जागरण संवाददाता, लखनऊ : विधान भवन के समक्ष अपनी मांगों को लेकर उग्र प्रदर्शन करने वालों से निपटने में पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। पहले आयुष डॉक्टरों का हंगामा व उन पर लाठीचार्ज और गुरुवार को टीईटी अभ्यर्थियों का बर्लिग्टन चौराहे पर दिनभर चला प्रदर्शन। दोनों ही मामलों में पुलिस प्रदर्शनकारियों से निपटने में फेल नजर आई है। दोनों प्रदर्शनों से पहले प्रशासन और पुलिस को सूचना थी कि बड़ी तादात में प्रदर्शनकारी विधान भवन की ओर कूच करेंगे। उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने तैयारी भी की थी, लेकिन हजारों की संख्या में आए प्रदर्शनकारियों को वक्त रहते शहर में दाखिल होने से पहले पुलिस नहीं रोक सकी। प्रदर्शनकारियों पर नियंत्रण के लिए कई थानों की पुलिस, एएसपी, सीओ व पीएसी के जवानों को लगाया गया, लेकिन वे जूझते नजर आए। पुलिस की मौजूदगी में गुरुवार को टीईटी अभ्यर्थियों ने दिनभर बर्लिग्टन चौराहा जाम कर प्रदर्शन किया। हालांकि जाम की स्थित भीषण होती देख वैकल्पिक मार्गो पर यातायात परिवर्तित किया गया, लेकिन इन मार्गो पर यातायात पुलिस की पर्याप्त व्यवस्था न होने की वजह से हालात लगातार बिगड़ते रहे। गुरुवार रात तक पुलिस ने हजरतगंज से चारबाग की ओर आने वाले यातायात को रोका नहीं था। बर्लिग्टन चौराहे पर पहुंचने के बाद वाहन स्वामियों को जैसे-तैसे वापस होना पड़ रहा था। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को दूसरी जगह ले जाने के लिए बसें भी मंगवाई थीं, लेकिन वह उन्हें चौराहे से उठाने में नाकाम रही। ऐसे हालात में प्रदर्शनकारी कभी भी उग्र होकर कानून-व्यवस्था व नागरिकों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकते हैं। हालात बिगड़ने पर गुरुवार रात पुलिस ने टीईटी अभ्यर्थियों पर लाठियां भी चलाई और 11 अभ्यर्थियों को गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर गिरफ्तार किया। पूर्व में धरना स्थल के स्थानांतरण को लेकर कई बार हंगामा हो चुका है। शहीद स्मारक पर हुए भारी पथराव के बाद पुलिस की लाठियों से बचने के लिए सैकड़ों प्रदर्शनकारी गोमती में कूद गए थे। इसके बाद झूलेलाल पार्क में धरना स्थल बनाया गया था। अब विधान भवन के समक्ष धरना स्थल फिर से स्थापित करने के बाद शहर के मुख्य मार्ग पर जाम की समस्या बड़ी मुसीबत बनती नजर आ रही है। वहीं एसएसपी आशुतोष पांडेय का कहना है कि अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करने का अधिकार हर नागरिक को है। धरना स्थल सांकेतिक प्रदर्शन के लिए है। वहां कुछ लोगों को ही अपनी मांगों को लेकर जुटना चाहिए। प्रदर्शनकारियों की संख्या बढ़ने पर उनसे निपटने के पर्याप्त बंदोबस्त किए जाएंगे, ताकि नागरिकों को बेवजह की दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
News Source : http://in.jagran.yahoo.com/epaper/index.php?location=37&edition=2012-07-14&pageno=8#id=111745292173732384_37_2012-07-14 / Jagran (14.7.12)
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It looks change of Dharna Sthal causes problems. It is very good thinking of SSP Ashutosh Pandey -
People have rights to put their demand peacefully . (Also within constitution, like freedom of expression along with peace)
"MANGE APNE ADHIKAAR, HUE GIRAFTAR"
ReplyDeleteApne adhikaron ki mang krne valon pr Laathiyan barsa k S.P. bana rahi hai UTTAR PRADESH ko UTTAM PRADESH.
Sayad S.P. Sarkar Laathion k sahare uttar pradesh ko uttam pradesh banane k apne sapne ko pura kr rahi hai. Agar TETians apne adhikaaron ki jaayaj mang kr rahe hain to isme galat kya hai. Sarkar ya uska koi pratinidhi unhe spast uttar kyon nhi de raha hai. Agr TETians shanti purna dharna karna chahte hai jo ki unka samviadhanik adhikar hai to kyon un pr laathiyaan barsaai ja rhi hai aur girftaar kiya ja rha hai. Kyon ye sarkaar tanasahoon ki terah saasan kr rhi hai. Khi aisa na ho ho ki TETians ka dhairya toot jaye aur ve ugra ho jaae to kya kregi ye sarkaar.
TETians dhairya rkhe aur apne saathio ki is jang me apna sahyog de. Jald se jald LCKNW pahuche aur hmari shakti badhaae. Hm aapke intezaar me hai.(9219157981)
Aapka Saathi...
ALOK JAUNPURI
dosto gov. balpoorvak hamare aandolan ko kuchalna chahti hai.jabardast lathicharg ke baad ab tetians ko ek ek karke pakda ja raha hai.apne bhaiyo ki rihaye ko sunishchit karne ke liye 9 am charbag lkw bjp karyalay par pahuchiye .hame bahut hi maryadit tarike se apni baat adhikariyon ke samaksh rakhni hai.ashish rajvanshi
ReplyDeleteHI,
ReplyDeleteSOME OF OUR TETIONS FRIENDS ARE LOOKING AS POLITICAL WHO ARE NOT TALKING ABOUT TET BUT ALSO POLITICS SO THEY ARE SAYING TO REACH B.J.P OFFICE NOT DHARNA PALACE & TET RELATED SO PLS DON'T REACH THEIR.
IN LUCKNOW SECTION 144 APPLICABLE SO THE PERSON WHO WILL GO THERE THE CAN GIRAFTAR.