/* remove this */ Blogger Widgets /* remove this */

Wednesday, July 16, 2014

UPTET / 72825 Teacher Recruitment: प्रत्यावेदन अब 21 जुलाई तक भेजे जा सकेंगे

UPTET / 72825 Teacher Recruitment: प्रत्यावेदन अब 21 जुलाई तक भेजे जा सकेंगे
शिक्षक भ्‍ार्ती के आवेदकों को 21 तक संशोधन का मौका


72825 Teacher Recruitment, 72825 teacher vacancy in up latest news join blog, Counseling of 72825 Teacher as per Supreme Court Order, UP-TET 2011
*******************
LAGBHAG JITNE AAVEDAN UTNE PRATYAVEDAN AANE KEE SAMBHAVNA :

SABHEE JILON SE AAVEDAK BADEE SANKHYA MEIN PRATYAVEDAN BHEJ RAHE HAIN, JYADATAR TET MARKS BADNE KE KAARAN PRATYAVEDAN HO RAHE HAIN, AUR BHEE BAHUT SAAREE KHAMIYAN HAIN - NAAM, PITA KA NAAM AADI

News Sabhaar : Hindustan (16.07.2014)

******************

अंतिम मेरिट व काउंसलिंग का संशोधित कार्यक्रम जल्द होगा जारी



लखनऊ। प्राइमरी स्कूलों में 72,825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती के लिए आवेदन में सुधार के लिए प्रत्यावेदन अब 21 जुलाई तक भेजे जा सकेंगे। पहले इसे भेजने की अंतिम तिथि 15 जुलाई थी। प्रदेश में अब तक करीब 60 लाख आवेदकों ने अपने ऑनलाइन विवरण डाउनलोड किए हैं। इसके आधार पर संशोधन के लिए जिलेवार प्रत्यावेदन भेजे जा रहे हैं। ऐसे में प्रत्यावेदन भेजने के लिए डाकघरों में अभ्यर्थियों की भीड़ उमड़ रही है। ऐसे में डाक विभाग ने शासन से तिथि बढ़ाने का अनुरोध किया था, जिसे मानते हुए प्रत्यावेदन भेजने की अंतिम तिथि बढ़ाने का निर्णय किया गया। प्रत्यावेदन अब 21 जुलाई की शाम 5 बजे तक संबंधित जिले के डायटों पर भेजे जा सकते हैं। प्रत्यावेदन देने के लिए समय सीमा तीसरी बार बढ़ाई गई है। सचिव बेसिक शिक्षा एचएल गुप्ता ने बताया कि जिलेवार संशोधन का प्रत्यावेदन मिलने के बाद अंतिम मेरिट निकालने के साथ ही काउंसलिंग का संशोधित कार्यक्रम जारी किया जाएगा।
विभागीय जानकारी के मुताबिक प्रदेशभर में करीब 68 लाख आवेदन शिक्षक भर्ती के लिए आए हैं। बेसिक शिक्षा विभाग ने http://upbasiceduboard.gov.in, http://164.100.181.130, http://164.100.181.234 तथा http://164.100.181.141 पर पूरा ब्यौरा ऑनलाइन किया है। आवेदक ऑनलाइन ब्यौरा देखकर गलतियों को सुधारने के लिए प्रत्यावेदन दे सकते हैं। सचिव बेसिक शिक्षा ने कहा है कि प्रत्यावेदन देने के लिए आवेदकों को पूरा मौका इसलिए दिया जा रहा है, ताकि कोई भी पात्र अभ्यर्थी शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने से वंचित न रह जाए।

News Source Sabhaar : अमर उजाला(15.07.2014)
******
डाक से अब तक भेजी गई तीन लाख आपत्तियां
इलाहाबाद (ब्यूरो)। शिक्षक भर्ती से जुड़ी आपत्तियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। निदेशक डाक सेवाएं कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि सोमवार को जिले में डाक विभाग से 15 हजार आपत्तियां भेजी गई। उन्होंने बताया कि इससे पहले तक डाक विभाग ने 2.85 लाख आपत्तियां भेजी थी। कुल मिलाकर यह संख्या तीन लाख पहुंच गई है। डायट प्राचार्य विनोद कृष्ण के अनुसार सोमवार को लगभग एक हजार अभ्यर्थियों ने संशोधन के लिए आपत्ति दर्ज करवाई। अभ्यर्थियों में दिन भर फार्म जमा करने की होड़ रही। डाक घरों में मारपीट तक की नौबत कई बार आई लेकिन पुलिस ने मामला संभाल लिया।
 News Source Sabhaar : अमर उजाला(15.07.2014)


**************
शिक्षक भर्ती
बेसिक शिक्षा विभाग ने किया समय सीमा बढ़ाने का फैसला1

गणित-विज्ञान शिक्षकों की भर्ती को दूसरी काउंसिलिंग के लिए मांगा प्रस्ताव







राब्यू, लखनऊ : परिषदीय स्कूलों में 72825 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में ऑनलाइन जारी किए गए विवरण में गड़बड़ियों को लेकर अभ्यर्थी अब 21 जुलाई की शाम पांच बजे तक संबंधित जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) में प्रत्यावेदन देकर अपनी आपत्तियां दर्ज करा सकते हैं। सोमवार को सचिव बेसिक शिक्षा हीरालाल गुप्ता की अध्यक्षता में विभागीय अफसरों, नेशनल इन्फार्मेटिक्स सेंटर (एनआइसी), स्टेट डाटा सेंटर और डाक विभाग के अधिकारियों की बैठक में यह फैसला किया गया। 1ऑनलाइन विवरण में गड़बड़ियों को लेकर आपत्तियां दर्ज कराने के लिए शासन ने पहले आठ जुलाई तक की तारीख तय की थी जिसे अभ्यर्थियों की मांग पर 15 जुलाई तक बढ़ा दिया गया था। अभ्यर्थी प्रत्यावेदन के जरिए आपत्तियां दर्ज कराने की समय सीमा को एक बार और बढ़ाने की मांग कर रहे थे। अभ्यर्थियों का कहना है कि उनमें से कई ने 40 से लेकर 50 और कुछ ने तो सभी जिलों में आवेदन किया था। ऐसे में 15 जुलाई तक सभी जिलों में प्रत्यावेदन भेज पाना संभव नहीं है। डाक के जरिए भी डायट में प्रत्यावेदन भेजने की छूट है, इसलिए प्रत्यावेदनों की बाढ़ आने से डाक विभाग पर भी काफी दबाव है। बेसिक शिक्षा विभाग भी सभी अभ्यर्थियों को आपत्तियां दर्ज कराने का मौका देना चाहता है। बैठक में इन सभी मुद्दों पर चर्चा के बाद आपत्तियां दर्ज कराने की तारीख को बढ़ाकर 21 जुलाई करने का निर्णय लिया गया। उधर, जूनियर हाईस्कूलों में गणित और विज्ञान शिक्षकों के 29334 पदों पर भर्ती के लिए दूसरी काउंसिलिंग कराने के बारे में शासन ने सचिव बेसिक शिक्षा परिषद से प्रस्ताव मांगा है। जूनियर हाईस्कूलों में गणित और विज्ञान शिक्षकों की भर्ती के लिए बीती सात और आठ जुलाई को सभी डायट पर कट आफ मेरिट सूची में शामिल अभ्यर्थियों की पहली काउंसिलिंग करायी गई थी। पहली काउंसिलिंग में वांछित संख्या में अभ्यर्थियों के न उपलब्ध होने से दूसरी काउंसिलिंग आयोजित करने पर विचार किया जा रहा है।6बेसिक शिक्षा विभाग ने किया समय सीमा बढ़ाने का फैसला16गणित-विज्ञान शिक्षकों की भर्ती को दूसरी काउंसिलिंग के लिए मांगा प्रस्ताव

News Sabhaar : Jagran (15.07.14)


 
UPTET, 72825 Teacher Recruitment, Counseling of 72825 Teacher as per Supreme Court Order
UPTET PASS GIRL CANDIDATE can JOIN THIS GROUP :
https://www.facebook.com/groups/uptetgirlsgroup/

UPTET PASS CANDIDATE can JOIN this GROUP :
https://www.facebook.com/groups/uptetteachersgroup
 


29334 Junior High School Teacher Aspirant Group :
https://www.facebook.com/groups/uptetjnrteacher






73 comments:

  1. आज मैं टीईटी के बडे बडे नेता ,
    अगुआकारों और लीडरों से एक प्रार्थना करना चाहता हूँ
    कि भर्ती में टांग अडाना आसान है पर उसे कराना बहुत मुश्किल

    जूनियर कैन्डीडेटस जिन्होंने आपकी प्राइमरी भर्ती बचाने के लिये 3 साल आपका सहयोग किया । और सभी के साथ हर,संभव,आपकी मदद की क्योंकि वो प्राइमरी के आवेदक भी थे।

    अब अगर सरकार ने उनके लिये अलग से भर्ती जूनियर वाली निकाल दी तो इसका प्राइमरी से क्या लेना देना
    कोइ भी भर्ती बडी मुश्किल से निकलती है । अगर आप सरकार की तरह चटपट भर्ती में टांग अडाकर उसे सुधार नही सकते तो उसे फंसाइये भी मत

    जाने दीजिए उन सभी अभ्यर्थियों को जूनियर भर्ती में
    उनका जो भी होगा वो खुद निपट लेंगे । पर आप लोग आडे न आइये।
    टीईटीयन्स की बददुआओं में इतनी दम है कि पल्टू का पूरा यूपी वोट बैंक फुंक गया ।

    अब आप भी 30000 लोगों कि बददुआ लेने के लिये क्यों आगे बढ रहे हैं , और बददुआ भी किसकी , अपनों की , जो आपके साथ रहे हमेशा

    अन्त में इतना ही कहूंगा
    विनाश आसान होता है
    और सृजन कठिन

    ReplyDelete
  2. भर्ती फंसा तो लोगे पर भर्ती कब करनी है ये सरकार के हाथ में है आपके नही ,
    अगर 1 महीने में रोंक लगा सकते हो तो एक महीने सब सुलझवाकर नियुक्ति पत्र दिलवा सको तब मानूंगा , अगर ऐसा नही कर सकते तो जो जिसका लक्ष्य है उसे उधर जाने दो

    एक लाईन सिर्फ एस के पाठक जी के लिये जूनियर मामले पर
    ~~~~~~~~~~~~~~~
    पुष्प नही बन सकते हो तो कांटे बनकर मत रहना
    भला जूनियर का कर ना सको तो बुरा जूनियर का मत करना

    ReplyDelete
  3. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  4. मैंने देखा है कि किस तरह टीईटी जिलाध्यक्ष आकर ताल ठोंक कर कहते हैं , जूनियर रदद होगी।

    श्री मान जी आपमें काबिलियत है मानता हूँ
    पर इसका उपयोग नौकरियां लेने मे न दिखायें
    अगर आप इतने ही क्षमतावान और प्रतिभावान हैं तो एक पेशकश पेश करता हूँ ,
    पूरी करके दिखाओ तो प्रतिभा मांनू

    अगर आप 2012 वाले समय में आनलाईन पडे फार्मों पर अपने कोर्ट कचहरी कानूनी ज्ञान के बल,पर एक और 72825 भर्ती करा दें ।
    तो मैं मानूंगा कि आपमे प्रतिभा सिर्फ विनाश की नही सृजन की भी है

    आधी जिन्दगी तो लोगों की चली ही गयी है लडते लडते
    अब आधी बची की बरबादी के जिम्मेदार आप न बने

    वराना मौतें पहले नौकरी न मिलने की वजह से हुईं
    फिर नौकरी जाने की वजह से होंगी ।

    और हत्या दंश ने पल्टू को तक तबाह कर डाला
    मैं नही चाहता कि आप भी मौतों के जिम्मेदार हों

    जिसमें ईश्वर अंश होता है
    वो दुख सहकर हंसी देता है न कि मिलने जा रही किसी को हंसी को छीन लेता है।

    आखिरी प्रार्थना
    जूनियर से अपनी रिट वापस ले लीजिए
    रिट लगाना कोई महान कार्य नही

    आप सिविल की तैयारी कर रहे हैं ।
    जगतजननी से प्रार्थना है कि आप सिविल में सफलता के उच्च सोपान प्राप्त करें ।

    ReplyDelete
  5. अब परिषद के ‘पत्र’ से
    निकलेगा ‘रिजल्ट’टीईटी 2011 के अंकपत्र
    की गुत्थी सुलझने के आसारमाशिप ने
    एसपी कानपुर देहात व सीओ अकबरपुर
    को भेजा पत्रजागरण संवाददाता,
    इलाहाबाद : जिस समस्या का शासन लंबे
    मंथन के बाद भी समाधान खोज
    नहीं पाया था, वह काम महज एक ‘हुक्म’ ने
    आसान कर दिया है। न्यायालय के आदेश
    को आधार बनाकर माध्यमिक
    शिक्षा परिषद इलाहाबाद ने कानपुर देहात
    जनपद की पुलिस को खत लिखा है जिसमें
    टीईटी परिणाम 2011 की जब्त की गई
    सीडी की मांग की गई है। परिषद के ‘पत्र’ से
    ‘रिजल्ट’की उम्मीद जग गई है।प्रदेश में
    पहली बार शिक्षक
    पात्रता परीक्षा (टीईटी) वर्ष 2011 में हुई
    थी। परीक्षा कराने का जिम्मा माध्यमिक
    शिक्षा परिषद को सौंपा गया था। इसमें
    परिषद ने बाहरी एजेंसी की मदद ली थी।
    2012 में परिषद ने प्रदेश के सभी मंडल
    मुख्यालयों पर अंकपत्र भेज दिए थे
    जिनका वितरण वहीं से हुआ था। तमाम
    को अंक पत्र नहीं मिल पाया था जिन्हें
    मिला भी था उनमें से कई के अंक पत्र में
    तमाम त्रुटियांथीं। अंक पत्र नहीं मिलने
    सहित गलतियों के सुधार को परिषद
    मुख्यालय पर दस हजार से ऊपर आवेदन
    आए थे।टीईटी परीक्षा के बाद कानपुर देहात
    पुलिस को नंबरबढ़वाने आदि की धांधली के
    सबूत मिले थे, पुलिस ने कुछ गिरफ्तारी करने
    के बाद परिषद मुख्यालय से अंकपत्र
    की पूरी सीडी ही जब्त कर ली थी।
    लिहाजा परिषदके पास अभ्यर्थियों को देने
    के लिए कुछ नहीं था।अभ्यर्थियों के आवेदन
    रिसीव किए जाते रहे लेकिन उनमें सुधार व
    डुप्लीकेट कॉपी देने से साफ मना कर
    दिया गया। कई अभ्यर्थी इस मामले
    को लेकर कोर्ट भी गए। इधर, 72825
    शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू होने के
    बाद शिकायतें तेज हुईं। शासन ने भी इस
    संबंध में अफसरों की बैठक बुलाई और अंक
    पत्र बांटने की संभावनाओं पर मंथन
    किया किंतु कोई समाधान नहीं निकला।
    इसी बीच महराज सिंह नामक अभ्यर्थी ने
    परिषद मुख्यालय पर आवेदन
    दिया कि उसके अंक पत्र में पिता के नाम
    की जगह उसका नाम लिख दिया गया है
    जिसे दुरुस्त किया जाए।परिषद के ना करने
    पर वह कोर्ट चला गया और न्यायालयने
    संशोधन का आदेश दिया। परिषद ने
    उसको लिखकर दिया कि कोई रिकॉर्ड
    उपलब्ध न होने से त्रुटियों को ठीक
    नहीं किया जा सकता। न्यायालय
    की अवमानना को लेकर महराज सिंह फिर
    कोर्ट गए तो न्यायालय ने स्पष्ट
    किया कि माध्यमिक शिक्षा परिषद
    का जवाब गंभीरतापूर्ण नहीं है। या तो वह
    अंक पत्र में संशोधन करे या फिर सचिव
    माध्यमिक शिक्षा परिषद औरकानपुर
    देहात के सीओ व्यक्तिगत रूप से 31 जुलाई
    को न्यायालय में हाजिर हों। न्यायालय के
    इस निर्देश से हड़कंप मच गया है। सचिव
    माध्यमिक शिक्षा परिषद
    शकुंतला देवी यादव ने कोर्ट के
    आदेशका हवाला देते कानपुर देहात के पुलिस
    अधीक्षक एवंक्षेत्रधिकारी कानपुर देहात
    अकबरपुर को पत्र भेजा है। इसमें लिखा है
    कि टीईटी 2011 के अंक पत्र की सीडी उन्हें
    उपलब्ध करा दी जाए, ताकि महराज सिंह व
    अन्य छात्रों के आवेदनों का जवाब दे
    दिया जाए या फिर तय तारीख में
    दोनों को न्यायालय में पक्ष रखना होगा।
    इस पत्रचार से दस हजार अभ्यर्थियों के
    चेहरों पर मुस्कान बिखरने की उम्मीद है,
    क्योंकि अब इसका कोई न कोई हल निकलने
    के आसार बढ़ गए हैं।

    ReplyDelete
  6. सच कहूँ तो जूनियर की वेटेज़ याचिका मेँ अगर वेटेज़ का आर्डर हो भी गया तब भी वेटेज़ की माँग करने वालोँ का जूनियर मेँ भला नही होना है, मैँ किसी व्यक्ति विशेष के लिए ऐसा नही कह रहा हूँ,
    पर क्या करेँ, भर्ती रोकने के गुन जो सीख लिये है।
    1000% कहुँ या 100 टका कहूँ कि जूनियर का विरोध वही कर रहा है जो आर्ट वर्ग के है या फिर सांइस का होते हुए बहुत ही कम मैरिट है।
    और लोग कहते है कि जूनियर होने से प्राइमरी केस कमजोर हो जायेगा ऐसा बिल्कुल गलत है
    दौनोँ प्रक्रियाएँ अलग-अलग है और इस संम्बंध मेँ Prt. के जी ओ से भी स्पष्ट है कि प्रक्रिया जहाँ रुकी थी वही से शुरु की गयी है इसमेँ कुछ भी नया नही है।
    और 15 वेँ संशोधन से होने वाली कितनी भर्तियाँ रोकेगेँ, 10,000 BTC की अंतिम पड़ाव पर है, इसके बाद इसी महीने BTC के लिए 13,000 रिक्तियाँ के लिए विज्ञापन प्रकासित होने जा रहा है वो भी 15वेँ संशोधन पे, और पूरा भी होगा,
    हम सब मर कये टेट संघर्ष मोर्चा को सहयोग करते-करते और वो ही जूनियर को रद्द कराने की बात करते है।

    वो कहते है ना बाहर का दुश्मन इतना खतरनाक नही होता है जितना अपने घर का घातक होता है।

    अभी तक खूब लोगोँ को ख्वाब दिखाये कि जनरल 98-100 सेफ है अब तो 112 वाले को भी नीँद नही है।

    सोच अच्छी रंखो, हमेशा अच्छा होगा

    ReplyDelete
  7. शिक्षा मित्रों को टेट से छूट तो खुद NCTE भी नही दे सकती है तो प्रदेश सरकार की क्या औकात |उत्तराखंड मे NCTE ने दिया था जिसे हाइ कोर्ट नैनीताल ने असंवैधानिक घोसित कर दिया है | ज्यादा जानकारी के लिये उत्तराखंड नैनीताल का आदेश पढ़ें |

    ReplyDelete
  8. अगर सिर्फ फटाफट कौन्सिलिंग और नियुक्ति पत्र देने से कोई असंवैधानिक नियुक्ति निरस्त नही की जा सकती है तो ऐसी विचारधारा के लोग किसी भी गैरक़ानूनी तरीके से किया जा रहे नियुक्तयों मे सम्मिलित हो सकते हैं | लेकिन इतना जरूर ध्यान रखें की "धोबी का कुत्ता ना घर का न घाट का" वाली स्थिति मे भविष्य मे न आने पायें |

    ReplyDelete
  9. खुशखबरी जूनियर आवेदकों के लिए !!!!!!!!!!
    १९ जुलाई को दैनिक अखबार में प्रकाशित होगा जूनियर की काउंसलिंग का कार्यक्रम |
    एक चीज़ तो है सरकार अपनी बात पे अगर आ जाये तो सभी चीज़ें खिन्न कर देती है और साफ़ प्रतीत होता है की ये करके मानेंगे इसको अब |
    सब अपने विवेक से काम लीजिये और जिसको जहाँ कूच करना है करिये रुकेगी कोई सी नहीं भर्ती |
    आज एक काम की न्यूज़ किसी भी ग्रुप पे प्रकाशित नहीं हुई है परन्तु मेरठ के हिंदुस्तान पेपर में है खुद मुख्या सचिव अलोक जी ने जूनियर भर्ती और माध्यमिक भर्तियों को संज्ञान में लेके पारदर्शिता से करने को कहा है पृष्ठ ११ पे है देख लीजियेगा १५ जुलाई के पेपर में |
    थोड़ा वेट करना होगा परन्तु जितनी बाधाएं सरकार के सामने है वाकई उच्च स्तर से दूर की जाएँगी |

    अगर प्रोफेशनल वाले बहार हुए तो डेफिनिटेली मेरिट लो जाएगी अब ये सरकार के ऊपर है परन्तु २ अक्टूबर को सचिव ने संशोधित जी.ओ निकला था जिसमे कुछ निर्देश साफ़ किये थे खुद ढूंढ़के पद लीजिये |
    और टेट वाले भाई/बहेनो को हिदायत यार हो जाने दो और इनके विषेय में अपनी वकालत बंद करो तुम्हारी हमारी सबकी पी.आर.टी तो होकर रहेगी चाहे लेट हो परन्तु सच्चा है अभी बहुत टाइम लगना है |
    धन्यवाद
    ये मेरा पीर्सोनल व्यू है |||||||

    ReplyDelete
  10. हाईकोर्ट की एकलपीठ ने 4 मार्च 2014 के शासनादेश को निरस्त करते हुए कहा कि किसी भी अध्यापक के लिए टीईटी पास करना जरूरी है। आदेश दिया कि टीईटी प्रत्येक तीन माह में कराएं। उल्लेखनीय है प्रदेश में लगभग 3700 शिक्षा मित्र हैं, जिन्हें टीईटी में सरकार की ओर से शासनादेश जारी कर छूट प्रदान की गई थी।

    ReplyDelete
  11. एक बार यु.पी. के रहने वाले एक बाप ने जेल में बंद
    अपने बेटे को पत्र लिखा... " बेटा मुझे खेतो में आलू बोने है लेकिन
    में बुड्डा हो गया हूँ इसलिए खेतो में खुदाई
    नहीं करपा रहा हूँ..काश की तू
    यहाँ होता तो हम मिलकर आलू बो देते...अब मुझे अकेले
    ही पूरा खेत खोदना पड़ेगा.." बेटे ने वापस पत्र लिखा -
    बापू तू पागल हो गया है क्या? तू खेत मतखोदना वहा मेने हथियार
    छुपा रखे हैं...अगर तूने खेत खोद दिए तो में बर्बाद
    हो जाऊंगा...लैटर भेजते ही दुसरे दिन कई पुलिस वाले
    उस किसान के खेत पर गए और हथियार ढूंढ़ने के लिए पूरा खेत खोद
    डाला..लेकिन वहा उन्हें एकभी हथियार
    नहीं मिला..बेटे ने वापस पत्र लिखा - बापू अब तू खेत
    मेंआलू बो देना..मैं जेल से
    तेरी इतनी ही मदद
    करसकता हूँ..."भाई उत्तर प्रदेश का हूँ सेवा बाप
    की नही करूंगा तो कैसे चलेगा"
    : ईलाका कीसी का भी हो !!
    पर धमाका हमारा ही होगा !!!

    ReplyDelete
  12. शुभ प्रभात मित्रों,
    सभी भाइयों को निरहुआ का प्रणाम।
    साथियों,
    सरकार ने 72825 शिक्षक भर्ती को ढाल बनाकर अन्य भर्तियाँ पूरी करने की जो योजना बनाई थी वह काफी हद तक सफल भी होती दिख रही है,,,
    टेट बन्धु प्रत्यावेदन-प्रत्यावेदन खेलते रहे और सरकार इन्हें लोलीपोप थमाती रही। कल राकेश और गणेश भाई भी SCERT निदेशक महोदय के यहाँ से काफी मायूस लौटे हैं क्योंकि काउंसलिंग की डेट के बारे में निदेशक महोदय का बरताव काफी रुखा और संदेह उत्पन्न करने वाला रहा। सरकार की मंशा कुछ ठीक नहीं लग रही है क्योंकि 72825 भर्ती से सम्बंधित अधिकारी अब हमारे टेट मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल को ठीक तरह से जवाब तक नहीं दे रहे हैं उल्टा दबे-छुपे शब्दों में इस भर्ती पर पड़ रही अन्य रिटों पर ध्यान देने की सलाह दे रहे हैं इसके अतिरिक्त संदेह उपजाऊ बात यह भी है की सरकार ने कुछ ऐसा खेल खेला था की टेट बन्धु स्वयं प्रत्यावेदन की तारीख बढ़ाने के लिए कहते किन्तु जब समझदारी दिखाते हुए मोर्चे के प्रतिनिधियों ने काउंसलिंग नियत समय पर करवाने और प्रत्यावेदन की तारीख ना बढ़ाने की बात रखी तब डाक विभाग को ढाल बना दिया गया,,,अरे आज तक के इतिहास में डाक विभाग ने इतनी जागरूकता कभी पहले शिक्षक भर्ती/अन्य भर्ती मामलों में भला दिखाई है क्या ? ऊपर से फर्जी मार्कशीट का शिगूफा छोड़कर नई दिक्कत अलग से पैदा कर दी है,,,काफी हद तक संभव है की सरकार की मिलीभगत से ही कोई फर्जी मार्कशीट गिरोह सक्रिय हुआ हो जिसका मकसद मात्र भर्ती को लटकाना हो !!!
    फिलहाल, अब वक्त आ गया है की फिर से एक बार इन सरकारी नुमाइंदों को टेट मोर्चे की एकता का अहसास करवाते हुए सरकार के चक्रव्यूह को परत दर परत तोड़ा जाय,,,,इसकी शुरुआत कल दिनाँक 17/07/2014 से की जायेगी,,,निरहुआ की प्रार्थना है की 95-100 अंक वाले बन्धु अब तनिक सक्रिय हों और फर्जी मार्कशीट/फर्जीवाड़े/काउंसलिंग नियत तिथि पर करवाने हेतु एक ज्ञापन कल जिलाधिकारी और BSA के मार्फ़त उच्च अधिकारियों को भेजें जैसा की पहले भेजा गया था। 100 अंक या उससे ऊपर पाने वाले बंधुओं से सहयोग की अपेक्षा ना करते हुए स्वयं सक्रिय हो जाइये।
    जय हिन्द-जय टेट।।

    ReplyDelete
  13. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  14. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  15. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  16. nirahu bhai 100 no walo ko ab to na paresan karo.ye log aise hi paresan hain.inka hona hai nahi inhi ko chutia na banao.

    ReplyDelete
  17. 72825 शिक्षको के इन्साफ के लिए लड़ता हुआ टेट संघर्ष मोर्चा कब भष्मासुर की भूमिका में आ गया खुद उसे भी नहीं मालूम हुआ। जिस टेट मोर्चे का जन्म शिक्षको को न्याय और नौकरी दिलाने के लिए हुआ था वही द्वेषवश/ इर्श्यावश अपने साथी शिक्षको की नौकरी छीनने पर उतारू हो गया है। 72825 शिक्षक भर्ती अकादमिक के बजाये टेट आधार के लिए लड़ना टेट संघर्ष मोर्चे का विवेकपूर्ण निर्णय था इसीलिए अकादमिक में अच्छे गुणांक के बावजूद 2012 में 72825 अकादमिक पर स्टे कराकर आपने संघर्ष की राह चुनी और सरकार को करारी शिकस्त भी दी। यहाँ तक सब कुछ ठीक था।
    लेकिन जूनियर भर्ती जिसका चयन आधार शुरुआत से ही अकादमिक था और टेट संघर्ष मोर्चे के शीर्ष नेतृत्व में ज्यादातर आर्ट साइड से पास आउट है ऐसे में टेट मोर्चे का जूनियर अभ्यर्थियों की राह में रोड़े अटकाना टेट मोर्चे के अहंकार और इर्ष्या को दर्शाता है। मैं कभी जूनियर की दौड़ में था ही नही लेकिन फिर भी चाहता हूँ कि जूनियर भर्ती प्राइमरी से पहले संपन्न हो इसका सीधा लाभ प्राइमरी अभ्यर्थियों को ही मिलेगा लेकिन स्वार्थी हो चूका टेट मोर्चा अब भष्मासुर की तरह अपने ही सर पर हाथ रखने को तैयार बैठा है। टेट मोर्चे से मेरी अपील है कि जितने ज्यादा से ज्यादा लोगो को नौकरी मिल रही है मिलने दे इसी में टेट संघर्ष मोर्चे की सार्थकता भी है.......

    ReplyDelete
  18. General 98....
    Obc 92......
    Sc 85.....
    BATA BATAKAR KHUB CHANDA BANAYA H...
    OR HUMARE TET NETA S.K PATHAK KA FB KA PROFILE TO DEKHO...200000...KI GADI ME GHUMTE H....
    KYA BAT H....

    ReplyDelete
  19. Sala garib aadmi is ummid me inhe 500...or 1000 ..
    Deta tha ki tet merit se nokri mil jati to thik tha....
    Lekin aaj dukhi man se ye kahna pad raha h ki bhagwan kisi ka to bhala kare...
    Na to ye sm ko rok paaye...or na hi ye 72825 ko ab tak karwa paaye h....

    ReplyDelete
  20. जब कोर्ट प्राइमरी के न्यू ऐड को रदद करना चाहता था तो किस बहाने से रदद करता , चूंकि उस समय पूर्व में निकाला हुआ विज्ञापन ही उसे सही लगा और वह उसे ही हर हाल में बहाल करना चाहता था।
    और कोर्ट ने आव न देखा ताव न्यू ऐड रदद न करके उठाकर 15 संशोधन ही रदद कर दिया ।
    ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि जज साहब को यह ज्ञात ही नही था कि इस बेस पर अन्य भर्तियाँ भी हैं । वरना वो ओल्ड और न्यू ऐड के चक्कर में पूरा संशोधन रदद न करते ।
    अब जब भर्तियों के मामले में सरकार को सुप्रीम कोर्ट कोर्ट द्वारा आर्डर और नोटिस मिले है कि आरटीई एक्ट के तहत शिक्षकों की कमी को शीघ्र पूरा करो
    तो 10800 बीटीसी , 4000 उर्दू , 29334 जूनियर , फिर से 10000 बीटीसी भर्ती इसी नियम के तहत सरकार कोर्ट के सामने ले जाकर रख देगी ,
    आरटीई के सामने सब की दलीलें धरी रह जायेगी और कोर्ट सरकार को छूट देगा ही देगा ।
    और कोर्ट गणित विज्ञान की भर्ती आरटीई के तहत तकनीकी शिक्षा को बढावा देने पर सरकार के प्रयास को छूट देगी ही देगी।
    ट्रिपल बेंच के आर्डर केवल जूनियर भर्ती के लिये नही बने , यदि इसमें कोई वेटेज जैसा मामला फंसता भी है तो ये हो चुकी टीईटी को पात्रता मानकर भारत में जितनी भी भर्तियाँ हैं , सब की सब फंसेगी ।
    और ऐसा कभी होगा नहीं कि जरा सी भ्रामक लाईन के लिये राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद् स्वयं द्वारा अनुमोदित समस्त अध्यापकों को जबाब देती फिरे ।

    ReplyDelete
  21. कोर्ट भी इतना बडा व्यक्तिगत अहित कभी नही करता
    पाठक जी की रिट इस तरह से खारिज होगी

    ReplyDelete
  22. रही बात प्रमोशन के मामले में फंसने की तो क्या सरकार जिन्दगी भर सभी प्राइमरी वालों को ही जूनियर में आगे बढायेगी , शिक्षकों की कमी को देखते हुये अपने अधिकार विशेष का प्रयोग करना मुख्यमंत्री का यह हक होता है कि वह तत्काल सीधी भर्ती के तहत योग्य शिक्षकों को शिक्षा व्यवस्था सुधारने हेतु विद्यालय भेजे ।
    इस प्रक्रिया में प्राइमरी शिक्षकों का अहित न हो इसलिए आधे पद प्रमोशन के लियेभी छोडे
    अनिल जी की रिट इस तरह से खारिज होगी।
    वैसे भी सरकार मानव संसाधन विकास मंत्रालय एवं प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर भर्तियों में रिलेक्शेसन की प्रेयर कर चुकी है । और वहाँ से भी यही जबाब आया है कि आरटीई के तहत जो सही हो वो करिये
    सुप्रीम कोर्ट के आदेश की सभी नोटिसें और एच आर डी का यह पत्र कोर्ट में रखा जायेगा , तो डबल बेंच बाध्य होगी और शिक्षा व्यवस्था के हित में ही फैसला देगी । यहाँ रदद और निरस्त जैसे शब्द हवा में उड जायेंगे ।
    सरकार ने भी पूरी तैयारी कर ली है । आओ मिलो कोर्ट में , हर बार तुम्हीं कबडडी नही जीतोगे ।

    ReplyDelete
  23. अब बात प्राइमरी की
    यह बात गांठ बात लो
    अगर शिक्षा मित्र और जूनियर भर्ती अपने अंजाम तक ना पंहुची ,
    तो जैसे 2011से 2014 आन्दोलन , झंडा , बैनर , मीटिंग , चंदा , निराशा , लाठी , में बीत गयी उसी तरह 2016 तक टीईटी का झंडा लिये बैठे रहना ।
    सरकार बहुत उल्टी खोपड़ी की है । ठेठ अहीरों की है। प्राइमरी भर्ती सुप्रीम कोर्ट के आदेश से शुरू तो हो जायेगी पर कितनी हो पायेगी इसके लिये मोर्चा लडते लडते अधमरा हो जायेगा ।

    ReplyDelete

  24. पहला पेंच सुनिये
    विज्ञापन में लिखा है पहले नियुक्ति फिर प्रशिक्षण , अगर सरकार खिसिया गयी तो पहले प्रशिक्षण फिर नियुक्ति , अब अगर फिर भी कोई कोर्ट न गया तो आप में से ही किसी को कोर्ट भेजकर फिर नया मामला चालू और जय मोर्चा लडते रहो

    ReplyDelete
  25. दूसरा पेंच
    पहले ट्रेनिंग फिर नियुक्ति तो छ महीने की ट्रेनिंग मान लो आठ महीने मे हो पायेगी उसके बाद घूमो तीन चार महीने बडे बडै आन्दोलन करो फिर 10% को ट्रेनिंग में फेल करेगी ।और आपको फिर कोर्ट दौडायेगी कि हमारी ट्रेनिंग हो चुकी नियुक्ति क्यों नही हो रही ,
    आप लोग ऐसा करेंगे भी , क्योंकि आप सबको वकालत करनी है नौकरी तो करनी नही।

    ReplyDelete
  26. तीसरा पेंच
    आप में से कितनो की टीईटी मार्कसीट फर्जी के नाम पर जांच बैठा देगी और ले लीजिए डाक्यूमेन्ट वेरीफिकेशन के नाम पर तनख्वाह 2017 तक
    नौकरी के चक्कर में दूर जिले में जाकर रहोगे गया आपका काम धंधा , गाली चंदा देने के सिवा कुछ कर भी न पाओगे

    ReplyDelete
  27. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
    Replies
    1. We don't know how much serious the government is for any vacancies. In last three years no vacancy is cleared by this government.

      Delete
  28. I just want vacancies should be cleared any how.

    ReplyDelete
  29. चौथा पेंच
    पूरी 72825 भर्ती हो जायेगी ये आपने क्यों सोंच लिया ,,,,,, 50000 शिक्षक 100 मेरिट तक मिल जायेंगे , उसके बाद वालें लगेंगे , कब लगेंगे , वो तो कोई नही जानता , पहली बात तो ये है सीतापुर के डाटा से आंखें खुल गयी होंगी 100 के उपर एक लाख से उपर फार्म है । आगे आप समझदार हैं । ज्यादा खुद को और किसी और को झूठी दिलासा न देना कि सबका होगा , ये सब झूठ है

    ReplyDelete
  30. और फिर कोर्ट केस सरकार खुद किसी को खडा करके करायेगी कि भर्ती में जबर्दस्त धांधली हुई है और जावेद उस्मानी कमेटी की तरह फिर एक कमेटी बनेगी और बढिया मसाला तैयार होगा ।
    लडते रहो 2017 तक
    तब तक जबर्दस्त बूढ़े हो जाओगे
    कोर्ट कोर्ट कोर्ट
    रिट रिट रिट यही करो
    बस सरकार देख रही है कि उसके काम में टांग अडायी तो फिर टांग फंसी ही रह जायेगी ।
    इसलिए मौके को समझो
    भर्ती के मूड में है सरकार , उसका मूड न बिगाडौ
    विदुर की भांति सोचों
    अगर सोंच सकते हो तो
    वरना यही टीईटीयन पकड के किसी दिन मार बैठेंगे ।
    क्या पता खून खराबा भी हो जाये

    ReplyDelete
  31. कमल तिवारी/एसएनबी लखनऊ। प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती 2011 के विज्ञापन के आधार पर की जा रही है, ऐसे में इसको लेकर विभाग में मंथन तेज हो गया है कि 2012 में आवेदन करने वालों का 290 करोड़ रुपये आवेदन शुल्क कब लौटाया जाए। भर्ती प्रक्रिया में शामिल अभ्यर्थियों ने 2012 में 40-50 जिलों में आवेदन किये और सभी जगह प्रथम फीस भी जमा करायी है। सूत्रों के अनुसार रिफण्ड के लिए अभी उन्हें 1.80 लाख अभ्यर्थियों की भर्ती प्रक्रिया पूरी होने तक का इंतजार करना होगा। टीईटी की 2011 में हुई परीक्षा के नतीजे नवम्बर में घोषित किये गये और तभी प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी किया गया था। इसमें भर्ती के लिए राज्य अध्यापक परीक्षा (टीईटी) की मेरिट को आधार रखा गया था। प्रदेश में 2012 में नयी सरकार आ गयी और टीईटी से लेकर शिक्षक भर्ती के बीच तमाम घालमेल के आरोपों में सरकार ने 2011 के विज्ञापन को रद करने 2012 में फिर से इन्हीं भर्ती के लिए आवेदन मांगे थे। इसमें अनुसूचित जाति-जनजाति के लिए 250 रुपये व सामान्य तथा ओबीसी के लिए 500 रुपये शुल्क रखा गया था। टीईटी 2011 में 2.53 लाख अभ्यर्थी शिक्षक भर्ती के लिए उत्तीर्ण घोषित किये गये थे। इन्हीं लोगों ने आवेदन किया था, लेकिन दोबारा 2012 में जब आवेदन मांगे गये तो अभ्यर्थियों ने भर्ती में स्थान बनाने के लिए 40 से 50 जिलों तक में आवेदन कर डाला।इस बार हर आवेदन के लिए अलग से ई चालान जमा कराना था। ऐसे में 2012 में शिक्षक भर्ती में राज्य सरकार को करीब 290 करोड़ रुपये बतौर भर्ती शुल्क मिले हैं, यह सभी धनराशि बैंक खाते में जमा है। विभाग के एक वरिष्ठ अफसर ने कहा कि यह धनराशि देर-सबेर आवेदकों को लौटायी जानी तय है। अभी इसको लेकर फैसला नहीं लिया जा सकता है। ऐसे में एक-एक अभ्यर्थी को 20-25 हजार रुपये वापस मिलेंगे। इस धनराशि के लिए उन्हें भर्ती प्रक्रिया पूरी होने तक इंतजार करना होगा। इसकी एक बड़ी वजह है कि भर्ती 2011 के विज्ञापन के आधार पर हो रही है। दोनों भर्ती में आवेदक एक ही थे। मालूम हो कि 2011 के विज्ञापन को रद करने के बाद 2012 में शासन 71 हजार से ज्यादा अभ्यर्थियों को शुल्क लौटा चुका था, हालांकि बाद में उन्हें फिर से शुल्क जमा करके आवेदकों में शामिल करने की मोहलत दी गयी और रिफण्ड ले चुके अधिकतर आवेदन दोबारा शामिल हो गये हैं। रिफण्ड के लिए अभी 2011 की भर्ती पूरी होने का करना होगा इंतजार शिक्षक भर्ती मामला

    ReplyDelete
  32. Agar august me Teacher banna hai to prt
    agr july me teacher banna hai to jrt
    agr sc ke bawal se bachna ho to prt
    agr high court ke bad sc ke liye chanda dena ho to jrt
    sm matter dekh lo
    government apni jid per kr to rhi hai . Per wo sc jaaker hi niptega
    jrt matter dekh lo
    gobarnment apni,jid per kr to rhi hai per wo sc jaker hi niptega
    prt matter dekh lo
    khud senior judge sahab khte hai,bhrti kro at "any rate" .
    Ab bhi naa samjhe to kbhi nhi samjhoge ki kidhr jaana hai

    ReplyDelete
  33. I am not eligible for JRT but in my whole life I never fingering others to stop their progress and I am fully against such type of thinking

    ReplyDelete
  34. !
    !
    मुझे
    !
    तुम
    !
    मिल
    !
    गये
    !
    हमदम
    !
    सहारा
    !
    हो तो
    !
    ऐसा हो . . . . . . . . . . . !
    !
    !
    !
    जिधर
    !
    देखूं
    !
    उधर
    !
    तुम हो
    !
    नजारा
    !
    हो तो
    !
    ऐसा हो. . . . . . . . . . . . . !!

    ReplyDelete
  35. Friends AAP sabhi Jante ho ki PRT me deri ka karan Jalan/ershya thi Tet failure Kapil YADAV Ko and usne court case kiya and safal bhi hua.
    par kya fayda hua use kuch nahi 03 saal tak candidates preshaan rahe par bharti to fir chalu ho gyee ab kya wo apni...................
    Ab kuch logo ko Jrt se jalan paida ho rahi hai ya to ayogyta ke karan or kam marks ke karan.Acadmic merit to dhaal hai court case karne ka.
    ye log bhool gye ki Max candidate jo ki jrt me shamil hai we prt me eligible hai and TEt Morcha ko support kiya, lathiya khaye prt ko TET merit par Krane ke liye.
    parantu dosto Dilwale movie ka dialog --
    Apni kisti.................hame to apno ne loota warna gairo me kha dum tha.
    Lanka ka bhi apno ke hi karan vinash hua.
    Jrt ko eske haal par chod dena chaiye tha TET morcha ne.
    Ladai to hoti hai koi nahi darta but jab ladai me vipaksh me we log ho jinhe hum apna samjhte the to maannnnn khinnn ho jata hai.
    Jrt ho ya na ho it is not matter but it is a matter that some people are demorlise the jrt candidates going the against the JRT

    ReplyDelete
  36. दोस्तों 72825 भर्ती करना तो अब सरकार के गले की ऐसी मज़बूरी बन चुकी है
    जिसे वो खुद अपने ही शरीर के खून के घूंट पीकर करेगी। ...
    चूँकि यह भर्ती अब उच्च/सुप्रीम कोर्ट के आदेश से हो रही है इसलिए अब आपको अनावश्यक चिंता करने की कोई जरुरत नहीं है , क्यूंकि अब यह लड़ाई आपकी ना होकर खुद सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश "दत्तू" और सपा सरकार के बीच हो गयी है।
    अब यह भर्ती दत्तू सर के नाक का सवाल बन गयी है , सरकार एक बार सुप्रीम कोर्ट की अवमानना कर चुकी है और कोर्ट बार बार अपनी अवमानना नहीं करवा सकती क्यूंकि ऐसा करने पर समाज में अराजकता का माहौल पैदा कर देगा और समाज में न्यायपालिका की कोई अहमियत नहीं रह जाएगी एवं गृह युद्ध तक की नौबत पैदा हो सकती है।
    इसलिए आपको अब चिंता करने की कोई जरुरत नहीं है , बस आपको धैर्य के साथ अपना काम करते जाना है कोर्ट की औपचारिकता का जिसमे सिर्फ इस बार 31 अगस्त 2014 तक भर्ती पूरा ना करने की दशा में अवमानना का केस करना है , बाकी के काम सुप्रीम कोर्ट खुद सरकार से निपटा लेगी। जिसमे सचिव को जेल के साथ इस बार पूर्णतया भर्ती पूरी करवाना भी होगा बिना किसी "सरकार व खुजाला वाले पेंच के" ………।
    चूँकि इस 72825 भर्ती के प्रति सरकार का रुख शुरू से ही अत्यंत उदासीन रहा है इसलिए इसे इसमें हजारों ही नहीं बल्कि लाखों पेंच नजर आएंगे जो ना होते हुए भी ये खुद ही पैदा करेंगे और बिना वजह ये आपका और कोर्ट का समय जाया करेंगे।
    पर सरकार के इन सभी बेहूदे व सड़े टाईप के पेंचों /इँजीनियरोँ का इलाज दत्तू सर के पास है , बस ये सरकार इस बार अवमानना से ना बचने पाये और आपलोग अवमाना करने से ना चुकें। फिर देखिये इनके समस्त सड़े गले पेंच/इँजीनियर कैसे ठीक होते हैं और कैसे पूरी होती है इस बार 3 साल से सपा द्वारा लंबित प्राइमरी भर्ती ?
    जय टेट मोर्चा --
    जय टेट मेरिट

    ReplyDelete
  37. 100 & 100+ के लोग इस भर्ती में बिलकुल सेफ हैं , अकैडमिक गधों और टेट के गद्दार नेताओं की अफवाहों पे बिलकुल ध्यान मत दें।
    ______________ आपके उज्जवल भविष्य की कामना के साथ --
    आपका:-
    тεт мεяιт ηαнι тσ внαятι внι ηαнι

    ReplyDelete
  38. Han..... bhai......
    Pi6li bar bhi dattu sahab sachiv ko jail bhej rahe the....
    Kamal ki baat h ki ek supreme court ke judge ki at any rate...ka koi bhi matlab nahi raha ...or sarkar ne maje me 2 mahine ja time le liya....or ye humare tet fighters bas paisa hi ikattha karne me lage rahe ....
    Or Anil bagpat...jinki main bhagwan ke barabar izzat karta tha...bas hath dhar ke baithe rahe...

    ReplyDelete
  39. बेचारे 90 से 100 के बीच वालों को मंदिर का घंटा बना दिया गया है। जिसको मन आता है आकर बजा देता है कभी टेट मेरिट वाले तो कभी कपिल्ला और उसके चमचे।
    मैं उन लोगों से बस इतना कहूंगा किसी के हाथ की कठपुतली न बनिये, आपने खुद को घंटा बना रखा है इसलिए लोग बजा रहे हैं।
    सभी जानते हैं ये सोने का अंडा देने वाली मुर्गी है अभी भी लोग नया नया स्वांग रच रहे हैं इनसे कमाने का।
    मैं इनसे बस इतना कहूंगा कि चंदा देने से कपिल केस नहीं जीत सकता केस जीतने के लिए केस में दम भी होना चाहिए। कपिल सिर्फ मामला खत्म होते होते अपनी जेब गरम करने के चक्कर में है बस।
    जहाँ तक टेट मेरिट का सवाल है आपके परेशान होने से या किसी के कुछ कहने से या अब कुछ चंदाचोरो को पैसा देने से मेरिट पर रत्ती भर का फर्क नहीं पड़ने वाला।
    कुछ दिनों का इंतजार है बस अगर होना होगा तो हो ही जायेगा कोई रोक नहीं पायेगा और अब टीइटी मेरिट लगने से तो दुनिया की कोई ताकत अंदर कर भी नहीं पायेगी।
    धांधली के नाम पर आपको डराया जाए तो डरने की जगह उस व्यक्ति से धांधली का सबूत मांगिये और उसकी आधिकारिक शिकायत दर्ज करवाइए।
    फेसबुक /ब्लाग पर लिखने से न धांधली कराइ जा सकती है और न ही रोकी जा सकती है।
    जहाँ तक मैं समझता हूँ हमारे टेट रोल नंबर के साथ के अंकों की सीडी अत्यंत गोपनीयता के साथ सील बंद है और उससे मिलान किये बिना किसी की भी भर्ती नहीं होगी। इसलिए धांधली की संभावना 0.001% भी नहीं है।
    हो सकता हो कुछ दलाल जो हर एक भर्ती में सक्रिय हो जाते हैं इस भर्ती में भी सक्रिय हो गए हो इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता लेकिन वे कभी अपने नापाक इरादों में कामयाब नहीं होगे

    ReplyDelete
  40. अब ये मैं दावे के साथ कह सकता हूं।
    वैसे भी उनका काम पैसा लेकर काम कराने की कोशिश करना होता है और कुछ मूर्ख हमेशा इस तरह के काम के लिए पैसा लिये तैयार बैठे रहते हैं इससे दलालों का फायदा भी हो जाता है।
    लेकिन ये बात गाठ बांध कर रख लीजिये इस भर्ती प्रक्रिया में धांधली असंभव है।

    ReplyDelete
  41. लौटाए जाएंगे 2012 के आवेदकों के 290 करोड़ .......
    >
    >
    >
    लो जी गए अकैडमिक वाले तो काम से , जिस सरकार के बुते उछल रहे थे उन्हें वहीँ सरकार ने तोहफा दे दिया।

    ReplyDelete
  42. सच्ची और कड़वी बातें ---
    .
    .
    .
    कुछ लोग अफवाह फ़ैला रहे हैं कि सरकार प्राइमरी भर्ती को लटका कर रद्द करना चाहती है जूनियर और शिक्षा मित्रों की भर्ती के बाद प्राइमरी टीचर की कोई जरुरत नहीं होगी etc
    .........
    जब की सच ये हैं कि 72825 के लिये टेट मेरिट अमर हो चुकी है बहुत पहले ही इस भर्ती भविष्य कोर्ट तय कर चुका है सरकार के बस से बाहर की बात हो चुकी है , सरकार बस इतना कर सकती है कि इस भर्ती को कुछ दिन विलम्ब कर दे , जितना सरकार इस भर्ती को लटकाना था लटका चुकी अब 31 अगस्त से पहले सरकार कम से कम 2 काउंसलिंग पूरी करा कर अबमानना के केस से बच जआएगी और 15-20 दिन का समय और मिल जाएगा जिसमे वाकी भर्ती भी पुरी करा देगी , अगर सरकार चाहती तो ऑनलाइन प्रत्यावेदन लेकर 31 अगस्त से पहले भर्ती पूरी करा सकती थी पर by हैंड/by पोस्ट प्रत्यावेदन लेकर सरकार ने अपनी खुन्नस भी निकाली और राजस्व भी बढाया ..

    ReplyDelete
  43. Wah....
    Wah.....
    Wah........
    Wah........

    MAF KARNA BHAI SAB ......
    WO AAP HI HO NA JO YE KAHTE THE KI ....
    OBC...92
    SC .....87 ....
    TAK AARAM SE HO JAYEGA...
    AB YE 100 TAK SAB SAFE H...
    KAHAN SE AA GAYA...
    ........................................................***********************************
    LEKIN AAJ TAK MUJHE IS BAAT KA PATA NAHI CHALA KI JAB TET 2011 PRT ME KUL 265000
    CANDIDATES PAS OUT THE...TO YE AB 300000 SE UPER KAHAN SE AA GAYE...

    ReplyDelete
  44. अब जूनियर भर्ती पर आ जाते हैं कुछ कड़वी बातें भी कर लेते हैं ...
    .
    .
    .
    .
    .
    टेट मेरिट प्राइमरी भर्ती के लिये जितना सार्थक है जूनियर भर्ती के लिये उतना ही निरर्थक , जो लोग जूनियर भर्ती में टेट मेरिट का सपोर्ट कर रहे हैं वो सब कुछ जानते हुये वेवकूफ बना रहे हैं , जूनियर भर्ती टेट मेरिट पर होने का कोई चांस नहीं है इसका विज्ञापन अकेडमिक पर निकला था और उस समय 15 th संशोधन बैध्य था और नियम बीच में नहीं बदले जा सकते .........
    अगर बहुत हुआ तो जूनियर में टेट का बेटेज मिल सकता है पर इसकी सम्भावना कम ही है , सपोस किया जाए जूनियर में टेट बेटेज मिल जाता है तो ये सरकार का नीतिगत फैसला है कितना बेटेज देती है, 5% से अधिक बेटेज सरकार नहीं देगी जिनका अभी नहीं हो रहा है टेट बेटेज देने पर भी नहीं होगा ....

    ReplyDelete
  45. अरे सुनील जी
    क्या आपको इतना भी नही पता है कि जब मेरिट की बात होती है तो जनरल की बात की जाती है रिजर्व कैटगरी की बात नही होती है । समझे ?

    ReplyDelete
  46. अगर जूनियर टेट मेरिट पर हो रही होती तब भी रिट की संख्या कम नहीं होती , जो लोग इस भर्ती के पात्र नहीं जैसे अभी रोक लगाना चाहते हैं तब भी रोक लगाने आ जाते, दूसरों का भला / उन्नति इन्हें तब भी हजम नहीं होती ........
    ये सब जानते हुये भी कि जूनियर अगर पहले हो गई तो कम से कम 25000 + नए बेरोगारों को जॉब मिल जायेगी जिनका टेट स्कोरअभी कम है सब कुछ जानते हुये भी ये अपना हिट साधना चाहते हैं, एक या दो को छोड़कर किसी की अभी तक हिम्मत नहीं हुई है इस मैटर पर खुल कर बोले क्यूँ की इन्हें पता है कि ये कितना गलत है, क्या पाप करने जा रहे हैं हो सकता है आज का पोस्ट कुछ लीगों को अच्छा ना लगे पर सच यही है मेरी नजर में ऐसे लोग प्राइमरी शिक्षक बनने के भी काबिल नहीं है , कल को छोटे - छोटे बच्चे जब इनके पास पढने आयेंगे टी क्या ये बच्चों को स्वार्थ , जलन , द्वेष कूटनीति की शिक्षा देंगे , अगर ऐसे लोगों के इरादे नेक हैं तो खुल कर सामने क्यूँ नहीं आते और बोलते सारा खेल पर्दे के पीछे क्यूँ खेलते हैं , याद रखिये जब इतनी बड़ी सरकार अपने गलत इरादे कामयाब नहीं कर पायी तो वाकी लोगों की क्या विसात ।।
    जय हिन्द ।।

    ReplyDelete
  47. तूफ़ान जो बचकर सारे शहर से गुजरे हैं ।
    मेरा नसीब.. होकर मेरे घर से गुजरे हैं ।।
    न कोई रास्ता न मकाम न हमसफ़र कोई ।
    हम इस कदर तनहा इस सफ़र से गुजरे हैं ।।
    तनहा ज़िन्दगी एक उम्र इंतज़ार.. और तुम ।
    हम सहरा में आकर जैसे समंदर से गुजरे हैं ।।
    मैं एक शीशे का घर था.. बहुत टूटा ।
    लोग जो भी गुजरे हैं, पत्थर से गुजरे हैं ।।
    तूफ़ान जो बचकर सारे शहर से गुजरे हैं ।
    मेरा नसीब.. होकर मेरे घर से गुजरे हैं ।।

    ReplyDelete
  48. !
    !
    मुझे
    !
    तुम
    !
    मिल
    !
    गये
    !
    हमदम
    !
    सहारा
    !
    हो तो
    !
    ऐसा हो . . . . . . . . . . . !
    !
    !
    !
    जिधर
    !
    देखूं
    !
    उधर
    !
    तुम हो
    !
    नजारा
    !
    हो तो
    !
    ऐसा हो. . . . . . . . . . . . . !!
    !
    !
    !
    ज़िन्दगी एक हसीन ख़्वाब है ,,,,,
    जिसमें जीने की चाहत होनी चाहिये,.,,
    ग़म खुद ही ख़ुशी में बदल जायेंगे,.,,
    सिर्फ मुस्कुराने की आदत होनी चाहिये !

    ReplyDelete
  49. उत्तर प्रदेश में न्यायिक दशा की दशा अथवा अवदशा।
    .
    .
    .

    यदि आज की तरह 2007-08 में सोशल मीडिया पर बेरोजगारों की सक्रियता होती तो प्राइमरी की अठासी हज़ार भर्ती में बीएड के सिद्धांत और प्रयोग के प्रतिशत अंक अलग-अलग जोड़े जाते।
    जिस प्रकार से बसपा सरकार ने कोर्ट में अलग-अलग और एक साथ जोड़ने के परिणाम को एक समान बताकर कोर्ट को संतुष्ट किया वह किसी भी हालत में सत्य नहीं था।
    इस प्रकार सत्य के लिए संघर्ष करना पड़ना है, सत्य बैठे - बिठाये नहीं मिलता है।
    यदि अर्जुन ने अस्त्र-शस्त्र न उठाया होता तो महाभारत में सत्य की विजय न होती ।
    वस्तुतः वो मामला प्रशिक्षण हेतु चयन का था तथा पूर्ववर्ती सरकार द्वारा आवेदन भी नहीं लिया गया था इसलिए कोर्ट ने विशेष रूचि नहीं ली परन्तु जिस प्रकार से जस्टिस हरकौली ने 72825 शिक्षक भर्ती मामले में कहा कि वे बेशक चाहे जिसके लिए चयनित हो रहे थे लेकिन बनते शिक्षक ही तो उस मामले में भी हस्तक्षेप संभव था।

    ReplyDelete
  50. न्यायपालिका का कार्य है सबको न्याय के हक से परिपूर्ण करना तो अपने हक का सदैव उपयोग करें।
    प्रधान न्यायमूर्ति जस्टिस आरएम लोढ़ा ने दुनिया के श्रेष्ठ बारह देशों के प्रधान न्यायाधीशों को जब यह बताया कि भारत में प्रत्येक सोमवार और शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट लगभग आठ सौ मामले निपटाती है तो उन न्यायाधीशों ने दातों तले अंगुली दबा ली।
    इस प्रकार भारतीय सर्वोच्च अदालत दुनिया की सर्वोच्च न्यायप्रदाता संवैधानिक संस्था है।

    ReplyDelete
  51. उत्तर प्रदेश में राजनैतिक पार्टियों ने व्यक्तिगत विद्वेष में न्याय की परंपरा को मजाक बना दिया है।
    इसी प्रकार जिस तरह जस्टिस बीएस चौहान ने शिक्षक भर्ती मामले में अपने भाई के कारण मुकदमा छोड़ दिया उसी तरह जस्टिस बघेल को शिक्षामित्रों का पूर्व में वकील होने के कारण उनके विषय में लंबित मामले को छोड़ देना चाहिए।
    इस प्रकार उत्तर प्रदेश में सरकार और कोर्ट दोनों को न्यायिक सुधार के क्षेत्र में कार्य करना चाहिए ।
    इसके लिए राजनैतिक पार्टियों को विद्वेष का परित्याग करना होगा तथा कोर्ट को माननीय सर्वोच्च अदालत की उस टिप्पणी को अमल में लाना होगा कि यूपी हाई कोर्ट में कुछ जलने की दुर्गन्ध आती है।
    इस प्रकार उत्तर प्रदेश में बड़े परिवर्तन की अपेक्षा की जाती है।

    ReplyDelete
  52. !
    !
    मुझे
    !
    तुम
    !
    मिल
    !
    गये
    !
    हमदम
    !
    सहारा
    !
    हो तो
    !
    ऐसा हो . . . . . . . . . . . !
    !
    !
    !
    जिधर
    !
    देखूं
    !
    उधर
    !
    तुम हो
    !
    नजारा
    !
    हो तो
    !
    ऐसा हो. . . . . . . . . . . . . !!
    !
    !
    Kal Mera Ehsaas Tere Sanson Ki Zarurat Ho Jayegi.
    Tujhe Bhi Ek Din,
    Mujh Jaisi Mohabbat Ho Jayegi....
    Dhadkane Kar Degi Tujhe Pareshaan
    Har Shaam
    Tere Dil Ko Mere Dil Ki Aisi Aadat Ho Jayegi....
    Milengi Meri Yaadien Tujhe Apne Khayaalon Mein
    Meri Baatein Teri Neend Ki Har Karwat Ho Jayegi...
    Har Mulaqat Par Khud Ko Mere Paas Bhul Aaoge
    Mera Saath Hi Teri Zindagi Ki Ibadat Ho Jayegi...
    Tujhe Pane Ki Tamanna Basi Hai Meri Ruh Mein..
    Mere Ishq Ki Deewangi,
    Teri Hasrat Ho Jayegi.. !!

    ReplyDelete
  53. !
    !
    मुझे
    !
    तुम
    !
    मिल
    !
    गये
    !
    हमदम
    !
    सहारा
    !
    हो तो
    !
    ऐसा हो . . . . . . . . . . . !
    !
    !
    !
    जिधर
    !
    देखूं
    !
    उधर
    !
    तुम हो
    !
    नजारा
    !
    हो तो
    !
    ऐसा हो. . . . . . . . . . . . . !!
    !
    !
    Yes I m Selfish...
    Thats Why I care for U...
    Thats Why I scare to lose U,
    Thats Why I miss U Every
    moment...
    ...
    Thats Why I Cry for U in your
    absence,
    Thats Why I pray to God for
    your
    Happiness...
    Thats Why I always Wish That
    one
    day U wud be mine...
    .
    .
    . .
    Yes I m Selfish, because
    I Love YOU

    ReplyDelete
  54. !
    !
    मुझे
    !
    तुम
    !
    मिल
    !
    गये
    !
    हमदम
    !
    सहारा
    !
    हो तो
    !
    ऐसा हो . . . . . . . . . . . !
    !
    !
    !
    जिधर
    !
    देखूं
    !
    उधर
    !
    तुम हो
    !
    नजारा
    !
    हो तो
    !
    ऐसा हो. . . . . . . . . . . . . !!
    !
    !
    Truth of life:-
    .
    .
    .
    Its Very Easy to HURT
    Some one and then say SORRY.
    But It,s really very Difficult
    To get HURT and say
    I AM FINE.

    ReplyDelete
  55. Uptet | basic sachiv
    gupta ji ne sabhi bsa, dm , diet
    principle aur anye sambhandit
    adhikaririyo ko aaj letter jari
    karke honbl sc ke aadesh ka
    hawala dete hue bataya ki sc ne 8
    weeks ka atirikat samay diya hai
    aur isi me samast bharti puri
    karni hai isliye har halat me
    bharti se sambhdit work jaise
    sansodhan aadi ko jaldi se jaldi
    puri kare aur jile me samiti
    banakar work ko compleate
    karaye. agar maniye sc ke
    aadesho ki avhelana hogi to
    aapke virudh anusaanatamk
    karreyvahi ki sansuti ki jayegi .
    isko dekh kar ummid ki ja sakti
    ki centralised coun ho sakti hai
    bye -Anand Abhishek Srivastava
    on fb
    Uptet | शुभ

    ReplyDelete
  56. !
    !
    मुझे
    !
    तुम
    !
    मिल
    !
    गये
    !
    हमदम
    !
    सहारा
    !
    हो तो
    !
    ऐसा हो . . . . . . . . . . . !
    !
    !
    !
    जिधर
    !
    देखूं
    !
    उधर
    !
    तुम हो
    !
    नजारा
    !
    हो तो
    !
    ऐसा हो. . . . . . . . . . . . . !!
    !
    !
    आज 25 दिन के बाद स्टेडियम जा रहे हैं देखते है वहाँ पर आज कौन सा मैच हो रहा है ! नमस्ते जी !

    ReplyDelete
  57. Bhai...tmntbbn...
    Bahut upset hun...
    Bhul gays tha ki jab charo or andhkar tha..sab taraf acdmik..
    Ka bolbala tha....
    Us time bhi kewal aap hi the jo...akele tet walo ko himmat de rahe the..or gali kha rahe the...
    Sorry. ...
    Muzaffarnagar guns....

    ReplyDelete
  58. Jab dubal stndered wali baat samne aati h to ach6e khase aadmi ka matha ghum jata h....

    ReplyDelete
  59. डबल स्टैंडर्ड मतलब ?

    ReplyDelete
  60. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  61. Bhai aap sabhi se anurodh hai ki kewal positive bate kare prt tet merit se bharti honi thi. Usi se hogi Aur rahi baat jrt ki uska prt se Koi lena dena nahi hai. Is liye Inko APAs me jod kar vivad paida na kare aap ki Bahut meharbani hogi
    Jai maata di

    ReplyDelete
  62. सर झुकाने से मन्नते अदा नहीं होती...!!!
    दिल झुकाना पड़ता है इबादत के लिए...!!!
    पहले मैं होशियार था,
    इसलिए दुनिया बदलने चला था,
    आज मैं समझदार हूँ,
    इसलिए खुद को बदल रहा हूँ।।
    बैठ जाता हूं मिट्टी पे अक्सर...
    क्योंकि मुझे अपनी औकात अच्छी लगती है..
    मैंने समंदर से सीखा है जीने का सलीक़ा,
    चुपचाप से बहना और अपनी मौज में रहना ।।
    ऐसा नहीं है कि मुझमें कोई ऐब नहीं है पर सच
    कहता हूँ मुझमे कोई फरेब नहीं है
    जल जाते हैं मेरे अंदाज़ से मेरे दुश्मन क्यूंकि एक
    मुद्दत से मैंने
    न मोहब्बत बदली और न दोस्त बदले .!!!!"

    ReplyDelete
  63. लो भैया,,,आजमगढ़ के टेट योद्धा उमेश वर्मा जी द्वारा कल 72825 शिक्षक भर्ती में धाँधली रोकने के लिए ज्ञापन दिया जाएगा। जिस भाई को बना बनाया खाने की आदत हो वह इस प्रारूप का प्रिंट लेकर कल ज्ञापन कार्यक्रम का हिस्सा बन सकता है। सभी टेट जिलाध्यक्षों और सक्रिय सदस्यों से निवेदन है की इसे संज्ञान में लें।
    धन्यवाद !

    ReplyDelete
  64. कल सुबह 11 बजे से 2 बजे दोपहर तक 72825 पदों के संदर्भ में उच्च स्तरीय बैठक है।
    कल कोई निर्णय नहीं लिया जाएगा, सिर्फ चल रही प्रक्रिया की समीक्षा की जाएगी।
    BSA तथा अधिकारियों के साथ काउंसलिंग की संभावित तिथि पर चर्चा जरूर की जा सकती है।
    लेकिन एक बात पक्की है कि बेसिक शिक्षा सचिव ने हर हाल में 31 अगस्त तक इस भर्ती प्रक्रिया को पूरी करने का निर्देश सभी संबंधित अधिकारियों को लिखित रूप से दे दिया है।
    भर्ती को लेकर किसी भी प्रकार की शंका को न पाले। चाहे पहली दूसरी तीसरी कट ऑफ आये अथवा सब मिलाकर सेन्ट्रलाइज्ड काउंसलिंग हो जो भी होगा सब 31 अगस्त से पहले होगा।
    72825 लोगों के हाथ में नियुक्ति पत्र 31 अगस्त से पहले मिल जाएगा।

    ReplyDelete
  65. खुश हो जाओ अब बाबुओ के नखरे सहने की जरुरत नहीं


    खुशखबरी, अब खुद से करिए अपने डॉक्यूमेंट्स अटेस्ट

    आम लोगों के लिए राहत की खबर है। केंद्र ने सरकारी कामकाज में कोई भी कागजात गैजटेड अधिकारी या नोटरी से अटेस्ट कराने की टेंशन दूर कर दी है।

    पढ़िए पूरी खबर--->>>http://goo.gl/zqfstv

    ReplyDelete
  66. वो किसी की खातिर हमे भूल भी जाये तो कोई बात नही।
    हम भी तो भूल गये थे सारा जहाँ उनकी खातिर।

    ReplyDelete
  67. मेरे शब्द मेरी पहचान बने तो अच्छा है दोस्तो...
    चेहरे का क्या, ये तो मेरे साथ चला जायेगा...

    ReplyDelete
  68. क्या आप जानते है ?

    01. आपका दिमाक एक भी चेहरा अपने आप नही बना सकता ,आप जो भी चेहरा देखते है । वो जिंदगी में कभी ना कभी आपके द्वारा देखे जा चुके है ।

    02. अगर कोई आपकी तरफ घूर रहा है ,तो आप को खुद एहसास हो जाता है । चाहे आप नींद में ही क्यो ना हो ।

    03. माँ अपने बच्चे के भार का तकरीबन सही अंदाजा लगा सकती है । जबकी पिता उसकी लम्बाई का ।

    04. पढ़ना ओर सपने लेना हमारे दिमाक के अलग- अलग भागो कि क्रिया है , इसी लिए हम सपने में पढ़ नही पाते ।

    05. चीटीयाँ कभी नही सोती है ।

    06. हाथी ही एक ऐसा जानवर है , जो कूद नही सकता है ।

    07. नील आर्मस्ट्राँग ने जब चन्द्रमा पर अपना बाँया पाँव पहले रखा था, उस समय उसका दिल 1 मिनट में 156 बार धडक रहा था।

    08. प्रथ्वी के गुरूत्वाकर्षण बल के कारण पर्वतों का 15000 मीटर से ऊँचा होना संभव नही है ।

    09. समुद्री केकडे का दिल उसके सिर में होता है ।

    10. छींकते वक्त दिल की धड़कन 1 मिली सेंकेण्ड के लिए रूक जाती है ।

    11. आपको कभी भी ये याद नही रहेगा कि आपका सपना कहाँ से शुरू हुआ था ।
    gud nit

    ReplyDelete
  69. Yaaron help me
    Maine 5 form speed post se bhejhe the 10 july ko ....lekin abhi tak wo deliverd nhi hue......main kya karu plzzzz...

    ReplyDelete

Please do not use abusive/gali comment to hurt anybody OR to any authority. You can use moderated way to express your openion/anger. Express your views Intelligenly, So that Other can take it Seriously.
कृपया ध्यान रखें: अपनी राय देते समय अभद्र शब्द या भाषा का प्रयोग न करें। अभद्र शब्दों या भाषा का इस्तेमाल आपको इस साइट पर राय देने से प्रतिबंधित किए जाने का कारण बन सकता है। टिप्पणी लेखक का व्यक्तिगत विचार है और इसका संपादकीय नीति से कोई संबंध नहीं है। प्रासंगिक टिप्पणियां प्रकाशित की जाएंगी।