HTET : गेस्ट टीचरों की सीधी भर्ती मामले का विरोध
4 वर्ष के अनुभव वाले शिक्षकों को बिना पात्रता परीक्षा पास किए भर्ती में शामिल करने के विरोध में पात्र अध्यापकों ने रविवार को हिसार , गुड़गांव , रोहतक और अंबाला मंडलों पर प्रदर्शन किया। इस दौरान लोगों ने पात्रता परीक्षा से संबंधित सर्टिफिकेट्स जलाए।
पात्र अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने कहा कि हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट भी नियमित भर्ती में पात्रता परीक्षा में छूट के निर्णय को पूर्व में असंवैधानिक ठहरा चुके हैं और अतिथि अध्यापकों की नियुक्तियों को बैक डोर एंट्री व गलत बता चुके हैं। अतिथि अध्यापकांे के मोह में सरकार न्यायालय के फैसलों को भी ठंेगा दिखाने से बाज नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि पात्रता परीक्षा में छूट संबंधी निर्णय के लिए मुख्यमंत्री ने जानबूझ कर कैबिनेट की बैठक तक नहीं बुलाई , बल्कि सभी मंत्रियों को अलग - अलग फाइल भेज कर हस्ताक्षर करवाए गए। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री को आभास था कि बैठक में इस निर्णय का भारी विरोध हो सकता है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारी भी इस फैसले का पुरजोर विरोध कर रहे थे , लेकिन मुख्यमंत्री के अतिथि अध्यापकों के मोह के आगे उनकी एक न चली। उन्होंने कहा कि वर्ष 2008 में पात्रता परीक्षा लागू करते समय शिक्षकों की गुणवत्ता में सुधार के लिए पात्रता परीक्षा को जरूरी बताया गया , परंतु आज जब 1 लाख गरीब व होनहार युवा दिनरात मेहनत कर परीक्षा पास कर चुके हैं , तो मुख्यमंत्री के लिए अब शिक्षा में गुणवत्ता का नहीं बल्कि अतिथि अध्यापकों को बनाए रखने का सवाल ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है।
राजेंद्र शर्मा ने कहा कि यदि सरकार ने निर्णय वापस नहीं लिया तो पात्र अध्यापक एक मई को संविधान स्थल रोहतक में सामूहिक आत्मदाह कर लेंगे। संघ की महिला विंग की प्रदेशाध्यक्ष अर्चना सुहासिनी ने कहा कि जो अतिथि अध्यापक 4 बार पात्रता परीक्षा देने के बावजूद भी पास नहीं हो पाए , उनसे उच्चकोटि के शिक्षक होने की उमीद कैसे की जा सकती है। इस अवसर पर पात्र अध्यापक संघ हिसार के जिला प्रधान पवन चमारखेड़ा , फतेहाबाद के प्रधान बिजेंद्र लहरिया , सिरसा के प्रधान नानकचंद , जींद के प्रधान सुनील ढिल्लो , महिला नेता सुनिता लोंबरोड , सुनीता कुंडू , आरती टोहाना के अलावा सैकड़ांे की संख्या में पात्र अध्यापक उपस्थित थे।
News : NavBharat Times (17.4.12)
Working teachers working as teacher from several year in primary school so inko tet se exemption to milne hi chahiye good diction taken by hariyana governme as well as up gov follow it in view of 23 .8 2010 ncte notification para 4 also,
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