1. B Ed, M Ed Course May Become 2 Year Degree Course,
2. RTE Created a Huge Number of Vacancies for Basic Education But Now B Ed Degree Holder are Not Eligible for Primary Teacher TET and therefore PRT Job
3. Those B Ed holder who cleared TET exam are also awaiting Job from a long time. Due to RTE Act a lot of candidate taken admission in B Ed Course in every state but charm for B Ed course reduces now.
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बीएड कॉलेजों को ढूंढे नहीं मिल रहे छात्र
मैनपुरी: एक वक्त था जब बीएड कॉलेजों में एडमिशन के लिए मारामारी होती थी। सैकड़ों छात्रों को प्रवेश नहीं मिल पाता था। मैनेजमेंट कोटे में मोटी रकम देकर एडमिशन कराते थे। इसके बाद दूसरे शुल्क भी कॉलेजों में वसूल किए जाते थे। अब बीएड कॉलेजों को दिन में तारे दिख रहे हैं। सीटेंभरने को लाले पड़ गए हैं। जिले के 22 बीएड कॉलेजों में अब तक सिर्फ 488 एडमिशन हो सके हैं। इन कॉलेजों में 2200 सीटें शासन से निर्धारित हैं। न्यायालय की शरण में पहुंचे कॉलेज संचालकों के हाथ निराशा लगी है। कोर्ट ने फिर काउंसिलिंग कराने से मना किया है।
जिले के बीएड कॉलेजों के संचालक छात्र-छात्राओं के बीएड के प्रति घटते रुझान से बेहद परेशान हैं। काउंसिलिंग के बाद कॉलेजों में एडमिशन के लिए विद्यार्थियों का जैसे अकाल पड़ गया है। जबकि बीएड कॉलेजों ने काउंसिलिंग के समय जमकर अपना प्रचार भी किया था। छात्र-छात्राओं को ये भरोसा भी दिया था कि विश्व विद्यालय से निर्धारित फीस के अलावा उनसे किसी अन्य तरह की कोई फीस नहीं वसूली जाएगी। फिर भी अधिकांश छात्रों ने प्रवेश नहीं लिया।
शिक्षक पात्रता परीक्षा बनी बाधा
बीएड के प्रति अचानक घटती रुचि का मुख्य कारण शिक्षक बनने के लिए पात्रता परीक्षा टीईटी को उत्तीर्ण करना सरकार द्वारा अनिवार्य कर दिया जाना माना जा रहा है। पहले तो बीएड के बाद सीधे शिक्षक बनने का मौका मिल जाता था, लेकिन अब टीईटी की परीक्षा उत्तीर्ण करना जरूरी है। टीईटी की परीक्षा का आलम यह है कि परीक्षाफल दस से पंद्रह फीसद ही आ रहा है।
'बीएड रोजगार परक कोर्स है। जब रोजगार नहीं मिलेगा तो कोई इस कोर्स को क्यों करेगा। सरकार को चाहिए कि वह प्राइवेट विद्यालयों में नौकरी करने वाले शिक्षकों के लिए बीएड अनिवार्य करे, ताकि बीएड बेरोजगारों को नौकरी मिल सके। बीएड कॉलेजों के सामने खर्चा निकालने का संकट पैदा हो गया है।'
मनोज दुबे सचिव, जीएसएम कॉलेज ऑफ एडवांस एजूकेशन
News Source Sabhaar : Publish Date:Mon, 18 Aug 2014 10:31 PM (IST) | Updated Date:Mon, 18 Aug 2014 10:31 PM (IST)
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वहीं, एनसीईटी (नेशनल टीचिंग एजूकेशन काउंसिल) अगले सत्र से बीएड पाठ्यक्रम को दो साल का करने की तैयारी कर रही है
नमस्कार दोस्तों,
ReplyDeleteभगवान श्री कृष्णा के आशीर्वाद से आज शासनादेश निश्चित जारी हो जायेगा। कुछ लोगो को ये शंका है कि अभी सभी डाइट का डाटा SCERT नही पहुंचा है और सरकार भर्ती नही चाहती।
तो भाई आपकी दोनों ही बात सही है लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद से सरकार दबाब में है बस आप लोगो में आत्मविश्वास की कमी है।
अभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार
19 अगस्त शासनादेश जारी होगा।
22 अगस्त को कट आफ जारी होगा।
25/26/27 अगस्त को पहली ऑनलाइन काऊंसलिंग होगी। सभी डाइट्स का डाटा भी एक-दो दिन में पहुंच जायेगा और मर्ज भी कर लिया जायेगा।
धन्यबाद
योगेश्वर श्री कृष्णा हम सभी का कल्याण करें।
जय जय श्री राधे _/\_
नियुक्ति पत्र जारी होने तक संघर्ष चलेगा
ReplyDeleteपडरौना।
सोमवार को डायट परिसर में टीईटी संघर्ष मोर्चा से जुड़े लोगों ने बैठक की। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में 72825 पदों पर टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिलाने तक मोर्चा का संघर्ष चलता रहेगा।
समय से नियुक्ति प्रक्रिया पूरी करने के मंगलवार को प्रदेश पदाधिकारी एससीईआरटी सचिव से मिलेंगे।
बैठक को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष अखिलेश कुमार मिश्र ने कहा कि प्रदेश सरकार की उदासीनता के कारण निर्धारित समय में हम लोगों की नियुक्ति नहीं हो पाई है और कोर्ट को दोबारा समय देना पड़ा है। अगर इस बार ढिलाई हुई तो अवमानना याचिका दाखिल किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में 19 अगस्त को सचिव से मोर्चा के प्रदेश पदाधिकारी ओर सक्रिय सदस्य मिल कर निर्धारित समय सीमा में भर्ती संबंधित संशोधित शासनादेश जारी करने की मांग करेंगे। अगर मांगे नहीं मानी गई तो 20 अगस्त को दिन में 10 बजे से एससीईआरटी का घेराव और तालाबंदी की जाएगी। इस दौरान बस्ती के सक्रिय सदस्य विनय पांडेय के आकस्मिक निधन पर शोक जताया गया।
प्राप्त सूचनाओं के आधार पर 72 जिलों का डाटा एस सी ई आर को प्राप्त हो गए है,
ReplyDeleteमित्रोँ डाटा और जी ओ में कोई संबंध नही है मतलब ऐसा नही है कि जब तक डाटा एस सी ई आर टी नही आएगा तब तक जी ओ नही जारी होगा,
जी.ओ. के आज जारी होने के पूरी प्रबल संभावना है
धन्यवाद
प्राँप्त जानकारी के अनुसार
ReplyDeleteआज GO जारी हो जायेगा
अब तक 72 जिलो का डाटा प्राँप्त
मित्रों,
ReplyDeleteजिस दिन का हम सभी इतंजार
बडी शिद्दत से कर रहे थे आज वह दिन आ
गया है...
अब देखना यह है कि आज जी ओ के
ReplyDeleteदुर्लभ दर्शन होते है या अभी आँख
मिचौनी का चिर परिचित खेल
खेला जाता है..
scert की ओर आज से टेट के
ReplyDeleteदीवानो का रेला कूच कर जायेगा।
आँधि यों में भी च़राग कैसे जलते हैं यह हम
बखूबी जानते है..
अदम्य साहस,पराक्रमी,न
ReplyDeleteिडर,निर्भिक और प्रतिबद्ध योद्धाओं
को देखना है तो टेट मोर्चे जैसा उदाहरण
अन्यत्र मिलना मुश्किल है...
लखनऊ की हर गली हमारे साहस और
ReplyDeleteपराक्रम का गवाह है और पुनः scert
की सरजमीं हमारे कदमों की ताल पर
थर्रा उठेगी....
हम वो झुनझुने नही है जिसे जिस तरह से
ReplyDeleteबजाया जाय और हम बजेंगे अब योद्धाओं
के तान से सबकी बाँसुरी बजने लगेगी....
हम समझ लें कि क्रांति के बाद ही अब
शांति होगी हमारे रगो में उबलते हुए खून
को क्षणिक उत्तेजना समझने की भूल कोई
न करें...
पाखंडी और शिखंडी मेरी पोस्ट से दूर रहे
ReplyDeleteयोद्धा सामने आयें हुँकार प्रकट करे
ताकि लखनऊ के बहरे सियासतदाँ के कान
के पर्दें....
वो बीमार नहीं थे न ही असहाए थे, उन्हें मारा गया है |
ReplyDeleteयार ये क्या-क्या दिन दिखायेगा ?
आज मैं भूके पेट बदुआ देता हूँ इसकी राजनीती ही नहीं इसका वंश भी ख़त्म हो जायेगा |
हाल के पाते हाल नहीं जलते हैं थोड़ा समय लगता है |
विनय पाण्डेय (बस्ती वाले) अमर रहे , अमर रहे |
भावनात्मक श्रद्धांजलि
समस्त टेट मोर्चे के परिवार का अभिन्न अंग आज हमारे साथ नहीं रहा
संगठन की बहुत बड़ी क्षति हुई है |
दोस्तों ************** जब से प्राइमरी भर्ती का विज्ञापन निकला है तब से लेकर आज तक हम लोगों ने काफी उतार-चढाव भरे दिन देखे , काफी खट्ठे-मीठे अनुभवों से गुजरा गया । एक समय ऐसा भी आया जब लगने लगा कि अब सब कुछ खत्म ****
ReplyDeleteलेकिन फिर चमत्कार पे चमत्कार और सबकुछ अपने पक्ष में ।।
आज हम सभी बड़े विनम्रता मिश्रित गर्व के साथ ये कह सकते हैं कि हम अजेय हैं ।। अजेय इसलिए क्यूंकि हम सत्य के लिए लड़ रहे हैं । लेकिन यहाँ यह ध्यान देने वाली बात है कि सिर्फ सत्य के मार्ग पे चलने से ही सफलता कदम नही चूमती बल्कि इसके लिए धैर्य, साहस, आत्मविश्वाश की भी आवश्यकता होती है और ये सभी खूबियाँ हमारे अन्दर कूट-कूट के भरी हुई हैं ।
ReplyDeleteहम आज अगर इस सुखद स्तिथि में हैं तो इसका श्रेय हमारे टेट योद्धाओं को जाता है जिन्होंने कभी हार न मानने की वचनबद्धता को आत्मसात करते हुए हमे इस मुकाम तक पहुचाया और एक पूर्ण बहुमत की दम्भी सरकार को नैतिक और न्यायिक रूप से अपने कदमो में झुकाया ।।मित्रों क्या हमारा ये नैतिक कर्तव्य नही बनता कि हमारे जो सक्रिय टेट योद्धा आज हमारे बीच नही है , हम उनके परिवार के उज्ज्वल भविष्य के लिए कुछ करें ?? क्या इस दुःख की घड़ी में हम उनके परिजनों को अकेला छोड़ दें ? क्या उनके जाने के बाद टेट परिवार से उनकी सदस्यता समाप्त हो गयी ?
ReplyDeleteतो फिर हमे उन सभी सक्रिय सदस्यों के परिजनों के लिए कुछ करना होगा जो आज हमारे बीच नही हैं ।
ReplyDeleteनियुक्ति मिलने के बाद भी मोर्चे का काम खत्म नही होगा , हम चाहते है हम ये लडाई अपने आने वाले भाई बहनो के लिए लडते रहे ऐसी गधी सरकार से , हम नही चाहते ऐसी घटना इतिहास मे फिर से दोहराई जाय , अक्ल लेश और मुलायम के हाथ कितने निर्दोष भाई बहनो के खून से सने है जिन्हे भगवान बराबर की सजा देगा , आपको पता है न भगवान के घर देर है अन्धेर नही । आप भी अपना हैलदी सुझाव दे सकते है । धन्यवाद
ReplyDeleteGO आने की इन्तजारी को आप कैसे महसूस कर रहे है?
ReplyDelete.
.
.
2लाइने में व्यकत करे।
हे बजरंग बली आज के दिन कल्याण कर दो हम सभी बी एड टेट पास वालों का
आज के दिन ऐसा लग रहा है जैसे आज ही ईद होली दिवाली सब मनाया जायेगा।
ReplyDeleteइंतजार के पल काटे नही काटेंगे।
ईश्वर हम सब की मदद करे।
सभी भाइयों को निरहुआ का प्रणाम।
ReplyDelete.
साथियों !
72825 शिक्षक भर्ती के लिए संघर्षरत हमारे टेटवीरों में काफी बेचैनी और अकुलाहट सी झलकनी प्रारम्भ हो चुकी है,,निरहुआ इस बारे में आप सभी भाइयों से कहना चाहता है कि एक सच्चा और जाँबाज सिपाही वही होता है जो अपनी आखिरी साँस, लहू की आखिरी बूंद और दिल की आखिरी धड़कन तक मोर्चे पर डटा रहे और अपने हौसले से दुश्मनों के दांत खट्टे करता रहे। अगर एक सिपाही का हौसला बुलंद हो तो वह अकेला ही पूरी पलटन पर भारी पड़ता है,,,तनिक याद कीजिये इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क में भारत के वीर सपूत चंद्रशेखर आजाद ने अपने तमंचे के दम पर थ्री नॉट थ्री रायफलों से लैस बरतानिया हुकूमत के चमचों को कैसे खदेड़ मारा था, उस माँ भारती के लाल की अंतिम गोली ने भी अपना कर्तव्य निभाया और भारतीय वीरता की लाज रखी। अब याद कीजिये शब्दबेधी पृथ्वीराज चौहान को जिसने अंधा हो चुकने के बावजूद हौसला नहीं खोया और चंदबरदाई के इशारे पर अपने शब्दबेधी हुनर से गौरी को वहीं मटियामेट कर दिया, चौहान की वीरता इतिहास के पन्नों में आज भी भारतीय साहस की पर्याय बनीं हुई है। अंत में याद कीजिये उस वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई को जो दत्तक पुत्र को पीठ पर बाँध मुँह में घोड़े की लगाम दबाकर दोनों हाथों से तलवार भांजती हुई अंग्रेजों को छठी का दूध याद दिलाती रही, इस बुन्देला रानी का तोपची करीम खान अपनी टूट चुकी तोपों के ही सहारे अंत समय तक अंग्रेजों पर गोले बरसाता रहा और रानी को सुरक्षित निकल जाने का मार्ग प्रशस्त किया। बुंदेलखंड के बुंदेलों की तलवारों ने 'जय भवानी' के नारों के साथ अंग्रेजों को तब तक पीछे ढकेले रखा जब तक की घायल वीरांगना ने कालपी पहुँचकर प्राण ना त्याग दिए। उपरोक्त तीनों उदाहरण में भारतीय वीरों ने जीवित अवस्था में शत्रु के समक्ष समर्पण नहीं किया अपितु अंत समय तक जूझते हुए भारतीय साहस की सर्वोच्चता सिद्ध की थी। इतिहास ऐसे शूरवीरो से अटा पड़ा है जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी मृत्यु को ललकारने का साहस किया, ये सब हमारे ही पूर्वज थे।
निरहुआ अपने टेट बंधुओं से मात्र यही पूछना चाहता है की जब हमारे पूर्वजों का वही खून और वीरता हमारे अंदर भी है तो हम अंत समय तक क्यों नहीं जूझ सकते, क्यों नहीं हम लाख बाधाओं के बावजूद अपना लक्ष्य प्राप्त कर सकते ? आखिर क्यों ?
नहीं मेरे बहादुर टेट साथियों , बिलकुल नहीं !!! अब अंत समर आन पहुँचा है और विजयश्री बस मिलने ही वाली है।इस समय धैर्य मत खोना, कुछ कुत्सित मानसिकता वाले भाइयों के बहकावे में आकर अपने कर्तव्य-पथ से विचलित मत होना,, उठो साथियों उठो ! और एक बार फिर बलिया से बागपत तक और लखीमपुर से लेकर ललितपुर तक वह संघर्ष छेड़ दो की दुश्मन कांप उठे। मुझे विश्वास है की मेरे टेट साथी नियुक्ति मिलने तक अपने टेट-कर्म से पीछे नहीं हटेंगे और समर शेष तक अपना कर्तव्य निभाते रहेंगे। आज शासनादेश आने की उम्मीद है और जल्द ही काउंसलिंग भी प्रारम्भ होगी अतः निराशावादी सोच से बाहर आइये क्योंकि एक सुनहरा भविष्य आपकी प्रतीक्षा में है।
जय हिन्द-जय टेट।
माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के हस्तक्षेप से कल जी ओ आने की और भर्ती बिना रुकावट पूरी होने की संभावना बढ गयी है ,
ReplyDeleteविनय भाई जी टेट के सच्चे सिपाही थे जो अंत तक लडते रहे , सलाम है उन्हे । भगवान उनकी आत्मा को शान्ति प्रदान करे और उनके परिवार को इस दुख की घडी को सहन करने का बल प्रदान करे ।
ReplyDeleteकुल सीट 72825
ReplyDeleteआधी पुरुष36612
आधी महिला36612
आधी विज्ञान18306पु॰
18306म॰
आधी कला18306पु॰
18306म॰
अब आरक्षण की बात
10% शिक्षामित्र-7282
27%OBC-19662
23%SC,ST-16749
अब विज्ञान 36412 मे आधा कोटा 18306
सवर्ण पुरुष9153
सवर्ण महिला 9153
अब कला 36412 मे
आधा कोटा 18306
सवर्ण पुरुष 9153
सवर्ण महिला 9153
अब शिक्षामित्रो को अलग करे तो प्रत्येक वर्ग की शेष सीटे
सामान्य शि॰मित्र3641
पिछड़ा वर्ग शि॰मित्र1966
SC,STशि॰मित्र1674
इसमे 1 सीट कम करके गणना की गयी है
विकलाँग कोटा भूतपूर्व सैनिक कोटा नही अलग किया गया
नोट- गणना सावधानी पूर्वक की गयी है त्रुटि पर क्षमा
आज tet पास हर बेरोजगार ये सपथ ले की वो आजीवन मुलायम सरकार फेमिली लि और समाजवादी पार्टी की जडेँ खोदता रहेगा।केवल वोट ना देने की कसम खाने से काम नहीँ चलेगा,ये भी कसम खाओ कि हर दिन इस परिवार और पार्टी के खिलाफ कम से कम 10 लोगोँ के मन मे जहर भरना है
ReplyDeleteVnay bhai ji ko dili shraddhanjli k sath...aj lkw kuch scert....jai tet
ReplyDeleteजैसा कि हम सभी शासनादेश आज जारी होने की आस लगाये बैठे हैं । तो मुझे पूर्ण विश्वास है कि आज हमें सचिव से मुलाकात कर या तो आज ही शासनादेश जारी करा लेना है
ReplyDeleteभारत के सर्वोत्तम न्यायालय की शक्ति पर भरोसा रखिये , यह,पहले मौका देने के लिये मशहूर है, और जब आक्रामक हो जाये ,तो नेस्तनाबूत भी कर देती है
आज यह खौफ परवान चढ़कर बोलेगा , और शाम तक शासनादेश आने की पूरी उम्मीद है।
ReplyDeleteकार्य निरन्तर हो रहा है। और अब अन्त भी हो चला है।
इसलिए अब बस विभागीय शासनादेश का इन्तजार है। जो कि जारी होने ही वाला है
हमारे भाई विनय पाण्डेय जी की मृत्यु से समस्त टीईटी परिवार बेहद आहत है। और निरन्तर उनके परिवार की भलाई के लिये हर पल विचाररत है। ईश्वर विनय जी की आत्मा को चिर शान्ति प्रदान करे
अन्त में
ReplyDeleteस्वयं पर , न्याय पर , और हमारी एकता पर भरोसा रखते हुये आने वाली सुखद सूचनाओं के लिये स्वयं को तैयार कर लीजिए ।
जय हिन्द जय हनुमान
बीएड : सीट खाली हैं तो दाखिला क्यों नहीं
ReplyDeleteसुप्रीम कोर्ट के आदेश के चलते खाली रह सकती हैं 72 हजार सीट
अमर उजाला ब्यूरो
नोएडा। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद प्रदेश के बीएड कॉलेज में सत्र 2014-15 में लगभग 72 हजार सीट खाली रहने की आशंका है, जबकि बीएड-ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम (जेईई) देने वाले हजारों छात्र दाखिले के इंतजार में हैं। आयोजक विश्वविद्यालय की गलती से इन छात्रों की मुश्किल बढ़ गई है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दाखिला न मिलने की स्थिति में छात्रों के दो साल खराब हो सकते हैं। संभावना है कि अगले सत्र से बीएड कोर्स दो साल का कर दिया जाएगा।
दरअसल, बीएड-जेईई की मुख्य काउंसलिंग 16 जून से शुरू होकर 2 जुलाई तक कराई गई। दो लाख छात्र परीक्षा में शामिल हुए, जिनमें से काउंसलिंग के जरिये लगभग 66 हजार छात्रों ने दाखिला लिया।
प्रदेश के बीएड कॉलेजों में कुल एक लाख 38 हजार सीट हैं, जिसमें से 72 हजार खाली रह गई हैं। आयोजक विवि (बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी, झांसी) दूसरी काउंसलिंग कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट गया, जहां से कोई राहत नहीं मिली है। कॉलेज संचालकों का कहना है कि पूल काउंसलिंग के जरिये सीट भरी जा सकती थीं, जैसा कि केस नंबर-एसएलपी
13040/2010 के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने 22 जुलाई 2011 को आदेश दिए हुए हैं।
अब हर पांच साल बाद लेनी होगी बीएड की मान्यता
कानपुर (ब्यूरो)। दो साल के बेसिक ट्रेनिंग कोर्स (बीटीसी) को खत्म करके चार साल के बैचलर आफ एलीमेंट्री एजूकेशन (बीएलएड) का नया कोर्स शुरू करने और बीएड, एमएड की पढ़ाई एक साल की जगह दो साल करने वाले नेशनल काउंसिल फार टीचर एजूकेशन (एनसीटीई) ने संबंधित पाठ्यक्रमों के मान्यता के मानक भी बदल दिए हैं। एनसीटीई ने कहा है कि अब पांच साल बाद मान्यता की प्रक्रिया नए सिरे से पूरी करनी होगी।
शैक्षिक सत्र 2016-17 से एनसीटीई के तमाम टीचिंग एजूकेशन कोर्स और उनके पढ़ाई की समयसीमा बढ़ रही है। इसको देखते हुए ही संस्था ने मान्यता के मानक बदल दिए हैं। एनसीटीई के चेयरमैन डॉ. संतोष पांडा ने बताया कि बीएड, बीटीसी, एमएड कॉलेजों की मान्यता लेने वालों को अभी तक एक बार अनुमोदन कराना होता था लेकिन इससे मान्यता का मानक सही नहीं रह पाता है। कॉलेज संचालक इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाते नहीं और उसी परिसर में नए कॉलेज खोल देते हैं।
अगर आज शाम तक जी ओ जारी नही हुआ तो तत्काल लखनऊ पहुँचे,
ReplyDeleteअब आमरन अनशन होगा,
भाई विनय पाण्डेय जी को अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि
ReplyDeleteदुनिया से जानेवाले , जाने चले जाते हैं कहाँ !!)
कैसे ढूंढें कोई उनको , नहीं क़दमों के भी निशाँ !!)
परम पिता परमेश्वर विनय भाई को सद्गती प्रदान करे और जन्म मरण के चक्र से मुक्त करके मोक्ष प्रदान करे
ReplyDeleteमृत्यु एक अटल सत्य है परन्तु बस्ती टेट संघर्ष मोर्चे के महामंत्री स्वर्गीय विनय पाण्डे की मृत्यु एक मायने में अपेक्षाकृत अधिक दुखद हो जाती है ,,,, यदि सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय के 25 मार्च के आदेशानुसार 12 हफ्तों में भर्ती कर दी होती तो टेट में 119 नंबर होने के कारण उन्हें जून तक जॉब मिल जाती जिससे उनकी धर्म पत्नी को मृतक आश्रित में नौकरी मिल जाती ,,, विनय भाई के दो बच्चे भी थे ,,, मैं चाहता हूँ कि भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ होने के बाद इलाहाबाद उच्च न्यायालय में याचिका करके उन सभी लोगों के आश्रितों को अनुकम्पा के आधार पर सरकारी नौकरी देने की याचिका संगठन की ओर से की जाए जिनका नाम चयन सूची में आने से पूर्व उनका देहांत हो गया हो ......इसके साथ ही मैं चाहूँगा कि टेट संघर्ष मोर्चा एक समुदाय के रूप में अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए उन सभी साथियों के परिवारों के लिए एक रिलीफ फण्ड हेतु किन्हीं 3 लोगों का ज्वाइंट एकाउंट खोला जाए जो लखनऊ या इलाहाबाद आन्दोलनों में शामिल होते थे और आज हमारे बीच नही है ,,,,
ReplyDeleteअपना एक योद्धा
ReplyDeleteभाजपा का सिपाही
सपा विनाशक
भारत माँ का लाल
हमारे परिवार का सदस्य
अपने माँ बाप का सहारा
आज हमेँ छोड के चले गये
विधवा पत्नी , अनाथ बच्चे
विनय भाई
आपकी कुर्बानी हम खाली नहीँ जाने देँगेँ
सौगंध आपकी खाते है
आने वाले समय मे हम समाजवादी एण्ड कम्पनी को इतिहास बना देँगेँ
नींद भी नीलाम हो जाती है बाज़ार -ए- इश्क में,
ReplyDeleteकिसीको(विनय भाई) भूल कर सो जाना ,
इतना आसान नहीं होता
जब से भर्ती शुरु हुई है.. जितने भी ज्योतिश पैदा हुए है..
ReplyDeleteइनका काम सिर्फ टेनसन देना है. काम तो कुछ करते नही बस obc , sc और gen कि मेरिट् बताते रह्ते है. भर्ती तो होने दो सब उसी समय क्लीअर हो जायेगा .
यदि आप आज जीओ देवता को स्वतन्त्र कराने हेतु ऐतिहासिक परीक्षा टीईटी 2011 के टाईटेनिक जहाज से भी बडी 72825 भर्ती के क्रांतिकारी बनने के अवसर की ताक में हों
ReplyDeleteतो कृपया निम्न वस्तुएं लेकर एससीईआरटी भवन पंहुचें
चाँद पे धूप से बचने के लिये अंगौछा , गमछा या बडा वाला रूमाल
पानी की दो बडी बोतलें चिल्ड , रास्ते में भी काम आयेगी और एससीईआरटी भवन के आगे आपकी प्यास बुझाकर आपका भरपूर सहयोग करेंगी ।
एक पिठठू वाला बैग , जिसमें आपका सामान हो
एक चटाई चाहे पन्नी वाली हो चाहे सींकों वाली या पतली दरी या चादर , क्योंकि कब आपके दरबार को आराम की आवश्यकता पड जाये ।
अपनी भाभी , बहन , भौजी , मम्मी , के हाथ पैर जोड़कर अच्छी खासी मात्रा में पूडी ,पुआ , पिटउआ , पराठे , या फिर जन्माष्टमी वाले खुरमे , तीन चार बिस्कुट पैकेट यह सब लेकर आना ।
क्योंकि जीओ देवता अगर क्रुद्ध हो गये तो क्या पता 19 के बजाय 20 को प्रकट हों , तो हमें तब तक डटे रहना है। इसलिए रुकने के हिसाब से यह सब आवश्यक हैं।
मोबाइल में गाने नये पुराने और हंसी वाली वीडियो भरा लायें , हो सके तो लम्बी धमक वाले चाईनीज मोबाइल लायें , रास्ते में भी टाइम कटेगा और रात में रुके तो समूह मनोरंजन होगा।
जिनको मच्छर लगते हों वो मच्छर मार डाल लोशन लेकर आयें , बडी राहत देगा ।
कृपया थोडा नमक जरूर साथ में लायें , नारे लगाते लगाते कुछ लोगों के गले बैठ जायेंगे तो गरारा करने के काम आयेगा ।
इलेक्ट्राल पाउडर , ग्लूकान डी पाउडर , काम्बीफ्लेम दवाई भी लिये आना , क्या पता किसका मामला वहाँ गडबड हो जाये , काम आयेगा ।
चाय के तलबगार लोग थोडे ज्यादा पैसे डाल लायें , कुछ साथी भी इसी बहाने चुस्की लगा लेंगे ।
बाकी सब ठीक है
दिल में नफरत और आँखों में अमरीश पुरी जैसे अंगारे लेकर पधारें , आपका दिल खोलकर स्वागत रहेगा ।
आपकी चीखें और गर्जनाओं से एससीईआरटी भवन का जर्रा जर्रा कांप उठेगा ।
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कदमों से कदम मिलते हैं ।
हम ऐसे जब चलते हैं दिल दुश्मन के हिलते हैं
स्वाहा बोलने के लिये आज तैयार हो जाओ
प्रार्थना करूँगा इश्वर से की समाजवादी सरकार को सदबुद्धि दे व
ReplyDeleteउनको ये एहसास कराये कि 2 साल ही बाकी रह गए है उनके पतन
में कम से कम उससे पहले एक तो अच्छा कार्य करने का प्रयास
करे।
जय टेट जय हिन्द जय टेट संघर्ष मोर्चा।
सुप्रभात मित्रो।
ReplyDeleteआज 19 अगस्त है और सरकार का अभी तक कोई भी रुख
स्पष्ट नहीं है। कोई कहता है आज शाम 5 बजे तक भर्ती का
कार्यक्रम जारी हो जायेगा तो कोई कहता है कल तक शायद
कुछ हो। मैं बिलकुल भी सरकार के किसी भी वेतन भोगी कर्मचारी
पर भरोसा करने की स्थिति में नहीं हूँ क्योंकि उनका तो पहला
प्रयास भर्ती को टांगने का ही रहा है अब तक कुछ भी ऐसा नहीं
किया गया है किसी भी कर्मचारी की तरफ से कोई भी भरोसा जताया
जाये। मेरा अगर कोई भी भरोसा है तो वो टेट संघर्ष मोर्चा के कुछ
व्यक्तियों व माननीय सुप्रीम कोर्ट पर है।
"Akhilesh Yadav ki sarkar Sachiv aur Babuo ke boote chal rahi hai."~~~~~~~~·
ReplyDeleteKitne log agree hain.
हमारे देश में आज अपराध इस कदर बढ रहे हैं जैसे पेड पर फैली अमरबेल
ReplyDeleteइन सबको रोका नही जा पा रहा है तो इसका सीधा जिम्मेदार मात्र और एक मात्र भारतीय न्याय व्यवस्था है।
ढीला और लचीला संविधान बढती हुई परेशानियों का जिम्मेदार है
अपराधी अपराध करने से डरते नही हैं
बलात्कारी इज्जत तार तार करने से डरते नही हैं दुकानदार जहर बेचने से बाज नही आ रहा
सब्जियों में जहर मिलावट को राष्ट्रीय मंजूरी प्राप्त है
पेड़ पौधे लगाने की कोई सख्त अनिवार्यता नही है
अयोग्य शिक्षक बन रहे हैं
योग्य खाक छान रहे हैं
कोर्ट का कोई डर नही है
लूट बढती जा रही हैं
यौन उत्पीडन में दिनों दिन इजाफा
यह सब की जिम्मेदार हमारी न्याय प्रणाली है। अगर यह सख्ती पर उतर आयै तो किसी की क्या मजाल जो हिल भी सके
पर नेता उसे सख्त कभी होने नही देंगे और अब तो उनकी कठपुतली हो गयी है भारतीय न्याय व्यवस्था
संसद में अनपढ बैठे हुये हैं , वहाँ अश्लील फिल्में देखते हुये पाये गये , कुछ सोते हुये पाये गये, कुछ कुर्ता फाडते हैं , कोई किसी पर कुर्सी फेंकता है।
ऐसी हालत देखकर अब रोने को दिल चाहता है।
सुप्रीम कोर्ट में न्याय है भी , तो वहाँ पहुँचने पहुंचते व्यक्ति का घर बार सब बिक जाता है।
यही हालत रही तो युवाओं की सांसे घुटने लगेंगी ।
हम सब तो भुक्तभोगी हैं । 72825 भरती अन्याय का आईना दिखाती हुई भरती है। जिस पर निचली अदालतों ने ऐसा आपरेशन किया है कि भरती के प्राण जाते जाते बचे ।
स्नातक पास बैठे हैं विद्यालयों में अध्यापक बनकर अवैध रूप से
और परास्नातक डाक्टरेट डिग्री वाले घूम रहे हैं ।
जो न्याय होना चाहिए तात्कालिक , वो हो रहा है सालों में
धन्य हमारा वर्तमान देश
धन्य हमारा वर्तमान न्यायालय का न्याय
धन्य न्याय का मखौल उडाने वाले
रायबरेली से इण्टरसिटी द्वारा लखनऊ के लिए रवानगी ।
ReplyDeleteटेट मोर्चे के सक्रिय व सम्मानित सदस्य रितेश जी लखनऊ पहुँच चुके हैं..रणभेरी बज चुकी है....
ReplyDeleteमित्रो, हमारे संगठन के सक्रिय कार्य कर्ताओँ मेँ तीन विनय पाण्डेय हैँ-
ReplyDelete1. विनय पाण्डेय (बस्ती)
2. विनय पाण्डेय (देवरिया)
3. विनय पाण्डेय (इलाहाबाद)
।
विनय पाण्डेय जो कि बस्ती जनपद के जिलाध्यक्ष थे, उनका देहान्त हुआ है ।
दत्तू सर ने 31 तक भर्ती पूर्ण करने को कहा था न की एक कांउ बात सही है gov हमें चकमा दे चुकी है सारे नियम कानून को धता बता रही है 72825 को कितना फंसाया जा सकता है इस बिंदु पर काम कर रही है आज go आ भी जाता है तब भी 20 हमें scert का घेराव करना ही है अतः आप सब तैयार रहें लखनऊ कूच के लिए जय हिन्द जय टेट
ReplyDelete"बक्श देता है 'खुदा'
ReplyDeleteउनको(72825), ... !
जिनकी 'किस्मत' ख़राब होती है ... !
वो हरगिज नहीं 'बक्शे' जाते है, ... !
जिनकी(PALTUA) 'नियत' खराब
होती है...
तुम मुझे खून दो।।
ReplyDeleteआज दोपहर 3 बजेँ के बाद
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मैँ तुम्हे रिपोर्ट दूँगा
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हीरालाल गुप्ता पैँथालाऑजी
।।लखनऊ वाले।।
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ReplyDeleteA
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................G
Ab G.O. KE BAAD MULAAQAAT HOGI.....
ANY UPDATE ABOUT G.O FOR 72825 JOBS
ReplyDeleteलगता है G O महात्मा A. C . वाले कमरे में फाइल के अन्दर आराम फरमा रहे हैं। पाँच बजे तक G. O. महाराजा अपने दर्शकों। को आज निराशा मत मरो।
ReplyDeleteप्रकट हो जाऔ महात्मा ।
ab yahaan par hain!
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UPTET 72825 teacher vacancy in up latest news join blog :टीईटी पास युवाओं ने सरकार को दी चेतावनी
Any news of go
ReplyDeleteAgr ye sarkaar 72000 niyuktuya nahi krati to mrte paas sucide k alawa koi aur rasta nahi kitna krz hi chuka hai wo nahi de paunga, yaaro maaf krna, meri maut ki jimmedaar ye SP sarkaar
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