UPTET / ShikshaMitra : सीएम के आश्वासन से अनुदेशकों में जगी आस
गौरा, प्रतापगढ़ : अनौपचारिक शिक्षा के अनुदेशकों में मुख्यमंत्री अखिलेश सिंह यादव के आश्वासन से एक बार फिर शिक्षक बनने की आस बलवती होने लगी है। स्कूल न जाने वाले 6 से 14 वर्ष के बच्चों को प्राथमिक शिक्षा दिलाने के लिए प्रत्येक गांव में अनौपचारिक शिक्षा योजना के जरिए अनुदेशकों की नियुक्ति की गई थी। उन्हें पठन-पाठन सामग्री के साथ प्रत्येक माह मानदेय भी दिया जाता था। यह योजना केन्द्र सरकार द्वारा संचालित थी। वर्ष 2001 में यह योजना बंद कर दी गई। इस विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों का समायोजन तो कर लिया गया, लेकिन पर्यवेक्षकों व अनुदेशकों का समायोजन न होने से वे बेरोजगार रह गए। कई बार प्रशिक्षण व लंबे समय तक कार्य करने के नाते अनुदेशक पूर्णत: प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक बनने की बाट जोह रहे हैं। पूर्व में सपा सरकार में ही अनुदेशकों को प्रथम वरीयता के आधार पर ही शिक्षामित्रों के पदों पर तैनाती मिली, किन्तु सीटें सीमित होने से उम्रदराज होने वाले काफी अनुदेशक अभी भी बेरोजगार हैं। सूबे की बसपा सरकार में भी कई बार अनुदेशकों ने लखनऊ में धरना दिया। धरने में सपा नेता शिवपाल यादव व सांसद अखिलेश सिंह यादव से समस्याओं के निदान का आश्वासन मिला था। सपा सरकार बनने पर गत दिनों अनौपचारिक शिक्षा अनुदेशक एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष चतुर्भुज सिंह के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री से मिला तो उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है। गौरा ब्लाक में अनुदेशक संघ की बैठक में मुख्यमंत्री के आश्वासन की सराहना की गई। साथ ही 16 अप्रैल को लखनऊ कूच करने का निर्णय लिया गया। बैठक में ठाकुरद्दीन, दिलीप शर्मा, उदयशंकर मिश्र आदि मौजूद रहे।
News : Jagran (11.4.12)
DOSTO,
ReplyDeleteHAMARE DO SATHI JO AB IS DUNIYA ME NAHIN HAIN UNKE PARIWAR KE PRATI APNI GAHAN SAMWEDANA VYAKT KARTE HAIN.
SATH HI ISWAR SE YE PRARTHNA KARTE HAIN KI HE ISWAR UNKE PARIWAR KO IS DUKH KO SAHNE KI SAKTI PRADAN KARE.
DOSTO,
HAMARE SATHI IS LADAI K SHAHID HAIN AUR UNKE BALIDAN KO HUM VYARTH NAHI JANE DENGE.
HAM DUKHI PARIWAR KI HAR SAMBHAW SAHAYTA K LIYE SARWTHA TATPAR HAIN.
Mera yeh manana hai ki sirf aashwashan se kaam nahi banne wala hai ,aakhir kab tak log apni jaan gawaenge.kabhi -kabhi to mera bhi dhairya jawab de jaata hai.hum berojgaaron ko rojgar chahiye,baatein nahi naukari do hume............
ReplyDeleteKal koi faisla nahi aaya dubara meeting 18 ko
ReplyDeleteSource-
http://epaper.amarujala.com/svww_zoomart.php?Artname=20120412a_016190017&ileft=805&itop=775&zoomRatio=136&AN=20120412a_016190017