टी.ई.टी. अभ्यर्थियों द्वारा लखनऊ में ऐतिहासिक आन्दोलन
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Appeal from BLOG EDITOR : - Make your movement under law of land. Gandhigiri is a good option.
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Below Information compiled by Mr. Shyam Dev Mishra.
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(लखनऊ से मनोज कुमार सिंह "मयंक जी (वाराणसी), धर्मेन्द्र जी (उन्नाव), विक्रम यादव जी (इटावा), सारिका श्रीवास्तव जी (उन्नाव) तथा मीडिया से मिली जानकारी के आधार पर)
अभी अभी लगभग १०:४० बजे रात मनोज कुमार सिंह
मयंक जी का सभी आन्दोलनकारियों से निवेदन है सभी लोग किसी तरह आज रात चारबाग़ पर एकत्र हों जहाँ आगे की रणनीति बनाई जाएगी जिसमे उन्होंने
स्वयं आमरण अनशन करने का प्रस्ताव किया है.
प्रदेश में ७२८२५ प्रशिक्षु अध्यापकों की टी.ई.टी. मेरिट के आधार पर चयन के लिए दिसंबर २०११ में शुरू की गई भर्ती-प्रक्रिया पर, पिछले ६ महीनो से कभी सरकारी स्तर पर विज्ञापन-प्रकाशन में हुई तकनीकी खामी, कभी उच्चपदासीन अधिकारियों द्वारा धन लेकर परिणामों में हेराफेरी करने के आरोप, कभी शासन-प्रशासन में इस मुद्दे पर व्याप्त असमंजस-निष्क्रियता दिशाभ्रम की स्थिति तो कभी राजनैतिक विद्वेष की भावना से हर मौके पर रुख बदलती सरकार के दोमुंहे रवैये और कभी किन्ही निहित स्वार्थों की पूर्ति के लिए चयन के आधार में परिवर्तन के अनैतिक-अवैधानिक-अन्यायपूर्ण दुराग्रह के कारण जो ग्रहण लगा है, उसने आख़िरकार प्रदेश के लाखों शिक्षित बेरोजगारों के सब्र का बांध तोड़ दिया है, नतीज़तन सरकार के निर्णय और मंशा से आक्रोशित अभ्यर्थियों ने लखनऊ में भीषण आन्दोलन की जो रुपरेखा बनाई थी, वह न सिर्फ पूरी तरह से सफल रही है बल्कि इसने सरकार और प्रशासन को भी रक्षात्मक स्थिति में आने को मजबूर कर दिया है.
पेश है लखनऊ में आज दिनांक १२.०७.२०१२ को हुए ऐतिहासिक आन्दोलन की चंद सुर्खियाँ:
- राजधानी लखनऊ में टी.ई.टी. समर्थकों का अभूतपूर्व एवं ऐतिहासिक आन्दोलन
- विधानसभा की और जाने वाले हर मार्ग पर हुए चक्काजाम ने थामी शहर की रफ़्तार
- विधान सभा की और जाने वाले मार्गो पर न जाने दिया गया एक भी वाहन
- प्रदेश के हर जिले से भरी संख्या में दल-बल समेत राजधानी आये है अभ्यर्थी
- भारी तादाद में युवतियों और महिलाओं की भी सक्रिय भागीदारी
- वाराणसी से दिल्ली तक की पदयात्रा करनेवाले मनोज कुमार "मयंक" भी डटे मोर्चे पे
- आन्दोलनकारियों से पटी राजधानी की सड़कें, प्रशासन के हाथ-पाँव फूले
- आर-पार की लड़ाई का ऐलान, निर्णय न होने तक डाले रहेंगे सडकों पर डेरा
- भरी संख्या में अभ्यर्थियों ने किया दिनभर अहिंसक प्रदर्शन व नारेबाजी
- प्रशासन के आश्वासनों से मानने, दबने, झुकने से किया सीधा इनकार
- सरकार की और से आज़म खान के बातचीत के प्रस्ताव को मारी ठोकर
- मुख्यमंत्री द्वारा निर्णय की सार्वजनिक घोषणा तक जारी रहेगा आन्दोलन
- आन्दोलन के समर्थन में प्रदेश के कोने-कोने से अभ्यर्थियों का आना जारी
- नेताओं ने आख़िरी लड़ाई में हर एक अभ्यर्थी से किया लखनऊ आने का आह्वान
- अहिंसक पर प्रभावी आन्दोलन से पुलिस-पी.ए.सी. दिनभर बने रहे मूकदर्शक
- पूर्वप्रकाशित विज्ञप्ति के अनुसार टी.ई.टी. मेरिट से चयन और नियुक्ति की मांग
- नियमों की अनदेखी कर प्रदेश के शैक्षणिक ढांचे पर प्रहार पर भारी रोष
- क़ानूनी और नीतिगत तौर पर प्रत्यक्षतः कमजोर पडी सरकार पडी है निरुत्तर
- गुटबंदी की अफवाहों से आन्दोलन कमजोर करने की साजिश का पर्दाफाश
- सारे नेता-अभ्यर्थी बिना किसी मतभेद के पूरी तरह एकमत-एकजुट और उत्साहित
- स्थानीय व प्रदेश स्तर पर आन्दोलन को मिली जबरदस्त मीडिया कवरेज
- देर शाम अभ्यर्थियों को गिरफ्तार करने की कोशिशे एकजुटता के आगे नाकाम
- सड़क को ही जेल और पुलिस की कतार को ही चहारदीवारी मान डट गए अभ्यर्थी
- 8 बजे चौराहे खली करने के अल्टीमेटम को आन्दोलनकारियों ने सिरे से दिया नकार
- निर्णय न होने की स्थिति में आमरण-अनशन पर बैठने को आमादा युवक-युवतियां
- नेता पा रहे हैं खुद को जीत के नजदीक, पर साथ माँगा प्रदेश भर के टी.ई.टी. अभ्यर्थियों का
- संख्याबल कम हो जाने की स्थिति में प्रशासन के हावी होने की आशंका से चिंतित
- आन्दोलन की मजबूती और अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हर अभ्यर्थी का लखनऊ में किया आह्वान
हाल की खबर (रात 9 बजे):
- आन्दोलनकारियों के आगे बेबस पड़े प्रशासन ने आस-पास के जिलों से मंगवाई अतिरिक्त फ़ोर्स
- शांत आन्दोलनकारियों पर भरी संख्या में पुलिस-पी.ए.सी. के जरिये सरकारी दमनचक्र शुरू
- चौराहे पे डटे अभ्यर्थियों पर बिना चेतावनी के अचानक बरसानी शुरू कर दी गई लाठियां
- महिलाओं तक को बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज से नहीं हिचकी पुलिस-पी.ए.सी. के जवान
- आन्दोलनकारियों की हुंकार- हौसला तोड़ पाने में अब भी नाकाम रहेगी सरकार
- बर्बरतापूर्ण जुल्मोसितम के बावजूद झुकने और मैदान छोड़ने से आन्दोलनकारियों का इनकार
- तितर-बितर होने की सम्भावना के मद्देनज़र पहले से बन चुकी है आगे की रणनीति
- फिर से इकट्ठे होकर इस आन्दोलन को जारी रखने को कृतसंकल्प, नहीं छोड़ेंगे लखनऊ
- सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थी बुरी तरह घायल-चुटहिल
अब तक के आंदोलनों की तुलना में इस बार "अभी नहीं तो कभी नहीं" वाली स्थिति की गंभीरता को समझते हुए भारी संख्या में आज अभ्यर्थी लखनऊ में संगठित हुए है और इसका सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिला है. अब चूंकि इस भर्ती-प्रक्रिया का काफी हद तक दारोमदार अब कोर्ट में सरकार के रुख पर निर्भर करता है, टी.ई.टी. अभ्यर्थी इसे अपने लिए आखिरी अवसर मान रहे है जिसके जरिये वो ६ अगस्त की सुनवाई के पूर्व ही सरकार को पूर्व-प्रकाशित विज्ञप्ति और पूर्व-निर्धारित नियमों के आधार पर भर्ती के लिए मजबूर कर सकते हैं. और वास्तविकता भी यही है कि बिना किसी अपराध के पिछले ६ माह से मानसिक यंत्रणा और अवसाद झेल रहे अभ्यर्थियों को अपने वाजिब हक़ के लिए भी इस लोकतान्त्रिक देश में सरेआम लाठियां झेलनी पड़ रही हैं.
उन सभी भाई-बहनों से, जो किसी कारणवश आज चाहकर भी लखनऊ नहीं पहुच पाए, अपील है कि संघर्ष की इस घड़ी में आपके हक़ के लिए भूखे-प्यासे सड़कों पर लड़ रहे, मार तक खा रहे और अत्याचार झेल रहे अपने साथियों की मदद के लिए उनका साथ देने के लिए, भरी संख्या में लखनऊ पहुचकर सत्ता पे काबिज गूंगे-बहरों को दिखा दे की इस देश का तंत्र (व्यवस्था) लोक (जनता) से ही चलता है तभी लोकतंत्र कहलाता है.
और जो भाई-बहन जानबूझ कर लखनऊ के आन्दोलन में शामिल नहीं हुए और सिर्फ घर बैठ कर ज़ुबानी जमा-खर्च कर नौकरी पाने की आस लगाये है तो उन्हें नौकरी भले मिल जाये, उनकी खुद की निगाहों में वे इस देश की जयचंदों-मीर जाफरों की पीढी के ध्वजवाहक माने जायेंगे.
महत्वपूर्ण सूचना:
अभी अभी लगभग १०:४० बजे रात मनोज कुमार सिंह मयंक जी का सभी आन्दोलनकारियों से निवेदन है सभी लोग किसी तरह आज रात चारबाग़ पर एकत्र हों जहाँ आगे की रणनीति बनाई जाएगी जिसमे उन्होंने स्वयं आमरण अनशन करने का प्रस्ताव किया है.
आपका
श्याम देव मिश्रा
मुंबई
Kya hoga is tet ko sarkar chahite kya h .
ReplyDeletealook ji ap kahan se hai?
ReplyDeleteSarkar khafi dabab m hogi
ReplyDeletealook ji ap kahan se hai?
ReplyDeleteplz chat with me.
ReplyDeleteplz chat with me.
ReplyDeleteplz chat with me.
ReplyDeleteplz chat with me.
ReplyDeleteplz chat with me.
ReplyDeletehi fnd
ReplyDeletegood
night
hi fnd
ReplyDeletegood
night
Sarkar yadi acd merit se bharti karna chahti hai to isme harz kya hai. Wo hi log tet ki merit se bharti chahte hai Jo rs dekar acche no. Laye hai.
ReplyDeletejab angrej desh ke naojawano ke aage jhuk gaye to u.p.sarkaarm ki kya aukaat hai.hame apnne lakshay ko bhatkne,afwaho aur gumrah hone se bachakar rakhna hai. ABHI NAHI TO KABHI NAHI. JAI HIND.
ReplyDeleterahul verma abey itne hi paise hote in candidates ke pas to academic 300 se niche nahin hoti.paise academic waale dete hai jaakar diet se pata kar lo kitne farzi btc waale nikale jaa rahe hain per ye aur logo ke haq maar lete hain jab tet base declare ho chuka tha aur jaanch bhi ho chuki hai to genuine candidates ko job dene me is sarkar ko kya afat hai ye sirf sarkar ka ahankaar hai aur kuch nahin
ReplyDeleteYE SAARE TET FAIL IS BLOG PAR AKAR ACADEMIC MERIT KA RAAG ALAPTE REHTAY HAI INKI MANSHA TET CANCEL KARANE KI THI USME INHE KAMYABI NAHIN MILI AB HAMARA SANGARSH KAAM AA RAHA HAI SADAK SE LEKAR COURT TAK YADI BSP KO TET ME DHANDLI KARNI HOTI TO OMR KI CARBON COPY NA DETI LEKIN SP KI GOVERNMENT BHARTI LATKAKAR NAYE TET ME PAISA PITNA CHAHTI HAI.NIRDHOSH TET UTTIRN STUDENTS PER LAATHICHARGE BARBARTA KI INTIHA HAI ISKA HISAB IS SARKAR KO DENA HOGA
ReplyDeleteलखनऊ। आम जनता परेशान हो रही थी किसी की ट्रेन छूट रही थी, कोई अपने मरीज को जल्द अस्पताल पहुंचाना चाहता था तो कोई स्कूल से छूटे भूख प्यास से ब्याकुल अपने बच्चों को लेकर जल्द से जल्द घर पहुंचना चाहता था। यह सब हो रहा था क्योंकि टीईटी के उतीर्ण अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर बर्लिंगटन चौराहे के पास सड़क जाम कर बैठे थे। लेकिन प्रशासन को इनमें से किसी की भी चिंता नहीं थी। वह तो बस मूकदर्शक बना इन आंदोलनकारियों को घेर कर उनके थकने का इंतजार कर रहा था। प्रशासन की ओर से बापू भवन चौराहे से बर्लिंगटन चौराहे की ओर आ रहे लोगों को सूचित करने का भी कोई इंतजाम नहीं किया गया। इससे कई लोगों को प्रदर्शनकारियों के गुस्से का शिकार होना पड़ा। इससे पहले प्रदेश भर से सैकड़ों की संख्या में राजधानी पहुंचे टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी बृहस्पतिवार को यातायात व्यवस्था के लिए चुनौती साबित हुए। राजधानी की लाइफ लाइन विधानसभा मार्ग-चारबाग रूट पर प्रदर्शनकारियों का कब्जा होने से यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई। इसके रूट के आसपास बने दो से तीन किलोमीटर के दायरे में दिन भर जाम की स्थिति रही। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के धरना प्रदर्शन के चलते पुलिस ने तमाम रास्ते बंद कर दिए। बस-ऑटो, सहित सभी प्राइवेट गाड़ियों को रोक दिया गया। प्रदर्शनकारियों ने सुबह 10 बजे से चारबाग रेलवे स्टेशन से रैली शुरू की। ऑफिस टाइम होने के पहले ही सड़कों पर गाड़ियों का हुजूम लगा हुआ था। ऐसे में सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारियों के सड़क पर उतरने से स्थिति और भी बेकाबू हो गई। चारबाग स्टेशन से प्रदर्शनकारियों के सड़क पर उतरते ही चारबाग बस स्टॉप तक पूरी तरह से जाम लग गया। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के इस प्रदर्शन का सबसे अधिक खामियाजा दफ्तर जा रहे लोगों को उठाना पड़ा। प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों की संख्या अधिक होने के कारण चारबाग से केकेसी की ओर जाने का रास्ता पूरी तरह से ठप हो गया। जैसे-जैसे रैली आगे बढ़ती गई ट्रैफिक की रफ्तार और धीमी होने लगी। उधर, भीड़ को देखते हुए सार्वजनिक वाहन भी बंद कर दिए गए। आलमबाग निवासी सौरभ ने बताया कि उन्होंने इंटरव्यू के लिए गोमती नगर पहुंचना था। सुबह 10 बजे चारबाग स्टेशन पहुंच कर घंटे भर तक ऑटो का इंतजार किया। लेकिन, कोई गोमती नगर जाने को तैयार नही हुआ। वहीं, बसें भी बंद होने के कारण वह अपने दफ्तर भी नहीं पहुंच पाए। इस रूट पर सार्वजनिक वाहन बंद होने से शहरवासियों को एक से दूसरी जगह जाने में पसीने छूट गए। बसें भी हजरतगंज की तरफ जाने से कतराती दिखीं और कैंट के पीछे की तरफ से होते हुए गोमती नगर की ओर गई। सुबह करीब 11 बजे यह रैली हुसैनगंज चौराहे पर पहुंच गई। यहां प्रदर्शनकारियों ने एक घंटे जमकर नारेबाजी और सरकार विरोधी नारे लगाए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों के चौराहे के चारों ओर बैठ जाने के कारण ट्रैफिक की आवाजाही पूरी तरह से रुक गई। हजरतगंज से चारबाग की ओर जा रहे ट्रैफिक को बर्लिंगटन चौराहे से सदर की ओर मोड़ दिया गया। वहीं, चारबाग , लालकुआं और अन्य दिशाओं से आ रहा ट्रैफिक घंटों जाम में फंसा रहा। हुसैनगंज चौराहे पर प्रदर्शन के दौरान अभ्यर्थियों ने नमाज भी अदा की।दोपहर करीब साढ़े बारह बजे रैली ने बर्लिंगटन चौराहे पर कब्जा कर लिया। प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने में असफल रहे जिला प्रशासन का खामियाजा बर्लिंगटन चौराहे से निकल रहे आम लोगों को भुगतना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने मानव श्रृंखला बनाकर इस चौराहे से गुजरने वाले ट्रैफिक को रोक दिया। चारबाग, कैंट रोड़, सदर और हजरतगंज से आने वाले वाहनों को चौराहे से ही वापस कर दिया गया।
ReplyDeleteअंकल हमें जाने तो...
प्रदर्शकारियों ने एक बजे तक बर्लिंगटन चौराहे को पूरी तरह से अपने कब्जे में ले लिया था। राजधानी के ज्यादातर स्कूलों में इसी समय पर छुट्टी भी होती है। प्रदर्शनकारियों ने स्कूली बच्चों तक को नहीं बख्शा। छोटे-छोटे बच्चों की विनती को भी ठुकरा दी गई। हालांकि, बाद में बाद सभी स्कूली बच्चों, एम्बुलेंस जाने दिया गया।
अमर उजाला Friday, July 13 लखनऊ। आम जनता परेशान हो रही थी किसी की ट्रेन छूट रही थी, कोई अपने मरीज को जल्द अस्पताल पहुंचाना चाहता था तो कोई स्कूल से छूटे भूख प्यास से ब्याकुल अपने बच्चों को लेकर जल्द से जल्द घर पहुंचना चाहता था। यह सब हो रहा था क्योंकि टीईटी के उतीर्ण अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर बर्लिंगटन चौराहे के पास सड़क जाम कर बैठे थे। लेकिन प्रशासन को इनमें से किसी की भी चिंता नहीं थी। वह तो बस मूकदर्शक बना इन आंदोलनकारियों को घेर कर उनके थकने का इंतजार कर रहा था। प्रशासन की ओर से बापू भवन चौराहे से बर्लिंगटन चौराहे की ओर आ रहे लोगों को सूचित करने का भी कोई इंतजाम नहीं किया गया। इससे कई लोगों को प्रदर्शनकारियों के गुस्से का शिकार होना पड़ा। इससे पहले प्रदेश भर से सैकड़ों की संख्या में राजधानी पहुंचे टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी बृहस्पतिवार को यातायात व्यवस्था के लिए चुनौती साबित हुए। राजधानी की लाइफ लाइन विधानसभा मार्ग-चारबाग रूट पर प्रदर्शनकारियों का कब्जा होने से यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई। इसके रूट के आसपास बने दो से तीन किलोमीटर के दायरे में दिन भर जाम की स्थिति रही। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के धरना प्रदर्शन के चलते पुलिस ने तमाम रास्ते बंद कर दिए। बस-ऑटो, सहित सभी प्राइवेट गाड़ियों को रोक दिया गया। प्रदर्शनकारियों ने सुबह 10 बजे से चारबाग रेलवे स्टेशन से रैली शुरू की। ऑफिस टाइम होने के पहले ही सड़कों पर गाड़ियों का हुजूम लगा हुआ था। ऐसे में सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारियों के सड़क पर उतरने से स्थिति और भी बेकाबू हो गई। चारबाग स्टेशन से प्रदर्शनकारियों के सड़क पर उतरते ही चारबाग बस स्टॉप तक पूरी तरह से जाम लग गया। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के इस प्रदर्शन का सबसे अधिक खामियाजा दफ्तर जा रहे लोगों को उठाना पड़ा। प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों की संख्या अधिक होने के कारण चारबाग से केकेसी की ओर जाने का रास्ता पूरी तरह से ठप हो गया। जैसे-जैसे रैली आगे बढ़ती गई ट्रैफिक की रफ्तार और धीमी होने लगी। उधर, भीड़ को देखते हुए सार्वजनिक वाहन भी बंद कर दिए गए। आलमबाग निवासी सौरभ ने बताया कि उन्होंने इंटरव्यू के लिए गोमती नगर पहुंचना था। सुबह 10 बजे चारबाग स्टेशन पहुंच कर घंटे भर तक ऑटो का इंतजार किया। लेकिन, कोई गोमती नगर जाने को तैयार नही हुआ। वहीं, बसें भी बंद होने के कारण वह अपने दफ्तर भी नहीं पहुंच पाए। इस रूट पर सार्वजनिक वाहन बंद होने से शहरवासियों को एक से दूसरी जगह जाने में पसीने छूट गए। बसें भी हजरतगंज की तरफ जाने से कतराती दिखीं और कैंट के पीछे की तरफ से होते हुए गोमती नगर की ओर गई। सुबह करीब 11 बजे यह रैली हुसैनगंज चौराहे पर पहुंच गई। यहां प्रदर्शनकारियों ने एक घंटे जमकर नारेबाजी और सरकार विरोधी नारे लगाए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों के चौराहे के चारों ओर बैठ जाने के कारण ट्रैफिक की आवाजाही पूरी तरह से रुक गई। हजरतगंज से चारबाग की ओर जा रहे ट्रैफिक को बर्लिंगटन चौराहे से सदर की ओर मोड़ दिया गया। वहीं, चारबाग , लालकुआं और अन्य दिशाओं से आ रहा ट्रैफिक घंटों जाम में फंसा रहा। हुसैनगंज चौराहे पर प्रदर्शन के दौरान अभ्यर्थियों ने नमाज भी अदा की।दोपहर करीब साढ़े बारह बजे रैली ने बर्लिंगटन चौराहे पर कब्जा कर लिया। प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने में असफल रहे जिला प्रशासन का खामियाजा बर्लिंगटन चौराहे से निकल रहे आम लोगों को भुगतना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने मानव श्रृंखला बनाकर इस चौराहे से गुजरने वाले ट्रैफिक को रोक दिया। चारबाग, कैंट रोड़, सदर और हजरतगंज से आने वाले वाहनों को चौराहे से ही वापस कर दिया गया।
ReplyDeleteअंकल हमें जाने तो...
प्रदर्शकारियों ने एक बजे तक बर्लिंगटन चौराहे को पूरी तरह से अपने कब्जे में ले लिया था। राजधानी के ज्यादातर स्कूलों में इसी समय पर छुट्टी भी होती है। प्रदर्शनकारियों ने स्कूली बच्चों तक को नहीं बख्शा। छोटे-छोटे बच्चों की विनती को भी ठुकरा दी गई। हालांकि, बाद में बाद सभी स्कूली बच्चों, एम्बुलेंस जाने दिया गया।
bb
ReplyDeleteTET MARIT ZINDABAD
ReplyDeleteDER RAAT TET ABHIYARTIYO PR LATI CHARG NAI RNNITI TAYYAR HULASA AAJ HOGA
ReplyDeleteHE GOD AB JO KARNA H KAR DE.CHAY WO ACD.HO YA TET,ISKE HONE KE BAD DUSRI BHARTI TO HOGI.
ReplyDeleteHE GOD AB JO KARNA H KAR DE.CHAY WO ACD.HO YA TET,ISKE HONE KE BAD DUSRI BHARTI TO HOGI.
ReplyDeleteHE GOD AB JO KARNA H KAR DE.CHAY WO ACD.HO YA TET,ISKE HONE KE BAD DUSRI BHARTI TO HOGI.
ReplyDeleteHE GOD AB JO KARNA H KAR DE.CHAY WO ACD.HO YA TET,ISKE HONE KE BAD DUSRI BHARTI TO HOGI.
ReplyDeleteHE GOD AB JO KARNA H KAR DE.CHAY WO ACD.HO YA TET,ISKE HONE KE BAD DUSRI BHARTI TO HOGI.
ReplyDeleteTET WALO KI KYA MARIT ITNI LOW H KI SELECTION NAHI HO PAYGA.GEN.WALO KI TO HIGH RHTI H.LAKIN OBC.SC.ST WALO KI TO BHUT LOW RAHTI H.
ReplyDeleteME SABHI TET WALO SE Y KHNA CHATA HU KI SIKSHAK NIYMAWALI ME Article 14 se galat trike se tet marit ki gai hi rules k khilap h.ager gov tet base rakhti h to kya boys s.c nahi jayge me ap logo ko bta du ki boys yahi to chaty h ki radd ho jay fir to bharti acd.se hogi jiske ley sarkar swatantr hogi.
ReplyDeleteAjam kha
ReplyDeleteup govt
pagla gyi talibani farman lana chahti h
Tet merit se ho bharti nai to puri tet canceal kar diya jay. Nakalchiyo ko nai banane dena h techer.acd merit walo ko dubara tet dena hoga tab samajh me aayega is bas to pas hi nai honge.itani achi acd h to btc kyo nai joining kiye.thanks
ReplyDeleteजागरण संवाददाता, लखनऊ : अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के हजारों अभ्यर्थियों ने अपनी मांगों को लेकर राजधानी के एक हिस्से में अघोषित कफ्र्यू जैसे हालात पैदा कर दिए। मेरिट के आधार पर नियुक्ति की मांग कर रहे अभ्यर्थियों ने गुरुवार सुबह करीब आठ बजे से हुसैनगंज चौराहे व उसके बाद बर्लिग्टन चौराहे पर कब्जा जमा लिया। इसके बाद रात 10 बजे तक शहर की लाइफ लाइन कही जाने वाली सड़क (विधान सभा मार्ग) जाम रही। नतीजतन आसपास के इलाके के लोग अपने घरों में कैद हो गए। अभ्यर्थी अपनी मांगों पर अड़े रहे और पुलिस व पीएसी मूकदर्शक बनी रही। एडीएम व एएसपी पूर्वी ने कई बार अभ्यर्थियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन नाकाम रहे। अधिकारी उन्हें वहां से हटाकर दूसरे स्थान पर ले जाने में भी नाकाम रहे। इस बीच सैकड़ों लोग स्टेशन पहुंचने के लिए जाम से जूझते रहे, बाद में एक वृद्ध महिला को रास्ता देने की बात को लेकर कुछ मीडियाकर्मियों और अभ्यर्थियों के बीच हुई मारपीट के दौरान पुलिस ने मौका पाते ही लाठियां चलाकर अभ्यर्थियों को खदेड़ा। कुछ ही देर में बर्लिग्टन चौराहा जाम से मुक्त हो गया। पुलिस ने मीडियाकर्मियोंसे मारपीट के आरोप में एक युवक को हिरासत में लिया है। वहीं पूरे घटनाक्रम के दौरान डीएम व एसएसपी मौके पर नहीं आए। प्रदेश के विभिन्न स्थानों से अपने पूर्व प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार गुरुवार सुबह करीब छह हजार अभ्यर्थी लखनऊ पहुंचे। इनमें महिलाएं भी थीं। वे चारबाग से जुलूस की शक्ल में विधानभवन की ओर कूच कर गए। इधर, कार्यक्रम की पूर्व सूचना के बावजूद पुलिस व प्रशासन वक्त रहते प्रभावी कार्रवाई नहीं कर सका। आखिरकार सुबह करीब 10 बजे अभ्यर्थियों को पुलिस ने हुसैनगंज चौराहे पर रोका। इसके कुछ देर बाद अभ्यर्थी हंगामा करते हुए बर्लिग्टन चौराहे तक पहुंच गए, लेकिन यहां सुरक्षा का घेरा कड़ा होने की वजह से आगे नहीं बढ़ सके। इसके बाद घंटों मान-मनौव्वल चलती रही। अधिकारी काफी मशक्कत के बाद भी अपने मांगों पर डटे अभ्यर्थियों को टस से मस न कर सके। ऊपर से निर्देश न होने की वजह से पुलिस व पीएसी बल प्रयोग करने से बचती रही और अभ्यर्थी नागरिकों को अपनी मनमर्जी से रोकते-टोकते रहे। स्कूल से अभिभावकों के साथ आ रहे बच्चों व स्टेशन जा रही महिलाओं व बुजुर्गो तक को निकलने नहंी दिया गया। पुलिसकर्मियों ने रोके जा रहे वाहनों को रास्ता दिलवाने के बजाए चुपचाप किनारे खड़ा रहना बेहतर समझा। अभ्यर्थियों ने इस दौरान पुतला फूंका और नारेबाजी करते रहे। (शेष 23 व संबंधित खबरें पेज 6)
ReplyDeleteगलियों में राह ढूंढते रहे
ReplyDeleteजागरण संवाददाता, लखनऊ : प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद यातायात को प्राथमिकता पर लिया गया। एएसपी यातायात से लेकर आइजी और स्पेशल डीजी ट्रैफिक तक ने सड़क पर आकर सुझाव दिए और सुधार की तमाम बातें कीं। गुरुवार को जब परीक्षा की घड़ी आई तो सारी तैयारियां धरी रह गईं। सुबह दस बजे, जिस वक्त टीईटी अभ्यर्थी विधान भवन के सामने जुटना शुरू हुए, तब तक यातायात पुलिस निश्चिंत थी। अपर पुलिस अधीक्षक यातायात अरविंद सेन बताते हैं कि विधान भवन के सामने प्रदर्शन पर सिर्फ रॉयल होटल से हजरतगंज चौराहे के बीच का रास्ता बंद करना पड़ता है और इस रास्ते के कई विकल्प मौजूद हैं, इसलिए प्रदर्शन को लेकर पहले से अतिरिक्त इंतजाम करने का कोई औचित्य नहीं था, लेकिन टीईटी अभ्यर्थियों ने जब चारबाग, केकेसी और बर्लिंगटन होटल चौराहे पर जाम लगा कर प्रदर्शन शुरू किया तो हालात बेकाबू हो गए। गोरखपुर और कानपुर से आने वाले वाहन इसमें उलझ गए। चारबाग से हजरतगंज चौराहे तक रास्ता रुका तो एक घंटे के भीतर इस रास्ते के समानांतर गलियों में भी जाम लग गया। वाहन चालक रास्ता तलाशने के लिए गलियों में समा गए। दोपहिया वाहनों तक फिर भी गनीमत थी लेकिन संकरी गलियों में चौपहिया वाहन आमने-सामने अड़े तो चक्का जाम की नौबत आ गई।
गलियों में राह ढूंढते रहे
ReplyDeleteजागरण संवाददाता, लखनऊ : प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद यातायात को प्राथमिकता पर लिया गया। एएसपी यातायात से लेकर आइजी और स्पेशल डीजी ट्रैफिक तक ने सड़क पर आकर सुझाव दिए और सुधार की तमाम बातें कीं। गुरुवार को जब परीक्षा की घड़ी आई तो सारी तैयारियां धरी रह गईं। सुबह दस बजे, जिस वक्त टीईटी अभ्यर्थी विधान भवन के सामने जुटना शुरू हुए, तब तक यातायात पुलिस निश्चिंत थी। अपर पुलिस अधीक्षक यातायात अरविंद सेन बताते हैं कि विधान भवन के सामने प्रदर्शन पर सिर्फ रॉयल होटल से हजरतगंज चौराहे के बीच का रास्ता बंद करना पड़ता है और इस रास्ते के कई विकल्प मौजूद हैं, इसलिए प्रदर्शन को लेकर पहले से अतिरिक्त इंतजाम करने का कोई औचित्य नहीं था, लेकिन टीईटी अभ्यर्थियों ने जब चारबाग, केकेसी और बर्लिंगटन होटल चौराहे पर जाम लगा कर प्रदर्शन शुरू किया तो हालात बेकाबू हो गए। गोरखपुर और कानपुर से आने वाले वाहन इसमें उलझ गए। चारबाग से हजरतगंज चौराहे तक रास्ता रुका तो एक घंटे के भीतर इस रास्ते के समानांतर गलियों में भी जाम लग गया। वाहन चालक रास्ता तलाशने के लिए गलियों में समा गए। दोपहिया वाहनों तक फिर भी गनीमत थी लेकिन संकरी गलियों में चौपहिया वाहन आमने-सामने अड़े तो चक्का जाम की नौबत आ गई।
जागरण संवाददाता, लखनऊ : अपनी मांगों को लेकर सड़क पर आए अभ्यर्थियों को चारबाग में ही रोकने में नाकाम रही पुलिस ने बर्लिग्टन चौराहे से उन्हें हटाने के लिए भी कोई ठोस कदम नहीं उठाए। अभ्यर्थियों को पुलिस धरना स्थल तक ले जाने का प्रयास कर रही थी, लेकिन नाकाम रही। इसके बाद उसके पास कोई विकल्प नहीं बचा। अभ्यर्थियों को बलपूर्वक हटाने के लिए अधिकारी ऊपर से निर्देश मिलने का इंतजार ही करते रह गए। इस बीच प्रशासन व पुलिस के अफसरों ने कुछ अभ्यर्थियों को समझाने की कोशिश की। उनसे अलग-अलग भी वार्ता की गई, लेकिन वे किसी भी सूरत में पीछे हटने को राजी नहीं हुए। हालांकि इस दौरान कुछ अभ्यर्थियों के बीच आपस में भी मतभेद हुए। वहीं शाम पांच बजे के बाद से अभ्यर्थियों की संख्या लगातार कम होती गई। रात 10 बजे तक बड़ी संख्या में अभ्यर्थी तितर-बितर हो चुके थे। वहीं दिन भर की डयूटी के बाद पीएसी कर्मी भी लगातार अधिकारियों से उन्हें बदले जाने की मांग कर रहे थे।
ReplyDeleteलखनऊ (एसएनबी)। मेरिट के आधार पर नियुक्ति किए जाने की मांग को लेकर बृहस्पतिवार को टीईटी पास अभ्यर्थियों ने विधान भवन मुख्य मार्ग जाम कर दिया। यूपीटीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के बैनर तले हजारों अभ्यर्थी दिन भर बर्लिगटन चौराहे पर डटे रहे, जिससे राजधानी की यातायात व्यवस्था दिन भर ध्वस्त रही। शाम को पुलिस ने लाठियां भांज कर अभ्यर्थियों को खदेड़ा। (पूरी खबर पेज-3 पर)
ReplyDeleteलखनऊ (एसएनबी)। मेरिट के आधार पर नियुक्ति किए जाने की मांग को लेकर बृहस्पतिवार को टीईटी पास अभ्यर्थियों ने विधान भवन मुख्य मार्ग जाम कर दिया। यूपीटीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के बैनर तले हजारों अभ्यर्थी दिन भर बर्लिगटन चौराहे पर डटे रहे, जिससे राजधानी की यातायात व्यवस्था दिन भर ध्वस्त रही। शाम को पुलिस ने लाठियां भांज कर अभ्यर्थियों को खदेड़ा। (पूरी खबर पेज-3 पर)
ReplyDeletejinke (gen candidate) tet me 95 se upar hai wo agar udaseen ya acd merrit ke support me hai to wo log bilkul murkh hai kyunki tet merrit se unka kahin na kahin ho jayega aur ye log ye nahi soch pa rahe hai ki gov. bharti ko latkane ke liye hi aadhar change karna chahti hai kyunki paper se pahle nikle vigyapan ke aadhar par tet merrit wale sc chale jayenge aur gov. is bharti ko salon tak court ke dwara latka degi fir 5 saal baad mayawati aayengi to wo apne vigyapan ke aadhar par tet merrit se bharti karengi
ReplyDeleteso bhart tet se hi sambhav hai chahe abhi ho chahe 5 saal baad
aur agar gov. tet se bharti karti hai to isko koi challenge nahi kar paayega kyunki sara mamla tet merrit ke favour me court me nipat chuka hai aur ek yachi ko to 4.5 lakh ka jurmana bhi dena pada tha
so acd ke favour walon jara sa dimag lagao
thanks.........
15 ko c.m kanpur aa rahe hai aap chahe jis jile ke ho please 15 ko kanpur jaroor aaye aur kanpur ko bhi lucknow jaisa aandolan dekhne ko mile
ReplyDeletekoi ye batao ab kahan pahuchna hai kal mai nashta karne gaya to idhar lathi charge ho gaya aur jab vapas aaya to poice wale ek ek ko pakad ke peet rahe the jaise hi mai chaurahe par pahucha 20 - 25 police p.s.c. wale mujhe dauda liye jaise taise jan baCHAI LEKIN PARWAH NAHI AB AAGE KYA KARNA HAI BATAO
ReplyDeleteAcd ka muh todna padega
ReplyDeleteHi i m from distt jaloun (sirsa kalar) tet-122,acd-260. In this time lucknow plz sabhi tetins lknw aye my cont-9794277460
ReplyDeleteAcd walo up board ka result 92% ata h tet ka 45% dugne se jyada dhandhli tum logo ka acd ka result check karwana chahiye gadhe kahi k 5th std ka paper nahi kar paye ab is blog par puri hoshiyari dikhayenge.
ReplyDeletesabhi tet pass bandhu jo ki etna savkuch hojane ke bad bhi ghar vaith kar annde derahe hai unse appeal hai ki agr apke pas lucknow jane ka kiraya nahi hai to mere sath vina tikit lucknow chalo yar pakde jane par jailbharo andolan suru kar sakte hai.
ReplyDeletetet supporter
ReplyDeletesarkar kewal apna ulloo sidha kar rahi hai sarkar doshiyo ko sidhe hi bharti se bahar rakh sakti hai base change karne ki kya jaroorat
ReplyDeletedosto tet sangharsh morcha ke tatvavdhan mai ayojit dharna pardarsan ko safal evm etihasik banane ke liye pardesh bhar se aaye tetians ka hardik aabhar.hamara ye pardarsan lkw ke itihas mai darj ho gaya hai itne jajbe ke sath na to pahle yahan koi pardarsan hua aur na hoga .pardesh ke kone kone se aaye tetians ne apne haq ki khatir jo kiya vo avishvisnay hai.bina kisi sadhan aur sansadhan ke eiasa kara bahut hi kathin karya hai.lekin dosto gov. ka ravaiya hamare pati duragrah se prerit hai nirdosh tetians par barbarta purvak lathicharg ne angrejo ko bhi peeche chod diya hai .hamare is pardarsan se lkw vasio ko jo paresani hui iske liye hum chama prarthi hain .lekin iske alawa hamare pas koi chara nahi tha.dosto abhi hamara kaam adhoora hai aage jaisa bhi tet padadhikariyo ka faisla hoga us hum log poore jajbe se follow karenge.ashish rajvanshi mzn 9927756345
ReplyDeleteHI,
ReplyDeleteI HAVE RECEIVED THE PHONE OF MY FRIEND WHO IS IN DHARNA HAS TOLD ME THAT THE POLICE HAS CAPTURED ALL THE TETETION AND DONE FREE LUCKNOW FROM TETION , SO DON'T MOVE TOWARDS LUCKNOW BE RETURN TO THEIR HOME.TAKE CARE THE GOVT/ COURT WILL TAKE GOOD DECISION FOR ALL OF US.
jo log tet ki dhandhli ki baat karte hain unhe tet cancle karakar dobara exam ki baat karni chahiye to theek lagta hai.lekin dobara exam ki to baat nahi acd jindabad acd se bharti ho bus yahi baat hai inke pas.tet mai kuch nahi kar paye to kahne lage angoor khatte hain.moh. istyak rampur
ReplyDeletelatest news ye nahi hai mere dost. Main deta hu aap sabko latest news..
ReplyDeleteC.m. Nirnay nahi kar paa rahe hain k kya kiya jaye. Sutro ke anusar aala afsron se bat karne ke bad c.m. T.e.t se bharti ki soch rahe hain,kyoki shayad andolan rang dikha raha hai,aur lagbhag sare officer t.e.t ke favour main hain.
paasa sidha pad chuka hai mere dosto
.best of luck.
Official ghoshna meeting k baad ho
dinesh ji ye sutra kaha se pata laga. kya vastav me ye sutra sahi h.
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