सीबीआई ने दबाई शिक्षक भर्ती घोटाले की रिपोर्ट
(CBI Suppressed Teachers Scam Report, CIC told to give its report to RTI Activist )
चंडीगढ़. शिक्षक भर्ती घोटाले में सीबीआई ही पर्दा डालने में लगी हुई है। केंद्रीय सूचना आयोग ने सीबीआई की चंडीगढ़ ब्रांच को शिक्षक भर्ती घोटाले की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट छिपाने पर फटकार लगाते हुए 10 दिन के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट और सिफारिश के दस्तावेज सामाजिक कार्यकर्ता हेमंत गोस्वामी को उपलब्ध कराने को कहा है।
गोस्वामी ने आरटीआई के तहत यह जानकारी मांगी थी। सीबीआई की चंडीगढ़ ब्रांच ने शिक्षक भर्ती घोटाले की अपने ही एक अधिकारी से जांच करवाई थी। इसमें कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए थे। रिपोर्ट में सीबीआई ने प्रशासन के चीफ विजिलेंस कमीशन और डोएक सोसाइटी को अपने स्तर पर कार्रवाई करने को कहा था।
इस रिपोर्ट के आधार पर कोई ठोस कार्रवाई के बजाय सीबीआई मामले में पर्दा डालने में लगी हुई थी। हेमंत गोस्वामी ने आरटीआई के तहत सीबीआई से इस जांच रिपोर्ट की कॉपी मांगी तो उन्हें 200 पेज की जांच रिपोर्ट के रुपये जमा कराने के बाद भी रिपोर्ट की कॉपी नहीं सौंपी।
जांच प्रभावित होने का बहाना
सीबीआई के अधिकारी पहले जहां हाईकोर्ट में केस लंबित होने के कारण रिपोर्ट नहीं दे रहे थे। वहीं अब हाईकोर्ट द्वारा दिल्ली सीबीआई को जांच सौंपे जाने के बाद जांच प्रभावित होने का बहाना बनाया जाने लगा। सीबीआई के अधिकारियों ने सूचना आयोग के समक्ष पक्ष रखा कि सीबीआई को सेकंड शेड्यूल में शामिल किया जा चुका है, ऐसे में सूचना का अधिकार उन पर लागू नहीं होता।
देनी ही होगी जानकारी
आयोग ने सीबीआई को यह कहकर फटकार लगाई कि वह पहले ही प्रशासन और डोएक सोसाइटी को अपनी जांच के दस्तावेज उपलब्ध करा चुकी है, तो फिर जांच प्रभावित होने का सवाल ही नहीं उठता। सीबीआई को सेकंड शेड्यूल में शामिल किए जाने से पहले आवेदक द्वारा यह जानकारी मांगी गई थी। इसलिए सीबीआई की चंडीगढ़ ब्रांच को यह जानकारी आवेदक को देनी होगी।
News : Bhaskar (5.4.12)
(CBI Suppressed Teachers Scam Report, CIC told to give its report to RTI Activist )
चंडीगढ़. शिक्षक भर्ती घोटाले में सीबीआई ही पर्दा डालने में लगी हुई है। केंद्रीय सूचना आयोग ने सीबीआई की चंडीगढ़ ब्रांच को शिक्षक भर्ती घोटाले की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट छिपाने पर फटकार लगाते हुए 10 दिन के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट और सिफारिश के दस्तावेज सामाजिक कार्यकर्ता हेमंत गोस्वामी को उपलब्ध कराने को कहा है।
गोस्वामी ने आरटीआई के तहत यह जानकारी मांगी थी। सीबीआई की चंडीगढ़ ब्रांच ने शिक्षक भर्ती घोटाले की अपने ही एक अधिकारी से जांच करवाई थी। इसमें कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए थे। रिपोर्ट में सीबीआई ने प्रशासन के चीफ विजिलेंस कमीशन और डोएक सोसाइटी को अपने स्तर पर कार्रवाई करने को कहा था।
इस रिपोर्ट के आधार पर कोई ठोस कार्रवाई के बजाय सीबीआई मामले में पर्दा डालने में लगी हुई थी। हेमंत गोस्वामी ने आरटीआई के तहत सीबीआई से इस जांच रिपोर्ट की कॉपी मांगी तो उन्हें 200 पेज की जांच रिपोर्ट के रुपये जमा कराने के बाद भी रिपोर्ट की कॉपी नहीं सौंपी।
जांच प्रभावित होने का बहाना
सीबीआई के अधिकारी पहले जहां हाईकोर्ट में केस लंबित होने के कारण रिपोर्ट नहीं दे रहे थे। वहीं अब हाईकोर्ट द्वारा दिल्ली सीबीआई को जांच सौंपे जाने के बाद जांच प्रभावित होने का बहाना बनाया जाने लगा। सीबीआई के अधिकारियों ने सूचना आयोग के समक्ष पक्ष रखा कि सीबीआई को सेकंड शेड्यूल में शामिल किया जा चुका है, ऐसे में सूचना का अधिकार उन पर लागू नहीं होता।
देनी ही होगी जानकारी
आयोग ने सीबीआई को यह कहकर फटकार लगाई कि वह पहले ही प्रशासन और डोएक सोसाइटी को अपनी जांच के दस्तावेज उपलब्ध करा चुकी है, तो फिर जांच प्रभावित होने का सवाल ही नहीं उठता। सीबीआई को सेकंड शेड्यूल में शामिल किए जाने से पहले आवेदक द्वारा यह जानकारी मांगी गई थी। इसलिए सीबीआई की चंडीगढ़ ब्रांच को यह जानकारी आवेदक को देनी होगी।
News : Bhaskar (5.4.12)