UPTET : टीईटी छात्रों को छल रही प्रदेश सरकार
खमरिया (भदोही): टीईटी योग्यताधारी छात्रों की बैठक मनऊबीर खमरिया में मंगलवार को हुई। इसमें प्रदेश सरकार पर टीईटी छात्रों के साथ छलावा करने का आरोप लगाया गया।
वक्ताओं ने राज्य सरकार से चार प्रमुख बिन्दुओं पर विचार कर निर्णय लेने की मांग उठाते हुए कहा कि टीईटी की नियुक्ति उसी विज्ञापन पर मेरिट के आधार पर की जाय। साथ ही कोर्ट के आदेशों को संज्ञान में लेकर तत्काल कार्रवाई करने व प्रदेश व्यापी प्रदर्शन के 12 छात्रों को बिना शर्त रिहा करने की मांग की। कहा कि अंतरजनपदीय स्थानांतरण आदेश के बाद जिले में तैनात करीब चार सौ शिक्षिकाओं ने गृह जनपद के विद्यालयों की राह पकड़ ली है। इस समय जिले में 663 प्रा.वि व 346 पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में पहले से ही एक हजार शिक्षकों की कमी रही है जो और बढ़ गई है। बैठक में सुलभ कुमार मौर्य अमित कुमार मौर्य, हेमंत, अखिलेश, विनोद यादव, कैलाशनाथ, ओमप्रकाश मौर्य, विजय कुमार यादव, नीतू मौर्य, श्वेता, सरिता, अनिता व ज्ञानप्रकाश मौर्य व अन्य थे।
News Source :
http://www.jagran.com/uttar-pradesh/bhadohi-9479958.html / Jagran (17.7.12)
****************************8
UPTET : शैक्षिक प्रमाण पत्रों की मेरिट को न माना जाए आधार
•प्रमुख सचिव के सुझाव से टीईटी उत्तीर्णों में रोष
मैनपुरी। प्रमुख सचिव जावेद उस्मानी के शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को शैक्षिक प्रमाण पत्रों की मेरिट के आधार पर कराने के सुझाव को लेकर टीईटी उत्तीर्णों में असंतोष व्याप्त है। उनका कहना है कि टीईटी परीक्षा की मेरिट को आधार बनाकर शिक्षकों की भर्ती की जाए। शैक्षिक प्रमाण पत्रों की मेरिट से कई योग्य युवाओं का शिक्षक बनने का सपना पूरा नहीं होगा।
टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी भोले भदौरिया का कहना है कि मुख्य सचिव का सुझाव मेहनत से टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण करने वालों के हित में नहीं है। मुख्यमंत्री को टीईटी परीक्षा की मेरिट को आधार मानकर शिक्षकों की भर्ती करनी चाहिए। जया मिश्रा का कहना है कि यदि सरकार को पुरानी भर्ती प्रक्रिया ही रखनी थी तो टीईटी परीक्षा ही क्यों कराई गई।
नीलेश त्रिपाठी का कहना है कि युवा मुख्यमंत्री को टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की भावना को समझते हुए शैक्षिक भर्ती प्रक्रिया में टीईटी की मेरिट बनानी चाहिए। अजय मिश्रा का कहना है कि यदि सरकार पिछली सरकार के निर्णय के विरुद्ध ही कार्य करना चाहती है तो सरकार को राजस्थान सरकार की तरह से टीईटी अभ्यर्थियों का एक और योग्यता टेस्ट कराना चाहिए, जिससे योग्य शिक्षक ही शिक्षा के क्षेत्र में आ सकें। शिवओम सिंह चौहान का कहना है कि टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी पूर्व और वर्तमान सरकार के निर्णय के बीच में फंसे हैं। टीईटी उत्तीर्णों की परेशानियों को समझते हुए सरकार को मेरिट के आधार पर चयन करना चाहिए।
******************
टीईटी अभ्यर्थियों ने दिया धरना
बीसलपुर। नगर के टीईटी अभ्यर्थियों ने 12 जुलाई को लखनऊ में अपने साथियों पर किए गए बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज के विरोध में सोमवार को अंबेडकर पार्क में धरना दिया। धरने पर सुधांशु मिश्रा, अफसर मियां, दिलीप कुमार, कामता प्रसाद, हरपाल सिंह, रण विजय, नरायन लाल, कामता प्रसाद, दिलीप कुमार, संतोष कुमार मौर्य, जयपाल गंगवार, वीरेंद्र कुमार, रवि सक्सेना, रवि गंगवार, राजेंद्र कुमार और हरिओम गंगवार आदि अभ्यर्थी बैठे।
धरना स्थल पर हुई बैठक में तय किया गया कि प्रदेश कोर कमेटी के आवाहन पर जिले भर के टीईटी अभ्यर्थी 17 जुलाई को नेहरू पार्क पीलीभीत में एक दिवसीय अनशन करेंगे। अपरान्ह चार बजे धरना खत्म कर दिया गया।
**********************
टीईटी मोर्चा दो फाड़!
•एक कर रहा सपा की भर्त्सना, दूसरा सराहना
•एक दिन मेंेे हो रही दोनों की अलग-अलग बैठकें
हरदोई। उनकी सबकी मांगे एक ही थी और सपना था शिक्षक बनने का। इसी सपने को लेकर कदम से कदम मिलाकर एक साथ चलते व आवाज बुलंद करते नजर आ रहे थे, पर उनकी आवाज अभी ठीक तरह से सुनकर सरकार फैसला भी न ले पाई थी कि यही अभ्यर्थी दो हिस्सों में बंट गए।
एक ही दिन अलग-अलग हो रही बैठकों में एक सरकार की भर्त्सना कर रहा, तो दूसरा सराहना। लोगों में इस बात को लेकर चर्चा रही कि यदि यही हाल रहा तो टीईटी का भविष्य क्या होगा। टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की एक बैठक स्थानीय शहीद उद्यान में संपन्न हुई, जिसमें बेसिक शिक्षकों की नियुक्ति शैक्षिक मेरिट के आधार पर करने की बात कही गई। बैठक में सर्वसम्मति से शोभित सिंह तोमर को जिलाध्यक्ष बनाया गया। बैठक को संबोधित करते हुए तोमर ने कहा कि सरकार शीघ्र ही शैक्षिक मेरिट के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति करें।
जिससे टीईटी अभ्यर्थियों के साथ न्याय हो सके।
विनय सिंह ने कहा कि टीईटी को पात्रता परीक्षा मानकर सरकार शीघ्र शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को प्रारंभ करें। टीईटी उत्तीर्ण मानसिक पीड़ा से गुजर रहे हैं। अंत में सभी ने एक स्वर में सीएम अखिलेश यादव की सराहना की। इस मौके पर मनीष मिश्र, सुधीर अवस्थी, निर्मल वैश्य, बाल मुकुंद सिंह, दुर्गेश सिंह, आनंद विशारद आदि मौजूद थे। उधर, इसी क्रम में टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष अवनीश यादव ने कहा कि सत्ता के नशे में चूर प्रदेश सरकार ने जिस तरह साजिश करके टीईटी मेरिट से अपनी नियुक्ति की मांग कर रहे होनहार युवा शिक्षकों पर लाठीचार्ज किया है वह घोर निंदनीय है।
टीईटी उत्तीर्ण सरकार से यह मांग करते हैं कि जल्द ही निर्दोष साथियों पर लगाई गई झूठी धाराए वापस लेते हुए उनको छोड़ा जाए और शिक्षक भर्ती को शुरू करें।
अन्यथा सभी सामूहिक आत्मदाह को मजबूर होंगे। 17 जुलाई को सभी 10 बजे कंपनी बाग में बैठक करने के बाद सीएम को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौपेंगे। इस मौके पर आशुतोष शुक्ल, सतीश सिंह, अनुज कुमार, विद्याराम, सुमित कुमार, राजीव पांडे आदि मौजूद थे।
*********************
17 को प्रदर्शन करेंगे
लाठीचार्ज को लेकर भड़के टीईटी अभ्यर्थी
मुजफ्फरनगर/शामली। मुजफ्फरनगर और शामली जिला मुख्यालय पर टीईटी अभ्यर्थी लखनऊ में हुए लाठीचार्ज के विरोध में 17 जुलाई (कल) टाउन हॉल में धरना प्रदर्शन करेंगे।
टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा की बैठक में लखनऊ में टीईटी अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज की निंदा की गई। रविवार को कार्यालय पर हुई बैठक में जिलाध्यक्ष बलकेश चौधरी ने कहा कि प्रदेश सरकार टीईटी उत्तीर्ण छात्रों को शिक्षक बनने का मौका नहीं दे रही है। उन्होंने लखनऊ में गिरफ्तार किए गए टीईटी अभ्यर्थियों को तुरंत रिहा किए जाने की मांग की। अरविंद गिरि, अलंकार शर्मा, नवीन, महेंद्र सैनी, नईमुद्दीन, सुनील पंवार, भारत, अंकुर शर्मा, नदीम, सुषमा और रजनी मौजूद रहे।
शामली में भी श्री मंदिर हनुमान धाम पर टीईटी संघर्ष मोर्चा की बैठक में 17 जुलाई को प्रबुद्धनगर जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया। रवि शर्मा, आफताब, प्रदीप, जावेद जंग, प्रवीण, सुमित, दीपक, प्रवेश, सुुधीर, अनिल मौजूद रहे
************************
टीईटी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज निंदा
सहारनपुर। टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर रविवार को गांधी पार्क में बैठक कर अभ्यर्थियों ने लखनऊ में लाठीचार्ज किए जाने की निंदा की। साथ ही प्रदेश सरकार से इस प्रकरण में जिन अभ्यर्थियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए हैं, उन्हें बिना शर्त वापस लिए जाने और जेल भेजे जाने वालों को रिहा करने की मांग की।
मोर्चा अध्यक्ष संजय कुमार और संरक्षक प्रदीप धीमान ने कहा कि लखनऊ में अभ्यर्थियों के विरोध और जाम के कारण जनता को परेशानी तो हुई, लेकिन अपना दुख जाहिर करने के लिए उनके पास कोई अन्य विकल्प नहीं था। अभ्यर्थियों ने इससे पहले एक या दो बार नहीं बल्कि छह बार शांतिपूर्वक मांगें रखने के प्रयास किए, मगर उन्हें आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला।
इस बार अभ्यर्थी आश्वासन की बजाय सरकार से टीईटी मेरिट आधार पर ही शिक्षकों की नियुक्तियां करने की मांग कर रहे थे। सरकार को उनकी मांगों को जल्द पूरा कर लाठीचार्ज के शिकार हुए अभ्यर्थियों को राहत देनी चाहिए। अनिल कुमार, हरिपाल सिंह, रूपचंद, प्रवेश कुमार, मांगेराम, आवेश कुमार मौजूद रहे
न्यूज़ साभार : Amar Ujala (16/17.7.12)
***********************
मुझे ये समझ नहीं आता कि -
चयन का आधार बदलने से धांधली कैसे ख़त्म हो जायेगी | अगर चयन का आधार बदल जाता है तब तो मामला और पेचीदा हो जाएगा , कई टी ई टी अभ्यर्थी सुप्रीम कोर्ट तक जाने की बात कह रहे हैं , ऐसे में तो पूरी चयन प्रक्रिया बाधित हो जायगी | इस बारे में कोई तार्किक रूप से बताये और ऐसे सुझाव ब्लॉग पर इस लेख के साथ पब्लिश कर दिए जायेंगे
हालाँकि अगर चयन का आधार आगामी भर्ती के लिए बदला जा रहा है , मसलन - आगामी ८० हज़ार प्राथमिक शिक्षको के पदों के लिए , जो कि इस सत्र से बेसिक शिक्षा विभाग में उपलब्ध हो गयी हैं या ३५ हज़ार उच्च प्राथमिक शिक्षको के पदों के लिए ( पदों की संख्या कम ज्यादा भी हो सकती है , परन्तु हाल में उत्तर प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार से २.८६ लाख शिक्षको के लिए भर्ती समय सीमा २०१५ तक की मांग की थी )
आर टी ई के तहत ही पद २०१२ तक हैं , साथ ही काफी सारे शिक्षक सेवा निवृत भी हो रहे हैं |
तब तो शायद कोई समस्या न आये |
मेरा व्यक्तिगत रूप से सोचना है कि -
अब यू पी टी ई टी के सामने २ ही रस्ते हैं - 1. टी ई टी परीक्षा निरस्त हो या फिर २. अगर टी ई टी निरस्त नहीं होती तब चयन का आधार टी ई टी मृत ही हो सकता है क्योंकि हाई कोर्ट पहले ही कह चुका है कि गेम के रूल , गेम शुरू होने से पहले बनाये जाते हैं उसके बाद नहीं| हालाँकि परीक्षा निरस्त होना भी बेहद मुश्किल है क्योंकि अभ्यर्थीयों के पास अपनी बेगुनाही का सबूत - ओ एम् आर की कॉपी भी है और
सारे टी ई टी पास अभ्यर्थी बेईमान नहीं हो सकते | अभी तक एक भी बेईमान अभ्यर्थी का नाम सामने नहीं आया , कुछ ठगी के मामले सुने गए हैं परन्तु आरोप सिद्द हो पाए कि नहीं , अभी तक कुछ इस बारे में खबर नहीं आयी |
अब आये दिन ब्लॉग पर तर्क आते हैं कि - चयन का आधार -
अकादमिक वालों की बात सुने तो -
हाई स्कूल + इंटर + ग्रेजुएसन + बी एड
ग्रेजुएसन + बी एड + टी ई टी ( क्योंकि यू पी बोर्ड vale सी बी एस ई बोर्ड वालों से tulnatmak रूप से कम ank paate हैं )
बी एड + टी ई टी
हर अभ्यर्थी की मांग उसके मुताबिक है
हालाँकि यू पी बोर्ड वालों की स्थिति को तो केंद्र सरकार ने भी ध्यान में रखते हुए आई आई टी प्रवेश में - 65% यू पी बोर्ड कट ऑफ = 78% सी बी एस ई बोर्ड कट ऑफ
(इससे पहले भी स्कोलरशिप आदि देने में यू पी बोर्ड के कम अंको को , सी बी एस ई / आई सी एस ई बोर्ड का अधिक अंको की बराबरी दी गयी , अर्थात स्केलिंग पद्दति से चुनाव किया गया )
और अगर इस ब्लॉग पर पोलिंग को देखा जाये तो पता चलता है कि - साडे चार हज़ार लोगो ने टी ई टी मेरिट से चयन का समर्थन किया है और लगभग 1000 लोगो ने अकेडमिक मेरिट से चयन का समर्थन किया है |
बहुत से अकादमिक मेरिट चाहने वाले अभ्यर्थी भी समझ रहे हैं कि अगर चयन का आधार बदला तो मामला बेहद पेचीदा हो जाएगा और भर्ती कई सालों तक लटक सकती है अगर विवाद सुप्रीम कोर्ट चला जाये तो
अब अगर आगे दोबारा टी ई टी परीक्षा होती है और सी टी ई टी / बी ई टी ई टी की तरह उत्तीर्ण प्रतिशत ४-५ प्रतिशत आता है या अगर कई अभ्यर्थी ओवर एज हो जाते हैं तो भी बहुत सारे अभ्यर्थीयों को नोकरी से वंचित होना पड़ सकता है |
एक हल ये भी हो सकता है कि - या फिर इस भर्ती यू पी टी ई टी २०११ परीक्षा से टी ई टी मेरिट आधार पर हो और उसके बाद दोबारा स्क्रीनिंग परीक्षा करा कर अयोग्य अभ्र्थीयों को बहार किया जाये
ये भी तो हो सकता है कि - ७२८२५ की भर्ती अदालत के आदेश तक सुरक्षित रख ली जाए और नए नियम आगामी / अतिरिक्त ८० हज़ार प्राथमिक व लगभग ३५ हज़ार उच्च प्राथमिक शिक्षको के लिए हो |
इसलिए कुछ भी बिना सरकारी आदेश / नए नियमों देखे बिना गलत होगा
टी ई टी परीक्षा विशेषकर कक्षा १ से ५ तक के शिक्षकों के लिए एक योग्यता परिक्षण था और कोई विशेष विषय के विशेषज्ञ के लिए नहीं |
मान लीजिये कोई इतिहास का प्रकांड पंडित है , परन्तु वह कक्षा १ से ५ तक के छात्रों की समस्या हल नहीं कर सकता , तब क्या ऐसे शिक्षकों का चुनाव करना ठीक होगा |
और यही कारण होगा कि - एन सी टी ई ने टी ई टी अंकों को चयन में महत्व देने की बात कही है |
आप लोगो ने रामानुजम और आइन्स्टीन के बचपन के बारे में नहीं पड़ा होगा या ३ इडीयट मूवी नहीं देखी होगी |
यह शेक्षणिक मनोविज्ञान के महत्व को बताता है | और टी ई टी जैसी परीक्षाएं अछे शिक्षकों के चुनाव के लिए बेहद जरूरी है
आप लोगो के सुझाव आमंत्रित है , पर वे तर्क आधारित होने चाहिए
paper me nikalwati hai ki tet wale bat gaye hai aur net me bhi apne kuch aadmi gov. ne rakhe hai jisse tet wale aapas me ladte rahe aur bharti talti rahe
ReplyDeleteYe NEWS AMAR UJALA PAPER kee hai, aur aap logo kee sameeksha ke liye daalee hai
ReplyDelete,
Jaroorat hogee to link bhee de dungee.
Mein koee news paper nahin publish kartee, jo saamne hota hai. Use hee publish kartee hoon
muskan madam kya aap itna bata sakti hain ki tet aur academic se catogory wise marit kahan tak aa jayegi. plz reply
ReplyDeleteMerit TET se hee banne chahiye kyonki aur koee sahee vikalp nahin hai
ReplyDeleteAap aisa kyo kah rahe hai.mai issamay delhi me contract pe hu pgt physics .mere ter me 108.c.bse se sab kuch kiya hai .pratagarh ka hu.aapko kya lagta hai cbse walo ko free me marks milte hai.mehnat karte hai tab aate hai .upboard me kya hota hai jagjahier hai.ha aapko koi suggestion dena hai to mujhe call kar sakti hai 09711171043.ye to hai ki tet me dhandli hui hai jis centre pe mai tha waha bachee omr sheet leke bahar ghum rahe the.iska solution sahi to ye hai ki acd + tet dono ho gnt
Delete@Akshya ,
ReplyDeleteSee this - http://epaper.amarujala.com/svww_zoomart.php?Artname=20120716a_005147006&ileft=129&itop=357&zoomRatio=130&AN=20120716a_005147006
(I don't know it is fake or real news)
*******
However I felt TET Merit is best for selection.
T. E. T. MERIT IS GOOD FOR SELECTION. AGAR ACCD. MERIT SEY I.A.S. P.C.S. KA SELECTION HONEY LAGEY TO KAI GALT HOGA. 99% wALE CHIEF SECRETRY BANA DIYA JAYA.
DeleteBharti jai teel lene .bharti ho ya na ho lekin sirf tet base pe bharti wo na to hoga na hi hone diya jayega ye ek thakur ka bachan hai
Delete.acd+tet dono ho tabhi mai support karonga .nai to dobara paper ho isbar hoga to jo pichli bar hindi na attempt kiya tha record tut jayega
I m with u Mr . Shashank, TET +academic hoga vacancy Nahi to Nahi hoga , chai SC Tak he Kyo ne Jane pade , hum CBSE wale Itne mahanet kr ke padhi ke hai Aur Yaha par TET me marks paise de kr 130 no. Le aye hai ya to dum se he galat hai,
DeleteTet se mukti pane k liye ek hi rasta h! Tet merit se hi bharti kar di jay! Aur vahi legal bhi h.
ReplyDeletemuskan ji tet aur academic merit ke bare me aapka kuch to andaja hoga, plz reply
ReplyDeleteBilkul 100% theek to yahi hoga k H. Court k anusar agar procedure start ho chuka hai too.. change nahin hona chahiye. Agar change hota hai too.. Case S.C. Me bhi ja sakta hai, jahan varson lag sakte hain. Aur phir kuchh nain ho sakta.
ReplyDeleteAb lagta hai hamen sab kuchh H.C pr chhod dena chahiye, wo sahi faisala karenge,TETians ka bhala hoga.
Bagwan sabhi TETians ko Aatm bal de.
Ye vacancy delay ho sakta h lekin jab bhi hoga.tet merit se hi hoga!
ReplyDeleteDear
ReplyDeleteblog editor
i need not to say anything for u expressed my heart ,nothing left to say........yes ...this is the future of all we tetions. See, this is the future of this state.we worked hard to get the job, swallowed bitter drops of this Nautanki,spent money,time and now just living in depression,think ,is it sin to get satisfactory marks in tet exam.....r we guilty?
Blog editor ji
ReplyDelete16 year=90 min
sab aap baraber kar de rahe hai.
blog pe aap kewal ek side ko le kar mat chale aap ka view niswarth hond chahiye.
aap abhayrthiyo ko UKASA rahe hai.
Aap ka kewal one view hona chahiye ki bharti parkirya ko start karaya jaye
ReplyDeleteAdhaar heen baton ka koee arth nahin
Jab tak logically koee baat correct nahin ho , usko support nahin mil saktaa
ReplyDeleteMene FB par dekha ki - Aapke TET saathee abhee bhee Police Hirasat main hain
DOSTO YE DO FAAD WALI BAAT TO BILKUL GALAT HAI SUROO SE HI TET ACDWALE ALAG-ALAG THE TO DO FAD KAHAN SE HO GAYE FIR BHI TET MERIT CHAHNE WALE 75% AUR ACD 25% HAIN.
ReplyDeleteshayad aap abhi tak samjh nahi paye , blog ke upper paddo ,tet matlab tet walo ke liye , google main search tet karo ge tab ye aaiga na ki acd search karne per , ek padde likhe admi ko koi bhi cheech use kerne se pehle terms and condition dekh leni chahia , lakta aap galt jaga per ghum rahe hain,or na hi ye koi adalt ja judge hain ki dono ko baraber tole
ReplyDeletelekin news mili thi ki ve sab riha ho gaye? Kya ye thodi khabar thi?
ReplyDeleteBharti tet se hi hogi
ReplyDeletebharti to tet per hi hogi aaj ya fir
ReplyDeleteEditor ji
ReplyDeleteagar jawab nahi dena hai to mat dijiye lekin yah kahar aap es baat ko nahi taal sakte ki ye baate adhar hin hai.
agar acd ka base [16 year ] nahi hota to aaj TET ka koi matlab nahi hota .
ABHARTIYO KO UKASAIYE MAT.
THANK'S
Unchee posts par bahut saaree bhrtee sirf 30 min. ke interview se bhee ho jatee hai.
Baat ye nahin hai - Mera kehna hai kee Acad. se Merir ko aadhaar kaise milegaa.
Bina adhaar ke to Acad. Merit possible hee nahin hai
ReplyDeleteBahut saare Director/ manager kee post seedhe interview se bhar lee jatee hai. Aap kya kahenge.
---
Tamilnadu mein emplyment exchange kee seniority ke base par bhrtee ho jatee hai.
Abhee mujhe ek mehtvpoorn baat aur jodnee baki reh gayee hai, jo aapko sab claera kar degaa. ki Acad. se kyon nahin.
Bharti tet merit se hi hone par bharti prakriya me kisi prakar ki badha nahi aayegi jo ki vigyapan v court k anusar legal hai,yadi aisa nahi hua to bhari n to ye hogi aur n hi 80000 bharti ho paigi karan saph hai ki merit se bharti chahne vale s.c. Jaroor jaige jiska faisala bhi tet merit hoga lekin tab tak u.p.sarkar badal chuki hogi.isliye mera u.p.sarkar se vinamra nivedan hai ki tet merit se bharti jald s jald karvakar 80 hazar bharti karane ka rasta saph ho aur apne pita ko 2014 me P.M. banane ka sapana bhi jald pura kare.jai tet jai bharat......ok good night
ReplyDeletemuskan madam kya aap itna bata sakti hain ki tet aur academic se catogory wise marit kahan tak aa jayegi. plz reply
ReplyDeleteVery good muskan g.
ReplyDeleteEditor ji
ReplyDeleteteacher ki naukari ki tulna aap HIGH LEVEL KE POST SE MAT KARE.
YAH SABAD AAP BAR BAR KAH KA KISI KO USKE MARG SE BICHLIT NAHI KAR PAYEGE.
THANK'S
Do phad hona galat hai.process tet merit se he start hona chahiye.
ReplyDelete
ReplyDeleteटी ई टी परीक्षा विशेषकर कक्षा १ से ५ तक के शिक्षकों के लिए एक योग्यता परिक्षण था और कोई विशेष विषय के विशेषज्ञ के लिए नहीं |
मान लीजिये कोई इतिहास का प्रकांड पंडित है , परन्तु वह कक्षा १ से ५ तक के छात्रों की समस्या हल नहीं कर सकता , तब क्या ऐसे शिक्षकों का चुनाव करना ठीक होगा |
और यही कारण होगा कि - एन सी टी ई ने टी ई टी अंकों को चयन में महत्व देने की बात कही है |
आप लोगो ने रामानुजम और आइन्स्टीन के बचपन के बारे में नहीं पड़ा होगा या ३ इडीयट मूवी नहीं देखी होगी |
यह शेक्षणिक मनोविज्ञान के महत्व को बताता है | और टी ई टी जैसी परीक्षाएं अच्छे शिक्षकों के चुनाव के लिए बेहद जरूरी है
TET SE CHAYAN POORI TARAH SE NISPAKCHH AUR EKROOPTA POORN HAI
ReplyDeleteACD MERIT SE CHAYAN KO COURT ME CHUNAUTI DI JA SAKTI HAI BECAUSE IIT ME BHI C.B.S.E.AUR U.P. BOARD K % ME EKROOPTA BANAI JA RAHI HAI
ReplyDeleteEditor ji
ReplyDeleteaap likte rahiye aur log read karte rahenge.
lekin aap ko na bharti karni hai kewal aap ka blog chalta rahe yahi aap ki will hai. SO CARRY ON DEAR SIR KEEP IT UP
THANK"S & GOODNIGHT
SHSANK JI DHANDHLI HUI HAI TO TET CANCEL KARWA DIJIYE ACD KYON KARWA RAHE HO ACD SE DHNDHLI KAHAN CHALI JAYEGI SABKO CHUTIYA SAMAJH RAHE HO KYA
ReplyDeleteDekhye tiwari ji mai tet virodhi nai hu par lagta hai aap meri bat ni samajh pa rahe ho.tet ke base pe mujhe sitapur ya lakhimpur jo ki maibe bgara hai wo to mil jayega par acd + tet me ke problem hai agar cbse walo se itni problem hai to grd+ b.ed+tet ye bhi to sahi hai.waise mai pratapgarh chahta hu as scince candidate gnt
DeleteRahi bat tet cancel ki to wo to jo hona hoga court se pata chal jayega .aapne mera comment dhang se ni padha dono .mai kya chahta hu.rahi bat chutiya sabko samajhne ki sabko ye to aap kah rahe hai .mai to sabhi teacher banane walo ki ijjat karta hu rajput hu is tarah kisi ko kuch samajhna mujhe sobha ni deta gnt .
Deletemuskan ji ap to kafi samjhdar ho to yha blog editor kyo ho tumhe to prmukh sachiv hona chiyee tha.
ReplyDeleteMein Acad. Merit kee virodhee nahin hoon, Par 72825 posts mein process decide ho chukee thee.
ReplyDeleteAur koee bhee change is process ko mushkil mein daal sakta hai.
Acad. ka weightage bhee liya ja sakta hai.
Mujhe to bahut jyada fayda hoga kee acad. se merit bane.
Ya Acad. + TET.
mere marks dono mein achhe hain
Chalo aapki bato se tasali hui.merit kaise bhi bane par bane .par aapko lagta hai kuch result aayega bhagwan se dua karroonga ki aap sab ki bat sun li jaye .tab tak yahi suggestion doonga ki contraxt pe padhao .delhi me dsssb ki guest teaxher vacancy nikli hai .aur ssa ke base par bhi niklane wali hai .fix salary .aur koi problem ni govt kr scl ne yah bhi hindi me hi medium hai to aply karo.ye information just for humanity.uptet me time paass mat karo uska kuch ni hone wala.gnr swdrm
Deletedear blog editoe ji
ReplyDeleteaapke kitne kitne marks hain. main sc ki merit academic aur tet se kahan tak aa jayegi. plz reply
tet_80, acd-210
Deletetet jindabad
ReplyDeleteEditor ji
ReplyDeleteyaad kariye 2004 BTC form exam base par liye gaye.
game suru huaa.aap ke anusar fainl touch me rules nahi badale jate hai .
lekin huaa kaya acd bana.tab aap us samay kaha the. Aap ko satay ka saath dena tha to aap ne nahi diya .kayo ? ball apke pach me nahi hai ye sarkar ke pach me hai aap kuch nahi kar sakte hai jo karna hai sarkar ko karna hai. thanks
लड़त रहऽ लोगन कुकीरन के जइसन ।केहू क नाही होई ।ए अखिरलेशवा इ भरती रद्द कइदे ।काहे से जब इ अपसे मेँ एतना लड़त बाटे त लइकन के का पढइहै ।
ReplyDeleteAbe chamar hai kya itne marks tetme hone se kya hoga .ye cota ne to aur dimag kharab kar diya hai ab ye bhi teacher banega.tet jindabad kyo bol raha hai paise waise liya hia kya be .chal koi ni teri life hai bol le
ReplyDeleteJab ye blog tet merit supportaro ka h to acd walo ko ben kyu nahi kiya jata wo apna alag se blog bana le sale yaha bhi hum logo ki mehrbani se bhonkte h.
ReplyDeleteAbe 80 tet me usme tu fail .acd me 210 waha bhi tu gurgobar tu maje lene aaya hai kya pagal.ias ki prepaation kar agli sarkar mayawati ki hai ban jayega kuch na kuch .nahi to prstapgarh aaja kunda raja bhaiya tujhe kuch job de denge bakloli kahi ke.saale itni laat maarb ki jo maja tu late aaha bhul jaabya
ReplyDeletejob mil jaye bs
ReplyDeleteBhai job mil jayegi tension mat lo bas ye bharti start ho chahe jaise tet base hi ho par ho .
ReplyDeleteare SHASHANK bhai, ravi k 80 marks nahi 80% yani ki 120 marks h TET mein
ReplyDeleteAre yar usne likha hi aisa tha ki laga ki 80.tab sorry dost you are selected tum teacher jaroor ban jaoge dost.ab isse jyada mai kya kah sakta hu sorry again friend
ReplyDeleteOk
ReplyDeleteOk
ReplyDeleteTeachero ki bharti ho ya koee bhrti ho hona to ye chahiye ki sabako sambidhan me vernit "samanta ke adhikar" ka palan ho. e 90parcent hai ki agar koee achha studen chahe wo kisi board ka ho agar usaki acc. achhi hai to TET bhi achhi hogi. alag alg bordo ki scaling alag alag hoti hai isliye acc. se bharti nahi honi chahiye abhi kuch mahine pahale paper me nikala tha ki pri ke teacher BSA ne poochha ki SWAR AUR BYANJAN KISE KAHATE HAI TO MASTER SAHEB NAHI BATA PAYEN. YE MASTER SAHEB BSHISHT BTC KI DEN HAI.JIS PRIMERY KE TEACHER KO SWAR BYANJAN JOD GHATANA GUNA BHAG NAHI PATA HO WO KYA PANAYEGA.
ReplyDeleteMAI YE BHI ACC. WALO SE POCHHANA CAHATA HOON KI JABTET KAE BIGYAPAN ME YESF LIKHA GAYA THA KI BHRTI TET KE MERIT SE HOGI TO ACC. WALE KAHA GAYE THE UNKO TO USI SAMAY TET KA FORM NAHI BHARANA CHAHIYE THA , ACC. ACC. KARKE HIGH COURT, SUPRIM CORT JANA CHAHIYE THA. AB YE BHARTI PRAKRIYA KE ANT ME KYU CHILLA RAHE HAI.
ReplyDeleteMuskan ji
ReplyDeletekay 4500 logo ki tet me merit hai
Kay yahi log mehnat kiye hai
baki log ne mehnat nahi ki
kay unko nukri nahi chahiye
त्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बुधवार को योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया के सामने 57हजार करोड़ रुपये की योजना का खाका रखेंगे। राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव की सियासी बिसात के मद्देनजर माना जा रहा है कि योजना आयोग अखिलेश की मांग पूरी करदेगा।
ReplyDeleteपिछले कई सालों के दौरान यह पहला मौका है कि जब योजना आयोग उत्तरप्रदेश को इतनी तवज्जो दे रहा है। मंगलवार को दिनभर योजना आयोग के आला अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव जावेद उस्मानी और वरिष्ठ अफसरों के साथ मैराथन बैठक की।
वहीं, राज्य के लोकनिर्माण और सिंचाई मंत्री शिवपाल यादव ने कृषि मंत्री शरद पवार से मुलाकात कर बुंदेलखंड और उत्तर प्रदेश के असिंचित क्षेत्र की सिंचाई के लिए विशेष राशि की मांगकी। उन्होंने योजना आयोग के शीर्ष अधिकारियों से भी मुलाकात की।
बुधवार को राज्य की वार्षिक योजना को लेकर होने वाली बैठक में मुख्यमंत्री अखिलेश का प्रमुख फोकस ढांचागत सुविधाओं जैसे बिजली, सड़क और पानी पर रहेगा। योजना आयोग के साथ राज्य के अधिकारियों की मंगलवार को हुई बैठक में भी इन्हीं मुद्दों पर जोर दिया गया।
मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने योजना आयोग के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक में इस सिलसिले में खाका बनाया। वहीं सिंचाई मंत्री शिवपाल यादव ने शरद पवार से मुलाकात केबाद कहा कि उन्होंने बुंदलेखंड के असिंचित क्षेत्र के लिए 1240 करोड़ रुपये मांगे है।
उन्होंने पूरे उत्तर प्रदेश के असिंचित क्षेत्र के लिए 12वीं पंचवर्षीया योजना के तहत 31 हजार करोड़ रुपये की मांग की है। साथ ही गंगा और यमुना की सफाई के लिए उन्होंने योजना आयोग को भी प्रस्ताव दिया
त्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बुधवार को योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया के सामने 57हजार करोड़ रुपये की योजना का खाका रखेंगे। राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव की सियासी बिसात के मद्देनजर माना जा रहा है कि योजना आयोग अखिलेश की मांग पूरी करदेगा।
ReplyDeleteपिछले कई सालों के दौरान यह पहला मौका है कि जब योजना आयोग उत्तरप्रदेश को इतनी तवज्जो दे रहा है। मंगलवार को दिनभर योजना आयोग के आला अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव जावेद उस्मानी और वरिष्ठ अफसरों के साथ मैराथन बैठक की।
वहीं, राज्य के लोकनिर्माण और सिंचाई मंत्री शिवपाल यादव ने कृषि मंत्री शरद पवार से मुलाकात कर बुंदेलखंड और उत्तर प्रदेश के असिंचित क्षेत्र की सिंचाई के लिए विशेष राशि की मांगकी। उन्होंने योजना आयोग के शीर्ष अधिकारियों से भी मुलाकात की।
बुधवार को राज्य की वार्षिक योजना को लेकर होने वाली बैठक में मुख्यमंत्री अखिलेश का प्रमुख फोकस ढांचागत सुविधाओं जैसे बिजली, सड़क और पानी पर रहेगा। योजना आयोग के साथ राज्य के अधिकारियों की मंगलवार को हुई बैठक में भी इन्हीं मुद्दों पर जोर दिया गया।
मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने योजना आयोग के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक में इस सिलसिले में खाका बनाया। वहीं सिंचाई मंत्री शिवपाल यादव ने शरद पवार से मुलाकात केबाद कहा कि उन्होंने बुंदलेखंड के असिंचित क्षेत्र के लिए 1240 करोड़ रुपये मांगे है।
उन्होंने पूरे उत्तर प्रदेश के असिंचित क्षेत्र के लिए 12वीं पंचवर्षीया योजना के तहत 31 हजार करोड़ रुपये की मांग की है। साथ ही गंगा और यमुना की सफाई के लिए उन्होंने योजना आयोग को भी प्रस्ताव दिया
टीईटी आन्दोलन मेँ एक कदम और-
ReplyDeleteविकलांग टीईटीयन्स विधानसभा के सामने भरेँगे हुँकार।
साथियोँ,
टीईटी आन्दोलन मेँ हम सब से एक कदम आगे निकलते हुए हमारे 200 टीईटी उत्तीर्ण विकलांग साथियोँ ने मनोज कुमार सिँह "मयंक" के नेत्रित्व मेँ दिनांक 20-07-2012 से लखनऊ मेँ विधान सभा के सामने अनिश्चितकालीन शान्तिपूर्ण धरना प्रदर्शन करने का निश्चय किया है। टीईटी संघर्ष मोर्चा अपने विकलांग साथियोँ के विचारों का सम्मान करता है तथा उनको पूर्णरूपेण सहयोग प्रदान करने का वचन देता है। मयंक जी व हम सब, टीईटी उत्तीर्ण साथियोँ से यह निवेदन करते हैँ कि, आप अपने आस-पास के विकलांग टीईटी उत्तीर्ण बन्धुओँ को इस कार्यक्रम से अवगत कराएँ तथा उनको लखनऊ आने के लिए प्रोत्साहित करेँ व लखनऊ आने मेँ उनकी हरसंभव मदद करेँ।साथियोँ यदि इस जंग मेँ हमारे विकलांग साथी इतने उत्साह से भाग ले सकते हैँ तो हम पीछे क्योँ रहेँ। अतः सभी टीईटीयन्स से यह अनुरोध है कि, आप सब एक बार पुनः एकजुट हो कर अपने विकलांग साथियोँ के सहयोग मेँ भारी संख्या मेँ 20 जुलाई लखनऊ पँहुचेँ और अपने जीत का मार्ग प्रशस्त करेँ।
इस जंग मेँ हमेशा आपके साथ-
आपका साथी-
आलोक जौनपुरी।
41 हजार संविदा शिक्षक होंगे भर्ती
ReplyDeleteडीपीएड, बीपीएड और बीएड वालों को मिलेगा मौका
•
शैलेंद्र श्रीवास्तव
लखनऊ। बेसिक शिक्षा परिषद के उच्च प्राथमिक स्कूलों के बच्चों को विशेष शिक्षा देने के लिए 41 हजार संविदा शिक्षक रखे जाएंगे। इन शिक्षकों को 7000 रुपये फिक्स मानदेय दिया जाएगा। भर्ती में डिप्लोमा इन फिजिकल एजूकेशन (डीपीएड), बैचलर ऑफ फिजिकल एजूकेशन (बीपीएड) व बीएड वालों को मौका मिलेगा। सर्व शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशालय से भेजे गए प्रस्ताव पर वित्त विभाग ने सहमति दे दी है। इस संबंध में शीघ्र ही शासनादेश जारी करने की तैयारी है। संविदा शिक्षकों की जिला स्तर पर भर्ती की जाएगी। इसके लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी बनाई जाएगी। इसमें सदस्य सचिव जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) प्राचार्य होंगे।
उच्च प्राथमिक स्कूलों में बच्चों को कला की शिक्षा देने के लिए 13 हजार 769, शारीरिक व स्वास्थ्य शिक्षा के लिए 13 हजार 769 और कार्य अनुभव की शिक्षा के लिए 13 हजार 769 संविदा शिक्षक रखे जाएंगे। इन शिक्षकों की भर्ती जिला स्तर पर की जाएगी और इन्हें प्रतिमाह 7000 रुपये मानदेय दिया जाएगा। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने एक माह का मानदेय 28.91 करोड़ रुपये मंजूर कर दिया है। राज्य परियोजना निदेशालय ने इसके आधार पर प्रस्ताव भेजा था, जिसे शासन के वित्त विभाग ने मंजूर कर दिया है। इस संबंध में शीघ्र ही शासनादेश जारी करने की तैयारी है।
गौरतलब है कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों की शिक्षा अनिवार्य कर दी गई है। इस अधिनियम के तहत उच्च प्राथमिक स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को विशेष शिक्षा देने की व्यवस्था दी गई है। इसमें कला, शारीरिक शिक्षा व स्वास्थ्य और कार्य अनुभव की शिक्षा देने की व्यवस्था दी गई है। सर्व शिक्षा अभियान के तहत पिछले साल ही इसके लिए संविदा शिक्षकों की भर्ती की जानी थी, लेकिन नहीं की गई।
ReplyDeleteAcad. Bhaiyon,
Agar Dhandhlee huee ai to aap ko Dhandhlee kee achhee tarh se jaanch (CBCID, CBI etc.) karane kee maang karnee chahiye.
Dhandhlee ke Aadhaar Par Acad se Merit kasie sambhav hai. Kuch Samay baad TET fail abhyrthee kahenge, ki Agar Dhandlee ke aadhar par bahut se log pass ho gaye aur ab unkee Acad. se bhrtee kyon ?
Mene Sampooornana Univ. etc. ke BTC chyan ke bhee case daale, Kya aise chyan achhe hain.
Aise hee mene UP Board vs. CBSE Board kee bhee mushkilen dekhee.
Delhi mein kaee colleges (SRCC etc.) kee cut-off 96-97% par hee khatm ho jatee hai, Jabki UP Board vale IIT, Medical entrance ke jariye to achhe colleges mein pravesh paa lete hain, Parantu Percentile basis par nahin.
Yaheee karan hoga ki IIT Kanpur ne Acad. Merit ka virodh kiya, Baad mein formula bana ki har Board ke Topper se 20% neeche tak logo ko chance mile.
Is Prkar 65% UP Board Cutoff = 78% CBSE Board Cut off banee.
Adhaar heen baten koee mehtv nahin rakhtee, unka mamla latakne jaisa hee haal hota hai
MOHD. AYOOB KHAN KOSHAMBI U.P.
ReplyDeleteek bat to tay he ki acd merit par bharti hoti he to ane vale samay me koi bhi low acd merit wale condidate tet exam nahi dege quki tet me low acd merit wale kitne bhi jyada marks le aye fir bhi bharti se wo bahar hi rhege quki high acd walo ke low acd merit walo ki dal nahi galegi me to anurodh karta ho un tet disqulifide abhyarthiyon se jo low acd merit wale he unhe bhi tet k adhar ko samarthan dena chahiye quki low acd merit wala menat karke tet ki merit ko bada sakta he jabki low acd ko high acd me convert karne ka koi bhi upaye nahi he
UP and UK me B ed degree dharak 2015 tak ban sakenge shikshak.Ncte ne di manjuri source-Hindustan
ReplyDeleteprimary school m shikshak
ReplyDeleteखुशखबरी .....खुशखबरी .....खुशखबरी ......खुशखबरी
ReplyDeleteबी एड डिग्रीधारकों के लिए खुशखबरी एन सी टी ई ने उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखंड के बी एड डिग्रीधारियों को प्राथमिक अध्यापक बनाने के मामले में 2015 तक छूट देने की घोषणा कर दी है बस राज्यों को निर्धारित प्रारूप में आवेदन कर के कागजी कार्यवाही करना है
अधिक जानकारी के लिए देखें हिन्दुस्तान लखनऊ 18 जुलाई 2012
Koi Allahabad HC me same case me Ek application Dal kr CBI janch ke liya bolo bhai , request to Allahabad academic merit supporter ,
ReplyDeletejinke (gen candidate) tet me 95 se upar hai wo agar udaseen ya acd merrit ke support me hai to wo log bilkul murkh hai kyunki tet merrit se unka kahin na kahin ho jayega aur ye log ye nahi soch pa rahe hai ki gov. bharti ko latkane ke liye hi aadhar change karna chahti hai kyunki paper se pahle nikle vigyapan ke aadhar par tet merrit wale sc chale jayenge aur gov. is bharti ko salon tak court ke dwara latka degi fir 5 saal baad mayawati aayengi to wo apne vigyapan ke aadhar par tet merrit se bharti karengi so bhart tet se hi sambhav hai chahe abhi ho chahe 5 saal baad aur agar gov. tet se bharti karti hai to isko koi challenge nahi kar paayega kyunki sara mamla tet merrit ke favour me court me nipat chuka hai aur ek yachi ko to 4.5 lakh ka jurmana bhi dena pada tha so acd ke favour walon jara sa dimag lagao thanks.......
ReplyDeleteSABSE BADI BAAT HAI,TET ME DHANDHLI
ReplyDeleteAGAR DHANDHLI HUI HAI TO BHARTI TET SE KARE AUR COUNSLING KE TIME STUDENT KI ANSWER SEET AUR GOVT KE PAAS JO ANSWER SHEET HAIN MILAAN KAR LIYA JAYE.. JISKA GADBAD PAYA JAYE USKI COUNSLING CANCEL KAR DI JAYE....
SABSE BADI BAAT HAI,TET ME DHANDHLI
ReplyDeleteAGAR DHANDHLI HUI HAI TO BHARTI TET SE KARE AUR COUNSLING KE TIME STUDENT KI ANSWER SEET AUR GOVT KE PAAS JO ANSWER SHEET HAIN MILAAN KAR LIYA JAYE.. JISKA GADBAD PAYA JAYE USKI COUNSLING CANCEL KAR DI JAYE....
kapil sibbal ne kaha tha ki july 2012 me ctet base par bharti ki jayehi lekin iska to door tak koi isara najar nahi aa raha hai......
ReplyDeletetet exam is the best process for the selection. a trained teacher knows all the facts on primary level. but for the teaching of primary students is totally on the basis of bal manovigyan .
ReplyDeleteso tet merit must be considered on the selection process.
selection must be on the basis of tet merit