72 हजार शिक्षक भर्ती सीडी पर संदेह
माशिप ने सीडी के आधार पर पिता का नाम नहीं बदला
इलाहाबाद : प्रदेश भर में चल रही 72825 प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती पर सवालिया निशान लग गया है। जिस सीडी के आधार पर कट ऑफ मेरिट जारी हुआ और जिलों में काउंसिलिंग हुई, उस सीडी की वैधता पर सवाल उठने लगे हैं। 1माध्यमिक शिक्षा परिषद की पूर्व सचिव की ओर से हाईकोर्ट में दिए गए शपथ पत्र में स्पष्ट लिखा है कि राज्य शैक्षिक अनुसंधान प्रशिक्षण संस्थान को सौंपी गई न तो मूल सीडी है और न ही परीक्षा परिणाम की अंतिम सीडी है। ऐसे में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया कहां तक वाजिब है इसका जवाब शिक्षा विभाग के पास नहीं है।
अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) 2011 में परीक्षार्थी महराज सिंह रोल नंबर 17007112 ने प्राथमिक स्तर की परीक्षा सरस्वती इंटर कॉलेज लहरदेवी रोड झांसी में दी थी। उसने 111 अंक हासिल किए और उत्तीर्ण घोषित हुआ, लेकिन परीक्षा परिणाम में परीक्षार्थी के नाम की जगह पिता का नाम दर्ज हो गया। इसका संशोधन कराने के लिए महराज ने माध्यमिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद में आवेदन दिया तो परिषद ने अभिलेखों के अभाव में संशोधित प्रमाणपत्र जारी करने से मना कर दिया। परीक्षार्थी इसके विरुद्ध हाईकोर्ट गया तो पूर्व सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद शकुंतला देवी यादव ने बीते 15 जुलाई 2014 को पुलिस अधीक्षक कानपुर देहात को लिखे पत्र को बतौर शपथ पत्र हाईकोर्ट में लगाया है। 1शपथ पत्र में लिखा है कि तत्कालीन परिषद की सचिव प्रभा त्रिपाठी ने 11 जनवरी 2012 को टीईटी परीक्षाफल 2011 की सीडी का शील्ड लिफाफा शिक्षा निदेशक (बेसिक) निशातगंज लखनऊ को भेजा है, किंतु इस सीडी की कोई प्रति परिषद में नहीं है। बाद में एक नवंबर 2012 को शिक्षा निदेशक ने यह सीडी निदेशक राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) को भेजी तो सीडी की दो प्रतियां परिषद कार्यालय को भी भेजी गई हैं। पूर्व सचिव शकुंतला देवी ने शपथ पत्र में यह भी लिखा है कि सीडी उपलब्ध कराने वाली पूर्व सचिव प्रभा त्रिपाठी ने चार मार्च 2013 को पत्र भेजकर अवगत कराया है कि जो सीडी निदेशक एससीईआरटी को उपलब्ध कराई गई है वह न तो मूल सीडी है और न ही टीईटी परीक्षा परिणाम की अंतिम सूची है। ऐसे में सचिव ने परीक्षार्थी के प्रमाणपत्र में संशोधन करने से इनकार कर दिया।
खास बात यह है कि माध्यमिक शिक्षा परिषद की पूर्व सचिव ने एक अभ्यर्थी का प्रमाणपत्र दुरुस्त करने के लिए जिस सीडी को तवज्जो नहीं दी उसी सीडी के आधार पर पूरे प्रदेश में शिक्षकों की भर्ती हो रही है। ऐसे में सवाल है कि आखिर भर्ती प्रक्रिया कितनी पारदर्शी है। काउंसिलिंग एवं भर्ती प्रक्रिया में नित नए मामले भी सामने आ रहे हैं। हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने तो पूरी काउंसिलिंग सूची को तलब किया है।मुङो जो सीडी शिक्षा निदेशक (बेसिक) से मिली है उसके आधार पर काउंसिलिंग करा रहे हैं। माध्यमिक शिक्षा परिषद की पूर्व सचिव ने हाईकोर्ट में क्या शपथ पत्र दिया है, इस संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
-सर्वेद्र विक्रम सिंह, निदेशक राज्य शैक्षिक अनुसंधान प्रशिक्षण परिषद इलाहाबाद
News Sabhaar : Jagran (30.11.14)
Read more: http://naukri-recruitment-result.blogspot.com
गुड मार्निँग दोस्तोँ !
ReplyDelete.
..ﻟﺴﻼﻡ ﻋﻠﻴﻜﻢ ”
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जिन लोगों को खांसी, बुखार, दमा, चेचक, पोलियो, हैज़ा, पीलिया आदि बीमारियां है वो लोग भी 72825 में नौकरी पाएंगे | यदि आप महिला व पुरुष दोनों ही नहीं है तो भी आप को नौकरी मिलेगी | जो लोग अभी जेल में है और जेल में रहने के कारण कॉउंसलिंग नहीं करा पा रहे है उनके लिए 72825 सीटों में से कुछ सीटें रिज़र्व रख दी गई हैं | विदेशी युवक व युवतियों के लिए उत्तर प्रदेश में प्राइमरी अद्ध्यापक बनने का सुनहरा अवसर | यदि आप विदेशी है तो tet से छूट मिलेगी | जो लोग भारितीय स्वतंत्रा संग्राम, भारत-पाक व भारत-चीन युद्ध में शहीद हो गए है उनको अदृश्य शिक्षक मान के नौकरी दी जाएगी , उनका वेतन स्वतः उनके परिवारीजनों के खाते में चला जायेगा | शिक्षा मित्र की बची सीटों पे अब कस्तूरबा गांधी के अलावा कैंब्रिज यूनिवर्सिटी , ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी, मिशिगन यूनिवर्सिटी, लीड्स यूनिवर्सिटी आदि से भी आवेदन स्वीकार किये जायेंगे | जो लोग तैरना जानते है उनको भर्ती में वरीयता दी जाएगी | शाकाहारी लोगों को उच्च पदों पे वरीयता दी जाएगी | सचिन तेंदुलकर व अन्य महान व्यक्तित्य वाले लोगों के fan लोगों को बुलावा पत्र भेजा जायेगा | जो लोग गेहू, धान, गन्ना, कपास, जौ, बाजरा, मक्का आदि फसलों को उगने और काटने में दक्ष है उनमे विज्ञान/कला वर्ग का विभेद नहीं किया जायेगा |
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इन सभी के लिए बस आपको एक छोटी सी रिट डालनी होगी
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क्योँकि सब कुछ संभव है पुत्तर प्रदेश मे !
Walekum as salam!!
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ReplyDelete72 हजार शिक्षक भर्ती सीडी पर संदेह
ReplyDelete.
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हाईकोर्ट में दिए गए शपथ पत्र में मूल सीडी न होने का उल्लेख
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शिक्षा विभाग को बेनकाब कर दिया है , आप लोग अब भी घर में बैठे रहिये |
में ये चीज़ कब से जनता था परन्तु नेताओं के भ्रम में आपके जीने की आदत है मेरी नहीं |
कबसे कहता आ रहा हूँ की इनके पास कुछ नमाही है फर्जीवाड़ा चार्म पर है तब किसी ने नहीं सुनी |
यहाँ तक की एक नेता तो मूल रिकॉर्ड की बात पर ऐसे कह गए थे की सरकार के पास सबकुछ है |
अगर आपको याद न हो तो मैंने अपनी वाल पर एक बार लिखा था की वापस प्रभा त्रिपाठी का बैठना हमारे लिए शुभ संकेत नहीं है |
हैसियत की बात ना कर दोस्त,
ReplyDelete.
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तेरी जेब से बड़ा मेरा दिल है..!!
कम पद वाले जिलों में पहले नियुक्ति पत्र ।
ReplyDeleteएलटी शिक्षक भर्ती के लिए अभी और इंतजार माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने शासन से छह माह का मांगा समय
ReplyDeleteमैं टेट के इस संघर्ष में शुरुवाती दौर से ही जुड़ा हुआ रहा और सभी आंदोलन ,सभी अनशन में भागीदारी भी रही ,लेकिन जहाँ तक टेट मोर्चे की मीटिंग का प्रश्न है शायद एक या दो में ही जाने का दुर्भाग्य रहा
ReplyDeleteमित्रों,
ReplyDeleteजानता हूँ सत्य बहुत ही कठोर और शीघ्रता से स्वीकार्य नहीं होता |
सत्य कि सबसे बड़ी विडम्बना यह है कि सब उसे जानना तो चाहते है लेकिन उसे स्वीकार नहीं कर पाते |
मेरी सबसे बड़ी दिक्कत मात्र इतनी है कि मैं कभी असमंजस की स्थिति अपने ऊपर हावी नहीं होने देता और शायद इसीलिए त्वरित निर्णय लेने में सक्षम भी हूँ !
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ReplyDelete.
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सुनो. . . . . . . . न
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सं
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ग
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म
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र
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म
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र
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सारे ताबीज़ गले में पहन कर देखे......
पर दिल को करार तेरे दीदार से आया......
Jab kisi se kisi ki echcha ke bina koi kaam kraya jaye to vaha kam na karne ke bahane nikalega.yahi haal up govt ka hai.
ReplyDeletecourt ka danda pryapt nahi es govt ke liye ese to baas (nightstick) ki jarurat hai.
प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती : 30जिलों ने दी अधूरी सूचना...
ReplyDelete.
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छह जिलों की स्थिति काफी खराब, .
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दिसंबर के पहले हफ्ते से संशोधन..
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कम पद वाले जिलों में पहले नियुक्ति पत्र..
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प्राइमरी स्कूलों में72,825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती के लिए भले ही तीसरी काउंसलिंग समाप्त हुए15 दिन बीत चुके हों पर सभी जिले अब तक पूरी सूचना नहीं दे पाए हैं। प्रदेश के 30 जिलों ने जो सूचना भेजी है वह आधी-अधूरी है और इसमें से छह तो ऐसे हैं जिन्होंने प्रोफार्मा के विपरीत सूचनाएं दे दी हैं। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) जिलों से सूचनाएं मिलने के बाद इसे एनआईसी को देगा। एससीईआरटी चाहता है कि जिन अभ्यर्थियों के आवेदन में खामियां हैं उसे दिसंबर के पहले हफ्ते से ऑनलाइन ठीक करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाए।प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती की तीसरी काउंसलिंग 13 नवंबर को समाप्त हो चुकी है। एससीईआरटी ने डायट प्राचार्यों के साथ बैठक कर जल्द से जल्द पूरी सूचना निर्धारित प्रोफार्मा पर देने को कहा था। इसके बाद भी उन्नाव, संतरविदास नगर, संतकबीरनगर, ललितपुर, संभल, श्रावस्ती, मुरादाबाद, पीलीभीत, सुल्तानपुर, जौनपुर, मिर्जापुर, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, शाहजहांपुर, हरदोई, कुशीनगर, बहराइच, गोंडा, लखीमपुर खीरी, अमेठी, कानपुर नगर, बिजनौर, फैजाबाद, बस्ती, बाराबंकी, फर्रुखाबाद, कन्नौज, प्रतापगढ़ और अंबेडकरनगर नेआधी-अधूरी सूचनाएं भेजी हैं।इसमें से सबसे अधिक खराब स्थिति बहराइच गोंडा, हरदोई,सिद्धार्थनगर, महाराजगंज व शाहजहांपुर की है। एससीईआरटी के बार-बार कहने के बाद भी इन जिलों से सूचना गड़बड़ भेजी जा रही हैं। इन्हें डिफाल्टर जिला मानतेहुए सोमवार को इनके डायट प्राचार्यों को कारण बताओ नोटिस भेजा जाएगा। जिलेवार सूचना मिलने के बाद एससीईआरटी इसे एनआईसी को देकर ऑनलाइन गलती सुधारने के लिए वेबसाइट खुलवाएगा, जिससे चौथे चरण की काउंसलिंग में किसी तरह की बाधा न आए।कम पद वाले जिलों में पहले नियुक्ति पत्रएससीईआरटी के निर्देश पर तीन चरणों की काउंसलिंग के बाद जिलेवार प्रमाण पत्रों के मिलान की प्रक्रिया शुरू हो गई है। एससीईआरटी की मानें तो जिन जिलों में कम पद हैं वहां सबसे पहले सत्यापन का काम पूरा हो जाएगा और इसके साथ ही नियुक्ति पत्र देने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। एससीईआरटी चाहता है कि नया शैक्षिक सत्र शुरू होने से पहले ही नियुक्ति पत्र देने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएजिससे शिक्षकों की कमी कुछ हद तक पूरी हो सके।
bas isi ki kami rah gayi thi. sarkar ye brahmastra isi din k liye chhupaye hue thi ki jab peak time aayega tab nikala jaayega. bhaiyon aap aap sarkari tantra se nahin lad sakte. sab records docs unke paas hi hain or agar vo hi kah den ye galat hain tab.......... Morche ko ab 2-3 din me hi iska jawab taiyaar karna hoga or vo chahe to iska upyog SC me is khulase ka upyog kar sakta hai ki YE SAB RAAJNITIK DURBHAVNA SE KIYA JA RAHA HAI OR IN SABME INKE LOW TET & HIGH ACADEMIC CANDIDATES KA HIT CHHUPA HAI......YA TO POORE CASE KI CBI JAANCH KI WRIT DAALEN.... Morche ko turant nirnay lena hoga varna bahut der ho jaayegi... kripaya morche k neta is blog pe aayen or apne vichar rakhen....SABHI CANDIDATES CONFUSED HAIN IS MOD PE...
ReplyDeleteAny update about Budaun 3rd list.
ReplyDeleteIt seems that if somebody wants to get the govt job in UP, he must pass the following examinations:-
ReplyDelete1. Written test held by up govt for parrticular exam.
2. Interview exam (if there)
3. Bribe capability test.
4. Court case capability test(in HC,BB,SC)i
5. Mentally Strongness Test.
After clearing these 5 test you can get the job but can not claim for salary.
Because for salary you have to pass the test No 4 & 5 again.
सुखी वह है जो अपने सुख के लिए दूसरों को दुख नही पहुॅचाता
ReplyDelete.
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सांसारिक भव्यता की लूट की होड ही दुख की जननी है !
लालू और मुलायम के बीच जबसे रिश्तेदारी की न्यूज़ आई है
ReplyDeleteभारत की जनता के दिमाग में एक ही गाना बज रहा है
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"हम आए हैं यूपी बिहार लूटने"
मै यहाँ पर किसी को नही कहूँगा की आप किस को सहयोग करिये, यहाँ पर सब जानते हैं की कौन भर्ती के लिये लड़ रहा है कौन पैसो के लिये|
ReplyDeleteTiger g apne bilkul right kha.... Every thing is possible in Uttar Pradesh.....
ReplyDeleteबेहद दुख होता है अपने उन भाईयों को देखकर जिन्होंने टेट
ReplyDeleteमेरिट की रक्षा के लिए अधिकतम त्याग किया,
किन्तु आज चयन प्रक्रिया से बाहर होते जा रहे हैं,
बेशक मेरिट को धरातल पर नहीं लाया जा सकता किन्तु
इतना निश्चित है कि सत्य के लिए संघर्ष किए हुए तमाम
भाईयों को जीत की परिधि में
लाया जा सकता है,
चूंकि वे हमारे संघर्ष का हिस्सा रहे हैं अतः सफलता में
भी उनका अधिकार बनता है,
उनके सहयोग के बिना हमारा यह संघर्ष सिर्फ
बेरोजगारी पर जाकर खत्म हो जाता,
आज उनको उनके हाल पर छोड़कर खुद को जीत के
जश्न के लिए बेताब करना हमारी मानवता और
मानसिकता पर सवाल खड़े कर रहे हैं,
भले ही जीत
की खुमारी में हम
उनकी उदासी या बेबसी को नजरन्दाज
कर दें,
मगर हमारी आत्मा हमारे आत्मबल
को कभी मजबूत नहीं होने
देगी,
क्योंकि हमारी जीत सिद्धान्तों को कुचल
रही है,
यदि मूल विज्ञापन और काउंसलिंग के तरीके
को निष्पक्ष होकर देखा जाय तो वाकई हम सवालों के घेरे में खड़े
हो रहे हैं,
हमें उन भाईयों के अधिकारों के लिए
उतना ही समर्पित और संवेदनशील
होना चाहिए जितना वे आज तक टेट मेरिट के लिए होते चले आए
हैं,
मुझे बेहद खुशी होगी जब मैं उन
चेहरों पर मुस्कुराहट देखूंगा जो असत्य और अन्याय के बिरुद्ध
अपनी अधिकतम ताकत से लड़े और जिनके
पसीने से आज हम अपने
सपनों को सींचने के कगार पर हैं.
CD mamle me saransh ye hai -
ReplyDelete11 jan 12 = prabha tripathi ne CD shiksha sachiv ko bheji us samay SCERT k paas CD copy kahan se aayegi
1 nov 12 = shiksha sachiv ne MOOL CD SCERT director ko bheji or 2 copies SCERT office.
4 march 13 = prabha tripathi ne bataya SCERT director ko na to MOOL CD mili hai na ANTIM CD.
Ab HC ko prabha se poochhna chahiye aapko kaise maloom shiksha sachiv dwara di CD mool CD nahi or shiksha sachiv se pooche kya aapne mool CD nahin di thi.
mitron is case me HC ko mool CD prapt kar SCERT Director CD se match karni hogi varna prabha & sachiv bali ka bakra banenge or ye bharti fansa denge.
TPRT Sir, Plz batayen is CD kaand ka kya parinam hoga...
ReplyDeleteहमने जीवन के अमूल्य 28-30 वर्ष जिसको पाने मेँ
ReplyDeleteखर्च किए
10 DEC को वो सुनहरा दिन आने वाला है
निश्चय ही उसमेँ सपा एँव कपिल एँड
पार्टी व्यवधान डालना चाहेगी
आप सभी देवियोँ एँव सज्जनोँ से विनम्र पूर्ण
अनुरोध है
आपके 200 -500 आपको आर्थिक रुप से कुछ
कमजोर कर सकते है
लेकिन अगर 10 DEC को धनाभाव के चलते
परिस्थितियाँ उलट गई तो आप
जिन्दगी भर अपने आप को माफ न कर पाओगे
सत्य और न्याय की लडाई मे जरुर से जरुर
आर्थिक सहयोग करेँ
धन्यवाद
एक सर्वे के अनुसार महिलाओं को भाते हैं कम बोलने वाले
ReplyDeleteपुरुष !
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आज जाकर समझा, कि मनमोहन दो कार्यकाल कैसे पूरे कर
पाए।
अब रोज रोज हम 16 या 17 कमेँट के बाद हम नीचे नही मिलेंगे हम उसी न्यूज के अगले पेज पर मिलेंगे !
ReplyDeleteयानी नीचे जाने की जरूरत नही है बस केवल पेज को बदलना पड़ेगा !
ये मै अपनी किसी सुविधानुसार कर रहा हूँ इसमे मेरी कोई चाल नही है जिससे आप लोग बेकार मे किसी संशय मे पड़ो !
मै समझता हूँ कि आप मेरी बात समझ गये होंगे ।
धन्यवाद !
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ReplyDelete.
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Ek or pagalpanti
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Pagalpanti part 2
Delete.
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Bade bhai kya ab rasatal tk aapko dhoodhane k liye utrna padega ka
Deleteanuj
Bokhla gaye ho kya
ReplyDeleteअब कुछ भी समझो !
ReplyDeleteAbe pagla gaya hai kya
ReplyDeleteयहाँ तो किसीको कितना ही समझा लो लेकिन कोई समझना ही नही चाहता है कुछ भी जबकि मैने ऊपर ही लिख दिया है कि मै अपनी किसी सुविधानुसार कर रहा हूँ इसमे कोई चाल नही है !
ReplyDeleteअगर यहाँ पर किसीको मेरी कोई बात समझ मे न आ रही हो तो वह यह तुरंत समझ ले कि
ReplyDelete.
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यहाँ पर बात बड़े स्तर की हो रही है ,
और हाँ अगर फिर भी बात समझ मे न आ रही हो तो ऊपर या नीचे वाले खबर वाले पेज पर चले जाएँ
क्योँकि मेरे पेज पर रहना न तो किसीकी मजबूरी हो सकती है और न ही मै किसीसे आग्रह करता हूँ कि वो मेरे पेज पर आए और मेरी तरह वो भी अपना समय भी खराब करे !
और न ही आप लोग मेरे कमेँट पढ़कर कंपटीशन की कोई तैयारी करते हो जिससे आप लोग गुमराह हो !
अब मै समझता हूँ आप लोग समझ गये होंगे क्योकि लगातार 3 साल से एक पेज पर बिना किसी इल्जाम के बने रहना आसान काम भी नही है बाकी बुराई करने वालों से तो पूरा जमाना भरा पड़ा है अगर मुलायम लालू नीतिश सोनिया राहुल माया मैडम मोदी की बुराई न करते तो शायद कभी मोदी न आते !
यहाँ मै अपनी बराबरी मोदी से नही कर रहा हूँ
बस बता रहा हूँ कि सही क्या होता है और गलत क्या
धन्यवाद !
दोस्तोँ
ReplyDeleteमैँ चाहता हूँ कि सर्वोच्चन्यायालय की इस अन्तिम लड़ाई को लड़ने हेतु महिलाओँ का आर्थिक सहयोग अलग से लिया जाए और वो भी किसी एक महिला के खाते मेँ ।
इस खाते मेँ सिर्फ महिलाएँ ही अपना आर्थिक सहयोग करेँगी । जिससे ये भी पता चल सके कि उनका अब से कितना सहयोग है ।
यदि देवीयां तैयार होँ तो इनका एक पृथक बैँक एकाउण्ट सार्वजनिक किया जाए ।
मित्रो मैंने आज तक इतनी नीच और कमीनी सरकार नहीं देखी जो हम लोगो से इतना द्वेष भाव रखती हो । एक तरफ लोगो को सुहाने सपने दिखाकर सुलाना चाहती और दूसरी तरफ हमारे सबसे कमजोर समय में हमारे ऊपर कोर्ट की लडाई लाद दी ।
ReplyDeleteफ़िलहाल हम इतने भी कमजोर नहीं है की ऐसी नीच और दुष्ट सरकार का मुकाबला न कर सके । लेकिन हमारी समस्या दूसरी है जो इस अन्तिम लडाई के लिए जीत के रस्ते में सबसे बड़ा रोड़ा साबित हो सकती है ।
कुछ लोगो की आदत होती है अपनी चड्ढी पकड़ने के बजाय दुसरो की चड्ढी उतारने की कोसिस जादा करते है । भले ही इस बीच अपनी चड्ढी उतर जाय । ये भी नहीं सोचते की इस अंतिम लडाई में अगर एक साथ न आ सके तो कम से कम एक दुसरे की टांग खीचना बंद कर दे ।
कुछ लोगो के अनुसार पिछले 3 साल की लड़ाई लड़कर ज़ीतने वाले सब चोर-उचक्के है । इनको कोई कानूनी ज्ञान नहीं है । ये भी शर्म नहीं आई की 25 तारीख की सुबह तक कानूनी ज्ञान बघारने वाले जो बता रहे थे की किसी हाल में हमारा केस नहीं सुना जायेगा !
मित्रो यहाँ मै किसी का विरोधी नहीं हु क्योकि मैंने भारत के इतिहास से यही सीखा है कि हमे मुठ्ठी भर विदेशियों ने इसीलिए हराया क्योकि हम कभी एकमत नहीं हो सके । यही सोचकर मुझे डर लगता है की इस अंतिम लड़ाई में हमारा भी यही हाल न हो जाये ।
ReplyDeleteमित्रो पश्चिम से अनिल बागपत जी हो या पूरब के पाठक या सुजीत जी , सबकी अपनी कमजोरी और अच्छाई है । मेरी यही इच्छा है की ये सभी अच्छे है और इस अंतिम लडाई में सभी अपना बेस्ट दे । सभी टेट सपोर्टर्स फैलाई जा रही अफवाहों में अपने स्वविवेक का इस्तेमाल करे और सही बात को पहचाने । आप जिस नेता को सही मानते है उसी को सपोर्ट करे । उससे फोन पर बात करे की वो क्या कर रहे है । उड़ रही अफवाहों के आधार पर कोई निर्णय न करे ।
ReplyDeleteलेकिन इस अंतिम लडाई में किसी न किसी टेट मेरिट ग्रुप को अपना सहयोग जरुर सुनिश्चित करे ।
सूचना==>>
ReplyDeleteआज लगभग सभी जिलो में टेट मोर्चे की मीटिंग है । सही जानकारी और सहयोग सुनिश्चित करने के लिए उसमे अवश्य प्रतिभाग करें । केवल ब्लाग की सूचना पर डिपेंड न रहे ।
धन्यवाद !
एक सर्वे के अनुसार महिलाओं को भाते हैं कम बोलने वाले
ReplyDeleteपुरुष !
आज जाकर समझा, कि.
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मनमोहन दो कार्यकाल कैसे पूरे कर
पाए।
दोस्तोँ आज हम आपको विरोधियों के पहचान बताएँगे
ReplyDelete.
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कृपया इसे कोई विरोधी न पढ़े नही तो वो अपने आपको मुझपर कमेँट करने से रोक ही नही पाएगा !
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पहला :- वो जो खुद कुछ नही करते हैं लेकिन दूसरों के काम टाँग अड़ाना ही जानते हैं !
दूसरा :- जो टीइटी मेरिट के विरोधी हैं जिनका कहीं से भी नही हो रहा है या फिर टीइटी मे ही फेल हैं !
या अभी अंडर ग्रेजुएशन हैं !
तीसरा :- जो संगठन मे कभी भी किसी प्रकार का कोई सहयोग नही दिए हैं
चौथा:- जो केवल एक दिन का नेट पैक कराते हैं और सोचते हैं कि एम॰ बी॰ खतम होने से पहले न जाने क्या क्या कर लें
पाँचवा :- ऐसे लोग जिनको 99 अच्छी बातें समझ मे नही आती है केवल और केवल 100 मे से "एक" ही बात पर आकर अटक जाते हैं !
अभी और भी हैं लेकिन समय के साथ . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . क्रमश:
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ReplyDelete.
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सुनो. . . . . . . . न
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सं
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ग
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म
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र
.
म
.
र
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"एक वक़्त तक वो मेरी ज़रूरत बनी रही ,
फिर यूँ हुआ कि
मै ही उसकी जरूरत बन गया..!"
साथियों 03/12/2014 को आप सभी भारी संख्या में शिक्षा निदेशालय इलाहाबाद अवश्य पहुचे। अगर आप सभी अभी सक्रिय न हुए तो हमारा भविष्य 100% अन्धकार में हो जायेगा। फिर बाद में बहुत पछताना पड़ेगा और तब कुछ नही होगा। हमारे कुछ मित्र ये सोचते है कि मै क्यों परेशान होंऊ जो होगा वो सभी के लिए होगा और कुछ तो ये सोचते है कि धरने या कोर्ट कचेहरी से कुछ नही होगा जो सरकार चाहेगी वही होगा।
ReplyDeleteतो मै ऐसे समझदार मित्रों को बता देना चाहता हूँ कि कला वर्ग की उच्च प्राथमिक स्तर की तीन बार टी ई टी हो चुकी है जिसमे लगभग दो लाख अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए है। लेकिन आज तक कोई भी भर्ती नही आई वही विज्ञानं गणित की 29334 हो रही है।
इसके लिए विज्ञानं वर्ग वाले कोर्ट से लेकर सरकार तक कड़ा संघर्ष किए हैं। आप लोग इन्हें देखकर भी अगर कुछ शिक्षा लेते तब भी ठीक था। और रही बात सरकार के करने या न करने की तो नये पदों के सृजन हेतु व्यौरा माँगा गया है किन्तु ये पद सीधी भर्ती द्वारा भरे जायेगे या फिर पदोन्नति से ही भर लिए जायेगे क्योकि अभी तक बेसिक शिक्षा नियमावली 1981 में कला वर्ग की सीधी भर्ती का कोई प्राविधान नही है। हम लोगो के पिछले 5 माह के अनवरत संघर्ष का ही नतीजा है कि ये व्यौरा शासन ने RTE के तहत तलब किया है बाकि आर टी ई तो 5 वर्ष से लागू है।
कुलमिला कर कहने का तात्पर्य यह है कि आप सभी कला वर्ग के साथी अब अपना अधिकार सरकार और कोर्ट से लेने के लिए सक्रिय हो जाए और एकजुट हो जाइये और संघर्ष कीजिये हमारे साथ वर्ना सब बेकार हो जायेगा। दोस्तों धरने का यही सही और उचित समय है आप सभी संघर्ष हमारे साथ मिलकर करे और याचिका दायर करने में सभी लोग सहयोग करे ताकि हम समानता की लड़ाई लड़ सके और अपनी सीधी भर्ती भी निकलवा सकें।।
संघे शक्ति सर्वदा।।
धन्यवाद
अब हम चलते हैं आपका दिन शुभ हो !
ReplyDeleteलालू और मुलायम के समधी बनने से एक बात तो तय है की यूपी के भैंसो के अच्छे दिन आ गए..अब उन्हें चारा की कमी नहीं होगी...
ReplyDeleteआज के दिन तीन वर्ष पहले हमारा विज्ञापन
ReplyDeleteजारी हुआ था ।
इस प्रकार हमारा खेल शुरू हो गया था
लेकिन विद्वान
अधिवक्ता अग्निहोत्री त्रिपाठी ने उसमें तुरंत
अमेंड करवाकर 20 दिसम्बर 2011
को संशोधित विज्ञप्ति जारी करवाई। यादव
कपिल देव लालबहादुर
ने 4 जनवरी 2012 को स्थगन प्राप्त किया ।
एकल बेंच में मामला ट्रेनी टीचर और असिस्टेंट
टीचर को लेकर चला
नियमावली में ट्रेनी टीचर का कोई कैडर
नहीं था इसलिए उस भर्ती के लिए चयन हेतु कोई
भी शासनादेश लाया जा सकता था ।
एकल बेंच ने RTE लागू होने के कारण ट्रेनी टीचर
का ऐड वापस करा दिया तथा उसपर रिलीफ
मांगने वालों की याचिका स्वीकार करने के
बावजूद भी 16 जनवरी 2013 को ख़ारिज कर
दी तथा धांधली के आरोप में चयन का आधार
भी बदल दिया ।
खंडपीठ में नये ऐड पर भी स्थगन आदेश
हो गया तथा 20 नवम्बर 2013 को खंडपीठ ने
ओल्ड ऐड को असिस्टेंट टीचर का ऐड बताकर
बहाल कर दिया तथा उसे नियमावली 1981 के
अधीन पाया ।
जबकि खंडपीठ में मैंने उस ओल्ड
की कमियों को उठवाने का प्रयास किया परन्तु
कुछ नेताओं का हित प्रभावित हो रहा था उन
लोगों ने मुद्दा नहीं उठाया जबकि जस्टिस
श्री अशोक भूषण हर कमी को दूर करने के
विचार से ही बैठे थे।
इस प्रकार सम्पूर्ण कमियों को मुद्दा बनाकर
ReplyDeleteअकादमिक पक्ष ने अपने मुकदमे को मजबूत
बना लिया है ।
अतः ओल्ड ऐड की कमी 30 नवम्बर 2011
की विज्ञप्ति को प्रभावित न करने पाये इसके
लिए मेरी टीम ने
TET मेरिट की सुरक्षा के साथ सुप्रीम कोर्ट में
अपने हितों की रक्षा के लिए पहल करने
का फैसला किया है।
वस्तुतः यदि चयन का रूल विद्यमान है तो उसे
शासनादेश से अमेंड नहीं किया जा सकता है
अतः 1981 के रूल का अनुशरण करते हुये
14(3) के 12वें संशोधन से भर्ती हो।
उक्त विषय पर यदि मुझे सहयोग मिला तो ठीक
है न मिला फिर भी ठीक है लेकिन पहल करने
का मेरा विचार सुनिश्चित है।
क्या आपको पता है आज कौन सी तारिख है ????
ReplyDelete30-11-14
ठीक 3 साल पहले 30-11-11 को एकेद्मिक मेरिट को दफन करते हुए टेट मेरिट से विग्यापन जारी हुआ था|
dharne ki baat to shi hai magar kya sarkari tantra ko us-se fark padega. magar sab log vahan avashya pahuchen. iske saath hi court me Sr. vakil khada karne ko aarthik sahyog den. jab sab log conclg karaane delhi, mumbai, rajasthan se up k remote villagesw tak aa sakte hain to bharti ka astitva bachaane k liye nahin aa sakte? ye khel ajeeb sthiti me aa gaya hai, SC 3 counclg shuru kara k aadhar maang rahi hai, HC har candidate ko uski writ ka fisla aane tak conclg me shaamil kar de rahi hai SCERT daily paper me satyapan k news nikalwa rahi hai UP sarkar SC me old vigyaan radd karna thik prove karne ko strong vakil se bahas kara rahi hai candidates 4th counclg ki taiyaari kar rahe hain......everything is going messy...but ek baat true hai YE SARKAR CHAHTI HAI AAP KI UMMEDEN MITANA.... USI KO GALAT SIDDHH KARNE KI LADAI ANTIM MUKAAM PE HAI.....YE CD NAHIN AAPKI HONESTY SANDEH K GHERE ME HAI...AAGE AAYEN OR INHEN SADAK SE SANSAD TAK MUH TOD JAWAAB DEN..
ReplyDeleteशतरंज के इस खेल में श्वेत मोहरों के साथ खेल रही टेट मेरिट श्याम मोहरों के साथ खेल रही एकेडमिक मेरिट को मात देने के बहुत करीब है लेकिन हमें हमेशा याद रखना होगा कि हमारे प्रतिपक्षी को हारने की आदत है जबकि जीतने के सिवाय हमारे पास कोई विकल्प नहीं है !
ReplyDeleteइस विवाद को सतही तौर पर देखने पर हमारा मुकाबला सपा सरकार के साथ होता प्रतीत होगा लेकिन गहराई में जाने पर नादान से नादान व्यक्ति समझ जाएगा कि हमारा विवाद वर्तमान में प्रभावी पूरी व्यवस्था के साथ है !
ReplyDeleteटेट मेरिट से 72825 प्राथमिक शिक्षकों के दूरगामी परिणाम उससे कहीं ज्यादा व्यापक होंगे जितना आप समझ रहे हैं ,,, 3 साल के संघर्ष ने इन 72825 संभावित चयनितों को तराश कर ऐसा हीरा बना दिया है जो सम्पूर्ण व्यवस्था को प्रकाशमान करने में सक्षम हैं ....जाहिर है अँधेरे की आदी हो चुकी यह व्यवस्था हमें विद्या के मंदिरों तक पहुँचने से रोकने के लिए किसी भी हद तक जायेगी और हमें अपनी मंजिल तक पहुँचने के लिए सारी हदें पार करनी होंगी ....
ReplyDeleteहमारा केस कितना असाधारण है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पहले तो लार्जर बेंच ने केस डिसाइड करने से मना कर दिया ,हरकौली साहब केस को बीच मे ही छोड़कर चले गए ,महापात्रा साहब ने 3 महीने तक फ़ाइल को हाथ नहीं लगाया और भूषण साहब को हमारे पक्ष में फैसला देने के लिए 15th संशोधन अल्ट्रा वायरस करके 25,000 लोगों की जॉब खतरे में डालनी पड़ी ,,, सुप्रीम में पहले तो न्यायमूर्ति वी एस चौहान ने केस छोड़ा और अंत में मुख्य न्यायाधीश दत्तू सर ने हमारी किस्मत का अंतिम फैसला न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा के हाथों में सौंप दिया ,,
ReplyDeleteअभी तक तो हमारा केस जज ही लड़ते रहे हैं लेकिन 26 की सुनवाई में दीपक जी ने अमरेन्द्र शरण जी के किसी भी हालत में खेल के नियम खेल के नियम बीच में ना बदले जा सकने के तर्क से असहमति जताकर इस बात का संकेत दे दिया है कि वो हमारे वकीलों की कड़ी परीक्षा लेने जा रहे हैं ....
ReplyDeleteपेट्रोल-डीजल हुआ सस्ता, कीमतें आधी रात से लागू ----------
ReplyDeleteपेट्रोल की कीमतों में 91 पैसे और डीजल की कीमतों में 84 पैसे की कमी की गई है।
कम हुई कीमतें आज आधी रात के बाद लागू हो जाएंगी।
उस जीवन के वचन
ReplyDelete.
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"धन्य है वह मनुष्य, जो परीक्षा में स्थिर रहता है; क्योंकि वह खरा निकल कर जीवन का वह मुकुट पाएगा, जिस की प्रतिज्ञा प्रभु ने अपने प्रेम करने वालों को दी है।''
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याकूब 1:12
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ReplyDelete.
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सुनो. . . . . . . . न
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सं
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ग
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म
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र
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म
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र
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मुश्किल है अपना मेल प्रिये,
ये प्यार नही है खेल प्रिये ।
तुम फौजी अफ़्सर की बेटी हो,
मैं तो एस.आइ. का बेटा हूँ।
तुम एम.ए. फ़र्स्ट डिवीजन हो,
मैं हुआ मैट्रिक फ़ेल प्रिये ।
मुश्किल है अपना मेल प्रिये,
ये प्यार नही है खेल प्रिये ।
तुम रबडी खीर मलाई हो ,
मैं सत्तू सपरेटा हूँ ।
तुम ए. सी. घर में रहती हो,
मैं पेड के नीचे लेटा हूँ ।
तुम नयी मारूती लगती हो,
मैं स्कूटर लम्बरेटा हूँ ।
इस कदर अगर हम छुप -छुप कर,
आपस मे प्रेम बढायेंगे ।
तो एक रोज़ तेरे डैडी जी
अमरीश पुरी बन जायेंगे ।
सब हड्डी पसली तोड मुझे ,
भिजवा देंगे वो जेल प्रिये।
मुश्किल है अपना मेल प्रिये,
ये प्यार नही है खेल प्रिये ।
तुम अरब देश की घोडी हो ,
मैं हूँ गदहे की नाल प्रिये ।
तुम दीवली का बोनस हो ,
मैं भूखों की हडताल प्रिया ।
गुड RATRI
नब्बे आठ
insha Allah tetians kl bhi jeete the aur aage bhi jeetenge qki Allah sachchon k sath h.buron ka moonh kala hoga aur tetians ka bolbala hoga insha Allah.
ReplyDelete