प्रसव समय नजदीक, फिर भी पहुंची काउंसलिंग में
कर्मचारियों ने भी महिला की स्थिति को देखते हुए कार में ही काउंसिलिंग की सारी औपचारिकताएं पूरी कर दीं। काउंसिलिंग कराने के लिए अन्य कई महिलाएं गर्भावस्था में डायट में पहुंचीं, उनकी भी डायट कर्मियों ने काफी मदद की।
अमर उजाला ब्यूरो
शाहजहांपुर। प्रदेश में बेरोजगारी का आलम किसी से छिपा नहीं है, ऐसे में हाथ आएरोजगार के अवसर को भला कौन छोड़ना चाहेगा। शुक्रवार को डायट में ऐसा ही एक नजारा उस समय देखने को मिला, जब एक अभ्यर्थी गर्भावस्था में काउंसिलिंग के लिए उपस्थित हुई। चूंकि उसका प्रसव का समय संभवत: पूरा हो चुका था। इसलिए वह कष्ट में भी थी।
फिर भी उसने हिम्मत जुटाते हुए अपनी और बच्चे की परवाह किए बिना अपने पति के साथ कार से काउंसिलिंग कराने पहुंची। कर्मचारियों ने भी महिला की स्थिति को देखते हुए कार में ही काउंसिलिंग की सारी औपचारिकताएं पूरी कर दीं। काउंसिलिंग कराने के लिए अन्य कई महिलाएं गर्भावस्था में डायट में पहुंचीं, उनकी भी डायट कर्मियों ने काफी मदद की।
72,825 प्रशिक्षु शिक्षकों की तीसरी काउंसिलिंग के तीसरे दिन शुक्रवार को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में कला वर्ग की अनुसूचित जाति एवं जनजाति के साथ ही अन्य पिछड़ा वर्ग की महिला अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग हुई।
काउंसिलिंग कराने के लिए अनुसूचित जाति के 1308 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था, जबकि वहां पर एक भी पद खाली नहीं था।
बावजूद इसके 20 अभ्यर्थियों ने अपनी काउंसिलिंग कराई। अनुसूचित जन जाति के 11 पदों के सापेक्ष 11 अभ्यर्थियों को बुलाया गया, लेकिन एक भी नहीं पहुंचा।
अन्य पिछड़ा वर्ग के 20 पदों के सापेक्ष 1588 अभ्यर्थियों को बुलाया गया, जिसमें 148 लोगों ने काउंसिलिंग कराई। तीन वर्गों की काउंसिलिंग कराने के लिए मेन गेट सहित 10 काउंटर लगाए गए।आनन-फानन में कार के अंदर पूरी कराई गई काउंसिलिंग प्रक्रियाओबीसी और एससी के 168 अभ्यर्थी ll
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85 ने कराई काउंसलिंग
सुल्तानपुर। डायट में चल रही प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के तहत बुधवार को 85 अभ्यर्थियों ने काउंसलिंग कराई। काउंसलिंग में अभ्यर्थी रुचि नहीं ले रहे हैं। शुक्रवार को कला वर्ग की महिला श्रेणी में एससी की 45 व ओबीसी की 40 अभ्यर्थियों ने काउंसलिंग कराई,
जबकि कुल 1430 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था। शनिवार को महिला वर्ग में सामान्य विज्ञान श्रेणी के 1514 अभ्यर्थियों को बुलाया गया है।
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भीड़ के चलते व्यवस्था ध्वस्त, 450 अभ्यर्थियों ने कराई काउंसिलिंग
तीसरे दिन डायट में लगा मेला
अमर उजाला ब्यूरो
लखीमपुर खीरी। तीसरे चरण में शुक्रवार को आरक्षित श्रेणी महिलाओं की काउंसिलिंग की गई। शनिवार को यहां अत्यधिक भीड़ होने से डायट की व्यवस्था ध्वस्त हो गई। भीड़ के चलते जहां अभ्यर्थियों को घंटों लाइन में लगना पड़ा वहीं कई बार पुलिस भी बुलानी पड़ी। शुक्रवार को यहां लगभग 450 अभ्यर्थियों ने अव्यवस्थाओं के बीच काउंसिलिंग कराई।
तीसरे चरण की काउंसिलिंग में शुक्रवार को महिला एससी, एसटी और ओबीसी की 6384 अभ्यर्थियों को काउंसिलिंग के लिए बुलाया गया। यहां प्रदेश के कई जिलों की महिला अभ्यर्थी अपने परिवार वालों के साथ आ गईं। यहां काउंसिलिंग के लिए पांच काउंटर बनाए गए थे, भीड़ को देखते हुए काउंटर कम पड़ गए। हर काउंटर पर काउंसिलिंग के लिए महिलाओं को घंटों लाइन में लगना पड़ा। इसके अलावा समस्याओं के लिए पूछताछ कार्यालय में अभ्यर्थियों की भीड़ इस कदर जुटी की कई बार इस कक्ष को बंद करना पड़ा। भीड़ को देखते हुए कई बार डायट प्राचार्य को महिला पुलिस बुलानी पड़ी। डायट प्राचार्य उमेश कुमार शुक्ला ने बताया कि शुक्रवार को देरशाम तक काउंसिलिंग चलती रही।
पंद्रह रुपये का बिका फार्म
फार्म भरने के लिए जगह नहीं मिली
काउंसलिंग में भीड़ के चलते यह स्थिति रही कई लोगों को फार्म भरने के लिए भी सही जगह नहीं मिली। कोई जमीन पर तो कोई कार के बोनट पर बैठकर फार्म भरता दिखा।
फुल रहे शहर के सभी होटल
लखीमपुर खीरी। जिले में काउंसिलिंग कराने के लिए बाहरी जिलों से हजारों की संख्या में लोग दो दिन पहले ही पहुंच गए थे। इन लोगों को सुबह डायट में काउंसलिंग के लिए जाना था। महिला अभ्यर्थी होने के करण इनके साथ इनके परिवार के लोग भी थे। काउंसिलिंग के लिए एक दिन पूर्व आने वाले लोगों को रात बिताने के लिए किसी जगह की तलाश थी। कुछ लोगों ने अपने जानने वालों की मदद से पहले ही होटलों की बुकिंग करादी। इससे शुक्रवार को शहर के किसी होटल में एक भी कमरा खाली नहीं था। गुरुवार को बाहर के तमाम अभ्यर्थी और उनके परिवार के लोग कमरों की तलाश में होटलों के चक्कर लगाते रहे।
अभ्यर्थियों को काउंसिलिंग के लिए अपना नाम और विवरण वाला फार्म भी अपनी फाइल में लगाना होता है। इस फार्म की जमकर बिक्री हुई। गांव के छोटे-छोटे बच्चे भी मौके का फायदा उठाने में नहीं चूके। बच्चे सड़कों पर अभ्यर्थियों से संपर्क कर 15 रुपये का फार्म बेच रहे थे। पूछने पर एक बच्चे ने बताया कि क्या करें फार्म कम पड़ रहे हैं भीड़ बहुत है इसलिए महंगा मिलता है तो महंगा बेचते हैं।
दुकानों पर भीड़ रही
अभ्यर्थियों के आने से डायट और उसके बाहर मेले जैसी स्थिति रही। अभ्यर्थी और उनके परिवार की भीड़ देख तमाम दुकानें लग गईं। इन दुकानों पर दिन भर भीड़ रही। दुकानों पर खाने की वस्तुएं प्राप्त करने के लिए भी लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। इतना ही नहीं यहां बैठने तक की जगह नहीं थी। पूरा प्रांगण भरा था। महिलाओं के साथ उनके बच्चों की देखभाल करने आए घर के लोग जहां जगह मिली वहीं बैठ गए
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156 अभ्यर्थियों ने काउंसिलिंग कराई
बांसी। टीईटी पास प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती के तीसरे चरण की काउंसिलिंग में शुक्रवार को अन्य पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति, जनजाति महिला कला वर्ग की काउंसिलिंग हुई। कुल 200 पदों के लिए 10 गुना 2089 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था। कुल 156 अभ्यर्थी काउंसिलिंग में उपस्थित हुए। काउंसिलिंग पांच काउंटरों पर हुई। इस दौरान खंड शिक्षा अधिकारी रमेश, मनिराम वर्मा, रामचंद्र मौर्य, गोपालजी मिश्र, अतिरिक्त प्रवक्ता बद्रीनाथ त्रिपाठी, श्रीकांत तिवारी, कृष्णकांत चतुर्वेदी और हरिकिशन गुप्ता मौजूद रहे
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अगर यहाँ पर आपको कभी मेरी कोई बात समझ मेँ न आ रही हो तो
ReplyDelete.
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तो यह तुरंत समझ लेना चाहिये कि बात बडे स्तर की चल रही है ।
हर सुबह सूर्य की नई किरण एक नई उम्मीद को जन्म देती है।
ReplyDeleteआज तीन वर्षों से किया गया त्याग व्यर्थ जाने का भय बरबस ही मन को सता रहा है।
वास्तविक संघर्ष करने वाला व्यक्ति इस भर्ती से दूर होता जा रहा है।
भयानक भ्रष्टाचार के बाद भी यदि विज्ञप्ति में नियम संगत संवैधानिक कमी न होती तो
टीईटी मेरिट पर ही अनारक्षित 107, ओबीसी 100 , एससी 90 एवं एसटी 83 अंक पाकर न्यूनतम तीस जिलों में ही आवेदक होने के बावजूद नौकरी पाता परन्तु अब स्थिति भयावह है।
इस भयावह परिस्थिति में लोगों को खुद पर भरोसा करना होगा।
ReplyDeleteSCERT निदेशक मात्र ठेकेदार हैं
उनसे किसी मांग का कोई मतलब नहीं है।
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ReplyDeleteआखिर ये महिलायें अब तक थी कहाँ??
ReplyDelete107 के कम जनरल, 100 से कम ओबीसी , 90 से कम SC
की महिलायें वैसे भी वक़्त आने पर बाहर होंगी।
कम से कम इसी बहाने दौड़-धूप कर लें।
शिक्षामित्र को रोके बिना अब नौकरी संभव नहीं।
जिन्हें लग रहा है मोदी जी उनके के लिए कुछ नही कर रहे है ??
ReplyDeleteतो हम का करे हमे कौन सा मोदी जी चम्मच से दाल चावल खिला रहे है ,
पेपर पढो देश का हाल चाल जानो पता चलेगा 5 महीने में क्या बदला है ,हमसे का पूछते हो ??
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteएक सुन्दर युवती एक दवाईयो
ReplyDeleteकी दुकान के सामने काफी देर
तक खडी थी। भीड़ छटने का
इंतज़ार कर रही थी।
दुकान का मालिक उसे शक की
नजर से घूर रहा था।
बहुत देर बाद जब दुकान मे कोई
गि-हाईक नही बचा,तो वह
लड़की दुकान मे आयी।
एक सेल्समन को धीरे से एक
किनारे बुलाया।दुकान मालिक
अब और भी ज्यादा चौकन्ना हो
गया।लड़की ने धीरे से एक
कागज़ सेल्समन की ओर
बढाया।धीरे से फुसफुसायी,
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"भैया,मेरी एक डॉक्टर के साथ
शादी तय हो गयी है।
आज "उनकी" पहली
चिठ्ठी आयी है।
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थोडा पढ़कर सुनायेंगे क्या?
श्रीमती जी की रात के दो बजे अचानक नींद खुली तो पाया कि पति बिस्तर से नदारद है।
ReplyDeleteजिज्ञासावश उठीं, खोजा,...
तो देखा डाइनिंग टेबल पर बैठे
पति जी कॉफी का कप
हाथ में ले कर,
विचारमग्न, दीवार को घूर रहे हैं।
पत्नी चुपचाप पति को कॉफी की चुस्की लेते हुए बीच-बीच में आँख से
आँसू पोंछते देखती रही।
फिर पति के पास गई और बोलीं, “क्या बात है, डियर? तुम इतनी रात
गए यहाँ क्या कर रहे हो..?”
पति जी ने कॉफी से नज़र उठाई।
“तुम्हें याद है, 14 साल पहले जब
तुम सिर्फ 18 साल की थीं?”
पति बड़ी गम्भीरता से बोला..।
पत्नी पति के प्यार को देख कर भाव
विभोर हो गई, बोली, “हाँ, याद है..।”
कुछ रुक कर पति जी बोले “याद है जब तुम्हारे जज पिता जी ने हमें
मेरी कार मे घुमते हुए देख लिया था' । पत्नी हाँ हाँ.. याद है..।”
“याद है कैसे उन्होंने मेरी कनपटी पर
बन्दूक रख कर कहा था,
“या तो इस से शादी कर लो,
या 14 साल के लिए अन्दर
कर दूँगा..।”
“हाँ.. हाँ.. वह भी याद है।”
अपनी आँख से एक और आँसू पोंछते हुए
पति बोला..
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“…आज के दिन तो मैं पक्का छूट गया होता...!!”
बतला रहा हूँ यूं तो मैं सब कुछ सही सही
ReplyDeleteतफ़सीले-वाक़यात मगर फिर कभी सही
( तफ़सीले-वाक़यात = Details of the events)
उसने कबूतरों को भी आज़ाद कर दिया
ख़त की उमीद छोड़ दी मैंने रही सही
वैसे तो कहने सुनने को कुछ भी नहीं मगर
मिल ही गये हैं आज तो कुछ बात ही सही
उसके भी ज़ब्तो-सब्र का कुछ एहतराम कर
जिसने तमाम उम्र तिरी बेरुख़ी सही
( ज़ब्तो-सब्र = Self control and patience, एहतराम = Respect)
इस दिल का ये मरज़ तो पुराना ही है हुज़ूर
तशखीस इस मरज़ की भले ही नयी सही
( तशखीस = Diagnosis, मरज़ = बीमारी)
मक़सद तो दिल का हाल जताना है दोस्तो
गर क़ूवते-बयान नहीं, खामुशी सही
(क़ूवते-बयान = Power to express yourself, मक़सद = Goal)
पत्तों का आँधियों में बिखरना नया नहीं
इस बार आँधियों की वज़ाहत नयी सही
( वज़ाहत = Explanation)
हम आपके बग़ैर जिये और ख़ुश रहे?
अच्छा ये आप समझे हैं? अच्छा यही सही
मन का पपीहा प्यासा का प्यासा ही रह गया
क़िस्मत में इसकी प्यास ही लिक्खी हुई सही
male obc science bahraich lakhimpur 13th ko counsling ke liye delhi se jane wale bhai contact kare 09015991079
Deleteकितना भी सुलझा लूँ मगर फिर उलझ जाती है
ReplyDeleteमेरी जिन्दगी भी मेरे इयर फ़ोन जैसी है...
बवाल के अगले दिन आरक्षित वर्ग की काउंसिलिंग हुई
ReplyDelete**************************************
कुशीनगर। बृहस्पतिवार को डायट पर बवाल के बाद शुक्रवार को सुरक्षा व्यवस्था के बीच काउंसिलिंग शुरू कराई गई। गहमा-गहमी के बीच अनुसूचित महिला कला और अनुसूचित जनजाति महिला कला के लिए अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग शुरू हुई। इसके पहले की काउंसिलिंग में गड़बड़ी की सूचना पर डीएम ने एसडीएम को मौके पर भेजा। एसडीएम ने पहुंचकर जांच शुरू की तो हडकंप मच गया। शिक्षकों की भर्ती के लिए जिले के डायट में 3600 सीटें आवंटित हुई हैं। दूसरी काउंसिलिंग में महिला अनारक्षित कला सहित कई वर्गों में सीटें भर गई हैं। तीसरी काउंसिलिंग के लिए जारी हुई मेरिट लिस्ट में वेबसाइट में महिला अनारक्षित कला विशिष्ट श्रेणी की जगह महिला अनारक्षित कला वर्ग में 27 सीटें रिक्त दर्शाई गई थीं। बुधवार को डायट पहुंचे अभ्यर्थियों ने काउंसिलिंग नहीं होने पर बवाल कर दिया था। उनका आरोप था कि काउंसिलिंग में धांधली की जा रही है। बाद में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मशक्कत के बाद स्थिति नियंत्रित हुई। बाद में प्राचार्य अरुण कुमार ने बताया कि महिला जनरल और कला की 405 सीटें थीं, जिनमें 378 की काउंसिलिंग हो गई थी। 36 फाइलें वापस कर दी गई थीं। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और अन्य आरक्षित अभ्यर्थियों के लिए 27 सीटें थीं। इन आरक्षण वालों के लिए कटऑफ जारी किया गया था तथा इसकी सूची एससीआरटी को भेज दी गई थी। रिजर्व के अलावा अन्य कोई सीट रिक्त नहीं थी। वहां से इंटरनेट पर सूचना अपडेट न होने के कारण अभ्यर्थी काउंसिलिंग के लिए आ गए थे। बृहस्पतिवार को हंगामे के कारण शुक्रवार को सुरक्षा बढ़ा दी गई। कसया के एसओ ज्ञानेंद्र शुक्ल के अलावा एसआई तथा कई सिपाहियों को मुस्तैद किया गया था। महिला अनुसूचित जाति कला की चालीस और महिला अनुसूचित जनजाति कला की छह सीटों के लिए काउंसिलिंग हुई। काउंसलिंग में करीब 220 अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया। काउंसिलिंग शुरू होने के पहले से ही काफी संख्या में अभ्यर्थी यहां पहुंच चुकी थीं। दूर-दराज से आई अभ्यर्थियों के साथ उनके परिवार के सदस्य भी थे। काउंसिलिंग शुरू होने के बाद कसया एसडीएम जयशंकर मिश्र डायट पहुंचे। उसके बाद कर्मचारियों के अलावा किसी और को अंदर जाने से मना कर दिया गया। सूत्रों ने बताया कि कार्यालय में एसडीएम ने कंप्यूटर में फीड सूची के साथ ही कुछ अभिलेखों को मंगाकर देखा। उसके बाद बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों का इंतजार किया गया। अधिकारियों के नहीं पहुंचने पर एसडीएम वापस लौट गए। दोपहर के बाद एसडीएम फिर वापस आए और जांच शुरू की।
विदेश में अध्ययन कर रही एक लड़की ने अपने
ReplyDeleteमेरे प्यारे मम्मी-पापा,
मुझे आपकी बहुत याद आती है.
मैं नहीं कह सकती कि मैं घर कब वापस
आऊंगी..
लेकिन फिलहाल कुछ सालों तक तो सम्भावना नहीं दिखती.
मुझे ये सोचकर बड़ा कष्ट होता है कि जब तक मैं आप लोगों को देख पाऊँगी तब तक आप लोग बूढ़े हो चुके होंगे.
इसलिए मैं इस पत्र के साथ एक दवा की बोतल भेज रही हूँ.
इसके सेवन से आप दोनों जवान बने रहेंगे. लेकिन ध्यान✅ रखना–
इसकी सिर्फ एक बूँद ही लेनी है..
सिर्फ एक बूँद...
आपकी बेटी.
अंकिता
माता-पिता ने लिफाफा खोल कर देखा तो उसमें सचमुच एक दवाई की एक बोतल रखी हुई थी.
पति ने पत्नी से कहा–
“पहले तुम लेकर देखो.”
पत्नी ने एक बूँद दवाई ले ली और
5 साल कम दिखने लगी..
लगभग 2 साल बाद जब बेटी घर लौटी तो उसने अपनी माँ को वैसा ही जवान और सुन्दर पाया,
जैसा वह छोड़ कर गई थी.
माँ की गोद में एक छोटा बच्चा भी था.
माँ ने बेटी की दवाई की बहुत तारीफ़ की और उसे धन्यवाद दिया.।
बेटी बहुत खुश हुई और फिर उसने पिता के बारे में में पूछा..?
माँ ने बताया – “जब मैंने दवाई की एक बूँद ली और जवान दिखने लगी तो तुम्हारे पिता को इतनी जलन हुई कि वे पूरी बोतल ही उठाकर पी गए.”
बेटी– “लेकिन वे हैं कहाँ ?”
माँ– .
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“यही तो हैं तेरे पापा जी …..
क्या आपको भी दवा चाहिए तो 1234567890 नम्बर पर फोन करें !
कोई टोपी तो कोई अपनी पगड़ी बेच देता है..
ReplyDeleteमिले अगर भाव अच्छा, जज
भी कुर्सी बेच देता है,
तवायफ फिर भी अच्छी, के वो सीमित है कोठे तक..
पुलिस वाला तो चौराहे पर
वर्दी बेच देता है,
जला दी जाती है ससुराल में अक्सर वही बेटी..
जिस बेटी की खातिर बाप किडनी बेच देता है,
कोई मासूम लड़की प्यार में कुर्बान है जिस पर..
बनाकर वीडियो उसका,
वो प्रेमी बेच देता है,
ये कलयुग है, कोई भी चीज़ नामुमकिन नहीं इसमें..
कली, फल फूल, पेड़ पौधे सब माली बेच देता है,
किसी ने प्यार में दिल हारा तो क्यूँ हैरत है लोगों को..
युद्धिष्ठिर तो जुए में अपनी पत्नी बेच देता है...!!
15 दिन में पूरी होंगी बीपीएड डिग्रीधारकों की मांग
ReplyDeleteसचिन त्रिपाठी शुक्रवार, 7 नवंबर 2014
अमर उजाला, लखनऊ Updated @ 10:14 PM IST
सपा मुखिया ने दिया आश्वासन
नियुक्ति की मांग को लेकर धरने पर बैठे प्रशिक्षित बीपीएड संघर्ष मोर्चा के सदस्य शुक्रवार को गोमती में जल समाधि लेने उतर गए। इस दौरान एक डिग्रीधारक डूबते-डूबते बचा।
पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने किसी तरह उसे बाहर निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया। घटना के बाद शाम को बीपीएड संघर्ष मोर्चा का प्रतिनिधिमंडल सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव से मिला।
15 दिनों में मांगें पूरी करने संबंधी सपा मुखिया का आश्वासन मिलने के बाद धरना और अनशन समाप्त हुआ। सरकारी स्कूलों में शारीरिक शिक्षकों की भर्ती को लेकर प्रशिक्षित बीपीएड डिग्रीधारक लक्ष्मण मेला मैदान में धरने पर बैठे हुए थे।
21 बीपीएड डिग्रीधारकों ने गुरुवार शाम से अनशन की शुरुआत कर दी। इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई तो 101 बीपीएड डिग्रीधारक गोमती नदी में उतर गए।
ये हैं प्रमुख मांगें
नदी में बैलेंस बिगड़ने से गोरखपुर निवासी बबलू सोनकर डूबने लगे। इस पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने सभी डिग्रीधारकों को नदी से बाहर निकाला और बबलू सोनकर को अस्पताल में भर्ती कराया।
शाम को बीपीएड डिग्रीधारकों के प्रतिनिधिमंडल ने सपा प्रमुख से मुलाकात की। बीपीएड संघर्ष मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष धीरेंद्र यादव ने बताया कि मुलायम ने अगले 15 दिनों में उनकी मांगें पूरी करने का आश्वासन दिया है।
ये हैं प्रमुख मांगें-
- शारीरिक शिक्षा प्राथमिक स्तर से अनिवार्य विषय के रूप में लागू हो।
- उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार शारीरिक शिक्षकों की नियुक्ति करें।
- जूनियर हाईस्कूल में 100 बच्चों पर एक शारीरिक शिक्षक की शर्त समाप्त करें और सभी विद्यालयों में शारीरिक शिक्षकों की नियुक्ति की जाए।
इस प्राईमरी भर्ती ने
ReplyDeleteमेरी लाइफ को ही व्यंग्य
बना दिया है। पहले मैं पुरे मोहल्ले को ,
रिश्तेदारो को ,यहाँ तक की जिले
भर को शेर की दहाड़ की तरह बताते
हुए नहीं थकता था की मेरे टेट में इतने
मार्क्स है , पहली नही तो दूसरी काउंसलिंग में
ही हो जायेगा , जहा चाहेंगे
वहां मिल जायेगा। इसी आधार पर
टेट संघर्ष की लड़ाई में अकादमिक
वालो से लड़ा गया ,उनको ढेर
सारी गलियां दी , उनसे
दुगुनी मात्रा में
गलियां खायी भी , लेकिन जब
मेरा दूसरी में भी नहीं हुआ , वहां से लोग
ओवरफ्लो होकर बह गए तो भाई
साहब , पूछिये मत ,
साला बोलती बंद हो गयी। ये
अकादमिक वाले अलग चिढ़ा रहे है ,
मोहल्ले के लोग बार बार ऐसे पूछ रहे है
जैसे हम कोई चोरी चकारी के केस में
जेल जा रहे हो , रिश्तेदार तो ऐसे
हितैषी बन रहे है जैसे उनके मार्गदर्शन के
बिना आज तक हम पले बढे ही नहीं है ,
घर वाले तो इतना चिंतित तब
भी नहीं हुए थे जब हम हाई स्कूल में फेल
हुए थे।
इस समय
तो शिक्षामित्रों की ही चांदी है।
शायद आप लोगो को याद होगा ,
एक बार मैंने अपने मोहल्ले की एक
शिक्षामित्र भाभी जी के बारे में
बताया था , जब से लोग ओवरफ्लो हुए
है , वो और लहरा लहरा कर अपनी डेढ़
बीघा के मोटे होठो पर डेढ़ कुंतल
लिपस्टिक लगा कर पूछती रहती है , "
बबुआ जी , इस बार काउंसलिंग के
लिए कहा जा रहे है ?" सोचा की कह
दें , की " जहन्नुम में जा रहे है , २ सीट
ख़ाली है , एक पर हम रहेंगे , एक पर
चलिए आपकी काउंसलिंग करा दें। "
लेकिन नहीं कह पाते। ।ये " संस्कार "
नामक रस्सी जो जुबान पर बंधी हुई
है।
कसम बता रहे है, दोस्तों ,अब
तो मेरा जियरा पूरा " चोक " ले
चूका है। अब आपसे क्या छुपाना , आप
सब तो मेरे दोस्त हो ,
अभी कल रात में मैंने
एक सपना देखा की मैं एक
बरसाती नाले में बह रहा हूँ , शायद
दिन रात " ओवरफ्लो " होने के बारे में
सोचते सोचते ऐसा हो रहा है। ये "
ओवरफ्लो " का डर , मेरे अचेतन मन में
भी बैठ चूका है।.. इन नीच
अधिकारियो ने मेरी लाइफ
को ही ओवरफ्लो कर दिया है ..... हे
भगवान !!!
मेरी रक्षा करो !!!!!!......
ग़ाज़ियाबाद नोएडा या ग्रेटर नोएडा में यदि कोई भी व्यक्ति फुटपाथ पर बिना कम्बल या रज़ाई के सो रहा है तो कृपया 9910409038 नम्बर पर रात 9 से 11:30... बजे तक फ़ोन करके उस व्यक्ति की लोकेशन बताये.....उसे तत्काल कम्बल और रज़ाई दी जाएगी.....रवि नागर
ReplyDeleteमहावीर महाराणा प्रताप अपने
ReplyDeleteपास दो तलवारें रखते थे....क्योंकि उनका सिंद्धांत
था कि वे
निहत्थे पर वार नहीं करते थे.....यदि कभी कोई ऐसा मिल
जाता जिससे युद्ध अनिवार्य हो जाता और
वो निहत्था होता तो वे दो में से एक तलवार उसे देते फिर
लड़ते थे.....................क्या लोग
थे.....क्या वीरता थी........ऐसे हैं हमारे
गौरव......क्या दुनियाँ में किसी और के पास ऐसे महान
वीरों की परम्परा
जय महाराणा प्रताप
आज की तारीख में टेट संघर्ष मोर्चा दो विपरीत हितों का प्रतिनिधित्व कर रहा है ,,, जिनका 72825 में चयन हो रहा है और जिनका चयन नहीं हो रहा है ,,,,विगत 2 सालों का मेरा अनुभव कहता है कि टेट 2011 पास अभ्यर्थियों में शायद ही कोई किसी का सगा हो ,,, इन हालात में सबसे बेहतर यही है कि टेट संघर्ष मोर्चे का विघटन कर दिया जाए जिससे low tet merit वाले स्वयं को संगठित कर सकें ,,,, गणेश या किसी अन्य को कोसने से ना तो रैंक जारी होगी , ना ही सीडी आनलाइन होगी और ना ही 72825 के अतिरिक्त बीएड वालों की भर्ती के लिए संघर्ष हो सकेगा ,,,, आगे आओ और नेतृत्व सम्भालों ... वर्तमान नेतृत्व निष्प्रभावी घोषित किया जाता है .....
ReplyDeleteAa gya chuha sabko gyan dene...sharm nhi ati kya tume itne log bolte hai fr b samajh nhi ati...ab dekhna is chuhe ka rishtedar ayega samjhane ki tum tiger ko kuch nhi kh sakte...to ye batao qu nhi kah sakte tumhare baap ka raj hai kya ki jo man me aye bakte raho...aur Veeryodha k liye ye kahunga blogg par gali mat de dum hai to address bata fr bat karunga tujse...
ReplyDeletejo jitne jile me chahe utne jilo me councelling karaye . jab koi g o nhi hai ki aap ek hi jile me councelling kara sakate hai to aap sab log kyo dar rahe hai l . jab ek se adhik jilo me councelling karane walo ki sankhya kafi jyada hogi to koi problem nahi hogi .
ReplyDeleteek baat aur councelling k bad final list jari hogi tab apke mool abhilekh jama honge aur ji ska mool abhilekh jama hoga usi ka data scert ko bheja jayega . esliye Sab log jaha b pahunch sakate ho pahuncho
तुझे जो कहना है मुझे कह लेकिन वीरयोद्धा को गाली मत दे !
ReplyDeleteSalo tum teacher banoge muje to gyan dete ho aur khud ma vahan ki itni gandi gandi galiya bakte ho...shame on u...n I req u to all Blogger s ki is chuhe aur iske rishtedaro ki bate mat suna kariye...agar kisi ko follow karna hai to rajesh singh ji ko follow karo qu ki vo hi sahi information dete aye hai...is gadhe ko to bas logo ko darana hi ata hai..
ReplyDeleteकल एक मित्र की पत्नी की काउंसलिंग के लिए जाना पड़ा,माहोल एक दम टाइट था,डाइट जहाँ कभी साँप,नेवला,सियार और वहाँ के कर्मचारी ही दीखते थे,पूरा कुम्भ जैसी भीड़ थी,हाँ सिर्फ झूले नही लगे थे,एक बात और पता लगी कि प्रदेश में नोएडा,गाजिआबाद और लखनऊ के बाद का सबसे बड़ा महानगर बहराइच ही है,और हद तो तब ख़तम हो गई जब एक सफारी की सवारी 4 जगह काउंसलिंग करवा चुकी थी,और 5वी करवाने के लिए मिल्खा सिंह से भी तेज भाग रही थी,मुझे तो लगता है कि जो थोड़ी भी पहुच वाले हैं,उन्होंने डाइट कर्मिओं से पूछ पाछ के ही 84 कोसी परिक्रमा शुरू की है,मुझ जैसे पप्पुओं को डराया जा रहा है कि एक से अधिक में...........एवो आदि.........आज सिर्फ बहराइच की महिला शक्ति से ही लग गया कि यदि 5 प्रतिशत भी इनका सहयोग आन्दोलनों में हुआ होता तो ए प्रक्रिया 2 साल पहले ही पूरी हो जाती,और उनको अब जिस हाल में डाइट पे जाना पड़ रहा है न पड़ता वल्कि मातृत्व अवकाश लेकर माउंट आबू घूम आती ।जिसको भी गाली गलोज में बात करनी हो इनबॉक्स में उससे दोगुनी गर्मजोशी से स्वागत,सफाई का ध्यान रखें।
ReplyDeleteAb ya to ye chuha muje gadha kahega ya iske rishtedar galiya denge par muje koi fark ni padta qu ki in gadho k kahne se mai gadha ni ban jaunga bas isse inki mentality aur rHan sahan pta chalta hai...wake up guys in chuho ki fauj ko choodo aur rajesh ji ko follow karo...mai koi rsjesh ji ka saga nhi hu but unko padhta aya hu isliye bol rha hu...mai is chuhe ko b padhta tha but ye apni harkto se baz hi nhi aa rahs tha aur ab mujse raha nhi gya to post karninpadi
ReplyDeleteसाथियों सभी पोस्ट पढ़ने के बाद मेरा मानना है कि टेट के अस्तित्व को बचाने के लिए सभी टेट वीर एकत्रित हों और सीडी आनलाइन कराने में अपना सहयोग दें ।परंतु वर्तमान परिस्थितियों को देखकर जरूरी हो गया है कि जिन लोगों ने काउंसिलिंग करा ली है वो सभी लोग एक हों और अपना नेतृत्व अपने किसी भी विश्वसनीय व्यक्ति को सौंपकर भविष्य में आने वाले किसी भी संकट से निपटने के लिए तैयार रहें ।इसके लिए जरूरी है कि काउंसिलिंग करा चुके समस्त अभ्यर्थी कोई एक दिन निश्चित करके संबंधित डायट पर एकत्र हों और आगे की रणनीति पर विस्तृत चर्चा करके उसका हल निकालें ।मुझे यह सब नहीं कहना चाहिए परंतु वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए ऐसा कहना पड़ रहा है। जिन लोगों ने कौशांबी कुशीनगर आज़मगढ़ काशगँज में काउंसिलिंग कराई है वो लोग अवश्य इस बारे में सोचे और जल्द से जल्द कोई निर्णय लेकर मुझे अवगत करायें ।न ही मैं नेता बनना चाहता हूँ और न ही मुझे चंदा चाहिए पर मीटिंग अनिवार्य है ।अन्यथा हम सभी लोग बहुत बड़ी मुसीबत में फंस जाएंगे ।
ReplyDeleteमेरा मोबाइल नंबर_9758498306
समय की नजाकत को पहचानो मित्रों ।
Abe mai to tuje hi bolta hu ki qu aisa karta hai...prt se related bate kiya kar par tu to prt ki bate km aur duniya ka gyan jayada deta hai...muje pahle tere us Veeryodha ne gali di thi...aur mai jaat hu itni aram se to ni bhulunga
ReplyDeleteAur gali to maine abi tak di hi nahi qu ki mai tum logo k jaisa ganwar nhi hu...
ReplyDeleteTum chuhe sabko ma bahan ki gali dete ho tb sharsm ni ati ya ye sab tumare liye roz ki bat hai..ghar me b aise hi bat karte ho...muje tiger ko bolna tha ki idhar udhar ki bate chood kar sirf prt ki bate kiya kare par tere rishtedaro ne to had hi kar di...ma bahN ki galiya deni shuru kar di...shame on u guys. ..
ReplyDeleteJaise ek buri atma bhatakti hai hazaron saal par dekhi nahi ja sakti
ReplyDeleteUsi prakar master PIYUSH ARYA ki bachkana harkaton ko chhama aur ignore karte hue sabhi berojgaar navyuvak/youvtiyaan apne tet veer Tiger ke anubhavo ka labh len !!!
G.m dosto kya jrt ki recieving letter se prt me counselling krai ja skti h tiger piyush nannu a body kisi ko infirmation ho share kre plz
ReplyDeleteye piyush aaraya namak jhaat kab paida ho gaya be koi batayega hume iski kundli chahiye ladka honhar hai special production lagta hai................
ReplyDeletemera mtlb jaat
ReplyDeleteHi Guys.
ReplyDeleteI am back again.
ReplyDeleteWhere r u piyush arya?
ReplyDeleteI am eagerly waiting for u.
ReplyDeleteविषाणु (वायरस) से होने वाली बीमारियां...
ReplyDeleteTrick -- "रेखा हमें हिट करके पोएचे (पीछे)
छोड़ गई"
1. रे --------रेबीज
2. खा ------खसरा
3. ह --------हर्पिस
4. में -------मेनिनजाइटिस
5. हि -------हिपैटाइटिस
6. ट --------ट्रैकोमा करके
7. पो -------पोलियो
8. ए --------एड्स
9. चे --------चेचक
10. छो -----छोटी माता
11. ड -------डेंगू ज्वर
12. ग ------गलसोध
13. ई -------इन्फ्लुएंजा
Blog pe gaaliya dena or ladna fijul hai dosto.hum sabhi berojgaari or sapa sarkaar k sataye log hai.to sabhi logo ko apne vichar vyakt karne do yaar.Jo kaam ki baat ho bas usi pe dhyan do.blog kisi vyakti vishesh k liye nai bana hai.sabhi ki bhalayi k liye bana hai...to plz ladayi na kare or ekta banaye rakhe.tet ki ladayi poori nai hui hai...picture abhi baaki hai dosto.
ReplyDelete72,825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती प्रक्रियाका मामला
ReplyDeleteप्रसव समय नजदीक, फिर भी पहुंची काउंसलिंग में
अमर उजाला ब्यूरो
शाहजहांपुर। प्रदेश में बेरोजगारी का आलम किसी से छिपा नहीं है, ऐसे में हाथ आएरोजगार के अवसर को भला कौन छोड़ना चाहेगा। शुक्रवार को डायट में ऐसा ही एक नजारा उस समय देखने को मिला, जब एक अभ्यर्थी गर्भावस्था में काउंसिलिंग के लिए उपस्थित हुई। चूंकि उसका प्रसव का समय संभवत: पूरा हो चुका था। इसलिए वह कष्ट में भी थी।
फिर भी उसने हिम्मत जुटाते हुए अपनी और बच्चे की परवाह किए बिना अपने पति के साथ कार से काउंसिलिंग कराने पहुंची। कर्मचारियों ने भी महिला की स्थिति को देखते हुए कार में ही काउंसिलिंग की सारी औपचारिकताएं पूरी कर दीं। काउंसिलिंग कराने के लिए अन्य कई महिलाएं गर्भावस्था में डायट में पहुंचीं, उनकी भी डायट कर्मियों ने काफी मदद की।
72,825 प्रशिक्षु शिक्षकों की तीसरी काउंसिलिंग के तीसरे दिन शुक्रवार को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में कला वर्ग की अनुसूचित जाति एवं जनजाति के साथ ही अन्य पिछड़ा वर्ग की महिला अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग हुई।
काउंसिलिंग कराने के लिए अनुसूचित जाति के 1308 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था, जबकि वहां पर एक भी पद खाली नहीं था।
बावजूद इसके 20 अभ्यर्थियों ने अपनी काउंसिलिंग कराई। अनुसूचित जन जाति के 11 पदों के सापेक्ष 11 अभ्यर्थियों को बुलाया गया, लेकिन एक भी नहीं पहुंचा।
अन्य पिछड़ा वर्ग के 20 पदों के सापेक्ष 1588 अभ्यर्थियों को बुलाया गया, जिसमें 148 लोगों ने काउंसिलिंग कराई। तीन वर्गों की काउंसिलिंग कराने के लिए मेन गेट सहित 10 काउंटर लगाए गए। आनन-फानन में कार के अंदर पूरी कराई गई काउंसिलिंग प्रक्रियाओबीसी और एससी के 168 अभ्यर्थी
Kal Bahraich me counciling hue meri. . Koi online possess nahi tha na hi koi documents check hue na hi submit hue. . Sab kuch formal lag raha tha .laga jese sab kuch phele se hi fix h
ReplyDeleteउस जीवन के वचन
ReplyDelete!
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"सो जब तुम मसीह के साथ जिलाए गए, तो स्वर्गीय वस्तुओं की खोज में रहो, जहां मसीह वर्तमान है और परमेश्वर के दाहिनी ओर बैठा है। पृथ्वी पर की नहीं परन्तु स्वर्गीय वस्तुओं पर ध्यान लगाओ। क्योंकि तुम तो मर गए, और तुम्हारा जीवन मसीह के साथ परमेश्वर में छिपा हुआ है। जब मसीह जो हमारा जीवन है, प्रगट होगा, तब तुम भी उसके साथ महिमा सहित प्रगट किए जाओगे।''
_______________________________________________________________________________________________ कुलुस्सियों 3:1-4 )
Dost mera bhi toh yahi kehna hai ki agar ladna hi hai toh fir sarkar se lado ,aapas me kyun lad rahen hai.
ReplyDeleteBhai yaha sabhi pareshan hai.to kbhi kbhi koi apna aapa kho hi deta hai.aisa ho raha hai to uski wajeh bhi is bharti me chal rahi gadbadi or asmanjas ki sthiti hai.koi khud ko safe nai maan paa raha hai.roj ek nayi baat mamla or uljha deti hai...
DeleteAb pilibhit tiger par ungli uthana kahan se sahi hai,woh bhi toh humari tarah se ek dukhi aatma hai.
ReplyDeletesarkar unki gulam nahi hai,aur na hi woh tiger ke isaron par chalti hai,na hi unko koi salary hai aur na hi koi garaj hai unko.
ReplyDeleteMai to kahi ki nhi rahi.........
ReplyDeleten to Mai high merit List me rahi
n to mai low merit list me rahi
n to mai tet sporter(100-marks) Me rah paai
n to mai acad ( 72 -gudnank) Me rah paa
n to mai fariwada me hi saamil ho paai ( Sourse/ Ghus)
n to mai rojgaar hi kahlaai
n to mai berojgaar hi ho paai
har jagah beech (Majhdaar) Me hi rahi --------
aur beech ki esthiti hmesaa hi khtarnaak hoti hai-=--=
# From :: CHUHIYA
WOH TOH SIRF AUR SIRF PUBLIC DUTY KAR RASHEN HAIN.
ReplyDeleteAur phir bhi tiger ko log badnam karte hain.
ReplyDeleteयह हमेशा याद रखो:-
ReplyDeleteप्रकृति
तुम्हें
ऐसी
कोई
समस्या
नहीं
देगी
जिसका
तुम
हल
न
खोज
सको |
Main toh sirf tiger ka dost hoon,aur mere jaise bahut sare log hai jo ki tiger ko follow karte hain.
ReplyDeleteMain toh sirf tiger ka dost hoon,aur mere jaise bahut sare log hai jo ki tiger ko follow karte hain.
ReplyDeleteजिसको भी मेरी पोस्ट बुरी लगती है वो सिर्फ वही है जो भर्ती को फसाना चाहते है
ReplyDeleteऔर वो किसी के बाप में भी औकात नही है ।।
Tumhari post buri ni lagti but prt ki bate kiya karo na...jb tume itne log follow karte hai to yaha waha ki faltu bate q karte ho
DeleteAur main point"Piyush ne mujhse mere add or contact number manga taki woh mujhe sabak sikhaye,toh mere ye kehna hai ki mai jab bhi up rahoonga toh aap mujhe contact number do main kudh aakar milonga.
ReplyDeleteVeeryodha aaj dekho tumne ek bar b gali ni di to muje khud guilty feel ho rha hai k maine tume b bola...sorry bro galtiya insano se hi hoti hai...
DeleteYaar agar galti ho rahi hai toh fir sabhi logon ko milkar kuch karna chahiye.
ReplyDeleteजब से मेरिट आई है तो वो लोग जिनका चयन सम्भव नही लग रहा है वो भर्ती में धांधली की बात कर रहे है और मैं इसको नकारता भी नही हु हो सकता है की जिस मीडिया पर टेट साथी विश्वाश नही करते थे आज उसकी धांधली की हर बात सच लग रही हो ।।
ReplyDeleteअब मेरी काउंसलिंग हो चुकी है तो कम मेरिट वाले मेरी बात पर विश्वाश नही करेंगे फिर भी मैं एक सलाह देना चाहता हु की जो भी धांधली शब्द का प्रयोग करे वो अपने जिले का नाम एक R T I दे कर के अभी तक काउंसलिंग करा चुके पात्र लोगो की सूची डाइट से मांगे जिससे उसको उसकी शंका का समाधान मिल जाएगा ।।
आपके सिर्फ बोलने से धांधली साबित नही हो जायेगी ।।
इस कार्य के लिए सिर्फ हर जिले से 5 लोगो की जरूरत है अवश्य करिये इस काम को और मैं अपने जिले की कमान लूँगा जैसा की पहले भी कर चूका हु ।।
यह सब करना सी डी ऑनलाइन और आन्दोलन करने से सरल है और जानकारी भी सत्य ही मिलेगी मैं आप सभी के साथ हु या यूँ कहिये की सच के साथ हु किन्तु जो गधे ये सोचते है की भर्ती को फसा लेंगे उनके लिए यह मात्र एक स्वप्न होगा क्योकि जिस भर्ती को पूर्ण बहुमत की सरकार नही फसा पायी उसको आप क्या फ्सयेंगे ???
काउंसलिंग करा चुके मित्रो से निवेदन है एक जुट रहिये और सच का साथ दीजिये ताकि किसी भी अचयनित के मन में ये न आये की धांधली के कारण उसका चयन नही हो पाया ।।।
कुछ लौंडे आजकल 'जीत' फिल्म के सनी देओल के टाइप Behave कर रहे हैं..
ReplyDelete"अगर तुम (७२८२५) मेरी नहीं हुई तो फिर किसी की नहीं होने दूंगा..
भाई.. अगर तेरी हो जाती तो फिर क्या सबकी होने देता..
This comment has been removed by the author.
DeleteCan anybody help me.pilibhit mai f obc science 2nd cut off kitni gayi thi
ReplyDeleteआज की भागदौड़ से भरी जिंदगी मैं हर व्यक्ति अपने काम में व्यस्त हैं।
ReplyDeleteजिस कारण से अधिकतर लोग मानसिक अशांती से ग्रस्त होते है। व्यस्ता एवं भौतिकता से भरी दिनचार्या में व्यक्ति के पास अपने स्वयं के लिए भी वक्त ही नहीं होता है। यदि आप इस तरह की परेशानी से ग्रस्त हैं और आप मानसिक कष्ट तनाव इत्यादी से मुक्ति चाहते हैं, तो इस वास्तु सुझावो को जीवन में अवश्य आजमाकर देख ले आपको निश्चित लाभ प्राप्त होगा।
* अपने शयन कक्ष में रात में झूठे बर्तन न रखें। सोने से पूर्व बर्तनो को साफ करले। इससे स्त्री वर्ग का स्वास्थ्य प्रभावित होता हैं व धन का अभाव बना रहता हैं।
* मानसिक तनाव हो, जाए तो कमरे में शुद्ध घी का दीपक जला कर रखें।
* शयन कक्ष में झाड़ू इत्यादि सफाई की सामग्री न रखें। इससे व्यर्थ की चिंता रहेगी।
* यदि मानसिक तनाव अधिक हो जाएं तो, तकिए के नीचे लाल चंदन रखकर सोएं लाभ प्राप्त होगा।
* सुबह-संध्या पूजन में घी और कपूरका दिप अवश्य जलाये। जिससे निवास स्थान या व्यवसायिक स्थानो से नकारात्मक उर्जा दूर होती हैं।
* शास्त्रोक्त नियमो के अनुशार संध्या समय अर्थात धूप-दिप के समय सोना, खाना, स्नान करना वर्जित माना गया हैं। अतः इन कार्यो को करने से त्यागदे।
* संध्या समय अर्थात धूप-दिप के समय हाथ-पैर धो सकते हैं।
* धूप-दिप के समय अपने निवास स्थान या व्यवसायिक स्थानो पर सुगंधित व पवित्र अगरबत्ति, धुप इत्यादि अवश्य करें।
यदि अत्याधिक मानसिक तनाव से ग्रस्त हो, तो चांदी के गिलास में पानी पीये। जिससे तनाव इत्यादि नियंत्रण में रहेगा।
* बियर, शराब इत्यादि भवन या निवास्थान पर नहीं पीने चाहिये। यदि पीते हैं तो बैड रुम में कदापी न पीये। अन्याथा क्लेश व रोग में वृद्धि हो सकती हैं।
* घर की दिवारो पर बहते झरने, तालब इत्यादि के सौम्य चित्र लगाए। शेर, बाध, हथियार इत्यादि नकारात्मक उर्जा उत्पन्न करने वाले चित्रो को लगाने से परहेज करें।
* नुकीले या धार-दार हथियार, पौधे इत्यादि रखने से बचे इस्से अत्याधिक क्रोध व तनाव होता हैं।
* रसोई घर में गैस के निकट वो्स-बेजिंग या अन्य पानी का स्त्रोत न रखे। अन्यथा घर में क्लेश व बिमारिया लगी रहेगी।
* घर की दिवारो पर हल्के रंगो का प्रयोग करें। भडकिले रंगो के इस्तेमाल से मानसिक अशांति बनी रहती हैं।
* घर की दिवारो और छत पर मकडिके जाले दिखे तो तुरंत सफाई करदे। अन्यथा मानसिक तनाव, रोग, ऋण इत्यादि की वृद्धि होगी।
* यदि नया भवन बना रहे हैं, तो रसोई घर में काले पत्थरो के प्रयोग से बचे। यदि पहले से लगवाये हैं, तो सुविधा देख कर बदलवा लेना लाभप्रद रहेगा।
शास्त्रोक्त विधान के अनुशार इन छोटे-छोटे लगने वाले उपाय अत्याधिक प्रभावशाली होते हैं। छोटी लगने वाली बाते समय के साथ साथ बडी होने लगती हैं। अतः उक्त कारणो के उत्पन्न होने से पूर्व उसे रोकने का प्रयास लाभप्रद होता हैं।
मानसिक तनाव दूर करने हेतु निवास स्थान या व्यवसायीक स्थान का वातावरण सुगंधित रहे इस लिये हल्की सुगंघ वाली धूप-अगरबत्ती, या हलके सुगंघ के एर फ्रेसनर इत्यादिका नियमित प्रयोग करे। उग्र महक या भडकीली महेक वाली सुगंधित सामग्री से मन अशांत व अत्याधिक उत्तेजित अवस्था में रहता हैं अतः हल्की महक वाली सामाग्री का प्रयोग करें।
Are ap jaise samjhdaar logo ko ho kya gaya hai...kya ap logo ka ek doosre ko chooha ya gadha khne se Apka swaroop badal jayega??? Aalochak banne me or ek doosre ki aalochna krne me koi burai nahi hai Kyuki aalochna hi vyaktitva ko nikharti hai...lekin aalochna ke shabd sunder hone chahiye jis se hame bura bhi na lage or hum apni kamiyo ko bhi sudhar le.... Or kripya krke ap log blog pr ladna band kare...life me waise bhi bohat tension hai jo ap log yaha bhi...!!
ReplyDeleteSorry dolly g I thnk u r rt
DeleteAb mai chalta hoon.
ReplyDeleteGood morning dolly madam
ReplyDeleteHow r u madam.
ReplyDeleteMadam aapki counselling kahan par hui.
ReplyDeleteYaha tak ki Behraich me form 50 rupees se 2 form. Or 5 pregnant ladies ki counciling mere same hui. Or ek janab aaye bole hatiye meri wife ko labour pain start ho gaye h counciling karne dijiye. Bot bheed thi. .... 12 counters the tab bhi counciling ke liye lady police ko bulayi gayi
ReplyDeleteMadam aap sayad kanpur se hain.
ReplyDeleteDoston jara dhyan bhi do,labour pain me bhi ladies counselling karane ja rahi hain.
ReplyDeleteJane dijiye... Isme apko kyu "pain" ho raha hai....ramdev....g
Deleteसरकार भर्ती को उलझाना चाहती है ......
ReplyDeleteकल बरेली डाइट के एक अधिकारी से बात हुई जो फ्रेंड के रिलेटिव हैं उनके अनुसार सरकार जान-बूझकर भर्ती को उलझा रही है, डाइट के पास भर्ती को लेकर स्पस्ट दिशा-निर्देश नहीं भेजा रहा है, अगर कोई जानकारी मांगी जाती है तो शासन की तरफ से कोई जबाब नहीं आता अगर जबाब आता भी है तो लेट जानकारी दी जाती है वो भी आधी अधूरी ........
ऐसा हाल सिर्फ बरेली की डाइट का नहीं है वल्कि सभी डाइट है तभी सभी डाइट काउंसलिंग के लिए अपनी सुबिधा अनुसार नियम बनाकर अधूरी जानकारी के काउंसलिंग करा रहे हैं .....
6 NOV को बरेली में ऐसी भी female फोटो-कॉपी से काउंसलिंग के लिए आयी जो दुसरे डिस्ट्रिक्ट में काउंसलिंग करा चुकी थी क्यूँ कि अब उनकी कट-ऑफ में बरेली डिस्ट्रिक्ट आ गया था .....
डाइट कर्मियों केबार-बार समझाने से जब कैंडिडेट्स नहीं मानी तो हंगाने से बचने के लिये सपथ- पत्र लेकर उनकी फोटोकॉपी जमा करनी पड़ी।
lekin kucknow tak jane ka kabhi socha bhi nahi hoga.
ReplyDeleteAise log moorkh hai jo ki ek se jyada jagah par counselling kiara rahe hain.
ReplyDeleteRamdev g ese bot se h jo do do jagah counciling karwa rahe h ... jese gonda walon ne behraich me b karwayi
ReplyDeletemadam maine toh nahi karwayi.
ReplyDeleteMaine b nahi karwayi
Deleteek jagah karayen ya 10 jagah kareyen mera kuch nahi jata.
ReplyDeleteप्रभु की प्रार्थना
ReplyDelete------+-------
सम्राट अकबर शिकार पर गये थे शिकार करते-करते शाम हो गई ; नमाज का वक्त हो गया वो नमाज पढने लगे तभी एक लडकी वहाँ से भागती हुई सम्राट को धक्का देती आगे निकली अकबर गिर गये लेकिन नमाज में बोले कैसे क्रोध तो बहुत आया !
एक तो कोई नमाज पढ़ रहा है उसके साथ
ऐसा व्यवहार !जल्दी जल्दी उसने नमाज पूरी की और उस लडकी का पीछा ही करने की सोचता है ;
लेकिन वो लडकी खुद ही वापस लौट रही थी ;
अकबर ने कहा पागल होश में हो ? मै नमाज पढ़ रहा था तूने मुझे धक्का दिया!
इतना तो ख्याल होना चाहिए फ़क़ीर हो या
गरीब कोई भी नमाज पढ़े तो सम्मान होना चाहिए !
प्रभु की प्रार्थना में जो लींन है उसके साथ ऐसा दुरव्यवहार ? मै सम्राट हूँ क्या तुम्हें ये भी दिखाई न पड़ा '
उस लडकी ने झुक कर प्रणाम किया और कहा -मुझे माफ़ करे हजूर ! भूल हो गई क्यूँकि....मेरा प्रेमी आज आने वाला था , मै राह पर गांव के बाहर उसके स्वागत को गई थी !
मुझे याद नही आपको कब धक्का लगा ,
मुझे याद भी नही आप कब बीच में आये !
लेकिन सम्राट एक बात मुझे पूछनी है-
मै साधारण प्रेमी से मिलने
जा रही थी और ऐसी मगन थी मुझे आप दिखाई न पड़े और आप परमात्मा से
मिलने बैठे थे तो
मै आपको दिखाई पड़ी ??????
अकबर की आँखे शर्म से झुक गई..
अकबर सोचने लगे बात तो उसने ब
िलकुल सही कही थी ! कब वो दिन आएगा जब ये छोटी बातो का हम पर फर्क नही पड़ेगा !
वास्तव में जिन्हें ईश्वर और जीवन में
कुछ पाने की तमन्ना होती है, वे वाद-
विवाद में नहीं पड़ते।
अगर खुदा नहीं है तो उसका ज़िक्र क्यों ??
और अगर खुदा है तो फिर फिक्र क्यों ???
एक से अधिक जगह काउंसलिंग ना करवाएँ
ReplyDeleteअन्यथा आपका डाटा SCERT/NIC की जंक
फाइल
में डाल दिया जाएगा और आपका चयन
निरस्त
होने की स्थिति आ सकती है,,,,इसलिए
ज्यादा होशियारी दिखाने की बजाय
ज्यादा समझदारी दिखाएँ
.
ReplyDelete.
.
G
A
Z
R
E
.
.
.
W
A
L
I
.
.
"तुमने अपने होंठों से जब छुई थीं ये पलकें
नींद के मुकद्दर में ख्वाब लौट आए थे
रंग ढूंढने निकले लोग जब कबीले के
तितलियों ने मीलों तक रास्ते दिखाए थे..."
piyush aarya ji
ReplyDeleteaapki ye baat to theek hai ki umashankar ji (tiger) 72825 vacancy se zyada idhar udhar ki baaten post krte hain (haalanki wo baaten bhi gyaanvardhak hoti hain but hum apni job ko le kar itne desperate hain ki unki wo baaten fizool lagti hain)
bt iska matlab ye nahi ki hum apna virodh gaali de kar darz karayen. maine bhi unke against comment kiye bt gandi gaali aur chooha-billi gadha-ghoda jaisi baaten nahi ki. islye wo bhi apna jawab shaleen bhasha me de kar aage badh gyi.
baat khatm ho gyi.
but bhai piyush tumne gaali di aur khai aur bekar hi me mahol itna kharab kr liya.
aur plz mere bhai kabhi bhi internet jaisi jagah per koi vivad ho jane per apni caste beech me mat laya kro.
main bhi jaat hu. ab agr tumhe koi caste ka naam le kar gaali dega to automaticaly mujhe bhi bura lagega aur us person per gussa aayega jb ki mera lena ek na dena do is matter se.
islye caste ko beech me mat lana.
thanks bhai.
M sorry bro age se dhyan rakhunga....
Deletethanks piyush.
ReplyDeletethanks piyush.
ReplyDeleteFrnds ek bat yad rakhiye ki council ek jagah hi karaye...agar ek se jyada jagah karai to 100 me se 99 percent aap unsafe rahoge...
ReplyDeleteTheek hai piyush.
ReplyDeleteEk baat aur ye bharti poori ho kar rahegi aur vo b jaldi...jise jo kahna hai kahta rahe..sarkar ye bharti pori kar k rahegi vo b jaldi...jo log kah rahe hai ki sarkar bharti fasa rahi hai to ye unki galatfahmi hai...bharti kewal acdmc walo ki wajah se thodi late hogi bus...so enjoy n b positive
ReplyDeletePiyush ji ky apko niyukti patra k bare m koi jankari ni h ky? Agr h to vo b share kren.
DeleteBaki sab ki apni soch hai.aur ye bharti bhut jaldi pori hone wali hai...sarkar khud ise jaldi se jaldi pori karna chahti hai...jo log ye kh rahe hai ki sarkar bharti fasa rahi hai to ye unki galatfahmi hai.aap b yaha hai mai b hu dekh lena feb ya march se training shesdul start honge.agar late hua to iska sirf ek reason hoga aur vo acdmc wale kapil jaise log...but bharti jaldi hi pori hone wali hai n farziwada kuch nhi ho rHa sirf nic scert aur diet walo ki kaamchori aur alspane ka nateeja hai jo ye problem face karni pad rahi hai.jo log farziwada chilla rahe hai vo chahte hai ki unka ho jaye tb sb kuch thik hai.pr ye satay hai bhaiyo merit 100 se 105 tk nhi ayegi
ReplyDeleteMaine khud hardoi me 2nd cancelling me 111se 114 obc wale bhut se candidate dekhe they to kya vo sab farzi they...jara sochiye 72825 vacancies hai 2 lakh k karib paas hai to fr b merit itni niche aa sakti hai kya.kbi nhi baki agar mai galat hu to m sorry
ReplyDeleteitna sunder Apka naam hai "Piyush"jiska arth apko bhi pata hoga...mai sochti thi ki ap aisi baate kyu likh rahe hain.. Ab apne naam jaise hi achche comments kare..apke. Achche comments ka wait kr rahi hu mai...
DeleteThanx dolly ji...but mai kbi b misbehave ni karta kisi se vo to tiger ki kuch bate aisi hoti hai k fr rok ni pata apne apko.vaise apki council ho gyi ya honi hai
DeleteRokiye khud ko...n control on ur anger Piyush ji...meri counselling to 30th August ko ho chuki hai... I m from varanasi...
DeleteDr frnd meri b counselling ho chuki hai pahle hi...bt muje just ye prblm hai k jinke tet marks km hai vo log yaha waha ki bate kr k logo ko misguide kr rahe hai...jb ki agar thoda hardwork kr lete to ye sb na karna padta...ab 110 se uper walo ka kya fault hai.n bydwey m from Chandigarh but raebareli mera village hai
DeleteJrt ke recieving letter se prt me counsrlling kra skte h kya?
ReplyDeletePlz bhai kal ki mirzapur aur sonbhadr counsling ki news update kariye..........
ReplyDeleteचलो कुछ तो अच्छा हुआ लेकिन फिर भी अगर किसी को मेरी बातें/पोस्ट/विचार/कथन/जानकारी/आग्रह/चुनौती/शंकाएं/उद्देश्य/विनती और मेरी दिमागी हालत ठीक नही लगती है वो लोग कृपया मेरे पेज से दूरी बना लें तो अच्छा है नही तो आपकी भी दिमागी हालत मेरी जैसी हो जाएगी !
ReplyDelete.
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अतः मुझे अब पूरी उम्मीद है कि मेरी बात आप लोगों के समझ मे कतई नही आई होगी इसलिए आप लोग बने रहें और मै भी !
धन्यवाद !
शनैः शनैं 72825 की तीसरी काउसिंलिंग समाप्ति की ओर अग्रसर है और अभ्यर्थियों की उलझन और समस्याएं भी तेजी से बढ रही हैं ।
ReplyDeleteसीट 300 , बुलाये 3000 और उपस्थित हो रहे हैं 2800 ,,, कोई चार चार जगह काउसिंलिंग करा रहा है । डाईट वालों के मना करने के बाबजूद शपथ पत्र देकर जबरदस्ती काउसिंलिंग करवा रहे हैं लोग ।
यह सब क्या है , कभी नही सोचा था कि भरती का यह हश्र होगा ।
मेरा मानना है कि प्रत्यावेदन से ही इस भरती की बरबादी शुरू हो गयी , कितने फरजी घुस गये हैं कोई नही जानता क्योंकि बैक डेट में जब अधिकारी ही फार्म दिखा देगा तो फिर क्या किया जा सकता है।
ReplyDeleteजो साथी कोर्ट जा रहे हैं , स्थिति भी ऐसी ही है कि कोर्ट के सिवा कुछ सूझता भी नही ,,
ReplyDeleteमगर कोर्ट करेगा क्या ,,सरकार तो साफ साफ कह देगी कि हम काउसिंलिंग करा रहे हैं ,,और केवल उन्हीं की करा रहे हैं जिनके पास काउसिंलिंग लेटर है ,,यदि कोई फर्जी घुसने की कोशिश करता है तो विभाग सत्यापन प्रक्रिया के दौरान ऐसों को निकाल देगा ,,जैसा कि अभी तक हर एक भरती में होता आया है।
अब आप बताइये , इस जबाब के आगे कोर्ट क्या कर सकता है। क्या कोर्ट जाने वाले यह सोचते हैं कि ये अदालत इस मामले को जो कि बिल्कुल ही सामान्य विभागीय प्रक्रिया और सरकार का प्रत्येक भर्ती करने का आन्तरिक और नीतिगत मसला होता है , क्या या इसमें अभ्यर्थियों के हिसाब से भर्ती करने एवं हस्तक्षेप करने को कहेगी ।
ReplyDeleteतो जबाब है ,नही , कदापि नही ,
जैसाकि कुछ फरजी मार्कसीटें कोर्ट को दिखाने लोग ले जा रहे हैं , तो एवज में सरकार उपर दिया गया जबाब फिर दोहरायेगी और दण्डात्मक कार्यवाही करने की बात करेगी ,
ReplyDeleteचूंकि अभी नियुक्ति पत्र नही मिला है। इसलिए कोर्ट रदद करना भी ज्यादा से ज्यादा ऐसे अभ्यर्थियों को चिन्हित कर शीघ्र बाहर कर देने का आदेश देगा ,,पर यह भी सोचो , यह सब जिम्मा सौंपा किसे जायेगा ,,इसी सरकार को और इसी विभाग को ।फिर आप हर चीज सही का ख्वाब कैसे देख सकते हैं ।
ReplyDeleteसीडी भला कोर्ट आनलाईन क्यों करने को कहेगा ,,क्या यह एससीईआरटी का आफिस है जो आप ज्यादा हुजूम बनाकर जायेंगे तो प्रेशर बन जायेगा ।
ReplyDeleteअब क्या यह टुच्चे काम कराने के लिये कोर्ट बैठा है । क्या न्यायपालिका अब कार्यपालिका के इन छोटे छोटे विभागीय समस्याएं और मुद्दों को संभालेगी ?
न जाने किसने किसके किसके दिमाग में यह सब बातें भर दी हैं और वो पुनः लुटने को तैयार हैं । वैसे जहाँ तक देखा जाये , लूटने के नाम पर यह सुनहरा मौका है , क्योंकि हार जाने के बाद भी आप यह नहीं कह पायेंगे कि प्रयास नही किया , रुपये वापस लाऔ ।
ReplyDeleteमेरे साथियों , न्यायालय की अपनी सीमायें होती है । वह उसे पार नही जा सकता ,,,
हाँ कोर्ट में सिर्फ और सिर्फ % मुद्दा और पीजी मुददा एवं भरती पर जीओ के एकार्डिंग होने के मामले पर पूर्ण विजय पायी जा सकती है ।
ReplyDeleteऔर इस मामले पर किसी को धन चाहिए इसीलिए वह धांधली के नाम पर ,कम नंबर वालों को पुनः चयनित करवाने का सपना दिखाकर कोर्ट जाने के नाम पर जो भी जघन्य अपराध हो रहा है । वो निन्दनीय है।
यदि किसी में इतना सामर्थ्य होता , तो प्रत्यावेदन के समय पर ही सबने सब घोडे छोड कर देख लिये थे । तब भी कुछ न रोंक पाये , तो आप स्वयं सोचिये कि अब किस मकसद से रोकने को कह रह हैं ।
ReplyDeleteमेरे साथियों ,,ऐसे लोगों को पैसे देते वक्त इनसे जरूर पूछना कि सरकार और विभाग भरती के लिये इनसे किस विभाग की मदद लेगा ।
% और पीजी वालों का कोर्ट जाना समझ में आता है। बाकी का तो 3 साल के हुये नुकसान के एवज में कोर्ट जाने के बहाने बिजनेस शुरू करने हेतु धन संग्रहण से आप अपने विवेक का प्रयोग करें ।
तीसरी काउन्सिलिंग के पश्चात 72825 भर्ती प्रक्रिया में निम्न बदलाव देखे जा सकेंगे-
ReplyDelete1. तीसरी काउन्सिलिंग के पश्चात शासन द्वारा रिशफिलिंग प्रक्रिया की जा सकती है।
2. कुछ काउन्सिलिंग करा चुके नेता टाइप लोग शिक्षा निदेशालय में नियुक्ति पत्र के लिये गिड़गिड़ाते हुये देखे जा सकेंगे।
3. रिशफिलिंग प्रक्रिया के कारण बाहर हुये सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी आंदोलन करते हुये देखे जा सकेंगे।
4. OBC और SC वर्ग के अभ्यर्थी रिशफिलिंग से रिक्त हुयीं सीटों के मिलने से खुशी का इजहार करते हुये देखे जा सकेंगे।
5. चौथी काउन्सिलिंग के दौरान बची हुयीं सीटों के सापेक्ष OBC पंद्रह और SC बीस गुना बुलाये जा सकते हैं।
6. कुछ चन्दाचोर नये-नये तथ्य उठाकर चन्दा जुटाने के लिये अपनी अपनी दुकान सजाये बैठे होंगे।
7. कुछ बुद्धिमान प्रवृत्ति के लोग अपने अपने जिले में R T I डालकर चयनित लोगों की सही जानकारी प्राप्त करेंगे।
और भी बहुत कुछ देखने को मिलेगा।
धन्यवाद!!!!
कल से जनरल मेल आर्ट की कॉउंसलिंग है कॉउंसलिंग में जा रहे सभी भाइयो को बधाई- लेकिन एक बात ख़ास तौर पर याद रहे ऐसी जगह कतई मत जाना जहा कुशीनगर की तरह आँशु गोले चलने की सम्भावना हो या डाइट को सील होने की सम्भावना मेरा मतलब लखीमपुर से है जहा काम सीट्स और हजारो की तादात में लड़को को बुला लिए है यहाँ यदि आँशु गैस के गोले चले या कॉउंसलिंग कैंसिल हुई तो ११५, ११६ और उससे ऊपर वाले जनरल भाई इस आखिरी कॉउंसलिंग में इतने अच्छे अंक पाकर भी बहार हो जायेंगे इसलिए स्वयं को सेफ रखने के लिए मेरी राय में अपनी किस्मत लखीमपुर को छोड़ कर आजमाए क्यों कि यहाँ हुदहुद आना तय है केवल एक मात्र ऐसा जिला है जहा जनरल मेल ११३ तक आयी है इसके अलावा सरे प्रदेश में ११४ तक नहीं आई ।
ReplyDeleteआज सिद्धार्थनगर ओवरफ्लो की स्थिति में ।
ReplyDeleteभयंकर भीड़ ।
sir plz yeh bhi bata dijiye ki kya 4th counsling mein gen ko koi mauka milega ya salfas kha li jaye..........
ReplyDeleteJaroor milega.
ReplyDelete"सबसे कड़वी लेकिन सच्ची पोस्ट"
ReplyDelete5-6 बॉयफ्रेंड हो, संस्कार या सुरत से कैसा भी हो
पर पैसे वाला हो, रोज एक डेट पर ले जाए
नए कपड़े और कॉस्मेटिक्स दिलाये..
बदले में रोज थोड़ा सा रोमांस पार्क में छाते के निचे या पहुँच
ज्यादा और लज्जा कम हो तो एक लोकल होटल के कमरे में..
कुछ गड़बड़ हो जाए तो I-pill की एक गोली है न?
यही जिन्दगी है आजकल के कम से कम 60% तथाकथित भारतीय लड़कियों की जिनकी आयु 13 वर्ष से ऊपर है!
सुनने में बुरा लगे शायद कुछ नारीवाद गाली दे मुझे
पर यह शत प्रतिशत सत्य है और मेरा व्यक्तिगत अनुभव भी है!
भारत की नयी पीढ़ी आज वही अय्याश जीवन जी रही है या जीना चाह रही है
जिसको पश्चिम के देशों ने हमसे सदियों पहले तक जीया
और अंत में इससे ऊब कर इस नर्क से निकलने के लिए वें भारत का अनुसरण
कर रहे हैं!
कटु है पर सत्य है की हमारे देश की लडकियाँ जो युवा हैं या होने जा रही हैं,
निर्लज्जता में लड़को से हज़ारों हज़ारों गुना आगे निकल चुकी हैं।
------------------------
नोट: पोस्ट में 60% भारतीय लड़कियों की है, इसलिए बाकी की 40% लड़कियों से अनुरोध है कि ये पोस्ट उनके लिए नहीं है. आपकी वजह से ही भारतीय संस्कृति बची हुयी है, इस पोस्ट का मकसद सभी महिलाओं का अपमान करना कतई नहीं है, बल्कि सिर्फ उन लड़कियों के बारे में लिखा गया है जो ऐसा करती हैं.
- इसलिए अगर आप संस्कारी लड़की या लड़के हैं तो पोस्ट को गलत ना समझे
- आज ऐसी लड़कियों के बारे में लिखा है, कल ऐसे लड़कों के बारे में भी लिखेंगे
girls have patience..
Likhte hi kyu hain ap aisi baate... Kya apko Lagta hai ki is pej pr bhi aise log hain....agar nahi to in baato ka yaha koi sthan nahi....is pej ko bachche nahi padhte hain... Ye pej teachers ka hai...Ab or kuch batane ki zaroorat nahi samajhti mai...
Deleteएक भूगोल की मासटरनी घणी पतली,क्लास नै बोली-बच्चो,धरतीक्यूं घुमै सै?
ReplyDeleteएक छोरा बोल्या-मैडम,किमैं खा-पी लिया करो,ना तै धरती न्यूं-ऐं घूमती दीखै !!!! # कुशीनगर # डायट
आनंदित
ReplyDeleteहोने
के
लिए
मुश्किलो
के
खतम
होने
का
इंतज़ार
करोगे
तो
कभी
आन्दित
नही
हो
पाओगे !
यद्यपि मै अधिकाँश मामलों में खुलकर अपने विचार व्यक्त करना पसंद करता हूँ,
ReplyDeleteबिना किसी की प्रतिक्रिया की परवाह किये !
Ap parwaah kare ya na kare... Phir bhi pratikriya karna hum sabhi ka janm siddh adhikar hai...apko bhi logo ki pratikriya ka intejar rahta hai....or Apka uprokt comment bhi pratikriya ki hi shreni me aata hai...
Deleteदोस्तों जिन्दगी में समस्याए आती है और जाती है
ReplyDeleteआज से 7 साल पहले मेरी समस्या बीएड में अड्मिसन लेना था
10 साल पहले बी ए में अच्छे मार्क्स लाना
3 साल पहले समस्या थी घरवाले शादी का दबाव डाल रहे थे तो 12 साल पहले चेहरे पर मुहांसों की समस्या
आज
मेरी समस्या 2 साल से चली आ रही टेट द्वारा सरकारी नौकरी की समस्या
यही बात मुझे सुकून देती है की ये समस्या भी खत्म हो जानी है
पर कब .??
डियर KITTY
ReplyDelete.
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जब उस दिन बारहवीं बोर्ड
की आखिरी परीक्षा थी हिंदी की और स्कूल
का भी आखिरी दिन। रोज की तरह
तेरा दो चुटिया बना के सुबह 8 बजे मेरे घर पहुँच
जाना और डांटते हुए कहना: ओफ्फो अभी तक तैयार
नहीं हुए 8:30 बजे से परीक्षा है।
फिर मेरा तैयार होकर माँ का आशीष लेके चल देना स्कूल
की तरफ।
रास्ते में तेरा हाथ पकड के चलना और तेरा मुझे हिंदी के
मुहावरे, शब्दार्थ, कहानियों के लेखक और कविताओ के
कवी का जीवन परिचय रीवाइज कराना।
बीच में एक नदी भी आती थी जिसको हम दोनों हाथ
पकड़कर और थोडा सहम कर पार करते थे।
नदी पार करके अलंकार रीवाइज करने
की बारी आती थी। रूपक, अनुप्रास, यमक आदि।
तुम्हारा फैवरेट था यमक। मैं तुमसे पूछता: चलो यमक
का उदहारण दो। तुम मुस्कुराकर फटाक से बोलती : यमक
का उदहारण :"सजना है मुझे सजना के लिए"। मैं कुछ पल खुद
का "सजना" समझने लगता तुम्हारा।फिर तुम
पूछती चलो अब तुम उपमा अलंकार का उदहारण दो । मैं
कहता उपमा का उदाहरण : "चाँद सा तेरा चेहरा।" तुम
शरमाकर कहती "धत इतनी भी सुन्दर नहीं हूँ मैं"
फिर तुम पूछती अतिशियोक्ति अलंकर का उदहारण दो।
दिल में दर्द बढ़ते जाता क्यूंकि स्कूल का आखिरी दिन
था और तुझसे बिछड़ने का दर्द और डर
दोनों तूफानी हो चूका था । तुम तो मुझे दोस्त
समझती थी पर मैं प्रेममयी हो चूका था पता नहीं शायद
जन्मो का राबता था तुझसे। फिर तुम जोर से
बोलती कहाँ खो गए बताओ अतिशियोक्ति अलंकर
का उदहारण।
अपनी आँखों में टप टप आंसू लिए मैंने बोला : " दिल बादल
बने, आँखें बहेने लगी। "
ये अतिशियोक्ति अलंकार है। तुम खिलखिलाकर
बिना अलंकार का अर्थ समझे कहती : वैरी गुड।
तुम तो चली गयी स्कूल के बाद पर मैं ना भुला पाया तुम्हे
।
आज तुम जहाँ भी होगी उस अतिशियोक्ति अलंकार के
उदाहरण का अर्थ समझ गयी होगी?????
Dost aapki prem kahani kafi pyari aur interesting hai,meri bhi aisi hi kahiniya hain.
ReplyDeleteमुझे भी लगता है की अब हर क्षेत्र में आरक्षण
ReplyDeleteहोना चाहिए और इस देश में आरक्षण तब तक
रहना चाहिए जब तक सवर्ण जातियां गरीब
न हो जाए और जब तक एक गरीब भारत का प्रधानमंत्री न बन जाए !
इसलिए मैं भारत के प्रधानमंत्री और अन्य
राजनितिक पार्टियों के द्वारा आरक्षण
को बढ़ावा दिए जाने
को पूरा समर्थन देता हूँ मैं तो कहता हूँ
क्रिकेट में
भी आरक्षण लागू किया जाए , टीम में
मुस्लिमों को 10 % , और SC, ST,
Obc को 27 % आरक्षण देना चाहिए
खेल के नियमों में भी उसी प्रकार से छूट
देनी चाहिए | SC, ST के खिलाड़ी के लिए
मैदान
की बाउँड्री छोटी की जानी चाहिए
| OBC के खिलाड़ी अगर चौका मारे
तो उसे छक्का और , छक्का आठ रन के रूप में
गिना जाए | OBC प्लेयर यदि 60 रन
बनाये तो उसे शतक माना जाए हमें आईसीसी पर
भी दबाव डालकर
नियमों में बदलाव लाने चाहिए ,
ताकि शोअब अख्तर जैसे बोलर एक SC,
ST खिलाड़ी को तेज गेंद न डाल सकें,OBC
के खिलाड़ी को अधिकतम 120 KM/Hr से
ही गेंद डाली जाए | इससे तेज गति की गेंद
नो बोल करार
दी जाए
हमें ओलंपिक्स में भी आरक्षण की मांग
करनी चाहिए , ओलंपिक में 100मीटर
दौड में 80 मीटर दौड़ने परभी SC, ST के
धावक को गोल्ड मेडल देदेना चाहिए
सरकारी नौकरियों में सब जगह आरक्षण
देना होगा |
मंत्रियों और राजनेताओं
को ले जाने वाले यानों में SC, ST
श्रेणी के पायलट होने चाहिए , इससे देश
को बहुत फायदा होगा
राजनेताओं और ,मंत्रियों के operation
और अन्य इलाज करने का अधिकार
भी सिर्फ SC, ST, OBC
डॉक्टरों को ही होना चाहिए, इससे
हमारे देश को बचाने में बहुत मदद मिलेगी
और भी नई नई जगह खोजनी चहिये
जहां आरक्षण दिया जा सके , जिससे
भारत का सम्पूर्ण विकास किया जा सके
दुनिया को दिखाना चाहिए , हमारा ये
आविष्कार "आरक्षण " जिसन,े
भारतकी महान तकनीक "जुगाड़ "
को भी पछाड़दिया है ..........
भारत विश्व का एकमात्र देश है जहां ये
महान तकनीक प्रयोग में लायी जा रही है ,
जो चुटकी में
पिछडों को अगड़ा बना देती है...और अगडे को पिछड़ा !यदि आप मुझसे सहमत है ....तो एक बार जरूर बोले
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जय हिंद जय भारत !
JAI HIND BHARAT
ReplyDeleteप्राइमरी भर्ती के दुश्मनों की संख्या में जबर्दस्त इजाफा । कई टेटीयन्स ने बदली पार्टी ----
ReplyDelete72825 भर्ती के दुश्मनों की संख्या में अब जबर्दस्त इजाफा हो गया है । इस भर्ती के सपोर्टरो की संख्या पिछले दिनों आई तीसरी काउंसलिंग की मेरिट के बाद टेट मेरिट समर्थको की संख्या महज 60 से 65 हजार रह गयी है जबकि इसके दुश्मनों की संख्या 1.5 लाख के ऊपर पहुच चुकी है । कुछ टेट समर्थको के पार्टी बदलने से इसके दुश्मनों में ख़ुशी का माहौल है । अब देखना है की इन बदली परिस्थितियों में टेट के अग्रणी कर्ता-धर्ता अपनी चाल पर ही कायम रहते है या फिर कोई नयी रणनीति बनाते है । अगर इतिहास के नजरिये से देखा जाये तो कहा जा सकता है की जिसने बदली परिस्थितियों के हिसाब से अपने को नहीं ढाला या अपडेट नहीं किया वो नष्ट हुआ है या उसे हार का मुह देखना पड़ा है । वर्तमान में बदली परिस्थितियों में टेट मेरिट समर्थको को उनके सपोर्ट के आधार पर निम्न तरह से वर्गीकृत किया जा सकता है --
कुल समर्थक लगभग 65 हजार --
1- 10 हजार ऐसे है जो जिंदगी मे पहली बार वो भी केवल काउंसलिंग के लिए घर से निकले है इसमें महिला और पुरुष का अनुपात 60:40 का है ।
2- 15 हजार ऐसे है जो सिर्फ जॉब करने जायेंगे । इसके आलावा इस भर्ती में उनका कोई योगदान नहीं रहेगा ।
3- 10 हजार ऐसे लोग है जिन्हें जॉब की अत्यंत जरुरत है लेकिन वो केवल कभी -कभी प्रकट होकर रोना रोते है - भईया भर्ती हो जाने दो ।
4- 15 हजार ऐसे लोग है जिनका दोनो विज्ञापन से होना निश्चित है इसलिए उन्हें सिर्फ भर्ती होने और जॉब से मतलब है । बाकी दुनिया भाड़ में जाय ।
5- 10 हजार लोग ऐसे है जो अब तक घर से नहीं निकले लेकिन अब आगे आने और लेकिन इस लड़ाई को लड़ने को तैयार है । ये लोग अगर टेट मोर्चा से जुड़ पाए तो टेट मोर्चा को नयी शक्ति मिलेगी । क्योकि इनका योगदान अब सुरु होगा । बस इन्हें जोड़ने की जरुरत है ।
6-5 हजार वो पुराने लड़ाके ही है जो आज तक टेट मेरिट का झंडा बुलंद किये है और आगे भी लड़ेंगे क्योकि इनके मुह खून लग चुका है टेट मेरिट का ।
अब देखना है इस लडाई को अंजाम तक पहुचाने में कितने लोग अपना योगदान देते है ।
मैं इस ब्लाग पर पिछले तीन साल से हूँ और जो लोग मुझे पढ़ते हैं उनसे कोई भी कँफर्म कर सकता है
ReplyDeleteलेकिन मैने कभी किसीको अगर उसने गाली गलौज भी की है तो भी नही टोका है , अब मै देख रहा हूँ जैसे जैसे लोगों का चयन खतरे मे जा रहा है वो वो लोग डायट से सीधा यहाँ पर आकर अपनी भढ़ास निकालना शुरू कर देते हैं
मै शुरू से ये कहता आया हूँ कि जिसको मेरे विचार कमेँट जानकारी सूचना टिप्पणी नही पसंद वो अपना दूसरा काम देखे लेकिन यहाँ पर अपना बहुमूल्य समय बर्बाद न करे !
इसीलिए मै ऊपर के 2 या 3 पेज छोड़कर लिखता हूँ जिससे और एक ही जगह लिखता हूँ जिससे कोई भी व्यक्ति मुझसे बड़ी आसानी से दूरी बना सकता है !
बस अब अंत मे इतना कहना चाहूंगा कि गाली मुझे भी आती है लेकिन मै कोई प्रतियोगिता नही चाहता !
जिसको मेरे ब्लाग से परेशानी है वो मेरे नंबर पर मुझे गाली दे सकता है लेकिन सबके सामने यहाँ पर खुद ही गाली न खाएँ !
धन्यवाद !
काउसिंलिंग में पहले एक गुना फिर 10 गुना बुलवाया ताकि अभ्यर्थियों की सारी गणित धरी रह जाये , न चयनितो का ब्यौरा , न सही सीटों का ब्यौरा , मनमाना ओवर फ्लो करवा रहे हैं ।
ReplyDeleteकभी प्रमाणपत्र चाहिये थे आज प्रतिलिपि से ही काम चलवा रहे हैं , ताकि अभ्यर्थियों चालाकी दिखाकर चुपचाप कई जगह काउसिंलिंग करा ले और बाद में फिर कबाडा हो ,
इस भर्ती से सरकार की दुश्मनी क्या हुई ,, कि अधिकारी न चाहते हुये भी भर्ती का भरता बनाने पर मजबूर हैं ।
ReplyDeleteपहले जीओ टेढा मेढा निकलवाया , फिर फार्म पाँच का चुनाव जानबूझकर दिलवाया ,
फिर नयी सरकार ने अवैध तरीके से नियम बदलवाये , जावेद उस्मानी की लम्पट रिपोर्ट बनवायी , सरकारी कर्मचारियों को केस लडने के लिये हाईकोर्ट सुप्रीम कोर्ट दौडवाया , जानबूझकर पैसे वापस करवाये ,
सुप्रीम कोर्ट में दकियानूसी तर्क रखे , फिर प्रत्यावेदन के नाम पर हजारों की तादाद में फर्जी अन्दर घुसवाये , रैंक वैंक एक बार धोखे से जारी भी करवायी तो वो भी अन्तरिक्ष के एलियन्स वाली थी , 128 नंबर पर 12000 रैंक शो रही थी ,
जब लड़के सीडी की बात करते है तो कह देते हैं कि हमारे पास कुछ है ही नही ,
ReplyDeleteलड़के धांधली का सबूत दे रहे हैं पर अधिकारियों को कुछ दिखाई ही नही दे रहा है ,
दिखेगा भी कैसे , सत्यानाशी पल्टू ने अधिकारियों पर कब्जा जो कर रखा है, ।
अब सब राम भरोसे है।
क्या कब हो जाये , कौन सा नया नियम कब आकर टपक पडे और नया धमाका कर दे ,, कोई नही जानता
किसी तरह हो रही काउसिंलिंग मुबारक हो
आज मुझे बहुत अफसोस हो रहा है कि हमारे वे करमठ सिपाही जिन्होंने टेट मेरिट के लिए पूरी इमानदारी से संघर्ष किया और अंत में हमें विजय दिलायी आज वही सिपाही अपनी ही विजय को हार में तब्दील करना चाहते हैं ।उन्हें पता है कि कोर्ट जाने का अंजाम क्या होगा फिर भी वह जानबूझकर पूरी भर्ती को फंसाना चाहते हैं ।आज उनकी इस कारासानी को देखकर कपिल व सरकार। दोनों अत्यधिक प्रसन्न होंगे ।क्योंकि अब उनका कार्य स्वयं टेट मोर्चा के ही कुछ सदस्य करने लगे हैं ।मित्रों इस टेट मेरिट के लिए हम लोगों ने भी तन मन और धन से सहयोग किया है ।फिर हम लोग कब तक इन नेताओं के चक्कर में अपनी जिंदगी खराब करते रहेंगे ।आए दिन कोई न कोई नेता माध्यम से धमकी देता है कि मैं कोर्ट में फला मैटर पर जाऊँगा और भर्ती फंसा दूंगा और हम लोग उसी बात को लेकर पूरे दिन चिंतित रहते हैं जबकि ये नेता जो भी करते हैं सब हमारे ही पैसे से करते हैं !
ReplyDeleteमुझे समझ में नहीं आता कि आखिर आप लोग कब अपने दिमाग का प्रयोग करोगे ।
ReplyDeleteभाइयों मैं यह नहीं कहता कि धांधली नहीं हो रही है ।लेकिन ऎसी सभी समस्याओं को लेकर हमें scert भारी संख्या में चलना चाहिए और सभी समस्याओं के निराकरण के लिए बात करनी चाहिए ।यदि वे निराकरण नहीं करते तो हमें कोर्ट के बारे में सोचना चाहिए । हमें चाहिए कि हम सभी लोग चाहे उसकी काउंसिलिंग हुई हो या नहीं सभी को लखनऊ भारी संख्या में चलना चाहिए और अपनी समस्या का समाधान करने के लिए दबाव बनाना चाहिए । मगर प्लीज आपसी मनमुटाव दूर करके एकबार पुनः पूरी ताकत से लगो जीत आपकी ही होगी ।वर्ना तुम्हारे लड़ाई का फायदा कपिल जैसे लोग उठा ले जायेंगे और आप सीडी आनलाइन ही कराते रह जाएंगें ।यह सरकार डिवाइड एंड रूल पर कार्य कर रही है और लगभग सफल भी हो गई है ।इसका काम है टेट मोर्चा को कमजोर बनाना ।और वह अपने कार्य में लगभग सफल भी हो गई है ।अभी समझ जाओगे तो ठीक है वर्ना कहावत तो सुनी होगी_अब पछताए होत का जब चिड़िया चुन गयी खेत।
मुझे आप पर पूरा विश्वास है कि आप लोग ऐसा कभी नहीं होने देंगे । यदि गलती से कुछ गलत लिख दिया हूँ तो क्षमा करना ।
मेरी मंशा किसी को आहत करने की नहीं थी ।
आपका अपना टेट मोर्चा का छोटा सा सिपाही
Mr.Tнe ριℓιвнeeт яєѕєяνє тιgєя
जिन साथियों का यह सुझाव है कि अभ्यर्थी दो या अधिक डायट पर काउंसलिंग न कराएं वो कृपया इन बिंदुओं को स्पष्ट करने का कष्ट करें........
ReplyDeleteमैं मानता हूँ कि दो जगह काउंसलिंग कराने में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए क्योंकि...
१. अभ्यर्थी ने एक ही जिले में दो आवेदन नहीं किये हैं बल्कि उसने दो अलग-अलग जिलों में अलग-अलग आवेदन किया है |
२. चूंकि प्राथमिक शिक्षक का पद जिला स्तरीय है इसलिए सभी डायट को मिलाकर देखना असंगत है |
३. कोई अभ्यर्थी जितने भी आवेदन भरता है, सभी की चयन प्रक्रिया में शामिल होने का उसे अधिकार है और ऐसा हम अक्सर करते हैं |
४. जब काउंसलिंग कराने के बावजूद अभ्यर्थी को सुनिश्चित चयन की गारंटी नहीं दी जा सकती तो उसे अपनी सुरक्षा के लिए दो जगह काउंसलिंग कराने से कैसे रोका जा सकता है ?
५. मुझे लगता है कि दो जगह काउंसलिंग होने की स्थिति में अभ्यर्थी व् सरकार दोनों का फायदा है, यदि सरकार एक-एक जिलों की सीटें लाक करे तो कम से कम काउंसलिंग में अधिक से अधिक अभ्यर्थियों का चयन किया जा सकता है और अभ्यर्थी भी ओवरफ्लो की विषम परिस्थितियों का शिकार होने से बच सकते हैं |
६. सबसे बड़ी बात यह कि फोटोकापी से काउंसिलिंग होने पर क्या परिस्थितियां हो सकती हैं, इससे सभी अधिकारी अवगत थे इसके बावजूद उन्होंने इस पर कोई रोक नहीं लगाईं तो फिर ये कैसे मान लिया जाए कि अब हजारों अभ्यर्थियों का आवेदन इस मनगढंत आधार पर रद कर दिया जायेगा ?
इसलिए कि अब कल हम कहीं जा रहे हैं इसलिए कल की छुट्टी रहेगी !
ReplyDelete.
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हुर्रर्रर्रे !
عرض هے-- .. "کچھ لوگ ساری زندگی انسان نہیں بن پاتے. اورهر روز ميكھانے سے خدا بن کر نکلتے ہیں .." حد ہماری گستاكھيو کی ہم آئینہ زمیں پر رکھ کر آسماں کچل دیا کرتے ہیں.
ReplyDeleteSharab cheeze hi aisi hai... Jise peete hi gareeb baadshaah ban jata hai or phir asman ho ya Kisi ka dil sab kuch apne pairo se Masslna uske liye koi badi baat nahi....
DeleteVery well said dolly ji...I agreed
DeleteDolly bahen, namaste, kaise he aap?
ReplyDeleteMai Theek hu bhai...ap kaise ho???
Deleteउस जीवन के वचन
ReplyDelete.
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"इसलिये अपने उन अंगो को मार डालो, जो पृथ्वी पर हैं, अर्थात व्यभिचार, अशुद्धता, दुष्कामना, बुरी लालसा और लोभ को जो मूर्ति पूजा के बराबर है। इन ही के कारण परमेश्वर का प्रकोप आज्ञा न मानने वालों पर पड़ता है। और तुम भी, जब इन बुराइयों में जीवन बिताते थे, तो इन्हीं के अनुसार चलते थे। पर अब तुम भी इन सब को अर्थात क्रोध, रोष, बैरभाव, निन्दा, और मुंह से गालियां बकना ये सब बातें छोड़ दो। एक दूसरे से झूठ मत बोलो क्योंकि तुम ने पुराने मनुष्यत्व को उसके कामों समेत उतार डाला है। और नए मनुष्यत्व को पहिन लिया है जो अपने सृजनहार के स्वरूप के अनुसार ज्ञान प्राप्त करने के लिये नया बनता जाता है। उस में न तो यूनानी रहा, न यहूदी, न खतना, न खतनारिहत, न जंगली, न स्कूती, न दास और न स्वतंत्र: केवल मसीह सब कुछ और सब में है॥''
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कुलुस्सियों 3:5-11
Neha gupta ji aap itni niras kyo hai, ki 4th counc me name na aaya to salfas kah le. Kya aap itni kamjor hai he hi hawa ka halka jhoka bhe apko hila de. Ho sakta he aapko job ki jarurat kisi or se jayada ho lakin job to sabko chaiye. Lakin train me jagah kam, musafir jayada he upar se reserve bhe hai to general walo ke liye muskile hai lakin itni nahe ki aap apni life daav pe laga de. Muskile to jeevan ka hissa hai aati jaati rahte hai. Jindgi apne aap me ek kadi pariksa he, yudh hai, ladte rahege to jitege jarur, aaj nahe to kal. Yadi ye job mil bhe jaye to kya pher kabhe koi paresani nahe ayegi? nischit ayegi sayad isse badi bhe ho sakti he, to kya phir hum salfas ki taraf dodege. Main umeed karta hu aapka 4th counc me jarur ho jaye. Apne ko itna strong banaye yeh sab mamuli cheje apko diga na sake. Swami vivekanand ji ko padhe, aap khud ko bhut strong mahsus karege. Main to aajkal unhe hi padhta hu. Meri koi baat sahe na lage to, please forgive me.
ReplyDeleteNeha mera bhai ekdum sahi kh raha hai....ap aisa kadam kabhi bhi mat uthana plssss...
DeleteNeha ji rajan nd dolly is absolutely right n life itni b mamuli ni hsi k ap ek job ki vajah se itni tension le...life me aur b jobs ayengi...n na b aye fr b ap qualified ho kuch b acha ho hi jayega...so always b positive don't ignore ur skills
DeleteTiger ji mai aapka shubhchintak "mission azamgarh " yaad aaya.
ReplyDeleteAaj aapki do blogg padi.ek me aap likhate hai @ G.O. me nirdesh nahi hone ke karan kayi jilo me councelling karaye. Koyi problem nahi.
Dusre me likhate hai@ kayi jilo me councelling na karaye varna data junk file me dal di jayegi.
Aap hi bataye , aapki kis baat ko follow kiya jaye.
Aise me to yahi lag raha hai ki Aayush-Piyush ka gussa aur comment aapke khilaf jayaj hai.
so plese copy-paste wala kaam bund kare.aapse aisi ummeed nahi rakhate hum.
Likhna hi hai to apne vivek se sahi disha nirdesh de varna likhana bund kare but confuse mat kare , plese.
Ek dam sahi bhai par ye chikna gadha hai apni kami kabhi nahi manega
DeleteBro mai bas is bat par hi tiger k khilaf hu k vo ek bat ke do meaning batata hai...ab hum sbko confuse karta hai
DeleteMadam mujhe pain ish liye ho raha hai,kyunki mujhe apni bhi prem kahani yaad a gayi.
ReplyDeleteRajan Singh "NAMASKAR" tumhara purana dost pehchana kya.
ReplyDeleteNamaskar, ramdev mitr
ReplyDeleteDolly madam about whom u r saying,pl mention his name.
ReplyDeleteMaine Kisi ke baare me ye nahi Kaha hai ghabraye na!!!
DeleteUper sir ji ne urdu me kuch likha hai..mera comment usi ki pratikriya hai...I know urdu language
Dolly ji kya likha hai urdu me.if u don't mind muje b bta do
DeletePls niyuktipatra ke bare me koi na puche...vo milega but tym ane par abi itna dhyan de ki kisi ki bato se pareshan na ho...ye bharti apni sahi disha me badh rahi hai...sirf scert par dabav banana padega ki vo data sahi tarah load kiya kare...sachai to ye hai ki general aur obc ki 70 percent seats 2nd concealing me hi fill ho gyi thi par in aalsi diet scert aur nic walo ne data sahi load nhi kiya aur total seats k according seats bta k data upload kar diya is vajah se itni prblm ho rhi hai abhiyarthiyo ko I thnk is bat k liye scert se jawab manga jana chahiye court k thru
ReplyDeletePls koi sm ki seats k liye writ daliye
ReplyDeleteKuch or logo ka bhala ho jaega.kya sm ki seats mil sakti h.pls koi ans do.pls.....
ReplyDelete.
Sm ki seats ki rit k liye kya Karna hoga koiye batbata de
ReplyDeletemadam mujhe toh kuch bhi samajh bhi me nahi aaya ki urdu me kya likha hai.
ReplyDeletePlz bhai kal ki mirzapur aur sonbhadr counsling ki news update kariye..........
ReplyDeleteMain bilkul theek hu bahen, great! you know urdu also!
ReplyDeleteYes bro..
DeleteUnhone likha hai..
ReplyDeleteKuch log saari zindigi insaan nahi ban paate or har roz maikhane se Khuda ban kr nikalte hain....had hamari gustakhiyon ki ham Aaina zameen pr rakh asman kuchal diya krte hain...
Mere pyare bhaiyon or bahno mai is blog ka daily reader hu or ek mature insan hu.aap ne do billiyon or bandar ki kahani suni jisme har bar bandar ka fayda hota ha.Hamari kahani me ham blliyan ha or ye Akal less bandar ha matlab saaf ha ham jitna aapas me ladenge utna is bandar ka fayda hoga.hamesha matbhed bhula kar ek raho to koi hamara baal b banka nahi kar sakta.Yaar shiksha mitron se kuch to sikho wo hamesha ek rahte hain. 2017 to hai hi gin gin k badla lene k liye in baap bete se
ReplyDeletedear rajan sir aaj aapne as a friend and a big bro mujhe jo bhi samjhaya bahut achcha laga aur mein aapki baat se sehmat bhi hun ki yeh jevan ek amulya vastu hai par kabhi kabhi nirasha havi ho jaati hai saari aashaon pr .muje dukh sirf ek baatse pahuncha ki kuch genral candidates aise bhi rhe jinke cutoff se kam marks hote huye bhi counsling letter nikal aya yeh sab vibhag ki galti nhi toh aur kya hai pr ye bhi sach hai jo kaam jiteji nhi kr paaye usko markar bhi koi nhi kr sakta aur nahi mein koi galat raasta apnaungi kyunki jeet toh ant mein satya ki hi hoti hai mujhe bhi yahi meed hai...............Dolly sister apka bhi thanks.
ReplyDeleteGud neha g dts d spirit. ..ap qualified ho kuch b acha ho hi jayega apke sath...n ek bt aur aap ko ye sabi news blogg se mili hogi k merit km hone k bd b counselling letter nikal gya to suniye ye sb nic scert n diet ki kamchori k vajah se hai...n jinka b letter nikla hai unki counselling ni hui qu ki seats full hai ya unse high merit wala age hai...so ap ye sb soch kr tension na le...
DeleteNilmani , piyush, amit aap loge sahi ho tiger k maine bhi nlog padhe h wo sirf copy past kata h aur kuch use nahi pata isliye uski baat ka aakh band kar ke biswas na kare aur apne dimag ka istemal karke hi sahi faisla le kyoki aap iss blog per kisi ko nahi jante to jahir se bbat h k kisi per bhi aakh band karke biswas na kare aur wahi counselling karaye jaha asp ko sahi lagta h kyoki ye aap k future k sawal h baki asp ki marji h jaise aap ko accha lege waise kare.
ReplyDeleteJai hind
Samaj savi.
बड़े आराम से हुई महिला विज्ञान वर्ग की काउंसिलिंग।
ReplyDelete।
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ज्यादा तर जिलों में 3 बजे के बाद रहा सन्नाटा।
2 जिलों के काउंसिलिंग करने वाले शायद ही कोई हो।
सभी केवल एक ही जिले में काउंसिलिंग कराने वाले थे।
Dost Rahul Sharma Agar Aaap ki baat maan bhi li jaya toh fir kya aap ye bata sakte hai ki copy paste kahan se hota hai.
ReplyDeleteAb mai bhi chalta hoon.Par jate jate un vir tet candidates ko salam karta hoon jiske wajah se hum log ish mukam par hai.
ReplyDeleteVANDE MATRAM.
Hi
ReplyDeleteMere Obc math me 110 number he Mera name Lakhimpur aur Gonda dono me aya he please koi batayega Mujhe counselling kahaniI chahiye please please please
ReplyDelete06 behraich की किसी के पास update है
ReplyDelete3rd counselling me receiving letter nhi mil rha hai kya?????
ReplyDeleteMill raha hai lea
ReplyDeleteक्या ऐसा कोई नियम नहीं है की यदि किसी ने आरक्षण का यदि लाभ लिया है तो उसे आरक्षण की मेरिट में ही शामिल किया जाना चाहिए
ReplyDeleteभाई reg cat को india में 100 % सीटहै
Deleteअगर ऐसा नहीं है तो पेहले टॉप मेरिट वाले आरक्षण लाभार्थियो को अनारक्षित में ही डाल देना चाहिए और कम मेरिट वालों को आरक्षक्षित वर्ग में इस तरह तो आरक्षित वर्ग वालों को लगभग 40 से 50 % का लाभ मिल रहा है क्या कोर्ट में ये बात रक्खी जा सकती ह
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteAaj shajanpur m jrt valo ke alava sabi k original documents submit kiye ,do jagah coun.k bare m bataya ki ye nirasth ho jayege,bheed bhouth ........jyatha thi.....3000 candidate ki list lagayi gai thi
DeleteAaj ki kya position hai ?plz koi to update do aaj ki counsling ki.
ReplyDeleteSiddarthnagar main sabkuch samanya raha sab seet lock ho gaye seet 184 baki 14 seet resuffling se fill jongo jo bhi aya uska ho gaye counsiling or seet lock
ReplyDeleteफॉर्म भरते वक्त ही स्पष्ट किया जाता है की आप आरक्षण का लाभ लेंगे या नहीं यदि लिया तो तो आरक्षित वर्ग की मेरिट में ही स्थान मिलना चाहिए। क्योंकि आरक्षित लोगों को सरकार age में छूट, DD में छूट का लाभ भी देती है दोनों में छूट लेकर अनारक्षित में स्थान लेलेते है अजब सरकार है। कुछ लोगों ने सही लिखा है की फॉर्म भरने से counselling तक सार्वजानिक किया जाना चाहिए। अनारक्षित वालों ने पैसे भी ज्यादा दिए और अनारक्षित vacancy को भी गवां दिया।
ReplyDeleteSir plz ,banse diet ki 6 novmber ko hui councelling ki update batae plz.
ReplyDeleteBansi diet pe 6nov ko 197seat pe 155 ladkiyo ne counsling karayi s bhi waha safe h.....
DeleteMaharajganj me lagbhag all seats lock
ReplyDeleteJRT ki 127, 135 and many more high tet marks wali bhi pahuchi PRT me
Note: JRT walo ko chhod kar sabhi ke original jama hue
Aaj ki counseling bhi bade jilon ke liye hi rahi ye man sakte hain ki 3rd counselling bhi bade jilon ke liye jada fruitful hai Fem Science all secure upto 90 above for general sabhi ko chance milna nishchit hai
ReplyDeleteI think 4rth counselling se bhed chal band hogi kyuki kam seats ke jile hi bachenge aur cutoff bhi girega
All low merits folks dnt loose hope many more good time about to come and begin from 4rth round .....!!
Frnds hame scert par dabaw banana chahiye k vo sara data sahi load kiya kare...bt acdmc walo ko ignore ni karna chahiye...acdmc wale bharti fasa to nhi skte kisi keemat pr but ek do manine latka jarur sakte hai...fasa isliye nhi sakte qu ki counselling apne last point pr hai aur agar bharti me koi prblm hui to lucknow k sath sath jane kitne jilo me tod fod ho jayegi ye sarkar ko b pta hai so gov chah kar b kuch ni kar sakti...up gov 2 kodi ki ghatiya hai mai b janta hu but aap sbko such bta rha hu ta k ap pareshan na ho...
ReplyDeleteM vry tiered n going to slp so vry swt gud nyt my all tet frnds....gud nyt hv a safe nyt...
ReplyDeleteVishes tyagi ji ap gye the siddharthnagar.
ReplyDeletehello
ReplyDeleteReena ji aj female science siddharthngr ki btaiye
ReplyDeleteOriginal documents bhi bansi me uma kiye ha
ReplyDeleteBalrampur me kitni seat thi female science ki aur aj kitni bhari ha .. koi btayega
ReplyDeletemene 2nd cnslg etah m krai this.about net PR status dwkhne PR kbl etah show kr rha h. what's man of this. old tell me.
ReplyDeleteSb log aj tried feel kr rhe hoge .. esly reply nhi kr rhe ha
ReplyDeleteplz koi help kro.Mr kbl etah show ho raha h. jbk m etah m2nd cnslg kra chuka hu
ReplyDeleteएक सवेरा था जब हम हँस कर उठते थे...
ReplyDeleteऔर
आज कई बार बिना मुस्कुराये ही शाम हो जाती है।
GOOD NIGHT 98
Rahul jab kisi ki 2nd counselling ke baad seat lock hui to waha chhod kar baki district se naam hata diya ja raha hai
ReplyDeleteYou r surely selected ek baar DIET me bhi pakka kare
Gud night sleep tight !!
"पढ़ रहा हूँ, इश्क की क़ानूनी किताब,
ReplyDelete.
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अगर बन गया वकील तो बेवफाओं की खैर नहीं.
Thanks all blog writers..
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