyega aur mar kaun khayega..gadho tumhari aukat nahi ki tum ham logo ke samne tik pao..kyuki tet morcha ke jaisa jujharupan kisi ke andar nahi,,

    ReplyDelete
  58. 3) ham apne tet bhaiyo ko ye agah karna chahte hai ki acd ki kisi v afwah par dhyan mat de..ye gadhe agar itne hi kabil hote to aaj gadhank supporter(UBHAYLINGI) na hote..ek kahawat hai rassi jal gyi aithan nahi gyi..inka aur s.p gov. Ka to yahi haal hai..agar sarkar me dam hota to stay htwane suprime court jati jabki wo ja sakti thi..par hamare cawiet suprime court me dalne ke bad wo dar gyi ki wo s.c me v har jayegi..

    jai tet merit

    ReplyDelete
  59. Tujhe Haq Diya Hai Maine Mere Saath Dillagi ka,
    Mere Dil Se Khel Jab Tak Tera Dil Bahal Na Jaaye.....

    ReplyDelete
  60. जीवन के 10 सच्चे मित्र
    ^^^^^^^^^^^^^^^
    1 दोस्ती करें, फूलों से ताकि हमारी जीवन-बगिया महकती रहे।
    2 दोस्ती करें, पंछियों से ताकि जिन्दगी चहकती रहे।
    3 दोस्ती करें, रंगों से ताकि हमारी दुनिया रंगीन हो जाए।
    4 दोस्ती करें, कलम से ताकि सुन्दर वाक्यों का सृजन होता रहे।
    5 दोस्ती करें, पुस्तकों से ताकि शब्द-संसार में वृद्धि होती रहे।
    6 दोस्ती करें, ईश्वर से ताकि संकट की घड़ी में वह हमारे काम आए।
    7 दोस्ती करें, अपने आप से ताकि जीवन में कोई विश्वासघात ना कर सके।
    8 दोस्ती करें, अपने माता-पिता से क्योंकि दुनिया में उनसे बढ़कर कोई शुभचिंतक नहीं।
    9 दोस्ती करें, अपने गुरु से ताकि उनका मार्गदर्शन आपको भटकने ना दें।
    10 दोस्ती करें, अपने हुनर से ताकि आप आत्मनिर्भर बन सकें।

    ReplyDelete
  61. इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने राज्य के राजकीय जूनियर हाईस्कूलों में सहायक अध्यापकों की भर्ती प्रक्रि या में अपनायी गयी गुणांक प्रणाली की वैधता को चुनौती दी है।

    ReplyDelete
  62. एक बार भारत में फिर से दंगों की ऋतु आई है .
    गली गली चप्पे चप्पे में बस राजनीति ही छाई है .

    अब कोई गरीब नहीं रहेगा नेता जी का प्रण देखो.
    गाँव गाँव में बना दिया है राजनीति का रण देखो .
    राजनीति में अनीति के कारण देखो लड़ते भाई है.
    गली गली............................................
    रिश्वत जब मिल जाए तो पान समझ के खा लेगे.
    जो शादियों से नहीं हुआ ये पल भर में कर डालेगें.
    खादी पहन के खोद रहे अपनों के बीच में खाई है .
    गली गली............................................
    भ्रष्टाचार अब नहीं सहेंगे ये नारा हुआ अब आम है.
    मन्दिर-मस्जिद भी ना छोड़े राजनीति वो नाम है .
    ना मानो इतिहास देख लो हर वादा इनका हवाई है .
    गली गली............................................
    अपना कह अपने को लूटें अपनी पर आ जाये तो .
    हर सपना पूरा होगा हम चुनावी बैतरणी नहाये तो .
    सुबह की बात शाम को भूले याद्दास्त क्यां पाई है.

    प्रदीप कुमार दीप

    ReplyDelete
  63. kai logo ne dono bar apply kiya hai toh unka kya hoga wo dono me paatr hai mtlb bharti agr tet se hoti hai ya acd me toh kya unka selection hoga ya nhi

    ReplyDelete
  64. 80% acd balo ka tet merit se bhi ho jayga lekin aap logo ka na tet merit se hi ho rhaa hai or na hi acd se. Aap log tet merit ke semertek nhi ho. Aap log bharti ke birodhi ho. Tabhi aap stey ko injoy Kerny k liye khe rhe ho.

    ReplyDelete
  65. aby gadu tu llb he to ab tak kya gand hi marawata rahega bhosadi ke kuchh kar khajoor ke lund...........??

    ReplyDelete

Please do not use abusive/gali comment to hurt anybody OR to any authority. You can use moderated way to express your openion/anger. Express your views Intelligenly, So that Other can take it Seriously.
कृपया ध्यान रखें: अपनी राय देते समय अभद्र शब्द या भाषा का प्रयोग न करें। अभद्र शब्दों या भाषा का इस्तेमाल आपको इस साइट पर राय देने से प्रतिबंधित किए जाने का कारण बन सकता है। टिप्पणी लेखक का व्यक्तिगत विचार है और इसका संपादकीय नीति से कोई संबंध नहीं है। प्रासंगिक टिप्पणियां प्रकाशित की जाएंगी।