रेलवे परीक्षा में साल्व कॉपी के साथ चार गिरफ्तार
इलाहाबाद : रेल भर्ती प्रकोष्ठ (आरआरसी) उत्तर मध्य रेलवे द्वारा आयोजित ग्रुप डी की भर्ती परीक्षा फिर सवालों के घेरे में आ गई है। रविवार को परीक्षा शुरू होने से कुछ घंटों पूर्व पर्चे की कथित साल्व कॉपी बेचते चार युवकों को दबोच लिया गया। इलाहाबाद और लखनऊ जिले की स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने संयुक्त कार्रवाई में चारों युवकों को सुबह सिविल लाइंस में सुभाष चौराहे से पकड़ा। पकड़े गए युवकों में दो प्रतापगढ़ और दो इलाहाबाद के हैं।
रेल भर्ती प्रकोष्ठ, उत्तर मध्य रेलवे की ओर से रविवार को गु्रप डी भर्ती परीक्षा जिले में कई केंद्रों पर आयोजित की गई थी। मैनपुरी जिले के घिघोर इलाके दीपक यादव यहां झूंसी के एक केंद्र पर परीक्षा देने सुबह ही आया था। आरोपित है कि दीपक सॉल्वर गिरोह के संपर्क में था। एसटीएफ इलाहाबाद और लखनऊ की टीम गिरोह के सदस्यों के मोबाइल फोन नंबर सर्विलांस पर लगाए हुए थीं। फोन पर हुई वार्ता से पता चला था कि दीपक और उसके छोटे भाई संजय की साल्व कॉपी देने वालों से सुबह आठ बजे के आसपास सिविल लाइंस के सुभाष चौराहे पर मुलाकात होगी। इस पर एसटीएफ लखनऊ टीम के प्रभारी त्रिलोकी सिंह और इलाहाबाद टीम के प्रभारी नावेंदु सिंह अपने सहयोगियों के साथ उनके पीछे लग गए। सिविल लाइंस के हनुमत निकेतन मंदिर पर पहुंचकर एसटीएफ ने क्षेत्रीय थाना पुलिस को भी गिरोह के सदस्यों की घेराबंदी के लिए बुला लिया। साल्व कॉपी देने वाले वैगन आर कार में सवार थे। उन्होंने सुभाष चौराहे पर दीपक को साल्व कॉपी दी और पैसे मांगे। कॉपी लेकर दीपक तो वहां से चला गया मगर संजय का पैसों के लेन-देने को लेकर साल्व कॉपी देने वालों से झगड़ा हो गया। उन सभी ने संजय से मारपीट कर पैसे छीन लिए। वह पैसे छीनने वालों की शिकायत करने सिविल लाइंस थाने जा रहा था, तभी एसटीएफ टीम वहां पहुंच गई और साल्व कॉपी बेचने वाले चार युवकों को वैगन आर कार घेरकर पकड़ लिया। सिविल लाइंस थाने पर लाकर उनसे पूछताछ की गई तो उनकी पहचान प्रतापगढ़ जिले के कंधई क्षेत्र में रहने वाले अवनीश पटेल, प्रमोद पटेल और इलाहाबाद जिले के मेजा क्षेत्र के अमिलवां गांव के इमरान अली एवं खीरी के शेरडीह गांव के बालेश्वर अंबेदकर के रूप में हुई। चारों के पास से सॉल्व काफी की 20 प्रतियां, सात हजार रुपये नकद और सात मोबाइल फोन बरामद हुए है। एसटीएफ रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ में उनकी घुसपैठ का पता लगाने में जुटी है। एसटीएफ प्रभारी नावेंदु सिंह के मुताबिक साल्व कॉपी का रेलवे परीक्षा के पर्चे से मिलान कराया जा रहा है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि वाकई में उनका नेटवर्क रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ तक है या फिर वह परीक्षार्थियों को ठगने के लिए संभावित सवालों का जवाब लिखकर बेचते थे
News Sabhar : Jagran Publish Date:Sun, 23 Nov 2014 08:46 PM (IST) | Updated Date:Sun, 23 Nov 2014 08:46 PM (IST)
इलाहाबाद : रेल भर्ती प्रकोष्ठ (आरआरसी) उत्तर मध्य रेलवे द्वारा आयोजित ग्रुप डी की भर्ती परीक्षा फिर सवालों के घेरे में आ गई है। रविवार को परीक्षा शुरू होने से कुछ घंटों पूर्व पर्चे की कथित साल्व कॉपी बेचते चार युवकों को दबोच लिया गया। इलाहाबाद और लखनऊ जिले की स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने संयुक्त कार्रवाई में चारों युवकों को सुबह सिविल लाइंस में सुभाष चौराहे से पकड़ा। पकड़े गए युवकों में दो प्रतापगढ़ और दो इलाहाबाद के हैं।
रेल भर्ती प्रकोष्ठ, उत्तर मध्य रेलवे की ओर से रविवार को गु्रप डी भर्ती परीक्षा जिले में कई केंद्रों पर आयोजित की गई थी। मैनपुरी जिले के घिघोर इलाके दीपक यादव यहां झूंसी के एक केंद्र पर परीक्षा देने सुबह ही आया था। आरोपित है कि दीपक सॉल्वर गिरोह के संपर्क में था। एसटीएफ इलाहाबाद और लखनऊ की टीम गिरोह के सदस्यों के मोबाइल फोन नंबर सर्विलांस पर लगाए हुए थीं। फोन पर हुई वार्ता से पता चला था कि दीपक और उसके छोटे भाई संजय की साल्व कॉपी देने वालों से सुबह आठ बजे के आसपास सिविल लाइंस के सुभाष चौराहे पर मुलाकात होगी। इस पर एसटीएफ लखनऊ टीम के प्रभारी त्रिलोकी सिंह और इलाहाबाद टीम के प्रभारी नावेंदु सिंह अपने सहयोगियों के साथ उनके पीछे लग गए। सिविल लाइंस के हनुमत निकेतन मंदिर पर पहुंचकर एसटीएफ ने क्षेत्रीय थाना पुलिस को भी गिरोह के सदस्यों की घेराबंदी के लिए बुला लिया। साल्व कॉपी देने वाले वैगन आर कार में सवार थे। उन्होंने सुभाष चौराहे पर दीपक को साल्व कॉपी दी और पैसे मांगे। कॉपी लेकर दीपक तो वहां से चला गया मगर संजय का पैसों के लेन-देने को लेकर साल्व कॉपी देने वालों से झगड़ा हो गया। उन सभी ने संजय से मारपीट कर पैसे छीन लिए। वह पैसे छीनने वालों की शिकायत करने सिविल लाइंस थाने जा रहा था, तभी एसटीएफ टीम वहां पहुंच गई और साल्व कॉपी बेचने वाले चार युवकों को वैगन आर कार घेरकर पकड़ लिया। सिविल लाइंस थाने पर लाकर उनसे पूछताछ की गई तो उनकी पहचान प्रतापगढ़ जिले के कंधई क्षेत्र में रहने वाले अवनीश पटेल, प्रमोद पटेल और इलाहाबाद जिले के मेजा क्षेत्र के अमिलवां गांव के इमरान अली एवं खीरी के शेरडीह गांव के बालेश्वर अंबेदकर के रूप में हुई। चारों के पास से सॉल्व काफी की 20 प्रतियां, सात हजार रुपये नकद और सात मोबाइल फोन बरामद हुए है। एसटीएफ रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ में उनकी घुसपैठ का पता लगाने में जुटी है। एसटीएफ प्रभारी नावेंदु सिंह के मुताबिक साल्व कॉपी का रेलवे परीक्षा के पर्चे से मिलान कराया जा रहा है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि वाकई में उनका नेटवर्क रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ तक है या फिर वह परीक्षार्थियों को ठगने के लिए संभावित सवालों का जवाब लिखकर बेचते थे
News Sabhar : Jagran Publish Date:Sun, 23 Nov 2014 08:46 PM (IST) | Updated Date:Sun, 23 Nov 2014 08:46 PM (IST)