News Sabhaar : Amar Ujala (15.6.14)
सरकारी नौकरी शिक्षक भर्ती/नियुक्ति परिणाम / टीईटी Sarkari Naukri Recruitment/Appointment Result. Latest/Updated News - UPTET, CTET, BETET, RTET, APTET, TET (Teacher Eligibility Test) Merit/Counselling for Primary Teacher(PRT) of various state government including UP, Bihar
Sunday, June 15, 2014
BTC : समायोजन के विरोध में जाएंगे कोर्ट
News Sabhaar : Amar Ujala (15.6.14)
90 comments:
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तो ये है काउंसलिँग मेँ देरी का कारण-
ReplyDelete.
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aaj puri jankari li gayi ki aakhir ye data feeding aur merging ka chakkar kya hai jo itna late lag rha hai jaisa ki aap jante hai mai har baat dekhi hui likhta hu suni nhi to
1- jis formet me feeding hui thi usme 22 coulam the
2- jisme data merge ho raha hai usme 24 coloum hai
3- jin 65 lakh farmo me data feed kiye gaye the unme tet marks aur dob aur anya chijo me 2011 me kafi galtiya ki gayi thi kyoki us time process offline hona tha
4- jo data idher feed hue hai wo to thek hai pahle wale me ek ek frm chek karke usko wo log sahi bhar rahe hai
5- scert ne data merging me jo 2 coloum bada diye hai usme bhi mobile number ki jagah 0 aur pate me diet karke bhara ja rha hai
6- jha 35000 ke karib frm aaye hai wha austan 200 logo ke tet marks pahle galat bhare gaye hai to sitapur me to aur bhi galat bhare gaye hoge
7-aaj sunday ko bhi kam chala
8- mujse ye bhi kaha gaya ki galat tet marks nhi bhar sakte koki isi se rank banani hai
9- jab maine kaha 30 june tak kam ho jayega to bole tb tk to hamri naukari chali jayegi bs 2 ya 3 din ke anadr sab kam kar dege
yha liki sari baatae khi suni nhi gayi hai kyoki mai sune pe viswas nhi karta
apka din shub ho
देश मे नकल विहीन उपाधि /शिक्षा देने वाला कोई विद्यालय / विश्वविद्यालय बचा है क्या ?? शिक्षक/ शिक्षा माफिया चंद पैसों के लिए देश की शिक्षा और शिक्षार्थी की जड़ें खोखली कर देश के भविष्य को गर्त मे ढकेलने मे लगे हैं । अफसोस उत्तर प्रदेश इसमे अग्रणी भूमिका निभा रहा है । देश की शिक्षा व्यवस्था को देखकर तो लगता है कि शिक्षा अधिकार कानून अपने मूल उद्देश्य से भटक कर केवल अंक पत्र /उपाधि वितरित करने तक सीमित रह गया है । सभी के लिए शिक्षा देने के लिए किए जाने वाले उपाय और निजीकरण को बढ़ावा शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने की बजाय गिरा रहे है ।
ReplyDeleteशिक्षा मित्रों की नियुक्ति बन सकती है सरकार के गले की फांस
ReplyDeleteदेने होंगे कई सवालों के जवाब
श्यामल कुमार त्रिपाठी
लखनऊ। वर्तमान में प्रदेश शिक्षकों की बड़ी कमी से जूझ रहा है। एक तरफ इस कमी को दूर करने के लिए मायावती शासन में टीईटी के बाद 72825 पदों पर शिक्षकों की नियुक्ति होनी थी जो निजाम बदलते ही खटाई में पड़ गई। वर्तमान सरकार वोट की राजनीति करते हुए इन नियुक्तियों को लटकाए हुए है और लगभग 2 लाख शिक्षा मित्रों को बिना टीईटी पास किए हुए सहायक अध्यापक बनाने पर तुली हुई है। सही है वह सरकार हैं जो चाहे वो कर सकते हैं, लेकिन टीईटी से तो उनको छूट मिल गई परन्तु ये सारे शिक्षामित्र इंटर पास थे और सहायक अध्यापक बनने के लिए स्नातक होना आवश्यक है। इस मुद्दे पर सरकार ने कहा कि जिन शिक्षा मित्रों ने स्नातक पूरा कर लिया है उन्हें तत्काल सहायक अध्यापक बनाया जायेगा और जिन्होंने स्नातक नहीं किया है उन्हें तीन साल का समय दिया जायेगा जिसमें वह स्नातक होने के बाद स्थायी नियुक्ति पा सकेंगे। मैं सरकार से ये पूछना चाहता हूं कि इन शिक्षामित्रों की शिक्षा मित्र बनने के लिए पात्रता इंटरमीडिएट है और लगभग 80 प्रतिशत शिक्षा मित्र इंटर पास करने के तुरंत बाद शिक्षा मित्र बन गए थे। क्या सरकार हमें बताएगी कि इतनी बड़ी संख्या अगर इंटरमीडिएट पास शिक्षा मित्रों की थी तो उन्होंने स्नातक कब किया। क्या स्नातक करने के लिए उन्होंने विभाग से अनुमति मांगी थी या फिर वह कहने तो शिक्षा मित्र रहे, सरकार से वेतन भी उठाते रहे और वह बच्चों को पढ़ाने के बजाय अपना स्नातक कम्पलीट करते रहे या कोई और कार्य करते रहे। ये सवाल इसलिए भी है कि शिक्षा मित्र जब शिक्षा मित्र है तो उस समय वह कोई और कार्य कैसे कर सकता है और अगर उसने किया है तो यह बात तय है कि उसने बच्चों को पढ़ाने का कार्य तो नहीं किया। सरकार हमें बताए कि जिन शिक्षा मित्रों ने पढ़ाई के नाम या किसी और नाम पर अपनी अध्यापक होने की गरिमा को ताक पर रख दिया हो ऐसे शिक्षा मित्र सहायक अध्यापक कैसे बन सकते हैं। इतना ही नहीं उनकी स्नातक की डिग्री मान्य कैसे हो सकती है क्योंकि कानून के अनुसार आप एक तरफ अध्यापक बनने के साथ-साथ कोई और कार्य अर्थात शिक्षा ग्रहण करने का कार्य या कोई और नौकरी नहीं कर सकते। ये गैर कानूनी है। क्या सरकार को यह बात नहीं पता या सरकार जानते हुए सिर्फ वोट के लिए अपनी आंखें बंद कर ली है। ऐसा नहीं है कि मैं हवा में बातें कर रहा हूं। प्रदेश के हर जिले में शिक्षा मित्रों की इस तरह की धांधली सामने आ रही है। सरकार को इनको सहायक अध्यापक बनाने के पहले जनता के इन सवालों का जवाब देना होगा और सिर्फ जनता को ही नहीं शायद आने वाले समय में कोर्ट को भी जवाब देना पड़ेगा।
क्योंकि जो भी शिक्षा मित्र इंटर पास करने के बाद शिक्षा मित्र बने थे, जिनकी संख्या पूरी शिक्षा मित्रों की 80 प्रतिशत है उन्होंने इस पद पर रहते हुए स्नातक कैसे कर लिया। उन्हें किसी ने रोका क्यों नहीं और अगर उस समय नहीं रोका तो इस समय उसी स्नातक के बल पर इन्हें स्थायी नौकरी कैसे मिल सकती है। इन्हें नौकरी तो दूर ऐसे शिक्षा मित्रों पर जालसाजी का मुकदमा करना चाहिए और उनको हवालात में पहुंचा देना चाहिए। बावजूद इसके प्रदेश सरकार सिर्फ वोट के लिए इन सारी बातों को दरकिनार किए हुए है। आने वाले समय में शिक्षा मित्रों की नियुक्ति को देश की कानून व्यवस्था किस नजरिए से देखेगी और उस पर क्या निर्णय लेगी, यह बहुत ही दिलचस्प होगा।
ReplyDeleteसाथियों उत्तर प्रदेश सरकार 16
ReplyDeleteजून 2014 को , अपनी टाइम
एक्सटेंसन एप्लीकेशन
को सुप्रीमकोर्ट में नई
ग्रीष्मकालीन विशेस बेंच में
मेंशन कराने जा रही है
जिसकी नोटिस हमें प्राप्त हो गई
है , और 16 तारीख के बाद
इसी सप्ताह की किसी भी तारीख
को टाइम एक्सटेंसन एप्लीकेशन पर
बहस हेतु डेट लग जाएगी और उसपर
बहस भी हो जाएगी .
( जैसा की आपको पता है की पूर्व
में जब , hon बी एस चौहान
जी द्वारा टाइम एप्लीकेशन
सुनाने से इंकार करने के बाद ,
रजिस्टार ने भी अपने स्तर से
सम्बंधित कोर्ट में मेंसेन न
करके , उत्तर प्रदेश सरकार
को सीधे तत्कालिक कोर्ट में
मेंसेन करने को कहा है , इसी के
तहत उत्तर प्रदेश सरकार के
वकील ,पहले नई ग्रीष्मकालीन
विशेस बेंच में टाइम एक्सटेंसन
एप्लीकेशन को मेंसेन कराएँगे
तत्पश्चात , जज महोदय उस
एप्लीकेशन की सुनवाई के लिए कोई
नई तारीख सुनिश्चित करंगे ),
,,,,, वर्तमान परिस्थितियों में ,
हमारी भर्ती पर उत्तर प्रदेश
सरकार के ढुलमुल रवैये के
मद्देनजर , जिस भी तारीख को टाइम
एक्सटेंसन एप्लीकेशन पर बहस
होगी वह तारीख बहुत
ही महत्वपूर्ण होने जा रही है ,,,
इस तारीख पर उत्तर प्रदेश सरकार
का पूरा प्रयास रहेगा की उन्हें
12 सप्ताह का समय मिल जाए
,,, परन्तु हमारा प्रयास
रहेगा की हम अपने बढ़िया से
बढ़िया वकीलों के माध्यम से आने
वाली अगली तारीख पर
१. उत्तर प्रदेश सरकार के
भर्ती के प्रति अपनाये जा रहे
ढुलमुल रवैये को माननीय सुप्रीम
कोर्ट से परिचित कराया जाये .
२. हमारा प्रयास रहेगा की उत्तर
प्रदेश सरकार का ७२८२५
भर्ती पूरा करने हेतु अतरिक्त
समय न मिले , और यदि कुछ अतरिक्त
समय मिलता भी है तो वह
इतना बाध्यकारी हो की आगे , कोर्ट
में समय सीमा बढाने की कोशिस न
कर सके,,,,,,,,,,,,,,
वर्तमान में माननीय सर्वोच्च
ReplyDeleteन्यायालय के 25 मार्च के आदेश
में 12 सप्ताह की समय सीमा के
पश्चात , बन रहे न्यायिक अवमानान
केस के विभिन्न तकनिकी और
महत्वपूर्ण पहलूवो पर हम बराबर
नजर बनाये हुए है ,,,,,परन्तु
वर्तमान में हमारा सारा ध्यान
उत्तर प्रदेश सरकार के टाइम
एक्सटेंसन एप्लीकेशन पर है ,,,,,,,
टाइम एक्सटेंसन एप्लीकेशन पर
कोर्ट में बहस के बाद , माननीय
न्यायालय का क्या रुख या आदेश
होता है ,,, इसी के पश्चात हम तय कर
पाएंगे के न्यायालीय अवमानना पर
हमें क्या करना है ,,,,,,,,
मै उत्तर प्रदेश के
सभी जिला अध्यक्षों तथा सक्रीय
सदस्यों से अपील करता हू की ,
यदि आज ७२८२५ भर्ती में हम
मजबूती से खड़े है तो उसका कारण
हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीमकोर्ट
है ,, और आगे भी इस
भर्ती को निश्चित समय सीमा के
अन्दर भर्ती पूरा कराने में
भी सुप्रीमकोर्ट
की ही भूमिका महतवपूर्ण रहेगी ,,
अतः , टाइम एक्सटेंसन एप्लीकेशन
की बहुत ही महत्व पूर्ण तारीख पर
यदि बढ़िया से बढ़िया वकील
खड़ा करना अनिवार्य है ,,,, और यह
तभी संभव है की आप
सभी जिला अध्यक्षों तथा सक्रीय
सदस्यों का सहयोग और समर्थन
की प्राप्ति हमें हो ,,,,
,,,,,
भर्ती न हो गयी , बबाले जान हो गया
ReplyDeleteइधर 2012 वाले लडने को तैयार बैठे हैं , उधर सरकार लडने को तैयार बैठी है , जूनियर अलग राग अलाप रहा है।
जुलाई लास्ट तक यह क्लियर हो जायेगा कि भर्ती का भविष्य क्या है ।
प्राइमरी अध्यापिका बनने का सोचा था , मगर किस्मत तो देखो , सरकार ने कानून , धांधली , मुकदमे , संशोधन , चन्दा , मोर्चा , आन्दोलन , धरना , रिट , याचिका , हाईकोर्ट , सुप्रीम कोर्ट , नियमावली , गाइडलाईन , अंतरिम , फाईनल , अवमानना ,
उफफफफफ
न जाने कैसे कैसे प्रपंच में उलझा डाला और क्या क्या सिखा डाला ।
क्या सोचा था , क्या हो गया
कभी कभी हृदय बहुत उदास हो जाता है।
इंतजार की भी हद होती है ।
अब परिणाम कुछ भी हो , यह मसला खत्म हो जाये वही अच्छा है।
इस लचर व्यवस्था के कारण ही देश में अपराधी अपराध करने से नही डरते हैं ।
अद्यतन सूचना के अनुसार अग्रणी टेट मोर्चा के साथी दिल्ली के लिए प्रस्थान कर चुके हैं जहाँ सरकार द्वारा टाईम एक्सटेंशन पर की गयी अपील का यथोचित और मुँहतोड़ जवाब दिया जा सके....दुसरी तरफ अवमानना की भी तैयारी करनी जरुरी है ताकि सरकार को टाईम पास करने के लिए समय बिल्कुल न मिल सके...शिक्षा मित्र मामले मे भी कल महत्तवपूर्ण बहस होनी है संगठन ने अभी तक इस मामले मे कोई हाथ नही डालें हैं इस मैटर मे संगठन कल के बाद ही लगता है कोई रणनीति तैयार करेगा...वित्तीयमामले मे मै थोडा कम बोलता हूँ क्योकि आज तक तमाम विषम परिस्थितियों और आरोपो प्रत्यारोपो के बावजूद हमने दिखा दिया है कि हम क्या बला है?हमारे संगठन के तरफ से निर्बाध रुप से सहयोग संगठन को मिलता रहेगा जब तक हम कोर्ट में हैं....हम अपने साथियों से इतना अपील करेंगे की ब्रीफिंग ऐसी हो वकीलों की सरकार बेनकाब हो जाये
ReplyDelete.
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यहाँ आते-आते सूख जाती हैं सभी नदियाँ।
हमें मालूम है पानी कहाँ ठहरा है'।
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मतलब यह है मेरा कि हम सरकार के नीयत से वाकिफ है और चोट कहाँ करना है आप अग्रणी साथीगण टारगेट फिक्स कर ले।
सभी भाइयोँ से करबद्ध निवेदन है कि अनावश्यक बातोँ मेँ अपनी ऊर्जा न गवाएँ । 72825 काउंसलिँग की रुपरेखा बिल्कुल तैयार है, आगामी सप्ताह मेँ किसी भी दिन जारी किया जा सकता है ।
ReplyDelete(स्रोत-सचिवाळय)
बस आवश्यकता है तो धैर्य के साथ उन मित्रोँ का साथ एवं मनोबल बढ़ाने की जो न्यायालय कार्यवाही मेँ लिप्त है, ताकि सरकार को ज्यादा समय न प्राप्त हो सके ।
धन्यवाद ।
पुरानी पेंट रफू करा कर पहनते जाते है,
ReplyDeleteBranded नई shirt देने पे आँखे दिखाते
है
टूटे चश्मे से ही अख़बार पढने का लुत्फ़
उठाते है, Topaz के ब्लेड से
दाढ़ी बनाते है
पिताजी आज भी पैसे बचाते है ….
कपड़े का पुराना थैला लिये दूर
की मंडी तक जाते है,
बहुत मोल-भाव करके फल-सब्जी लाते है
आटा नही खरीदते, गेहूँ पिसवाते है..
पिताजी आज भी पैसे बचाते है…
स्टेशन से घर पैदल ही आते है
रिक्शा लेने से कतराते है
सेहत का हवाला देते जाते है ...
बढती महंगाई पे चिंता जताते है
पिताजी आज भी पैसे बचाते है .....
पूरी गर्मी पंखे में बिताते है,.........
सर्दियां आने पर रजाई में दुबक जाते है
AC/Heater को सेहत का दुश्मन बताते
है,
लाइट खुली छूटने पे नाराज हो जाते है
पिताजी आज भी पैसे बचाते है
माँ के हाथ के खाने में रमते जाते है,
बाहर खाने में
आनाकानी मचाते है
साफ़-सफाई का हवाला देते जाते
है,मिर्च, मसाले और
तेल से घबराते है
पिताजी आज भी पैसे बचाते है…
गुजरे कल के किस्से सुनाते है,...........
कैसे ये सब जोड़ा गर्व से बताते है........
पुराने दिनों की याद दिलाते है, ...........
बचत की अहमियत समझाते है ...........
हमारी हर मांग आज भी,फ़ौरन
पूरी करते जाते है
अब पता लगा पिताजी हमारे लिए
ही पैसे बचाते है ....
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A SALUTE TO LOVING FATHER
13 जून 2014 को बड़े भाई सदानंद मिश्रा जी के बलिया में गंगा जी किनारे स्थित आवास पर सदानंद मिश्रा जी के तिलाकोत्सव कार्यक्रम में ,,,, मै , इलाहाबाद के हमारे कई साथी तथा प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आये टेट मित्र भी शामिल हुए ,,, मै अपने तथा अपने साथियों की तरफ से सदानंद मिश्र जी को उनके मंगलमय वैवाहिक जीवन के लिए अग्रिम शुभकामनाये देता हू ..
ReplyDeleteसुप्रीमकोर्ट अपडेट ------
साथियों उत्तर प्रदेश सरकार 16 जून 2014 को , अपनी टाइम एक्सटेंसन एप्लीकेशन को सुप्रीमकोर्ट में नई ग्रीष्मकालीन विशेस बेंच में मेंशन कराने जा रही है जिसकी नोटिस हमें प्राप्त हो गई है , और 16 तारीख के बाद इसी सप्ताह की किसी भी तारीख को टाइम एक्सटेंसन एप्लीकेशन पर बहस हेतु डेट लग जाएगी और उसपर बहस भी हो जाएगी .
( जैसा की आपको पता है की पूर्व में जब , hon बी एस चौहान जी द्वारा टाइम एप्लीकेशन सुनाने से इंकार करने के बाद , रजिस्टार ने भी अपने स्तर से सम्बंधित कोर्ट में मेंसेन न करके , उत्तर प्रदेश सरकार को सीधे तत्कालिक कोर्ट में मेंसेन करने को कहा है , इसी के तहत उत्तर प्रदेश सरकार के वकील ,पहले नई ग्रीष्मकालीन विशेस बेंच में टाइम एक्सटेंसन एप्लीकेशन को मेंसेन कराएँगे तत्पश्चात , जज महोदय उस एप्लीकेशन की सुनवाई के लिए कोई नई तारीख सुनिश्चित करंगे ),
,,,,, वर्तमान परिस्थितियों में , हमारी भर्ती पर उत्तर प्रदेश सरकार के ढुलमुल रवैये के मद्देनजर , जिस भी तारीख को टाइम एक्सटेंसन एप्लीकेशन पर बहस होगी वह तारीख बहुत ही महत्वपूर्ण होने जा रही है ,,, इस तारीख पर उत्तर प्रदेश सरकार का पूरा प्रयास रहेगा की उन्हें 12 सप्ताह का समय मिल जाए
,,, परन्तु हमारा प्रयास रहेगा की हम अपने बढ़िया से बढ़िया वकीलों के माध्यम से आने वाली अगली तारीख पर
१. उत्तर प्रदेश सरकार के भर्ती के प्रति अपनाये जा रहे ढुलमुल रवैये को माननीय सुप्रीम कोर्ट से परिचित कराया जाये .
२. हमारा प्रयास रहेगा की उत्तर प्रदेश सरकार का ७२८२५ भर्ती पूरा करने हेतु अतरिक्त समय न मिले , और यदि कुछ अतरिक्त समय मिलता भी है तो वह इतना बाध्यकारी हो की आगे , कोर्ट में समय सीमा बढाने की कोशिस न कर सके ।
वर्तमान में माननीय सर्वोच्च न्यायालय के 25 मार्च के आदेश में 12 सप्ताह की समय सीमा के पश्चात , बन रहे न्यायिक अवमानना (contempt) केस के विभिन्न तकनिकी और महत्वपूर्ण पहलूवो पर हम बराबर नजर बनाये हुए है ,,,,,परन्तु वर्तमान में हमारा सारा ध्यान उत्तर प्रदेश सरकार के टाइम एक्सटेंसन एप्लीकेशन पर है ,,,,,,,
ReplyDeleteटाइम एक्सटेंसन एप्लीकेशन पर कोर्ट में बहस के बाद , माननीय न्यायालय का क्या रुख या आदेश होता है ,,, इसी के पश्चात हम तय कर पाएंगे के न्यायालीय अवमानना(contempt) पर हमें क्या करना है ,,,,,,,,
मै उत्तर प्रदेश के सभी जिला अध्यक्षों तथा सक्रीय सदस्यों से अपील करता हू की , यदि आज ७२८२५ भर्ती में हम मजबूती से खड़े है तो उसका कारण हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीमकोर्ट है ,, और आगे भी इस भर्ती को निश्चित समय सीमा के अन्दर भर्ती पूरा कराने में भी सुप्रीमकोर्ट की ही भूमिका महतवपूर्ण रहेगी ,, अतः , टाइम एक्सटेंसन एप्लीकेशन की बहुत ही महत्व पूर्ण तारीख पर यदि बढ़िया से बढ़िया वकील खड़ा करना अनिवार्य है ,,,, और यह तभी संभव है की आप सभी जिला अध्यक्षों तथा सक्रीय सदस्यों का सहयोग और समर्थन की प्राप्ति हमें हो ,,,,
पश्चिम उत्तर प्रदेश के टेट जला अध्यक्षों और सक्रीय साथियों से , सुप्रीम कोर्ट परिसर में वार्ता होगी और आगे की त्तारीख में किस सीनियर वकील को किया जाये इस पर सहमती बनाने का प्रयास किया जायेगा ,,,
,,,,,,,, जय हिन्द ,,,,,,,
बेसिक शिक्षा पिरषद के प्राइमरी स्कूलों में 1.72 लाख शिक्षािमत्रों के सहायक अध्यापक पद पर समायोजन की प्रक्रिया को हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है।
ReplyDeleteबीटीसी प्रशिक्षु शिवम राजन की ओर से दायर यािचका की सुनवाई सोमवार को जिस्टस पीकेएस बघेल की कोर्ट में होगी।
यािचकाकर्ता का तर्क है कि प्रदेश सरकार िनशुल्क और अिनवार्य शिक्षा का अधिकार अिधिनयम (आरटीई) 2009 में शिक्षक भर्ती के लिए निर्धारित न्यूनतम योग्यता में छूट नहीं दे सकती।
प्रदेश सरकार ने शिक्षािमत्रों को टीईटी से छूट दिए जाने की अनुमित केंद्र सरकार से पहले कभी नहीं मांगी है। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा पिरषद ने 23 अगस्त 2010 और 29 जुलाई 2011 की अिधसूचना में जो न्यूनतम योग्यता तय की है उसके अनुसार स्नातक, दो वर्षीय बीटीसी प्रशिक्षण के साथ टीईटी पास होना अिनवार्य है। प्रदेश सरकार बीएड िडग्रीधािरयों के मामले में िनयमों में छूट मांग चुकी है। जिंसके अनुसार उत्तर प्रदेश में बीएड िडग्रीधािरयों को मार्च 2014 तक प्राइमरी स्कूल में शिक्षक िनयुक्त करने की छूट मिली थी।
इसलिए 30 मई को अध्यापक सेवा िनयमावली 1981 में किया गया 19वां संशोधन आरटीई एक्ट के विरुद्ध है। गौरतलब है कि शिक्षािमत्रों को सितंबर 2015 तक समायोिजत करने की तैयारी है। यह प्रक्रिया 30 जून से शुरू होनी है। इसके लिए 7 जुलाई कोजिंलेवार विज्ञापन जारी होगा। 14-15 जुलाई को काउिंसिलंग करवाने के बाद 31 जुलाई तक समायोजन होना है। पहले चरण में एक महीने के भीतर लगभग 58 हजार शिक्षािमत्रों को सहायक अध्यापक की नौकरी देनी है। उत्तराखंड में टीईटी मुक्त समायोजन पर है रोकउत्तर प्रदेश से पहले उत्तराखंड सरकार भी शिक्षािमत्रों के टीईटी मुक्त समायोजन का प्रयास कर चुकी है।
4 मार्च 2014 को उत्तराखंड सरकार ने शिक्षािमत्रों के टीईटी मुक्त समायोजन का आदेश जारी किया था। जिंस पर 14 मार्च 2014 को उत्तराखंड हाईकोर्ट ने रोक लगा दी थी। यह रोक इसलिए लगाई की प्रदेश सरकार को टीईटी से छूट देने का अधिकार नहीं है।
शिक्षािमत्रों ने हाईकोर्ट में की है कैविएट उत्तर प्रदेश शिक्षािमत्र शिक्षक कल्याण सिमित ने हाईकोर्ट में कैविएट दायर कर रखी है। सिमित के प्रांतीय अध्यक्ष अनिल कुमार वर्मा ने बेिसक शिक्षा िनयमावली में संशोधन की अिधसूचना 30 मई को जारी होने के बाद हाईकोर्ट में कैविएट दायर की ताकि इस संशोधन को यिद कोई चुनौती दे तो शिक्षािमत्रों का पक्ष भी सुना जाए।
अनिल वर्मा ने बताया कि सोमवार को वे भी अपना पक्ष रखेंगे।
लूट लिया माली ने उपवन ,
ReplyDeleteलुटी न लेकिन गंध फूल की
तुफानो ने छेड़ा पर
खिड़की न बंद हुई धूल की
नफरत गले लगाने वालो , सब पर धूल उड़ाने वालो
कुछ मुखड़ो की नाराज़ी से, दर्पण नहीं मरा करता है ,
बंधुओ आप सोच रहे होंगे की कविता तो हमने पढ़ी है
यह मेरी कविता मेरे अग्रिम पंक्ति के नेताओ को समर्पित है जो
नाराज होते है तो हो जाये , लेकिन न हमने पूछने का हक़ खोया है न ही
वो हमसे मुह चुरा सकते है , जवाबदेही तो बनती है बंधुवर
मैं अलाहबाद और लखनऊ के सेनापतिओ से यह पूछना चाहता हु की
आप शेर हो इसमें शंका मात्र ही मुझे विद्रोही करार देती है
लेकिन क्या आप बड़े शिकार का सेवन करने के बाद अपनी मांद में सो रहे हो ?
अगर नहीं. तो जनता को जवाब दो की आपकी रणनीति क्या है
ध्यान रहे मैं सिर्फ ७२८२५ की बात कर रहा हु
बेशक हमने किला जीता है . जालिम हुक्मरान के सीने में खंजर घोपा है
पर इसकी जांच करना भी जरुरी है की ज़ालिम के शरीर में कही लेश मात्र भी प्राण तो नहीं बचे है
मेरी यह पोस्ट जिनके लिए समर्पित है वो मेरा आशय और मंशा दोनों से भली भांति परिचित हैं ।
M
ReplyDeleteY
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A
N
G
E
L. . . . . . . . . . . . . . G
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Tumko mil jayega mujse bahetar.muje mil jayega tum se bahtar ..
par kabhi kabhi lagta he ham mil jaye to ho sabse bahetar .......
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I MISS YOU
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M
Y
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A
N
G
E
L. . . . . . . . . . . . . . G
“Every father should remember that one day his son will follow his example instead of his advice.”
ReplyDelete.
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. Charles F. Kettering ~
ये शिक्षा मित्र जिस सरकार को अपना सबसे बड़ा खैरख्वाह समझ रहें हैं वही सरकार इनकी सबसे बड़ी शत्रु है
ReplyDeleteआज हम लोगों की बात इनको बुरी लग रही है लेकिन एक दिन ऐसा आयेगा कि ये उसी सरकार को गाली देंगे और पानी पी पी कर कोसेंगे
अरे यार उत्तराखंड हाईकोर्ट का मार्च 2014 का केस देख लो चलो दूर मत जाओ उत्तर प्रदेश हाइकोर्ट का 2011 की डिसीजन देख लो
जिसमें तुमको केवल contructual Teacher
बताया गया है
चाहो तो rules and regulations of appointment of shiksha mitr टाइप करके गूगल पर सर्च कर लो इलाहाबाद हाइकोर्ट का डिसीजन दिख जायेगा
मैं नेट मोबाइल पर यूज कर रहा हीँ वरना आपको इतनी भी कष्ट उठाने की आवश्यकता नहीं थी उस डिसीजन को ज्यों का त्यों ऐसै ही copy and paste कर देता
जैसे आज हम कोस रहे हैं इस टेढ़ी नाक के टीपू को और इसके खानदान को !
काश शिक्षा मित्रों ने टेट और फाँसी में से टेट को मंजूर
ReplyDeleteकिया होता ,काश टेट की अर्थी उठाने की जगह उसकी डोली उठाई
होती तो उनकी तथाकथित सर्वशक्तिमान सरकार और
उनका संगठन उन्हें बेवकूफ बनाकर आज उन्हें फाँसी के तख़्त पर
ना खड़ा कर पाता ,,,, लार्जर बेंच ने टेट को इतना मजबूत नैतिक
धरातल प्रदान कर दिया है कि अब कोई कोर्ट चाहे
भी तो किसी को टेट से मुक्त नही कर सकता ,,,,,
अम्बवानी ,शाही एवं बघेल की त्रयी द्वारा लिखा लार्जर बेंच
का निर्णय शिक्षा ,शिक्षक और शिक्षण के महत्त्व पर अब तक
लिखा गया गया विश्व का श्रेष्ठतम ग्रन्थ है .....
shiksha mitron ke case ki next date :19 june .............
ReplyDeletekoi rok nahi lagi hai sarkar se javaab talab kiya gaya hai ............
bahut lambi behes ke baad tathya mange gaye hain ki kis base pe samyaniyojan karenge aap ..........................
yachiyon ne sabhi tathya dikha diye sarkar ne SC ke kisi tathya ke liye manga samay ..............
जैसे राक्षसो मे कंस और रावण का नाम लिया जाता है वैसे ही कलयुग के राक्षसो मे मुल्ला यम और अक्ललेश का नाम लिया जाएगा
ReplyDeleteशिक्षा मित्रों की नियुक्ति पर लगा ग्रहण
ReplyDeleteबिना tet के नियुक्ति के विरोध में
इलाहाबाद हाई कोर्ट में
याचिका दाखिल ।
मामले की अगली सुनवाई
19को ।
ई टी वी (u.p,)
शिक्षामित्र समायोजन
ReplyDelete***************
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.हाई कोर्ट में आज की सुनवाई का विवरण
आज कोर्ट न. 32 में लगभग 18 मिनट की सुनवाई के दौरान याचियों के अधिवक्ता श्री तोमर को सुना गया। जिसमे उन्होंने इस समायोजन को लेकर अपनी बात को जज महोदय के सामने बड़े तर्कपूर्ण ढंग से रखा ।
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कुछ तथ्यों को लेकर जज महोदय ने सरकारी पक्ष के सामने अपनी शंकाएं प्रकट की। सरकारी अधिवक्ता ने इसके लिए समय की मांग की।
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जज महोदय श्री बघेल ने सरकारी पक्ष के आग्रह पर आगामी 19 जून की तिथि मुकर्रर की है ।
S.M. par 19 jun ko honi he agli sunbayi usi din lagbhag tey ho jayega S.M. Ka bhavishshye.
ReplyDelete.
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17 jun ko 72825 ke maamle mein govt ko mil sakte hain 4 ya 6 week aur
मित्रोँ
ReplyDeleteमा. न्यायाधीश महोदय जी शिक्षामित्रोँ के समायोजन पर स्टे देने ही जा रहे थे तभी बचाव पक्ष के वकील ने जवाब दाखिल करने के लिये समय माँग लिया ।
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आज जीतनी भी गोलियाँ सरकारी वकील के पास थी सब समाप्त हो गयीँ, अब अगली बार ए.के. 47 लाने के लिये बोले हैँ,
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जबकि इन्हे ये नहीँ पता कि याचिगण , तोप और मिशाइल हमेशा अपने पास रखते हैँ।
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न्यायालय की कार्यवाही एवं आज की बहँस का विश्लेषण किया जाए तो निष्कर्ष यही निकलता है कि स्थगन के लिए अभी दो दिन शेष हैँ ।
HahahahahahHahahahaha
DeleteMaja as gaya.
Chutitya mulayam
Hahahahajajà
कैविएट लगी होने के कारण शिक्षा मित्रों के पक्ष को सुनने का पूरा मौका जज साहब ने दिया है
ReplyDelete.
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अब क्या दिक्कत है
19 को भी देख लिया जायेगा ,
कौन सा तीर मार लेंगे ये
और सरकार क्या जबाब देगी आकर के
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लेकिन मरने वाले की आखिरी इच्छा जरूर पूरी की जानी चाहिए !
Lagta hai mulla yam SM ko MS (Madrsa Master ) bnayega kyoki Mulla Yam me naukari to deni hi hai kyoki SM ne niyukti ke bad Mulla yam ka statue har district me banwane ka wada Jo kiya hai.
ReplyDeleteAre bhaiyo kyu presan ho rhe ho......STAY nhi lga to.
ReplyDeleteaaj nhi lga to 2 din baad lag jayega.
2 dino me kon sa AKAL LESS OR MULLA AAM ke 4 M.P. RTE ACT main sansodhan kra lenge ki shiksha shatruo ko TET se mukti di ja sakti hai.
Sm mamle Ki aagli date 19 June.
ReplyDeleteCaveat dayer hone ke karn
Court ne state government ko bhi apna pax rakhane ka Diya mauka.
Next date 19 June ko stay lagna tay.
शिक्षामित्र मामले से जुड़े सभी लोग, पक्ष-विपक्ष, दोनों ही ज़रा सर्वोच्च न्यायालय की पांच-सदस्यीय संविधान-पीठ के इस ऐतिहासिक निर्णय पर गौर फरमाएं तो 19 को कुछ ऐसा हो सकता है जिसका मुगालता भी किसी को न होगा। ट्रेनिंग की वैधता, संविदा के दौरान स्नातक, शिक्षामित्रों की विधिक स्थिति, सब पीछे छूट सकते हैं, जैसे अनुच्छेद 14 ने 15वां संशोधन लील लिया, यदि वैसे ही 19वें को निगल जाये तो ताज्जुब की बात नहीं ! प्रश्न आजीविका के अधिकार का जो है …… वैसे बता दूँ यह मात्र निर्णय नहीं, यह निर्णय अस्थायी कर्मियों के स्थायीकरण/नियमितीकरण के मामलों में एक निर्देश है जिसे इस निर्णय के जारी होने मैंने के लिए सभी न्यायालय बाध्य है, बशर्ते इसे सही तरीके से पेश किया जाये।
ReplyDeletesathio shikahamitro ke bina tet samayojan par high court ne nahi lagayi rok. sarkar se manga jabav.::
ReplyDeleteagali date 19 june
सर्वोच्च न्यायालय की पांच-सदस्यीय संविधान-पीठ के इस ऐतिहासिक निर्णय का सार है कि नियमित पदों पर भर्ती नियमित चयन प्रक्रिया के अनुसार होनी चाहिए न कि अस्थायी कर्मियों के स्थायीकरण या नियमितीकरण से। सार्वजनिक क्षेत्र के रोजगार के मामले में संविधान की योजना के अनुसार सभी योग्य व्यक्तियों को रिक्त पदो के लिए स्पर्धा का अवसर देना, कुछ अनियमित/अवैध/अनौचित्यपूर्ण/अयोग्य को अनियमित नियुक्ति के रूप में पहले से प्राप्त लाभ को बचाये रखने और स्थायी करने से अधिक महत्वपूर्ण हैं। सार्वजनिक क्षेत्र में अस्थायी/संविदा/दैनिक मजदूरी कर्मियों को नियमित करने या न करने के मुद्दे पर यह निर्णय सम्बंधित न्यायालयों के लिए निर्देश का काम करेगा, ऐसा इस निर्णय गया है। ध्यान दें कि अवधारणा स्पष्ट करते हुए पहले विभागीय स्पष्ट किया था कि या एक गैररोजगारपरक सामुदायिक सेवा है और शिक्षामित्रों द्वारा दिए जानेवाले शपथपत्र में स्पष्ट है कि वे न राज्य सरकार या इसके किसी विभाग या अंग के कर्मचारी हैं न वे स्वयं को ऐसा समझेंगे। न्यायालय में तो बस न्याय होना चाहिए, वो भी तथ्यों की रौशनी में, इसलिए मैंने यह पोस्ट की।
ReplyDeletemr tmntbbn pls ab hamari prt k baare m hi kuch bataye
ReplyDeleteकल सुप्रीम कोर्ट में सरकार के 72825 के समय सीमा बढाने वाले केस की सुनवाई है । सरकार की अर्जेँसी अपील स्वीकार कर ली गई है ।
ReplyDeleteAaj uttar pradesh sarkar dwara ,apne wakilo venkatramani aur satymitr garg ki sahayata se samay seema extention application ko supreme court ki , hon. Vikaramjeet singh sen aur hon. Shivkirti singh ji ki gresamkalin visesh bench me court khulte hi menstion karaya gaya ......
ReplyDeleteTab hon court ne sarkari wakil se puncha ki abhi tak 25 march ke aadesh ka palan kyo nahi hua ,,, tab venkatramni ne kaha ki sir lok sabha chunav , jyada matra me form ka feeding aadi karno se abhi tak kary pura nahi hua ,,,70 jilo me kary chal raha hai kuch jilo ke kaam ab bhi baaki hai ,, ham chahte hai ki sabhi jilo ki counsaling ek sath ho ,,, anyatha ek bhi jile ka kary adhura rahne par hame contempt ka samana karna padta.....
Tab hon court ne kal 17 june ko pahle no par time application ko sunane ke liye samay nischit kar diya..
Mitro kal kin kin wakilo ko khada kiya jayega shaam tak bata diya jayega... jai hind
JAI TET
Deleteरोक संबंधी विरोधाभाषी खबरोँ के बीच हमारे बीच जब तक निर्णय की कापी नेट पर न आ जाय . कुछ कहना जल्दबाजी होगी । फिलहाल यदि न्यायालय ने सरकार से शपथ पत्र मांगा है तो सरकार को चाहिए कि वो अविलम्ब समायोजन की प्रक्रिया शुरू कर दे । काउंटर तो दाखिल होता रहेगा !
ReplyDeleteLifebuoy और Dettol 99.9% कीटाणु मारते है पर 0.1 % पुनः प्रजनन के लिए छोड़ ही देते हैं| ताकि आप इनसे बचाव के लिए ये प्रोडक्ट खरीदते रहे|
ReplyDeleteजैसा की सुप्रीम कोर्ट से सूचना मिलने पर पता चला है की टाइम एक्सटेंशन वाली एप्लीकेशन मेंशनिंग में स्वीकार कर ली गयी है और कल उसपे सुनवाई है |
ReplyDeleteफ्रेंड्स ध्यान से सुनिए :
इस टाइम एक्सटेंशन की अपील में कोई भी सीनियर लॉयर नहीं आता है और ए.ओ.आर आते हैं तो अनिल कुंडू जी ने आनंद तिवारी जी से फ़ोन पे बात कर ली है हालाँकि टोकन मनी दे आएं हैं उनकी वे पर अभी भी कुछ पैसे रहते हैं आपका सहयोग अपेक्षित है |
(कुंडू जी ने समय पर ही मांगे हैं पैसे कोई धन उघाई के लिए कई दिनों से नहीं लग रहे हैं तो इस चीज़ का ध्यान रखें |)
Anil kumar
State bank of India
A/c no: 20080341516
IFSC: SBIN0007619
branch:fazalpur, meerut .....
स्टे लगना तय है 2 दिन में कौन सा सुमेरू पर्वत
ReplyDeleteउठा लायेगे ये बचाव पक्ष ?
Dosto-
ReplyDeleteBade bhai S.K. Pathak Ji se baat huyi hai vo is samay Delhi me Anil Bagpat ke saath Amarendra Saran ji ke chamber me the aur advocates par charcha chal rahi hai . SC me hamare case par sunvai kal hogi .
Plz atmvishwas baanye rakhe .
जब लगे पैसा कमाने,
ReplyDeleteतो समझ आया,
शौक तो मां-बापके पैसों से पुरे होते थे,
अपने पैसों से तो सिर्फ जरूरतें पुरी होती है।
एक घड़ी ख़रीदकर हाथ मे क्या बाँध ली ...
वक़्त पीछे ही पड़ गया मेरे ...!!
सोचा था घर बना कर बैठुंगा सुकून से..
पर घर की ज़रूरतों ने मुसाफ़िर बना डाला ...!!
सुकून की बात मत कर ऐ ग़ालिब ....
बचपन वाला 'इतवार का तो अब पता ही नही चलता है
और अब तो यहाँ तक कि सोम मंगल गुरु शनि का भी पता नही चल पाता है सच मे यारोँ !
यूपी में शिक्षा मित्रों के समायोजन पर रोक लगाने वाली याचिका की सुनवाई अब 19 जून को ................
ReplyDeleteहाई कोर्ट ने दिया सरकार को जवाब दाखिल करने के लिए 2 दिन का वक्त।
गैरकानूनी समायोजन पर स्टे लगना तय।
नींद और मौत में क्या फर्क है...?
ReplyDelete"नींद आधी मौत है"
और
"मौत मुकम्मल नींद है"
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जिंदगी तो अपने ही सहारे से चलती है....
औरों के सहारे तो जनाज़े उठा करते हैं।
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सुबहे होती है , शाम होती है
उम्र यू ही तमाम होती है ।
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कोई रो कर दिल बहलाता है और कोई हँस कर दर्द छुपाता है.
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क्या करामात है कुदरत की, ज़िंदा इंसान पानी में डूब जाता है और मुर्दा तैरके जिंदोँ को चिढ़ाता है...
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बस के कंडक्टर सी हो गयी है जिंदगी यारो।
सफ़र भी रोज़ का है और
जाना भी कही नहीं।
M
ReplyDeleteY
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L. . . . . . . . . . . . . . G
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ख़ामोशी छुपा लेती है ऐब और हुनर दोनों.............
शख्शियत का अंदाज़ा तो गुफ्तगू से होता है..........
एक लड़की एक लड़के को फोन
ReplyDeleteकरती है।
लड़की : हैलो बैबी।
लड़का : हां, जानू बोलो।
लड़की : कहां हो यार, सुबह से
कोई अता- पता नहीं।
लड़का : अरे, हम तो खोए हुए हैं,
आपकी आंखों में।
लड़की : अभी क्या कर रहे हो?
लड़का : तुम्हारी तस्वीरें देख
रहा हूं। कहीं और मन नहीं लग
रहा है।
लड़की : मैंने तो तुम्हें अपना कोई
फोटो दिया ही नहीं है।
लड़का : अरे, मेरे दिल में छपी है,
बरसों से आपकी तस्वीर...
लड़की : मगर हम
तो परसों ही मिले हैं?
लड़का : तुम्हारे बिना हर एक पल
बरसों हैं चिंकी...।
लड़की : चिंकी? यह चिंकी कौन
है? मैं तो पिंकी हूं।
लड़का : तुमसे बात करते समय मैं सब
कुछ भूल जाता हूं...
लड़की : तुम mayur हो न...?
लड़का : घर वाले तो विकी बुलाते
हैं, लेकिन वे गलत हो सकते हैं, तुम
नहीं...
लड़की : तुम्हारा यह नंबर
+918905180515 यही है ना?
लड़का : अब तक नहीं था, पर अब से
यही है...।
M
ReplyDeleteY
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जब भगवान सबकी इच्छा पुरी नही कर सकते
तो मोदी जी जितना कर सकते है वो करेगे चाहे खुश
रहो चाहे नराज ।
खुश फेहमियो के सिलसिले इतने अजीब है।
ReplyDeleteहर ईंट सोचती है कि दीवार मुझसे ही जिंदा है......।।
एक अभिनेता रोज शराब पीकर घर आता था। एक दिन जब वह शराब पीकर घर आया तो उसकी पत्नी बिगड़ कर बोली- तुम फिर शराब पीकर आ गए हो। मैंने कितनी बार कहा है कि शराब पीकर आए तो मैं खुदकुशी कर लूंगी।
ReplyDeleteअभिनेता (पत्नी से)- तुम मुझे रोज-रोज यही धमकी देती हो लेकिन न तो तुम अपना वादा पूरा करती हो और न मैं शराब छोड़ता हूं।
पार्क में एक पेड़ की ओट में लड़का-लड़की हाथों में हाथ लिए चिपक कर बैठे बातें कर रहे थे.
ReplyDeleteवहाँ टहलने आए एक बुजुर्ग सज्जन ने जब उन्हें देखा तो पास आकर बोले – “बेटा, क्या यही हमारी संस्कृति है ?”
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लड़के ने तपाक से जवाब दिया – “नहीं अंकल, ये तो अंजलि है … आप किसी और पेड़ के नीचे जाकर अपनी संस्कृति को देख लो !!!”
सत्य कड़वा होता है मित्रों...
ReplyDelete* मुफ्त मे मोबाईल कनेक्शन दे सकते हैं लेकिन
रोटी नहीं..
* ट्रेनों में मुफ्तWI FI मिल सकता है लेकिन
पीने का पानी नहीं..
* बेकारों को रोजगारी भत्ता दे सकते हैं लेकिन
किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य
नहीं..
* गाँव-गाँव तक पेप्सी- कोला का जहर
पहुँचाया जा सकता है लेकिन पीने
का पानी नहीं..
* विदेशी कंपनियों का देश को लूटना और गुलाम
बनाना मंजूर है लेकिन स्वदेशी उद्योग से
आत्मनिर्भर होना नहीं..
* विदेशों से उधार लाया जा सकता हैं लेकिन
कालाधन नहीं..
* खरबों रुपये के घोटाले किये जा सकते हैं लेकिन
गरीबों की सब्सिडी केलिये खजाने खाली हैं ..
* बलात्कार होने के बाद
महिला को मुआव्जा मिल सकता लेकिन महिलाओं
को पहले से सुरक्षा नहीं !!
साथियोँ,आज 16 जून को बड़े भाई अनिल चौधरी ( बागपत ) और संजय सिँह ( सहारनपुर ) सुप्रीम कोर्ट दिल्ली गये हैँ जहाँ ए.ओ.आर. श्रीमती शारदा देवी जी एवं अन्य वकीलोँ से अपने केस के बारे मेँ गहन बात करेँगे तथा जल्दी से जल्दी भर्ती शुरु करवाने के लिए प्रयास करेँगे तथा कंटैम्प्ट के बारे मेँ भी बात करेँगे और बाकी बातेँ शाम 8 बजे के बाद बताऊँगा जैसे ही मुझे पता चलेगा।खुद को संगठित रखो क्योँकि थोड़ा सफर अभी और बाकी है।
ReplyDeleteसत्यमेव जयते
agar madad nahi kar sakte to kam se kam mere baare m negative mat socho aur yahi aapka mere upar ashaan hoga,
ReplyDeleteहदद हो गयी , केस कल लगा है , और वकील आज शाम को करेंगे ,
ReplyDeleteकब पैसे दोगे
कब डिटेल समझाओगे
ऐसी ही कमाल की सोंच इन भाई साहब ने 25 मार्च को अपनायी थी , कि आज कुछ खास नही होगा और अपना वकील नही खडा किया था
वो तो शुक्र मनाओ पाठक और अवनीश यादव जी का , जो अड गये थे कि कुछ भी हो , मामला हल्के में नही लेना है। और भगवान् कृपा से बच गये थे सभी उस ऐतिहासिक दिन को,
ReplyDeleteयूपी में 'मंत्री' बना रहा था फ्रॉड शिक्षामित्र!
ReplyDeleteटीम डिजिटल
अमर उजाला, लखनऊसोमवार, 16 जून 2014
Updated @ 5:35 PM IST
सपा विधायक को बनवा रहा था मंत्री!
यूपी में एक फर्जी शिक्षामित्र के बड़े कारनामे का पर्दाफाश हुआ है। खुद को सपा के एक बड़े नेता का पीए बताने वाले वीरेंद्र तिवारी नाम के इस फर्जी शख्स ने सपा की एक विधायक तक को टोपी पहना डाली।
इसने रायबरेली की विधायक आशा तिवारी को मंत्री बनवाने का झांसा देकर 25 लाख रुपये ऐंठ लिए। लखनऊ में सोमवार को एसएसपी ने इस मामले का खुलासा किया।
एसएसपी ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि वीरेंद्र आठ साल पहले बाराबंकी के ही गांव सुबेहा में फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर शिक्षा मित्र बन गया था।
इसमें उसकी मदद वहां के ग्राम प्रधान ने भी की थी। उसके बाद से ही वीरेंद्र ने शिक्षा मित्र बनवाने का ठेका ले लिया था।
यूपी में 'मंत्री' बना रहा था फ्रॉड शिक्षामित्र!
ReplyDeleteटीम डिजिटल
अमर उजाला, लखनऊसोमवार, 16 जून 2014
Updated @ 5:35 PM IST
सपा विधायक को बनवा रहा था मंत्री!
यूपी में एक फर्जी शिक्षामित्र के बड़े कारनामे का पर्दाफाश हुआ है। खुद को सपा के एक बड़े नेता का पीए बताने वाले वीरेंद्र तिवारी नाम के इस फर्जी शख्स ने सपा की एक विधायक तक को टोपी पहना डाली।
इसने रायबरेली की विधायक आशा तिवारी को मंत्री बनवाने का झांसा देकर 25 लाख रुपये ऐंठ लिए। लखनऊ में सोमवार को एसएसपी ने इस मामले का खुलासा किया।
एसएसपी ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि वीरेंद्र आठ साल पहले बाराबंकी के ही गांव सुबेहा में फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर शिक्षा मित्र बन गया था।
इसमें उसकी मदद वहां के ग्राम प्रधान ने भी की थी। उसके बाद से ही वीरेंद्र ने शिक्षा मित्र बनवाने का ठेका ले लिया था।
Ye SM a ise hi topi phanayenge yadi sarkari ban gye to .it is just a trailer.
ReplyDeleteऔर जब अच्छी तरह से मालूम है कि कोर्ट में डेट नही बढने देना है , हर हाल में सरकार को रोक ही लेना है। तो ये छोटे छोटे वकीलों के चक्कर में नही पडना चाहिए था।
ReplyDeleteमुझे पक्का यकीन है , कोई छोटा मोटा लम्पट या असिस्टेन्ट वकील न ले जाकर वहाँ खडा कर दें
अरे , अगर खडा ही करना है तो किसी अच्छे सीनियर को खडा करिये।
श्रीमान जी ,
ReplyDeleteविरोधी पक्ष से शकुनि वकील है रोहतगी ,,, जरा सोचो ,,,बडी मुश्किल से तो ,,उसे 25 मार्च को रोका जा सका था।। , , जिसने मौका देखकर वार,कर ही दिया था।।
मोर्चे के द्वारा उठाया गया कोई भी गलत कदम बिल्कुल बर्दाश्त नही किया जायेगा , बहुत सी जिन्दगियाँ दाँव पर लगीं है।
बच्चा बच्चा जानता है कि सरकार कोर्ट जायेगी और बदतमीजी दिखायेगी ,,, तब ये महाशय आज बता रहे हैं कि शाम को वकील तय करेंगे ,,, क्या पहले यह नही सोच पाये थे ,,, लगातार कई दिनों से चिल्लाया जा रहा है कि तैयारी पहले से ही पूरी रखो ,,,
ReplyDelete
ReplyDeleteहजारों पहले भी दिये थे
हजारों आज भी दिये जायेंगे
लेकिन यदि हमारे आक्रमण में कमी आयी ,,,
ReplyDeleteतो इतना याद रखिये ,,,कि यदि सिर मौर बना सकते हैं ।
तो उतार कर फेंक भी सकते हैं ।
इसलिए प्रयास कोई भी हो
छोटा या बडा
नायाब और अद्वितीय होना चाहिए
बात यदि धन,की हो तो साफ साफ बतायें
छिपकर के जिलाध्यक्षों कै नाम से ही कह दें
हम समझ जायेंगे ।
और हाँ
ReplyDeleteएक निवेदन बहुत ही सम्मानित और आदरणीय व्यक्ति
एस के पाठक जी के नाम
श्रीमान ,,आप पीसीएस लेवल का इक्जाम पास कर इंटरव्यू दे आये ,,ईश्वर करे ,,सफल हों,,
मगर केवल यह सोच भी मत रखिये , कि ब्लाग पर कोई बात बताने से क्या होगा ,, काम जमीनी ही होना चाहिए ,,, टीईटी ग्रुप पर कोई बंदर नही जुड़े हैं । जो केवल खों खों करते हैं ।
Vipul maheswari @ father
ReplyDeleteMenaxi arora
अभी तक के जानकारी मेँ हैँ रात 9 बजेँ तक इंतजार करे
1 सीनियर वकील और होगे कल के लिये
साथियोँ,
ReplyDeleteजो साथी हमारे जूनियर भर्ती मेँ हैँ,मैँ उन्हेँ बस इतना ही विश्वास दिलाता हूँ कि जूनियर भर्ती बिना टेट वेटेज के सम्भव ही नहीँ बल्कि हो नहीँ पायेगी क्योँकि हाई कोर्ट के लारजर बैँच के आर्डर और एनसीटीई की गाईडलाईन को गुमराह करके कानून नहीँ बदला जा सकता जबकि जूनि भर्ती मामला सु.कोर्ट मेँ भी विचाराधीन हो।अब जो साथी जूनि.टेट वेटेज से चाहते हैँ वो संगठित रहेँ,ऊर्जावान रहेँ तथा अपना संगठन मजबूत करने के लिए सहयोग करेँ
वकील विवेक सिंह जी से हुई बातों के अनुसार :
ReplyDelete.
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१) क्या सरकार हमारे केस पे कोई अड़चन डाल पाएंगी ?
उत्तर: नहीं नहीं आर्डर इन्हे फॉलो करना ही पड़ेगा वार्ना ये इतनी तयारी भी नहीं करते और कोई भर्ती कर भी नहीं सकते हैं चाहे हाई कोर्ट का आर्डर हो या सी.एम का , पहले सुप्रीम कोर्ट का फॉलो होगा बस इतना ध्यान रखिये और पैरवी ढंग से करिये |
२) कितना समय मिलेगा इन्हे ?
उत्तर: देखिये समर बेंच इन्हे या तो रेगुलर बेंच तक का समय दे देगी या साफ़ कह देगी की कंटेम्प्ट फेस करिये जाकर |
और अगर दत्तू सर की कोर्ट में गए तो ये साफ़ बता दूँ कोई भी जज अपने आर्डर को न फॉलो करना अपनी इंसल्ट समझता है और आप दत्तू सर को जानते ही हैं , जो जज एक ही डेट में फाइनल कर रहा है और समझ रहा है की केवल पब्लिक को परेशान किया जा रहा है तो ?
हाँ ये है की टाइम के नाम पे इन्हे ४-६ हफ्ते मिलेंगे वो भी धमकी के साथ |
३) कंटेम्प्ट के लिए क्या करें ?
ReplyDeleteउत्तर: देखिये १६-१७ देख लीजिये वर्ना टाइम नहीं मिला तो १८ से ही ड्राफ्टिंग कर देंगे और सुबूत मेल कीजिये मुझे कि इन्होने कब - कब भर्ती के लिए मीटिंग बुलाई इस बीच क्या - क्या भर्ती से अलग घोषणाएं की वगैरह - वगैरह , इन्हे खींचते हैं लम्बा फिर |
४) कंटेम्प्ट में किस - किस को पार्टी बनाना है ? (हमारा मतलब था ये सवाल पूछने का की क्या अखिलेश को बना सकते हैं ?)
उत्तर: नहीं आप केवल ऑफिसियल्स को ही बना सकते हैं जैसे बेसिक शिक्षा सचिव, बेसिक शिक्षा परिषद सचिव , मुख्य सचिव , एस.सी.ई.आर.टी डायरेक्टर ..... |
मंत्रियों को नहीं ले सकते हैं आप वो तब होता है जब इनके सचिव खुद सुबूत पेश कर दें की ये ही नहीं चाह रहे हैं और शासनादेश देते नहीं है तो भी तलब किया जाता है और ये अतिश्योक्ति वादी बातें हैं इतना नहीं होता है |
ये मात्र राजनीतिक द्वेष से आपको परेशान कर रहे हैं |
५) सर, कुछ कहते हैं की फाइनल आर्डर लेने की फिराक में हैं और प्रतिद्वंदी कह रहे हैं जी.ओ आते ही स्टे लेंगे ?
ReplyDeleteउत्तर: पहले तो ये बताएं की अंतरिम आर्डर पे किसको स्टे मिलता है |
दूसरा ये की श्री निवासं को भी फॉलो करना पड़ा है तो ये क्या हैं ?
सुब्रोतो राय सहारा वाला अब तो अंदर जेल से ही भर्ती करेगा ये सचिव और ये सब बातें न सोचें भर्ती ये ही होगी और पहले होगी और कुछ नहीं मक्कारी दिखा रहे हैं |
ये बात भी हुई थी उस दिन हमारी उनसे |
Dear tet friends ,kal SC hearing ke liye Anil ,Pathak and Sujit S ke dwara do senior vakil A. Saran and Minakshi Arora ko teeno ke dwara one - third base per hire kerne ke tahat minakshi arora ko hire ker liya gaya hai .ab A Saran ke pass ja rahe hai .sthiti clear hote hi ,.aap logo ko inform kiya jayega .jay tet
ReplyDeleteShashan se prapt suchna ke adhar par jo pata lag raha hai usme sarkar kal yani 17 june ki time extension application par dhyan lagaye hue hai aur time kitna milta hai ussi base par wo bharti ki disha tay karegi agar time limited milta hai to bharti ke liye counselling turant shuru ki jayegi..aaj govt advocate ne court me bataya ki 70 dist me work chal raha hai kuch dist me work thoda zyada bacha hua hai esliye hum chahte hain ki counselling sabhi dist me ek sath puri ho jaye aur time kam padne par contempt ka saamna na karna pade esliye humne application lagaya hai time aur chahte hain (12 weeks)
ReplyDeleteab kal pahle number par court no 4 me sunwayi hogi.
AND TILL NOW
WAIT
&
WATCH
भाईयोँ , मैँ तो ऐसे लोगोँ का बेहद कर्जदार रहुँगा अपनी जॉब मेँ जो सर्दी,गर्मी और बरसात जैसे विपरीत हालातोँ मेँ अपने घर से दूर हम सब के हक के लिए सँघर्ष कर रहे हैँ इसलिए मैँ आपका दिल से आभार व्यक्त करता हूँ तथा साथ मेँ नमन भी।
ReplyDeleteभाईयोँ,अभी-अभी मेरी बात संजय सिँह जी ( सहारनपुर ) से बात हुई है तो उनके अनुसार उनके साथ एस के पाठक,नितिन जी,अनिल जी आदि साथ हैँ जो सभी एड.अमरेन्द्रशरणजी के घर कल 17 जून के लिए पहुँच रहे हैँ।
मैंने भगवान से कहा ,"मेरे सभी दोस्तों को खुश रखना."
ReplyDelete___________________________________________________
के लिय. वो चार दिन
तू बता,"
मैंने कहा ठीक है ,
❄" winter day "
" rainy day
" spring day "
___________________________________________________
सिर्फ 3 दिन "
मैंने कहा," ठीक है ,
" yesterday "
✅" today "
" tomorrow "
___________________________________________________
दो दिन .
"मैंने कहा ,"ठीक है
CURRENT DAY और
NEXT DAY,"
___________________________________________________
1 दिन ,
"मैंने कहा ,
"everyday"
___________________________________________________
मेरा पीछा छोड़ो
"तुम्हारे दोस्त सदा खुश रहेगे"
Vo to bhala ho judge ka Jo kal ki date lagaya hai
ReplyDeleteyahi date 22 ya 23 ko lagti to daily dekhne ko milta kuch logo ki lambi lambi post CHANDA mangne ke liye
यूपी में शिक्षा मित्रों के समायोजन पर रोक लगाने वाली याचिका की सुनवाई अब 19 जून को ................
ReplyDeleteहाई कोर्ट ने दिया सरकार को जवाब दाखिल करने के लिए 2 दिन का वक्त।
गैरकानूनी समायोजन पर स्टे लगना तय है ।
भैया आज ही मैंने अनिल जी के खाते में ५०१/- रु॰ भेज दिया है जिस खाते का उल्लेख हिमांशु राना साहब ने कमेन्ट में किया था। बस अब यही विनती है आप सबसे कि समय इन नरपिशाची सरकार को कम से कम मिले और इनकी सारी दुष्टता से सुप्रीम कोर्ट भी परिचित हो जाए।
ReplyDeleteजब तक यह सरकार रहेगी हमारी नियुक्ति लटकती रहेगी। यह एक कड़वा सच है जिसे आपको स्वीकार करना ही पड़ेगा और यदि हम सपा सरकार के होते हुए नियुक्ति पा जाते हैं तो प्रशिक्षण के प्रत्येक स्तर पर हमें परेशान किया जाएगा। प्रशिक्षणोपरांतज्वायनिंग के स्तर पर भी हमें हर तरीके से परेशान किया जाएगा और आप कुछ नहीं कर पायेंगे। आप चाहे तो इस बात को लिख भी सकते हैं। यह सरकार अवमानना के स्तर तक भी जा सकती है और जायेगी भी।आज आप हमसे सहमत नहीं हैं किन्तु जब होंगे तब तक बहुत देर हो चुकी होगी। क्या मैं नहीं जानता की मेरी बात को मजाक में उड़ाया जा रहा है?
ReplyDeleteएक सामान्य टेट अभ्यर्थी होने के नाते मैंने अपनी नियुक्ति को बचाने के लिए जो किया स्वतः प्रेरणा से किया। अब जने जने नेता हो गए हैं। दो तीन सौ प्रदेश अध्यक्ष हो गए हैं। मुझे फिर नेपथ्य में चले ही जाना चाहिए। जय राम जी की।
ReplyDeletemr tmntbbn aap thik ho sakte h.jab gov hame joining hi nahi degi to aap aur hum pqgal h jo paise dekar case lad rahe h esse badhiya to compromise ker lete khair jo bhi h result yahi h ki hum log jeetkar bhi haar gaye h aapne hum logo ka pagal bana diya h
ReplyDeleteMERE TET SUPPORTER SATHIYO...
ReplyDelete1) jaisa ki aaj gov. Wakil ne suprime court me time bdhane ke liye dale gye application par mention kar diya hai..aur court ne kal sunwai ki date rakhi hai..
2) dosto kal 11 se 12 bje ke bich apne time bdhane wale application par sunwai ho skti hai..
3) dosto gov. Bhale 12 hapte ka time mage par hmare taraf se uska virodh hoga .sambhav hai 4hapta, 6 hafta ya 8hapta time bdh jaye ..kyuki kam se kam 2 mahina bharti me lagna tay hai..
4) court me gov. Ki taraf se byan recard krwane ki kosish hogi ki bharti is date se ham start karege aur is date par khatm karege yani is date tak 72825 bharti puri kar lege.
5)dosto sikshamitro k mamle me court ne gov. Se javab maga hai aur next date 19 june lgayi hai...19 june ko sikshamitro k smayojan par stay lg skti hai...thanx
ReplyDeleteSabhi ki nigahe kal sc se milne wale nyay pe tiki hai.kai log is bat pe bahas kar rahe aakhir govt ki date extnsn yachika kaise swekar ho gayi.ye to hona hi tha,chunav hai hi aisi cheej.sc ko majburan is tark me yachika swekar karni hi padi.ye sab kanuni bisangtiya hai isme tet leaders kya kar sakte the.
ReplyDeleteआज मीनाक्षी अरोड़ा जी टेटमोर्चे से सुप्रीम कोर्ट में सपा की तानाशाही की बखिया उधेड़ेंगी इन्हे कौशल दिखाने का पूरा मौका मिल पाएगा यह बहुत तेजतर्रार बकील हैं-----
ReplyDeleteHusband : "Kaisi ho Jaanu, tum mujhe miss kar rahi hogi toh socha call kar loon ?"
ReplyDeleteWife : "Aur subaah jo ladai hui thi, woh kya tha..?
Itna hi pyaar aa raha tha toh ladai kari hi kyun subaah subaah. ." ??
..
..
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Husband : Silent....(thinking ... Saala yeh toh ghar ka number lag gaya!!
aaj ko ek baar fir se S.P ko iski naani-chaachi-taai sahit chhathi ka doodh dilaane ki baari hai jiske liye Minaxi ji aur Amrendra Saran ji ready hai
ReplyDeleteVo to bhala ho judge ka Jo Aaj ki date lagaye hain
ReplyDeleteyahi date 22 ya 23 ko lagti to daily dekhne ko milta kuch logo ki lambi lambi post CHANDA mangne ke liye
जीँदगी हो या शतरंज, मजा तभी है ,
ReplyDeleteजब रानी मरते दम तक साथ हो..
" लाशें लटकती मिल रही है पेड़ों से " " अब तो पर्यावरण भी शर्मिंदा है इंसानों से "
ReplyDeleteकभी पूरी जिंदगी एक पल में गुज़र जाती है !
ReplyDeleteकभी जिंदगी का एक- एक पल गुजरता नही है ! !
Ham sabhi ka din mangalmay ho bhagwan bajrangbali aur maa vindhyavasini se mana raha hu kyoki aaj unka din mangalwar hai. Ham loge ek bar bhir vijayi ho thanks.
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