http://joinuptet.blogspot.com/
राज्य सरकार ने आखिरकार अध्यापक पात्रता परीक्षा-2011 (टीईटी) को अर्हकारी परीक्षा बनाने का फैसला किया है। इसके लिए बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली को में बदलाव करके पुरानी व्यवस्था बहाल की जाएगी। साथ ही, भर्ती केलिए जारी वर्तमान विज्ञप्ति को निरस्त कर संशोधित नियमावली के आधार पर जिला स्तर से विज्ञप्ति जारी कर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होगी।
, UPTET , SARKARI NAUKRI NEWS
SHIKSHA MITRA : अब सभी शिक्षा मित्र बनेंगे सहायक अध्यापक
प्रदेश सरकार अब शिक्षा मित्रों को बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात करेगी। इसके लिए उन्हें दूरस्थ शिक्षा प्रणाली के जरिए दो साल की ट्रेनिंग दी जाएगी। दरअसल स्नातक शिक्षा मित्रों को दो चरणों में ट्रेनिंग दिलाने का निर्णय पिछले साल 11 जुलाई को लिया गया था। इसके तहत पहले बैच में 62 हजार शिक्षा मित्रों का प्रशिक्षण जुलाई 2011 से कराने का निर्णय हुआ। दूसरे बैच का प्रशिक्षण जुलाई 2013 से होना है। कैबिनेट ने दूसरे बैच के प्रशिक्षण को हरी झंडी दे दी है
News Source : http://www.amarujala.com/National/akhilesh-yadav-revenge-mayawati-decision-change-8-district-name-30027.html / Amar Ujala (23.7.12)
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Selection process is changed , Old process of selection - Educational Merit is going to used in UP Teachers selection.
see this link-
ReplyDeletehttp://www.business-standard.com/ generalnews/news/ up-govt orderteachers-appointme nt/35842/
Sabhi tet muslim sathi apne jile or mob. No. Display kare kyoki hume is ramzan me sarkar pe dawab dal na hai...jaise ki har jume ki namaz k bad pardarshan karna hai ki hum kitne muslim hai jin ki rozi-roti is sarkar k hath me hai or aj hum educated hai or applicable hai is bharti k liye jo sarkar jo yeh kehti hai ki hum humdard hai musalmano k to wo hume age aane de.. MORADABAD,MERUT,BARILLY,LUCKNOW to hum sabhi chahe hum kahi k bhi ho hume har jume ko pahuch na padega .... Or apne hindu bhai shamko roza -aftiar kare .., AISA MERA SOCH NA ...
ReplyDeleteवीके शर्मा ने संभाला मुख्य सचिव का कार्य
ReplyDeleteजागरण ब्यूरो, लखनऊ : मुख्य सचिव जावेद उस्मानी सोमवार से दो सप्ताह के अवकाश पर चले गए। राजस्व परिषद अध्यक्ष वीके शर्मा ने कार्यवाहक मुख्य सचिव के तौर पर काम संभल लिया है। मुख्य सचिव निजी यात्रा पर अमेरिका गए हैं। वह छह अगस्त को लौटेंगेँ।
ट्रेनिंग पूरी करते ही नियमित शिक्षक बनेंगे शिक्षामित्र
ReplyDelete- कैबिनेट का फैसला
- जुलाई 2013 व 2014 में 62-62 हजार, जुलाई 2015 में 48 हजार शिक्षामित्र बनेंगे शिक्षक
- स्नातक शिक्षामित्रों के दूसरे बैचका प्रशिक्षण जुलाई से शुरू करने का फैसला
जागरण ब्यूरो, लखनऊ : प्रदेश के 1.72 लाख शिक्षामित्रों की मुराद पुरी करते हुए कैबिनेट ने सोमवार को यह तय किया कि शिक्षामित्रों को चरणबद्ध तरीके से दूरस्थ शिक्षा के माध्यम सेदी जा रही दो वर्षीय ट्रेनिंग जैसे-जैसे पूरी होती जाएगी, वैसे-वैसे परिषदीय स्कूलों में सहायक अध्यापक नियुक्त कर दिया जाएगा। कैबिनेट के फैसले के जरिये सपा सरकार ने चुनावी घोषणा पत्र में किये गए एलान को अमली जामा पहनाया है।
शिक्षामित्रों को दूरस्थ शिक्षा के जरिये दो वर्षीय बीटीसी प्रशिक्षण देने के लिए राज्य सरकार ने 11 जुलाई2011 ने निर्देश दिये थे। इसके तहत स्नातक उत्तीर्ण 1.24 लाख शिक्षामित्रों को दो चरणों में प्रशिक्षण देने की व्यवस्था तय की गईथी। पहले चरण के तहत 62 हजार स्नातक शिक्षामित्रों का प्रशिक्षण जुलाई 2011 से शुरू हो चुका है जो जुलाई 2013 में पूरा होगा। दूसरे चरण में शेष 62 हजार शिक्षामित्रों की ट्रेनिंग जुलाई 2013 से शुरू करने का प्रस्ताव है जो कि जुलाई 2014 में पूरी होगी।
कैबिनेट ने स्नातक शिक्षामित्रों केदूसरे चरण की दो वर्षीय ट्रेनिंग जुलाई 2013 की बजाय 2012 से शुरू करने का फैसला किया है। वहीं राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) की अनुमति लेकर इंटरमीडिएट उत्तीर्ण शिक्षामित्रोंकी ट्रेनिंग जुलाई 2013 से शुरू कराने का भी निर्णय किया गया। कैबिनेट ने यह भी निर्णय किया है कि दो वर्षीय ट्रेनिंग के बाद जुलाई 2013 में 62 हजार स्नातक शिक्षामित्रों, जुलाई 2014 में शेष 62 हजार स्नातक शिक्षामित्रों और जुलाई 2015 में 48 हजार शिक्षामित्रों को स्थायी शिक्षक के तौर पर नियुक्त किया जाएगा। इंटर उत्तीर्ण शिक्षामित्र जैसे-जैसे स्नातक अर्हता प्राप्त करते जाएंगे, वैसे-वैसे राज्य सरकार उन्हें नियमित शिक्षक के तौर पर तैनात करने पर विचार करेगी।
प्रशिक्षण के लिए शिक्षामित्रों का चयन उनकी प्रथम नियुक्ति की तिथि के आधार पर होगी। जिसकी नियुक्ति ग्राम पंचायत में पहले हुई है, उसे वरिष्ठता क्रम में ऊपर रखा जाएगा। यदि कई शिक्षामित्र एक ही तारीखम्में नियुक्त हुए हैं तो उच्च शैक्षिक योग्यता वाले शिक्षामित्र को वरीयता दी जाएगी। यदि नियुक्ति तिथि व शैक्षिक योग्यता भी समान है तो अधिक उम्र वाले को वरीयता दी जाएगी। चयन में आरक्षण के प्रावधान लागू होंगे।
kbhyug
ReplyDeletehi
ReplyDeleteYe good news h tet walo k liye
ReplyDeletesc art male ki academic merit kahan tak aa jayegi bata sakta hai koi ?
ReplyDeletesc art male ki academic merit kahan tak aa jayegi bata sakta hai koi ?
ReplyDeletesc art male ki academic merit kahan tak aa jayegi bata sakta hai koi ?
ReplyDeletesc art male ki academic merit kahan tak aa jayegi bata sakta hai koi ?
ReplyDeletesc art male ki academic merit kahan tak aa jayegi bata sakta hai koi ?
ReplyDeletesc art male ki academic merit kahan tak aa jayegi bata sakta hai koi ?
ReplyDeleteYahi ek din bad news bankar tumhe rulaigi acd walo.
ReplyDeleteBlog Editor ji aap bata sakti hai ki sc art male ki academic merit kahan tak aa jayegi?
ReplyDeleteBlog Editor ji aap bata sakti hai ki sc art male ki academic merit kahan tak aa jayegi?
ReplyDeleteBlog Editor ji aap bata sakti hai ki sc art male ki academic merit kahan tak aa jayegi?
ReplyDelete200 tak
DeleteYahi ek din bad news bankar tumhe rulaigi acd walo.
ReplyDeleteGenral candidate hatas na ho rajsthan hc ne ye decigen diya hai ki jin candidate ke tet me 60./. Yani 90 number nahi hai we sirf apne coute me rahenge cahe unki merid acd high kyu na ho kuki unko alreday jhut di ja cuki thi. Agar ye up me lagu hota hai to gen acd lo jaygi .so gen candidate go to up hc .EDITOR JI PLEASE IS MAMLE KI WRIT SANKHYA BATA DIJIYE
ReplyDeleteshikshamitro se tet kyo nahie karaya ja raja hai .answer me.
ReplyDeletethanks Ravi Pal ji. Kya 200 tak vakai me aa jayegi
ReplyDeletedosto, plz ab ek dusre se mat lado. Sab tet pass walo ko job milegi. Tum sab ke anusar bharti hone lage to ye bharti kabhi nahi ho sakti.so bharti jaise b ho use ho jane do. Job maa vaishno ki kirpa se sabhi tet pass walo ko milegi.this is true.
ReplyDeleteJai maa vaishno.
filhaal hc ka decision aana abhe bake hai. Agar hc bhe ise except karte hai to to hum sab me kise ko bhe jalde naukre nahe milne wale kuke ab ye bharte court me he rahege shayad 2014 me iska kuch ho tab tak sab accd aur tet supp apne kam dhande dhoond lo.
ReplyDeleteटीईटी को पात्रता परीक्षा का दर्जा
ReplyDelete- चयन हाईस्कूल, इंटर व स्नातक स्तर पर
प्राप्त अंकों के आधार पर होगा
- नियुक्ति के लिए जिला स्तर पर
जारी होगी विज्ञप्ति
- उप्र बेसिक शिक्षा (अध्यापक)
सेवा नियमावली में होगा संशोधन
जागरण ब्यूरो, लखनऊ : बेसिक शिक्षा परिषद के
प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए
बीते वर्ष आयोजित की गई अध्यापक
पात्रता परीक्षा (टीईटी)-2011
को कैबिनेट ने पात्रता परीक्षा का दर्जा देने
का फैसला किया है। कैबिनेट के फैसले के बाद
शिक्षकों का चयन पुरानी व्यवस्था के अनुसार
हाईस्कूल, इंटरमीडिएट और स्नातक स्तर पर
पाये गए अंकों के आधार पर जिला स्तर पर तैयार
की जाने वाली मेरिट के जरिये होगा।
शिक्षकों के चयन की पुरानी व्यवस्था बहाल
करने के लिए कैबिनेट को उप्र बेसिक
शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली में संशोधन
करना होगा। साथ ही, 72,825
शिक्षकों की नियुक्ति के लिए जारी केंद्रीयकृत
विज्ञप्ति को निरस्त कर संशोधित
नियमावली के आधार पर नये सिरे से जिला स्तर
पर विज्ञप्ति जारी करनी होगी। राष्ट्रीय
अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने 11
फरवरी 2011
को राज्यों को जारी दिशानिर्देश में
टीईटी को पात्रता परीक्षा का दर्जा दिया था।
मायावती सरकार ने 13 नवंबर को आयोजित
टीईटी से महज चार दिन पहले एनसीटीई
की मंशा के विपरीत टीईटी की मेरिट
को ही शिक्षक चयन का आधार बनाने
का फैसला किया था। इस मकसद से कैबिनेट ने
उप्र बेसिक शिक्षा (अध्यापक)
सेवा नियमावली के नियम-14 में संशोधन
किया था। विवादों व अनियमितता के घेरे में आये
टीईटी-2011 के सभी पहलुओं का परीक्षण करने
के लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुख्य सचिव
जावेद उस्मानी की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय
समिति गठित की थी।
समिति ने मुख्यमंत्री को टीईटी- 2011
को पात्रता परीक्षा का दर्जा देने
की सिफारिश की थी। बाद में कैबिनेट को भेजे
गए प्रस्ताव में दो और विकल्प जोड़े गए थे। इनमें
से एक विकल्प टीईटी की मेरिट के आधार पर
ही शिक्षकों का चयन करने का तथा दूसरा बीते
वर्ष आयोजित टीईटी को निरस्त कर नये सिरे
से परीक्षा आयोजित करने का था। कैबिनेट ने
दोनों विकल्पों को खारिज कर मुख्य सचिव
की अध्यक्षता में गठित उच्च स्तरीय
समिति की सिफारिश पर मुहर लगायी। कैबिनेट
के इस विकल्प पर मुहर लगाने की वजह से सरकार
को तत्काल टीईटी आयोजित नहीं करना होगा।
वहीं पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके
अभ्यर्थियों के लिए शिक्षकों की नियुक्ति के
दरवाजे खुले रहेंगे। जिन्होंने उच्च प्राथमिक स्तर
के लिए आयोजित टीईटी उत्तीर्ण की है, वे
शासकीय सहायता प्राप्त और अन्य
निजी स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पदों के लिए
पात्र होंगे। गौरतलब है कि प्राथमिक स्कूलों में
शिक्षकों की नियुक्ति के लिए आयोजित
टीईटी में 2,92,913 व उच्च प्राथमिक स्तर
की परीक्षा में 2,64,928 अभ्यर्थी उत्तीर्ण
हुए थे।
tet se shiksha mitron ko bhi gujara jana chahiye.bo kya ncte or hrdm ke damad lagte hai inke liye sc jane ki morche bandi karo.tet balo taiyar ho jao.
ReplyDeletedk bhai joining leter jammu lene chalna padega ke mata rane sabko ghar ghar dispatch karva dege.agar unke krapa hote to aaj ye naukre latakne na ja rahe hote. Kise ke koi krapa nahe hume ye berojgare bhatta rula raha hai . Ise ke chakkar me ye sarkar hai aur is sarkar ke chakkar me hum ghanchakkar hai. Jai mata rane.
ReplyDeletebahi koie ye btaye ki cort ka faisela hoga kyu ki cort ek baar tet merit ko vest btaya aur do logo per 4.5 lac ka jurbana bhi lagaya ab cour useee decion ko ulta kaise sunayega yadi up acd ka faisla deti hai to wo do bande
ReplyDeletejis per jurbana hua hai yo kya cup rhage kuki e jurm k liye ek ko bari aur dosere ko maut ki saja kyu..........
obc science female 216 per hoga kay?
ReplyDelete220tak and meal 225
Deleteक्रान्ति को मजबूर शिक्षक-
ReplyDeleteसाथियोँ हमारी जीत का सिलसिला शुरु हो गया है। उ॰प्र॰ सरकार ने टीईटी को रद्द न करके हमेँ कोर्ट मेँ और अधिक मजबूत कर दिया है। जहाँ तक आधार बदलने की बात है उसके लिए सरकार को पुरानी विज्ञप्ति रद्द करना होगा और कोर्ट से विज्ञप्ति रद्द करने का आदेश प्राप्त करना सरकार के लिए आसन न होगा क्योँकि हाईकोर्ट ने पहले भी कहा है कि विज्ञप्ति रद्द नहीँ होगी। जहाँ तक मेरा मानना है कि विज्ञप्ति रद्द करने का कोई उचित तर्क सरकार के पास नहीँ है और सपा सरकार केवल राजनीतिक लाभ के लिए ऐसा कर रही है क्योँकि वह 2014 लोकसभा चुनाव तक भर्ती को लटकाना चाहती है। सरकार यह बात अच्छी तरह जानती है कि यदि एकल बेँच उसके पक्ष मेँ निर्णय दे भी देती है असन्तुष्ट पक्ष डबल बेँच के सामने अपील करेगा और फिर उसके बाद भी निर्णय न हुआ तो सुप्रीम कोर्ट मेँ मामला जाएगा और न तो ये भर्ती ही हो पाएगी और न ही इसके बाद के 80000 पद भरे जा पाएगें। अतः साथियोँ अब जरुरत है पुनः एकजुट होकर एक विशाल आन्दोलन करने की जिससे सरकार अपने नापाक इरादोँ मेँ कामयाब न हो और बेरोजगार शिक्षकोँ जल्द रोजगार मिले।
आपका साथी-
आलोक जौनपुरी।
govt ka plan tha ab ye vacancy gae kam se kam salo ke liye. Bhaiya this is up (ULTA PRADESH) yaha sab ulta he karne aate hai . Agkle govt 5 saal tak inke nirnay badlege. There is no law and order.
ReplyDeletemerit bhool jao ab fir se tarek pe tarek , tarek pe tarek , last me bhe milege sirf tarek.
ReplyDeleteTet me district wise kitne student pass huye hai kya kisi ke pass koi data hai.
ReplyDeleteAlok Ji U r right. Hm hr JUNG k liye taiyaar hain. Ab ye bharti 5 saal tk nhi hogi. Acd. Valon ko milegi court se sirf TAARIKH.
ReplyDeleteJo karna jaldi Karo....merit is,best option
ReplyDeleteDosto sabr rakho ye bharti ab nahi hogi, akhilesh bhaiya sapa sarkar ki kabr khodne me lage hai, ye sale pare likhe jahil kursi par baithe he apne aap ko bhagwan samjhne lagte hai. Khair mai to soch raha tha ki pralay hone se pahle sarkari naukari dekh lu lekin in kamino ki sarkar wah bi nahi dikha sakti. Bhai to ye maan kar baitha hu ki pralay hona tay hai, kyoki itni sari prediction joothi to nahi ho sakti, meri bhagwan se gujaris hai ki jab pralay ho to ek kutte ko jinda chhor de jo jakar mare hue akhilesh aur aajam ke muh me apna amrit pila sake. Bhagwan meri gujaris kabool kar lena.
ReplyDeleteJai baba barfani
ReplyDeleteJai baba barfani
Jai baba barfani
Jai baba barfani
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Jai baba barfani
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jahil musalmano ne SP ko chunkar naukri ki ma chudwadi.
ReplyDeleteab tarik nahi noukari milegi agar mamala s.c gaya to 1-2 dates me nipat jayega
ReplyDeletekaash jaisa aap keh rahe hain waisa hi ho.
Deletegood mornig for all acd supporter
ReplyDeletewhat will this day hold as i blindly venture Intl hold what i allow so with positive thought lets begin
gud mrng all friends. Have a nice day. Maa vaishno sab tet pass candidates ki job august tak laga de. Me yahi kamna karta hu. Maa apne bhakto ki pukar jarur sunti h. Acd or merit ki jid chodo or sab ek ho jao. Kasam khao ki aage se kisi ko b bina tet pass kare teacher nahi banne denge.
ReplyDeleteJai maa vaishno.
I agree with d.k.
ReplyDeleteटीईटी को पात्रता परीक्षा का दर्जा
ReplyDeleteजागरण ब्यूरो, लखनऊ : बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए बीते वर्ष आयोजित की गई अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी)-2011 को कैबिनेट ने निरस्त न करते हुए उसे पात्रता परीक्षा का दर्जा देने का फैसला किया है। कैबिनेट के फैसले के बाद शिक्षकों का चयन पुरानी व्यवस्था के अनुसार हाईस्कूल, इंटरमीडिएट और स्नातक स्तर पर पाये गए अंकों के आधार पर जिला स्तर पर तैयार की जाने वाली मेरिट के जरिये होगा। पात्रता परीक्षा का दर्जा मिलने की वजह से टीईटी-2011 उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थी शिक्षकों की नियुक्ति के लिए आवेदन कर सकेंगे। शिक्षकों के चयन की पुरानी व्यवस्था बहाल करने के लिए कैबिनेट को उप्र बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली में संशोधन करना होगा। साथ ही, 72,825 शिक्षकों की नियुक्ति के लिए जारी केंद्रीयकृत विज्ञप्ति को निरस्त कर संशोधित नियमावली के आधार पर नये सिरे से जिला स्तर पर विज्ञप्ति जारी करनी होगी। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने 11 फरवरी 2011 को राज्यों को जारी दिशानिर्देश में टीईटी को पात्रता परीक्षा का दर्जा दिया था। मायावती सरकार ने 13 नवंबर को आयोजित टीईटी से महज चार दिन पहले एनसीटीई की मंशा के विपरीत टीईटी की मेरिट को ही शिक्षक चयन का आधार बनाने का फैसला किया था। इस मकसद से कैबिनेट ने उप्र बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली के नियम-14 में संशोधन किया था। विवादों व अनियमितता के घेरे में आये टीईटी-2011 के सभी पहलुओं का परीक्षण करने के लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुख्य सचिव जावेद उस्मानी की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति गठित की थी। समिति ने मुख्यमंत्री को टीईटी- 2011 को पात्रता परीक्षा का दर्जा देने की सिफारिश की थी। बाद में कैबिनेट को भेजे गए प्रस्ताव में दो और विकल्प जोड़े गए थे। इनमें से एक विकल्प टीईटी की मेरिट के आधार पर ही शिक्षकों का चयन करने का तथा दूसरा बीते वर्ष आयोजित टीईटी को निरस्त कर नए सिरे से परीक्षा आयोजित करने का था। कैबिनेट ने दोनों विकल्पों को खारिज कर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित उच्च स्तरीय समिति की सिफारिश पर मुहर लगायी। कैबिनेट के इस विकल्प पर मुहर लगाने की वजह से सरकार को तत्काल टीईटी आयोजित नहीं करना होगा। जिन्होंने उच्च प्राथमिक स्तर के लिए आयोजित टीईटी उत्तीर्ण की है, वे शासकीय सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पदों के लिए पात्र होंगे। प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए आयोजित टीईटी में 2,92,913 व उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा में 2,64,928 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं।
KYA AB LASTLLLLLLLLLLLY DISION YHI HAI KI BHARTI ACADEMIC KE AADHAR PAR HI HOGI
ReplyDeleteBHARTI KA FORMATE ACADEMIC KE AADHAR PAR HOGA
KYA BHARTI AB JALD HOGI WO BHI ACADEMIC KE AADHAR PAR
ReplyDeleteKYA BHARTI AB JALD HOGI WO BHI ACADEMIC KE AADHAR PAR
KYA BHARTI AB JALD HOGI WO BHI ACADEMIC KE AADHAR PAR
KYA BHARTI AB JALD HOGI WO BHI ACADEMIC KE AADHAR PAR
KYA BHARTI AB JALD HOGI WO BHI ACADEMIC KE AADHAR PAR
ab to 6 august ko he clear ho payega ki court ka kya rukh hai
ReplyDeleteDosto abhi humko cort ka rukh dekhna hai jaj sahab kya nirney detey hain vese ager jaj sahab ko vigyapan radd karna hota to itna lamba time nahi liya hota isliye intizar karo
ReplyDeleteAgar govt aapke personal hisab se bharti karai to bharti is janam to kya agle 7 janam tak bharti poora nahi hoga.
ReplyDeleteSo, friends apna apna swarth chodo
Thanks
निरस्त नहीं होगी टीईटी
ReplyDeleteलखनऊ (एसएनबी)। राज्य मंत्रिमंडल की सोमवार को आयोजित बैठक में सरकार ने अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीआईटी) 2011 को अर्हकारी बनाये जाने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही टीईटी की परीक्षा दे चुके छात्रों की लम्बेसमय से चल रही मांग भी सरकार ने पूरी कर दी है। टीईटी 2011 की परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके छात्रों को अब शिक्षक के रूप में चयन किया जा सकेगा। इस निर्णय के अनुसार टीईटी परीक्षा निरस्त नही होगी। सरकार की तरफ से बताया गया कि अध्यापक पात्रतापरीक्षा की परिकल्पना के पीछे भारत सरकार की मंशा एक अर्हकारी परीक्षा के रूप में की गयी है। इसलिए अध्यापक पात्रता परीक्षा-2011 को (शेष पेज 13 पर)
Page 13 अर्हकारी बनाया जाना विधि की मूल मंशा के अनुरूप है। इस निर्णय के फलस्वरूप राज्य सरकार को तत्काल अध्यापक पात्रता परीक्षा आयोजित नहीं करनी होगी। साथ ही अध्यापक पात्रता परीक्षा-2011 के अर्ह अभ्यर्थियों को शिक्षक के रूप में चयनित किया जाना संभव होगा। जो अभ्यर्थी उच्च प्राथमिक स्तर के ही अध्यापक पात्रता परीक्षा 2011 उत्तीर्ण हैं वे बेसिक शिक्षा परिषद के अध्यापक के पदों के लिए पात्र नहीं होंगे वरन् वे शासकीय सहायता प्राप्त और अन्य निजी विद्यालयों में रिक्त पदों के लिए ही पात्र होंगे। यह भी उल्लेखनीय है कि मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित समिति नेअध्यापक पात्रता परीक्षा-2011 को अर्हकारी परीक्षा बनाये जाने की संस्तुति की थी। मंत्रिपरिषद द्वारासमिति की संस्तुति को स्वीकार कर लेने के बाद अध्यापकों के चयन का आधार पूर्व की भांति अभ्यर्थी की शैक्षिक योग्यता तथा विभिन्न स्तरोंपर पाये गये अंकों को बनाया जाएगा। इससे अध्यापक पात्रता परीक्षा- 2011 की अनियमितता का प्रभाव चयन प्रक्रिया पर न्यून होगा। मंत्रिपरिषद के निर्णय के बाद वर्तमान बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली को पुन: संशोधित कर पूर्व व्यवस्था को बहाल किया जाएगा। वर्तमान में नियुक्ति हेतु जारी विज्ञप्ति को निरस्त कर संशोधित नियमावली के आधार पर पुन: जनपद स्तर से विज्ञप्ति जारी करके नियुक्ति प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा।
ReplyDeletegd mrng
ReplyDeleteAMAR UJALA - TET HUA AHARTAKARI PARIKSHA BHARTI ACD MERIT SE. DAINIK JAGRAN - TET HUA PATRTA PARIKSHA BHARTI ACD MERIT SE. EN DONO KO ABHI AHARTA AUR PATRTA KA MATLAB HI NHI PTA HAI
ReplyDeleteAMAR UJALA - TET HUA AHARTAKARI PARIKSHA BHARTI ACD MERIT SE. DAINIK JAGRAN - TET HUA PATRTA PARIKSHA BHARTI ACD MERIT SE. EN DONO KO ABHI AHARTA AUR PATRTA KA MATLAB HI NHI PTA HAI
ReplyDeletechalo kuch to hua....lekin ye baat bilkul sach hai ki sapa sarkaar ise 2015 tak taalne ke mood me hai...ye ek baar phir se berozgaaro ke saath ek bahut bada dhokha hai...
ReplyDeletetulsi ji,
ReplyDeletePehlai aap apna swarth chodo and do
I am suggesting one thing for all tet supporter file file a case against the appointment of shiksha mitar bcz they din't through the tet so how they are elible for the assistant teacher.
ReplyDeleteif you will win then all of u will get this job
main ye nahi bol raha ki tet se merit se na ho. mai keval bol raha hoon ki bharti ho
ReplyDeleteUPTET ji pahela kaam to aap apne real name se aao jo aapke maa baap ni bade hi garv se diya hai
ReplyDeleteab to faisla 6 aug ko ayega
ReplyDeletegov kuch bhi kar le lekin bharti tet merit se hi hogi,
ReplyDeletekya academic merit mai b.ed ke marks bhi nahi judege
ReplyDeleteBharti to TET merit se hi hogi ...bhale waqt zyada lag jay!!!
ReplyDeletemai anand pandey siddharth nagar(Bansi) se
ReplyDeleteHI,
ReplyDeleteIT'S BEST DECISION OF GOVT FOR UP TET WE RESPECT THEIR DECISION.
BUT IN THE SHIKSHA MITRA MATTER GOVT SHOULD NOT INCLUDE WITHOUT TET QUALIFIED.
THANKS
R.S.YADAV
hum in NAQALCHI BANDRON (S.M.) ko bharti nahihone dengen,chahe kuchh bhi ho yaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaron...................
ReplyDeleteTET MITRON,
ReplyDeleteHAMARE PAS AB GINE CHUNEY RASTEY BACHEY HAIN TET MERIT KO BACHANE KE LIYE UNMEN SE EK JUSTICE ARUN TANDON KO MUSKAAN KE BLOG PAR DIYE 8 PAGE KE LETTER KO URGENTLY AUR JYADA SE JYADA BALKI SAMBHAW HO TO EK HI PERSON KAI LOGON KE TARAF SE BHEJEN KYUNKI ISI NE PICHALI BAAR TANDON JI KO PENETRATE KIYA THA AUR SOCHNE PAR MAJBUR KAR DIYA THA. YADI PRINT LENE MEN PARESHANI HO TO APNI MAIL ID HAMEN SEND KAREN- s.sunilsunita@gmail.com par ya phir 9838663874 par apni mail id message kar den.
Yeh SP GOV. Ki Ghatia Mansikta Darsati hai.Un LOGO ka kya jo UP board mein ache marks secure nahi kar sake aur TET me ache marks laye hai.
ReplyDeleteKya ACD MEin CBSE aur UP board ko alag alag treat kiya jayega.
chat box show nhi ho rha
ReplyDeleteAgar hum ye bharti hone me. Fir pench asate hi. To ye yaad rakhe ki sc jane ke baad. 5 saal baad to faisla aayega aurr sc ordder dega
ReplyDeleteKi. Yadi merit accd. Se isliye ban rahe hi kyuki dhadli hue to tet ko canncil kiya jae
Tab sab tet aur accd wale band bajayege
.
Are jaise. Bhe ho. Ek baar bhrti hone do. 80000. Bhe hi aage sabhe ka hona. Tay hi
.
Isliye shant raahe aur case. Karne se phle 100 times soche
intekhab bhai; ab kya hoga tet me 122 no. hai oracd me 222 kuch socha jaye
ReplyDeleteApka bhai acd se hi ho jayega.kyonki isme keval tet pass hi apply kar sakte hain aur koi nahi. So dont worry n b positive
Deleteravikant said
ReplyDeletedosto aap sabhi ko gov kay disition ka obey karna chayiyay. agar aap ko tet ka weatage chayay .tho gov say req karona ki aandolan karo .or yay sirf kuch hi selfish log hai jo tet merit hi cihlitay hai.mein bus ek baat kahta hu ki selfish mat banno kuch tho honay do acc oh yaa tet phir bhi ho tho raha hai tet kay dewra hi.
JO HOGA WO SIRF 6 AUGEST KI HIGH COURT DATE KE FAISLE KE BAAD HOGA,,, VARNA YE METTER BHUT LAMBA CHALEGA,,,,,, Lalit,,,,,
ReplyDeletefriends what are the next course of action?
ReplyDeleteDear tet frnds ek taraf to aap log kehte ho ki tetians ko job milni chahiye aur dusri taraf aaj bhi aap log tet aur acd ko lekar apas m fight kar rahe hain.apki fight ka benifit bandron yani shikshamitron ko mil jayega . Kya yahi aap log chahte hain ki wo anadi aap se aage nikal jayen aur aap peeche hi reh jao. Ab keval jaldi se jaldi bharti ki mang karo warna kahi aisa na ho ki hame pachhtana pade zindgi bhar ki kaash try to kya hota
ReplyDeleteKya isme b.ed ke marks judenge
ReplyDeleteevery thing have been finished
ReplyDeleteaap log lad rahe ho aapko pata h ki kul tet pass condidate kitne hain jo teachar k liy apply kar sakte hain wo hain 125000 baki pass huy condidate me bped,b.a.,b.ed.fail,or 50000 condidate aise hain jo b.ed.me admission hi ni liy h or ah sab tet pass candidate me count ho rahe hain
ReplyDeleteteachers ki bharti TET & acd dono ki merit se honi chahiye. vaise mujhe lagta hai ki sp govt. bharti ko latkana chah rahi hai, ye 2014 tak hi ho payegi. agar abhi bharti tet ke aadhar pe hoti hai to uska shrey bsp ko jata aur acd merit ka decision liya jo ki tetwalo ko pasand nahi ayega, vo fir se govt ko court me ghaseetege, last mei bharti hogi to tet ke aadhar par hi but isme time lagega. ho sakta hai next govt mei ho.
ReplyDeletericha chauhan
Govt. ne TET exam ki janch karayee to pata chala isme dhadhali huyi hai, aise wo highschool, inter graduation b.ed. sabhi exams ki janch kyu nhi kara leti, kya govt blind hai jo ye nahi janti ki sabse jyada dhandhali inhi exams mei hoti hai, fir inke marks ki merit pe teachers ki bharti kyu kara rahe hai?
ReplyDeletetet is the best
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