-नवंबर तक 6 हजार लेखपाल के पदों पर भर्ती हो
-5366 लाइनमैनों के पदों पर भर्ती की कार्यवाही पूरी की जाए
-रिक्तियां भरने में देरी पर अधिकारी दंडित होंगे: मुख्य सचिव
-------------------
जागरण ब्यूरो, लखनऊ : प्रदेश सरकार ने लेखपाल, विद्युत लाइनमैन और आइटीआइ अनुदेशकों के रिक्त पदों पर फौरन भर्ती प्रक्रिया शुरू करने और नवंबर माह तक भर्ती की कार्यवाही पूरी करने की अधिकारियों को हिदायत दी है।
मुख्य सचिव जावेद उस्मानी की अध्यक्षता में गुरुवार को 29 विभागों के प्रमुख सचिवों, सचिवों और विभागाध्यक्षों की बैठक हुई। जिसमेंमुख्य सचिव ने कहा है कि प्रदेश में लेखपालों के रिक्त चल रहे 6 हजार पदों पर नवम्बर माह तक भर्ती कर ली जाए। विद्युत लाइनमैन के खाली 5366 पदों को जल्द से जल्द भरा जाए। आईटीआई में 1729 अनुदेशक पदों को भरने के लिए सेवानियमावली बनाकर फौरन भर्ती कार्यवाही शुरू की जाए। इसमें अब और विलम्ब नहीं होना चाहिए।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों से कहा कि लोक सेवा आयोग के जरिए जिन पदों को भरने का अधियाचन भेजा गया है, उस पर समय से भर्ती के लिए विभागवार रोडमैप तैयार कराया जाए। और लोकसेवा अधिकारियों को तेजी से भर्ती करने का अनुरोध किया जाए। उन्होंने कहा कि जनोपयोगी पदों को न भरने से शासकीय कायरें को निस्तारित करने में विलम्ब होता है।
मुख्य सचिव ने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, पंचायत, सिंचाई, लोक निर्माण, ग्राम्य विकास, कर निबन्धन, बिजली विभाग के अधिकारियों से कहा कि आने वाले सालों में रिक्त होने वाले पदों के सापेक्ष नियुक्ति,पदोन्नति के लिए समयबद्ध कार्य योजना बनाई जाए। इसमें कोई कोताही नहीं होनी चाहिए। मुख्य सचिव ने अधिकारियों से कहा कि भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी होनी चाहिए। इसमें किसी भी तरह की कोई खामी नहीं होनी चाहिए।
बैठक में प्रमुख सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक राजीव कुमार, प्रमुख सचिव कर निबन्धन वीरेश कुमार, प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय अग्रवाल समेत विभिन्न महकमों के अधिकारी मौजूद थे
News Source / Sabhaar : Jagran (13 Jun 2013)
मत डरो अंधियारे से भोर होने वाला है ।
ReplyDeleteगर्जन सुन रहा हू कोई शेर आने वाला है ॥
जल रहा है पूरा भारत ,शाशन हिलने वाला है ।
आज सुना है अपने कानो से मोदी आने वाला है
अगर आपको कभी मेरी कोई बात समझ मेँ न आये तो
ReplyDelete.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
तो समझ लेना चाहिये कि बात बडे स्तर की हो रही है
30 MAY NEWS
ReplyDeleteसंविधान पीठ का गठन मात्र इस उद्देश्य से किया गया था ताकि सरकार को यह समझाया जा सके कि टेट की अनिवार्यता और उसकी आवश्यकता को किसी भी सूरत में नजरंदाज नही किया जा सकता । टेट ही एक मात्र ऐसा विकल्प है जो प्राथमिक विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था को सुद्रढ़ करने के लिए आवश्यक है ।यह आदेश उन सबकी बोलती बंद करने वाला है जो आज तक यह कहते आये हैं कि यह केवल पात्रता परीक्षा मात्र है ।यह आदेश यह भी स्पष्ट करेगा कि टेट को सरकार द्वारा पात्रता मात्र बताकर किनारे कर देना पूरी तरह से अनुचित और अव्यवहारिक है । 12908 के अतिरिक्त जितने भी केस हैं वह सब अपनी पूर्ववर्ती बेंचों में वापस कर दिए जायेंगे । इसलिए अनर्गल बातों में न फंसे और समय का इन्तजार करें,,,,,,सारी स्थितियां आपके पक्ष में हैं । शांत रहे और मस्त रहें । आपको क्या लगता है कि कोर्ट ने 31मई को ही निर्णय का दिन क्यों चुना ,,,,,,,?????? जरा ध्यान से सोचियेगा और सारी कड़ियों को जोड़ने का प्रयत्न कीजिएगा ।समस्त स्थितियां स्वत: स्पष्ट हो जायेंगी । यह रिक्तियां आपकी हैं और इनपर नियुक्ति भी आपकी ही होगी ।
याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए 4 फ़रवरी 2013 को दिए गए आदेश में कहा गया:
ReplyDeleteहमने एक ही तरह की इन याचिकाओं में याचियों के अधिवक्ताओं तथा राज्य की ओर से अतिरिक्त महाधिवक्ता को सुना। सभी याचिकाएं एक बंच के रूप में 11 फरवरी को सुनवाई के लिए एकसाथ सूचीबद्ध की जाएँ।
सभी अभ्यर्थियों ने अध्यापक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण की है . यहाँ इन मामलों में उठने वाले बुनियादी सवालों में से एक यह है कि अगर चयन का आधार TET मेरिट है, तो फिर भले चयन प्रशिक्षण के पहले हो या बाद में, नतीजा एक ही होना है। विज्ञापन (पुराने) का अनुच्छेद 10 कहता है कि NCTE से मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण की सफलतापूर्वक समाप्ति के बाद 1981की नियमावली एवं 12वें संशोधन, 2011के अनुसार मौलिक नियुक्ति दी जाएगी। किसी मामले का निस्तारण करते समय हमेंमौलिकता (वास्तविकता, किसी चीज के वास्तविक प्रभाव) के अनुसार चलना होता है। उदाहरण के लिए, यदि (पुराने विज्ञापन के प्रभावी रहने की दशा में)चयनित अभ्यर्थी "प्रशिक्षु शिक्षक" नकहे जाते, परन्तु योग्यता के अनुसार केवल "वेतन के बराबर छात्रवृत्ति या मानदेय के साथ प्रशिक्षण"
के लिए चुन लिए जाते, और सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूरा करने के बाद पुनः उनकीटेट-मेरिट (जो उस समय चयन का निर्धारित आधार था) के आधार पर उनको चयन-प्रक्रिया से गुजरना होता, तो भी नतीजा वास्तविकता में एक ही होता। और ऐसी स्थिति में (किसी निर्णय का) यह आधार नहीं रह जाता कि "प्रशिक्षु शिक्षक का कोई पद ही नहीं!"
पुरानी चयन-प्रक्रिया को रद्द करने के आधार, जैसा कि 26.07.2012 के (सरकार के) आदेश में उल्लेख है, दो तरह आधार (अवधारणा/ मान्यता) हैं।
पहला आधार कहता है कि TET के आयोजन में कुछ अनियमितताएं, जैसा कि आरोप लगाया गया है। प्रतीत होता है कि मुख्य सचिव की अध्यक्षता में किसी हाईपावर कमेटी ने एक रिपोर्ट दी, जिसके आधार पर समूची चयन-प्रक्रिया, जिसमे TET में प्राप्तांक ही चयन-निर्धारक थे, को रद्द किया गया।
एकल न्यायाधीश ने अपने प्रश्नगत आदेश में स्पष्ट किया है कि अगर (TET में) कुछ जगहों पर कुछ अनियमितताएं पाई गई थी तो इसके ख़राब हिस्से से TET के अच्छे हिस्से को अलग किये जाने के प्रयास किये जाने चाहिए थे, परन्तु समूची चयन-प्रक्रिया को रद्द नहीं किया जाना चाहिए था।
अबतक राज्य की ओर से ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला है (जिस से पता चल सके) कि अच्छे हिस्सों, मतलब वे जगहें या क्षेत्र, जहां TET में कोई अनियमितता नहीं थी, को खराब हिस्सों, मतलब उन जगहों या क्षेत्रों, जहां अनियमितताएं हुईं थीं, से अलग किया जा सका या नहीं किया जा सका।
अतिरिक्त महाधिवक्ता के निवेदन के अनुसार हाई पावर कमेटी की रिपोर्ट जवाबी-हलफनामे के जरिये कोर्ट में रखी जा सकती है, उस रिपोर्ट या अन्य पूर्ववर्ती दस्तावेजों के आधार पर (इस बात का भी ) एक तर्क-संगत कारण भी इंगित होगा कि (कैसे) अच्छे हिस्से को खराब हिस्से से अलग किया जाना संभव थाया नहीं था।
ReplyDelete26.07.2012 के आदेश का दूसरे प्रकारका आधार यह इंगित करता है कि (सरकार केस्तर पर) ऐसा अनुभव किया गया था कि चयनहेतु योग्यता निर्धारण के लिए TET में प्राप्त अंकों के आधार पर बने पैमाने को हटाकर TET-मेरिट को नजर-अंदाज़ करके, चयन हेतु योग्यता-निर्धार ण के लिए पुराने शैक्षणिक प्रदर्शन पर आधारित गुणांक के आधार परपैमाना बनाया जाना चाहिए। बाद में मन में उपजे किन्ही ख्यालात के कारण ऐसा माना गया कि यह नया पैमाना बेहतर होगा। उसी के मुताबिक नियमावली में परिवर्तन किये गए।
माननीय एकल न्यायाधीश ने अपने प्रश्नगत निर्णय में स्पष्ट किया है कि चयन के मानकों में होने वाले ऐसे कोई भी बदलाव अग्रगामी प्रभाव वाले होंगे (बदलाव के बाद शुरू होने वाली किसी प्रक्रिया पर) और पूर्ववर्ती चयन को प्रभावित नहीं कर सकते।
इसके भी आगे बढ़कर, हमारा प्रथम-दृष्टया विचार है कि (सरकार के) विचारों में (आया) बदलाव, "कि योग्यता के निर्धारण के लिए पुराने पैमाने को हटाकर बेहतर प्रतीत होने वाले पैमाने को लागू किया जाये", किसी समूची चयन-प्रक्रिया को रद्द करने का कारण नहीं हो सकता। यदि राज्य की ओर से पेश किये गए इस प्रकार के आधार या कारण स्वीकार किये जाते हैं तो कल को इस बात की भी सम्भावना बन जाएगी कि कोई और सरकार या अन्य अधिकारी सोच ले कि (अब) शायद यह नया लागू किया गया पैमाना(गुणांक) हटाकर वह पैमाना लागू किया जा सकता है जिसे वह इस पैमाने (गुणांक)से भी बेहतर मानता है, तो वह फिर से एक चल रही चयन-प्रक्रिया को कचरापेटी में डालने का आधार तैयार कर सकता है।
नयी चयन-प्रक्रिया में, बहुत ही बड़ी संख्या में अभ्यर्थी शामिल हुए हैं जिनकी काउंसिलिंग आज से शुरू हुई है।
स्वाभाविक है कि काउंसिलिंग (की प्रक्रिया) समय लेगी, और सभी पक्षों की सहमति के साथ हमारा इरादा इन सभी याचिकाओं को स्वीकार करने के चरण में ही अंतिम रूप से निस्तारित करने का हैजिसके लिए हमने 11.02.2013 की तिथि निर्धारित की है। अतएव, हमारा मत है किइतने सारे अभ्यर्थियों को काउंसिलिंगकी परेशानी में नहीं डालना चाहिए, जो (काउंसिलिंग) कि इन सभी याचिकाओं के अन्ततः स्वीकार होने (याचियों की मांग मान लिए जाने) की स्थिति में निरर्थक कार्यवाही भर रह जाएगी। इसलिए, इस मामले से जुड़े सभी पक्षों केबृहत् और समग्र हितों सहित उन अभ्यर्थियों के हितों को, जो हमारे सामने एक पक्ष के रूप में नहीं हैं, कोध्यान में रखते हुए हमारा यह मत है कि (07.12.2012 के विज्ञापन के अनुसार) चल रही चयन प्रक्रिया को 11.02.2013तक स्थगित रहना चाहिए। (इसी के) अनुसरण में आदेश (किया जाता है
यह आदेश टेट मैरिट के लिए शाश्वत सत्य अकेडमिक के लिए पतन की निशानी और वोट की राजनीति करने वाली सरकार के मुँह पर करारा तमाचा है ।
ReplyDeleteआम तौर से मैं हर बात
ReplyDeleteसाफ़-साफ़ लिखता रहा हूँ,,लेकिन इस बार टेट मेरिट के
हितों को मद्देनजर रखते हुए मुझे मौन रहना पड़
रहा है,,,,सही वक्त आने पर इसकी वजह
भी बता दूंगा ,,फिलहाल बस इतना समझ लें
कि जो कुछ भी इलाहाबाद उच्च न्यायालय में अब
अटक हुआ है ,,और जो आज-कल हो रहा है वो सब
शुद्ध टेट मेरिट के हितों को सुरक्षित रखने के लिए
ही हो रहा है,,,, बस विश्वास रखिये कि जून में कुछ
ऐसा होगा जिसकी आपने कल्पना तक
ना की हो,,,बशर्ते कि ऊपर वाला हमारे धैर्य की और
परीक्षा लेने के मूड में ना हो,,,,,
जैसे हम गर्मी का आनन्द गर्मी में लेते हैं और जाड़े का आनन्द जाड़े में ....वैसे इस फैसले का आनन्द लीजिये इसकी स्वीकारोक्ति के साथ...जीत हो तो जीत का आनन्द लीजिये ....हार हो तो हार का आनन्द लीजिये...मै विश्वास दिलाता हूँ कि जो भी हो यह फैसला आपके जीवन का अन्तिम फैसला बिल्कुल भी नहीं होगा...अभी बहुत कुछ पा सकने की संभावना है आपके भीतर ......निराश न हों...धैर्य रखें...संयम रखें...जो भी होगा ...आप सभी के लिये शुभ होगा...शुभ ही होता है...प्रकृति के इस प्रयोजन को नकारा नहीं जा सकता ...आप सभी को मेरी ओर से बहुत बहुत शुभकामनाएँ......:-)
ReplyDeleteसत्य अपनी राह खुद बना लेता है -----वो छिप नहीं सकता कभी-
ReplyDeleteआज के कोरट order को आने के बाद कुछ मुख्य बातें सामने आई हैं -----
1-अगर stay हटना होता तो Large Bench इसको हटा देती क्यूंकि वो double bench से ज्यादा ताकतवर थी ।
2-TET सभी के लिए अनिवार्य है मतलब TET के importance को सभी जान चुके हैं ।
तो tet मेरिट के फायदे को भी जान गये होंगे ।।
3-NCTE ने ये नही कहा की TET केवल पात्रता है अहरता नहीं वरना इस आदेश में ये साफ़ हो जाता ।
4-TET में धांधली भी court में साबित नहीं हुई आज तक--
5-बीएड के 30% weightage वाले case से ये साफ़ हो गया है की अकादमिक मेरिट संवेधानिक नहीं है ।
6-जिन लोगों का ( TET 100+, अकादमिक 62+ ) है वो लोग ही इसके पीछे रहें बाकी अपने हथियार ( study) उठा लें
भर्तियों का मौसम शुरू होने वाला है । क्यूंकि चुनाव सर पे हैं ।
7-छुट्टियों में जाते जाते एक दावा क्र रहा हूँ की 72,825 भरती टेट मेरिट से एवं 29833 जूनियर भरती अकादमिक मेरिट से ही होंगीं ।
मित्रों पूरी बात साफ़ हो गयी है की TET MERIT की जीत सुनिश्चित है ।।
अगर अब भी कुछ लोग् सरकार के गीत गाना चाहते हैं तो गाते रहें -अपने नुकसान के आलावा कुछ नही मिलेगा उनको ।।
पूरी सम्भावना है की पुराना विज्ञापन जुलाई में बहाल हो जायेगा ।।।
बहुत बहुत धन्यवाद ।।
अब जुलाई में मानसून के आगमन के साथ मुलाकात होगी ।।
अगर पढकर गुस्सा आये तो सोच लेना की परम सत्य क्या था ----
फिल्म दीवार में एक सवाल पुछा गया था की " आज मेरे पास बंगला हैं , गाडी हैं, पैसा हैं , नाम हैं ,शोहरत हैं , बैंकबैलेंस हैं तुम्हारे पास क्या हैं ?
ReplyDeleteजवाब मिला " मेरे पास माँ हैं "|
सोचिये जरा यही सवाल अगर कुछ अन्य माननीय लोगों से पूछे तो क्या जवाब मिलेगा .....
# रावर्ट बढेरा: मेरे पास सासू माँ हैँ।
#मयप्पन: मेरे पास ससुर जी हैँ
# केजरीवाल : मेरे पास स्टील का ग्लास हैं |
# कुमार विश्वास: मेरे पास छिछोरापन हैं |
# मनमोहन : मेरे पास ख़ामोशी हैं |
# सोनिया : मेरे पास सीबीआई हैं |
# आडवाणी : मेरे पास "सु-ष-मा" हैं|
# दिग्विजय : मेरे पास जुबान हैं जिसमे आरएसएस का नाम हैं |
# मोदी : मेरे पास जनता का साथ हैं |
# श्रीसंथ : मेरे पास तौलिया हैं |
# कपिल सिब्बल : मेरे पास मेरी शक्ल हैं जो बेहद ख़ास हैं |
# शीला दीक्षित : मेरे पास जवानी हैं|
# मलिंगा : मेरे पास बाल हैं |
# मनीष तिवारी : मेरे पास चुतियापा हैं |
# राहुल गाँधी :मेरे पास पोगो चैनल का रिमोट हैं |
# नितीश : मेरे पास धर्मनिरपेक्षता हैं |
# लालू : हमरे पास तो सिर्फ राबड़ी हैं
1 baat aur sun lo d.b. ki saari fees jama ho chuki hai .kisi prakar ke paise ki koi jarurat nahi hai . jo maang raha wo to chutiya hai hi lekin jo de raha hai wo CHUTIYA THE GREAT hai
ReplyDeleteaur jo bina wajah pareshan hai wo apna naam kud hi rakh le
haan agar ladaai s. c. tak jayegi to jarur paisa kharch hoga lekin aap log chinta na karo , mera kaam paisa maangne ka NAHIIIIIIIIIIIIIIII hai
अरविन्द सिंह एवं अन्य बनाम उत्तर प्रदेश सरकार वाला मामला एक अकेला केस ना होकर केसों का एक गुच्छा है जिसके साथ लखनऊ में दायर अन्य याचिकाएं जिनमें गणेश निर्भय सिंह ,बाबी सिंह और दीक्षित भाई द्वारा दायर अलग-अलग याच्काएं भी सम्मिलित हैं,,,, वैसे भी जब इलाहाबाद से डबल बेंच द्वारा नए विज्ञापन के 72825 पदों पर स्थगन लगा हुआ है तो इस बात का कोई फर्क नहीं कि लखनऊ में सिंगिल बेंच ने स्टे लगाया या नहीं ,,यदि कोई यह समझता है कि सिर्फ 51 याचियों के लिए पूर्व विज्ञापन में सीटें आरक्षित करके शेष पदों पर एकैडमिक से भर्ती होने जा रही है तो वो अपने आपको धोखा ही दे रहा है,,,, लखनऊ में यह केस चलेगा ही नहीं,,,,इलाहाबाद में यह मामला निस्तारित होने के कगार पर है और लखनऊ में अभी तक सरकार ने जवाब तक दाखिल नहीं किया है ,,,चूँकि उस दिन केस टेक अप हो गया तो जज साहब के पास विवादित पदों पर भर्ती ना करने का निर्देश देने के सिवाय कोई अन्य विकल्प ही नहीं था ,,,उस स्टे को आप इस तरह समझें कि किसी संदूक पर पहले से एक बड़ा सा ताला लगा हो और उसी पर कोई अपना छोटा ताला जड़ दे,,,, अखबार वालों ने ही इस समबन्ध में भ्रम की स्थिति पैदा की है ,,,,,अगर मीडिया में इतने ही विद्वान होते तो वो एकैडमिक से भर्ती क समर्थन ना कर रहे होते ,,,,, किसी भी अखबार के रिपोर्टर ने आज तक टण्डन या हरकौली साहब की अदालत से निकले एक भी आदेश को पडने की जहमत नहीं उठाई है ,,,शायद उन सभी की अंग्रेजी कुछ ज्यादा ही कमजोर है,,,
ReplyDeleteकपिल जी आपका कोटिशः धन्यवाद ,आपकी ही वजह
ReplyDeleteसे मेरा ईश्वर कहो ,खुदा कहो या उपर वाला ,इन
चीजोँ मेँ मुझे दृढ़ विश्वास हो गया है । लोगोँ से मैँ
अक्सर ये दो बातेँ सुनता था , पहली "उपर वाले के
घर देर है अंधेर नहीँ " दूसरी " उपर वाला बुरे
लोगोँ की मंशा कभी सफल नहीँ होने देता है "।
मान्यवर कपिल जी ,आपकी हाई कोर्ट मेँ
याचिका दाखिल करने की नीयत के बारेँ मेँ सोच कर
मेरे मन मेँ आपकी जो तस्वीर उभरती है शायद लोग
उसे दानव कहते हैँ ।
हे दानव तेरी ईच्छा थी कि टेट मेरिट से
मेरा तो होगा नहीँ तो मैँ भी किसी की नौकरी नहीँ लगने
दूंगा । तुने सोचा था कि अगर ये विज्ञापन निरस्त
हो गया तो 1 जनवरी 2012 की समय सीमा समाप्त
होने के बाद बी . एड . वालो का खेल ही खत्म
हो जायेगा मतलब मेरा नहीँ तो किसी का नहीँ ।
हे अधम चाहे एकेडमिक वाले होँ या बी . टी . सी .
वाले सबने न्यायालय से वही मांगा जिससे
की उनका चयन सम्भव था लेकिन नीच तूने
तो सबका विनाश करने वाली याचना की थी ।
लेकिन अब तू ऊपर वाले की करामात देख , पहले
तो उसने इस पतित सरकार के माध्यम से ही बी एड
वालोँ के लिये समय सीमा बढ़वाया और फिर शुरु
हो चुकी काउन्सलिँग को रुकवा दिया । देखा ना उपर
वाले ने पहले तेरी मंशा को विफल किया और फिर उसने
वो काम किया जिससे तू अपने नीच कर्मोँ का कोई
लाभ ना लेने पाये ।
मेरा ये पोस्ट तुझे या तेरे अंध-भक्तोँ को तो समझ मेँ
नही आयेगा लेकिन मेरी तरह के लोग जो ऊपर वाले पर
कम यकीन करते हैँ अब उन्हेँ ईश्वर या खुदा या गॉड
पर किँचित मात्र भी संदेह नहीँ बचेगा ।
.
.
.
1 baat aur agar teri naukari lag gayi to main usi din apni naukari...................naitik jimmedaari lete huwe.............
सभी टेट मेरिट चाहने वाले भाई परेसान
ReplyDeleteना हो हम लोग
दिन- रात एक कर
के आप लोगो को जीत पक्का करना चाह रहे हैँ
Kya baat hai aajkal koi secret sources se koi news nahi deta hai.....kisi ke janne wale sachiwalay me kisi ke bsa office me kisi ke jaanpahchan wale neta ye sab log kaha chale gaye bhai.
ReplyDeletesab bewkoof banate hain .............. agar kisi ka hota to wo bhi usi me hota
अगर हमें सफलता की कुंजी(चाबी) मिल
ReplyDeleteभी जाये तो...
कुछ कमीने ताला तक बदल देते हैं...
.
.
.
.
तो चाभी को छोडो...
.
.
दरवाजा तोडना सीखो.....!
जिन पत्थरो को
ReplyDeleteहमने दी थी धड़कने....!
उनको जुबां मिली
तो हम पर ही बरस पड़े....॥
मित्रो आप इन नियमो का पालण पूरी ईमानदारी से अपनी ज़िंदगी मे करे !!
ReplyDeleteये नियमो का पालण न करने से ही बीमारियाँ ज़िंदगी मे आती हैं !!
____________________________________
सुबह उठते ही सबसे पहले हल्का गर्म पानी पिये !! 2 से 3 गिलास जो रोज पिये !
पानी हमेशा बैठ कर पिये !
पानी हमेशा घूट घूट करके पिये !!
घूट घूट कर इसलिए पीना है ! ताकि सुबह की जो मुंह की लार है इसमे ओषधिए गुण
बहुत है ! ये लार पेट मे जानी चाहिए ! वो तभी संभव है जब आप पानी बिलकुल घूट
घूट कर मुंह मे घूमा कर पिएंगे !
इसके बाद दूसरा काम पेट साफ करने का है ! रोज पानी पीकर सुबह शोचालय जरूर जाये
!पेट का सही ढंग से साफ न होना 108 बीमारियो की जड़ है !
खाना खाने के तुरंत बाद पानी पीना जहर पीने के बराबर है !
हमेशा डेड घंटे बाद ही पानी पीएं !
खाना खाने के बाद अगर कुछ पी सकते हैं उसमे तीन चीजे आती हैं !!
1) जूस
2) छाज (लस्सी) या दहीं !
3) दूध
सुबह खाने के बाद अगर कुछ पीना है तो हमेशा जूस पिये !
दोपहर को दहीं खाये ! या लस्सी पिये !
और दूध हमेशा रात को पिये !!
इन तीनों के क्रम को कभी उल्टा पुलटा न करे !!
इसके इलावा खाने के तेल मे भूल कर भी refine oil का प्रयोग मत करे !
अभी के अभी घर से निकाल दें ! सरसों के तेल का प्रयोग करे ! या देशी गाय के
दूध का शुद्ध घी खाएं ! ! (पतंजलि का सरसों का तेल एक दम शुद्ध है !(शुद्ध
सरसों के तेल की पहचान है मुंह पर लगाते ही एक दम जलेगा ! और खाना बनाते समय
आंखो मे हल्की जलन होगी !
चीनी का प्रयोग तुरंत बंद कर दीजिये ! गुड खाना का प्रयोग करे ! या शक्कर खाये
!!
खाने बनाने मे हमेशा सेंधा नमक या काला नमक का ही प्रयोग करे !! आयोडिन युक्त
नमक कभी न खाएं !!
सुबह का भोजन सूर्य उद्य ! होने के 2 से 3 घंटे तक कर लीजिये ! (अगर 7 बजे
आपके शहर मे सूर्य निकलता है ! तो 9 या 10 बजे तक सुबह का भोजन कर लीजिये ! इस
दौरान जठर अग्नि सबसे तेज होती है ! सुबह का खाना हमेशा भर पेट खाएं ! सुबह के
खाने मे पेट से ज्यादा मन संतुष्टि होना जरूरी है ! इसलिए अपनी मनपसंद वस्तु
सुबह खाएं !!
खाना खाने के तुरंत बाद ठीक 20 मिनट के लिए बायीं लेट जाएँ और अगर शरीर मे
आलस्य ज्यादा है तो 40 मिनट मिनट आराम करे ! लेकिन इससे ज्यादा नहीं !
इसी प्रकार दोपहर को खाना खाने के तुरंत बाद ठीक 20 मिनट के लिए बायीं लेट
जाएँ और अगर शरीर मे आलस्य ज्यादा है तो 40 मिनट मिनट आराम करे ! लेकिन इससे
ज्यादा नहीं !
रात को खाना खाने के तुरंत बाद नहीं सोना ! रात को खाना खाने के बाद बाहर सैर
करने जाएँ ! कम से कम 500 कदम सैर करे ! और रात को खाना खाने के कम स कम 2
घंटे बाद ही सोएँ !
ब्रह्मचारी है (विवाह के बंधन मे नहीं बंधे ) तो हमेशा सिर पूर्व दिशा की और
करके सोएँ ! ब्रह्मचारी नहीं है तो हमेशा सिर दक्षिण की तरफ करके सोएँ ! उत्तर
और पश्चिम की तरफ कभी सिर मत करके सोएँ !
मैदे से बनी चीजे पीज़ा ,बर्गर ,hotdog,पूलड़ोग , आदि न खाएं ! ये सब मेदे को
सड़ा कर बनती है !! कब्ज का बहुत बड़ा कारण है !!
इन सब नियमो का अगर पूरी ईमानदारी से प्रयोग करेंगे ! 1 से 2 महीने मे ऐसा
लगेगा पूरी जिंदगी बदल गई है ! मोटापा है तो कम हो जाएगा ! hihgh
BP,cholesterol,triglycerides,सब level पर आना शुरू हो जाएगा ! HDL बढ्ने
लगेगा ! LDL ,VL DL कम होने लगेगा !! और भी बहुत से बदलाव आप देखेंगे !!
"नकलचियो द्वारा की गयी प्रार्थना
ReplyDeleteमाता शारदे भवानी, ऐसा वरदान दे दे,
हो जाये जुगाङ कुछ, हर इम्तेहान में
फेल हो गया बङी बेज्जती खराब होगी,
बैठना पङेगा मुझे, पान की दुकान मे
एसएसटी-कम्प्यूटर-जीके-मैथ-आर्ट-इंगलिश
हिन्दी-संस्क्रत-साइंस,कुछ नहीं आता है
शेक्सपियर, अकबर, न्यूटन तो मर गये,
स्कूल भूतों का डेरा नज़र आता है
ऐसा कर दे कमाल, आ जाये कोई भूचाल,
जिसमे केवल स्कूल गिर जाये माँ
ना कोई हताहत हो, ना किसी को चोट लगे,
आन्सरों की शीट, मलबे मे दब जाये माँ
यू नू मैया बैटर के, कितनी है टैंशन,
एक्ज़ामों मे छोरियाँ भी गायब हो जाती हैं
मैसेज ना भेजे कोइ, ना ही मिस्ड काल मारे,
फोन भी करो तो हाय फोन न उठाती हैं
मेरी प्रोबलम जैनुअन है माँ तू ही देख,
माँगता हूं तुझसे मै, यही मुझे वर दे
हर साल खेलूं होली चैन से सुकून से माँ,
अगले सौ बरस मुलायाम दादा को सत्ता दे "
सफलता के 20 मँत्र
ReplyDelete=============
1.खुद की कमाई से कम खर्च हो ऐसी जिन्दगी बनाओ..!
2. दिन मेँ कम से कम 3 लोगोकी प्रशंशा करो..!
3. खुद की भुल स्वीकार ने मेँ कभी भी संकोच मत करो..!
4. किसी के सपनो पर हँसो मत..!
5. आपके पीछे खडे व्यक्तिको भी कभी कभी आगे जाने का मौका दो..!
6. रोज हो सके तो सुरज को उगता हुए देखे..!
7. खुब जरुरी हो तभी कोई चीज उधार लो..!
8. किसी के पास से कुछ जानना हो तो विवेक से दोबार पुछो..!
9. कर्ज और शत्रु को कभी बडा मत होने दो..!
10. ईश्वर पर पुरा भरोशा रखो..!
11. प्रार्थना करना कभी मत भुलो, प्रार्थना मेँ अपार शक्ति होती है..!
12. अपने काम से मतलब रखो..!
13. समय सबसे ज्यादा किमती है, इसको फालतु कामो मेँ खर्च मत करो..!
14. जो आपके पास है, उसी मेँ खुश रहना सिखो..!
15. बुराई कभी भी किसी कि भी मत करो करो,
क्योकिँ बुराई नाव मेँ छेद समान है, बुराई छोटी हो बडी नाव तो डुबोही देती है..!
16. हमेशा सकारात्मक सोच रखो..!
17. हर व्यक्ति एक हुनर लेकर पैदा होता बस उस हुनर को दुनिया के सामनेलाओ..!
18. कोई काम छोटा नही होताहर काम बडा होता है जैसे कि सोचो जो काम आप कर रहेहो अगर आप वह काम आप नही करते हो तो दुनिया पर क्या
असर होता..?
19. सफलता उनको ही मिलती है जो कुछकरते है
20. कुछ पाने के लिए कुछ खोना नही बल्कि कुछ करनापडता ह
TET KA MAKSAD-:
ReplyDeletejaisa ki aaj hamare bhai log aapas mein ladh rahe hain ki accd wale jyada kavil hain ya tet merit wale jyada kavil hain aisa kuch nahi he badhe-badhe achche accd record rakhne wale tet mein gachcha kha gaye aur badhe-bure accd record rakhne wale tet merit holder bane bahut saare log aise hain jo donon mein mahaarat rakhte hain aisa isliye hua
MAIN REASON-: TET MEIN 5 SUBJECT KA INCLUDE HONA
kyonki yeh saare sub. PRT mein padhane padte hain iss test se yeh nahi dekha gaya tha ki aap kisi ek subject mein kitni mahaarat rakhte hain balki yeh dekha gaya tha ki aap mein se kon log primary ke bachchon ko padhane ki kaabliyat rakhte hain
जिन्हे खुद पर भरोसा नही उनके पास डरने और डराने के अलावा दूसरा विकल्प न कल था और न आज है । और जिन्हे खुद पर भरोसा है अपनी सत्यता ईमानदारी और भारतीय संहिता पर भरोसा है वह न तो पहले कभी डरे थे और न आज डरने की आवश्यकता है । डाल पर बैठा पंछी डाल पर नही खुद के पंखों की ताकत पर भरोसा करता है डाल के हिलने पर विलाप नही करता । इसलिए हमे तो अपने विधि सम्मत होने पर जो भरोसा कल था वही आज है । जिसको टेट मैरिट और पुराने विज्ञापन के विधि सम्मत होने का भरोसा नही है वह डरने के अलावा और कर भी क्या सकता है ?
ReplyDeleteहमे तो खुद के विधिसम्मत होने पर भरोसा है फिर हमारे मामले को चाहे टंडन जी सुने या हरकौली जी या फिर अम्बानी जी शाही जी बघेल जी क्या फर्क पड़ता है ? फैसला तो विधि सम्मत ही होगा ।
ReplyDelete
ReplyDeleteअब मैं सोने चला..शुभ रात्रि
अब मै उठ गया फिर से अपनी बक बक चालू करुगा जिसको पढना है तो आ जाय ये ब्लाग मेरा है
ReplyDeleteभारत मे नकलचियोँ की कमी नही है ।
ReplyDeleteखुद ही देख लो सोने तो गया है और जाग गया है कोई और।
और ये ब्लाग भी उसने जैसे अकैडमिक मेरिट से खरीद लिया है।
ReplyDeleteMr. farmula2 mujhe achhi tarhe pata hai ki chotala ka kya hua sayad apko nhi pata ki chotala jail main kyon hai pahle chotala ke case ka pata karo phir mujhe btana.
ReplyDeletedusri bat mujhe tet balo se juicy nhi hai na hi acadmic balo si hamdardi agar ap jitoge to apki jit pr apko tah dil se badhai pr apne
aur Mr. satish apko eso kyon laga ki main sarkar ke geet ga raha hun main to ye kaha ki sarkar chunav ki taiyari ki bajhe se vacancy ko roke hai jisse hame hi nuksan ho raha hai phir bhi apka sochna hai ki mai sarkar ke geet gata hun to apki soch ke liye dhanyaba..........
tmntbbn bhai kaha hai aap? Aaj ka koi news hai kya? Ham aapka wait kar rhe hai. Letest updates provide kare please. Thanx.
ReplyDeleteuptet 2013 k admitcard download hone shuru ho gaye hain...
ReplyDeletebharti kb hogi kisi ko pta h kya???wait krte krte bhut tym ho gya h ab.sabr ka kitna imtihan hoga???SP party ko iska nuksan uthana padegs....2014 door nhi h ab
ReplyDeletemr. ALOK KUMAR ZEE
ReplyDeleteaapki ladaayi me hum bhi aapke saath hain
hum jeetne ke baad 72824 padon ko gift karne ka mann bana liya hain
hum lad to apne liye rahe hain lekin 72824 bache huye padon ka kya karenge, ye sabhi pad hum accd/gunk/bharti suppo/damaad of govt.ko gift karne ki planning kar rahe hain
thanks ALOK BHAI
A Beggar Found Rs. 100/-. .. … He Went To A 5 Star Hotel For Dinner… . .. … Bill Rs. 3000/-. .. … Hewas unable to pay!!! . Manager Handed Him To Police!!! . He Gave Rs. 100/- To Policeman & Free!!! . Its Called FINANCIAL MANAGEMENT Without MBA..!!!
ReplyDeleteमेरे शहर के एक बड़े नेता जी ने मेरे कंधे पे हाथ मारते हुए कहा :-
ReplyDelete" सुना है बहुत कुछ लिखते हो , शाबाश लगे रहो ..! "
मैंने शर्माते हुए कहा :-
चाचा सुना ही होगा आपने ..., क्यूंकि अगर पढ़े होते तो पैर पकड़ लेते
सिगरेट के पैकेट पर
ReplyDelete.
'धुम्रपान हानिकारक है'
.
लिखना और
.
प्रधानमंत्री जी का 'निंदा' करना,
.
दोनों ही बेकार है
MERE TET SUPPORTER SATHIYO..JAISA KI KU6 ACD GRUP KO IS WAKT HARKOLI G KE RETIRMENT KO LEKAR KAFI KHUSH HAI..UNHE LAGTA HAI.. HARKOLI G KE RETIRMENT KE BAD AGAR FAISHLA HUWA TO WO NISCHIT RUP SE TET KE KHILAF HOGA PAR WO LOG YE NAHI JANTE KI JUDGE KOI V HO ,PAR KANUN KE ANUSAR TET KA PAX MAJBUT HAI,.KU6 LOG KAHTE HAI KI BENCH CHANGE HOGA..HARKOLI G KE BENCH ME AB NA SUNA JAYEGA..KYUKI GOV. Bench change karwa legi..ye log itna nahi jante ki agar bench change hota to ye may last week me pta chal jata hai,,hamara case harkoli g ke rahne tak usi bench me suna jayega aur harkoli g ke sath manoj mishra ke sthan par ek matra h.c ki mahila judge Nahid Aara Monish g rahegi..kyuki pichhale ku6 week se wahi harkoli g ke sath court no.33 me sunwai kar rahi hai..acd walo ko akhir harkoli se dar kyu lagta hai..
ReplyDelete2) harkoli g dwara 23 feb se magi gyi har sansodhan ki c.d ka na dena kahi na kahi gov. Wakil dwara mamla aur kheechane ke liye pratit ho raha hai..ya to c.b.yadav ko malum hai ki c.d me dhandhli nahi hai..waise hamne omr janch agency creative data agency new delhi ke malik se v bat ki hai unhone kaha hai gov. Ko har sansodhan ki c.d alag alag ham de chuke hai..agar gov. Ek v mark abaidh rup se badhane ka sakshy de de to ham apni company hi band kar dege..
ReplyDelete3) agar hamara mamla july tak na clear huwa to h.c ke siksha mamlo ki any do bench jisme ja sakti hai.1) sunil amwani and bharat bhushan 2) dilip gupta and abhinav upadhyay
ReplyDeletehai..ye dono bench v tet merit ko hi bahal karegi..kyuki t.b ka order aur s.c ke 2 case ka example hamare pax ko majbut kar raha hai.1) manju shree bnam andhra rajy 2007jisme s.c ne kaha hai khel ka niyam khel ke pahle bnta hai..bich me niyam badalna galat hai..2)himani malhotra bnam delhi rajy 2008 me v s.c ne aisa hi ku6 kaha hai,jisase hamara pax kafi majbut hai,suprime court ke nirnay ek kanun ban jate hai jise h.c ignore nahi kar sakti..tet ki jeet tay hai,acd walo ki nirasha unke grup par saf jhalakti hai,yaha tak kafi grup admin to f.b se gayab v ho chuke hai..par ham apka manobal badhane aur news dene k liye lagatar active hai..jai tet
एडवोकेट करे: हुजूर मेरी गुजारिश है कि इस केस को टेट को विलुप्त होने से बचाने के लिए गठित वृहद पीठ में भेज दिया जाए...
ReplyDeleteएडवोकेट तैलेंद्र :नहीं साहब!!आप इस केस को वृहद पीठ का निर्णय आने तक अपने पास ही रखें वरना पता नहीं वृहद पीठ में क्या गडबड घोटाला हो जाए..
न्यायमूर्ति करकौली: (मन में सोचते हुए) न्यायमूर्ति डनडन ने सही बताया था कि करे गद्दार है,,उसने उनकी अदालत में मामले को हमेशा के लिए फसा देने का पूरा प्रयास किया था,,,मेरे कोर्ट में भी पहले दिन अपने मुवक्किलों की चिंता छोड़कर नए विज्ञापन में टेट फेल वालों का फ़ार्म ना भरवाए जाने के खिलाफ बकवास कर रहा था,,,,
करकौली साहब मामले को वृहद पीठ भेजने अथवा अपने पास ही पेंडिंग में रखने की अनुशंसा के साथ मुख्य न्यायाधीश महोदय को एक निजी पत्र भी भेजते हैं जिसमें वो लिखते हैं कि इस केस को एडवोकेट सरे की मंशा के अनुरूप वृहद पीठ भेज दीजिए,,मैंने स्टे देते वक्त ही सिंगिल जज द्वारा दिए आदेश में अपने विचार प्रत्यारोपित करके ऐसी व्यवस्था कर दी थी कि वृहद पीठ क्या वृहदतम पीठ भी पूर्व विज्ञापन के अभ्यर्थियों का बाल भी बांका नहीं कर सकती,,,, डनडन और मैं तो इसकी पहले ही बेइज्जती कर चुका हूँ अब ये सौभाग्य अम्वानी, शाह और बघेला कि त्रयी को भी मिलना चाहिए,,,,
भविष्य:
करकौली साहब: (टेट मेरिट वालों की ओर मुखातिब होते हुए) कहों गुरुजनों आपके मुख्य वकील महोदय नहीं दिखाई दे रहे,,,कहीं वृहद पीठ में डबल खाने को तो नहीं मिल जो पेट खराब हो गया हो?
अभ्यर्थी:सर!! किसने कितना खाया ये तो हम नहीं जानते लेकिन अब हमारे पास किसी को खिलाने के लिए फूटी कौडी नहीं बची है,,, जिन कालेजों में पढाते थे उनके मालिकों ने यह कहकर भगा दिया कि तुम लोगों का एक-दो महीनों में चयन हो ही जाएगा तब हम बीच सेशन में नए टीचर कहाँ से लायेंगे,,,
करकौली:(अन्य वकीलों की ओर देखते हुए)हाँ भाईयों आपको भी कुछ कहना है या मैं ही पूर्व की भाँति चालू रहूँ,,
तैलेंद्र:अरे हुजूर जब आप मौजूद हैं तो हमारी क्या मजाल जो कोई कायदे की बात बोलें,,,
करकौली: यादव जी आप बताइए क्या करूँ अब,,,
यादव:हुजूर मैं और मेरे विरोधी वकील कुछ और दिन कुतर्क कर लेते हैं,,और तो इस मामले में अब कुछ किया नहीं जा सकता,,,
करकौली:अच्छा ठीक है,,,वृहद पीठ का आदेश बा-आवाजे बुलंद पडो,,, तुम्हारे आकाओं के कानों तक उसकी गूँज सुनाई देनी चाहिए,,
यादव: ये जुर्म मत कीजिए हुजूर,,, उसमें तो प्लेटो और उनके शिष्य अरस्तू का जिक्र है,,, अरस्तू का शिष्य सिकंदर था,, मुझे तो अपने आस-पास इस वक्त सिकंदरों की फ़ौज नजर आ रही है,,,क्यों मुझ अमीर को अपनी अदालत में पिटवाना चाहते हैं,,,
करकौली साहब द्वारा जोर दिए जाने पर यादव आदेश पडना शुरू करता है लेकिन जैसे ही उसे पता चलता है कि हेड मास्टर की शक्ति प्रधानमंत्री से ज्यादा होती हैं वो अचानक बैठ जाता है,,,
करकौली: ये क्या बद्द्तामीजी है,,, खड़े हो जाओ वरना...
यादव: आप चाहें तो मुझे इसी वक्त सूली पर चढ़ा दें लेकिन कृपया बैठालकर ही चढ़ाइयेगा,,, वरना मेरी सारी इज्जत पैंट के निचले हिस्से निकलकर कोर्ट रूम में बह जायेगी,,
करकौली: अच्छा यादव ये बताओ तुम्हारी सरकार को इन बच्चों से इतनी नफरत क्यों है ,,, इन्होने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है,,
यादव:अरे नहीं हुजूर,नफरत नहीं है,,असला बात तो यह है कि इनके बिना हमारे नक़ल माफिया साथियों का काम नहीं चलेगा,,ये अगर सरकारी कर्मचारी बन जायेंगे तो नक़ल कराने में आना-कानी करेंगे,,,सुना है कि वृहद पीठ ने अपने फैसले में लिखा है कि एक योग्य अध्यापक को अपने छात्रों को यह बताने में सक्षम होना चाहिए कि क्या पढ़ना है और क्या नहीं,,लेकिन हमारे मूर्खमंत्री महोदय का मानना है कि एक योग्य अध्यापक को अपने विद्यार्थियोंके दिलोदिमाग में यह बात बिठाने में सक्षम होना चाहिए कि कुछ भी पढ़ने की जरूरत नहीं है,,,,सरकारी लैपटापों के सामने बैठकर सिर्फ देखने की जरूरत है,,,,
उसी समय एक त्रीव दुर्गन्ध का झोंका आता है,,, करकौली साहब रूम फ्रेशनर की सुरक्षा में फैसला सुनाते है और पर्दा गिर जाता है,,, पर्दे पर बड़े-बड़े शब्दों में लिखा है,,,,
सत्यमेव जयते= जय टेट मेरिट
आज जिससे भी पूँछो वो कहेगा मैँ डॉक्टर ,
ReplyDeleteबनूँगा मैँ इंजीनियर बनूँगा आईएस बनूँगा वकील
बनूँगा लेकिन एक बी आदमी नेता बनने को तैयार
नहीँ है ...!
पॉलीटिक्स गटर है ये बोलकर सब भाग जाते हैँ
लेकिन कोई भी इस गटर मेँ उतरकर इसे साफ करने
को तैयार नहीँ है ....!!
मोदी जी प्रधानमंत्री बने तो देश की छवि खराब होगी - शबाना आज़मी
ReplyDelete:
:
:
:
.
.
:
:
.
अजी !! मोहतरमा ** सन्नी लियोन के मुँह से करवा चौथ की कथा सुनना अच्छा नहीं लगता हैं !!
ReplyDeleteकरीब 2 साल पहले...पीएम छोडो मोदी अबकी गुजरात हार जाएँगे...
1 साल पहले...गुजरात जीत भी जाएँ तो बीजेपी आगे नही करेगी...
6 महीने पहले...फेसबुक पे सरकार नही बनती...
2 महीने पहले...नितीश आगे नही आने देंगे...
1 हफ्ते पहले...अडवाणी रोक लेंगे...
और अब...मोदी से डर रही है कांग्रेस...
अबे मूर्खाधिराजों...हम 4 साल से सिर्फ कह ही नही रहे हैं...जानते भी है...
कि 2014 में नरेंद्र भाई मोदी ही भारत के प्रधानमन्त्री बनेंगे...
ये है देश के विनाश के आंकड़े ! जिसे सरकार विकास
ReplyDeleteबताती है !
65 साल से रुपए का गिरता मूल्य !
1947 में 1 डालर = 1.00 रूपये
1966 में 1 डालर = 7.50 रूपये
1975 में 1 डालर = 8.40 रूपये
1984 में 1 डालर = 12.36 रूपये
1990 में 1 डालर = 17.50 रूपये
1991 में 1 डालर = 24.58 रूपये
1992 में 1 डालर = 28.97 रूपये
1995 में 1 डालर = 34.96 रूपये
2000 में 1 डालर = 46.78 रूपये
2001 में 1 डालर = 47.93 रूपये
2002 में 1 डालर = 48.98 रूपये
2003 में 1 डालर = 45.57 रूपये
2004 में 1 डालर = 43.84 रूपये
2005 में 1 डालर = 46.11 रूपये
2007 में 1 डालर = 44.25 रूपये
2008 में 1 डालर = 49.82 रूपये
2009 में 1 डालर = 46.29 रूपये
2010 में 1 डालर = 45.09 रूपये
2011 में 1 डालर = 51.10 रूपये
2012 में 1 डालर = 54.47 रूपये
2013 में 1 डालर = 58.95 रूपये
ये 1 डालर = 58.95 रूपये आज का वैल्यू हैं |
हो रहा भारत निर्माण
दोस्तो सबसे पहले साँपो के बारे मे एक महत्वपूर्ण बात आप ये जान लीजिये ! कि अपने देश भारत मे 550 किस्म के साँप है ! जैसे एक cobra है ,viper है ,karit है ! ऐसी 550 किस्म की साँपो की जातियाँ हैं ! इनमे से मुश्किल से 10 साँप है जो जहरीले है सिर्फ 10 ! बाकी सब non poisonous है! इसका मतलब ये हुआ 540 साँप ऐसे है जिनके काटने से आपको कुछ नहीं होगा !! बिलकुल चिंता मत करिए !
ReplyDeleteलेकिन साँप के काटने का डर इतना है (हाय साँप ने काट लिया ) और कि कई बार आदमी heart attack से मर जाता है !जहर से नहीं मरता cardiac arrest से मर जाता है ! तो डर इतना है मन मे ! तो ये डर निकलना चाहिए !
वो डर कैसे निकलेगा ????
जब आपको ये पता होगा कि 550 तरह के साँप है उनमे से सिर्फ 10 साँप जहरीले हैं ! जिनके काटने से कोई मरता है ! इनमे से जो सबसे जहरीला साँप है उसका नाम है !
russell viper ! उसके बाद है karit इसके बाद है viper और एक है cobra ! king cobra जिसको आप कहते है काला नाग !! ये 4 तो बहुत ही खतरनाक और जहरीले है इनमे से किसी ने काट लिया तो 99 % chances है कि death होगी !
लेकिन अगर आप थोड़ी होशियारी दिखाये तो आप रोगी को बचा सकते हैं
होशियारी क्या दिखनी है ???
आपने देखा होगा साँप जब भी काटता है तो उसके दो दाँत है जिनमे जहर है जो शरीर के मास के अंदर घुस जाते हैं ! और खून मे वो अपना जहर छोड़ देता है ! तो फिर ये जहर ऊपर की तरफ जाता है ! मान लीजिये हाथ पर साँप ने काट लिया तो फिर जहर दिल की तरफ जाएगा उसके बाद पूरे शरीर मे पहुंचेगा ! ऐसे ही अगर पैर पर काट लिया तो फिर ऊपर की और heart तक जाएगा और फिर पूरे शरीर मे पहुंचेगा ! कहीं भी काटेगा तो दिल तक जाएगा ! और पूरे मे खून मे पूरे शरीर मे उसे पहुँचने मे 3 घंटे लगेंगे !
मतलब ये है कि रोगी 3 घंटे तक तो नहीं ही मरेगा ! जब पूरे दिमाग के एक एक हिस्से मे बाकी सब जगह पर जहर पहुँच जाएगा तभी उसकी death होगी otherwise नहीं होगी ! तो 3 घंटे का time है रोगी को बचाने का और उस तीन घंटे मे अगर आप कुछ कर ले तो बहुत अच्छा है !
क्या कर सकते हैं ?? ???
घर मे कोई पुराना इंजेक्शन (injection) हो तो उसे ले और आगे जहां सुई(needle) लगी होती है वहाँ से काटे ! सुई(needle) जिस पलास्टिक मे फिट होती है उस प्लास्टिक वाले हिस्से को काटे !! जैसे ही आप सुई के पीछे लगे पलास्टिक वाले हिस्से को काटेंगे तो वो injection एक सक्षम पाईप की तरह हो जाएगा ! बिलकुल वैसा ही जैसा होली के दिनो मे बच्चो की पिचकारी होती है !
उसके बाद आप रोगी के शरीर पर जहां साँप ने काटा है वो निशान ढूँढे ! बिलकुल आसानी से मिल जाएगा क्यूंकि जहां साँप काटता है वहाँ कुछ सूजन आ जाती है और दो निशान जिन पर हल्का खून लगा होता है आपको मिल जाएँगे ! अब आपको वो injection( जिसका सुई वाला हिस्सा आपने काट दिया है) लेना है और उन दो निशान मे से पहले एक निशान पर रख कर उसको खीचना है ! जैसी आप निशान पर injection रखेंगे वो निशान पर चिपक जाएगा तो उसमे vacuum crate हो जाएगा ! और आप खींचेगे तो खून उस injection मे भर जाएगा ! बिलकुल वैसे ही जैसे बच्चे पिचकारी से पानी भरते हैं ! तो आप इंजेक्शन से खींचते रहिए !और आप first time निकलेंगे तो देखेंगे कि उस खून का रंग हल्का blackish होगा या dark होगा तो समझ लीजिये उसमे जहर मिक्स हो गया है !
तो जब तक वो dark और blackish रंग blood निकलता रहे आप खिंचीये ! तो वो सारा निकल आएगा ! क्यूंकि साँप जो काटता है उसमे जहर ज्यादा नहीं होता है 0.5 मिलीग्राम के आस पास होता है क्यूंकि इससे ज्यादा उसके दाँतो मे रह ही नहीं सकता ! तो 0.5 ,0.6 मिलीग्राम है दो तीन बार मे आपने खीच लिया तो बाहर आ जाएगा ! और जैसे ही बाहर आएगा आप देखेंगे कि रोगी मे कुछ बदलाव आ रहा है थोड़ी consciousness (चेतना) आ जाएगी ! साँप काटने से व्यकित unconsciousness हो जाता है या semi consciousness हो जाता है और जहर को बाहर खींचने से चेतना आ जाती है ! consciousness आ गई तो वो मरेगा नहीं ! तो ये आप उसके लिए first aid (प्राथमिक सहायता) कर सकते हैं !
इसी injection को आप बीच से कट कर दीजिये बिलकुल बीच कट कर दीजिये 50% इधर 50% उधर ! तो आगे का जो छेद है उसका आकार और बढ़ जाएगा और खून और जल्दी से उसमे भरेगा !
तो ये आप रोगी के लिए first aid (प्राथमिक सहायता) के लिए ये कर सकते हैं !
____________________________
ReplyDeleteदूसरा एक medicine आप चाहें तो हमेशा अपने घर मे रख सकते हैं बहुत सस्ती है homeopathy मे आती है ! उसका नाम है NAJA (N A J A ) ! homeopathy medicine है किसी भी homeopathy shop मे आपको मिल जाएगी ! और इसकी potency है 200 ! आप दुकान पर जाकर कहें NAJA 200 देदो ! तो दुकानदार आपको दे देगा ! ये 5 मिलीलीटर आप घर मे खरीद कर रख लीजिएगा 100 लोगो की जान इससे बच जाएगी ! और इसकी कीमत सिर्फ पाँच रुपए है ! इसकी बोतल भी आती है 100 मिलीग्राम की 70 से 80 रुपए की उससे आप कम से कम 10000 लोगो की जान बचा सकते हैं जिनको साँप ने काटा है !
और ये जो medicine है NAJA ये दुनिया के सबसे खतरनाक साँप का ही poison है जिसको कहते है क्रैक ! इस साँप का poison दुनिया मे सबसे खराब माना जाता है ! इसके बारे मे कहते है अगर इसने किसी को काटा तो उसे भगवान ही बचा सकता है ! medicine भी वहाँ काम नहीं करती उसी का ये poison है लेकिन delusion form मे है तो घबराने की कोई बात नहीं ! आयुर्वेद का सिद्धांत आप जानते है लोहा लोहे को काटता है तो जब जहर चला जाता है शरीर के अंदर तो दूसरे साँप का जहर ही काम आता है !
तो ये NAJA 200 आप घर मे रख लीजिये !अब देनी कैसे है रोगी को वो आप जान लीजिये !
1 बूंद उसकी जीभ पर रखे और 10 मिनट बाद फिर 1 बूंद रखे और फिर 10 मिनट बाद 1 बूंद रखे !! 3 बार डाल के छोड़ दीजिये !बस इतना काफी है !
और राजीव भाई video मे बताते है कि ये दवा रोगी की जिंदगी को हमेशा हमेशा के लिए बचा लेगी ! और साँप काटने के एलोपेथी मे जो injection है वो आम अस्तप्तालों मे नहीं मिल पाते ! डाक्टर आपको कहेगा इस अस्तपाताल मे ले जाओ उसमे ले जाओ आदि आदि !!
और जो ये एलोपेथी वालो के पास injection है इसकी कीमत 10 से 15 हजार रुपए है ! और अगर मिल जाएँ तो डाक्टर एक साथ 8 से -10 injection ठोक देता है ! कभी कभी 15 तक ठोक देता है मतलब लाख-डेड लाख तो आपका एक बार मे साफ !! और यहाँ सिर्फ 10 रुपए की medicine से आप उसकी जान बचा सकते हैं !
और राजीव भाई इस video मे बताते है कि injection जितना effective है मैं इस दवा(NAJA) की गारंटी लेता हूँ ये दवा एलोपेथी के injection से 100 गुना (times) ज्यादा effective है !
तो अंत आप याद रखिए घर मे किसी को साँप काटे और अगर दवा(NAJA) घर मे न हो ! फटाफट कहीं से injection लेकर first aid (प्राथमिक सहायता) के लिए आप injection वाला उपाय शुरू करे ! और अगर दवा है तो फटाफट पहले दवा पिला दे और उधर से injection वाला उपचार भी करते रहे !
दवा injection वाले उपचार से ज्यादा जरूरी है !!
________________________________
तो ये जानकारी आप हमेशा याद रखे पता नहीं कब काम आ जाए हो सकता है आपके ही जीवन मे काम आ जाए ! या पड़ोसी के जीवन मे या किसी रिश्तेदार के काम आ जाए! तो first aid के लिए injection की सुई काटने वाला तरीका और ये NAJA 200 hoeopathy दवा ! 10 - 10 मिनट बाद 1 - 1 बूंद तीन बार
रोगी की जान बचा सकती है !!
आपने पूरी post पढ़ी बहुत बहुत धन्यवाद !!
यहाँ जरूर click करे !
http://www.youtube.com/watch?v=IB-uIdN0nyk
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteGood Mrng Tmntbbn bhai, 2 din se blog pe acdmc wale nhi dikh rhe hai kya baat hai? Kaha gayab ho gaye sab k sab. Ab aa bhi jaao ham to wait kar rhe aapke mukharbind se kuchh katu bachan sunane ko.
ReplyDeleteBAHUT SOCHA ,BAHUT SAMJHA, BAHUT JANA JAMANE KO. RAHA BAKI JAMANE ME TUMHE BAS AAJMANE KO.....
ReplyDeleteAcd sporter maidan chhod k bhag gaye.
ReplyDelete