सरकारी नौकरी शिक्षक भर्ती/नियुक्ति परिणाम / टीईटी Sarkari Naukri Recruitment/Appointment Result. Latest/Updated News - UPTET, CTET, BETET, RTET, APTET, TET (Teacher Eligibility Test) Merit/Counselling for Primary Teacher(PRT) of various state government including UP, Bihar
Wednesday, December 3, 2014
SHIKSHA MITRA BHRTEE : SHADEE KE MANDAP SE DULHAN SEEDHE PARIKSHA DENE PAHUNCHEE
27 comments:
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Samast B Ed TET pass logon ko UP mein Primary Shkshak kee Nayee Bhrteeyon mein shamil karne kee mang karnee chahiye
ReplyDeleteबिना पढ़ाए ही विवि से 1.14 लाख रु. प्रति माह वेतन ले रहे मंत्री कठेरिया
ReplyDeleteअंकुर पंडित
आगरा। जिन लोगों पर देश की शिक्षा व्यवस्था को नई दिशा देने की जिम्मेदारी है वही गलत नजीर पेश करने में लगे हैं। केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री डॉ. रामशंकर कठेरिया बिना पढ़ाए ही वेतन ले रहे हैं। कठेरिया डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के केएम इंस्टीट्यूट में रीडर हैं।
नौ नवंबर को केंद्रीय मंत्रिमंडल के पहले विस्तार में शपथ लिए जाने के बाद से वह एक पूर्णकालिक मंत्री हैं। तब से एक भी दिन उन्होंने कक्षा नहीं ली है। बावजूद इसके उन्होंने नवंबर महीने की पूरी तनख्वाह ली है। उनकी कुल मासिक तनख्वाह 1.14 लाख रुपये है। इसमें पीएफ आदि के रुपये काटने के बाद 87 हजार रुपये उनके इलाहाबाद बैंक के खाते में विश्वविद्यालय के एकाउंट डिपार्टमेंट ने जमा कराए हैं। हैरत की बात यह भी है कि डॉ. कठेरिया ने 2009 में सांसद बनने के बाद विवि से एक दिन की भी छुट्टी नहीं ली है जबकि वह विधानसभा-लोकसभा के चुनाव, पार्टी सम्मेलन, आरएसएस के कार्यक्रम, निरीक्षण और संसद सत्रों में व्यस्त रहे। पार्टी ने उन्हें पंजाब और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों की कमान भी सौंपी हुई है। लिहाजा इन राज्यों में भी अक्सर दौरा करते रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि वह सांसद बनने के बाद बहुत कम विश्वविद्यालय आए और कक्षाएं लीं। हिंदी विभाग के एमए और एमफिल के छात्रों का उनसे परिचय तक नहीं है। सांसद को कम वेतन मिलता है और भत्ते ज्यादा मिलते हैं, इसलिए वह विश्वविद्यालय से मूल वेतन ले रहे हैं और संसद सदस्य को मिलने वाले आकर्षक भत्ते भी प्राप्त कर रहे हैं।
गेस्ट लेक्चरर के लिए लिखा पत्र ःकेएमआई के निदेशक प्रो. हरिमोहन ने डॉ. रामशंकर कठेरिया का हवाला देकर 13 नवंबर को कुलपति को पत्र लिखा। पत्र में कहा है कि कठेरिया राष्ट्रीय महत्व के एक पद पर हैं। इसलिए उनकी जगह एक गेस्ट लेक्चरर नियुक्त करने की अनुमति दी जाए।
High Court Rajasthan also passed order to give chance to B.Ed Candidates with TET 1 to apply for Primary teachers post which were in pursuance of advertisements issued by the Zila Parishads of all the districts on 24.02.2012 for appointment on the post of Teacher Grade III Level - I.
ReplyDeleteCourt Comments :-
It emerges from the facts that the expert body which the NCTE expressly inserted para 3 in the notification dated 23.08.2010 and held that graduate with B.Ed. and TET can be treated equivalent and one-time opportunity should be given to them to participate in the selection process for appointment as Teacher Grade-III Level - I to teach students of classes I to V. Therefore, from any angle, it cannot be said that the petitioners were not treated eligible by the NCTE for appointment against the vacancies of Level - I. More so, the NCTE after due deliberation incorporated para 3 in the notification dated 23.08.2010 that those candidates possessing qualification of graduation with B.Ed. will be eligible for appointment on the post of Teacher Grade-III Level - I and, at the time of issuance of notification dated 23.08.2010, it was felt necessary to provide one opportunity to those candidates. Therefore, obviously with a view to granting opportunity the date 01.01.2012 was inserted and it was expected from the State Government to make recruitment while providing opportunity to them; but, it was not provided by the State of Rajasthan even though with open eyes the NCTE held the above qualification holders eligible for appointment. It is also worthwhile to observe that no restriction was imposed by the NCTE, therefore, obviously the power left with the State Government under Rule 296 of the Rules of 1996 to relax any of the provisions of the rules was to be exercised; but, it was not exercised though the same power was exercised in relation to relaxation in upper age-limit. Therefore, the action of the State Government in refusing all those candidates possessing graduation with B.Ed. to compete for appointment on the post of Teacher Grade-III Level - I to teach students of classes I to V is totally unfounded and contrary to the principle of legitimate expectation. The duty of the welfare State is not to curtail the envisaged opportunity for the candidates but to enlarge the scope and opportunity in view of Articles 14, 16 and 21 of the Constitution of India.
I have examined para 3 of the notification dated 23.08.2010 from all angles. It emerges from the language used by the NCTE that the date of 01.01.2012 is inserted to grant one opportunity to the candidates who are pursuing B.Ed. and not to put restriction upon the State Government because the NCTE is having jurisdiction to lay down the qualification under the Act of 2009 but cannot put restriction upon the State Government to declare any candidate ineligible for appointment. In these circumstances, the denial of opportunity to the petitioners holding the qualification of graduation with B.Ed. and who acquired TET qualification after issuance of notification dated 23.08.2010 and prior to 01.01.2012 is against the constitutional rights guaranteed to the petitioners under Articles 14, 16 and 21 of the Constitution of India. Therefore, the above writ petitions as well as writ petitions enumerated in the Schedule appended to this judgment are hereby allowed. Respondent State is directed to grant one opportunity to all those candidates who acquired qualification of graduation with B.Ed. and TET qualification before 01.01.2012 in the selection process commenced in pursuance of advertisements issued by the Zila Parishads of all the districts on 24.02.2012 for appointment on the post of Teacher Grade III Level - I. There shall however be no order as to costs.
(Gopal Krishan Vyas)
J.Ojha,
kadam se kadam milakr chalen manzil ki or badhte chalen.aao hum behtr kl banayen.
ReplyDeleteplz contribute.tet merit ,tet morcha zindabad.every tetians zindabad.
UPTET PASS KAREN SE LAGTA HAI DAR TO YAHHE HOGA
ReplyDeleteSHIKSHA MITRA URF GURU JI KI KARAM :
गुरुजी 'नकल भरोसे' गोंडा: एक ओर शिक्षा के सुधार को लेकर कार्यशाला से लेकर तमाम नसीहतें दी जा रही हैं, दूसरी ओर गुरुजी बनने के लिए परीक्षा दे रहे परिषदीय स्कूलों के शिक्षामित्रों ने मंगलवार को व्यवस्थाओं को ताक पर रखकर जमकर नकल की। किसी ने गाइड का सहारा लिया, तो किसी ने पुर्ची से काम चलाया। यही नहीं अधिकांश ने एक साथ बैठकर एक दूसरे का देखकर नकल किया। हैरत की बात तो यह है कि यह सब कुछ होता रहा, कक्ष निरीक्षक निगरानी करते रहे। बावजूद, इसके किसी ने न तो उन्हें रोकने की कोशिश की, न ही कोई अन्य प्रयास। शिक्षामित्रों की नकल भले ही कैमरे में कैद हो गयी हो, लेकिन अधिकारी सब कुछ आल इज वेल का दावा कर रहे हैं। मंगलवार को मुख्यालय स्थित फखरुद्दीन अली अहमद राजकीय इंटर कालेज में द्वितीय बैच के चतुर्थ सेमेस्टर के 1210 शिक्षामित्रों ने परीक्षा दी। दो पालियों में यहां पर सूचना प्रौद्योगिकी व विद्यालय प्रबंधन की परीक्षा कराई गई। परीक्षा कराने के लिए भले ही शहर के अन्य कॉलेजों से कक्ष निरीक्षक लगाये गये हों, लेकिन यहां पर सारी व्यवस्था ध्वस्त मिली। परीक्षा दे रहे शिक्षामित्र खुलेआम नकल करते दिखे। कोई गाइड से देखकर लिखने में मशगूल था, तो कोई पुर्ची का सहारा ले रहा था। यही नहीं कहीं कहीं पर तो झुंड में बैठ कर शिक्षामित्र नकल करते हुए नजर आये। फर्नीचर की कमी के कारण कॉलेज परिसर के मैदान में टेंट से कुर्सी मेज मंगाकर बैठाये गये परीक्षार्थियों ने तो सारी हदें तोड़ दी। कई परीक्षार्थी एक साथ बैठकर एक दूसरे की कापियां देखकर लिखते मिले, तो कई घूम घूमकर नकल करने में जुटे रहे। हैरत की बात तो यह है कि यह हाल तब रहा, जब कॉलेज प्रशासन निगरानी का दावा करता रहा। इनसेट एक बेंच पर तीन परीक्षार्थी - निर्धारित संख्या से अधिक परीक्षार्थियों के आवंटन के कारण यहां की व्यवस्थाएं प्रभावित हो गई। कॉलेज की क्षमता 600 के सापेक्ष यहां पर बोर्ड ने 1210 शिक्षामित्रों का आवंटन कर दिया था। जिसके कारण फर्नीचर की कमी ने समस्या पैदा कर दी। कालेज प्रशासन ने किराये पर कुर्सी मेज मंगाकर व्यवस्था कराई, प्रयोगशाला तक में बैठने की व्यवस्था की। बावजूद, कमरों में एक-एक बेंच पर तीन-तीन परीक्षार्थियों के बैठने की व्यवस्था की गई थी। नहीं मिला सहयोग - शिक्षामित्रों की परीक्षा में इस बार न तो बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कोई सहयोग दिखा, न ही डायट प्रशासन का। हर बार परीक्षा अवधि के दौरान यहां के अधिकारियों का दल मौजूद रहकर परीक्षा कराता था। इस बार किसी ने झांकने तक की जरूरत नहीं समझी। पहले भी आ चुके हैं मामले - शिक्षामित्रों की परीक्षा के दौरान नकल का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी शिक्षामित्रों की परीक्षा में नकल का मामला आ चुका है। बावजूद, इसके सुधार होता नहीं दिख रहा है। इसके अलावा पिछले माह स्कूलों के भ्रमण के दौरान मामला आया था कि गुरुजी को ही मुख्यमंत्री से लेकर राष्ट्रपति तक का नाम मालूम नहीं होने का मामला आया था। जिस पर कई के खिलाफ कार्रवाई भी की गई थीं। यहां भी हुई परीक्षा - राजकीय बालिका इंटर कालेज में भी दो पालियों में शिक्षामित्रों की परीक्षा कराई गई। यहां पर 447 ने परीक्षा दी। प्रधानाचार्या नूतन खन्ना ने बताया कि किसी भी परीक्षार्थी ने परीक्षा नहीं छोड़ी है। अधिकारियों के तर्क '' शिक्षामित्रों की परीक्षा के दौरान अधिक आवंटन के कारण दिक्कतें आई है। इसकी जानकारी बोर्ड को भेजकर शिक्षामित्रों की संख्या कम करने को कहा गया था। फिर भी संख्या कम नहीं हुई, जिससे बाहर से फर्नीचर मंगवाकर परीक्षा कराई गई। नकल की बात को उन्होंने खारिज करते हुए कहा कि वह पूरे समय भ्रमण पर थे, कहीं पर नकल नहीं मिलीं। अगर ऐसा हुआ तो संबंधित की जिम्मेदारी तय की जायेगी। '' - राम सिंह, प्रभारी जिला विद्यालय निरीक्षक गोंडा ''मंगलवार को तहसील दिवस होने के कारण वह उसमें व्यस्त थे। वैसे कॉलेज प्रशासन ने उन्हें शिक्षामित्रों की परीक्षा को लेकर कोई जानकारी नहीं दी थी। ऐसे में वहां पर क्या हुआ, इसके बारे में उन्हें पता नहीं है।'' - डॉ. फतेह बहादुर सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गोंडा '' परीक्षा नियामक ने शिक्षामित्रों की परीक्षा कराने की जिम्मेदारी संबंधित कॉलेज को दी है। ऐसे में उनका परीक्षा से सीधा कोई वास्ता नहीं है। '' - मनोहर लाल, प्राचार्य डायट गोंडा
अनंतिम कट-आफ बहराइच! रिशफलिंग के उपरांत! __________________ सामान्य(पुरूष)-कला-116(10_06_79) सामान्य पुरूष(विज्ञान)-116(01_07_86) OBC(पुरूष कला)-114(18_07_90) OBC(पुरूष विज्ञान)-113(15-12-87) GEN (महिला कला )-108 (10_07_81) GEN (महिला विज्ञान)-107(02_07_84) OBC(महिला कला)-103 (06_10_82) OBC(महिला विज्ञान)-98(02_08_89) विशेष:-प्राचार्य जी के अनुसार मूल प्रमाण पत्र जमा करवाने तथा शिक्षामित्रों की सीट जुड़ने पर प्रत्येक वर्ग में 02 अंक(पुरूष) व 03 अंक (महिला) मेरिट नीचे आयेगी! यह अनंतिम कट आफ है तथा SCERT की क्रासचेकिंग व लिपकीय त्रुटियों के अधीन है! संभवतः उम्र गणना में और अभ्यर्थी चयनित हो सकते हैं! आप सभी चयनित भाईयों से निवेदन है कि मोर्चे का बढ़चढ़कर सहयोग करें तथा मोर्चे को न्यायालय में मजबूत बनायें l
ReplyDeleteMandap se sidhe gayi pariksha kendra
ReplyDeleteISME KOI BADI BAAT NAHI NAKAL HI TOH MARNI THI.
HahahaHahaha, sahi h ramdev ji :-)
ReplyDeletelow merit bhaio ....namaskaar.................saavdhaan...avbandhik. counsellings...wallo ne merit ko kiya high...lagbhag s.c.e.r.t...k anusaar 18000 .log ...ne karaya ..aubandhik cou...70% log sarkaar k farzi log hai....yahi karan hai ...aaj merit me accho accho ka naam nahi hai....tiger ji k anusaar 15000 bharti per b.ed walo ka bhee huk hona chahiye..mai sahmat hoon jald mamle ko court k sagyaan me daal kar apna adhikaar prapt kiya jai...aap k vichar aur saath chahiye....jai hind....sochiye time bilkul nahi hai...
ReplyDelete/महिला आरक्षण इसभर्ती ७२८२५ में ख़तम नही हो सकता ?लेकिनउदाहरण - १- कस्तूरबा काgo में कही जिक्रनहीं वो भी अन्दर२- सभी सत्रों में ४५ % स्नातक go के अनुसारनहीं वो भी अन्दर३- pg का कही जिक्र नहीं वो भी अन्दर४- lt का कही जिक्र नहीं वो भी अन्दरहद तो जब हो गयी इसमें जो २०११ में बी.एडही नहीं वो भी अन्दर*
ReplyDeletebhole ji ap mahila aaraksh k peeche kyu pade ko .court ja k khatm kr walo bar bar wahi bat likhte h ap .
ReplyDeletejab 2011 me add ay tha to ussme 45%wale bhe andar the aur mahia bhi so ap jyada preshan n ho . ho ske to kuch morche ki madd kriye apne low marit bhaiyo ke liye.
ReplyDelete
ReplyDeleteHamaare TET SANGHARSH MIRCHA ADHYAKSHA GANESH JI KA BAYAAN
Ganesh Dixit>>
साथियों,
गत तीन बरसों के समय को इतिहास के गवाछों से पुनरावलोकित करने पर हमें हमारे संघर्षपथ और संघर्षशील सह्गामीयों पर गर्व हो आता हे कि कैसे हम अलग अलग आवश्यकताओं और परिवेश के आधार पर अलग अलग मत रखने के बावज़ूद एक्लय लक्ष्य कि प्राप्ति को हम सभी ने अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दिया हे ।
टी टी संघर्ष मोर्चा का एकमत से एकमात्र लक्ष्य 72825 कि भर्ती टी ई टी मेरिट के आधार पर पूर्ण किया जाना हे,किसी और निजी उद्देश्य कि प्राप्ति के लिये मोर्चा ना तो सहयोग देता हे ना ही सहयोग कि आशा रखता हे । निजी हित सोचने वालों को मोर्चे ने एकमत से दरकिनार किया हे क्योंकि मोर्चा केवल और केवल टी ई टी मेरिट कि जीत कि बात करता हे ।
हम सच और न्याय के मार्ग पर हें इसीलिये ईश्वर हमारे साथ हे जिससे हम सदैव विजेता रहे हें और विरोधियों को सदैव पराजय ।
वास्तव में, हमारी जीत और विरोधियों कि पराजय में ध्येय आधारित कर्मों के कारण दोनों के परिणाम में अंतर हे। हम जहाँ अपनी सकारात्मकता को स्थिर रखते हुए केवल विधिसम्मत न्याय के मार्ग को अपनाते हें जो कि ईश्वर विदित सत्य और कर्म का मार्ग हें,वहीँ विरोधि असत्य,अकल्पनीय,मिथ्या आधारित विचारों के साथ साथ विद्वेष पूर्ण कूटनीति से भरे कर्मों को अपनाने के कारण पतन और ईश्वर के के कोप को भोगते हें ।
हम सब मिलकर तीन साल से जीतते आये हें और अंतिम जीत के साथ ही समर समापन का डंका भी हमारा ही बजेगा । सबने अपना श्रेष्ठ दिया हे पर परम तो ईश्वर ही हे हम इसके नज़दीक ही हें ।
10 dec.की तैयारी में सब अपने स्तर से सहयोग में लगे हें । गत तीन बरसों कि भाँति एक दूसरे के विश्वास और सहयोग को बना कर हम कोर्ट रूम में सर्वश्रेष्ठ अधिवक्ताओं का पेनल खड़ा करेंगे । संगठन को तोड़ने वाले विचारों और अफवाहों से सावधानी पूर्वक दूरी बनाये रखीये । क्योंकि महाभारत सम युद्ध में जीतने के लिये एकजुटता और संगठन अति आवश्यक हे,अलग अलग हम धागे से हें पर एक साथ मिलकर हम रस्से से भी अधिक मजबूत हें। अंतिम सुनवाई के समय और स्थिति कि गम्भीरता और आवश्यकता को समझते हुए सभी साथियों से अपील करता हूँ कि सभी व्यक्तिगत उद्देश्य मतभेद और मनभेद को छोड़ एकजुट हो टी ई टी मेरिट के बारे में कार्य करें । व्यक्तिगत हितों या लक्ष्यों कि पूर्ति के लिये भविष्य में अनेकों अवसर होंगे पर टी ई टी मेरिट कि जीत सुनिश्चत करने के लिये हमारे पास ये अंतिम और एकमात्र अवसर हे।
वीरता और साहस से हम अंतिम और निर्णायक जीत हासिल कर चिरकालिक विजेता हो सिद्व करेंगे कि
सन्घेय शक्ति सर्वदा ।
जय हिन्द जय टी ई टी । ।
UPTET KEE IS BBRTEE LIYE ANIL KUNDU JI PEHLE HEE BOL CHUKE HAIN KI TET MORCHA CHANDE KE LIYE KAAM NA KARE. ACHHE WAKEEL KI EK HEARING KE LIYE 50 LAKH KI JAROORAT NAHIN. SIRF EK DO ACHHE WAKEEL KAFEE HAIN. BAS SABHEE SELECTED UPTETIAN EKJUT BANE RAHEN
ReplyDeleteपारदर्शिता के लिए अवनीस यादव जी ने scer में बात की तो बोला गया की जब वेरिफिकेशन के बाद अंतिम लिस्ट आउट होगी और उसमे कोई फर्जी आ जाये तब हम दोषी सिद्ध होंगे। उसके पहले किसी के द्वारा किया गया रिट निरर्थक है।
ReplyDeleteJara sochiye in 4 saalon me hum uptet.candidates ne kya Kya Jhela aur kya khoya, SAPA k karan--
ReplyDelete-Laakhon ka nuksan (27000₹ 4saal)
-Duniya k Taane
-Kitne Karje me doobe
-Kitne har k duniya chhod gye
-Kitna Tanav
-Court kachahri
-TeT walon k jeewan ko bd se badtar bna Diya, Farjiwada-Dhandli.
मित्र टाइगर जी उर्फ उमाशंकर जी कृपया जितेंद्र सिंह सेंगर का मोबाइल नंबर एवम अकाउंट नंबर पोस्ट करें धन्यवाद - शरद कुमार, ओ बी सी विज्ञान, टेट अंक 108
ReplyDelete
ReplyDeleteUPTETian jago AUR SAHEE GALAT pehchaano
Qहमारे कुछ पैरवीकार और उनके द्वारा हायर किये गए सीनियर काउन्सिल होस्टाइल हो गए हैं जिनसे कोर्ट रूम में निपटने की फुल प्फ योजना पर काम चल रहा है ,,,, ये तय है कि अगर किसी के वकील ने गलत बहस करके या 100% से कम वेटेज की बात करके केस को फँसाने का प्रयास किया तो केस बाद में चलेगा और जूते पहले चलेंगे ,,, विशेष परिस्थिति में चोरी चकारी को तो ignore किया सकता है लेकिन गद्दारी बर्दाश्त नहीं होगी .....
surmao sc ki merit kyo nahi dali.tum Jese hi to samaj ko bantte h.
ReplyDeletepls pls contribute to tet morcha early for bright future.jay tet
ReplyDeletePlz,
ReplyDeleteSir,Bahraich mae SC Female ki kya position hai?
Cutoff kitna gaya Hai?
TET Marks 86 ka koi chance hai ya nahi?
Are bhai kahe ki or kaun se position, yaha Sara khel bigda pada hai. Bass ho gaye bharti. The End
DeleteYe Mulla Yum kuch nahi hone dega. Writs are spreading like virus of incurable AIDS. Ek case solve hota hai to 10 naye writs dal jate hai. Sarkar aur court Dino ki mila bhagat hai ye sab. SP goberment hai hai, Allahabad high court hai hai
ReplyDelete00 PMlow merit bhaio....namaskaar.................saavdhaan...avbandhik. counsellings...wallo ne merit ko kiya high...lagbhag s.c.e.r.t...k anusaar 18000 .log ...ne karaya ..aubandhik cou...70% log sarkaar k farzi log hai....yahi karan hai ...aaj merit me accho accho ka naam nahi hai....tiger ji k anusaar 15000 bharti per b.ed walo ka bhee huk hona chahiye..mai sahmat hoon jald mamle ko courtk sagyaan me daal kar apna adhikaar prapt kiya jai...aap k vichar aur saathchahiye....jai hind....sochiye time bilkulnahi hai...
ReplyDeleteYr ye kaisa hai s.bhole I swear itna bada besharm aur jhoota.ab ise 70 percent log farzi lg rhe hai.isko sale ko jute se marna chahiye.sale teri maa ko saram ati hogi k kaise besharm aulad paida kr di...low merit frnds we r wd u all d tym at any cost bt pls beware dogs like s.bhole jo apne chakkar me ap sbko behka rha hai.iski roz ki post dekhna bs ek hi cheez...gadhe abi to tet ka astitav davn pr lga hua hai aur tu...khair tuj jaise se aur ummid b ni hai koi
ReplyDeletepiyush chutiye ...jub tak tujh jaise kutte blog per rahege...potty karte rahege........pata nahi kise beez se paida hua ...naali ka keeda...hai...mai tujse kahta hoon kya ...mere comment pad kar mujhe gaali de...aaj k baad nahi dega...agar ..apne baap ki...aulad hai..kucch ...sharm....kar...kisi ko kutta bana raha hai........madar chod kahi ka....tu to aise chidta hai...jaise ..tu farzio ki ..aulad hai....
ReplyDeleteSun be s.lole ab to yakeen ho gya ki tu ek ki nhi pta ni kitni choto ka nateeja hai sale sabse bada chutiya aur besharm to tu hai jo itne log k bajane k bad b jhunjuna hilane aa jata hai.farzi hai low merit bhaiyo tumhare sath hu.gadhe teri jarurat ni kisi ko unke sath hum sb log hai.sale ek bar mil ja teri bharti to mai krwa dunga...bta kha milega
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