UPTET - टीईटी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज निंदनीय: बीजेपी
उत्तर प्रदेश में शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास करने वाले अभ्यर्थियों पर गुरुवार देर रात पुलिस द्वारा किए गए लाठी चार्ज की विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कड़ी निंदा की है.
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेंद्र तिवारी ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा कि टीईटी अभ्यर्थियों पर पुलिस की बर्बरता की भाजपा कड़े शब्दों में निंदा करती है. छात्रों पर पुलिस कार्रवाई के लिए राज्य सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है.
तिवारी ने कहा कि सपा सरकार आंदोलन कर रहे टीईटी अभ्यर्थियों की मांगों पर विचार करने की बजाय उनके आंदोलन को कुचलने का काम कर रही है, जिसे न्यायसंगत नहीं ठहराया जा सकता.
तिवारी ने कहा कि भाजपा टीईटी अभ्यर्थियों की मांगों का पूरी तरह समर्थन करती है. इस बर्बरतापूर्ण कार्रवाई के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. प्रदेश में आए दिन पुलिस बल का प्रयोग कर आंदोलनों को कुचलने का प्रयास किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपनी हठधर्मिता को त्याग कर अभ्यर्थियों की मांगें यथाशीघ्र पूरी करे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करे. भाजपा राज्य सरकार के ऐसे कारनामों का पदार्फाश करते हुए विरोध प्रदर्शन करेगी.
उल्लेखनीय है कि अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे टीईटी अभ्यर्थियों पर गुरुवार देर रात पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें महिलाओं सहित कई लोगों को चोटें आई थीं.
News Source :
http://aajtak.intoday.in/story.php/content/view/702672/71
*********************************
जो एक भय है कि - अगर चयन का आधार बदल जाये और मामला सुप्रीम कोर्ट पहुँच जाये तो टी ई टी अभ्यर्थी कि चिंताएं कम होने की जगह बढ जायेंगी
सरकार को उचित हल जल्द से जल्द तलाशना पड़ेगा , अन्यथा अनिश्चितता का माहोल ख़त्म नहीं हो पायगा
में सोचती हूँ कि - एक अच्छा विकल्प ये भी हो सकता है -
१. चयन टी ई टी मेरिट के आधार पर हो और उसके बाद परफोर्मेंस एक्साम कराया जाये और जो अभ्यर्थी उसमें फेल हो जाएँ उनके इन्क्रीमेंट और अन्य बेनीफिट आदि बंद कर दीये जाएँ |
फिर यह परीक्षा दोबारा से साल भर बाद कराई जाये और अगर अभ्यर्थी दोबारा से फेल हो जाएँ तो उनको नोकरी से हटा दीया जाये , पर अगर वे परीक्षा पास कर लेते हैं तो उनके सभी सेलरी बेनीफिट बहाल कर दीये जाएँ
२. सरकार - ओ एम् आर की कॉपी की जाँच कर सकती है और भी जांच के आयाम लिए जा सकते हैं , जैसे - बेकग्राउंड इत्यादि
अभी तक दोषी अभ्यर्थी पकडे नहीं गए इसका मतलब तो ये निकलता है कि - टीईटी परीक्षा पाक साफ़ है , और कोई ठगी वगेराह की घटनाएँ हुई होंगी |
Comment on blog :-
satiyo jail mai band tetians ko chudane ke liye partinidhi mandal adhikariyo se baat karne ja raha hai.isliye lkw ke aaspaas wale jilo ke tetians se anurodh hai ki 9 am charbag pahuchkar apne bhaiyo ki rihai sunischit karen.hame poori shantipurvak apni baat rakhni hai.moh.istyak rampur
जो लोग कह रहे हैं कि परीक्षा में धांधली हुई है , इन लोगो को भी १० वी या १२ वी कक्षा में फेल कर देना चाहिए , क्योकि इनके साथ में कभी किसी और ने नक़ल की थी और वो धांधली में पकड़ा गया , और दोबारा से परीक्षा करानी चाहिए , तब तक कराते रहना चाहिए जब तक कि १०० % शुद्धता से परीक्षा संपन्न न हो जाये |
केवल दोषी विद्यार्थी ही सजा के पात्र होते हैं , सारे विद्यार्थी नहीं |
खबरे आती रहती हैं कि - टी ई टी सिर्फ एलिजीबिलिटी टेस्ट है
वे लोग इतने गैर जिमेदाराना बात इतनी आसानी से कह देते हैं जैसे कोई हंसी मजाक हो जब नियम बनाये तब तो कुछ कहते नहीं है , अब आप ही देखीये नियम क्या कहते हैं -
एन सी टी ई ने साफ़ शब्दों में कहा है कि टी ई टी अंकों को चयन में वेटेज दीया जाये -
तो साफ है कि ये सिर्फ पात्रता परीक्षा नहीं है , चयन का एक आधार भी देती है
9(b) should give weightage to the TET scores in the recruitment process;
however, qualifying the TET would not confer a right on any person for recruitment/employment as it is only one of the eligibility criteria for
टी ई टी अंकों के सुधार / वृद्धी हेतु , अभ्यर्थी पुन : परीक्षा में बैठ सकते -
See :
Frequency of conduct of TET and validity period of TET certificate :-
11 The appropriate Government should conduct a TET at least once every year. The Validity Period of TET qualifying certificate for appointment will be decided by the appropriate Government subject to a maximum of seven years for all categories. But there will be no restriction on the number of attempts a person can take for acquiring a TET Certificate. A person who has qualified TET may also appear again for improving his/her score.
अगर ये ये पात्रता परीक्षा है, तो अंकों के सुधार का क्या मतलब
इस समय अभ्यर्थी वैसे ही मानसिक वेदना से गुजर रहे हैं और ऐसी गैर जिम्मेदाराना बातें उन पर क्या असर डालती होंगी , कोई मतलब नहीं
इलाहबाद हाई कोर्ट ने साफ शब्दों में कहा कि -
टी ई टी अंकों से चयन , एन सी टी ई के नियमानुसार है व एक बार प्रक्रिया निर्धारित होने के बाद उसका बदला जाना पक्षपात पूर्ण है (जब गेम / प्रक्रिया शुरू हो चुकी हो
See :http://naukri-recruitment-result.blogspot.in/2011/12/uptet-allahabad-highcourt-dismissed.html
यु पी टीईटी के माध्यम से नियमानुसार अभ्यर्थी (टीईटी मेरिट होल्डर) नोकरी पाने व भर्ती के पात्र थे |
सिर्फ काउंसलिंग के जरिए भर्ती पात्र / नियुक्ति पात्र दीये जाने बाकि थे |
For the purpose of making selection and appointment as Assistant Teacher the said qualification cannot be made a basis/foundation particularly considering the process of the said test as it amounts to change of rules of the game when the game has already commenced and in support thereof placed reliance on judgements of this Court in K. Manjusree Vs. State of Andhra Pradesh and another (2008) 3 SCC 512 and Hemani Malhotra Vs. High Court of Delhi (2008) 7 SCC 11.
In these circumstances, it cannot be said that rules of the game have been changed afterwards inasmuch the two processes cover different fields and operate totally differently.
In Baloji Badhavath (supra), it was held that a procedure evolved for laying down mode and manner for consideration of a right to be considered for appointment can be interfered with only when it is arbitrary, discriminatory or wholly unfair, which learned counsel for petitioner failed to prove in the case in hand and, therefore, reliance placed thereon is totally misconceived.
9. So far as making of qualifying examination basis of selection is concerned, it is always permissible to the rules framing authority to determine the criteria for selection which may base on the merits of the candidate possessed in various academic qualifications or qualifying test or any other criteria which may otherwise be valid and once it is so determined, unless it can be said that the same amendment in the rule is contrary to any statutory provision or otherwise ultra vires or vitiated in law, the same cannot be interfered.
-------------
काफी सारे मामलों में कोर्ट ने स्पष्ट किया की -
टी ई टी अंकों से भर्ती सराहनीय है क्योकि इससे पक्षपात रहित भर्ती होती है , विद्यार्थी चाहे किसी भी बोर्ड के हो , चाहे उनके कितने भी प्रतिशत अंक हो , टी.इ. टी. सारे विद्यार्थियों के लिए समान है और कोई नियम का उल्लंघन नहीं हुआ है , पर मीडिया इन सब खबरों से दूर है कारण - बहुमत टी ई टी फेल वालों व अन्य के साथ है
सच को झूठ व झूठ को सच में बदलना असली खेल है
देखीये कोर्ट के निर्णय :
कोर्ट ने बेवजह टी ई टी केंडीडेट्स पर आरोप लगाने पर जुरमाना भी लगाया ,
पर मीडिया ने ऐसी बातें / रिपोर्ट कभी नहीं दी
जब भर्ती परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं तो टी ई टी को भर्ती परीक्षा के रूप में स्वीकार कर सकते है जब इसके अंकों का महत्व है
टी ई टी वास्तव में एक टीचर एप्टीटिउयूड टेस्ट है जो कि एन सी टी ई के नियमानुसार योग्य अभ्यर्थियो के चयन में मदद करता है
जब केंद्र सरकार स्केलिंग पद्दति से चयन करती है तो U. P. बोर्ड क्यूँ नहीं -
See :
Percentage Cut-off Marks# of Various State-Boards Result in class XII for 2008, 2009, 2010, and 2011
|
| 2008 | 2009 | 2010 | 2011 |
UP Board | 69.2 | 72.6 | 77 | 77 |
CBSE | 91 | 92.4 | 91.8 | 93.2 |
ICSE | 93 | 93.3 | 93.2 | 93.43 |
Now for selection in IIT, UP Board Cutoff - 65% = CBSE Board Cut-off 78%
******************
विज्ञापन विषय :
जब विज्ञापन निकाला गया तब तो किसी विभागीय अधिकारी ने कोई टिप्पणी नहीं की - कि उनके अधिकारों का कोई हनन हुआ है इसका तात्पर्य है कि सभी कार्य - उत्तरदायी अधिकारी ( ( सभी
जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी ) की जानकारी में हुए हैं |
पर लगता है कि किसी एक टीईटी अभ्यर्थी (जिसके टीईटी परीक्षा में कम अंक आये ) ने मामले को लटकाने के लिये - किसी नियम का गलत सहारा लिया है
कई लोगो का मानना है कि ऐसा हल निकलना चाहिए -
कि लाठी भी न टूटे और सांप भी मर जाये
जब लाखों अभ्यर्थीओं ने उत्तर प्रदेश प्राथमिक / असिस्टेंट शिक्षक में चयन के लिये शासनादेश के आधार पर आवेदन कर ही दिया है , तो विज्ञापन संशोधन जैसा कोई आदेश आ जाये |
क्योंकी विज्ञापन के निकलने में अभ्यर्थियों की कोई गलती नहीं है |
जिन लोगो ने अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है , उन्हें कठोर दंड दिया जाना चाहिए , जिससे ऐसी गलती कि पुनरावृति न हो |
Additionally a poll is conducted on this BLOG for base of selection, And its results are -
टीईटी अंक : - 4486 (64%)
एकेडेमिक अंक : - 1018 (14%)
टीईटी + एकेडेमिक अंक : - 1379 (19%)
कोई राय नही :- 53 (0%)
अब तक के वोट: 6936
पोल बंद कर दिया गया है
*********************************************
Mai to kahta hu ki sare faisle court par dal diya jay aur jo nirnay aaye use tet merit aur acd merit dono ko swabikar ho
ReplyDeleteBajrangi lagta hai aaj apka mood acha hai.
DeleteAre bhi koi to
ReplyDeleteSANJY MOHAN se mil lo vo sahi news dege
kab kaise aur kaha hui hai dhandhli
vohi tum log confusion dur kr dege
Pradarshan to Hindu bhai aur Muslim bhai dono ne kiya tha , phir griftar sirf Hindu bhai kyon ?????????
ReplyDeletepate ki baat.
DeleteBHARTI HONE SEY PAHLE RULE BANA EXAM. HUA RESULT AYA. ACCORDING TO T.E.T. RULE SELECTION HONA CHAHEY. T.ET. S. MORCHA AMBEDKAR NAGAR.
ReplyDeleteaaj ki peristhiti yeh hai yadi science graduate ko chod de to art graduate ki sthite sabse budtur hai veh b.ed tet pass hone ke badd bhi school me 2500-3000 me pedha rehay hai serkaar ko b.ed ko he bund ker dena cahiye (sone k ande dene wale murge ko koi kaise mar sukta hai )jub veh b.ed waloon ko uchit veten nahi dila pa rahi hai aaj b.ed ka mutlub berojgaar aur tet ka mutlub dhandhli hai
ReplyDeleteKya koi change officially hua,nahi na to wait karo,khud natije mat nikalo
ReplyDeleteYaro thand rakho thoda aur wait karo jab kuch galat hoga to virodh hoga
ReplyDeleteAdhiktar log khud se ya amar ujala se view banaye hai,are base change hona hota to ho chuka hota,koi rok nahi pata
ReplyDeleteinter college me be tamam pud khali hai per govt manak k anosaar aaj b.ed kerne walon koi bhi anshkalik seva tak pradaan nahi kerti hai to kyon b.ed ka couse bunaya jub trined untrainer sub ek burabur
ReplyDeleteDosto sarkar apni kaber khod rahi hai sirf keel thokna baki hai jo 2014 main thok de jayege
ReplyDeleteYar isi blog ki news sab copy karke apna page maintain karte hai,to kyu na yahi raho
ReplyDeleteTET MARIT ZINDABAD GOVT ( JAVED USWANI ,AKHILESH ,NYAYBIBHAG )KI EK MITTING HONE WALI JISME TET MARIT PR SAMBHABNA BNNE KE AASAR HAI RIPORT 20 JULY TK AA JAYEGI
ReplyDeletedosto jab 9 months pahle hamne tet exam diya tha to kya ye socha tha ki hum tet/acd ki bahas mai hi aapas mai ulajh jayegen,kya hame tet ko bachane ya tet merit se bharti karane ke liye itna bada aandolan karna padega.kya is sabme hamara koi dosh hai.kya 9 months hame isi mai uljha rakha hai jiske karan hum hisi anya exam ki bhi taiyari nahi kar paye.kya dosh hai hamare in sathiyo ka jo jail mai band hain.kya inka tatha hum sabka yahi gunah hai ki hamne tet exam paas kiya tha.dosto jara sochiye ki hamare future ke sath khela ja raha hai hum curpption,aur politics ka shikar ho gaye hain.plz kam se kam hame is gandi rajniti ka shikar mat banao.ashish rajvanshi
ReplyDeleteShahid ji aapko ye kahan se pata chala. source of news kya hai
ReplyDeleteBhai abhi bhi tet merit hi hai,jab tak cabinet sansodhan na ho aur hona hota to ho chuka hota
ReplyDeleteHam aap sab pench samjhte hai,unhe bhi pta hoga,aur usmani, sarkar ki kirkiri nahi hone dega,wafadar hai unka
ReplyDeleteShahid Ji aap ke pas yah official news hai ya apna vichar byakt kar rahen hain.
ReplyDeleteMeri bat sp vidhayak sangram singh se huye hai unke anusar Bharti acd se honi hai Bas tet ko jodane par vichar chal raha hai
ReplyDeleteNN
ReplyDeleteMERE FRIEND KE PHUPA BASIK NIDESHALAYA LUCKNOW ME HAI UNAOHNE BTAYA HAI
ReplyDeleteMERE FRIEND KE PHUPA BASIK NIDESHALAYA LUCKNOW ME HAI UNAOHNE BTAYA HAI
ReplyDeleteshahid bhai kya bataya
ReplyDeleteAre yaro kuch nahi hone wala jab itni fazihat hui tab sp ne koi fesla nahi liya enhe job deni hoti to centre fresh kha k na bethe hote.
ReplyDeletebolg editor pagal ho gaya ho ka , Agar govt teaches k performance test dane pade ga to wo bacho ko padhne ke wajae wo Apne tayar me he sale Bhar laga raha ga, TET merit wale Aje police se pit raha hai wo Tumhare wajha se he pit raha hai editor ji , bhagwan ape ko Kavi mafe Nahi kare ga ,
ReplyDeleteजैसा पेच यादव कपिलदेव ने विज्ञापन में फसाया है अगर टी ई टी मेरिट से भर्ती नहीं हुई तो इसी अस्त्र का प्रयोग करके एकेडमिक भर्ती भी नहीं होने दी जायेगी
ReplyDeleteआप सब जानते हो टी ई टी हाई मेरिट वाले कितने दिमागी है
विरोध में हाई कोर्ट का फैसला आते ही हम हाई कोर्ट डबल बेंच में जायेगें जहाँ मामला लटका रहेगा
इसके बाद सुप्रीम कोर्ट में मामला लटकाया जायेगा यानी 2017 तक बेसिक शिक्षा परिषद् में कोई भर्ती नहीं
इस हेतु आवश्यक धन इकट्ठा हो चुका है तो एकेडमिक समर्थक अब अध्यापक बनने का सपना देखना बंद कर दें
ANWAR ME AAPKI BAAT SE SHMAT HOON TET MARIT ZINDABAD
ReplyDeleteDekho dost is bharti main to chayan ka aadhar tet merit hi hogi kyoki vort or kanoon hamare sath hai or accd per ye bharti ho hi nahi sakti kyo ? Yar itna to ye accd vale jantein hi hain
Delete