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Saturday, November 8, 2014

72825 Teacher Recruitment : सामान्य महिला विज्ञान श्रेणी की सीटें भरीं

72825  Teacher Recruitment : सामान्य महिला विज्ञान श्रेणी की सीटें भरीं


मैनपुरी, भोगांव: प्रशिक्षु शिक्षक चयन प्रक्रिया में जनपद में खाली पड़ी श्रेणीवार पदों का कोटा तीसरे चरण की काउंसिलिंग के आगे बढ़ने के साथ ही भरता जा रहा है। पहले दो दौर की काउंसिलिंग में आवेदकों द्वारा जनपद को खास वरीयता न दिए जाने के चलते खाली सीटों को भरने के लिए इस बार आवेदक संजीदा हैं। अब सामान्य महिला विज्ञान के 11 पद भी फुल हो गए हैं। काउंसिलिंग में रविवार को महिला विज्ञान ओबीसी, एससी की अभ्यर्थियों की बारी है।

वर्ष 2011 से शुरू हुई प्रशिक्षु शिक्षक चयन प्रक्रिया में जनपद के परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों के केवल 100 पद ही सृजित किए गए थे। इस प्रक्रिया की शुरूआती दो दौर की काउंसिलिंग में केवल 70 आवेदकों ने ही भाग लिया था और ऐसी स्थिति में जनपद में 30 पद रिक्त रह गए थे। इन पदों को भरने के लिए बेसिक शिक्षा परिषद ने विगत दिनों तीसरी काउंसिलिंग का कार्यक्रम जारी किया था। तीसरी काउंसिलिंग के चौथे दिन शनिवार को डायट पर सामान्य महिला विज्ञान श्रेणी के 11 पदों में से खाली 5 के लिए आवेदकों को बुलाया गया था।

चयन समिति के अध्यक्ष डायट प्राचार्य आरएस बघेल, सचिव बीएसए प्रदीप वर्मा, उपप्राचार्य गंगा सिंह राजपूत, प्रधानाचार्य जीजीआइसी सुमन यादव, जिला विकलांग कल्याण अधिकारी राजीव कुमार की टीम के समक्ष इस श्रेणी की महिला अभ्यर्थियों ने एक-एक कर अपने मूल अभिलेखों एवं अन्य आवश्यक प्रमाण पत्रों की जांच पड़ताल कराई। देर शाम तक 5 पदों के सापेक्ष इतने ही दावेदारों ने काउंसिलिंग कराकर शिक्षक बनने की राह में एक कदम और आगे बढ़ा दिया। खाली पड़े 5 पदों के सापेक्ष हाईमेरिट वाले 5 अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग होने के बाद काउंसिलिंग कराने पहुंचे कम मेरिट वालों को मौका नहीं दिया गया। डायट प्राचार्य आरएस बघेल ने बताया कि रविवार को महिला विज्ञान ओबीसी, एससी के एक पद के लिए आवेदकों की काउंसिलिंग कराई जाएगी।

News Sabhaar : JAGRAN Publish Date:Sat, 08 Nov 2014 06:16 PM (IST) | Updated Date:Sat, 08 Nov 2014 06:16 PM (IST)

2 comments:

  1. मंगलू ने तपस्या की और भगवान खुश हो गए।
    भगवान : उठो वत्स मैं तुम्हारी तपस्या से
    प्रसन्न हुआ।
    मांगो क्या चाहिए तुम्हें, तुम चाहो तो मैं
    अमरता का वरदान भी दे सकता हूं।
    मंगलू : हे प्रभु मैं धन्य हो गया आपके दर्शन
    करके। मैं
    बहुत मुश्किल में हूं।
    मेरी शादी नहीं हो रही। प्लीज
    मुझे वरदान दो कि मेरी जल्द से जल्द
    शादी हो जाए।
    .
    भगवान : वत्स मैं तुम्हें ‘श्राप’ देता हूं...
    .
    मंगलू : रुकिए-रुकिए प्रभु श्राप क्यों?
    .
    .
    .
    .
    भगवान : बेटा तुमने चीज ही ऐसी मांगी है
    जो श्राप की लिस्ट में आती है!

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  2. नौकरी की उलझन, काउंसिलिंग से भी टेंशन

    गोंडा: सुल्तानपुर से बेटी की काउंसिलिंग कराने आए खुद अधिकारी राम प्रकाश अजीब पेशोपेश में थे। वह दो जिलों में काउंसिलिंग कराने के बाद गोंडा डायट पहुंचें थे। यहां भी उन्होंने बेटी के साथ घंटो लाइन में लगकर काउंसिलिंग कराई, बावजूद उनके चेहरे पर उलझन देखने को मिली। उनकी समझ में यह नहीं आ रहा था कि काउंसिलिंग तो वह तीन जिलों में करा चुके हैं, लेकिन नौकरी वह कहां पर करेगी।

    इसको लेकर वह काफी टेंशन में रहे। यह उलझन एक दो नहीं बल्कि एक जिले से अधिक काउंसिलिंग कराने वाले हरेक अभ्यर्थी के सामने थी। सभी का कहना था कि इस बारे में कोई स्पष्ट आदेश जारी होना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं किया गया है। जिससे अभ्यर्थियों की मुश्किल एक बार फिर बढ़ेगी।

    प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती को लेकर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान दर्जीकुआं में काउंसिलिंग के चौथे दिन भी सुबह से ही अभ्यर्थियों की भीड़ लगी रही। यहां पर हर कोई पहले अपनी काउंसिलिंग कराने के लिए जोर अजमाइश करता दिखा। सुबह दस बजे से शुरू हुई काउंसिलिंग शाम सात बजे तक चलती रही। कई अभ्यर्थियों के अभिलेखों पर राजपत्रित अधिकारी का मुहर व हस्ताक्षर न होने के कारण समस्या आ रही थी।

    ऐसे अभ्यर्थियों ने प्रार्थना पत्र देकर प्रत्यावेदन के जरिये काउंसिलिंग कराई। डायट प्राचार्य मनोहर लाल के मुताबिक शनिवार को सामान्य महिला विज्ञान वर्ग की 211 सीटों के लिए 4403 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था। जिसके सापेक्ष 592 ने काउंसिलिंग कराई।

    रविवार को यहां पर अनुसूचित जाति, पिछड़ी जाति, अनुसूचित जनजाति महिला विज्ञान वर्ग की 2822 अभ्यर्थियों को काउंसिलिंग के लिए बुलाया गया है।

    जारी हो स्पष्ट निर्देश :

    काउंसिलिंग के लिए आयी ममता, प्रतिभा, सुषमा का कहना था कि शिक्षा विभाग को काउंसिलिंग के बारे में स्पष्ट निर्देश जारी करना चाहिए। अब एक-एक अभ्यर्थी भाग दौड़ करके कई जिलों में काउंसिलिंग तो करा रहा है, लेकिन उसका चयन कहां होगा, यह पता नहीं। यहीं नहीं काउंसिलिंग के जो कट आफ जारी किया गया है, उसमें भी गड़बड़ियां है। इन सब स्थितियों पर स्पष्ट निर्देश जारी होना चाहिए।

    खुल गई दुकान :

    डायट में काउंसिलिंग को लेकर अभ्यर्थियों की उमड़ी भीड़ को देखते हुए आसपास कई नई दुकानें खुल गई है। जो बाजार में आम तौर पर बिकने वाली पांच रुपए की फाइल को यहां पर 25 रुपए की दर से बेंच रहे हैं। यहां पर काउंसिलिंग में प्रयुक्त होने वाली सामग्रियां भी मनमाने दाम पर वसूले जा रहे थे।

    लगा रहा जाम :

    डायट में काउंसिलिंग के कारण गोंडा-फैजाबाद मार्ग पर वाहनों का जमावड़ा लगा रहा। मुख्य मार्ग पर जाम होने के कारण लोगों को काफी समस्याओं से जूझना पड़ा। साथ ही मुख्यालय से दूर से होने के कारण डायट पहुंचने में भी महिला अभ्यर्थियों को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ा।
    पुलिस ने दिखाई सख्ती
    डायट में काउंसिलिंग के समय महिलाओं की लाइन में पुरुषों के खड़े होने से काफी समस्याएं आई। जिसके कारण यहां पर तैनात खोरहंसा पुलिस चौकी प्रभारी उमेश वाजपेई दिन भर पुलिस कर्मियों के साथ व्यवस्था संभालने में लगे रहे। यहां पर महिला सिपाहियों की तैनाती न होने से महिलाओं को संभालने में काफी समस्या आई।

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