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Saturday, August 23, 2014

3rd Counseling Junior Science Math Teacher / UPTET: डायट में शिक्षक भर्ती काउंसलिंग बनी मजाक

3rd Counseling Junior Science Math Teacher / UPTET: डायट में शिक्षक भर्ती काउंसलिंग बनी मजाक



29334 Counseling Science Math Teacher News ,  3rd Counseling Junior Science Math Teacher





डायट में शिक्षक भर्ती काउंसलिंग बनी मजाक

बाबरपुर (औरैया) संवाद सूत्र : अजीतमल डायट में शिक्षक भर्ती की काउंसलिंग को लेकर मजाक किया जा रहा है। रात में रोशनी की कोई व्यवस्था नहीं है ऐसे में मोबाइल टार्च की रोशनी से काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरी कराई जा रही है। हालांकि परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों में गणित व विज्ञान विषयों के लिए शिक्षकों की भर्ती हेतु कराई जा रही काउंसलिंग में अभ्यर्थियों को सिर्फ मायूसी हाथ लग रही है जहां गुरुवार को विज्ञान विषय हेतु 59 अभ्यर्थियों की काउंसलिंग हुई तो वहीं शुक्रवार को गणित विषय के लिए पांच अभ्यर्थियों की काउंसलिंग कराई गई।

डायट में काउंसलिंग को लेकर अभ्यर्थियों की भीड़ तो उमड़ रही है, लेकिन व्यवस्था बदहाल है। अभ्यर्थियों का आरोप है कि सुबह से ही काउंसलिंग के लिए बुला लिया जाता है उसके बाद रात तक बंद कमरे में मोबाइल की रोशनी में काउंसलिंग का पिटारा खोला जाता रहा है। न तो मेरिट ही बताई गई और न ही डायट परिसर में कोई मेरिट लिस्ट चस्पा की गई है। इन स्थितियों में अभ्यर्थी खासे असमंजस में रहते हैं। कुछ का आरोप है कि काउंसलिंग कर रहे कर्मियों ने कागजात यह कहकर वापस कर दिए कि उनका सलेक्शन नहीं हुआ है। कुछ महिला अभ्यर्थियों ने जिलाधिकारी से भी इस मामले को लेकर उन्हें अवगत कराया था, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल सका। जब अधिकारियों व कर्मचारियों से इस बाबत जानकारी लेने की कोशिश की गई तो पारा गर्म करते हुए उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। अभ्यर्थियों ने यह भी आरोप लगाया है कि काउंसलिंग में रात के अंधेरे का फायदा उठाकर गोलमोल किया जा रहा है


News Sabhaar : Jagran (Publish Date:Sat, 23 Aug 2014 01:06 AM (IST) | Updated Date:Sat, 23 Aug 2014 01:06 AM (IST))

59 comments:

  1. नमस्कार जी,
    आज भी वैसा ही हुआ जैसे हम सब डरते हुए से सोचते रहते है, और फिर मन ही मन कुछ अच्छा होने की उम्मीद लगाये रखते है, अभी तो कुछ लोगो ने अपने टेट का रोल न. नही लिखा था तो scert , बड़े अधिकारियो की मीटिंग थी, अबकी बार इस बारे में मीटिंग होगी कि कुछ आवेदन से चूहों द्वारा फोटो गायब कर दिए है, उन चूहों की पहचान कैसे की जाये, इसके बाद एक मीटिंग होगी कि ऐसे आवेदन के बारे में किसी विशेष चूहा समिति बनायीं जाये कि आगे से कोई ऐसी घटना न हो और इन को कण्ट्रोल आई डी दे दी जाये, सभी डायट में 100-100 चूहे दानी की भी व्यवस्था की जाये, अत: फिर से एक मीटिंग की व्यवस्था की जाये क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के अनुपालन में भर्ती अति शीघ्र करनी है, सभी डायट को पत्र जारी करे कि कल शाम 4:30 बजे तक सभी चूहे scert को भेज दिए जाये । इस कार्य में लापरवाही स्वीकार्य नही होगी, और जिससे फिर काउंसिलिंग की तिथि की घोषणा समय पर की जा सके ।। जय हो ।। जय जी ओ ।

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  2. अब तो पूरी तरह से विश्वास हो गया है कि हीरालाल गुप्ता भी नीतेश्वर कुमार की तरह मीटिग कान्फ्रेन्सिग करने लगे है जो लगभग अब यही चलना है अब कोर्ट पर ही अन्तिम भरोसा बचा है ।

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  3. Ab agli meeting me bataya jayega ki jo data feed hua tha uski CD CURRUPT ho gai hai.....adhikari bahut teji se kam kr rahe h

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  4. This comment has been removed by the author.

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  5. Tet sathiyo
    Namaskar
    ab tk prapt suchana k anusar
    (1)-SCERT nidesak ko lagi fatkar.
    (2)-do DIET k data scrutiny me truti payi gayi .kaam abhi jari hai.
    (3)-sab kux fir se theek raha to monday ko ho sakta hai bahupratixit GO zari.

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  6. Jin logo ne kaha tha ki data feeding ho gayi hai, mai Scert me hoo, aj wahi kah rahe hai ki feeding nahi hui hai, ab Scert me feeding ho rahi hai.... Kya kahe............
    Kuch nahi hoga bhai.... try another
    job...
    Ho chuki bharti... yaha kai tarah ki
    bate
    aati hai, jaise meeting Chal raha hai,
    nahi
    hogi meeting, kal hogi, ab Monday ko
    hogi.... yaha har date last hoti hai....
    jo
    kabhi nahi aati..... rol no k baad ab
    I'd
    problem, kal koi aur problem, parso
    koi aur

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  7. कुछ सवाल हैं इनके जवाब ढूंढो !!!!!!!!!!!!!!!!
    १) फीडिंग पुराने आवेदनो से हुई है जैसा की हमारे प्रतिनिधियों ने हमें डाइट से और कुछ अग्रिम पंक्ति ने एस.सी.आर.टी से पूछकर बताया ?
    २) फीडिंग प्रत्यावेदन से हुई है ये कोई मानने को तैयार नहीं हुआ तो अग्रिम पंक्ति प्रत्यावेदन के लिए क्यों राजी हुई ?
    ३) अब टेट अनुक्रमांक को आई.डी बना रहे हैं तो जिसका पुराने फॉर्म में नहीं था उसका फॉर्म ही निरस्त हो या प्रत्यावेदन से छांटकर भरा जाये |
    सही बात ये है किसी को कुछ पता ही नहीं है क्या चल रहा है बस सबको जी.ओ चाहिए |
    खैर जो भी है कंटेम्प्ट जब पड़ ही गया है तो पीछे क्या हटना पर मैंने कहा था न की ये भर्ती बिना कंटेम्प्ट के नहीं होगी |
    जिसको जहाँ जॉब मिल रही है लपक लो अगर ये ही सब रहा न तो दिल्ली अभी दूर है |
    जनहित में जारी

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  8. Aaj ki meeting me adhikariyon ne bharti me koi naya pench dhoondhne ki bahut koshish ki per koi solid pench nahi mila. Solid pench dhoondhne ke liye monday fir meeting bulai gai hai. Agar monday ko bhi pench na mila to G.O aane ki prabal sambhavnaye. Cnclng offline hi hogi.

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  9. सभी control id पर रोल न. नही है इसलिए आज G.O. नही आया......जब पुराने फार्म से feeding hui hai to ये सब नौटंकी क्यों........
    Dosto- Kuch DIETs se aaye data me total
    control id par roll no na hone ke karn , data
    ko adhura bata go jari nahi kiya gaya .
    Pramukh sachiv khud NIC centre karya ka
    jayaja lene gaye hai . Monday ko punah
    meeting hogi.""

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  10. Anand Abhishek Srivastava ke anusar →

    25 aug ko jari hoga 72825 ka go. cousling 4 sep se.

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  11. आज की मीटिंग में सिर्फ दो बातो पर मंथन हुआ 1.कोई भी रास्ता निकालो जिससे ये भर्ती करनी ही न पडे 2.भर्ती को और कितने दिनो तक रोका जा सकता है

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  12. Ab kaha gaye wo log jo sk pathak dwara dali gai contempt of court ka virodh kar rahe the dekh liya 31 aug tak sarkar ka rukh karwa liya go jari .ye govt kamini aur dabur lal gupta nikamma h isko dattu sir hi sept mah me sahi karenge tabhi bharti karega ye.aj fir salo ne bahana banakar go tal diya agli bar fir koi naya bahana dhund lege. Jab tet rol no aur markshee nhi thi to inko form reject karna tha.

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  13. २ जिलों का डेटा पूरा नहीं हुआ है, जिले नहीं बताये गए |||||||
    अफवाहों से दूर रहे की बिना टेट रोल न. वाले अंदर क्यों लिए जा रहे हैं |
    उन २ जिलों का काम एस.सी.आर.टी में ही चल रहा है |
    सचिव खुद एन.आई.सी भी जायेंगे ब्यौरा लेने मर्जिंग का |
    सोमवार मंगलवार तक का इन्तेजार और करिये |

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  14. आज की मीटिंग से go की उम्मीद ख़त्म .....डाटा अभी अधूरा .....सोमवार को दुबारा मीटिंग की संभावना .....................

    सिर्फ कंटेम्प्ट से काम नहीं चलने वाला ...सुप्रीम कोर्ट से प्रे करिए की किसी जज को इस भर्ती की निगरानी के लिए नियुक्त किया जाए ....वरना ये वो मच्छर हैं जिनपर मोर्टीन या काले हिट का भी असर नहीं होगा .........

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  15. नमस्कार दोस्तो .....
    आज G.O जारी होने की आशा एक बार
    फिर मृग मरीचिका ही साबित हुई ......!
    लगता हे डायट कर्मचारी
    को हीरा काका का ये गुप्त आदेश है
    कि फार्मो को फीडिग के नाम पर उलट
    पलट इसलिए करना है ताकि उससे हर बार
    कुछ ऐसी निरर्थक
    गलतियाँ निकाली जा सके जिसको ढाल
    बनाकर जितना संम्भव हो समय पार
    किया जा सके ।
    हर बार मीटिग मे हम एक नयी आशा पालते
    है और
    मीटिग मे फिर एक नयी समस्या हमे बताई
    जाती है
    जिसको सुनकर
    अधिकारियों कि अपेक्षा हम अधिक
    हलकान हो जाते है । और
    अपना गुस्सा हल्का करने के लिए blog पर कुछ
    कडे शब्द लिखकर अपनी किस्मत
    को कोस लेते है .....जो किस्मत मे लिखा है
    उससे पहले और ज्यादा कुछ मिलने
    वाला नही है .......लेकिन एक बात
    गाँठ बाँध वो किस्मत एक दिध बदलती जरूर
    है ।
    हमारी भी अब बदलने बाली है ।
    मीटिग होने कि खबर सुनकर हमे कम से कम ये
    सोचकर खुश होना चाहिए हर मीटिग मे
    एक समस्या कम हो रही है ।
    एक बात याद रखो कि जब दीपक बुझने
    बाला होता है
    तो उससे पहले एक बार पूरी ताकत से
    लौ फेकता है ।
    ये काला कोयला (हीरालाल)
    भी वही लौ फेक रहा है ।

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  16. गणेश जी से बात हुई है
    टी.ई.टी साथियो नमस्कार, जैसा कि आज सभी को पता था आज सचिवालय में ७२८२५ भर्ती से सम्बंधित मीटिंग का आयोजन किया गया। मीटिंग में हीरालाल गुप्ता, सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर सिंह एवं एन आई सी के अधिकारी मौजूद रहे आज दो जिलो के डेटा में कुछ तकनीकी कमियों के चलते हमारा बहुप्रतिक्छित सेडुअल नहीं आ पाया। सोमबार को फिर से समस्त अधिकारियो की मीटिंग बुलाई गयी है इस मीटिंग में सहदुअल आने की पूरी सम्भावना है साथियो आप लोग धैर्य बनाये रखे हम लोगो की भर्ती होने जा रही है और यह शीघ्र ही स्टार्ट होकर कम्प्लीट हो जाएगी। जय हिन्द, जय टी.ई.टी

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  17. तेरी चाहत में हम, दर-बदर हो गये !
    सारी दुनियाँ से भी , बेखबर हो गए !!
    सज सँवर तुम सनम सैफई हो गयीं !
    हम उजड़ कर, मुजफ्फर नगर हो गए..
    .
    जब बुद्धि अखिलेश हो जाती है
    तो
    .
    जिन्दगी उत्तर प्रदेश हो जाती है

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  18. किसी भी भर्ती को लंबा कैसे खीचे ये आप सीख सकते है . संपर्क करे - सपा पार्टी के नेताओ से - अक्ल लेश और मुल्ला यम । भर्ती न होने देने को यही दोनो जिम्मेदार है , हीरालाल तो एक कडी है । समझदार को इशारा ही काफी है । धन्यवाद , खुश रहे , खुश रखे

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  19. गधे अधिकारीयो ने केवल बिना प्रमाण पत्रों की जानकारी देने के लिए दो घंटे की मीटिंग आहूत की थी | अब फिर सोमवार को बताएँगे की फॉर्म डालने वालो का घर अब तक नहीं मिला इस लिए अगले महीने भर्ती होगी| फिर एक दो महीने बाद मीटिंग कर के बताएँगे की कई लोगो के पास मूल प्रमाण पत्र खो गए है इस लिए भर्ती नहीं हो पा रही है | आन्दोलन पांच सितम्बर को नहीं 25 अगस्त को होना चाहिए | वर्ना ऐसे तो ये सरकार कभी नहीं भर्ती करने वाली |

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  20. सामान्यतः सभी भर्तियों के विज्ञापन में कुछ शर्तें होती हैं । इनमें से एक है " अस्पष्ट, अपूर्ण, त्रुटिपूर्ण आवेदन पत्रों पर 'विचार नहीं किया/निरस्त कर दिया' जाएगा।"
    फिर ये अधिकारी लोग ऐसे आवेदन पत्रों को पकड़कर क्यों बैठे हैं ? उन्हें रद्द क्यों नहीं कर देते ?क्या 72825 के विज्ञापन में ऐसी कोई शर्त नहीं थी ?

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  21. otal seats filled on first day of third couns

    Shahjahanpur-Science 26 Mathematics
    100
    Etawah- Science 8
    Allahabad- Science 12 Mathematics 16
    Varanasi- Science 10
    Rae Bareilly- Science 43
    Gorakhpur- Science 34
    Kheri- Science 20 Mathematics 45
    Hardoi- Science 37
    kanpur Dehat- Science 81
    Pratapgarh- Science 13
    Agra- Science 30
    Bahraich- Science 71
    Mainpuri- Science 18
    Ambedkarnagar- Total 25
    Fatehpur- Mathematics 74
    Gazipur- Mathematics 75
    Chitrakoot- Total 35
    Azamgarh- Science 154
    Gonda- Total 41
    Mirzapur- Total 100
    Farrukhabad -Full Seats

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  22. मित्रो आज prt भर्ती पर हुई बैठक में
    पुरानी नौटंकी चालू रही और सिर्फ एक एजेंडे पर
    चर्चा हुई की अब कौन सा नया पेंच
    निकाला जाय टाइम पास का । आतंरिक सूत्रों से
    मिली खबर के अनुसार कोर्ट की दी हुई समय
    सीमा के पार हो जाने के बाद क्या किया जाय
    इस पर भी चर्चा हुई । जिससे कोर्ट से एक बार
    फिर बचने का रास्ता मिल सके । आज कोई
    रास्ता नहीं सूझा इसलिए सोमवार या मंगलवार
    को एक बार फिर बैठक होगी और कोई
    रास्ता तलाशने की कोशिस की जाएगी अगर
    कोई रास्ता नहीं मिला तब काउंसलिंग का go
    जारी किया जायेगा । हो सकता है मेरी इस बात
    को बहुत से लोग निराशा का प्रतिक समझे लेकिन
    हो सकता है जल्द ही सच आप सबके सामने आ जाये

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  23. । आप लोग खुद ही एक सामान्य सी बात सोचिये
    बेशिक विभाग की अभी तक
    की सभी भर्तिया केवल फॉर्म लेने के लिए
    ऑनलाइन हुई है बाकि सब कार्य आफ़ लाइन हुए है
    तो सरकार इस आफ़ लाइन भर्ती को ऑनलाइन करने
    पर क्यों तुली हुई है जबकि 25 मार्च के बाद
    भी अगर इस भर्ती की काउंसलिंग आफ़ लाइन
    आवेदनों के माध्यम से सुरु हुई होती तो अब तक कम
    से कम हर महीने में एक काउंसलिंग के हिसाब से 5
    काउंसलिंग हो चुकी होती और लगभग 30-40
    हजार लोगो को नियुक्ति मिल चुकी होती ।
    लेकिन हो क्या रहा है हम सब देख रहे है । सरकार
    की सुप्रीम कोर्ट में हिम्मत नहीं है की वो सीधे
    भर्ती करने से मना कर दे इसलिए उसे कार्य करने के
    नाम पर प्रक्रिया में उलझा कर टाइम पास
    किया जा रहा है । मै ये नहीं कह रहा हूँ की ये
    भर्ती नहीं होगी लेकिन इतना जरुर है की ये
    तभी होगी जब सचिव के बच निकलने के सारे रस्ते
    बंद हो जायेंगे और उनको सिर्फ जेल
    का ही रास्ता दिखाई देगा ।

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  24. सचिव कोई
    भी हो चाहे सुनील कुमार , नीतीश्वर कुमार
    या हीरालाल , अधिकारी कोई
    बुरा नहीं होता क्योकि वो अपने मन से कोई
    कार्य नहीं करता । कार्य की इच्छा सरकार में बैठे
    नेताओ की होती है और नाम केवल
    अधिकारी होता है । हम सब जानते है
    की अधिकारी कोई भी आ जाये लेकिन सरकार
    तो वही है फिर कार्य में कैसे फर्क पड़
    जायेगा अधिकारी बदल देने से ।
    मित्रो मै जानता हूँ हमारा मन नहीं मानता और
    हम सब जानते हुए भी कि इस सरकार और इसके
    किसी अधिकारी की किसी बात
    का भरोषा नहीं है फिर भी हम मीटिंग सुनकर
    फिर आस लगा लेते है की सायद अब कुछ हो जाये ।
    फ़िलहाल मै यही कहूँगा जब हम 2 लाख लोगो में
    से 20 हजार लोग भी घर से निकल कर धरना और
    आन्दोलन नहीं कर सकते तो फिर कोर्ट के ऊपर
    ही विश्वाश बनाये रखे क्योकि ये भर्ती सिर्फ
    उसी के दबाव और ऑर्डर के कारन होगी । जैसे
    इतना दिन वैसे ही कुछ दिन और सही । सरकार
    को कोर्ट द्वारा सहूलियत से कार्य करने
    का दिया गया समय अब बीत चूका है । अब कोर्ट
    इनसे जबरदस्ती कार्य करवाना सुरु करेगी । इसलिए
    न तो जादा निराश हो और न ही इन
    अधिकारियो की उठक-बैठक पर जादा आशा करे
    ।क्योकि ये उठक-बैठक भी हमारे लिए
    नहीं हो रही है ये भी कोर्ट का डर है । इसलिए
    जो भी होगा सिर्फ कोर्ट के कारण
    होगा इसलिए उसी पर पूरा ध्यान लगाये और
    आपसी मतभेद को त्याग कर उसी मजबूती से एक
    साथ खड़े हो जैसे अभी तक कोर्ट में लड़े है । उसमे
    किसी तरह की त्रुटी न रह जाये । हमें इस नीच
    सरकार से हर कदम पर कोर्ट में ही न्याय मिलेगा ।
    धन्यवाद

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  25. आज की बैठक भी बेनतीजा रही कोई भी निर्णय नहीं हो पाया कारण कुछ प्रत्यावेदनों के साथ न तो टीईटी का अंक पत्र था और न ही प्रत्यावेदनो में टीईटी का अनुक्रमांक ही था। अरे जब पहले प्रत्यावेदनो में टीईटी अनुक्रमांक की कोई जगह ही नहीं थी जब कैसे भरा जाता?
    ये तो बाद में डाला गया जब तो हजारों प्रत्यावेदन भेजे जा चुके थे
    उसमें गलती किसकी और भुगत हम रहे है
    इन अधिकारियों को समझ ही नहीं आ रहा हमारी भर्ती कैसे की जाय वास्तविकता तो यह है कि सरकार सुप्रीमकोर्ट के निर्णय का बाद भी 72825 की भर्ती करने की इच्छुक नहीं हैतभी तो बार बार समय बिताने के नये नये बहाने खोजे जा रहे हैं गांव में एक कहावत है कि रखवाली न करने के इच्छुक व्यक्ति तो यदि मचान पर चढ़ा दिया जाये तो वह बस शोर मचाता है रखवाली नहीं करता यही हाल इन अधिकारियों का है सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन ये मजबूरी में कर रहे हैं।
    अब एक और आशा और विश्वास भरा नया दिन
    सोमवार में फिर से इन नाकारा अधिकारियों की बैठक है।

    देखते हैं क्या होता है?

    विश्वास पर दुनिया टिकी है

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  26. मीटिंग ख़तम हो गइल
    पेश बा मुख्य अंश -----
    गुप्ता जी -- अइसन बा की तोह लोगन के हम एकरा खातिर बुलवाने बानी की ई सरे लइका कुल चाहत की भर्ती चालू कइल जा लेकिन इ ससुरन के पता नहीं बा की हम भर्ती चालू नहीं करब , अब तोह लोगन बतावल जा की अब कौन बहाना बनावल जा

    ईगो साहब - अरे महाराज बहुत बहाना बा (आपन नंबर बनने चक्कर में ) कही दिहल जा अबहीं पूरा डेटा नहीं आइल बा

    गुप्ता जी - चल ठीक बा लेकिन उ जोनो ऊहा बइठल बा दिल्ली में ओकरा खातिर का कई ल जा

    और सब चुप ------

    गुप्तजी ---हमरा पता रहल ह की ओकर जबाब भी हमाई के देखे पड़ी

    चल तोह लोगन जा जा अब हम्है कौनो उपाय सोच तानी -------आखिर ऐसे हो थोड़े हम बड़का अधिकारी हई

    और ध्यान रहे कौनो लइका जब पूछे तब इहे कहीह जा की ह ह हमनी के भर्ती कइल जाइ

    अउरी मीटिंग खत्म

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  27. आप समझ रहें है कि दिल्ली दूर है, जबकि SCERT की टीम है कि उसे नक्शे से बाहर निकालने पर ही तुली हुयी है...!

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  28. आज की मीटिंग का मुख्या उद्देश्य ---

    गुप्ता जी - अब हमने अपने दम पर २ महीने तक तो इन लड़को बेवकूफ बना दिया अब क्या करे

    आप लोग उचित राय दे की आगे कैसे बेवकूफ बनाया जाय--------

    और शाम तक उसके बारे कोई नया शिगूफा जारी हो जायेगा

    ------भैया ---------हम तो इन लोगो से यही आशा कर सकते है -----

    यदि शेडूल जारी हो जाती है तो -----------चमत्कार
    यदि कॉउंसलिंग हो जाती है तो -----------महाचमत्कार
    और यदि नियुक्ति पत्र मिल गयी तो ----???????? (आप लोग ही सोच का बताये )

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  29. 2012 ME JAB OBAMA, OSAMA, DHONI NE AVEDAN KIYA THA….TET ME 150 ME 300 NUMBR THE GUDANK 100 KI JAGAH 200 % THA TAB TO SCERT AUR VIBHAG KO KOI APATTI NAHI THI…..TAB TO COUNSLNG BHI START HO GAYI THI……AUR AB BINA MATLB KA EK EK POINT KHOJ KAR HAME BEWAKOOF BANA RAHE HAI…MEETING ME KYA YAHI VICHAR HOTA HAI KI AKHIR IS BHARTI KO ROKNE AUR TAALNE KA SAFAL UPAY KYA HAI ? KYA LAGTA HAI KI S.P. GOV K SHASHAN ME YE BHARTI HO SAKEGI ?

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  30. 72,825 प्राथमिक शिक्षको की भर्ती में सामिल सभी आवेदको के लिए महत्वपूर्ण।
    मयंक तिवारी,एटा।
    जैसा कि आपको ज्ञात है कि टेट मेरिट आधारित यह विज्ञापन माया सरकार का है वहीँ दूसरी ऒर सपा सरकार के नकल रुपी गोरख धंधे को चौपट करने वाला है इसलिए इस भर्ती को पूरा करने की सरकार की नियत प्रारंभ से ही नही रही है। में इस संघर्ष में प्रारंभ से ही संगठन से जमीनी और फेसबुक पर दोनों ही जगह सक्रीय हूँ । और समय समय पर अपनी राय/सलाह/निवेदन करता रहता हूँ।
    फिलहाल यह समय ना तो किसी को दोष देने का है ना ही सुप्रीम कोर्ट के आदेश के भरोषे हाथ पर हाथ रखने का है। वर्तमान परिस्तिथि मे सरकार निश्चित ही दबाब में है लेकिन अपनी इक्षा के विपरीत इस भर्ती को हजम नही कर पा रही है और ज्यादा से ज्यादा समय लटकाना चाहती है।
    आज एक बार फिर शासनादेश का जारी ना होना चिन्ताये बडाता है क्योकि इसका कारण (कुछ डाइट द्वारा सभी कण्ट्रोल id को टेट रोल नंबर ना देना।) ये वही डाइट है जिनकी फीडिंग ख़राब व लेट थी और संशोधन में भी देरी की थी। अब फिर से इनसे ऐसी ही अपेक्षाएं है।
    मेरे अनुसार अब हमें सुप्रीम कोर्ट में अबमानना के साथ साथ केंद्र सरकार से भी दबाब बनवाना होगा। इसके लिए आपको एकजुट होकर घर से निकलना भी पड़ेगा। फ़िलहाल आप सभी अपनी जिम्मेदारी से अपने गाँव/तहसील/शहर/जिले में सक्रीय साथियों से स्यम जुड़ें और उन्हें सहयोग करें। तथा मोर्चा के केन्द्रीय नेतृत्व के निर्णय की प्रतीक्षा करें। एक बात तय है जिसे में दावे के साथ कहता आया हूँ और फिर कहता हूँ "भर्ती अवश्य पूरी होगी और ये सपा सरकार ही करेगी।"
    जय हिन्द जय टेट जय भारत
    !! सत्यमेव जयते सर्वदा !!

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  31. दिल से सोचें दिमाग से जवाब दें.....
    आप कौन सा ऑपसन पसंद करेंगे....

    1. अगले 15 दिनों में भर्ती पूरी हो जाये..

    2. भर्ती भले ही एक माह लेट हो जाये मगर भर्ती के बाद ये सरकार इस मामलें में बर्खास्त हो जाये और राष्ट्रपति शासन लागू हो जाये।

    जय टेट....

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    Replies
    1. Mr. C/p......
      Mere vichar se is duniya me koi takat nahi h ...jo is mc...government ko barkhast kar sake.....
      Jab tak is up ka ek ek nagrik is sp government se dukhi na ho jaye ye...barkhast honi bhi nahi chahiye....

      Delete
  32. निःसंदेह इस देरी ने हजारों लोगों को मानसिक पीड़ा पहुँचाई है लेकिन इस कष्टदायक ट्रेनिंग में सफल होकर वो ना सिर्फ जॉब पायेंगे बल्कि इतिहास में उन योद्धाओं में गिने जायेंगे जिन्होंने दो पूर्ण बहुमत सरकारों का सहारा लेकर निजी बी एड कालेज प्रबंधकों तथा नक़ल माफियाओं द्वारा अपने विरुद्ध रचे चक्रव्यूह को भेदकर घडी की सुइयों को विपरीत दिशा में मोड़ने का अविश्वसनीय कारनामा किया है ,,,,

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  33. पाकिस्तान, इराक, गाजा और सीरिया जैसा अहसास लीजिए अपने ही देश में...
    .
    .
    कुछ दिन तो गुजारिए "उत्तर-प्रदेश" में...!!

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  34. badi sarm ki baat hai.....jab u.p govt. 2lakh data theek se feed nahi kara pa rahi ........tho ye sarkaar kaise chalate honge. isse saaf hota hai.... inke I.a.s adhikaari ek chaprasi se b gai gujare ho gaye hai.....agar ek rickshaw wale ko sachiv bana diya hota tho vo b ek month me sabhi dala feed karva deta.....dhany hai u.p. sarkaar......mai tho bas yahi bolunga ki 2 saal bache hai jitna lootna hai aur Jo karna hai kar lo....kyoki ab ye sarkaar sayad hi kabhi dubara aa payegiii.....

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  35. kitne log ...tet morche evam sk pathak dwara dali gayi ...contempt se sahmat /khush hain ...????

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  36. इस प्रदेश के अधिकारी आखिर किस दुनिया से आये हैं मुझे समझ में नही आ रहा है उसकी तलाश की जा रही है जिसका अस्तित्व ही नही फर्जी नाम से जो आवेदन भरे गये हैं न वह कभी मिलेंगे और यदि आने की सोंचे भी होंगे तो टेट मेरिट सपोर्टरों के नाम से भी कब्र में कंपकंपी छूट जायेगी।मेरी शिक्षा विभाग को सलाह है कि ऐसे लोगों के खिलाफ रेड काॅर्नर नोटिस जारी कर दिया जाय ताकी विश्व स्तर पर आप लोगों की डुग्गी पीट जाये....डिज्नीलैंड का एक एपिसोड आपको समर्पित...

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  37. बहुत बढ़िया काम सरकार का....जैसे ही हम लोग जोश में आते हैं सरकार कोई न कोई चूरन चटा देती है....फिर खत्म होते ही दूसरा चूरन....चार साल से हम सब को सरकार चूरन चटा रही है...और खुद मलाई खा रही है....
    आन्दोलन का इरादा बदलना नहीं चाहिए दोस्तों....

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  38. Koi yah to btaaye ki Amitabh, Salman, Ramdev aadi k roll no. kehan se feed kiye jaayenge??????
    Mtng smaapt ho chuki hai.
    Agli mtng parso Somwar ko.
    G.O ka abhi koi ata-pta nhi qki,
    1. Kuchh DIETs k data me roll no. hi nhi hain.
    2. Kuchh abhayrthiyon ne tet no. nhi likha aur marksheet nhi lgaai. Abhi inka hisaab-kitaab baaki hai.
    Galti kiskiiiiiiii????????
    Pahle nikaale gye pratyaawednon me tet no. mention nhi tha. Baad me isme sudhar karke yah joda gya.
    Jo pahle format se pratyaawedan bhej chuke the, unhe kaha gya ki unhe dobara new format se pratyaawedan bhejne ki zroorat nhi hai jabki mere jaise kuchh ne
    ek nhi kaee-kaee baar btaya/likha ki new format se hi pratyaawedan manya honge. So jo pahle format se pratyaawedan bhej chuke the, unhe advice di gaee ki new se bhi bhej do lekin kya kaha jaaye ki adhiktar ne kaha ki nhi, kaam chal jaayega. Ab galti kiski kahi jaaye? Galti jaanboojhkar ki gaee aur S.P aur iske gurgon ko mil gya bahaana humaari bharti ko aur late karne ka lekin, Ab yhi praarthna hai ki S.C inhe aisi jagah le jaakar maare, jehan paani to door, hwa tak inhe naseeb n ho.

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  39. (DIARY NO OF COURT OF CONTEMPT IS-28114/2014)-फेसबुक स्वंभू जो court of contempt के खिलाफ लम्बी २ पोस्ट डालकर विषवमन कर रहे थे अब वो ये बताए दूसरा रास्ता क्या है। क्योकि उनकी भयंकर लम्बी पोस्ट साहित्य मे संकलित करके तो पढ़ाई नहीं जायेगीं।

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    1. Kyo santosh parjapati ...
      Jaunpuriya ki waat laga rahe ho.....

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  40. अब नया टारगेट

    सोमवार

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  41. ये डाटा फीडिँग का कचरा है

    उसके हिसाब से आपकी 10प्रतिशत सीट बेचने का हीरालाल को ऊपर से आदेश हुआ है
    कीमत शायद 15लाख
    इस बार जब मेरिट आयेगी तो उसमे 7283 सीटे भर चुकी होगी
    बैक डोर से

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  42. तानाशाह सरकारों के सामने बेबस सर्वोच्च
    न्यायालय
    श्यामल कुमार त्रिपाठी
    विश्व में सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश
    की भूमिका में भारत सर्वोच्च स्थान पर
    दिखता है। लोकतांत्रिक शब्द से मतलब यह है
    कि सबसे ज्यादा राज्यों के समूह से बना देश
    जिसमें लोगों द्वारा चुनी गई
    सरकारों का राज होता है। सच भी है
    यहां जनता सरकार चुनती है और बस इसी बात
    से खुश हो जाती है कि वह एक लोकतांत्रिक
    सरकार की छांव में अपना सारा भविष्य
    सुरक्षित महसूस करती है। विचारणीय प्रश्न यह
    है कि भारत एक ऐसा लोकतांत्रिक देश बन
    गया है जहां चुनाव के वक्त तो सारा माहौल
    लोकतांत्रिक दिखता है लेकिन चुनाव
    परिणाम और सरकारें बन जाने के बाद
    यही लोकतांत्रिक देश पूर्णतया एक
    तानाशाह राजा की आगोश में दिखाई देने
    लगता है। कहने का मतलब बस इतना है
    कि जनता एक चुनावी प्रक्रिया के तहत
    सरकार चुनती है इसलिए कि वह सरकार
    जनता के हितों और देश के विकास के लिए
    कार्य करेगी, लेकिन इसके ठीक उल्टा सरकार
    बन जाने के बाद यही लोकतांत्रिक सरकारें
    सारे नियम कानून को दरकिनार करते हुए
    सिर्फ वह करती हैं जिससे उन्हें फायदा हो। देश
    में न्यायिक व्यवस्था में सर्वोच्च न्यायालय
    की स्थिति सबसे ऊपर मानी गई है।
    इतना ही नहीं सर्वोच्च न्यायालय को न्याय
    पाने की आखिरी मंजिल के तौर पर भी देखते हैं
    लेकिन अब यह सरकारें सुप्रीम कोर्ट के
    फैसलों को ठेंगा दिखाते हुए उन्हें मानने से
    इंकार कर देतीे हैं।

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  43. ऐसा नहीं है कि यह कुछ
    नया वाकया हो। हमेशा से होता आया है।
    नेहरू के जमाने में भी सुप्रीम कोर्ट
    को झुकना पड़ा था और इंदिरा गांधी के
    जमाने में जब आपात काल की बात
    चली थी तब भी इंदिरा गांधी ने सुप्रीम
    कोर्ट को कुछ नहीं समझा था। गत्ï दिनों पर
    नजर डालें तो कुछ महीने पहले तक अस्तित्व में
    रही यूपीए सरकार ने भी राजनीति और
    नेताओं पर सर्वोच्च न्यायालय के आए पांच
    फैसलों को कैबिनेट की मदद से खत्म कर
    दिया था। ताजा मामला उत्तर प्रदेश
    सरकार का है। इस समय लगभग तीन वर्षों से
    टीईटी पास बेरोजगार दर-दर की ठोकरें
    खा रहे हैं, तमाम कानूनी लड़ाई लडऩे के बाद
    हाईकोर्ट से जीत दर्ज करने के बाद भी जब
    सरकार ने उन्हें नौकरी देने से
    मना किया तो यह सारे बेरोजगार सर्वोच्च
    न्यायालय की शरण में चले गए। वहां से
    भी सरकार को मुंह की खानी पड़ी और
    सुप्रीम कोर्ट ने अपने अंतरिम आदेश में प्रदेश
    सरकार को यह आदेश दिया कि तत्काल
    प्रभाव से इन टीईटी पास
    बेरोजगारों को नौकरी मुहैया कराई जाए।
    सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद टीईटी पास
    बेरोजगारों को लगा कि उन्होंने
    दुनिया जीत ली।

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  44. वह शायद भूल गए
    कि सुप्रीम कोर्ट के
    आदेशों को ठेंगा दिखाना अब
    सरकारों का शगल बन गया है और हुआ
    भी वही। सरकार ने सर्वोच्च
    न्यायालय के आदेशों को दरकिनार
    करते हुए टीईटी पास
    बेरोजगारों को अभी तक कोई
    नौकरी नहीं दी। सवाल यह उठता है
    कि यह टीईटी पास बेरोजगार
    न्याय की गुहार लेकर अब कहां जाएं।
    न सरकार इनकी बात सुनती है न
    ही सर्वोच्च न्यायालय की बात
    सुनती है। गत्ï
    दिनों इन्हीं टीईटी पास
    बेरोजगारों ने लखनऊ में
    शिक्षा विभाग के सेक्रेट्रेट पर
    ताला जड़ दिया और प्रमुख सचिव
    बेसिक हीरालाल गुप्ता से मिलकर
    अपना दुख
    बयां किया तो उनका जवाब
    बड़ा ही संवेदनहीन मिला। उन्होंने
    कहा कि भई सरकार जब
    चाहेगी तभी आपकी नियुक्ति होगी।

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  45. इस जवाब पर टीईटी पास
    बेरोजगारों ने कहा कि अगर ऐसा है
    तो हम सरकार पर कंटेम्ट का केस
    करेंगे। इस बात का जवाब
    भी बड़ा ही निराला मिला।
    प्रमुख सचिव बेसिक हीरालाल
    गुप्ता ने बड़े बेफिक्री से
    कहा कि सरकार पर पहले से
    पचासों कंटेम्ट के केस चल रहे हैं। उससे
    कोई फर्क नहीं पड़ता। एक कंटेम्ट आप
    लोग भी कर लो क्या हो जाएगा।
    प्रमुख सचिव बेसिक का यह बयान
    बताता है कि सरकार और उसके
    मातहत डंके की चोट पर सुप्रीम
    कोर्ट की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
    ऐसा नहीं है कि ये सब उत्तर प्रदेश में
    है। केंद्र सरकार ने भी चीफ जस्टिस
    को भरोसे में लिए बगैर
    जजों की नियुक्ति करने वाले
    कालिजिएम को खत्म करके एक
    नया सिस्टम चला दिया। जिसमें
    चीफ जस्टिस और जजों के साथ-
    साथ केंद्र में कार्यरत कानून
    मंत्री का भी पूरा हस्तक्षेप होगा।
    कहने का अभिप्राय सिर्फ इतना है
    कि कालिजिएम सिस्टम खत्म
    करने से जजों की नियुक्ति मामले में
    पारदर्शिता की उम्मीद तो है
    लेकिन जिस तरीके से
    कालिजिएम को खत्म
    किया गया बिना चीफ जस्टिस
    को भरोसे में लिए वह तरीका गलत
    था। यह तरीका बताता है
    कि सुप्रीम कोर्ट से हमें कुछ लेना-
    देना नहीं। हम जैसा चाहेंगे वैसे करेंगे
    और सुप्रीम कोर्ट भी उसे मानने के
    लिए बाध्य होना होगा।
    सरकारों के इन तानाशाह रवैये से
    जहां लोकतांत्रिक
    ढांचा चरमरा रहा है वहीं आमजन
    का विश्वास भी लोकतंत्र से खत्म
    होता जा रहा है।
    इतना ही नहीं सुप्रीम कोर्ट से
    न्याय की उम्मीद भी अब संदेह के
    घेरे में दिखने लगी ह

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  46. rajesh singh urf mr. tmntbbn sir kahe pareshan hai calm down bolo hari om hari om.......

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  47. परिश्रम और संघर्ष कभी व्यर्थ नहीँ जाता
    आप लोग फालतू मेँ परेशान है नौकरी भी मिलेगी सम्मान भी मिलेगा वेतन भी मिलेगा पर ये संघर्ष, ये जंग ये दोस्ती हम ना भूल पायेँगे विरोधी घुटनो पर होँगे
    विजयश्री आपके मस्तक पर होगी

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  48. O.K. Shiksha ji ab bus karta hu but mein Rajesh singh hi hoo TMNTBBN sir nahi. Hari Om

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  49. rajesh ji very good writing skills may god bless u......aapki manokamna puri ho...

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  50. Ab kis baat ka interzar kar raha h tet morcha ki 25 ko heera lal gupta agli date aur meeting de ab kuch nahi hoga sidhi unli se ghee nahi niklega ungli tedi karni padegi
    ek maha andolan hona chahihye w2o bhi heera lal gupta ke ghar ke bahar jab bhi bo ghar jaye ya aye use hum dekhne chahye jisse use yaad rahe ki use hamri bharti karni h

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  51. sahi kahna main ye lato ke bhoot h baat se kaha manewale h

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  52. Dear TET friends,
    An update from inside the SCERT

    Another meeting is scheduled on monday to discuss the following points-
    1- How much more leniency can be shown to those diets who have not send the filled/correct data. Such diets are 7 in number( names not retrieved) and its confidential because of chance of confrontation between applicants and diet administration.

    2- There are massive errors and shortcomings in the feeding as well as in the improvement forms like TET ROLL NO. is missing and even the xerox copy of marks sheet is also not attached.
    What to do with them and if included then one chance should be given to the applicant by filling the form ONLINE with the help of DOB and NAME but the point to discuss is, there is room for manipulation in this process and APEX COURT can be very furious on this.

    3- Contempt of order is ready and a hanging sword over the administration after 31st of aug. and how it can be avoid by just advertising a G.O. before 31st of aug. to entertain the applicants which they(govt.) can procrastinate anytime.

    4- Last but not least,
    They are in the mood of starting the process and want to discuss that in the lack of proper information of applicants, whether process of this recruitment will automatically be hang?

    So friends if the answer is yes then its a bad news but if court assists then it will be resolved soon,
    But dont worry be very positive as one of the Principal of any diet has been called there personally and was asked about the progress and he replied in negative and as a result he got an ultimatum to complete it before 12:30 pm sunday anyhow.
    Thanks and Take care.


    Queries can be made at
    sachinsaxena160@gmail.com

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