UPTET 2014 RESULT, UPTET 2014 Certificate Mark Sheet
इलाहाबाद : यूपीटीईटी-2014 का रिजल्ट घोषित हुए करीब 25 दिन हो गये है लेकिन सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी उत्तर प्रदेश की ओर से अभी तक सार्टिफिकेट ही नहीं छपा है। इससे बड़ी संख्या में अभ्यर्थी परेशान है। वह सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय और डायट का चक्कर लगा रहे है। उनको अगले हफ्ते आने के लिए बार-बार कहा जाता है जिससे कि वह परेशान हो गये है। अभ्यर्थी अब सार्टिफिकेट के लिए सड़क पर उतरकर आंदोलन की रणनीति तय कर रहे है जिससे कि दबाव में आकर सचिव अभ्यर्थियों को तुरन्त सार्टिफिकेट मुहैया कराये। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय के सूत्रों का कहना है कि टीईटी का सार्टिफिकेट मिलने में अभी कम से कम एक माह लगेंगा क्योंकि छपने के लिए अभी एजेन्सी को टेण्डर ही नहीं दिया गया है। ऐसे में अगर टीईटी का सार्टिफिकेट टेण्डर करके छवपाया जाता है तो कम से कम एक माह का समय लगेगा जबकि परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की कई भर्तियां शीघ्र शुरू होने जा रही है। इससे अभ्यर्थी परेशान है लेकिन सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय और शासन गंभीर नहीं है।
News Sabhaar : Rashtriya Shahara Paper (18.6.14)
गुड मार्निँग
ReplyDelete.
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Tmnbbn bhai domicile certificate kitna purana manya hogo.
DeleteTmnbbn bhai domicile certificate kitna purana manya hogo.
Deletethank u mr tmntbbn.
ReplyDeleteyou r a great soul
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteकोर्ट के अवमानना की सजा ये भी हो सकती है की सरकार के किसी जिम्मेदार अधिकारी को तबतक जेल में रखा जाये जबतक की भर्ती प्रक्रिया पूरी न हो जाये .
ReplyDeleteThanks prag balyan .........
ReplyDeleteG
TET merit nahi to bharti bhi nahi zindabaad zindabaad jay Hanumaan jay Shri RAAM jay TET merit.
ReplyDeletejaisa ki aap jante hai kal sc ne time badane se inkar kar diya. uski suchna lucknow scert me halchal kafi bad gayi hai. kal dopahar me scert ne dieto ko fax karke tatkal kisi bhi kimat me data merging ko bejne ke liya bola hai aur us fax me ye bhi kaha hai agar data bejne me deri hui to sambhandit principle aur kramchari pe shakhat karywahi hogi. isi kram me kal agra,firojabad,sonbhadra,basti,deoria, sitapur, aur anya ne apna data kal hi RAR file me send kar diya.
ReplyDeletekaisa hai softwere-
nic ne jo softwere banaya hai usme data feed karne ke baad automatic male/female, sci/art, viklang ka vibhajan kar deta hai aur unki total sankhaya bhi bata deta hai. aur sabhi categery ko unki tet marks ke hisab se laga deta hai, ek behtrin softwere.jo RAR AUR EXCL FORMET me kam karta hai. matlb merit banane me nic ko jyada time nhi lagea
kul milakar sc ke kal ke aadesh ke bad kam me aur teji hai muje ummed hai jald hi koi good news milegi............ kuch log kahte hai mai jhut bolta hu to muje jhut bolke kya milega
Na to m jhooth bolne ke paise milte aur na sach bolne ke
mera jo dil karta hai aur jo meri pyari Angel bolti hai wahi karta hun ab chahe kisi ko bura lage ya axa......
Thanks veer yoddha..............G
ReplyDeleteजून के अंत तक जारी हो सकती हैनियुक्ति सूचीजहांगीराबाद। परिषदीय प्राथमिक विद्यालयोंमें शिक्षक बनने की हसरत कोलेकर तीन वर्ष पहले आवेदन कर चुके युवाओंकी किस्मत इस माह केअंतिम सप्ताह तक चमक सकती है।प्रशिक्षु शिक्षक के चयन को लेकर शासन द्वारा जनपद स्तर से मांगी गई सारीसूचनाओं का संकलन कर लिया गया है। अब आवेदकों को शासन द्वारा नियुक्ति के संबंध में जारी की जानेवाली सूची का बेसब्रीसे इंतजार है।डायट प्राचार्य आरकेसुमन नेबताया कि नवीन शैक्षिक सत्र से पूर्व ही इस प्रक्रिया को पूरे करने के प्रयास चल रहा है।
ReplyDeleteजून कोरिटायर होंगे 10 हजारशिक्षकडॉ.अखिलेश मिश्रइलाहाबाद। प्रदेश केबेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग केलगभग10 हजार शिक्षक 30 जून कोरिटायर हो रहे हैं। शिक्षकोंकेअवकाश ग्रहण करनेके साथ हीपहले से शिक्षकों की कमी सेपरेशान प्राथमिक विद्यालयों मेंजुलाई में सत्र के पहलेदिन ताला नहीं खुल सकेगा। पहली जुलाई सेसर्व शिक्षा अभियान का नयासत्र शुरू होने जा रहा है। शिक्षकोंकी कमी से बड़ी संख्या में स्कूलोंके ताले नहीं खुलसकेंगे।प्राथमिक शिक्षा में पिछलेपांच सालसे शिक्षकोंकीभर्ती प्रक्रिया कोलेकर बनेउहापोह केकारण विद्यालयों में शिक्षकों की कमी बनी हुई है। प्रदेश सरकार से उम्मीद थी लेकिन दो सालसे अधिक का समय बीत गया, भर्तीकी घोषणा के बाद भीसरकार की तरफ से बड़ी पहल नहीं दिखाई…
ReplyDeleteजून कोरिटायर होंगे 10 हजारशिक्षकडॉ.अखिलेश मिश्रइलाहाबाद। प्रदेश केबेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग केलगभग10 हजार शिक्षक 30 जून कोरिटायर हो रहे हैं। शिक्षकोंकेअवकाश ग्रहण करनेके साथ हीपहले से शिक्षकों की कमी सेपरेशान प्राथमिक विद्यालयों मेंजुलाई में सत्र के पहलेदिन ताला नहीं खुल सकेगा। पहली जुलाई सेसर्व शिक्षा अभियान का नयासत्र शुरू होने जा रहा है। शिक्षकोंकी कमी से बड़ी संख्या में स्कूलोंके ताले नहीं खुलसकेंगे।प्राथमिक शिक्षा में पिछलेपांच सालसे शिक्षकोंकीभर्ती प्रक्रिया कोलेकर बनेउहापोह केकारण विद्यालयों में शिक्षकों की कमी बनी हुई है। प्रदेश सरकार से उम्मीद थी लेकिन दो सालसे अधिक का समय बीत गया, भर्तीकी घोषणा के बाद भीसरकार की तरफ से बड़ी पहल नहीं दिखाई…
ReplyDeleteतीन साल तक पुराना जाति प्रमाण पत्र होगा मान्यइलाहाबाद (ब्यूरो)। बीएड काउंसलिंग मेंभागलेरहे ओबीसी, एससी-एसटी वर्ग केअभ्यर्थियोंकोराहत मिल गई है। अब उनका तीन साल पुराना जाति प्रमाण पत्र भी मान्य होगा। पहलेछह महीनेके भीतर बना प्रमाण पत्र मान्य था।इसकी वजह सेपहलेदिन काउंसलिंगमें काफी विवाद हुआ। तकरीबन सभी केंद्रोंपर इसे लेकर झड़प भी हुई। अब यह अवधितीन साल तक बढ़ाने से अभ्यर्थियोंको काफी राहत मिली है। बीएडसे मोहभंगहोनेका असर बीएड काउंसलिंग में दूसरेदिन ही दिखने लगा। तकरीबन एक तिहाई अभ्यर्थियों नेकाउंसलिंग मेंहिस्सा नहींलिया। मंगलवार को सर्वर ने भीधोखा नहीं दिया। इसकी वजह से शामको पांच बजे सेपहलेही रजिस्ट्रेशन और डाक्यूमेंट जांच का कामपूरा हो गया। दूसरे दिन भी सुबह 10 बजे काउंसलिंग शुरूहोने से पहले अभ्यर्थियों के पहुंचनेका क्रम शुरू हो गया था। बीबीएस इंजीनियरिंग कालेज केंद्र पर कुल 793 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। इनमेंसे 524 ने ही रिपोर्टिंग की। काउंसलिंग प्रभारी डॉ.सौरभ श्रीवास्तव नेबताया कि काउंसलिंगमें किसी प्रकार की परेशानी नहींहुई। शाम पांच बजे तक डाक्यूमेंट जांच का कामपूरा हो गया। कमावेश यही स्थिति शंभूनाथ इंस्टीट्यूट मेंभीरही। एक तिहाईअभ्यर्थियोंने नहीं लिया बीएडकाउंसलिंगमें भाग
ReplyDeleteसमय सीमा की अपील खारिज होना लगभग तय
ReplyDeleteथा, मैंने बहुत पहले एक पोस्ट डाला था जिसमें मैंने
लिखा था कि दत्तू सर के आदेश में मुख्य बिंदु और
मुख्य आधार समय सीमा ही है, इसलिए उन्होंने At
any Rate को भी साथ में लिख दिया था तब
कोई भी अस्थायी बेंच स्थायी बेंच के फैसले के मूल
आत्मा को नहीं बदल सकता। पुराने विज्ञापन से
भर्ती करना यह तो हाई कोर्ट की डबल बेंच
का निर्णय था, दत्तू सर ने उस आदेश को लागू करने
के लिए एक समय सीमा निर्धारित की थी बस,
अब भला कोई भी बेंच उनके इस फैसले को कैसे पलट
सकती थी।
Sir kya m appko phone kar sakta hu.apka num. upr likha h.
Delete
ReplyDeleteखैर जो हुआ होना ही था, अब सभी के मन में यह
सवाल आ रहा होगा कि अब क्या होगा,
क्या हो सकता है, सच बताऊँ तो मुझे भी समझ में
नहीं आ रहा कि क्या हो सकता है अब,
क्या ये निर्लज्ज, बेहया, अहंकारी, अज्ञानी,
जलनखोर ईर्ष्यालु सरकार हमारी भर्ती शुरू
करेगी या अभी भी अपने
बेहयायी को जारी रखेगी।
मुझे मालूम है कि सचिव की बहुत अधिक
गलती नहीं है लेकिन फिर भी दिल चाहता है
कि समाजवादी सरकार का सचिव जेल जाये
क्योंकि बहुत लोगों की जिंदगी का मजाक बनाने
का माध्यम तो यह सचिव ही है।
आज हम दुबारा जीते हैं लेकिन सवाल तो वही मुह
बाये खड़ा है कि अब क्या होगा।
Apke bharose ko salam karta hu.ek aap hi h ki logo ko apni post ke sath shi guidance dete rhe.appko bhut mubarkbad aur subhkamnaye.many,many thanks.jay tet merit morcha.jay mata ki.hum sab vijayi hone wale h
DeleteMhan h tet merit san. Morcha,kafi garv mahsoos kr rha hoo.ki m is fauladi irade wali team ka member hoo.sach bta rha hoo hjaro friends yhi feel kar rhe honge.bhai TMNTBBN aapki post ka jadu h ki log jude rhe.bhut force diya h aapne.logo ko.log aapke khilaf bhi likhte h but apka bhrosa kayam h aaj.
ReplyDeleteThanks. Pandey ...........G
ReplyDeleteआज जब अखबार में यह पढा कि सरकार कोर्ट में जाकर शिक्षा मित्रों का हर संभव बचाव पक्ष रखेगी ।
ReplyDeleteसचमुच बहुत बुरा लगा ,
इसलिए नही कि शिक्षा मित्रों को समायोजित करना चाहती है।
बल्कि इसलिए कि काश कभी ऐसा ही हमारी भर्ती के बारे में सोचा होता ,
मानत हूँ कि वो आपके जिगर के टुकड़े हैं , पर हम टीईटीयन्स से इतना भेदभाव क्यों ?
क्या हम सब पढे लिखे नही
क्या हम शिक्षा मित्रों जैसा भी नही पढा सकते
क्या हमने आपके मुख्यमंत्री बनने में कोई बाधा डाली
आपको कितनी उम्मीदों से वोट दिया था , मुख्यमंत्री भी बनाया , बदले में आपने क्या दिया ,
बरबादी
मुख्यमंत्री अपने प्रदेश की शिक्षा सुधारने के लिये जान लडा देता है। हर संभव वह उपाय करता है । कि जमीनी शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक एक से बढकर एक क्वालिटीदार होनहार तैयार हों।
पर जब आपके द्वारा बिलकुल इसका विपरीत होते हुये देखा
तो हमें खुद पर शर्म आयी कि किसको वोट दे दिया ।
शिक्षक भर्ती को बचाने और भरने के लिये जो कदम सरकार को उठाने चाहिए थे
वो आज टीईटीयन्स उठा रहे हैं । क्या कभी ऐसा सोचकर बुरा नही लगता आपको
कैसी तालीम पायी है आपने
किस विद्यालय से शिक्षा ग्रहण की आपने
कौन था आपका गुरु
क्या पढाया उसने आपको
और क्या समझा और सीखा आपने
ये कि सर्वनाश कर दो, यह तालीम पायी है।
राजनीति की भटटी में झोंक देने के लिये क्या अध्यापक ही मिले थे।
जिन्हें परमानेन्ट करने के ख्वाब देख रहे हैं आप
कभी सामना कराइये किसी टेटवीर से
स्वयं जान जायेंगे
गधे को कितना भी नहला धुला दो , वो बछडा नही बन सकता ।
और हमें क्या पडी थी शिक्षा मित्रों को रोकने की , खूब करो , हम नही रोकते ,
मगर उनका हाथ थामकर हमें तो खाई में न धकेलो ।
क्या कह दूं , माननीय जी आपसे
कौन सी पटटी बांध रखी है आंखों पर
अपने पद की गरिमा समझिये
उसकी लाज रखिये
~~~~~~~~~~~~~~~
पुष्प नही बन सकते हो तो कांटे बनकर मत रहना
भला किसी
Kisko samjha rhe h sir! ye kha samjh payenge hmari bhavnao,aur majboori ko.khoon ke ansoo rulaya h tet merit waloko.2017 m inse prtisod jaroor lena mere bhai bhno.
Deleteपुष्प नही बन सकते हो तो कांटे बनकर मत रहना
ReplyDeleteभला किसी का कर न सको तो बुरा भी किसी का मत करना।
ईश्वर आपको सदबुद्धि दे
जगतनाथ से यह विनती है।
भाइयों ,,कल एक बैंक से phone आया एक लड़की बोली आप हर महीने ६००० रुपये जमा करिये अपको retirement के समय १ करोड रुपये मिलेंगे,,,मैंने कहा आप अपना plan उल्टा कर दो आज मुझे १ करोड रुपये दो retirement तक ६००० जमा करता रहुगा ,,वैसे ही उसने phone काट दिया। दोस्तों मैंने कुछ गलत कहा क्या ?
ReplyDelete
ReplyDeleteपत्नी (पति से)- ‘यदि किसी दिन मैं भीड़ में गुम हो जाऊं तो आप क्या करेगे?'
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पति (पत्नी से) - ‘अखबार में विज्ञापन दूंगा.'
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पत्नी (उत्सुकता से)- ‘अच्छा! क्या विज्ञापन देगे?'
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पति (पत्नी से)- ‘यही कि जहां भी रहो, खुश रहो....'
Sabhi mitro ka din subh ho Aur aage bhi ek dusre se Jude rahe jisase atamviswas bana rahe. Der Sahi durust kam ho. gov ne to apni puri takat laga diya is bharti ko ulghane me.
ReplyDeleteVo to bhagwan ka ashirwad ke roop me tet ekta hai Jo gov ko harbar hara rahi hai.
Jai maa vindhyavasini
Jai baba kashivishwanath
Jai supremcourt
Jai tet morcha
Sada sahay
प्यारे दोस्तों
ReplyDeleteसुप्रभात
हर पल पर आपका ही नाम होगा , आपके हर कदम पर दुनिया का सलाम होगा.
मुश्किलों का सामना हिम्मत से करना, मेरी दुआ है एक दिन वक्त भी आपका गुलाम होगा.
दोस्तों जैसा की सर्वविदित था की सुप्रीम कोर्ट की ग्रीष्मकालीन बेंच से सरकार को कोई राहत नहीं मिलेगी ठीक वैसा ही हुआ सुप्रीम कोर्ट ने यूपी में 72825 टीईटी पास प्रशिक्षित शिक्षकों की प्रक्रिया पूरी करने के लिए समय मांगने वाली राज्य सरकार की याचिका पर सुनवाई से इंकार कर दिया.जस्टिस विक्रमजीत सेन की बेंच ने सरकार से भर्ती तुरंत पूरी करते हुए जुलाई के प्रथम सप्ताह में अपना कुटिल क्रंदन दत्तू सर के सामने करने की सलाह दी है.
अब जबकि सरकार को फौरी रूप से कोई राहत नहीं मिली है तो सचिव साहब की सिट्टी पिट्टी गुम हो गई है और शाम होते होते खबर मिली है की यस.सी.ई.आर.टी. कार्यालय में अप्रत्यासित रूप से काफी हलचल दिखाई देने लगी है.इससे स्पष्ट होता है की अंधे और बहरे शिक्षा विभाग की आँखों की रोशनी और कानों में सुनने की ताक़त लौटने लगी है और उधर शिक्षामित्रों के मामले में सरकार से जबाब मांगे जाने पर सरकार सहित समूचा शिक्षा विभाग माइग्रेन के दर्द से ग्रसित होने लगा है.हमें पूरा विश्वाश है की आने वाले एक या दो दिनों में यह दर्द लाइलाज बीमारी में परिवर्तित हो जायेगा फिर भी अगर विदेशी आस्ट्रेलियाई डॉक्टरों की मदत से दर्द कुछ ठीक होने की सम्भावना दिखी तो राजेश पाण्डेय जी का ब्रम्हास्त्र शिक्षामित्रों के समायोजन को कोमा में पहुँचाने की सामर्थ्य रखता है.फिर क्या है जब सरकार की गर्दन पर टीईटी क्रांतिकारियों की लात पड़ेगी तो स्वभाविक है की उसकी जीभ बाहर आ जाएगी,आँखें फटकार चौड़ी हो जाएगी और दोस्तों फिर केवल और केवल सिर्फ इसे अपने चारों ओर टीईटी सिपाही ही नज़र आएंगे और फिर लुटीपीटी इज़्ज़त को बचाने के लिए द्रुत गति से हमारी भर्
भर्ती पूरी करने में लग जाएगी और हाँ इस जल्द शब्द को भी बत्ती बनाकर अपने कान में घुसेड़ लेगी क्योंकि अब इसे सुप्रीम कोर्ट की अवमानना के नगाड़े अपने कानों को घायल करते हुए महसूस होने लगेंगे.
ReplyDeleteअगर फिर भी न सुधरे यह अपनी मक्कार प्रवत्ति से तो उसके लिए हमारे प्यारे अवनीश यादव की हुंकार इन्हे नतमस्तक होने के लिए मज़बूर कर देगी क्योंकि कल लखनऊ मीटिंग में स्पष्ट कर दिया गया है की अगर 25 जून तक हमारा भर्ती कार्यक्रम घोषित न हुआ तो 30 जून को लखनऊ की सड़कों पर क्या होगा इसका अंदाजा लगाना हमारा खून चूसने वाली इन शिक्षा शत्रुओं की सरकार को बहुत मुस्किल हो जायेगा फिर चलेगा जुलाई के प्रथम सप्ताह में सुप्रीम कोर्ट का हंटर.
टीईटी 2011 उत्तर प्रदेश को साधारण शिक्षक नहीं देने जा रहा है वल्कि यह देने जा रहा है 72825 चाणक्य जो उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था के साथ साथ देश के राजा सहित यूपी जैसी छोटी रियासतों के नवावों को भी साम दाम दंड भेद से शिक्षित करने में समर्थ होंगे.
इलाहाबाद के जिला अध्यक्ष सुजीत सिंह के कानूनी दावं-पेंच और दूरद्रष्टिता से सरकार को कभी भी उबरने का मौका नहीं मिला वागपत के अनिल जी,अम्वेडकरनगर के अनिल जी हिमांशु राना जी शलभ तिवारी ,अनिल पाण्डेय ,लखनऊ के गणेश दिक्षित जी राकेश जी अनिल कुंडू जी रमा जी मीना जी विजय तोमर जी नवीन श्रीवास्तव जी नीलेश जी आदि जैसे अनगिनत रत्न भरे हुए है हमारे टीईटी संघर्ष मोर्चे में अपनी जान पर खेल जाने का जज्बा लिए अवनीश यादव संकल्पित हैं टीईटी मेरिट से भर्ती पूरी कराने को तो आप ही सोंचिये की यह भर्ती रोकने की ताक़त किसी भी असुर की नहीं हो सकती.
हम आज भी अपने सभी प्यारे दोस्तों से प्रार्थना करते है की कृपया कोई किसी से बैर भाव न रखे क्योंकि हम सब एक ही रास्ते के राही हैं.हमें हमेशा साथ साथ ही चलना है.साथ साथ ही शिक्षा के अस्तव्यस्त ढर्रे को द
र्दुरुस्त करना है हम सब महत्वपूर्ण हैं.
ReplyDeleteअनेक झंझावातों को पीछे छोड़ते हुए हम सब अब मज़िल के बहुत करीब आ पहुंचे हैं .परम पिता परमात्मा की असीम अनुकम्पा से अतिशीघ्र हम सब अपने और अपने परिवार के सपनो को पूर्ण करने की दिशा में सफल हों. जय जय टीईटी मेरिट जय जय टीईटी संघर्ष मोर्चा जय जय आप हम सब की
(किसी को कुछ बुरा लगे तो माफ़ करियेगा .संघे शक्ति )
सुप्रभात साथियों,
ReplyDeleteअसमाजवादी पार्टी सरकार को अदालत को तौलने वाला जो लाईलाज रोग लगा है,जुलाई में बिल्कुल ठीक हो जाएगा,,,,जब गुप्त रोगों के जाने माने चिकित्सक डॉक्टर झटका उर्फ एच.एल.दत्तू साहब अपनी रेगुलर बेंच में टीईटी वाली फाइल और जूता दोनों के साथ बैठेंगे और सामने कँपकँपाते हुए पुराने रोगी बेसिक शिक्षा सचिव/निदेशक इत्यादि संबंधित गाँणमान्य लोग खड़े रहेंगे।
भर्ती तो ये अपनी जीभ बाहर निकालकर कुत्ते की तरह हाँफते हुए करेंगे, पर इन सबसे खूबसूरत दृश्य होगा जब हम 72825 विद्यालयों में तिरंगा फहराएँगे...अपना सिर गर्व व सम्मान से ऊँचा और दंभी निर्लज्ज सरकार,एकेडमिक गधों,अपने सामाजिक शत्रुओं का मूँड़ा और कालिख लगा सिर अपमान में झुका कर...
ये यूपी की दोगली संताने अखिलेश मुलायम आने वाले समय में इतिहास के पन्नों में दफन कर दिए जाएँगेँ....
ले के कश्ती हम खड़े हैं इसलिए दरिया के बीच,
देखना ये है कि तूफानों में कितनी जान है...
॥जय हिंद॥
कल उच्चतम न्यायालय की पीठ ने 72825 शिक्षकों की भर्ती के लिए समय सीमा बढ़ाने की अपील खारिज करके सरकार को स्पष्ट रूप से सन्देश दे दिया है कि जितना जल्दी सम्भव हो भर्ती पूरी करो।अपील खारिज करने का प्रभाव जल्दी ही सबको दिखाई भी देने लगेगा अब भर्ती प्रक्रिया की गति कई गुना बढ़ना तय है । लेट लतीफ डायटो पर कार्रवाई की तलवार लटकना तय है साथ ही साथ एन आई सी को भी सभी जिलों का डाटा मर्ज करने के लिए ज्यादा समय नही मिलेगा ।हालाँकि मुख्य सचिव तथा सचिव बेसिक शिक्षा परिषद पर न्यायालय की अवमानना की कार्रवाई का खतरा उत्पन्न हो गया है
ReplyDeleteऔर हाँ ग्रीष्मकालीन पीठ से अपील करना भले ही अपील खारिज ही क्यों न हो गई हो सरकार के बचाव का कार्य करेगी ।
ReplyDeleteहमें सरकार से कोई हमदर्दी नही है, समय सीमा बीतने के साथ ही सरकार के विरुद्ध अवमानना का केस दायर करके सरकार को दबाव में लेने का कार्य टेट मोर्चा जरूर करेगा , इसमें तनिक भी सन्देह नही है।
सरकार हंस कर करे या रोककर , इच्छा से करे या फिर अनिच्छा से भर्ती तो करनी ही पड़ेगी।अब रोने का नही मुस्कराने का समय है मित्रों ।आइये नकारात्मक विचारों को तिलांजली दें और सकरात्मक
विचारों को आत्मसात करें।मुस्कुराइये क्योंकि उज्ज्वल भविष्य आपका इन्तजार कर रहा है।
tmntbbn yeh betao ki jinki fee wapes aur tet marks kam likhe hai uske lia govt kya karegi
ReplyDeleteplease dost betao na
ReplyDeleteYe sala akhilesh ku6 bhi kar le bharti to ise har hal me karni padegi.....
ReplyDeleteDosto ye bhi ho sakta ki ye akhilesh khachchar yadav...apne education secretary ko jail ya avmanna ke liye kurban kar de....
ReplyDeleteOr jab tak sc ka final order na aaye tab tak bharti ko u hi latkati rahe.....
Ab dosto....
ReplyDeleteHum logo ko July ke 1st week me dilli me dharna dena chahiye...kyoki wahan par newspaper me jayada coverage milegi...or sc ke judge dattu ji ki bhi knowledge me aa jayege...tabwo shayad up sarkar ko jayada kada dand de....
simile lunar ji map aisa na sochein ab hamaari raah mein koi rukawat nahi aa sakti raaste me chahe khachchar Ho ya pahaad.bhai Ramdev aapke dukh kat gaye.shighr hi counselling ki date ka aasaan hoga.JAY HANUMAAN JAY SHRI RAAM JAY TET MERIT.
ReplyDeleteAb to up govt bhi dito ko harek order me at any rate khegi.
ReplyDeleteMerge the list today at any rate.
Prepare the software today at any rate.
At any rate ........At any rate.
सब मेरा ही लिखा, रचा, तय किया हुआ है
ReplyDeleteहोई है वही जो 'हम' रचि राखा
प्रचण्ड गर्मी के मध्य में दो बड़ी खबरें टेट मेरिट वालों का मनोबल बढ़ाने वाली ही हैं....
1.हाईकोर्ट का शिक्षामित्रों को बिना टेट शिक्षक बनाये जाने वाले सरकारी शासनादेश पर जवाब तलब करना
और
2. सुप्रीम कोर्ट में 72825 टेट मेरिट वाले केस में न्यायाधीशों द्वारा सरकारी फाइल सरकारी वकील के मुँह पे दे मारना
मित्रों
ReplyDeleteपरिर्वतन प्रकृति का शाश्वत नियम है
इसलिये इसे हूबहू स्वीकार्य किया जाना चाहिये....
जो भी हो रहा है....
वह तो पहले से तय है
मैं तो बस इसे रच रहा हूँ
अनेकों रंगों में
विविध पक्षों में
रुदन विलाप हास्य परिहास
सम्बल विद्रोह प्रलाप
अगर आप एक झटके में नौकरी पा जाते
तो क्या मिलता आपको ?
दुनियादारी का अहसास कभी कर पाते आप...
नाते रिश्तेदारों की असलियत कभी पता चल पाती आपको...
मूल्य (मिलने वाली सैलरी) का मोल कभी लगा पाते आप...
बेरोजगारी की टीस को कैसे समझते आप...
सपने और हकीकत को कैसे महसूस करते आप...
प्यार और यार में फर्क नही जान पाते आप
जीवन संघर्ष का प्रैक्टिकल कैसे करते आप
अपने माता-पिता-भाई-बहिनोँ का प्यार दुलार स्नेह ममता की गहराई कभी नही समझ पाते आप...
सरकारी चालों को कैसे भाँपते आप
न्याय की कसौटी को कैसे परखते आप
आस्था और विश्वास को कैसे महसूस करते आप...
समाजवादी कथनी व करनी के साक्षी कैसे बनते आप
और नेटा जी के पी.एम. के सपने को कैसे धूल धूसरित करते आप....
अकल-लेस की अक्ल को कैसे परखते आप
इसलिये
गुरुर करिये अपने आप पर, अपने भाग्य पर
इतराइये अपने हुनर पर
और गर्व करिये अपने टेट संघर्ष मोर्चे के नेतृत्व पर
जिसने
राजनीति, समाजवाद, न्याय जैसी हर कसौटी पर विपक्षियों को जोरदार पटकनी दी है और आपको ऐतिहासिक विजयश्री दिलायी है
और ऐसा आपके अप्रतिम सहयोग व समर्पण से ही संभव हुआ है
क्योंकि आप हर मापदण्ड पर खरे उतरे हैं
और यही तो सच्चे 'गुरु' होने की शुद्ध निशानी हैं
कल के फैसले
ReplyDeleteके बाद कुछ डायटो
ने तो डाटा कल
ही भेज दिया था
जिन जिलो ने
डाटा अभी तक नही
भेजा है
उनको 18 तक भेजने
का आदेश
और न भेजने पर सीधे
कर्मचारियो और
डायट प्रचार्यो पर
कार्यवाही करने की धमकी दीscert ने
Umashankar ji... high court me har hal me btc walo ki help karni chahiye kyoki agar shiksha mitra wale case me saekar har jati h to 72000 wali ko karne ke alawa is khachchar cm ke pas or koi rasta nahi bachega....
ReplyDeleteसभी भाइयों को निरहुआ का प्रणाम।
ReplyDeleteसाथियों,
इतिहास में 'बागियों की धरती' के नाम से मशहूर आजमगढ़ की सरजमीं पर टी.ई.टी. संघर्ष मोर्चा आजमगढ़ के योद्धाओं द्वारा सरकार के विरुद्ध बगावत का बिगुल फूँके जाने का आज 15वाँ दिन है,,,इन रणबाँकुरों की जीवटता के आगे निरहुआ नतमस्तक है। आजमगढ़ से बगावत का परचम बुलंद करने में अग्रणी रविंदर यादव, जनार्दन मौर्य, उमेश वर्मा, विघ्नेश गौतम, अरविन्द यादव, रामकृष्ण परमहंस तिवारी, उमेश कुमार, पंकज कुमार और प्रवीण श्रीवास्तव इत्यादि योद्धाओं ने अद्वितीय साहस और धैर्य का परिचय देते हुए टेट संघर्ष की जौहर अग्नि को लगातार प्रज्ज्वलित किये हुए हैं।
शिराज-ए-हिन्द की सरजमीं जौनपुर के रणबाँकुरे वीर परम्परा का सम्मान करते हुए आजमगढ़ मोर्चे के समर्थन में आज आजमगढ़ पहुँचे और अपने टेट साथियों को भग्न हृदय से गले लगाते हुए उनके संघर्ष में पूर्ण सहयोग का आश्वासन और समर्थन दिया।
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फिर इम्तिहाँ ना होगा ऐसा इम्तिहान देंगें
खाएँगे जख्म हँसकर खुश होकर जान देंगे
मिट जायेंगे हम जुबाँ पर गर जुबान देंगे
यही शान है टेटियन्स की, इसी शान की कसम
हिन्दुस्तान की कसम।।
कल जिस तरह से इस बेहया सरकार ने मुहँ की खाई है उससे एक बात तो ये लोग (acc. समर्थक) समझ चुके होंगे की अब इनकी दाल -रोटी जो चंदे से चल रही थी छीन चुकी है ।
ReplyDelete" लेकिन चालाक और मक्कार इंसान तब तक भूका नहीं मर सकता जब तक इस संसार में बेवकूफ इन्सान मौजूद हैं".... ।
इसलिये कल एक मक्कार इन्सान कह रहा था की अपील खारिज नहीं हुई है dissmiss हुई है।।
अगर अब भी acc. सपोर्टर इनका साथ देंगे तो इनका भगवान ही मालिक है। ।।।
जहाँ तक विभिन्न पोस्टों से .अख़बारों से खबर मिल रही है सरकार बेकफुट पर आ चुकी है ।
Trick:-
ReplyDeleteसिर पर एसिड डाल गया वो।
सेब के ढेर पर बैठा मालिक जो।।
अंगूर टरटराता रह गया अब।
इमली संग वो मिल गया जब।।
खट्टे फल अब हटो साइड पर,।
दूध,दही तुम पियो लेटकर।।
घास के पत्ते मे बैन्जोइक।
सोडावाटर है काबॅनिक,।
तो बिच्छू,चीटी मे है फार्मिक।।
मूत्र मे होता यूरिक का मरहम।
याद रखना ये तुम हरदम।।
explain
सिरका--------------एसिटिक एसिड
सेब--------------मौलिक एसिड
अंगूर--------------टारटेरिक एसिड
इमली--------------टारटेरिक एसिड
खट्टे फल--------------साइट्रिक एसिड
दूध--------------लैक्टिक एसिड
दही --------------लैक्टिक एसिड
घास--------------बैन्जोइक एसिड
पत्ते--------------बैन्जोइक एसिड
सोडावाटर--------------कार्बनिकअम्ल
बिच्छू--------------फार्मिक एसिड
चीटी --------------फार्मिक एसिड
मूत्र--------------यूरिक एसिड
बैडमिंटन कप
Trick => "दीवाना सुर में थम के नाच"
दीवना = अम्रत दीवान कप
सु = सुदीरमन कप
र = रहमतुल्ला कप
थम = थामस कप
ना = नारंग कप
च = चड्डा कप
मान बुकर पुरस्कार प्राप्तकर्ता भारतीय लेखक व उनकी पुस्तकें
Trick - "बीस AKA(आका=मालिक)"
बी - बी एस नायपाल(1971-In a free state)
स - सलमान रश्दी(1981-Midnight children)
A - अरुंधती राय(1997-The god of small things)
K - किरण देसाई(2006-The inheritence of loss)
A - अरबिंद अडिगा(2008-The white tiger)
Tmntbbn ...umashankar bhai...
ReplyDeleteAgar shiksha shatru ko joining hamesha ke liye fas gayi to 72825+72825 ki sambhavna bhi ban sakti h...kyoki aaj bhi primary me aaj bhi 200000 se adhik pad khali pade huye h...to plz...v btc walo ki kanooni point par help ki jaye...or kam merit wale garib majdoor tet fighters ka bhi bhala ho sake....
High court ki kisi bhi bench ka asar kisi bhi state govt par nahi padta specially jab sansodhan ki bat ho and govt purna rup se bahumat me ho kyoki ye high court ke order ko change kar skate hai .But this is the order of SC so he has to follow the order of SC.
ReplyDeleteIn case of court of contempt SC may request to President of india to dissmiss the govt of through Governor .In indis very govt( state and centre) have to follow the constitutional rule and order of SC.in up TET case the case is Pathak and others Vs Govt of Up and others.if Nitiswer doesn't take the responcibilities of the cort of contempt then the govt of UP may be dismissed.
Ab time h kuch karne ka delhi andolan kro dosto......
ReplyDeleteModi g humari help jarur krge
Sir aap jaisa likhte hai wesa hota nahi he.chhama kariyega pichle saal june me bhi aap itne confedently judge sahab par bharosa kiya tha aur ACD walo ko bahut bure hone ki prediction ki thi Jo ki hame acha nhi laga tha .baad me hua kya sabko pata he. Me to bus itna kahunga is bharti ki mangal kamna kariye..as mathmetically couldn't be happen the circumstances we think ,coz all mighty judge is UPAR WALA...don't mind sir I.m yr FAN...
ReplyDeleteअब उडी रातो की नीद
ReplyDelete.....कुछ डायटो पर
कल रात मे
भी इमरजेन्सी लाइट
जलाकर किया गया
काम.......!
और आज शाम तक
डाटा भेजा जायेगा
भदोही डायट उनमे से
एक
अब सोर्स पूछोगे ...
Thanks..........shukla ........G
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteSarkar besarmi saari haden paar karegi.
ReplyDeleteदोपहर समाचार....
ReplyDelete★★एस.सी.आर.टी.द्वारा प्राप्त सूचनानुसार★★★★★
ⓐⓐⓐध्यान दे मित्रोⓐ ....जैसा कि सभी को ज्ञात हो चुका है कि राज्य सरकार की time extention अपील को कल माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा खारिज करके regular बेंच मे अपील करने को कहा ।....इस खबर से शासन के उच्च पदो पर आसीन अधिकारियो के हाथ -पॉव फूल गये, और उन डायट्स को, जिन्होने अभी तक डाटा नही भेजा था,,,उनको फैक्स किया गया, ,,इस निर्देश के साथ कि अगर 18 जून तक डाटा नही भेजा गया तो सम्बन्धित डायट प्राचार्य और सम्बन्धित कर्मचारी पर कठोर कार्यवाही की जायेगी.....इस क्रम मे कल 17 जून को ही आगरा, फिरोजाबाद, बस्ती, ,सीतापुर, देवरिया, फर्रूखाबाद, द्वारा डाटा को भेज दिया गया.. ......कुछ लोगो का यह कहना है कि डाटा कितनी बार भेजा जायेगा, ,तो मित्रो आपको बता दूँ कि यह एक ऐसा साफ्टवेयर है, ,जिसमे male / feemale, ,,,science / art, ,,viklang reservation etc vise विभाजन करके उनकी संख्या बता देता है,। तथा सभी अभ्यर्थियो को उनकी catagary के क्रम मे उनके टी.ई.टी. नम्बरो के क्रम मे लगा देता है
........मेरा अनुमान है कि अब किसी भी दिन counc. से सम्बन्धित सूचना मिल सकती है । आजमगढ टी.ई.टी. मोर्चे को उनके 14 वे. दिन के क्रमिक अनशन के लिए सलाम
अखिलेश यादव को सुप्रीम कोर्ट की अवमानना के बाद भी बहुत ही आसानी से 12 वीक का और समय मिल जाएगा ऐसे सलाह देने वाले वो सलाहकार हैं जो बचपन में ---
ReplyDeleteपेंसिल छीलकर दूध में उबालकर उसके रबड़ बनने का घंटों इन्तजार करते थे अंत के मम्मी की चप्पल और पापा का जूता खाकर भी नियमित अपना प्रयोग नियमित जारी रखते थे !
इसके साथ साथ समय मिलते पर ट्रेन के नीचे सिक्का रखकर उसके मेग्नेट बनने का इन्तजार करते थे ।
Dattu sir ke court me Jane se pahle counselling schedule aur correction programme jaari ho jayega, ho sakta hai counselling bhi chalu kar de tab tak...
ReplyDeleteKyuki time extension appeal reject hone ke baad scert office me Tsunami aa gyi hai.....
Aaj kisi bhi Keemat par data software per merge karke bhejna hai.....
Ab Sare documents taiyar rakhe,
Neetishwar ko itni himmat nahi hai ki kal ke order ke baad wo Dattu sir ki bench ka july tak wait karen. Agar itna dam hota to kyon 84 din ke andar application mention karaye time badhane ki. Chup chap rah jate. Kyo DB ke order ke 90 din ke andar SC gaye? Damm tha to na jate. Inki hawa gul hai par kahege to nahi ki mai darr chuka hun.
ReplyDeleteJai hind,
jai tet merit.
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteअवमानना से बचने का एक
ReplyDeleteही उपाय है कि,
सचिव लोग शिक्षामित्रों के G.O
की भस्म लपेट के दत्तू साहब के
सामने प्रकट हों...
यह सही है
ReplyDeleteकि भर्ती पूरी न करके यदि सरकार कोर्ट गयी तो स्वयं जज आदेश की अवमानना मानकर सरकार को शुद्ध कर देंगे ।
परन्तु ऐसा सोचकर कोई टेटवीर अपनी मुहिम कमजोर न कर दे ।
क्योंकि सरकार को बचने का मौका नही देना है ,
इनकी एक एक करतूत कागज में लिखकर हमारे वकील को दी जाये कि समय सीमा की दुहाई के चक्कर में समय पास कैसे हुआ है।
जज साहब कार्यवाही करें , यह सही है मगर हमें भी तो आग में घी छिडकना है ।
जहाँ दत्तू जी एक तमाचा लगायेंगे ।
वहीं सरकार की करतूतें बताकर दो तमाचे और लगवायें जायेंगे ।
अब ऐसा तो हो नही सकता कि जज साहब सरकार को मार ही डालें , भर्ती लटकी है , और पूरी करानी है , तो अगली बार और अधिक कठोर आर्डर के साथ सरकार को मोहलत तो देनी ही पडेगी ,
टेटवीर अपने वकील को इतना जरूर समझा दें कि सरकार को समय तो मिलने दें , मगर वह इतना कम हो कि इस दौरान चाहकर भी कोई कुटिल चाल चल न सके
और भर्ती पूरी ही करने का विचार रहे
समय जितना कम होगा , उतने ही हाथ पांव बंधे होंगे ।
M
ReplyDeleteY
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तुझे मुहब्बत करना नहीं आता
मुझे मुहब्बत के सिवा कुछ नहीं आता
ज़िंदगी जीने के दो ही तरीके है
एक तुझे नहीं आता एक मुझे नहीं आता
Ab jung ness ko Jung lagne wala hai.kyoki PRT kr ne ki majburi+ SC ki fatkar (court of contempt)+ rapisto/police se presan+sbse bade preshani to tab ho jayegi yadi CM ki favourite SM bharti par stay aa gaya
ReplyDeletefriends CM hamse jyada tension me hai apne kuniti (worest policies))ke karn.isiliye to ....o...........Transfer........Transfer..........Transfer............aur ek din ye khud transfer ho jayega.
mr tmntbbn pls bataye ki 2012 waale hamare matter ko kitna affected ker sakte h ker bhi sakte h ya nahi pls sir es par jaroor bataye kyuki gov ab inko aage rakhker chalna chahati h
ReplyDeleteAane wale time ( 2017) me mulayam singh ka heart fail ho jayega...or tipu (harami cm) angrejo ( tet fighters) ke dawara shahid kar diya jayega...or desh bhakto ( bjp) walo ki sarkar banegi....
ReplyDeleteInka koi wajud nahi hai kyon ki ye shaadi se pahle wale bachche hain .
ReplyDeleteसाथियोँ शुभ सँध्या!
ReplyDeleteआशा भी है साथ मेँ उस परमपिता से प्रार्थना भी करता हूँ कि आपके जीवन मेँ हर शाम खुशियोँ के चिराग जलेँ।
"कोई तो है जो फैसला करता है..
पत्थरोँ के मुकद्दर का..
किसे ठोकरोँ पे रहना है,किसे भगवान होना है।"
इसलिये दोस्तोँ खुद पर और भगवान पर भरोसा रखो क्योँकि समय से पहले और भाग्य से अधिक किसी को कुछ नहीँ मिलता।
"लोग कहते हैँ कि मिलेगा वही जो हाथोँ की लकीरोँ मेँ होगा..
पर मैँ कहता हूँ कि इन्हीँ हाथोँ से कुछ करके तो देख ये लकीर भी बदल जायेँगी.."
साथियोँ,मैँ आपसे कुछ सीधी और सच्ची बात करना चाहता हूँ।आज वास्तविकता यह है कि हम सु.कोर्ट के माध्यम से अपना हक जीत चुके हैँ जो जल्दी ही जुलाई मेँ मिल जाना चाहिए इसलिए हम इन्तजार के पलोँ मेँ खुश रहेँ।हमारा टीईटी सँघर्ष मोर्चा हर विपरीत परिस्थिति से निपने मेँ सक्षम है बस हम सभी संगठित रहेँ।कल 17 जून के आदेशानुसार हम 30 जून के बाद ही कंटैम्प्ट करेँगे यदि जरुरत पड़ती है तो वरना मुझे लगता है कि भर्ती पहले ही शुरु हो जायेगी।
ReplyDeleteअब बात करता हूँ मेरिट की तो सबसे पहले मेरा उन लोँगो से निवेदन है जो बिना प्रमाण के मेरिट हाई बता रहे हैँ और खुद झूठ बोलकर लो मेरिट वालोँ का मनोबल डाउन कर रहे है,कृप्या ऐसा ना करेँ।मैँ बताता कि मेरिट वास्तव मेँ अप्रत्याशित लो रहेगी,जनरल 100 के नीचे लाजिमी जायेगी और विज्ञान वर्ग तो और भी अधिक सुरिक्षत है।90+ अधिकतम 65000 अभ्यर्थी हैँ और 100+ अधिकतम 30000 अभ्यर्थी हैँ।इन्हीँ मेँ से बी.एड 2012,वि.बीटीसी,बीटीसी,बीपीएड व अन्य जॉब मेँ भी अभ्यर्थी निकल चुके हैँ।इसलिए आप सभी का सलैक्शन हो जो इसके योग्य हैँ,ऐसी मैँ भगवान से कामना करता हूँ।
"खुद को परिस्थितियोँ का का गुलाम कभी न समझो..
तुम स्वयं अपने भाग्य के विधाता हो.."
2012 walo ko koi b halke me lene ki bhool na kre verna hum tet ki tatti nikal denge
ReplyDelete2012 bed zindabad hum is bhrti par stay layenege jald hi
ReplyDelete2012 bed zindabad hum is bhrti par stay layenege jald hi
ReplyDeleteJa sale babbar chuhe......bhag ja...or kahin ja kar chhip ja...
ReplyDeleteVarna jai janiya tera shikar kar lega....sala...chuha.....hahahahaha
Babbar Singh aap chuhe ho.aapko aisi sheron jaisi baatein nahi karni CHAHIYE.TET merit nahi to bharti bhi nahi .kisi bhi tarah se nahi.jay Hanumaan jay Shri Raam
ReplyDeleteआज विश्वास हुआ कि भारत में न्याय अभी जिन्दा है
ReplyDeleteसच में आज वास्तव में इस अहंकारी अक्ल लेस को करारा तमाचा जड़ा गया है
आज मेरे कलेजे को ठंडक मिली है आज लखनऊ में मिली लाठियों की मार इस निर्लज्ज सरकार को उखाड़ फैंकने में क्रन्तिकारी सिद्ध हुई है
मुझे अब उन लाठियों की पीड़ा बिल्कुल नहीं रही
और अंत में tet nahi to bharti bhi nahi भाई को बहुत बहुत धन्यवाद जिन्होंने विषम परिस्थितियों में भी हमारे अन्दर आशा का संचार किया
जय श्री राम जय साईं नाथ
Thanks
ReplyDeleteBhagat singh...............G
GOOD MORNING
ReplyDelete.
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Tu dur haii mujhse aur pas bhi hai
Teri kami ka kahi aehsash bhi hai.
Chahne wale lakho hai jahaan me mere.
Par tu pyari bhi hai aur khash bhi hai.
मुझे लगता है
ReplyDeleteयदि 30 जून से पहले सरकार डाटा वाटा आनलाईन कर देती है , तो इससे 30 जून वाला संभावित आन्दोलन कमजोर पड जायेगा ।
वैसे भी अब जुलाई निकट है , कोर्ट पहले ही हफ्ते में खुल जायेगा , तो ऐसे में हमें अपनी कोर्ट तैयारी पर ध्यान देना चाहिए ,
शायद अब 30 को आन्दोलन की आवश्यकता नही है।
gov ki manshikta kaise ye ho skti h ki ve dusre gov k karyo ko pura na kre jb bhi pm ,cm,mla etc bnte h to unko sapath dilayi jati h jisme ve nispaksh kary krenge..kisi k hit ko nukshan ni pahuchayenge fir bhi aj ki gov aisa kr rhi h..
ReplyDeletechanakya ka Naam sabko pta hoga ! Pr kya Up s SP & BSP k samool naash ka kaaran hum mahan chankya k jagah 72825 chanakya n li hai ?In dono chor paartiyon ka Naas to ttay hai bhai ek chanakya n jadd khod di thee ek mahan vansh ki hum to 72825 hain............?
ReplyDeleteछोटी सी जिंदगी है ,
ReplyDeleteहर बात में खुश रहो।
:::::::
जो पास में ना हो ,
उनकी आवाज़ में खुश रहो।
::::::::🐋
कोई रूठा हो तुमसे ,
उसके इस अंदाज़ में खुश रहो।
::::::::🐋
जो लौट के नही आने वाले है,
उन लम्हो कि याद में खुश
रहो।
::::::::🐋
कल किसने देखा है ,
अपने आज में खुश रहो।
::::::::🐋
खुशियों का इन्तेजार किसलिए ,
दुसरो कि मुस्कान में
खुश रहो।
::::::::🐋
क्यूँ तड़पते हो हर पल किसी के साथ को ,
कभी तो अपने
आप में खुश रहो।
:::::::🐋
छोटी सी जिंदगी है ,
हर हाल में खुश रहो।
::::::
नमस्कार दोस्तों,
ReplyDeleteआपने एक कहावत तो सुनी होगी "अपने पैर पर खुद कुल्हाड़ी मारना" लेकिन उत्तर प्रदेश की अतिरिक्त होशियार सरकार ने भर्ती के प्रारंभ से 'अपने पैरो को कुल्हाड़ी पर मारा है।' जिसका एक बार अहसास हम लोक सभा चुनाव14 में करा ही चुके है और शेष कमी को विधान सभा में पूरी कर देंगे।
जब 4फरवरी13 को माननीय शुशील हरकौली जी ने इनके कुक्रत्य पर रोक लगाई थी यदि ये तभी संभल जाते तो बेहतर होता। जिससे लाखो/करोडो बच्चो और कई परिवार की दुआओ पा लेते। नियति ने इन्हें एक बार मौका तब दिया जब 20नबम्बर13 को हरकौली जी के आदेश पर माननीय अशोक भूषण द्वारा फिर से मुहर लगवाई। लेकिन सत्ता के नशे में चूर ये अलोकतांत्रिक परिवारवादी सरकार सही निर्णय न ले सकी। और एक बार फिर अपने अहंकार में देश की सर्वोच्य अदालत जा पहुंची, जहाँ से भी वही हुआ जो इनके साथ होना चाहिए था। माननीय दत्तु साहब ने 25मार्च14 को 'हर कीमत'(At any rate) भर्ती को 12सप्ताह में पूरा करने का आदेश थमा दिया। 17जून14 को ये समय भी इन्होने गवाँ दिया। इसी को कहते है अपना पैर खुद कुल्हाड़ी पर दे मारना।
भर्ती आज भी पूरी नही हुई है अर्थात अवमानना तो हो ही चुकी है, जिससे बचने का एक प्रयास इन्होने किया था, वह कल(17/06/14) विफल हो गया।
अब मेरा मोर्चा के प्रथम पंक्ति के नेतृत्व से निवेदन/सुझाव है कि कोर्ट के पुनः बैठते ही केबल एक बात कही जाए कि "आपके आदेश के बाद भी हम बेरोजगार है, लाखो अभ्यर्थी का भविष्य पिछले 2.5साल से अधर में है। हम फिर से आपकी शरण में आये है। हमे अतिशीग्र हमारा अधिकार प्रदान कराने की कृपा करें।"
ReplyDeleteबाकी काम कोर्ट पर छोड़ दें।
अंत में मैं बस इतना ही कहूँगा कि स्वयं पर, न्यायपालिका पर और अपने संगठन पर विश्वास बनाये रखें। और सदा सकारात्मक रहें। अब मंजिल दूर नही। साथ ही हम सभी माननीय न्यायपालिका और मोर्चा नेतृत्व के जीवन भर आभारी रहेंगे।
जय हिन्द जय टेट जय भारत
!! सत्यमेव जयते सर्वदा !!
शादी के बाद बेड़रुम कैसे
ReplyDeleteमहकता है
3 साल तक-
परफ्यूम
चाकलेट
स्ट्राबेरी
ग्रेप्स
3 साल बाद-
जानसन पावड़र
जानसन क्रीम
बेबी लोशन
हगीस ड़ायपर
15 साल बाद-
झंड़ू बाम
विक्स
आयोडेक्स
मूव
40 साल बाद-
अगरबत्ती
धुप बत्ती
अब आपके यहाँ कौनसी महक है बताएँगे
नहीं क्या
?
JOKE OF THE DAY-
ReplyDelete.
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शिक्षामित्रों के समायोजन पर कोर्ट को चुनौती देगी सरकार
शैलेंद्र श्रीवास्तव
अमर उजाला, लखनऊबुधवार, 18 जून 2014
Updated @ 2:42 AM IST
up govt to challenge high court on shikshamitra issue
टीईटी की अनिवार्यता नहीं
शिक्षामित्रों के समायोजन को लेकर राज्य सरकार ने अपना पक्ष मजबूती से रखने का मन बना लिया है, वहीं हाईकोर्ट द्वारा उठाए गए सवाल का जवाब भी तलाश्ा लिया है।
इस मसले पर सरकार का कहना है कि हाईकोर्ट में सरकारी अधिवक्ताओं के साथ जरूरत पड़ी तो निजी अधिवक्ताओं की टीम भी लगाई जाएगी। सरकार का मानना है कि शिक्षा मित्रों के समायोजन का मामला नहीं फंसेगा।
शिक्षा मित्र पूर्व से संविदा शिक्षक हैं, बस उनका समायोजन किया जा रहा है। इसलिए ये नए शिक्षकों की श्रेणी में नहीं आते हैं, टीईटी की अनिवार्यता नए शिक्षक भर्ती के लिए है।
Mujhe lagta h ke tet morcha ke bade leaders shiksha mitro ke Faver me kam kar rahe h...kyoki ab tak kisi bhi bade tet leader ne shiksha mitro ke samayojan ka virodh nahi kiya h...kyo.....?
ReplyDeleteKyo shiksha mitro ke samayojan ka virodh nahi kiya ja raha h...kewal v btc wale hi unka virodh kar rahe h...
ReplyDeleteJabki hum 2011 ke 275000 tet pas dhai sal ae dhakke kha rahe h....
"""" jab shiksha mitro ko rojgar mila hua h....to kya in tet leaders ko ye karna chahiye ki shiksha mitro ke samayojan ka virodh jor shor se uthana chahiye... or un majboor tet 2011 walo ko bhi 2 jun ki roti mil sake...
ReplyDelete4000 rupye me private schools me padane ka dukh hota h...ye sala koi nahi janta...
Or shiriman bhai sahab ji tmntbbn ji...plz ek sawal ka jawab de to aapki mahan karpya hogi...
ReplyDeleteJab sarkar ke pas tet 2011 ke lakho ki tadad me primary tet pas..cacandidate h to unka samayojan kyo nahi ho sakta..kyo btc ke dawara 2 sal ka time West kiya ja raha h...
Kya tet 2011 pas ..sabhi candidate sc me apne samayojan ke liye rit kar sakte h....kyoki basic education department me teachers ki bhari kami h...
ReplyDeleteSunil....................G
ReplyDelete.
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Ladayi to isi baat ki chal rahi hai.
मेरे सभी मित्रों को शुभ प्रभात!
ReplyDeleteजैसा कि परसों सुबह ही मैनें आप सभी से अवगत करा दिया था कि अपरिहार्य कारणों को छोडकर ग्रीष्मकालीन बेंच किसी और बेंच के मैटर को नहीं सुनती है और वही हुआ ,,,,कल एक बात और मैनें देखी कि हमारे टेट साथियों(खासकर न्यायालयी प्रक्रिया देखने वाले) ने परसों सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही को लेकर इतना भौकाल पेल दिया था कि जो पहले से निश्चित था उसको ऐसी उपलब्धि बताकर पेश किया जैसा मानो कोर्ट नहीं स्वयं उन्होने ही सरकार को भगा दिया हो.....आखिर अंतरिम आदेश पहले ही हो चुका है....यह भी कहा जा चुका है कि टेट वालों की भर्ती अंतिम आदेश के अधीन होगी ......तो अब बचा ही क्या है ,,,,
परसों मैनें सुबह ही बता दिया था कि सरकार केवल contempt of court से बचने के लिये ही सारी कलाकारी कर रही है ....और यह बात कोर्ट भी अच्छी तरह से समझती है....और वही बात कोर्ट ने भी कल कही......खैर जो भी हुआ वह सही हुआ लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट पर पैनी नजर बनाये रखने से ज्यादा आवश्यक है कि स्थानीय स्तर पर भर्ती कराने का प्रयास किया जाये क्योंकि कोर्ट को जो करना था वह हो चुका है,,,,,,,,
ReplyDeleteजब सरकार अपनी समस्त कुटिलताओं से बाज नहीं आ रही है.....सुप्रीम कोर्ट हर सम्भव हमारे लिये कोशिश कर रही है.....तो अब क्या आप घर में बैठकर रसगुल्ला मुँह में जाने का इंतजार कर रहे हैं....एक तरह शिक्षामित्र हैं जो सब असंवैधानिक होकर भी सिर्फ विधान सभा घेरकर आज जबरदस्ती नियुक्ति करा रहे हैं और एक आप लोग हैं कि जूनियर,,,,बीटीसी,,,विशिष्ट बीटीसी और 72825 में विभाजित होकर किसी ईश्वरीय चमत्कार का इंतजार कर रहे हैं.......अरे! सपनों से जागो और 30 तारीख को ऐसा हुजूम बन जाओ कि सरकार की चूलें जड से हिल जायें....इसलिये मेरे दोस्तों यह मत सोचो कि सरकार क्या कर रही है,,,,यह तय करो कि तुमको क्या करना है
ReplyDeleteM
ReplyDeleteY
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Mujhse Wo Pehli Nazar Ek Daastaan Keh Gayi.......!!
Jo Bhi Zubaan Keh Saki Na Wo Ye Bezubaan Keh Gayi........!!
Phir Mere Khwabon Mein Aakar Tune Meri Neendo Ko Churaya.......!!
Phir Mere Dil Mein Samakar Tune Dil Ko Diwana Banaya.............!!!!!!
Dear......................GOLU...............G
ReplyDelete!
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दो बातें इंसान को अपनों से दूर कर देती हैं,
एक उसका 'अहम' और दूसरा उसका 'वहम'
Dear.................ANSHU..................G
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अगर भगवान नहीं हे तो उसका ज़िक्र क्यों ??
और अगर भगवान हे तो फिर फिक्र क्यों ???
MUJKO KEVAL TET KE ADAR PER BHARTI CHAHIYE O BHI JULY MONTH ME..................
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!YADI AISA NAHI HUA TO UP ME TUFAN AA JAYEGA.
जो पेड़ बंजर है फल की आश क्या कीजै । जहाँ बेदर्द हाकिम है वहाँ फरियाद क्या कीजै ।। ....
ReplyDeleteआन्दोलन दिल्ली मेँ हो तो ज्यादा कारगर रहेगा विचार कर लेँ ।
दोस्तों जैसा कि आपको विदित है कि सरकार की समयसीमा को बढ़ाने वाली याचिका को सुप्रीम कोर्ट द्वारा ख़ारिज कर दिया गया है और रेगुलर बेंच में जाने को कहा गया है। रेगुलर बेंच में अपने केस की सुनवाई दत्तु महोदय ही करेंगे। और तब तक कोर्ट की अवमानना बन चुकी होगी।
ReplyDeleteयह शासन कितना निर्दयी है जिसने छात्रो के भविष्य को अंधकारमय बना दिया । परन्तु न्याय के मंदिर में देर है दोस्तों पर अंधेर नहीं है।
न्याय तो मिलेगा ही ।परन्तु कोर्ट को चाहिए कि अवमानना करने वाले अधिकारियो को पहले जेल भेजे उसके बाद कोई समयसीमा दे जिससे भर्ती हो जाये। ताकि अधिकारी कर्मचारी कोर्ट के निर्णय का सम्मान करे।
ऐसे तो हलुवा समझ लिया है ।
जो आंदोलनकारी वर्दीधारी और लाठी डंडों से डर गया वह स्वयं को आंदोलनकारी न कहकर स्वयं को खुद परिभाषित कर ले ।
ReplyDeleteANGEL......................................G
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Ab yahaan (Earth) bahut ho gaya ab chalo upar (heaven) chalte hain...
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kyonki yahaan par humare aur aapke pyar ko koi nahi pahchaanne wala.