बेसिक शिक्षा परिषद के उच्च प्राथमिक स्कूलों में विज्ञान और गणित विषय के 29,334 सहायक अध्यापकों की भर्ती में अड़चन से बचने के लिए बेरोजगारों ने सुप्रीम कोर्ट में कैविएट दायर की है। बेरोजगारों ने एहतियान यह कदम उठाया है ताकि यदि सरकार सुप्रीम कोर्ट जाए तो अभ्यर्थियों का पक्ष भी सुना जाए।
25 मार्च 2014 को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 72,825 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया तो शुरू हो गई। लेकिन 29,334 शिक्षकों का मामला लटका रहा। इसे शुरू कराने के लिए ब्रम्हदेव यादव, देवेन्द्र यादव और कृष्ण कुमार आदि आवेदकों ने याचिका की जिस पर हाईकोर्ट ने 29 मई को दो महीने में नियुक्ति के आदेश दे दिए।
इसके बाद एक अन्य अभ्यर्थी आलोक कुमार दीक्षित टीईटी मेरिट पर 29,334 शिक्षकों की भर्ती के लिए याचिका दायर की जो 12 जून को खारिज हो गयी। सरकार ने एकेडमिक रिकार्ड के आधार पर भर्ती के लिए न्याय विभाग से राय मांगी है। जिस पर अभ्यर्थियों ने सुप्रीम कोर्ट में 23 जून को कैविएट दायर कर दी। ताकि यदि सरकार भविष्य में सुप्रीम कोर्ट जाती है तो एकेडमिक मेरिट पर भर्ती की मांग कर रहे अभ्यर्थियों का पक्ष भी सुना जाए।
भर्ती पहले होने पर कम मेरिट वालों को लाभ
29,334 शिक्षकों की भर्ती पहले होने पर 72,825 प्रशिक्षु शिक्षकों की नियुक्ति में कम मेरिट वालों को लाभ मिलेगा। दरअसल 72,825 प्रशिक्षु शिक्षकों के लिए हजारों ऐसे आवेदक हैं जिन्होंने 29 हजार में भी फार्म भरा है। विज्ञान और गणित बैंकग्राउंड के इन आवेदकों के टीईटी 2011 में हाई मेरिट है। अब यदि 29 हजार शिक्षकों की भर्ती पहले होती है तो हाई मेरिट वाले इसमें नौकरी पा जाएंगे। इससे कम मेरिट वालों को 72,825 की भर्ती में मौका मिल जाएगा।
29334 Junior High School Teacher Aspirant Group : https://www.facebook.com/groups/uptetjnrteacher/
Mujhe toh ku6 bhi samajh nahi aa raha hai. ..ki ye government jisne hm tetians ko khoon k aanshoo rulaye hai...vahi government.....
ReplyDelete(..1.68 shiksha mitra+72, 825) teachers ki counselling ek sath july mei kar rahi...I dont believe. ..hme weak nahi hona ....khushi mei...
Khushi k sath sath...court ki bhi poori taiyari rakhni hai...
साथियो अभी सरकार की बातों में आ जाना हमारे लिए नुकसानदायक हो सकता है। ये सरकार की चाल प्रतीत हो रही है, जिससे की हम कुछ आंदोलन आदि न करें और वह शिक्षामित्रों का समायोजन बिना किसी परेशानी के कर ले। इसीलिए साथियो चोकन्ना रहने की आवश्यकता है। ऐसा न हो कि हम त्रिशंकु की तरह बीच में ही लटक जाएँ।
ReplyDeleteAvmanna ka kesh puri majbuti se banana h friends ...nhi to ye dhokhebaaj sarkar kuch bhi kr skti hai....
ReplyDeleteगुमनाम हसरतो के नाम एक ख़त ......
ReplyDelete!
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जानते हो , बरसों बीत गये .....
मैं खामोश रहा......
बस “वक्त” बोलता रहा. वह छण जब तुम्हे पहली बार देखा था आज भी ठहरा हुआ है मुझमे..... I
सब कुछ तेजी से बदला जिंदगी,
जरूरते, प्राथमिकताये, रिश्ते पर तुम “शिलालेख” सी अमिट रही..... I
जनता हूँ तुम न मेरी हमसफ़र हो
न हमकदम न जीवनार्थ हो न मेरा सारांश....... I
मेरे लिए तुम “शब्द” मात्र हो जिसका अर्थ है “ख़ुशी”..... I
न तुम्हे पाने की चाह है न खोने का डर..... I
तुम नहीं हो मेरे पास,
मेरे साथ फिर भी मेरी रग रग में तुम हो
और उसी होने के “आनंद” को जीता हूँ मैं.... I
कह नहीं पाया तुमसे,
पर यह सच है की तुम मेरा आधार हो जिसके भरोसे मेरा वजूद खड़ा है..... I
मेरी हर उपलब्धि खोने, पाने, गिरने, उठने में तुम शामिल हो..... I
याद होगा तुम्हे जब मैं रोता तुम्हारी पहलू में बिखरा था
तुम्हारी हथेलियों ने संभाल दिया था मुझे....
दिन में कई बार उस छुअन को टटोलकर महसूस करता हूँ...
और बस एक दुआ मांगता हूँ कि
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“तुम अगले जनम में मिल जाना...
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वरना सात जनमो तक जी न पाउँगा”I
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वरना सात जनमो तक जी न पाउँगा”I
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वरना सात जनमो तक जी न पाउँगा”I
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तुम्हारा
Wahi Left heart wala
DEV