•मुख्यमंत्री की संस्तुति के बाद ही तबादला
•उर्दू एवं सीपीएड धारकों को शिक्षक भर्ती में दी जाएगी वरीयता
लखनऊ। बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में कार्यरत पुरुष शिक्षकों को अंतरजनपदीय स्थानांतरण नहीं दिया जाएगा। इनका स्थानांतरण केवल मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की संस्तुति पर विशेष परिस्थितियों में ही किया जाएगा। बेसिक शिक्षा परिषद उच्च प्राइमरी स्कूलों में कार्यरत करीब 1600 और शिक्षिकाओं का अंतरजनपदीय स्थानांतरण करेगा। इनकी सूची भी ऑनलाइन ही जारी की जाएगी। बेसिक शिक्षा परिषद ने इन शिक्षिकाओं की सूची तैयार कर ली है, बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी से हरी झंडी मिलते ही इसे भी जारी कर दी जाएगी।
बेसिक शिक्षा परिषद में काफी संख्या में ऐसे शिक्षक हैं जो अपने गृह जिले या फिर मनचाहे जिलों में स्थानांतरण चाहते हैं। दिसंबर 2011 में तत्कालीन बसपा सरकार ने इसके लिए उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा (अध्यापक सेवा) 13वां संशोधन नियमावली को संशोधित किया था। इसमें प्रावधान किया गया कि शिक्षक पूरे सेवाकाल में एक बार जिस जिले में चाहेंगे, उसका वहां स्थानांतरण कर दिया जाएगा। इसके आधार पर 10 से 31 दिसंबर तक शिक्षकों से ऑनलाइन आवेदन लिए गए। इसमें पुरुष व महिला मिलाकर करीब 58 हजार शिक्षकों ने आवेदन किए।
सत्ता परिवर्तन के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से शिक्षकों ने मुलाकात कर अंतरजनपदीय स्थानांतरण की मांग की। इसके आधार पर सचिव बेसिक शिक्षा सुनील कुमार ने स्थानांतरण संबंधी आदेश जारी किया। बेसिक शिक्षा परिषद ने इसके मुताबिक प्राइमरी स्कूल की 6404 शिक्षिकाओं का स्थानांतरण किया है। सूत्रों का कहना है कि बेसिक शिक्षा परिषद अगले चरण में उच्च प्राइमरी स्कूल की करीब 1600 शिक्षिकाओं का और अंतरजनपदीय स्थानांतरण करेगा। पुरुष शिक्षकों का स्थानांतरण बेसिक शिक्षा परिषद नहीं करेगा। इनके स्थानांतरण केवल मुख्यमंत्री की संस्तुतियों पर ही किए जाएंगे।
शिक्षकों के सभी देयों का भुगतान इसी वर्ष
मृतक आश्रित शिक्षकों की भर्ती के लिए केंद्र को भेजा जाएगा प्रस्ताव
लखनऊ। बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी ने आश्वासन दिया है कि शिक्षकों के सभी देयों का भुगतान इसी वित्तीय वर्ष में कर दिया जाएगा। मृतक आश्रित कोटे पर शिक्षकों की होने वाली भर्ती पर राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) से स्थिति स्पष्ट करने के लिए पत्र भेजने तथा उर्दू और सर्टिफिकेट ऑफ फिजिकल एजूकेशन (सीपीएड) वालों को शिक्षक भर्ती में वरीयता देने के लिए अधिकारियों से शीघ्र प्रस्ताव मांगा है। शिक्षा मंत्री यह आश्वासन उत्तर प्रदेशीय शिक्षक संघ के पदाधिकारियों के साथ बैठक में दिया।
बेसिक शिक्षा मंत्री ने जनवरी 2006 के बाद प्रधानाध्यापक प्राइमरी स्कूल तथा सहायक अध्यापक उच्च प्राइमरी स्कूल के शिक्षकों को न्यूनतम 17,140 व प्रधानाध्यापक जूनियर हाईस्कूल को 18,150 रुपये दिए जाने की मांग पर सैद्धांतिक सहमति दे दी है। उन्होंने शिक्षकों के शेष बचे अंतरजनपदीय स्थानांतरण को शीघ्र करने का भी आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि भवन निर्माण से शिक्षकों को अलग रखा गया है, मिड-डे-मील से भी अलग रखने का विचार किया जाएगा। शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्य से मुक्ति दिलाने के लिए मुख्य सचिव को निर्देश देंगे। महंगाई भत्ते व एरियर का भुगतान शासनादेश जारी होने के एक माह के अंदर करने का निर्देश दिया जाएगा।
उन्होंने शिक्षकों को चिकित्सा सुविधा के लिए कम प्रीमियम दर पर उपलब्ध कराने का प्रस्ताव उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। ब्लाकों में वालंटियर नियुक्त किए जाने पर स्थिति स्पष्ट की कि यह स्कूलों की स्थिति का आकलन करने के लिए है न कि शिक्षकों की उपस्थिति देखेंगे के लिए। एक अप्रैल 2005 से पूर्व नियुक्त मृतक आश्रित शिक्षकों को पुरानी व्यवस्था पर पेंशन देने व सर्व शिक्षा में तैनात अपट्रान कर्मियों को समायोजित कर छठा वेतनमान देने का भी प्रस्ताव मांगा है। बैठक में संघ के संरक्षक अभिमन्यु तिवारी समेत अन्य पदाधिकारी व अधिकारी उपस्थित थे।
News Source : http://epaper.amarujala.com/svww_zoomart.php?Artname=20120715a_006163008&ileft=129&itop=357&zoomRatio=130&AN=20120715a_006163008 / Amar Ujala (15.7.12)
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Female teachers have chance to transfer and it is sad to Male teachers who have no chance to transfer.
About salary, I want to clarify - Rs. 17140 /- and 18150- shall be basic salary and D.A/HRA/Transport Allowance etc. is not added. And there are benefits also Earned Leave/ Gratuity / PF and other leave etc.
Muskan mam plz ye clear kare shikhso ke bharti me urdu aur cpd ko barita milegi.
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